घटी में भाजपा के 13 उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत के साथ ही निकाय पर पार्टी का नियंत्रण पक्का हो गया है.


शोपियां जिले के स्थानीय निकाय में बीजेपी के 13 उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत के साथ ही निकाय पर पार्टी का नियंत्रण पक्का हो गया है


दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित शोपियां जिले के स्थानीय निकाय में बीजेपी के 13 उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत के साथ ही निकाय पर पार्टी का नियंत्रण पक्का हो गया है.

राज्य के प्रमुख दलों नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने संविधान के अनुच्छेद 35ए को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने के मद्देनजर चुनाव का बहिष्कार किया है और आतंकवादी समूहों की धकमियों के कारण अन्य लोग भी चुनावी प्रक्रिया से दूरी बनाए हुए हैं.

सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच तमाम मुठभेड़ों के साक्षी रहे शोपियां जिला में 17 सदस्यीय स्थानीय निकाय हैं. इनमें से बीजेपी ने 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जबकि चार सीटों पर किसी ने नामांकन नहीं भरा.

इससे पहले चुनाव अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि, शोपियां नगर समिति के 13 वार्ड के लिए हमें सिर्फ एक-एक नामांकन मिला है जबकि चार अन्य पर किसी ने नामांकन नहीं भरा है.

जीत पर क्या बोली भाजपा

राज्य बीजेपी ने इसे ‘ऐतिहासिक जीत’बताया है. जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख रविंद्र रैना ने कहा ‘हमारा लक्ष्य सभी का विकास है और सभी लोगों के साथ न्याय करेंगे. हम बहुत खुश हैं.’

बीजेपी नेता रैना ने नेकां और पीडीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार कर दोनों दलों ने ‘लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मजाक’ बनाया है.

यह पूछने पर कि क्या शोपियां से जीतने वाले उम्मीदवारों में कोई कश्मीरी पंडित भी है, रैना ने कहा, सभी 13 लोग स्थानीय मुसलमान हैं

शान के मुज़िकल शो में शिरकत नहीं कर पाए बाबुल सुप्रियो, साभार ममता पुलिस


सुप्रियो ने कहा, बंगाल में सरकार और पुलिस इतना नीचे गिर चुकी है कि वो संगीत जगत के मेरे मित्रों के शो को रद्द करने की धमकी देती है


केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर धमकी देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘आसनसोल में शान और केके का शो चल रहा है. शान ने मुझे शाम 6.30 बजे फोन करके बताया कि पुलिस ने उन्हें सोते समय जगा दिया और धमकी दी कि अगर बाबुल शो देखने आएंगे तो शो का लाइसेंस रद्द हो जाएगा.’

सुप्रियो ने कहा, ‘जब मैंने यह सुना तो फैसला किया कि अब शो में नहीं जाऊंगा और वहां परेशानी नहीं होगी.’ बाबुल सुप्रियो राजनीति में आने से पहले गायक थे इसलिए म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ाव रखते हैं.

बाबुल ने बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बंगाल में सरकार और पुलिस इतना नीचे गिर चुकी है कि वो न सिर्फ मुझे मेरे ही संसदीय क्षेत्र में आने से रोकती है, बल्कि संगीत जगत के मेरे मित्रों के शो को रद्द करने की धमकी भी देती है! बंगाल सरकार का बस यही काम रह गया है की मुझे आसनसोल आने से रोका जाए?’

कुछ दिन पहले शान ने ट्वीट करके लिखा था, लव यू भाई. मैं आसनसोल आ रहा हूं और 3 अक्टूबर को आपसे मिलूंगा, आशा है कि आप हमें मिलेंगे.

Shaan&KK’s concert is underway at Asansol. Shaan called me at 6:30 pm to say that Police woke him up from sleep, threatening to cancel license to the show if I go to watch it. I’ve decided not to attend the show so that no problems are created there: Babul Supriyo, BJP (3.10.18)

उत्पाद शुल्क के नाम पर मोदी ने 13 लाख करोड़ लूटे: सुरजेवाला


कांग्रेस का मानना है कि टैक्स मोदी के जेब में जाते है.

सरकार ने रूपये 2.50 कि कटौती कि है, और राज्य सरकारों से भी उम्मीद जताई है कि वह भी 2.50 रूपये की कटौती करें कुल मिला कर उपभोक्ता को 5 रूपये कि राहत मिले. कांग्रेस शासित राज्य इस पर क्या फैसला लेंगे इस पर सुरजेवाला मौन हैं. 

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हजारों घाव देने के बाद अब बैंडएड लगाया है और जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश की है.


सरकार के जरिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कटौती किए जाने पर कांग्रेस ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में हार सामने देखकर और जनता की भारी नाराजगी की वजह से नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में नाममात्र कमी की है. पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हजारों घाव देने के बाद अब बैंडएड लगाया है और जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश की है. पार्टी का कहना है कि 29 देशों को सस्ता पेट्रोल और डीजल क्यों बेच रहे हैं?

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘पांच राज्यों में चुनावी हार को सामने देख और जनता के भयंकर गुस्से से घबराकर मोदी सरकार ने मामूली मात्रा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उत्पाद शुल्क कम करने की घोषणा की. मोदी जी आप जनता का बेवकूफ अब नहीं बना सकते. आपको पेट्रोल-डीजल की लूट पर जवाब देना पड़ेगा.’ उन्होंने सवाल किया, ‘पिछले 52 महीने में मोदी सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क के नाम पर देश की जनता की जेब काटकर 13 लाख करोड़ क्यों लूटा? उत्पाद शुल्क में 52 महीने में 12 बार इजाफा क्यों किया?’

सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी जी और जेटली जी, क्या आप भूल गए कि कच्चे तेल की कीमत कांग्रेस सरकार में औसतन 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक रही. 2008 में जब कांग्रेस की सरकार थी और जब आप गैस सिलेंडर और पेट्रोल पंप पर विरोध करते थे तो कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल तक गई. आज तो 86 डॉलर पहली बार पहुंची है और आप आज ही दुहाई दे रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘जब 107 डॉलर कच्चे तेल की कीमत थी तो पेट्रोल की कीमत 71 रुपया 41 पैसे प्रति लीटर थी और डीजल की कीमत 55 रुपया 49 पैसे लीटर थी, जो आज क्रमश: 84 रुपया और 75 रुपया को पार कर गई है. इसका जवाब कब देंगे?’

सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी जी ये जवाब देना पड़ेगा कि जहां आप भारत के लोगों के ऊपर अनाप-शनाप पेट्रोल और डीजल की कीमतों का बोझ डाल रहे हैं, आप 29 देशों को सस्ता पेट्रोल और डीजल क्यों बेच रहे हैं?’ उन्होंने कहा, ‘मई, 2014 में गैस सिलेंडर 414 रुपए का था और मोदी सरकार में इसे 879 रुपए का कर दिया गया. इसका मतलब यह है कि 52 महीने में 414 रुपए का सिलेंडर 879 रुपए का किया है, 465 रुपए का इजाफा. 465 रुपये 52 महीने में बढ़ा दिए, 112 प्रतिशत से भी अधिक कीमतों में इजाफा.’

व्यवस्था के तहत कटौती

सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक व्यवस्था के तहत 2.50 रुपए प्रति लीटर कटौती की घोषणा की. इसमें 1.50 रुपए की कमी उत्पाद शुल्क में कटौती से हुई है, जबकि पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों को एक रुपए प्रति लीटर का बोझ वहन करने के लिए कहा गया है.

BSP से गठबंधन न होने से कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा असर: कमलनाथ


मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मायावती ऐसी 50 सीटें मांग रहीं थीं जहां उनके वोट न के बराबर है, ऐसे में इससे कांग्रेस को ही नुकसान होता


मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि बीएसपी के साथ गठबंधन नहीं होने से हमारी पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, हमारी तैयारी पूरी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी (एसपी) से हमारी बातचीत चल रही है और हो सकता है कि कांग्रेस-एसपी का गठबंधन राज्य में देखने को मिले.

कमलनाथ ने कहा कि बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) उन सीटों की मांग कर रही थी जहां उसका वोट बैंक लगभग न के बराबर है. उन्होंने कहा कि मायावती की पार्टी ऐसी लगभग 50 सीटों की मांग कर रही थी. ऐसी सीटें उन्हें देने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान होता और इसका सीधा लाभ बीजेपी को मिलता.

बीएसपी से मध्य प्रदेश में गठबंधन नहीं हो पाने और मायावती के आरोप पर कमलनाथ ने यह जरूर कहा कि वो दिग्विजय सिंह से पूछेंगे कि उन्होंने ऐसा क्या कहा था. कमलनाथ ने साफ किया कि गठबंधन नहीं होने से कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला और राज्य की जनता समझदार है. वो सोच-समझकर फैसला लेगी.



राज्य में कांग्रेस-एसपी गठबंधन को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव से बात की थी. हमारी बातचीत जारी है.

बुधवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि दिग्विजय सिंह जो बीजेपी के एजेंट हैं. उन्होंने स्टेटमेंट दिया है कि मायावती को केंद्र की तरफ से प्रेशर है इसलिए वह गठबंधन करना नहीं चाहतीं. यह निराधार है. दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेसी नेता नहीं चाहते कि कांग्रेस-बीएसपी का गठबंधन हो. वह सीबीआई, ईडी की तरह डरे हुए हैं.

वहीं मायावती के आरोपों को खारिज करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पहले ही साफ कर चुका हूं कि मैं मायावती का सम्मान करता हूं. मैं कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन का समर्थक हूं. छत्तीसगढ़ में गठबंधन को लेकर बात हो रही थी लेकिन वो (मायावती) इसके लिए तैयार नहीं हुईं. मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी लेकिन यहां उन्होंने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया.

माया मोह से परे कांग्रेस भाजपा कि राह आसान करती हुई


बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया है, ‘कांग्रेस पार्टी के रवैये को देखते हुए अब हमारी पार्टी कांग्रेस पार्टी के साथ किसी भी कीमत पर मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी.’


बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया है, ‘कांग्रेस पार्टी के रवैये को देखते हुए अब हमारी पार्टी कांग्रेस पार्टी के साथ किसी भी कीमत पर मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी.’ पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती का यह ऐलान सियासी हलचल मचाने वाला है. हलचल विपक्षी खेमे में कहीं ज्यादा है, क्योंकि इस ऐलान के बाद बीएसपी ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस के साथ किसी भी सहमति की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया है.

लेकिन, इस ऐलान का मतलब सिर्फ विधानसभा चुनावों तक ही नहीं है. मायावती के इस ऐलान में दिख रही तल्खी से साफ है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भी वो कांग्रेस को पटखनी देने की पूरी कोशिश करेंगी यानी यूपी में भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना भी अब खत्म हो गई है.

मायावती की गुगली से कांग्रेस चित

 

मायावती ने कांग्रेस पर उनकी पार्टी बीएसपी को खत्म करने का आरोप लगाया है. उनके मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के नेताओं के रवैये से लगता है कि वे लोग बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए गंभीर होने के बजाए, बीएसपी को ही खत्म करने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं. मायावती का आरोप है कि बदनामी मोल लेने के बावजूद भी बीएसपी ने बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस का साथ दिया लेकिन, बदले में कांग्रेस ने बीजेपी की तरह ही हमेशा दगा दिया है और पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है.

मायावती के हमले में कांग्रेस को चारों खाने चित करने की तैयारी है क्योंकि जो कांग्रेस बीजेपी पर जातिवादी और साम्प्रदायिक होने का आरोप लगाती रही है, अब मायावती ने सीधे कांग्रेस पर भी वही आरोप लगा दिए हैं.

बीएसपी सुप्रीमो मायावती की तरफ से किया गया कांग्रेस पर वार बीजेपी के लिए राहत है, कांग्रेस के लिए बाधक है, जबकि, खुद बीएसपी सुप्रीमो मायावती के लिए एक अगले लोकसभा चुनाव से पहले खुल कर खेलने का मौका है, यानी बंधन मुक्त मायावती जो कि आने वाले दिनों में अपने हिसाब से सौदा भी कर सकें और हालात के हिसाब से सियासी गोटी भी फिट कर सकें.

बीजेपी के लिए राहत

बात पहले बीजेपी की करें तो पार्टी मायावती के इस कदम से राहत की सांस ले रही है. कम-से-कम उन प्रदेशों में बीजेपी के लिए फिलहाल राहत है जहां कांग्रेस के साथ उसकी सीधी टक्कर है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी सत्ता में है और विधानसभा चुनाव में उसे एक साथ कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

एंटीइंकंबेंसी फैक्टर के अलावा एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बीजेपी के परंपरागत वोटर रहे सवर्ण समाज के विरोध ने पार्टी को परेशान कर दिया है. ऐसे वक्त में कांग्रेस के साथ बीएसपी के गठबंधन से पूरा का पूरा माहौल बदल सकता था. लेकिन, ऐसा हो न सका. बीजेपी के लिए यह राहत भरी बात है. तीसरी ताकत के तौर पर मायावती का मैदान में उतरना इन राज्यों में बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाला रहेगा.

2013 के विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में बीएसपी को 6.29 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 4.30 फीसदी जबकि राजस्थान में 3.40 फीसदी था. ऐसे में कांग्रेस के साथ बीएसपी का वोट प्रतिशत जुड़ जाने पर यह आंकड़ा बीजेपी के लिए परेशान कर सकता था. खासतौर से छत्तीसगढ़ में और भी ज्यादा परेशानी हो सकती थी जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच वोट प्रतिशत का अंतर महज एक से डेढ़ फीसदी का ही रहा था.

महागठबंधन की कोशिशों को झटका

बात अगर कांग्रेस की करें तो कांग्रेस के लिए अब मायावती का रुख बड़ा बाधक बन सकता है. खासतौर से कांग्रेस ने जिस तरह महागठबंधन बनाने के लिए विपक्षी एकता की बात की थी, उससे देश भर में एक माहौल बनाने की कोशिश हो रही थी. यह कोशिश बीजेपी विरोधी सभी दलों को साथ रखकर चलने की थी. लेकिन, मायावती ने कांग्रेस की इन सभी उम्मीदों पर फिलहाल पानी फेर दिया है.

कांग्रेस के लिहाज से यूपी में एसपी-बीएसपी के साथ गठबंधन करना ज्यादा जरूरी था. लेकिन, न ही मायावती और न ही अखिलेश यादव की तरफ से कांग्रेस को लेकर उत्साह दिखाया जा रहा है. कांग्रेस अगर यूपी में महागठबंधन नहीं बना पाई तो फिर लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता की उसकी कोशिश परवान नहीं चढ़ पाएगी. मायावती की गुगली से कांग्रेस इस वक्त बुरी तरह से फंस गई है, क्योंकि कांग्रेस के ही जातिवादी-साम्प्रदायिक तीर से मायावती ने उसे घेर दिया है.

मायावती 

अब, बात मायावती की करें तो वो कांग्रेस पर पूरी तरह से ठीकरा फोड़ रही हैं. मायावती को पता है कि उनपर सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों के डर से कांग्रेस से दूर रहने के का आरोप लगेगा. कांग्रेस इन आरोपों को लगाकर बीजेपी के साथ मायावती की मिली-भगत का आरोप लगाएगी, लिहाजा, पहले से ही कांग्रेस पर उनका प्रहार शुरू हो गया है.

लेकिन, हकीकत यही है कि मायावती ने बड़ा सियासी दांव खेला है. मायावती ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपनी उपेक्षा के बहाने कांग्रेस को कायदे से किनारे लगा दिया है. मायावती को इन राज्यों के विधानसभा चुनावों से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. लेकिन, यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले उनकी तरफ से जो दांव खेला गया है, उससे कांग्रेस खेमे में हड़कंप है. अगर एसपी के साथ बीएसपी का गठबंधन बन भी जाता है तो उस हालात में चुनाव बाद भी मायावती अलग अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगी. लेकिन, चुनाव से पहले गठबंधन बनने से मायावती के लिए गठबंधन का ठप्पा लगा रहेगा जिससे बीएसपी के मुकाबले फायदा कांग्रेस को ही होगा.

 

 

6 अक्टूबर को होगा “व्यापारी सम्मेलन” : विजय बंसल

विजय बंसल और साथियों की फाइल फोटो

 

कालका विधानसभा के व्यापारी व उद्योगपति करेगे शिरकत
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के बैनर तले होगा आयोजन

पिंजोर/कालका:

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच द्वारा कालका विधानसभा व्यापारी सम्मेलन का आयोजन 6 अक्टूबर को होटल क्लासिक रेसीडेंसी पिंजोर में व्यापारियों,उद्योगपतियों व प्रोफेशनल्स के लिए प्रातः 10 बजे किया जाना है जिसमें हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमेन व अखिल भारतीय व्यापार उद्योग सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय मुख्य संयोजक गोपाल शरण गर्ग व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद मित्तल बतौर मुख्यअतिथि पहुंचेगे,राष्ट्रीय संगठन मंत्री विजय बंसल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेगे इसके साथ ही कुलभूषण गोयल व प्रदीप गोयल विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में पहुंचेगे।
कालका विधानसभा व्यापारी सम्मेलन के मद्देनजर पिंजोर-कालका के व्यापारियों व उद्योगपतियों ने तैयारियां शुरू करदी है जिसे लेकर गत दिनों एक निजी होटल में बैठक भी हुई था। वेद गर्ग (राघव टिम्बर)अध्यक्ष ,अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच कालका विधानसभा इकाई ने बताया 6 अक्टूबर को होने वाले व्यापारी सम्मेलन में कालका,पिंजोर,मोरनी,रायतन व दून क्षेत्र के व्यापारी तथा उद्योगपति पहुंचेगे,इसके साथ ही वेद ने क्षेत्र के उद्योगपति व व्यापारियों को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए निमंत्रण भी दिया।इस सम्मेलन में व्यापारियों व उद्योगपतियों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे विचार विमर्श किया जाएगा।इस क्षेत्र में व्यापारियों व उद्योगपतियों के लिए काफी अर्से बाद किसी सम्मेलन का आयोजन हो रहा है जिसे लेकर व्यापारी व उद्योगपतियों में उत्साह है।इस कार्यक्रम की पहल विजय बंसल जी ने करी है जिसको लेकर व्यापारी व उद्योगपतियों ने सराहना करी है।
प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय संगठन मंत्री विजय बन्सल के साथ साथ शमिंदर गर्ग,वेद गर्ग,दीपांशु बन्सल,रोबिन जैन,धर्मपाल अग्रवाल ,मुनीश अग्रवाल,रोहित गर्ग,अजय कुमार आदि व्यापारी व उद्योगपतियों ने सम्बोधित किया।

गांव सिकंदरपुर, सिरसा से एक युवक को 15 किलोग्राम डोडापोस्त के साथ गिरफतार

पंचकूला -4 अक्टूबर :

हरियाणा पुलिस महानिदेषक, श्री बी0 एस0 सन्धू द्वारा मादक पदार्थ तस्करों पर रोक लगाने के दिशा निर्देशों के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक युवक को 15 किलोग्राम डोडापोस्त के साथ गांव सिकंदरपुर, सिरसा से गिरफतार किया है।

पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए आज बताया कि पकडे गए युवक की पहचान सुखविंद्र सिह निवासी मौजूखेडा ड़िंग, सिरसा के रूप मे हुई है।

प्रवक्ता ने बताया कि सिरसा पुलिस की टीम गश्त व चैंकिग के दौरान गांव सिकंदरपुर क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक के चालक को शक के बिनाह पर रोक कर तलाशी लेने पर उक्त ट्रक चालक के कब्जे से 15 किलाग्राम डोडापोस्त बरामद हुआ है। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर इस संबंध में संबधित थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी है। आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा। रिमांड अवधि के दौरान इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सिरसा पुलिस अधीक्षक, श्री हामिद अख्तर के नेतृत्व में मादक पदार्थ तस्करो के खिलाफ जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

राजस्थान में जाट आंदोलन

जयपुर:

राजस्थान में जाट आरक्षण का मु्द्दा गर्मा गया है। राज्य के जाट नेताओं ने शुक्रवार को आंदोलन करने की धमकी दी है। नेताओं का कहना है कि सरकार से आज शाम को बातचीत का आश्वासन मिला है। यदि सरकार हमारी बात नहीं मानती है तो कल से जाट आंदोलन होगा।

भरतपुर से जाट नेता और कुम्हेर डीग से कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने सरकार को आज शाम तक का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि यदि सरकार शाम तक हमारी मांगों को पूरा करने की तरफ सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो कल से जाट आंदोलन शुरू होगा। इसके अलावा उनका कहना है कि इस बार का आंदोलन इतना बड़ा होगा जिसे कि नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, ‘पिछले आंदोलनों के दौरान मैंने जनता को मना लिया था लेकिन इस बार जनता नहीं मानेगी

केंद्र की भाजपा सरकार ने पैट्रोल डीजल के नाम पर हफ्ता वसूली की है: नवीन जयहिंद 


दुष्यंत चौटाला ईमानदार राजनेता अगर आआपा में आए तो स्वागत


पंचकूला,4 अक्तूबर:

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पैट्रोल डीजल के नाम पर हफ्ता वसूली की है। उन्होंने कहा कि अब चूंकि चुनाव सिर पर हैं और उसे अपनी हालत पतली नजर आने लग गई है, इस लिए ये दाम करने का ढोंग करने लग गये हैं। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता इन्हें अच्छे से जान गई है, इसलिए ये अब चाहे जो मर्जी कर लें लोग इन्हें बाहर का रासता दिखकर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज देश व प्रदेश का किसान और कर्मचारी वर्ग सिर्फ चुनाव का इंतजार कर रहा है।

नवीन जयहिंद आज यहां अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा के आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने किसान को पूरी तरह से बर्बाद करने का काम किया। उसकी फसलों का धक्के से बीमा तो कर दिया,मगर जब उनकी फसल खराब होने के बाद मूुआबजा देने की बारी आई तो आज तक गिरदावरी तक नहीं करवायी गई। और दूसरी ओर बीमा करने वाली कंपनियां किसानों से यह कह रही है कि चूंकि आपकी फसल का पूरा रकबा खराब नहीं हुआ है, इसलिए मुआबजा नहीं मिल सकता। आआपा के प्रदेशाध्यक्ष ने आगे कहा कि न तो किसान को उसकी फसल के पूरे दाम मिल रहे हैं और न ही मुआबजा। उन्होंने कहा कि एक ओर आज पूरा देश और प्रदेश में आम आदमी कंगाल हो रहा है तो दूसरी ओर भाजपा के मंत्री विधायक और नेता मालामाल हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में आम आदमी पार्टी एक विकल्प के रुप में उभर कर सामने आ रही है। उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आआपा ने जो हरियाणा जोड़ो की शुरुआत कर दो लाख परिवारों को अपने साथ जोडऩे का लक्ष्य रखा था वह पूरा होने के बाद अब यह बढ़ाकर पांच लाख परिवार जोडऩे का कर दिया है। उन्होंने कहा कि लोग अब प्रदेश भर में अपने घर के बाहर यह बोर्ड लगवाने लग गये हैं कि वह और उनका पूरा परिवार आम आदमी पार्टी के साथ हैं। उन्होंने एक सावाल के जवाब में कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार छात्रसंघ के चुनाव सीधे न करवाकर अपने चहेतों युवाओं को इन पदों पर एडज़स्ट करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर सीधे चुनाव हों तो आप भी इसमें भागेदारी करेगी। आआपा के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने अगो कहा कि दुष्यंत चौटाला एक भले और ईमानदार राजनीतिज्ञ हैं। उनके साथ उनकी पार्टी या घर के लोगों ने परसों किया यह उनका घरेलू मामला है, हां अगर वह सही और स्वच्छ राजनीति करना चाहते हैं तो आआपा में उनका स्वागत है।

इस अवसर पर उनके साथ पार्टी  के वरिष्ठ नेता दिपांकर पांडे, आआपा के अंबाला लोकसभा एवं पंचकूला के जिला अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा, पंचकूला के  संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी, पंचकूला के प्रधान सुशील मैहता, कालका के प्रधान ईश्वर ङ्क्षसह,  संगठन मंत्री परवीन हुड्डा, संजू और मनप्रीत सिंह भी थे।

आरएसएस ने पार्थ चटर्जी को उनके बयान की वजह से कानूनी नोटिस भेजा है


इस्लामपुर के दारीभीत गांव में आईटीआई के छात्र राजेश सरकार और तृतीय वर्ष के कॉलेज छात्र तपस बर्मन की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी


पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राज्य शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को उनके बयान की वजह से कानूनी नोटिस भेजा है. चटर्जी ने कहा था, ‘आरएसएस सीधे तौर पर इस्लामपुर में आग भड़का रही है जहां 2 लोगों की मौत हो गई.’

पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर में 2 छात्रों की मौत के विरोध में बीजेपी ने 12 घंटे का बंद बुलाया था. कोलकाता से सटे हावड़ा में बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सरकारी बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी.

बंद के दौरान उपद्रव की आशंका को देखते हुए राज्य भर के बस ड्राइवरों ने अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट पहना था. इस्लामपुर के दारीभीत गांव में आईटीआई के छात्र राजेश सरकार और तृतीय वर्ष के कॉलेज छात्र तपस बर्मन की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी.