………. तो क्या 16 सितंबर को फूलका वाकई इस्तीफा देंगे या पलटेंगे?


पंजाब के दाखा से विधायक ने कहा, ‘अगर ये मंत्री 15 सितंबर तक मामला दर्ज करने में असफल रहते हैं तो 16 सितंबर को विधानसभा की सदस्यता छोड़ने वाला मैं पहला व्यक्ति होऊंगा’


पंजाब के आप विधायक एच एस फूलका ने शनिवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार प्रदेश के कोटकपुरा और बहबलकलां गोलीबारी मामले में अगर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सैनी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती है. तो वह विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे देंगे.

फूलका ने इसके लिए राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्रियों सुखजिंदर सिंह रंधावा, नवजोत सिंह सिद्धू, चरनजीत सिंह चन्नी, मनप्रीत सिंह बादल और तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि बादल और सैनी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए.

एसआईटी जांच की मांग

फूलका ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मैने पांच कैबिनेट मंत्रियों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है कि बादल और सैनी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. साथ ही इसकी जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराई जाए. अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें उनके पदों से त्याग पत्र दे देना चाहिए.’

पंजाब के दाखा से विधायक ने कहा, ‘अगर ये मंत्री 15 सितंबर तक मामला दर्ज करने में असफल रहते हैं तो 16 सितंबर को विधानसभा की सदस्यता छोड़ने वाला मैं पहला व्यक्ति होऊंगा.’ फूलका ने कहा कि बेअदबी पर आई रिपोर्ट पर विधानसभा में चर्चा के दौरान इन मंत्रियों के साथ कांग्रेस के अधिकतर विधायकों ने पुलिस की गोलीबारी के मामले में बादल और सैनी को आरोपी बनाने की मांग की थी. लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इनकार कर दिया था.

गौरतलब है कि बेअदबी के मामले में हो रहे विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए 2015 में पुलिस को दोनों स्थानो पर गोली चलानी पड़ी थी. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी.

क्या मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव 6 सितंबर को विधानसभा को भंग कर सकते हैं?


अटकलें लगाई जा रही हैं कि ज्‍योतिषियों की सलाह पर चंद्रशेखर राव विधानसभा को भंग कर नवंबर-दिसंबर में चुनाव की मांग कर सकते हैं


कयास लगाए जा रहे हैं कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव 6 सितंबर को विधानसभा को भंग कर सकते हैं. इसी के साथ वह अपने ज्योतिषियों की सलाह पर राज्य में जल्द चुनाव कराने की मांग करेंगे.

हालांकि तेलंगाना में मई 2019 में विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. इसका सत्र भी आगामी 2019 लोकसभा के साथ खत्म हो जाएगा. लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि चंद्रशेखर राव विधानसभा को भंग कर नवंबर-दिसंबर में चुनाव की मांग कर सकते हैं. इसी दौरान मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिज़ोरम में भी चुनाव होने हैं.

हैदराबाद में रविवार को चंद्रशेखर राव की रैली को इसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है. इससे पहले रविवार को राज्‍य की कैबिनेट बैठक बुलाई गई थी लेकिन इसमें जल्‍द चुनाव को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ. अब छह सितंबर को फिर से कैबिनेट बैठक बुलाई गई है.

छह है केसीआर का लकी नंबर

ज्‍योतिषियों का कहना है कि के चंद्रशेखर राव का शभ नंबर छह है. मालूम हो कि चंद्रशेखर ज्‍योतिष और वास्‍तु में काफी यकीन करते हैं. वह भरोसे के ज्‍योतिषियों और वास्‍तु के जानकारों से सलाह मशविरा करने से पहले कोई फैसला नहीं लेंगे.

उनके एक करीबी ने बताया कि यदि ज्‍योतिषियों ने मुख्‍यमंत्री को मना लिया तो वह जल्‍दी चुनाव करा सकते हैं. हालांकि केसीआर के करीबी लोग इस मसले पर बंटे हुए हैं. कुछ का कहना है कि लोकसभा चुनाव से अलग समय पर विधानसभा के चुनाव कराने से पार्टी को सत्‍ता में बने रहने में मदद मिलेगी. उन्‍हें डर है कि एक साथ चुनाव टीआरएस के खिलाफ जा सकते हैं क्‍योंकि इनके लिए कांग्रेस तैयार होगी.

श्री कृष्ण के नामकरण पर पधारे महर्षि गर्ग ने कुंडली विचार जो भविष्यवाणियाँ कीं वह अक्षरश: सत्य थीं

जगत के पालनहार का कृष्ण अवतार विधि का विधान था और वे स्वयं दुनिया का भाग्य लिखते हैं, उनके भाग्य को कोई नहीं पढ सकता। लेकिन जैसे ही मानव योनि में अवतार आया तो वे संसार के बंधन में पड़ जाता है और इस कारण उसे दुनिया के लोकाचार को भी निभाना पडता है। जन्म से मृत्यु तक सभी संस्कार करने पडते हैं।

इन्हीं लोकाचारों में श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर महर्षि गर्ग पधारे और उनका नामकरण संस्कार किया। उनका नाम कृष्ण निकाल कर उनके जीवन की अनेकों भविष्यवाणी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार की थी जो अक्षरशः सही रही। इस आधार पर श्रीकृष्ण की कुंडली में ग्रह क्या बोलते हैं का यह संक्षिप्त विश्लेषण प्रस्तुत किया जा रहा है।

भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र के संयोग में भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया। सोलह कला सम्पूर्ण महान योगी श्रीकृष्ण का नामकरण व अन्नप्राशन संस्कार गर्ग ऋषि ने कुल गुरू की हैसियत से किया तथा कृष्ण के जीवन की सभी भविष्यवाणियां की जो अक्षरशः सही रहीं। भाद्रपद मास की इस बेला पर हम गर्ग ऋषि को प्रणाम करते हैं।

अष्टमी तिथिि की मध्य रात्रि में जन्मे कृष्ण का वृषभ लग्न में हुआ। चन्द्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में बैठे व गुरू, शनि, मंगल, बुध भी अपनी-अपनी उच्च राशियों में बैठे थे। सूर्य अपनी ही सिंह राशि में बैठे।

योग साधना, सिद्धि एवं विद्याओं की जानकारी के लिए जन्म जन्म कालीन ग्रह ही मुख्य रूप से निर्भर करते हैं। अनुकूल ग्रह योग के कारण ही कृष्ण योग, साधना व सिद्धि में श्रेष्ठ बने। गुरू अष्टमेश बनकर तृतीय स्थान पर उच्च राशि में बैठ गुप्त साधनाओं से सिद्धि प्राप्त की तथा पंचमेश बुध ने पंचम स्थान पर उच्च राशि कन्या में बैठ हर तरह की कला व तकनीकी को सीखा।

चन्द्रमा ने कला में निपुणता दी। मंगल ने गजब का साहस व निर्भिकता दी। शुक्र ने वैभवशाली व प्रेमी बनवाया। शनि ने शत्रुहन्ता बनाया व सुदर्शन चक्र धारण करवाया। सूर्य ने विश्व में कृष्ण का नाम प्रसिद्ध कर दिया।

जन्म के ग्रहों ने कृष्ण को श्रेष्ठ योगी, शासक, राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ, चमत्कारी योद्धा, प्रेमी, वैभवशाली बनाया। श्रीकृष्ण की कुंडली में पांच ग्रह चन्द्रमा, गुरू, बुध, मंगल और शनि अपनी उच्च राशि में बैठे तथा सूर्य व मंगल अपनी स्वराशि में हैं।

रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाला बुद्धि और विवेक का धनी होता है। यही चन्द्रमा का अति प्रिय नक्षत्र और चन्द्रमा की उपस्थिति व्यक्ति को जातक मे आकर्षण बढा देती है। ऐसे व्यक्ति सभी को प्रेम देते हैं और अन्य लोगों से प्रेम लेते हैं। श्रीकृष्ण को इस योग ने सबका प्रेमी बना दिया और वे भी सबसे प्रेम करते थे।

जन्म कुंडली का पांचवा स्थान विद्या, बुद्धि और विवेक तथा प्रेम, संतान, पूजा, उपासना व साधना की सिद्धि का होता है। यहां बुध ग्रह ने उच्च राशि में जमकर इन क्षेत्रों में कृष्ण को सफल बनाया तथा राहू के संयोग से बुध ग्रह ने परम्पराओं को तुड़वा ङाला और भारी कूटनीतिकज्ञ को धराशायी करवा डाला।

स्वगृही शुक्र ने उन्हें वैभवशाली बनाया तो वहां उच्च राशि में बैठे शनि ने जमकर शत्रुओं का संहार करवाया। भाग्य व धर्मस्थान में उच्च राशि में बैठे मंगल ने उनका भाग्य छोटी उम्र में ही बुलंदियों पर पहुंचा दिया। मारकेश व व्ययेश बने मंगल ने धर्म युद्ध कराकर व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन कराया।

अष्टमेश गुरू को मारकेश मंगल ने देख उनके पांव के अगूठे में वार करा पुनः बैकुणठ धाम पहुंचाया। अष्टमेश और मारकेश का यह षडाष्ठक योग बना हुआ है और मारकेश मंगल ग्रह को पांचवी दृष्टि से राहू देख रहा। यह सब ज्योतिष शास्त्र के ग्रह नक्षत्रों का आकलन मात्र है। सत्य क्या था यह तो परमात्मा श्रीकृष्ण ही बता सकते हैं।

कर्नाटक में 105 स्थानीय निकाय के चुनावों के नतीजे सोमवार को


सोमवार को वोटों की गिनती होगी. काउंटिंग सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी. उम्मीद है कि नतीजे रात तक घोषित हो जाएंगे. इन चुनावों में EVM का इस्तेमाल किया गया था

इस चुनाव में 2662 सीटों के लिए 9121 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है


कर्नाटक में सत्ताधारी जेडीएस और कांग्रेस का गठबंधन निकाय चुनाव में जारी रहेगा. एक स्थानीय नेता ने कहा ‘यह गठबंधन बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए है.’

पार्टी नेता ने बताया ‘वैसे तो हमें निकाय चुनावों में पूर्ण बहुमत मिलेगा. यदि ऐसी स्थिति होती है कि बहुमत नहीं मिलता तो हम लोग नगर निगम में भी एक साथ आएंगे. इसका एक उदाहरण मई 12 को हुए विधानसभा चुनाव में भी सभी देख चुके हैं.’

कर्नाटक में 105 स्थानीय निकाय के चुनावों के नतीजे सोमवार को आनेवाले हैं. इस चुनाव में 2662 सीटों के लिए 9121 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है. इस चुनाव के नतीजे कांग्रेस और जेडीएस के लिए चुनौती बन सकते हैं. हालांकि बीजेपी इस चुनाव में उम्मीद जता रही है कि उसे फायदा हो सकता है.

बता दें कि इस चुनाव में कई उम्मीदवारों को पार्टियों ने टिकट नहीं दी थी इसलिए वह निर्दलीय चुनाव लड़े थे. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने सबसे ज्यादा लोगों को चुनाव से बेदखल कर दिया था क्योंकि इन लोगों पर पार्टी के अनुशासन को तोड़ने का आरोप था.

भारी बारिश होने की वजह से कई इलाकों में वोटिंग पर भी असर पड़ा था. स्कूल और कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया था. हालांकि शांति के साथ चुनाव संपन्न करने के लिए भारी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी.

गौरतलब है कि इन चुनावों के नतीजे सियासी पार्टियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 2019 के चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में वोटों का गिरता या बढ़ता हुआ ग्राफ पार्टियों की आगामी रणनीति की दिशा तय करेगा.

सोमवार को वोटों की गिनती होगी. काउंटिंग सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी. उम्मीद है कि नतीजे रात तक घोषित हो जाएंगे. इन चुनावों में EVM का इस्तेमाल किया गया था.

स्टेट इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, 2,662 नगर वार्ड, 29 शहर नगर पालिकाओं, 53 शहर नगर पालिकाओं, 23 नगर पंचायत और 135 कॉर्पोरेशन वार्ड पर वोटिंग हुई थी. जेडीएस निकाय चुनावों में कांग्रेस का समर्थन करने के लिए तैयार है. यह समर्थन बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए किया जा रहा है. सभी सीटों पर 8,340 उम्मीदवार थे. वहीं कांग्रेस के 2,306, बीजेपी के 2,203 और 1,397 जेडीएस के थे.

Parkash Singh Badal, Sukhbir Singh Badal and Sumedh Singh Saini must be taken into custody for unearthing the truth about who ordered firing: Randhawa

File Photo Of Badals

Chandigarh, September 2, 2018 :

Senior Congress leader and Cabinet Minister, Punjab, S. Sukhjinder Singh Randhawa has reacted strongly to the statement of ex Chief Minister Parkash Singh Badal in which the latter has denied ordering firing on the innocent Sikhs protesting in the aftermath of the sacrilege of Sri Guru Granth Sahib.

S. Sukhjinder Singh Randhawa has asked the ex Chief Minister to make it clear that if he hadn’t ordered firing at behbal kalan and kotkapura then did these orders came from the then Deputy Chief Minister Sukhbir Singh Badal or the then DGP Sumedh Singh Saini.

The congress leader demanded that the trio of   Parkash Singh Badal, Sukhbir Singh Badal and Sumedh Singh Saini must be taken into custody for unearthing the truth about who ordered firing. Questioning senior Badal, S. Randhawa said that if firing orders didn’t came from him then who ordered it.

Expressing astonishment,  S. Randhawa said that the then Chief Minister holds a word with the Faridkot administration and the DGP on phone and he doesn’t orders firing but still the police fires on the innocent Sikhs. He also said that Parkash Singh Badal should first ask his son, who was the Home Minister at that time, that whether or not the firing took place at his orders.

The Congress leader further said that Captain Amarinder Singh doesn’t need a certificate and sermonising from the so called panthic akalis on his credentials as a Sikh. He elaborated that the whole world knows about the deep faith the family of Captain Amarinder Singh has in Sikhism and on the other side the whole Punjab is well aware of the evil designs of the Badal family to further it’s political ends by weakening the panth. So, the Badal conglomerate should first look into its own misdeeds.

S. Randhawa also demanded an explanation from the Shiromani Akali Dal over a statement of Sukhbir Singh Badal appearing today in media in which he has said that the decision of staging a walkout from the Vidhan Sabha during the discussion on Justice Ranjit Singh commission report was taken in a meeting of the core committee of the Shiromani Akali Dal under the leadership of Parkash Singh Badal. He also said that this statement exposes the double standards practiced by the akalis who were citing less speaking time allotted to them as the reason for walkout whereas Sukhbir Singh Badal says that the walkout decision was taken in core committee meeting presided over by Parkash Singh Badal. S. Randhawa said that akali dal cannot dare face the people owing to its gravest sins and is running from facing the people in both inside and outside the Vidhan Sabha.

S. Randhawa also said that now Parkash Singh Badal is presenting his version with false statements but the people of Punjab would not be befooled by these falsehoods.

भाजपा ने किया ब्राह्मण समाज के साथ विश्वासघात व अनदेखी – सुरजेवाला


कहा – कांग्रेस करेगी 7 सूत्रीय एजेंडा से ब्राह्मण समाज का सशक्तिकरण
कहा – कांग्रेस के खून में ब्राह्मण समाज का डीएनए
सुरजेवाला ने किया वायदा – कांग्रेस की सरकार बनते ही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का होगा गठन व भगवान परशुराम के नाम से संस्कृत विश्विद्यालय का किया जाऐगा गठन
संजीव भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे अखिल भारतीय कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला


कैथल, 02 सितम्बर 2018
स्वाभिमान का ज्ञान ब्राह्मण ही दे सकता है क्योंकि सिक्कों की खनक ब्राह्मण के ज्ञान को खरीद नही सकती। इसलिए आज ब्राह्मण समाज के आह्वान की आवश्यकता है। आज अखिल भारतीय कांग्रेस मीडिया प्रभारी व कांग्रेस कोर कमिटी के सदस्य और कैथल से विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला संजीव भारद्वाज की अध्यक्षता में कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में ब्राह्मण समाज को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। बतौर मुख्यातिथि रणदीप सिंह सुरजेवाला का भगवान परशुराम की प्रतिमा, परसा और बड़ी फुल माला से स्वागत किया गया।

कांग्रेस मीडिया प्रभारी व कांग्रेस कोर कमिटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ब्राह्मण समाज के लोगों से वायदा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जाऐगा। उस बोर्ड का चेयरमैन भी ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को ही बनाया जायेगा और उस बोर्ड में 100 करोड़ से 300 करोड़ का कोर्पस डाला जाऐगा ताकि आर्थिक तंगी के कारण जो बच्चा हायर एजुकेशन से वंचित हो इस बोर्ड की मदद से अपनी पढ़ाई बेझिझक पूरी कर सके। इसके अलावा जो 40 से 50 प्रतिशत ब्राह्मण व्यक्ति निजी स्कूल चलाते हैं जो आर्थिक तंगी के कारण स्कूल को आगे नही बढ़ा पाते उन्हें बिना किसी गारंटी के 4 प्रतिशत की ब्याज दर पर अगर कई व्यक्ति है तो 10 लाख और एक व्यक्ति को 5 लाख तक का लोन बोर्ड के 11 प्रभुत्व व्यक्तियों के द्वारा देने का प्रावधान किया जाऐगा।
उन्होंने कहा कि शाहबाद, करनाल, पानीपत, कैथल में करीब 368 तीर्थों का जीर्णोद्धार करवाया जाऐगा और उन तीर्थों में पूजा अर्चना की जिम्मेवारी भी गांव के ही योग्य ब्राह्मण को दी जाएगी। इसके साथ ही भगवान परशुराम के नाम से संस्कृत विश्विद्यालय का गठन किया किया जाऐगा। उस विश्वविद्यालय में कर्मकांड की ट्रैनिंग के साथ साथ डिग्री और स्नातक की डिग्री भी दी जाएगी।
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी और सिरसा यूनिवर्सिटी में एक एक चेयर की स्थापना करेंगे जिसमें एक भगवान परशुराम चेयर, एक दादा लखमी चंद चेयर और एक पंडित भगवत दयाल शर्मा चेयर होगा। गरीब ब्राह्मणों को 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया जाऐगा। उन्होंने कहा कि एचपीएससी बोर्ड के तहत ब्राह्मण समाज के प्रभुत्व नागरिकों को राजनीतिक तौर पर दी जायेगी हिस्सेदारी।

कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संबोधित करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज ने भाजपा को फर्श से अर्श पर ले जाने का काम किया लेकिन भाजपा ने ब्राह्मणों को दरकिनार करते हुए अर्श से फर्श पर ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा शासन में ब्राह्मण समाज पीड़ा के द्वार पर क्यों है? ब्राह्मण समाज आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक पिछड़ेपन का शिकार क्यों है? इसलिए आज इस ब्राह्मण सम्मेलन के द्वारा एक नई जनजागृति करने की आवश्यकता है।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के खून में ब्राह्मण समाज का डीएनए है। जंग ए आजादी की लड़ाई से लेकर आज तक ब्राह्मण समाज का नेतृत्व सबसे अहम रहा है। जिसने समाज को आगे बढ़ने का रास्ता दिया। आजादी की लड़ाई के प्रथम महानायक मंगल पांडे और कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, मदन मोहन मालवीय, पंडित चंद्रशेखर आजाद, बाल गंगाधर तिलक, पंडित मोतीलाल नेहरू, पंडित जवाहर लाल नेहरू और अब राहुल गांधी ने इस समाज के नेतृत्च को आगे बढ़ाया।
सुरजेवाला ने कहा कि ब्राह्मणों की अनदेखी, विषमता का शिकार होने के पीछे भाजपा जिम्मेवार है। भाजपा ने हमेशा ब्राह्मणों का इस्तेमाल किया। 40 साल तक भाजपा की सेवा करने वाले जिनकी अध्यक्षता और नेतृत्व में ने हरियाणा में सत्ता हासिल की उसी रामविलास शर्मा को भाजपा ने दरकिनार करते हुए मोदी ने बेतजूर्बेदार अपने सखा को मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा ने दूध से मख्खी की तरह निकालने की तरह रामविलास शर्मा का उपयोग किया है। मोदी ने राजनीतिक षडयंत्र के तहत रामविलास शर्मा की सियासी हत्या की है। इसी तरह दिल्ली में सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के साथ किया और उत्तर प्रदेश नें महेश शर्मा व लक्ष्मीकांत वाजपेयी के साथ किया। भाजपा ने सत्ता लालच के लिए ब्राह्मणों का हमेशा दुरुपयोग किया है।

खट्टर सरकार पर प्रहार करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार ने ब्राह्मण समाज के विश्वास और सम्मान पर कुठाराघात किया है। एचएसएससी बोर्ड के पेपर में ब्राह्मण समाज के रंग के आधार पर अपशगुन वाला सवाल पूछना खट्टर सरकार की गंदी व घृणा से भरपूर सोच को प्रदर्शित करती है। लेकिन खट्टर सरकार ने चेयरमैन भारती पर कोई कार्रवाई न करके उन्हें तीन साल की एक्सटेशन देकर एचएसएससी बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया। उस समय सबसे पहले भाजपा सरकार के खिलाफ मैने ही आवाज उठाई थी।

मुख्यमंत्री खट्टर की विधानसभा करनाल में चार ब्राह्मण पुजारियों की निशन्स हत्या होती है लेकिन न आज तक मुख्यमंत्री खट्टर गया, न कोई मंत्री और न ही कोई विधायक हाल जानने गया और ना ही आरोपी पकड़े गए। इसलिए एक मिनट भी खट्टर सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नही है। उन्होंने कहा कि आज भगवान परशुराम का परसा उठाने की जरूरत है। आज ब्रह्मसरोवर के तट से आवाज खड़ी करेंगे जो हर शख्स को माननी पड़ेगी।

कैलाश मानसरोवर यात्रा पर राहुल गांधी पर भाजपा द्वारा कटाक्ष के जवाब में सुरजेवालाने ने कहा कि देव और दानवों की लड़ाई सदियों से चलती आ रही है और आज भी भाजपा राज में वो लड़ाई अग्रसर है। इस अवसर पर ब्राह्मण सम्मलेन में आए संजीव भारद्वाज,मोहन प्रकाश,खैराती लाल शर्मा,डाक्टर शिव शंकर भारद्वाज,पण्डित विष्णु दत्त कौशिक पौत्र दादा लखमीचंद,पण्डित प्रकाश मिश्रा,सुधीर गौतम,बच्चन सिंह आर्य,सुमित्रा चौहान,राजकुमार बाल्मिकी,रमेश गुप्ता,अनिल धनतोडी़,पवन दिवान साहनी,फूल सिंह बाल्मिकी, नरेश शर्मा, नरेश शर्मा बस्सी, सतपाल कौशिक,पवन शर्मा पहलवान, कवि राज शर्मा,सतबीर भाना,नवीन शर्मा,पी ल भारद्वाज, सुशील कौशिक,सुदेश शर्मा, दीपा शर्मा,सुनीता शर्मा,वक़ील अरविंद गौड,पारीस राम,मोहन लाल सरपंच,राजेन्द्र शर्मा,नवीन शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, जयपाल शर्मा,सुशील कौशिक, संदीप कौशिक, मंगत शर्मा, रंधीर शर्मा, सतपाल शर्मा, गौरव शर्मा किरमच, प्रमोद शर्मा, आदि ब्राह्मण नेताओं ने भी संबोधित किया।

Bharat Ratna Sh.Atal Bihari Vajpayee First International Girls & Boys Cricket Trophy from 20th November

Chandigarh / Panchkula:

According to Mrs.Latika Sharma ,Chairman & Amar jit Kumar ,Secretary Genetal of Haryana Sports Welfare Association (regd.) is organising the First Bharat Ratna Shri.Atal Bihari Vajpayee (Former Prime Minister of India ) International Women’s (Seniors) and Boys U-15 International Cricket Championship at Cricket Stadium,Panchkula (Haryana) & Chandigarh (U.T.) from 20th November to 24th November,2018 between Our Asia Region Neighbouring Countries Bangladesh ,Nepal ,Afghanistan ,Pakistan & India as a mark of tribute to the former Prime minister. According to Latika Sharma & Amarjit kumar It is to be mentioned that the After the demise of the late Prime Minister and to showcase his contribution to the nation which was highly appreciable and as he was one among the few leaders who was universally accepted by all political parties,Sports Lovers all our India as well as World and people from all walks of life the tournament has been named as { Bharat Ratna Sh.Atal Bihari Vajpayee Trophy }

According to Secretary General In this Bhartiya Rural Premier International Girls (Seniors) & Boys under-15 Cricket League day/night Championship total eight Girls cricket teams from Bangladesh, Nepal,Afghanistan,,Pakistan & India shall participate in this mega championship at Cricket Stadium’s Panchkula (Haryana ) & Chandigarh(U.T.) (India.) from 20th to 24th November ,2018. According to Mrs.Latika Sharms,Chairman & Secretary General Amarjit kumar the Haryana Sports Welfare Association (regd.) the main motto to organise the 2nd Girls International Rural league cricket championshipas ” BETI KHILAYO” to follow the theme of “BETI BACHAYO,BETI PADHAYO”is a Social Campaign of the Government of India that aims to Generateawareness & improve the efficiency of welfare services intended for Girls.According to Amarjit kumar ,Secretary General of Haryana Sports Welfare Association (Regd.) the main motive of the First Boys under-15 International Junior League Cricket Championship is to restrain the young Generation of our Rural / backward Area from the drug addiction and shall given chance to villages / Rural Area Junior players to show their talent in International Stadiums Chandigarh (U.T.) and Panchkula (Haryana) with international teams. Amarjit Kumar said that the main aims is to promote and develop the game of cricket for men from the grass root level in the Junior age Grouos.Amar Jit Kumar said that the organising Committee will provide Top class Boarding, Lodging and Transport facilities to all participants and officials accompanying the International girls (Seniors) & boys under-15 cricket teams fromBangladesh,Nepal,,Afghanistan, Pakistan & india.
The Association shall give Glittering trophies and individual prizes. The Haryana Sports Welfare Association (Regd.) will distribute every Man of the match, best batsman, best bowler, best all rounder, best wicket keeper, best fielder of the championship and Up-Coming Cricketers.

All the matches of the Championship will be played at International Cricket Stadium’s Chandigarh (U.T.), Panchkula (Haryana), on day/night affairs with coloured clothing and white ball. Qualified umpires, scorer and officials will be deputed in the League Championship.

Bharat Ratna Sh. Atal Bihari Vajpayee Trophy from 20th to 24th Nov. 2018

Panchkula :

The Haryana Sports Welfare Association (regd.) is organising the First Bharat Ratna Shri.Atal Bihari Vajpayee (Former Prime Minister of India ) International Women’s (Seniors) and Boys U-15 International Cricket Championship at Cricket Stadium,Panchkula (Haryana) & Chandigarh (U.T.) from 20th November to 24th November,2018 between Our Asia Region Neighbouring Countries Bangladesh ,Nepal ,Afghanistan ,Pakistan & India as a mark of tribute to the former Prime minister. It is to be mentioned that the After the demise of the late Prime minister and to showcase his contribution to the nation which was highly appreciable and as he was one among the few leaders who was universally accepted by all political parties,Sports Lovers all our India as well as World and people from all walks of life the tournament has been named as { Bharat Ratna Sh.Atal Bihari Vajpayee Trophy }.

No Relationship Is Perfect …..My… Love

Sarika Tewari

Calling any relationship the perfect one is merely a fantasy.Two seemingly similar individuals may have a disastrous chemistry , whereas two people who look different may have found the right key to a harmonious relationship. Perfection is not what one seeks from a relationship. Rather, it is a continuous journey towards maintaining a fine balance; of reaching a point where both partners are able to meet at the middle path. Differences in a relationship may arise due to various factors; however, instead of letting these small issues affect your relationship, focus on signs that bring out the purity of your relationship.

Support during Hard Times

It is easier to be happy during happier times, but difficult to smile during the storms, which can only happen where there is pure love.
Any relationship is at its best when you reach a point where you trust your partner enough to completely let your guard down.The purity of your love comes to the fore when one of you is totally down in the dumps and the other person stands by your side with rock-solid support.

Don’t worry be Straightforward

If the only commonality between both of you is your love for each other, then worry not! If both of you are able to voice your opinions fearlessly, whether you agree with each other or not, this means that you both respect each other’s opinion and intelligence. You feel secure enough in the relationship to air your views at the risk of rubbing the other person the wrong way.

Respect your Love

You both may differ in many aspects, but will also put in honest efforts to accommodate each other in your respective lives, as well as live up to each other’s expectations. However, neither of you enforces that on the other – both of you eventually do it out of respect for each other as a person.

Silent Words

Absence of words is absolutely fine, not at all awkward
There are days where both of you may not converse with each other for hours, despite being at an arm’s length, while reading a book , just sitting in a random corner or just going about your household chores, yet there’ll be a sense of peace and calm in whatever you do.
Everything in a relationship need not necessarily be spelled out. When you begin to understand each other’s needs and necessities even before being asked for, then your relationship has reached the level of maturity required to strengthen it further.

Accept Your New Version

Sometimes you may be surprised, of late, at the number of occasions your short-tempered-self has managed to remain calm, when you could have easily lost it instead?
Or the number of chores you’ve handled all by yourself?
If you’ve been discovering a new side to you, a side that is far more patient, independent, and capable of taking responsibilities, then you owe it to your relationship. It’s only when two people are truly in love that they eventually imbibe these qualities to maintain their relationship – which means the world to them.
Of course exceptions do exist.

The Child In You

You don’t think twice before you jump into that puddle, smear cake into each other’s face or fight over a board game. When you are at ease with doing things with your partner that are otherwise considered child-like, it speaks volumes about the purity of your relationship.

A Respectable Space

This is the biggest sign of the purity of your love, where you both don’t try to step into each other’s space and understand the fact that pursuing your dreams and ambitions will never rob you of your love. You may not be able to dedicate as much time to each other as you’d wish, but also accept that a part of one will continue to remain with the other despite the lapses.

I think you are already able to relate to some or most of the above points to you However, these signs are not necessarily a yardstick to measure every relationship. Every relationship has different dynamics; but love, patience, and understanding lie at the core of each one.

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री देवेन्द्र यादव का महवा विधानसभा क्षेत्र में श्री छोटूराम मीना के नेतृत्व में पंच पटलों और जनता द्वारा भव्य स्वागत

 

2 सितंबर, महवा:
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री देवेंद्र यादव का महवा विधानसभा क्षेत्र में श्री छोटूराम मीना ने पंच पटेलों तथा अपने अन्य हजार लोगों के साथ गर्म जोशी से भव्य स्वागत किया |
मिशन 2019 अभियान के अंतर्गत इस यात्रा मेँ श्री देवेंद्र यादव जन साधारण को कांग्रेस की विकास नीतियों से अवगत करवा रहे हैं औऱ जनता को अधिक से अधिक पार्टी से जुड़ने के लिए आह्वान कर रहे हैं।
महवा विधानसभा क्षेत्र के कर्मठ युवा और कांग्रेस नेता श्री छोटूराम मीना ने श्री देवेन्द्र सिंह यादव को उनकी इस यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।तथा आशा व्यक्त की कि कांग्रेस पार्टी को अत्यधिक लोगों का सहयोग मिलेगा और जनता से आग्रह किया कि कांग्रेस से जुड़ें और पाए और देश विकास मिशन 2019 को सफल बनाने के लिए सहयोग दें।
श्री मीना ने समारोह में उपस्थित जनसमूह का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।