पाकिस्तान की गलत हरकतों पर अंकूश लगाने में मोदी सरकार पूरी तरह से नाकाम- सुरजेवाला


  • प्रधानमंत्री देश के शहीदों के लिए दो शब्द भी कहने से कतरा रहे हैं

  • सुरजेवाला ने किया सीएम खट्टर पर प्रहार, कहा – अगर मुख्यमंत्री खट्टर हमारी बेटियों, बच्चियों की सुरक्षा करने में असक्षम हैं, तो आपको पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

  • भाजपा का मूल मन्त्र कोई ऐसा सगा नहीं जिसे भाजपा ने ठगा नहीं – सुरजेवाला


कनीना।

वरिष्ठ कांगेस नेता एवं कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान आए दिन हमारे देश की सीमा में घुसकर हमारे जवानों पर हमले कर रहा है, तीन हजार बार युद्ध विराम का उल्लंघन कर चुका है लेकिन मोदी सरकार पाकिस्तान की इस प्रकार की कायराना हरकतों के लिए उचित सबक सिखाने में जहाँ पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है।

सुरजेवाला रविवार को कनीना के विशाल फुटबाल मैदान में आयोजित शहीद सम्मान समारोह में उपस्थित हज़ारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह की अध्यक्षता अहिरवाल के कद्दावर नेता राव अजीत सिंह ने की। वहीं विशिष्ठ अतिथि के तौर पर राजस्थान के सह प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह संयोजक देवेन्द्र यादव ने शिरकत की।

सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान ने पहले हमारे वीर जवान मनदीप और हाल ही में नरेन्द्र की अमानवीय रूप से हत्या की और उनके शव को क्षतविक्षत कर दिया लेकिन कोई कार्यवाही करना तो दूर प्रधानमंत्री मोदी देश ने इन शहीदों के लिए दो शब्द भी नहीं कहे। सरकारी आकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा की पिछले 52 महीनों में जम्मू एवं कश्मीर में हमारे 411 सैनिक शहीद हो चुके हैं और 256 नागरिक आतंकी हमलों में अपनी जान गवां चुके हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि अहीरवाल की भूमि वीरों की भूमि है। यहां के जांबाज सैनिकों ने हमेशा से देश की सुरक्षा में अहम योगदान दिया है और सेना में जाना यहां के युवाओं की गौरवशाली परंपरा है।

राव तुलाराम को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि 1857 की क्रांति के मुख्य सूत्रधार राव तुलाराम इसी धरती के थे। उन्होंने अंग्रेजों से रेवाड़ी छीना, फौज बनाई और हजारों सैनिकों को आजादी की लड़ाई के लिए जोड़ा। बहादुरशाह जफर को जनरल बख्त खान के हाथों उस समय क्रांति को जारी रखने के लिए 4500 रुपये की मदद पहुंचाई। उन्होंने अंग्रेजों से नसीबपुर व नारनौल में युद्ध किया तो राजस्थान में तांत्या टोपे के साथ कंधे से कंधा मिलाया।

सम्मान समारोह में उपस्थित भारी संख्या में महिलाओं व पुरूषों को संबोधित करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि एक ओर हरियाणा के सुरमाओं ने देश को आजाद करवाने में अहम योगदान दिया है तो आज मोदी सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता और खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार बनने से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेवाड़ी में पूर्व सैनिकों की रैली को संबोधित करते हुए वायदा किया था कि सैनिकों को वन रैंक वन पैंशन दी जाएगी, लेकिन सरकार अपने वायदे पर खरा नहीं उतरी।

सुरजेवाला ने कहा कि पूरे विश्व में हर देश अपने रक्षा बजट को सर्वोपरि मानता है और उसे बढ़ाने का काम करता है, लेकिन इस मोदी सरकार ने रक्षा बजट को बढ़ाने की बजाए, उसे घटाने का काम किया। 2014-15 में देश का रक्षा बजट 94 हजार 587 करोड़ रुपये था, लेकिन इस सरकार ने वर्ष 2917-18 में इसे 8 हजार 99 करोड़ रुपये घटाकर 86 हजार 488 करोड़ कर दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो रक्षा बजट जारी किया, उसे भी पूरा खर्च नहीं किया है, बल्कि अभी तक मात्र 78 हजार करोड़ रुपये ही खर्च किए हैं। सैनिकों को अति आधुनिक हथियार नहीं दिए जा रहे, अगर जनरल खंडूरी की बात मानें तो देश में 68 फीसदी हथियार पुराने हैं। हाल ही में राफेल डील में 41 हजार 205 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। कांग्रेस बार-बार मोदी से इस बारे में जवाब मांग रही है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार ने दक्षिण हरियाणा के साथ विश्वासघात किया है। यहां बनने वाली डिफेंस यूनिवर्सिट, डीएसआईसीडीसी कॉरिडोर अधर में लटके हुए हैं। जयपुर एक्सप्रेस हाइवे परियोजना को रद्द कर दिया गया। नॉर्थ साऊथ कॉरिडोर पर कभी हां होती है तो कभी ना। मानेठी में बनने वाले एम्स के लिए तो सीएम खट्टर ने इंकार ही कर दिया।

आए दिन हरियाणा में बढ़ रहे महिलाओं व बच्चियों से बलात्कार पर चिंता व्यक्त करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि आज कनीना, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और नारनौल की धरती के साथ खट्टर सरकार बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश का भला क्या खाक करेंगे भाजपाई आज खट्टर सरकार के शासन में गुंडे, बदमाश बर्बरता के साथ हमारी बच्चियों और बेटियों के साथ बलात्कार कर रहे हैं लेकिन खट्टर सरकार के कान पर जूं तक नही रेंगती। हम मुख्यमंत्री खट्टर, स्थानीय केंद्रीय मंत्री और स्थानीय विधायिका से जवाब चाहते हैं कि हरियाणा में कानून का शासन है या गुंडों का शासन है? हरियाणा में संविधान का शासन है या अनाचार का शासन है? क्या अनाचारहीन, भाजपा का सदाचार बन गया है? अगर मुख्यमंत्री खट्टर और भाजपा हमारी बेटियों, बच्चियों की सुरक्षा करने में असक्षम हैं, अगर खट्टर हरियाणा में कानून व्यवस्था सुधारने में असक्षम हैं तो आपको पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आपको एक मिनट भी गद्दी पर रहने का कोई हक नही है।

सुरजेवाला ने कहा कि इस सरकार में किसानों का सबसे अधिक शोषण किया गया है। किसानों को उनके फसलों के ही पूरे दाम नहीं दिए जा रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में किसानों की सरसों के भाव 1700 रुपये से बढ़कर 3050 रुपये तक चले गए थे। आज सरकार ने सरसों का रेट तो 4 हजार प्रति क्विंटल कर दिया, लेकिन किसानों की सरसों बिक रही है 3200 के भाव में। यही हाल बाजरे का है। बाजरा कांगेस के राज में 515 से बढ़कर 1250 रुपये के हिसाब से बिका तो इस सरकार में भाव 1400 के होने के बावजूद बाजरा 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। सुरजेवाला ने कहा कि यूरिया का कट्टा 6 माह में 25 फीसदी बढ़ाकर 1091 रुपये से 1290 रुपये कर दिया गया। इसी प्रकार यूरिया का कट्टा 50 किलो से घटाकर 45 किलो का कर दिया है। जबकि रेट बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि खाद पर 5 फीसदी, ट्रैक्टर पर 12 फीसदी, ट्रैक्टर टायर और स्पेयर पाट्र्स तथा कीटनाशक दवाओं पर 18 फीसदी जीएसटी लगाकर सरकार ने साफ कर दिया है कि उसका किसानों से कोई सरोकार नहीं है।

किसानों को कर्ज़ा राहत का समर्थन करते हुए सुरजेवाला ने पूछा कि जब चंद बड़े उद्योगपतियों के 2 लाख 83 हजार करोड़ रुपये के बैंक कर्जे माफ हो सकते हैं तो कर्ज के बोझ में दबे देश के अन्नदाता किसानों व मजदूरों का कर्जा क्यों माफ नहीं किया जा रहा।

सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में डीजल व पेट्रोल के दाम लगातार आसमान को छू रहे हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम प्रदेश में अब तक के सबसे ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। ऐसे में खट्टर सरकार ने डीजल व पेट्रोल के दामों में कमी लाने की बजाए इस पर वैट बढ़ाकर और महंगा कर दिया। सरकार ने डीजल पर वैट 9.24 फीसदी से बढ़ाकर 17.22 फीसदी किा तो पेट्रोल पर 21 फीसदी से बढ़ाकर 26 फीसदी कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 16 मई 2014 को हरियाणा में डीजल के दाम 55.49 रुपये थे, लेकिन आज बढ़कर 74 रुपये 75 पैसे हो गए हैं। यानि 19.26 फीसदी का इजाफा डीजल के दामों में हुआ है। इसी प्रकार 16 मई 2014 को पेट्रोल 71 रुपये था और अब करीब 12 फीसदी बढ़कर 82.96 रुपये हो गया है। मिट्टी का तेल 12 रुपये से बढ़कर आज 26 रुपये तक पहुंच गया है। गैस सिलेंडर कांग्रेस राज में लोगों को 414 रुपये में उपलब्ध होता था जो आज 754 रुपये में मिल रहा है। यानि की 430 रुपये की बढ़ोतरी। वहीं सबसीडी पर मिलने वाले गैस सिलेंडर के दाम भी 84 रुपये बढ़ाकर 412 से 496 रुपये कर दिए गए हैं।

इनेलो पर प्रहार करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इनेलो हमेशा से ही बीजेपी के साथ रही है। यह केवल प्रदेश की जनता को बरगलाने का काम कर रही है। चौटाला व बीजेपी एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं। राष्ट्रपति चुनाव, उपराष्ट्रपति चुनाव या फिर राज्य सभा के उपाध्यक्ष को चुनने का मामला हो, इनेलो ने हमेशा से बीजेपी का साथ दिया। यहां तक की प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान तो इनेलो के सांसद वोट डालने ही नहीं आए, बल्कि भाग गए।इस अवसर पर पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य, महिला कांग्रेस की अध्यक्षा सुमित्रा चौहान, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, हरियाणा कृषक समाज अध्यक्ष ईश्वर नैन, सतबीर भाणा, करमवीर मायना, वीरेंद्र जागलान, दीपक देशवाल, विजेन्द्र माजरा, मोहम्मदी बेगम, इब्राहिम इजीनियर, अनिल शर्मा आदि कांग्रेस के नेताओं ने भी संबोधित किया।

Haryana Government has issued transfer or posting orders of 7 IAS officers, with immediate effect.

Chandigarh, September 23 :

Haryana Government has issued transfer or posting orders of 7 IAS officers, with immediate effect.

Navraj Sandhu, Additional Chief Secretary (ACS), Cooperation and Vigilance departments has been posted ACS, Agriculture and Farmers’ Welfare department and she will also look after the charge of ACS, Vigilance, while Jyoti Arora, ACS, Higher Education and Technical Education departments has been posted ACS, Cooperation.

Anurag Agarwal, Director General and Secretary, Higher Education department has been posted Principal Secretary (PS), Higher Education and he will also look after the charge of  PS, Technical Education department.

Pankaj Agarwal, Director General, Supplies and Disposals, Transport Commissioner and Secretary, Transport department has been posted Director General, Supplies and Disposals. He has been given additional charge of Transport Commissioner and Secretary, Transport department and Director General, State Transport and Secretary, Transport Department.

A.Sreenivas, awaiting orders of posting has been posted Director and Special Secretary, Higher Education and he will also look after the charge of Director and Special Secretary, Technical Education vice Rippudaman Singh Dhillon who will be the Managing Director, Haryana Warehousing Corporation Ltd relieving Ramesh Chander Bidhan of the said charge.

Atul Kumar, Deputy Commissioner, Faridabad has been given additional charge of Commissioner, Municipal Corporation Faridabad during the leave period of Mohammed Shayin

वर्ष 2018 का छत्रपति अवॉर्ड चंडीगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक को

 

चंडीगढ़ । 23 सितंबर :

बुलंद युवा परिवार जुलाना जींद द्वारा सिरसा के वरिष्ठ पत्रकार अमर शहीद रामचंद्र छत्रपति के शहादत दिवस पर छत्रपति अवॉर्ड 2018 का वार्षिक सम्मान समारोह चंडीगढ़ प्रेस क्लब आयोजित किया गया इस सम्मान समारोह में प्रमुख समाजसेवी रोहित दलाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि जिला अटार्नी मुख्य सचिव हरियाणा सरकार अमित परमार ,पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व संयुक्त सचिव दीपशिखा अरोड़ा, वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार नलिन आचार्य ने की समारोह में वर्ष 2018 का छत्रपति अवॉर्ड चंडीगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक को दिया गया। प्रोग्राम में प्रमुख वक्ता के रूप में पहुंचे रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंसुल छत्रपति, एडवोकेट लेखराज, पत्रकार नलिन आचार्य ने छत्रपति के जीवन पर प्रकाश डाला समारोह में कार्यक्रम के संयोजक रामभज शर्मा ने भी छत्रपति की पत्रकारों को निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करने का आवान किया प्रोग्राम के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम रामचंद्र छत्रपति की याद में हर साल दिया जाता है इसके साथ साथ सामाजिक व अलग अलग क्षेत्रो में कार्य करने वाले को सम्मानित किया जाता है।
साध्वी यौन शोषण मामले को उजागर करने वाले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की याद में शुरू किया गया ‘छत्रपति अवार्ड-2018’ वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक को दिया गया.तक्षक को सम्मान के तौर पर एक प्रशस्ति पत्र और शॉल भेंट किया गया. इस मौके पर छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि साध्वी यौन शोषण मामला सबसे पहले छत्रपति ने सिरसा से छपने वाले अपने दैनिक अखबार ‘पूरा सच’ में प्रकाशित किया था. सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की तरफ से इस तरह की ख़बरें छापे जाने पर छत्रपति को जान से मारने की धमकियां मिलीं, लेकिन उन्होंने धमकियां मिलने के बावजूद ख़बरें छापना बंद नहीं किया. कलम को धार देने की कीमत छत्रपति को अपनी जान दे कर चुकानी पड़ी. वर्ष 2002 में उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई.
साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख बाबा गुरमीत सिंह राम रहीम को पंचकूला सीबीआई कोर्ट से 10-10 साल की सजा सुनाई जा चुकी है. इस समय बाबा रोहतक की सुनारियां जेल में सजा काट रहे हैं. छत्रपति की हत्या का मामला भी सीबीआई कोर्ट में विचाराधीन है. छत्रपति सम्मान समारोह में बोलते हुए उनके बेटे अंशुल छत्रपति ने उम्मीद जताई कि उन्हें अदालत से इन्साफ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन्साफ के लिए लड़ी जा इस लड़ाई में उन्हें बहुत-सी बाधाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन मेरा मानना है कि जीत आखिर इन्साफ की ही होती है. उन्होंने कहा कि छत्रपति के हत्यारों को उनके किये की सजा मिल कर रहेगी. इस लड़ाई में साथ देने के लिए उन्होंने चंडीगढ़ के मीडिया का दिल से आभार व्यक्त किया.
सम्मान समारोह में तक्षक ने कहा कि छत्रपति ने साध्वी यौन शोषण मामला उजागर कर ईमानदारी से अपने पत्रकारिता धर्म का पालन किया था. धमकियों के बावजूद न उनकी कलम झुकी और न रुकी, भले ही उन्हें अन्याय के खिलाफ कलम चलाने के लिए अपनी शहादत देनी पड़ी. उन्होंने कहा कि छत्रपति ने बड़ा जज्बा था अगर यह जज्बा पत्रकारिता के पेशे में कायम रहना चाहिए ताकि हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभा सकें. इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक और बुलंद युवा परिवार के संयोजक रवि शंकर शर्मा ने कहा कि छत्रपति की याद में जुलाना से प्रज्ज्वलित की गई मशाल चंडीगढ़ पहुंच गई है और अगले साल छत्रपति अवार्ड-2019 के लिए सम्मान समारोह का आयोजन दिल्ली में किया जाएगा.
इसके अलावा समाज रत्न डॉक्टर सोनिया, युवारत्न पल्लवी शर्मा, साहित्य रत्न राजवंती मान, खेल रतन विकास राणा, पंडित विनोद पवार को कला रत्न अवॉर्ड, चंडीगढ़ की शशि मेहरा को प्रेरणा रत्न अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ कला रतन मुस्कान शर्मा को और सर्वश्रेष्ठ निर्देशन अवॉर्ड मुकेश लोहट जींद को दिया गया इसके साथ साथ समारोह में सामाजिक गतिविधियों से जुड़े पत्रकारों साहित्यकार और समाजसेवी को भी बुलंद युवा परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। अमर उजाला में वरिष्ठ पत्रकार गोविंद परवाना को बेस्ट रिपोर्टर के अवार्ड से नवाजा गया।

वसुंधरा राजे को ‘सिरोही’ में चुनौती देंगे सचिन

सिरोही जिले के सरूपगंज में आदिवासी सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा करते पूर्व विधायक संयम लोढ़ा।


 कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट सोमवार को सरूपगंज में आदिवासी सम्मेलन के माध्यम से वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा को चुनौति देंगे। इसी मैदान में जहां वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा के दौरान मात्र तीन-चार हजार लोग एकत्रित हो पाए थे, वहीं कांग्रेस का इसी मैदान में दस हजार आदिवासी समुदाय के लोगों को एकत्रित करने का लक्ष्य है।


कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट सोमवार सवेरे दस बजे सरूपगंज कस्बे के बाहर हाइवे पर बजरंग चैराहा स्थित मैदान में आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करेंगे। आदिवासी सम्मेलन की अध्यक्षता प्रदेश अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष शंकरलाल मीणा करेंगे।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष जीवाराम आर्य ने बताया कि सम्मेलन की तैयारियो को लेकर जिले के आदिवासी बाहुल्य आबूरोड़, पिण्ड़वाड़ा, सरूपगंज क्षैत्र में कांग्रेस के नेताओ व कार्यकर्ताओं ने व्यापक जनसम्पर्क किया है। तैयारियो को अन्तिम रूप देने के लिए आज रविवार को पूर्व विधायक एवम् अखिल भारतीय कांग्रेस के सदस्य संयम लोढ़ा ने भी दिनभर सरूपगंज में अपना डेरा डाले रखा एवम् व्यवस्था में लगे कार्यकर्ताओं से जानकारी ली।

जन सम्पर्क में अनुसूचित जनजाति विभाग के जिलाध्यक्ष निम्बाराम गरासिया, पूर्व सांसद प्रत्याषी संध्या चैधरी, जिला कांग्रेस महामंत्री हमीद कुरैशी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हरीश चैधरी, पूर्व सांसद भारताराम मेघवाल, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष रशीद खांन, प्रेमाराम देवासी, सुधीर अग्रवाल, दौलाराम गरासिया, कपुराराम मीणा, राकेश रावल सहित कई जनप्रतिनिधियों ने सम्पर्क किया।
कार्ड में नाम को लेकर विवाद
इस कार्यक्रम के लिए छपवाए गए आमंत्रण पत्र पर प्रकाशित नाम को लेकर विवाद की स्थिति बनी। इस कार्ड में रेवदर विधानसभा से वर्ष 2013 में कांग्रेस के प्रत्याशी लखमाराम कोली का नाम प्रकाशित है। इनके नाम के आगे रेवदर विधानसभा प्रत्याशी लिखा है। इसे लेकर नीरज डांगी के गुट द्वारा आपत्ति जताने की जानकारी सामने आई है।

इनकी दलील है कि नीरज डांगी की अवहेलना करते हुए लखमाराम कोली को पहले ही रेवदर विधानसभा क्षेत्र के लिए वर्ष 2018 के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। वहीं पूर्व विधायक लालाराम गरासिया का नाम नहीं होने व तीनों विधानसभा के प्रभारियों के नाम नहीं होने को लेकर भी जिला प्रभारी व पीसीसी सचिव जगदीश शर्मा को आपत्ति दर्ज करवाई है।

वैसे एक दलील यह भी दी जा रही है कि कांग्रेस में यह प्रोटोकाॅल है कि किसी भी चालू विधानसभा सत्र के हारे हुए प्रत्याशी को पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में उस विधानसभा क्षेत्र के एमएलए की तरह का ही स्थान दिया जाता है। ऐसे में लखमाराम कोली का नाम भी इसी प्रोटोकाॅल का हिस्सा बताया जा रहा है।

अति पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन को फालना में करेंगे संबोधित
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सरूपगंज के सम्मेलन के बाद फालना रोड पर संभाग स्तरीय विशेष पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रदेश सचिव सोमेन्द्र गुर्जर ने बताया कि निंबेश्वरजी महादेव मंदिर के पास निंबेश्वर-फालना रोड़ पर सरस डेयरी के सामने स्थित चंवरी रिसोर्ट गार्डन पर यह महासम्मेलन होगा।

राहुल और ओलांद के मध्य कुछ तो ज़रूर है : जेटली


  • वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयानों को देखकर लगता है कि दोनों के बीच जरूर कोई न कोई संबंध है।  

  • दोनों ही सत्ता से बहार और रफेल डील के पुराने सहयोगी हैं


जेटली ने रविवार को सोशल मीडिया पर ओलांद के इस बयान के संदर्भ में यह टिप्पणी की है जिसमें फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा था कि उनकी सरकार ने प्रसिद्ध उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को राफेल सौदे का सहयोगी बनाने के लिए प्रस्ताव नहीं सुझाया था बल्कि भारत सरकार ने सुझाया था।

वित्त मंत्री ने कहा कि गांधी ने 30 अगस्त को कहा था कि यह वैश्विक भ्रष्टाचार है और ये विमान सिर्फ दूर तक ही नहीं उड़ेंगे बल्कि आने वाले दिनों में ये बंकर ध्वस्त करने वाले बम भी बरसाएंगे। गांधी का यह बयान राफेल के बारे में ओलांद के प्रारंभिक बयानों से मेल खाता है।

वित्त मंत्री ने फेसबुक पर जारी अपने पोस्ट में कहा है कि 31 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के टि्वटर हैंडल पर कहा गया कि इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि उद्योगपति अनिल अंबानी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति को उनकी अभिनेत्री सहयोगी के जरिए दसाल्ट से काम लेने के बदले रिश्वत दी है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बयान में खुद अंतर्विरोध है। एक तरफ तो वह कहती है कि ओलांद को भारत की एक कंपनी ने राफेल ठेका पाने के लिए रिश्वत दी और अब उनको इस सौदे में गवाह के रूप में इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने कहा कि ओलांद अपनी सहयोगी तथा फिल्म निर्माता जूली गात से कथित संबंधों के कारण खुद चर्चा में हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि जूली की फिल्म में सहयोग के जरिए अम्बानी की कंपनी ने ओलांद को रिश्वत दी थी।

‘बेल पर बाहर राहुल गांधी और उनका परिवार भारत में भ्रष्टाचार का प्राथमिक स्रोत है. आज ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल डील में आरोप लगा रहे हैं, जिन्होंने भारत को आजाद भारत के बाद सबसे सच्चा प्रशासन दिया है.’ पीयूष गोयल


कांग्रेस अध्यक्ष को लगता है कि अपनी बेदाग और ईमानदार छवि को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है और एक बार अगर यह छवि धूमिल हो गई तो उनके लिए आगे के चुनावों में राह आसान हो जाएगी. यही वजह है कि इस बेदाग और ईमानदार छवि पर बार-बार प्रहार करने की कोशिश हो रही है.


वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल सौदे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है, ‘राहुल गांधी को कोई भी बात एक बार में समझ में नहीं आती है. उनकी समझने की क्षमता कम है.’ राहुल गांधी पर तंज कसते हुए अरुण जेटली ने उनकी भाषा पर भी सवाल उठाए हैं.

जेटली ने कहा, ‘यह एक घोटाला कैसे हो सकता है यदि एक दर्जन भारतीय कंपनियां कहती हैं कि 56,000 करोड़ रुपए के अनुबंध के लिए ऑफसेट 28,000 करोड़ रुपए होने जा रहे हैं. मैं उन 20 में से एक बनना चाहता हूं जो ऑफसेट आपूर्ति करने जा रहे हैं? हर किसी को 2000 से 4000 करोड़ रुपए मिलेंगे. यह कैसे अप्रासंगिक है.’

जेटली ने राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए साफ कर दिया है, ‘राहुल कितने भी आरोप लगा लें राफेल सौदा रद्द नहीं होगा.’

राहुल गांधी की तरफ से राफेल सौदे में गड़बड़ी का आरोप सीधे प्रधानमंत्री पर लगाया जा रहा है

राफेल सौदे में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले 30 अगस्त को एक ट्वीट किया था जिसमें फ्रांस से बहुत सारे बम फूटने की बात कही गई थी. अरुण जेटली ने राहुल गांधी के उस ट्वीट और उसके बीस दिन बाद फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान के बीच की कड़ी को जोड़ने की कोशिश की है.

राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान पर उन्होंने कहा, ‘मुझे बिल्कुल हैरानी नहीं होगी अगर यह सब पहले से ही सुनियोजित निकलेगा. 30 अगस्त को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘पेरिस में कुछ धमाके होने वाले हैं’ और उसके बाद वही हुआ जैसा कि उन्होंने कहा था.’

गौरतलब है कि फ्रांस की सरकार ने अपने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के उलट एक बयान जारी कर डील में किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया था. फ्रांस सरकार के रुख के बाद अब सरकार इस मुद्दे पर ओलांद के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस के हमले की धार कुंद करने की कोशिश कर रही है.

पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार में राफेल विमानों की डील को यूपीए सरकार के वक्त हुए सौदे से काफी महंगा सौदा बताते हुए घोटाले का आरोप लगाया है. जिसके जवाब में बीजेपी भी अब काफी आक्रामक होकर जवाब दे रही है. बीजेपी ने इसके लिए सरकार के मंत्रियों को मैदान में उतार दिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली से लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल तक सबने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

राहुल गांधी की तरफ से राफेल सौदे में गड़बड़ी का आरोप सीधे प्रधानमंत्री पर लगाया जा रहा है. कांग्रेस की यह रणनीति मोदी सरकार के कार्यकाल में किसी तरह के घोटाले नहीं होने और किसी तरह का दाग नहीं होने के दावे को खोखला साबित करने की है. कांग्रेस अध्यक्ष को लगता है कि अपनी बेदाग और ईमानदार छवि को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है और एक बार अगर यह छवि धूमिल हो गई तो उनके लिए आगे के चुनावों में राह आसान हो जाएगी. यही वजह है कि इस बेदाग और ईमानदार छवि पर बार-बार प्रहार करने की कोशिश हो रही है.

रणदीप सुरजेवाला के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 

बीजेपी भी पार्टी और सरकार के अपने सबसे बड़े चेहरे पर इस तरह के हमले को लेकर तिलमिलाई हुई है. बीजेपी राहुल गांधी के हमले को सफेद झूठ बता रही है. यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस के झूठ बार-बार बोलने का जिक्र किया था. अब पार्टी नेता और सरकार के मंत्री राहुल गांधी पर उसी भाषा में जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.

राहुल गांधी के ‘देश का चौकीदार चोर है’ के बयान पर अरुण जेटली ने पलटवार किया है. जेटली ने कहा है, ‘पब्लिक डिसकोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं है, कभी आप किसी को गले लगा लो, आंख मारो, फिर गलत बयान 10 बार देते रहो. लोकतंत्र में प्रहार होते हैं लेकिन शब्दावली ऐसी हो जिसमें बुद्धि दिखाई दे.’

बीजेपी की तरफ से अपने मंत्रियों की पूरी टीम को मोर्चे पर लगा दिया

राहुल के इस बयान पर रक्षा मंत्री ने भी हमला बोला है. निर्मला सीतारमण ने तो गांधी-नेहरु परिवार को ही कठघरे में खड़ा करते हुए ट्वीट किया है. निर्मला सीतारमण ने कहा  है, ‘कांग्रेस और राहुल गांधी ने कई बार प्रधानमंत्री के खिलाफ झूठ और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. यह उनके सत्ता से दूर रहने की निराशा को प्रकट कर रहे हैं. हमारी सरकार में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ. इसमें कोई हैरानी नहीं है कि #RahulkaPuraKhandanChor है.’

Nirmala Sitharaman

@nsitharaman

The @INCIndia & Shri. @RahulGandhi repeat untruth several times and use brazen & abusive language about @PMOIndia @narendramodi. They betray their sense of desperation in being out-of-power. In our govt there is no corruption. No wonder today the buzz is

Hardeep Singh Puri

@HardeepSPuri

From the Jeep Scam of 1948 when Nehru was the PM, to Indira Gandhi’s infamous election scandal of 1971 among others. From Rajiv Gandhi’s Bofors deal to a barrage of scams, frauds & scams of UPA. The family has kept itself busy with self-development. #RahulKaPuraKhandanChor

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रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी राहुल के प्रधानमंत्री पद दिए बयान पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया है. गोयल के मुताबिक, ‘बेल पर बाहर राहुल गांधी और उनका परिवार भारत में भ्रष्टाचार का प्राथमिक स्रोत है. आज ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल डील में आरोप लगा रहे हैं, जिन्होंने भारत को आजाद भारत के बाद सबसे सच्चा प्रशासन दिया है.’ पीयूष गोयल के अलावा सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और दूसरे कई नेताओं ने भी राहुल गांधी के बयान पर जवाब दिया है.


Piyush Goyal

@PiyushGoyal

Out on bail Rahul Gandhi & his family have long been the primary source of corruption in the country. They are today blaming Hon’ble PM Narendra Modi in the Rafael deal, who has given India its most honest administration since Independence.

लेकिन, इस पूरी लड़ाई और वाद-विवाद से एक बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अब कांग्रेस और बीजेपी दोनों में यह लड़ाई परसेप्शन की हो गई है. यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगाकर बीजेपी ने मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ माहौल तैयार किया था. पार्टी को इस मसले पर काफी हद तक सफलता भी मिली थी.

अब कांग्रेस की तरफ से भी कुछ इसी तरह की कहानी दोहराने की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का लगातार प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलना कांग्रेस की उसी रणनीति को दिखाता है. कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा उसके प्रवक्ताओं की पूरी टीम इस मसले पर हमलावर है. जिसके जवाब में अब बीजेपी की तरफ से अपने मंत्रियों की पूरी टीम को मोर्चे पर लगा दिया गया है.

लेकिन, कांग्रेस को यह समझना होगा कि तथ्यों के बगैर महज आरोप लगाने भर से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि अभी भी परसेप्शन के मामले में मोदी की छवि काफी बेहतर है.

पंजाब में आआपा  कि शर्मनाक हार

अरविन्द केजरीवाल का फाइल फोटो


मोहाली में अकालि दल के लोगों ने बारिश के बीच खरड़ हाईवे जाम कर दिया था, नेताओं का आरोप था कि पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान कांग्रेस की ओर से मतों की गिनती में गड़बड़ी हुई है


पंजाब में आम आदमी पार्टी को नगर निगम चुनावों की तरह जिला परिषद व ब्लॉक समिति के चुनावों में भी हार का सामना करना पड़ा है. ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने ही जीत हासिल की है. वहीं मजीठा विधानसभा इलाके को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में अकाली दल को करारी हार मिली है. आम आदमी पार्टी का तो लगभग सफाया ही हो गया है. यहां तक कि सांसद भगवंत मान के संगरूर इलाके में भी आआपा  की शर्मनाक हार हुई है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शिरोमनी अकाली दल व आप के लिए यह स्थिति चिंतित करने वाली हो सकती है.

 

जिन जिला परिषदों पर कांग्रेस ने 100 फीसदी सीटों पर कब्जा किया है उनमें जिला लुधियाना, गुरदासपुर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, बठिंडा और मानसा शामिल हैं. यहां से अकाली दल व आप का पूरी तरह सफाया हो चुका है. नतीजों के बाद कुछ जगहों पर अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की थी. मोहाली में अकालियों ने बारिश के बीच खरड़ हाईवे जाम कर दिया था. नेताओं का आरोप था कि पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान कांग्रेस की ओर से मतों की गिनती में गड़बड़ी की गई है. शिरोमनी अकाली दल के राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ने ढींडसा की ओर से गोद लिए गांव गुलाड़ी (संगरूर) में जीत दर्ज की है.

ढींडसा ने कहा कि लोगों ने बता दिया है कि वह विकास को तरजीह देंगे. आआपा की करारी हार का आलम ऐसा रहा कि सांसद भगवंत मान के इलाके में भी लगभग सभी उम्मीदवार हार गए. जिला परिषद के चुनाव में आआपा पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई. ब्लॉक समिति की 193 सीटों में से पार्टी ने सिर्फ 50 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी खड़े किए थे लेकिन वहां भी हार गई. रूपनगर में आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ की बहन सुरिंदर कौर को भी हार का सामना करना पड़ा है. वह ब्लॉक समिति चुनाव में तख्तगढ़ जोन से खड़ी हुई थीं और तीसरे स्थान पर रही थीं.

जिस भी नेता के साथ भाजपा जुल्म और ज्यादती करेगी हम उसे कांग्रेस में शामिल कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे: प्रतापसिंह खाचरियावास

बाड़मेर के विधायक मानवेंद्र सिंह के बीजेपी छोड़ने के ऐलान के बावजूद पार्टी को उनके इस्तीफे का इंतजार है. वहीं कांग्रेस मानवेंद्र को गले लगाने को बेताब दिखाई दे रही है. जानकारों का मानना है कि मानवेंद्र के भाजपा छोड़ने के बाद अब मारवाड़ की राजनीति में नए जातीय और सामाजिक समीकरण बनकर उभरेंगे. इन समीकरणों में उनकी भूमिका अहम होगी.

मानवेन्द्र सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद सीएम वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान झुंझूनूं में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी स्वाभिमान रैली से अनजान बनते दिखाई दिए. मानवेंद्र सिंह के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर सैनी का कहना है कि उन्हें अभी तक सिंह का इस्तीफा नहीं मिला है. उनके पार्टी छोड़ने की उन्‍हें कोई खबर नहीं है.

स्वाभिमान रैली में गूंजे थे कांग्रेस जिंदाबाद के नारे:

इधर मानवेंद्र की स्वाभिमान रैली के बाद कांग्रेस उत्साहित दिखाई दे रही है. सिंह की स्वाभिमान रैली में कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे खूब गूंजे थे. लिहाजा कांग्रेस के नेता पलक पावड़े बिछाकर उनका पार्टी में स्वागत करने को बेताब नजर आ रहे हैं. कांग्रेस नेता प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा मानवेंद्र सिंह जैसे नेताओं के लिए कांग्रेस में दरवाजे खुले हैं. जिस भी नेता के साथ भाजपा जुल्म और ज्यादती करेगी हम उसे पार्टी में शामिल कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे.

वहीं जानकार मानते हैं कि मानवेंद्र इस चुनाव में मारवाड़ की राजनीति में अहम किरदार साबित होंगे.

सिंह जल्द शुरू करेंगे अपना नया सियासी सफर:

मानवेन्द्र अपनी धन्यवाद यात्रा के बाद जल्द नए सियासी सफर का आगाज करेंगे. मानवेन्द्र का रास्ता कांटों भरा जरूर है, लेकिन उनके पास गिनाने के लिए भाजपा की नाइंसाफी है और हासिल करने के लिए जनता की सहानूभूति. नतीजे चाहे जो हों, मगर मारवाड़ की राजनीति में उनकी भूमिका खासी महत्वपूर्ण होने वाली है. उल्लेखनीय है कि मानवेन्द्र सिंह ने शनिवार को बाड़मेर के पचपदरा में स्वाभिमान रैली में बीजेपी छोड़ने की घोषणा कर दी थी.

वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है : जनरल बिपिन रावत


विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी.


विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. जहां वह अपने वैश्विक समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें करेंगी. हालांकि इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी. वहीं इस मामले को लेकर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इसका समर्थन किया है.

पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने के सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए बिपिन रावत ने कहा कि वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है. रावत ने कहा कि पाकिस्तान के जरिए संघर्षविराम के बावजूद सीमापार से घुसपैठ जारी है. उन्होंने कहा कि यह जारी रहने नहीं दी जा सकती और आतंकवादियों को घाटी में शांति बाधित करने से रोकने के लिए उचित कदम उठाना होगा.

बैठक रद्द

दरअसल, पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच बैठक होनी थी. भारत के जरिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव को स्वीकार किया जा चुका था. लेकिन जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और इस्लामाबाद के आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करते हुए डाक टिकट जारी करने का हवाला देते हुए भारत ने इस बैठक को रद्द कर दिया था. जिसके कारण अब सुषमा स्वराज पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगी.

इस दौरान सुषमा 29 सितंबर की सुबह महासभा को संबोधित करेंगी. इसके अलावा वह पूरे सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर कई बैठकों और चर्चाओं में भाग लेंगी. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के नेता वैश्विक निकाय को संबोधित करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप महासभा को 25 सितंबर को संबोधित करेंगे. ट्रंप का महासभा का यह दूसरा संबोधन होगा. इसके अलावा पाकिस्तान के महमूद कुरैशी 29 सितंबर की दोपहर संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.

Maoist killed a sitting and one former MLA From Telugudesham at Vishakhapatnam

TDP MLAs S. Somma (left) and K. Sarveswara Rao.

K. Sarveswara Rao and S. Soma of TDP were reportedly ambushed by a group of 50-60 Maoists

In the first major strike in many years in Andhra Pradesh, the outlawed CPI (Maoists) on Sunday shot dead a sitting MLA and a former MLA, both from the ruling TDP, in Araku area in Vishakhapatnam district, police said.

The incident occurred at Lippitiputta village under Dambriguda mandal when Araku sitting MLA Kidari Sarveswara Rao and former MLA Siveri Soma went to take part in a ‘grama darsini’ (village visit) programme, they said.

“A group of Maoists came along with the villagers and blocked the MLA’s car. As the personal security officers of the legislator and the ex-legislator got down, they snatched the AK-47 rifles from them and shot Sarveswara Rao and Soma dead,” Visakhapatnam Range Deputy Inspector General of Police Ch Srikanth said.

He said the exact number of Maoists involved in the attack and the reasons for shooting down the legislator were being ascertained.

Police sources, however, suspect that a group of about 50-60 outlaws led by Maoists Andhra-Odisha Border Committee secretary Ramakrishna could be involved in the deadly attack. They reportedly engaged the MLA in a conversation for some time before shooting them dead, the sources added.

As Chief Minister N. Chandrababu Naidu is currently flying to New York, officials in the Chief Minister’s Office spoke to Visakhapatnam district collector and superintendent of police seeking details of the incident, a CMO spokesperson said. Deputy Chief Minister (Home) N. China Rajappa, and DGP (in charge) Harish Kumar Gupta have rushed to the spot, it said.

Sarveswara Rao won as the YSR Congress candidate in 2014, but he later voted to the TDP.