Entire nation will mark respect to ‘Atal Ji’ on his demise

Chandigarh, 16th August 2018:

All offices/ Boards/ Corporations of Chandigarh Administration and Educational Institutions of the Union Territory and Panjab University Campus and all its affiliated colleges of Chandigarh and Punjab shall remain closed on 17.08.2018 as a mark of respect to Sh Atal Bihari Vajpayee, former Prime Minister of India

Punjab & Haryana High court along with Vidhan Sabha  of both states has also notified about the holiday.

Haryana and Punjab has declared 17 August as holiday under negotiable instrument act.

Examination, meeting and other related activities also stand postponed till new dates announced by the University in this regard

ह्यूमन लाइफ स्कूल के बेघर घुमंतू बच्चों ने धूमधाम के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस, मिला जनसहयोग

15 अगस्त , जयपुर . अनाथ, बेघर, घुमंतू एवं झुग्गी बस्तियों में रहने वाले अत्यंत निर्धन एवं सुविधाहीन गरीब परिवारों के शिक्षा से वञ्चित बच्चों को शिक्षित बनने एवं नशामुक्ति के क्षेत्र में कार्य करने वाली प्रमुख समाज सेवी संस्था “ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन” द्वारा स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया . इस कार्यक्रम में फाउंडेशन द्वारा प्रतापनगर एवं महल रोड (जगतपुरा) जयपुर क्षेत्र में स्थित झुग्गी बस्तियों में निःशुल्क संचालित “ह्यूमन लाइफ स्कूल” (चैरिटी स्कूल) की दोनों शाखाओं में पढने वाले कुल ७५ गरीब बच्चों ने भाग लिया.
कार्यक्रम की शुरुआत धजारोहण फिर राष्ट्रगान और पुनश्च कार्यक्रम अध्यक्ष रेणु सिंह द्वारा भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ हुए के साथ हुई. इस अवसर बच्चों की सत्प्रेरणा एवं सहयोग के लिए मुख्य अतिथि सरदार श्री के .पी. सिंह (गारमेंट एक्सपोर्टर), कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीमति रेणु सिंह, विशिष्ट अतिथि लोयंस क्लब के श्री बी.पी मूंदड़ा (सी.ए) एवं श्रीमति सीमा दया सहित श्रीमति सीमा चौधरी, श्रीमति बगडा, श्रीमति सुधा मूंदड़ा, श्री प्रदीप जैन सी.ए., श्री ओमप्रकाश गुप्ता, श्री अशोक अग्रवाल जैसे समाज के कई गणमान्य नागरिक व्यक्ति उपस्थित थे. ध्वजारोहण के बाद संस्था के सक्रिय सदस्य श्री ललित जैन, हेमराज चतुर्वेदी एवं रेखा मैडम द्वारा समस्त अतिथियों का माल्यार्पण करके स्वागत किया गया.
इस कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और कविता, देशभक्ति गाने, भारतमाता के भजन एवं देशभक्ति गीतों पर नृत्य परफॉरमेंस करके माहौल को देशक्तिमय बना दिया. छोटे छोटे की परफॉरमेंस देखकर समस्त अतिथि, स्रोता एवं उपस्थित बच्चे, देशप्रेम की भावना से ओतप्रोत हो गए. जब बच्चों ने जब ‘जागो तो इक बार जागो जागो रे’… गाने का संयुक्तगायन किया तो सभी बच्चो में देशभक्ति और देश पर मर मिटने जज्बा पैदा हो गया. घूमर .., लहरियों सतरंगी…. देश रंगीला रंगीला…. सुनो गौर से दुनिया वालो…. जैसे मधुर गीतों पर बच्चों की डांस परफॉरमेंस को देखकर सभी अतिथियों ने बहुत तारीफ की, इस अवसर पर बच्चों ने प्राणायाम एवं कठिन कठिन योगासन करके भारतमाता की जय और वन्देमातरम् के नारे लगाये. जिन बच्चों ने कार्यक्रम में भाग लिया उन सभी बच्चों को मुख्यातिथि की ओर से पानी की बोतलें गिफ्ट की गई.
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि श्री के पी सिंह जी ने बच्चो को संवोधित करते हुए कहा की पढ़ लिखकर ही तुम आगे बढ़ सकते हो इसलिए पढाई को जीवन का नित्य हिस्सा बनाना. विशिष्ट अतिथि लोयंस क्लब के श्रीमति मूंदड़ा ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उदाहारण देकर गरीब श्री बच्चों को भांति भांति से बच्चों को आगे बढ़ने एवं हर समय चहरे पर खुशी बनाये रखने के लिए प्रेरित किया..और घुमंतू एवं गरीव तबके के लिए ट्रस्ट द्वारा किये जारहे सेवाकार्यों को महान एवं राष्ट्रनिर्माण का कार्य बताकर ट्रस्ट के फाउंडर हेमराज चतुर्वेदी एवं सम्पूर्ण टीम की बहुत तारीफ की. , इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि श्रीमति सीमा दया ने सेवा कार्य को प्रसंसनीय बताया और बच्चो के की शिक्षा , स्वस्थ एवं स्वच्छता पर बल देने हुए बच्चो को निरोग रहने एवं बड़े होकर देश सेवाका सन्देश दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही श्रीमति रेनू सिंह ने बच्चो को अशिक्षा ,कुपोषण जैसी समस्याओं पर बल देते हुए शिक्षा लेने वाले एवं इन बच्चों को दोपहर के भोजन की उपलब्धता पर बल दिया और इस हेतु संस्था की स्वयं की किचिन सेटअप करने के लिए उन्होंने कुछ बर्तन भी भेंट किये. जिससे की फ़ूड रिलीफ कार्य को गति मिलसके किया जा सके.
राष्ट्रीय पर्व पर खुसी के इस अवसर पर कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चो को मुख्य अतिथि जी के आर्थिक सहयोग से मिठाई, फल, फ्रूटी जूस, श्री मूंदड़ा की ओर से पानी की बोतलें, स्कूल गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार की ओरे से सभी बच्चों को पेंसिल बॉक्स वितरित किये गए. इन सबको पाकर बच्चे बहुत ही खुश और आनंदित हुए. आज उनके अन्दर भी हमने देश के के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा आसानी से देखा जा सकता था. और भारतीय समाज में वैचारिक परिवर्तन हो रहा है , हिन्दू समाज के हृदय में सेवाकार्यो के प्रति सकारात्मकता आने लगी है इसका उदहारण तब देखने को मिला जब हमारे एक पडौसी ने जगदीश की प्रसादी के नातेसभी बच्चों को खाना भी खिलाया… तो फिर बात ही क्या है ? बच्चे भी खुश….. और बाँटने बाले भगत भी खुश … और भगवान भी खुश… और हम भी खुश !
ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन के फाउंडर हेमराज चतुर्वेदी ने बताया कि ट्रस्ट के सेवा कार्यों से प्रभावित होकर अतिथियों ने स्कूल को आर्थिक सहयोग भी दिया. श्री प्रदीप जैन सी.ए., श्री ओमप्रकाश गुप्ता एस .ई. एवं श्री अशोक अग्रवाल जी तीनों सहयोगियों ने मिलकर ११,०००/- रूपये का सहयोग प्रदान किया. इसी तरह श्रीमति बगडा ने भी ५०००/- का सहयोग देकर दूसरों सक्षम लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं.
हेमराज चतुर्वेदी ने कार्यक्रम के अंत में सभी सहयोगियों, अतिथियों , बच्चों, शिक्षिकों एवं वोलुन्टीयरस को धन्यवाद् एवं स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी.

Atal Bihari Vajpayee Left for Heavenly Abode

 

Atal Bihari Vajpayee ,93, left for Heavenly Abode  today at05:05  pm  according to an official declaration .

 

Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee continues to be on life support system since Wednesday and as per hospital sources at the All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) his condition “is very critical”.

A press release from the AIIMS on Thursday morning said: “Former Prime Minister Shri Atal Bihari Vajpayee’s condition continues to be the same. He is critical and is on life support systems.”

On August 16 morning, Prime Minister Narendra Modi visited AIIMS to enquire about the health condition of Mr. Vajpayee, his second visit in less than 24 hours. Mr. Modi had visited the hospital on Wednesday evening to enquire about the BJP leader’s condition.

On Thursday morning, Vice-President M. Venkaiah Naidu and BJP leaders, including Home Minister Rajnath Singh, party president Amit Shah and BJP veteran L.K. Advani, also visited the AIIMS to enquire about him.

Atal Bihari Vajpayee was an iconic leader of the Bharatiya Janata Party (BJP), known for his cultural moderation, liberalism and political reasonableness. He became the Prime Minister of India thrice. It was during his tenure that India successfully conducted nuclear tests at Pokhran and renewed hopes for peace between India and Pakistan emerged with the start of the New Delhi-Lahore bus service. His government has been till date the only non-Congress government to stay in power for five years. Besides being a seasoned politician and outstanding parliamentarian, Atal Bihari Vajpayee is also a renowned poet and a highly popular personality across the political spectrum.

The Narendra Modi Government has announced the conferment of Bharat Ratna on former prime minister Atal Bihari Vajpayee. His birthday on 25 December has been declared as ‘Good Governance Day’. Famous for his oratorical skills.

Early life

Atal Bihari Vajpayee was born in a middle-class Brahmin family to Krishna Devi and Krishna Bihari Vajpayee on 25 December, 1924 in Gwalior (Madhya Pradesh). His father was a poet and a school teacher. Vajpayee did his schooling from the Saraswati Shishu Mandir, Gwalior. Later, he studied at Victoria College, Gwalior – now Laxmi Bai College, for his graduation. It was at Dayanand Anglo-Vedic College, Kanpur that Vajpayee completed his post-graduation in Political Science.

Joining as the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) worker in 1939, Vajpayee became a pracharak (full-time worker) in 1947. He also worked for Rashtradharma Hindi monthly, Panchjanya Hindi weekly and the dailies Swadesh and Veer Arjun.

Vajpayee chose to stay bachelor for whole life.

Political Career

Atal Bihari Vajpayee began his career in politics as a freedom fighter. Later he joined the Bharatiya Jana Sangh (BJS), a Hindu right-wing political party, under the leadership of Dr Syama Prasad Mookerjee. He became national secretary of BJS in charge of the Northern region.

As the new leader of BJS, Vajpayee was elected to the Lok Sabha for the first time in 1957 from Balrampur. He rose to become the national president of the Jana Sangh in 1968. Supported by his colleagues Nanaji Deshmukh, Balraj Madhok and L K Advani, Vajpayee took the Jana Sangh to greater glory.

Atal Bihari Vajpayee participated in the Total Revolution movement launched by Jayaprakash Narayan (JP) against the Internal Emergency imposed by then prime minister Indira Gandhi in 1975. In 1977, Jana Sangh became a part of the Janata Party, the grand-alliance against the Indira Gandhi government.

Atal Bihari Vajpayee became a Union Minister in 1977 when Morarji Desai-led Janata Party coalition came to power for the first time. He became the Minister of External Affairs. As foreign minister, Vajpayee became the first person to deliver a speech at the United Nations General Assembly in Hindi. His career as a minister was short-lived as he resigned from his post following the resignation of Morarji Desai in 1979. But by then, Vajpayee had established himself as a political leader.

Vajpayee along with Lal Krishna Advani, Bhairon Singh Shekhawat and others from the BJS and Rashtriya Swyamsevak Sangh (RSS) formed the Bharatiya Janata Party in 1980. He became a strong critic of the Congress (I) government that followed the fall of Janata Party government.

Vajpayee did not support Operation Blue Star and raised his voice against the anti-Sikh violence after the assassination of Prime Minister Indira Gandhi in 1984 by two of her Sikh bodyguards.

The BJP won two parliamentary seats in the 1984 elections. Vajpayee functioned as BJP President and Leader of the Opposition in the Parliament. Known for his liberal views, Vajpayee bemoaned the demolition of the Babri Mosque on 6 December, 1992 and declared it as the BJP’s “worst miscalculation”.

As Prime Minister of India

By 1984 elections, the BJP had established itself as an important political party in Indian politics. Vajpayee was sworn in as the 10th Prime Minister of India following the 1996 General Elections, where the BJP emerged as the single largest party in the Lok Sabha. However, the government collapsed after only 13 days after his government could not gather support from other parties to obtain a majority. He thus became the shortest serving Prime Minister in India.

The BJP-led coalition government came back to power as the National Democratic Alliance (NDA) in 1998. Vajpayee was again sworn in as the Prime Minister.

Vajpayee’s second term as PM is known for Nuclear tests conducted at Pokhran desert in Rajasthan, in May 1998. Vajpayee also pushed for peace process with Pakistan. He inaugurated the historic Delhi-Lahore bus service in February 1999. He also pitched for resolving the Kashmir dispute and other conflicts with Pakistan.

But Pakistan ditched India by launching Kargil War, wherein Pakistani soldiers infiltrated into the Kashmir Valley and captured border hilltops around the town of Kargil.

Indian army units, under Operation Vijay, fought Pakistani intruders braving heavy artillery shelling amidst extremely cold weather, and treacherous hilly terrain, and ultimately emerged victorious. However, Vajpayee’s government lasted 13 months when the All India Anna Dravida Munnetra Kazhagam (AIADMK) withdrew its support to the government in mid-1999.

In the following election, however, the NDA came back with full majority and Vajpayee was able to complete five years (1999-2004) in office as a non-Congress PM for the first time. Atal Bihari Vajpayee took oath as Prime Minister of India for the third time on 13 October 1999.

However, his third term also saw India yielding to terrorists when in December 1999, Indian Airlines flight IC 814 from Kathmandu to New Delhi was hijacked and taken to Kandahar, Afghanistan. The government had to release dread terrorists including Maulana Masood Azhar from prison to secure the freedom of passengers. On the brighter side, the Vajpayee government introduced many economic and infrastructural reforms, including encouraging the private sector and foreign investments. It also undertook National Highway Development Projects and Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana. Vajpayee adopted pro-business, free-market reforms approach to boost India’s economic development.

In March 2000, Vajpayee signed the Historic Vision Document during the visit of the then US President Bill Clinton. The Declaration incorporated several strategic issues, apart from pitching for expansion in trade and economic ties between the two countries.

Atal Bihari Vajpayee again tried for peace with Pakistan during the Agra summit with the then Pakistan President Pervez Musharraf, but the talks failed to achieve any breakthrough as Musharraf declined to leave aside the Kashmir issue.

The Atal Bihari Vajpayee regime also witnessed an attack on Indian Parliament on 13 December 2001, when Pakistan-supported terrorists stormed the Parliament building in Delhi. They were ultimately foiled in their attempts by the Indian security forces.

Vajpayee as PM was pained when communal riots broke out in Gujarat in 2002 after the Godhra train tragedy.

Retirement

The 2004 General Election brought about the downfall of the NDA, which lost almost half its seats and the Congress-led United Progressive Alliance (UPA) assumed the reins of power. Vajpayee refused to take up the position of the Leader of the Opposition paving the way for Lal Krishna Advani’s leadership of BJP. He now lives in retirement and seclusion owing to ill health.

Awards

  • Prime Minister Narendra Modi and Foreign Minister Sushma Swaraj (far right) hand over the Liberation War award to Vajpayee’s family members.
  • Padma Vibhushan in 1992
  • D. Lit. from Kanpur University in 1993
  • Lokmanya Tilak Award in 1994
  • Best Parliamentarian Award in 1994
  • Bharat Ratna Pandit Govind Vallabh Pant Award in 1994
  • Bharat Ratna in 2015
  • Liberation War award (Bangladesh Muktijuddho Sanmanona) in 2015

Facts and Information about Atal Bihari Vajpayee

Born 25 December 1924 (age 93) at Gwalior (Madhya Pradesh)
Parents Krishna Devi, Krishna Bihari Vajpayee
Education Victoria College (Now Laxmibai College), Gwalior ; DAV College, Kanpur .
Marriage Unmarried but has an adopted daughter, Namita
Recognition Known for his liberal social, cultural and political views
Awards Padma Vibhushan (1992), Honorary Doctorate of Philosophy from the Kanpur University (1993) and Bharat Ratna (2014)
Other than Politics An acclaimed poet, journalist and a brilliant orator
Political career Started as a freedom fighter; took part in Quit India Movement in 1942. Met Bharatiya Jana Sangh (BJS) leader Syama Prasad Mookerjee, took over BJS leadership after Mookerjee’s deathFounded the Bharatiya Janata Party (the BJP), along with his colleagues such as Lal Krishna Advani and Bhairon Singh Shekhawat in 1980. Served as the president of this party, during the first five years.

Served as a Member of Parliament for 50 years. Was elected 10 times to Lok Sabha beginning with 1957, represented six different constituencies.

As Prime Minister Elected as the Prime Minister of India thrice: 1996 – Vajpayee became Prime Minister for the first time but had to resign in just 13 days after the BJP failed to get the support of other parties.1998 – Headed the National Democratic Party (NDA) government as the Prime Minister for the second time but could rule only for 13 months when the All India Anna Dravida Munnetra Kazhagam (AIADMK) withdrew its support.

1999 – Completed his full five-year term, becoming the longest serving non-Congress Prime Minister at the Centre (13 October 1999- 19 May 2004).

Vajpayee retired from politics in 2005.

Legacy – In May 1998, the Vajpayee government conducted five underground nuclear tests in Pokhran, Rajasthan.– Strongly pitching for India-Pakistan friendship, he inaugurated a bus service from Delhi to Lahore in Pakistan in 1999.

– His government set out on a number of economic reforms and encouraged foreign investment and privatisation.

– Asked the then Gujarat CM Narendra Modi to abide by his ‘Rajdharma’ after the Gujarat communal riots.

जन्मदिन मुबारक


Purnoor, Page 3 Editor, www.demokraticfront.com

 

आपको, आपके जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाईयाँ, आपकी शुभ जन्म तिथि पर मैं आपका हृदय के अंतः स्थल की गहराईयों से अभिनन्दन और वंदन करता हूँ।

जीवेम शरद: शतम,

आप सुखी रहें, मन में शांति हो, जीवन समृद्धिवान हो, आपका व्यक्तित्व कीर्तिवान हो , यशवान हो, आयुष्मान हो, आप स्वस्थ रहें, दीर्घायु रहें, आपकी कीर्ति की पताका निरंतर फहराती रहे, आने वाला प्रत्येक नया दिन, आपके जीवन में अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आये ! इस अवसर पर ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह, वैभव, ऐश्वर्य, उन्नति, प्रगति, आदर्श, स्वस्थ तन और स्वच्छ मन, प्रसिद्धि और समृद्धि के साथ आजीवन आपको जीवन पथ पर गतिमान रखे।

दिनं सुदिनं जन्मदिनम तव,
भवतु मंगलम जन्मदिनम।।
विजयी भव सर्वत्र सर्वदा,
भवतु मंगलम जन्मदिनम।।

चंहु और आपकी मानवता के यशोगान गूंजे इन्हीं दुआओं के साथ।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ तथा मंगलकामनांएँ…………………….

लक्ष्य प्राप्ति हेतु कर्तव्य पथ पर परम पिता परमेश्वर और माँ भारती का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे ऐसी प्रार्थना है।

Many Happy Returns of the Day…..
Wish You a Very Happy Birthday…..
May God bless you..

Dinesh Pathak
Advocate
Rajasthan High Court Jaipur,
Vidhi Pramukh, Vishav Hindu Parishad,
Legal Advisor to www.demokraticfront.com

14 साल के निहाल सरीन बने ग्रैंडमास्टर, ये उपलब्धि हासिल करने वाले 53वें भारतीय


निहाल यह उपलब्धि हासिल करने वाले जीएन गोपाल और एसएल नारायणन के बाद केरल के तीसरे खिलाड़ी हैं


केरल के त्रिचूर के निहाल सरीन ने जब शतरंज तब खेलना शुरू किया था तब वह सिर्फ छह साल के थे. उनके दादा ने उन्हें शतरंज का ककहरा सिखाया था और एक साल बाद निहाल ने शतरंज में महारत हासिल कर अपने शहर में अंडर-25 टूर्नामेंट जीत लिया था. लेकिन उसके एक साल बाद ही वह भारत के 53वें ग्रैंडमास्टर बन गए. निहाल यह उपलब्धि हासिल करने वाले जीएन गोपाल और एसएल नारायणन के बाद केरल के तीसरे खिलाड़ी हैं.

युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर निहाल सरीन बुधवार को अबु धाबी मास्टर्स के नौवें और अंतिम दौर का मुकाबला हारने के बावजूद ये बड़ी उपलब्धि अपने नाम करने में सफल रहे. केरल के 14 साल के इस खिलाड़ी ने संभावित नौ अंक में से 5.5 अंक जुटाए. उन्होंने अंतिम दौर से पहले ही ग्रैंडमास्टर नार्म हासिल कर लिया था.

अब 14 वर्षीय निहाल के नाम के साथ कई बड़ी उपल्ब्धियां जुड़ चुकी हैं. निहाल भारत के दूसरे सबसे यंग इंटरनेशनल मास्टर (आईएम), दुनिया के तीसरे सबसे कम उम्र वाले इंटरनेशनल मास्टर, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंडर-14 खिलाड़ी और दुनिया के दूसरे सर्वश्रेष्ठ अंडर-18 खिलाड़ी हैं.

टूर्नामेंट में 88 सदस्यीय भारतीय टीम के लिए अच्छी बात यह रही कि चार खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर और तीन अंतरराष्ट्रीय मास्टर नार्म हासिल करने में कामयाब रहे. सरीन के अलावा इरिगासि अर्जुन, हर्ष भर्थकोटी और पी इनियान ने अंतिम दिन ग्रैंडमास्टर नार्म हासिल कर इसे यादगार बनाया, जबकि ए आई मुथैया, वीएस राथनवेल और संकल्प गुप्ता अंतरराष्ट्रीय मास्टर नॉर्म पूरा करने में कामयाब रहे.

आज का राशिफल

आज का राशिफल

टिप्स फॉर 16-08-2018 गुरूवार हमारी हर टिप्स ज्यादा से ज्यादा शेयर करे सबका मंगल हो

*आज कल्कि जयंती – रवि योग – शुभ योग – स्थिर योग – चर योग – स्कन्द षष्ठी – तिथि शुक्ल षष्ठी और चित्रा नक्षत्र…

आज के योग के अनुसार आज शिवलिंग पर अभिषेक कर ॐ शिवाय गुरुवे नमः यह मंत्र का ज्यादा से ज्यादा जप करे ..

आज का मंत्र लेखन – आज ॐ ह्रीं सर्वेश्वराय नमः यह मंत्र २१ बार लिख ( हो शके तो 108 बार लिखे )

आज क्या करे आज हेल्थ और बोडी इम्प्रोव्मेंट करे, नए वस्त्र धारण करे, स्पिरिच्युल प्रेक्टिस करे…

आज क्या ना करे – किसी भी चीज के मूल में ना जाए, और किसी भी प्रकार के शंसोधन में ना पड़े…

आज कहा जाना शुभ रहेगा कोई पुराने और प्रतिष्ठित स्मारक पर जाने के लिए उत्तम समय …

आज दोपहर २ बजे से 4 बजे के बिच कोई भी शुभ कार्य ना करे

भोजन उपाय – आज भोजन में दही का सेवन ना करे

दान पुण्य उपाय – आज चने की दाल एवं गुड का दान करे

वस्त्र उपाय – आज पीले वस्त्र धारण करे ..

वास्तु उपाय – आज शाम घर में गुगुल और कपूर का धुप जरुर करे

सावधानी रक्खे – आज के ग्रहों के अनुसार आज जिन्हें मोटापे रोग की शिकायत ज्यादा रहती हे या फिर इससे जुडी कोई भी परेशानी ज्यादा रहती या ऐसी कोई भी समस्या से पीड़ित है वो आज अपने व्यवहार में एवं तामसी खान पान में सावधानी बरतें और ध्यान जरुर करे

16 अगस्त जिनका जन्म दिन हे और जिनकी शादी की सालगिरह हे वो आज शिव मंदिर में बेसन से बनी मिठाई का भोग लगावे …

*महा मृत्युंजय यंत्र – उत्तम सफलता एवं रक्षा दायक –
🐏मेष
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। यात्रा व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। कानूनी मामलों में लापरवाही न करें। सम्मान व कीर्ति में वृद्धि होगी। व्यापार में नए प्रस्तावों से लाभ मिलने के योग हैं।

🐂वृष
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक जिम्मेदारी का पूर्ण ध्यान रखें। रचनात्मक कार्यों का प्रतिफल प्राप्त होगा। व्यापार में उन्नति होगी। कानूनी विवादों का निपटारा होगा।

👫मिथुन
बुरी खबर मिल सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। दौड़धूप अधिक होगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे। संतान पर अनावश्यक रोक न लगाएं। धन लाभ होने की भी संभावना है। सामाजिक कार्यों में सीमित रहें।

🦀कर्क
मेहनत का फल मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निवेश, यात्रा व नौकरी लाभ देंगे। अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। इच्छित काम पूर्ण हो सकेंगे। स्वास्थ्य की समस्या सुलझेगी।

🐅सिंह
अतिथियों का आगमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। स्वाभिमान रहेगा। प्रमाद न करें। बुद्धि चातुर्य से कठिन कार्य भी आसानी से बनेंगे। वैवाहिक अड़चनें समाप्त होंगी। आय-व्यय में असंतुलन की स्थिति बन सकती है। विरोधी परास्त होंगे।

🙎‍♀कन्या
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भौतिक विकास के कार्यों को बल मिलेगा। भागीदारी के प्रस्ताव आएंगे। दिनचर्या नियमित रहेगी। रिश्तेदारों से भेंट हो सकेगी। दूसरों की आलोचना, निंदा से दूर रहें। फालतू खर्च होगा।

⚖तुला
क्रोध पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों पर अतिविश्वास न करें। नई योजनाओं का सूत्रपात होगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। व्यावसायिक समस्याओं का हल आपके माध्यम से हो सकेगा। दूसरों से व्यर्थ में न उलझें।

🦂वृश्चिक
लेन-देन में सावधानी रखें। पुरानी लेनदारी वसूल होगी। यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। व्यवहार-कुशलता से समस्या का समाधान संभव है। व्यापारिक निर्णय लेने में देरी नहीं करना चाहिए। लाभ होगा।

🏹धनु
योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। अधूरे पड़े कार्य पूरे होंगे। जीवनसाथी से संबंधों में मधुरता आएगी। प्रयास व सहयोग से अनुकूलता आएगी। पिता से व्यापार के विषय में मतभेद हो सकते हैं।

🐊मकर
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। नए प्रस्ताव प्राप्त होंगे। सुखद यात्रा के योग हैं। रचनात्मक काम होंगे। आलस्य को त्यागकर कार्यों को समय पर करने से सफलता प्राप्त हो सकती है।

🍯कुंभ
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। सोच-समझकर व्यय करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। विवाद समाप्त होने से शांति एवं सुख बढ़ेगा। व्यापार अच्छा चलेगा।

🐟मीन
प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। कानूनी बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। परोपकारी स्वभाव होने से दूसरों की मदद कर पाएंगे। काम के प्रति लापरवाही न करें। प्रयत्न एवं दूरदर्शिता से सहयोग व समर्थन मिलेगा। लाभ होगा।

आज का पांचांग

🌷🌷🌷पंचांग🌷🌷🌷
16 अगस्त 2018, गुरूवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – षष्ठी
नक्षत्र – चित्रा
योग – शुभ
करण – कौलव

राहुकाल:-
1:30PM – 3:00PM

🌞सूर्योदय – 05:53 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 19:00 (चण्डीगढ)
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
🚩जयन्ती -🚩
श्री कल्कि जयन्ती।

🌹🌹🌹विशेष -🌹🌹🌹
इस दिन भगवान शिव का ध्यान करने से व्यक्ति पाप से मुक्त होता है।
इस दिन नशा व मांस रहित सात्विक भोजन करना चाहिये।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
शुभ 05:51 07:30 शुभ
लाभ 12:25 14:04 शुभ
अमृत 14:04 15:42 शुभ
शुभ 17:21 18:59 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
अमृत 18:59 20:21 शुभ
लाभ 00:23 01:45 शुभ
शुभ 03:07 04:29 शुभ
अमृत 04:29 05:51 शुभ

Ajit Wadekar, Former India Cricket Team Captain, Dies At 77

Former Indian cricket team captain Ajit Wadekar died at the age of 77 in Mumbai after a prolonged battle with cancer. The left-hander was well known for leading the side to Test victories over West Indies and England on foreign soil in the 1970s.

Under Wadekar’s captaincy, India won over five matches in the West Indies in the early 1970s, and then defeated England in a three-match series. He led India to a third successive series victory, beating England cricket team once again – this time, 2–1 in a five-match series in 1972–73.


Harsha Bhogle

@bhogleharsha

So many memories of Ajit Wadekar. None more powerful than leading India to series wins in 1971 in England and the West Indies. Much admired, much loved. Page in Indian cricket and in our memories.

Wadekar represented India in 37 Test matches and scored 2113 runs with one century and 14 fifties. He continued to be the captain of the Indian team that toured England in 1974 and represented the national team in their first ever One-Day International. Playing against England, Wadekar made 67 runs, but still ended on the losing side.
He played just one more ODI encounter in his career and with 73 runs from 2 matches, he decided to retire from international cricket following the team’s dismal show in the series.

After his retirement, Wadekar also served as the manager of the Indian cricket team in the 1990s, alongside captain Mohammad Azharuddin. He was one of the few Indian cricketers to represent the country as Test player, captain, coach/manager and the chairman of selectors.

Atal’s Health: The BJP has reportedly called off all the meetings scheduled tomorrow

Former Indian Prime Minister and Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee is said to be critical. The veteran politician is being treated since June 12 following a Urinary Tract Infection. Vajpayee is also said to be battling kidney issues and dementia because of his diabetes.

According to the media release by AIIMS “Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee has been admitted for the last weeks at AIIMS. Unfortunately his condition has worsened over the last 24 hours,” AIIMS said in a media released.

“His condition is critical and he is on life support system,” the release added.

Senior politicians including Prime Minister Narendra Modi, Amit Shah and Smriti Irani paid the ailing leader a visit at the hospital late this evening to inquire about his health.

The BJP has reportedly called off all the meetings scheduled tomorrow. According to reports, BJP’s innauguration event in VIjayawada too stands cancelled as of now.

This has raised concerns over Atal Bihari Vajpayee’s  failing health. The latest report from AIIMS state that the Vajpayee is in a critical condition. His health is said to be deteriorating by the minute, according to doctors.

Supporters, party workers and well wishers of the senior BJP stalwart are now praying hoping for him to recover. Vajpayee is 93 years old and has been battling health issues for long now.

According to latest reports, Atal Bihari Vajpayee is said to be on life support and AIIMS is expected to release a health bulletin anytime soon. Here’s a look at the talk on Vajpayee health on social media.

 

 

 

 

No official update by the AIIMS, team of doctors are monitoring his condition.

New Delhi:

Prime Minister Narendra Modi visited the All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Wednesday evening to inquire about the condition of former prime minister Atal Bihari Vajpayee who is undergoing treatment there.

There was no official update by the AIIMS, where a team of doctors are monitoring his condition.

Modi reached the hospital at around 7.15 pm and spent about 50 minutes there.

Earlier in the evening, Union Textiles Minister Smriti Irani also visited the hospital to check on Vajpayee.

Vajpayee was admitted at the AIIMS on 11 June with a kidney tract infection, urinary tract infection, low urine output and chest congestion.

The 93-year-old Bharatiya Janata Party leader (BJP), a diabetic, has only one functional kidney.

He had suffered a stroke in 2009 that weakened his cognitive abilities. Subsequently, he developed dementia.