राम मंदिर निर्माण कार्य का आरंभ 2018 में आरंभ होना तय: प्रांतीय विधि प्रमुख

चित्र केवल संदर्भ हेतु

भरतपुर

भरतपुर विश्व हिंदू परिषद की जिला स्तरीय बैठक में आज राम मन्दिर एवं राष्ट्र निर्माण पर गहन विचार किया गया। इस अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए परिषद के प्रान्तीय विधि प्रमुख श्री दिनेश पाठक ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने राम जन्म भूमि मामले की नित्य सुनवाई का निर्णय लिया है जो कि सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद न्यायिक प्रक्रिया पर पूर्ण सतर्कता के साथ नज़र रखे हुए हैं। शिया वक़्फ़ बोर्ड द्वारा मन्दिर निर्माण में कोई आपत्ति न होने का हलफनामा दाखिल करने के बाद राम मन्दिर के पक्ष में फैसला आने लगभग तय है।

मन्दिर निर्माण में उपयोग किया जाने वाला पत्थर लगभग 80 प्रतिशत बन कर तैयार है और फैसला आते ही कार सेवा आरम्भ कर दी जाएगी।

बैठक में प्राखंडों के गठन की योजना भी बनाई गई सह मंत्री श्री अशोक सिंह गुर्जर ने कहा कि प्रत्येक प्रखण्ड में दस खण्ड गठित किये जायें। ग्राम पंचायत स्तर पर गठित इकाइयां ही राष्ट्र निर्माण में सहायक सिद्ध होंगी। बैठक में परिषद के कार्यकारी जिला  उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश, जिला उपाध्यक्ष खेम चंद अग्रवाल, राम कृष्ण शर्मा, जिला सत्संग प्रमुख श्याम सुंदर गुप्ता, बजरंग दल जिला सह संयोजक संतोष सीकर वार, जिला सन्त समन्वय प्रमुख किशन दास महाराज ने भी शिरकत की। बैठक का संचालन कृष्ण गोपाल शर्मा जो कि जिला उपाध्यक्ष हैं ने की।

भाजपा की ‘साइबर सेना’ 2019 के संग्राम के लिए तैयार


बीजेपी के उपलब्धियों के बखान और विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए बनाई गई है साइबर सेना


अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया पर विपक्ष के हमले का जवाब देने के लिए बीजेपी ने किलेबंदी की है. इसके लिए पार्टी ने साइबर सेना का गठन किया है. यह सेना हर मतदान केंद्र पर उन पांच लोगों की टीम होगी जो लोगों के सामने बीजेपी की उपलब्धियों की तस्वीर पेश करेगी.

बीजेपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आज के दौर में सोशल मीडिया का प्रभाव किसी से छिपा नहीं है. आने वाले चुनाव में काफी संख्या में युवा पहली बार वोट डालेंगे. देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी लोग सोशल मीडिया से जुड़े हैं.

उन्होंने कहा, ‘ऐसे में पार्टी दूरदराज के क्षेत्रों में आईटी के जरिए जन-जन तक सरकार के कार्यों की सही तस्वीर पेश करेगी.’ बीजेपी की साइबर सेना विपक्षी दलों के आरोपों का जबाव देने के लिए खास तौर पर काम कर रही है. इसके लिए अलग-अलग मुद्दों पर डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है. ताकि, आरोपों का जवाब तथ्य और आंकड़ों के साथ दिया जा सके.

कैसे काम करेगी ‘साइबर सेना’

पार्टी की सोशल मीडिया टीम तीन स्तरों पर काम कर रही है. एक समूह प्रिंट मीडिया पर ध्यान देगा और बीजेपी के खिलाफ प्रचार पर नजर रखेगा. एक दल बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए जवाबी रिपोर्ट तैयार करेगा.

बीजेपी के खिलाफ किसी भी तरीके के दुष्प्रचार को रोकने के लिए साइबर सेना में हर मतदान केंद्र पर पांच लोगों को चुना जाएगा. इन लोगों को पार्टी की उपलब्धियों से जुड़ी रिपोर्ट और डेटा वाले मैसेज भेजे जाएंगे. इन पांच लोगों को हर दिन बीजेपी का बुलेटिन भेजा जाएगा. ये लोग स्मार्ट फोन से लैस होंगे और सोशल मीडिया पर सक्रिय होंगे.

साइबर सेना बड़े नेताओं के रुख का प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से करेगी. इसके लिए पार्टी सोशल मीडिया पर काम करने के लिए बड़ी टीम तैयार कर रही है. इस सिलसिले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपनी देशव्यापी यात्रा के दौरान हर प्रदेश में पार्टी के आईटी सेल के लोगों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं.

कुछ समय पहले अमित शाह 300 ऐसे कार्यकर्ताओं से मिले थे जिन्हें सोशल मीडिया पर 10 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार की तरफ जनता के हित में उठाए गए कदमों की सूचना फैलाने की सलाह दी गई.

बीजेपी ने समाज के हर तबके और हर उम्र के लोगों के बीच अपने आधार को मजबूत बनाने के लिए शक्ति केंद्रों की स्थापना की है. इन शक्ति केंद्रों के प्रमुखों के ज़िम्मे पांच से सात बूथ हैं.

पार्टी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दे रही है. बीजेपी ने नमो एप से बूथ स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को जोड़ने की पहल की है. कॉलेजों और अलग-अलग शैक्षिक संस्थानों में अभियान चलाकर इससे युवाओं को जोड़ने की ‘सेल्फी विद कैम्पस’ योजना बनाई गई है. कई प्रदेशों में ‘चलो पंचायत’ कार्यक्रम भी शुरू किया गया है.

मंदिरों से नहीं विज्ञान से आएगा रोजगार: सैम पित्रोदा


उन्होंने आरोप लगाया कि देश के युवाओं को लोगों को, खासकर राजनीतिक नेताओं द्वारा गुमराह किया जा रहा है, बेकार की चीजों पर बात की जा रही है जिससे वे गलत रास्ते पर जा रहे हैं

किसी धर्म विशेष के प्रार्थना स्थल को चिन्हित कर के सैम पित्रोदा का ब्यान दुर्भाग्यपूर्ण है


प्रौद्योगिकीविद् सैम पित्रोदा ने रविवार को अहमदाबाद के कर्णावती विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा कि भविष्य में धर्म से नौकरियां उत्पन्न नहीं होंगी, केवल विज्ञान ही भविष्य का निर्माण करेगा.

उन्होंने यह भी कहा कि जब रोजगार के बारे में बात की जाती है तो इसे राजनीतिक रंग दे दिया जाता है और ‘इसमें वास्तविकता कम, शब्दाडंबर ज्यादा होता है.’

पित्रोदा ने कहा, ‘जब मैं इस देश में मंदिर, धर्म, ईश्वर, जाति के बारे में सभी चर्चाओं को सुनता हूं तो तब मैं भारत के बारे में चिंता करता हूं. भविष्य में मंदिरों से रोजगार उत्पन्न नहीं होगा. केवल विज्ञान ही भविष्य का निर्माण करेगा.’

उन्होंने कहा कि हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र में विज्ञान पर बहुत कम चर्चा होती है.

पित्रोदा ने कहा, ‘जब भी कोई रोजगार के बारे में बात करता है तो हमेशा इसमें राजनीतिक रंग होता है. वास्तविकता बहुत कम और शब्दाडंबर ज्यादा होता है.’

पित्रोदा कर्णावती विश्वविद्यालय में ‘युवा संसद’ में बोल रहे थे.

उन्होंने आरोप लगाया कि देश के युवाओं को लोगों को, खासकर राजनीतिक नेताओं द्वारा गुमराह किया जा रहा है, बेकार की चीजों पर बात की जा रही है जिससे वे गलत रास्ते पर जा रहे हैं.

70 सालों में किसी सरकार ने शिक्षा पर नहीं दिया ध्यान : आआपा प्रमुख

तीन तलाक विधेयक को लेकर अब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी के राज्यस्तरीय सम्मेलन में आआपा प्रमुख ने कहा ‘अगर अपनी सरकार के चार साल के कार्यकाल के बाद भी मोदी को हिंदू-मुसलमान की बात करनी पड़ रही है. तो इसका मतलब है कि उनकी सरकार की उपलब्धियां शून्य रही हैं.’

दरअसल संसद में अटके तीन तलाक से संबंधित विधेयक को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर हमला बोला था. इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज अमेरिका नैनो तकनीक की बात कर रहा है. जापान, फ्रांस और इंग्लैंड जैसे देश बड़ी- बड़ी तकनीकों की बातें कर रहे हैं. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री अब भी हिंदू-मुसलमान की बात कर रहे हैं.’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम सब चाहते हैं कि विकास और तकनीकी के क्षेत्र में अमेरिका और अन्य बड़े देशों को भारत पीछे छोड़ दे. लिहाजा मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या हिंदू-मुस्लिम की बात करने से भारत दुनिया का नंबर एक देश बन सकेगा.’

स्कूली पढ़ाई के क्षेत्र में दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए आआपा प्रमुख ने कहा कि भारत केवल शिक्षा के माध्यम से दुनिया का नंबर एक देश बन सकता है. उन्होंने कहा, ‘भारत के नागरिक इस दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोग हैं. लेकिन गंदी राजनीति के जरिए बड़ी संख्या में देशवासियों को जान-बूझकर अनपढ़ रखा जा रहा है.’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पिछले 70 साल के दौरान देश में किसी भी दल की केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सही तरीके से काम नहीं किया है.

ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक युवा आयोग गठित हों: पाठक

भरतपुर:

भारत में विभिन्न प्रकार के आयोगों का गठन किया गया है। भारत की स्वतंत्रता के उपरांत किसी भी सरकार ने युवाओं के लिये किसी प्रकार के आयोग का गठन नहीं करके युवाओं की वेदना पर ध्यान नहीं दिया है।जिससे युवा पीढ़ी में भटकाव आया है।हमें युवा शक्ति को पहचानना होगा। युवा पीढ़ी के लिए सोचना होगा।यह कहना है,पीस आफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष यतेंद्र पाण्डेय का।पाण्डेय भरतपुर के आगरा रोड स्थित सूर्य सिटी के सामने एन एच 21 स्थित प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश /जिला/उपखण्ड पदाधिकारीयो की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
पाण्डेय ने कहा कि यूथ कमीशन का गठन हो, इसको लेकर शीर्ष नेतृत्व के लिए गये निर्णय अनुसार 2 अगस्त को सम्पूर्ण भारत में एक निश्चित समय पर राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय विधी सलाहकार एवं पीस आफ इंडिया राजस्थान विधी प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश पाठक, रहे। पाठक ने अपने उदवोधन मे कहा कि सभी को मिलकर विश्व शांति के प्रयास करने चाहिए।युवा के भटकाव को रोकने के लिए वे अधिक से अधिक प्रयास करेगें।युवा ही हमारे देश का भविष्य हैं।श्री पाठक ने जल्द से जल्द समस्त ईकाईयो का ग्रामपंचायत स्तर तक गठन करने ,का आव्हान किया।राष्ट्रीय महामंत्री अम्रत भारद्वाज ने दो अगस्त को समपूर्ण देश मैं युवा कमीशन के लिए दीये जाने वाले ज्ञापन को लेकर जिम्मेदारी निर्धारित की।इसमें जयपुर मैं प्रदेश विधी प्रमुख श्री दिनेश पाठक के सानिध्य मैं प्रदेश महामंत्री श्री इन्दूशेखर शर्मा, दौसा मैं श्री मौहम्मद नासिर, करौली मैं प्रदेश युवा अध्यक्ष संदीप शर्मा, सवाई माधोपुर मैं प्रदेश महासचिव श्री राजेंद्र प्रसाद शर्मा, धौलपुर मै भरतपुर संम्भाग अध्यक्ष श्री धनीराम शर्मा, जोधपुर में राष्ट्रीय महासचिव श्री नरेन्द्र ओझा, उदयपुर में संम्भाग प्रभारी श्रीमती कुसुम भारद्वाज,अलवर प्रदेश अध्यक्ष यतेन्द्र पाण्डेय, की अगुवाई मे ज्ञापन दिया जायेगा ।अन्य जिलों में वहां के जिला अध्यक्ष की अगुवाई में इस पुनीत कार्य को किया जायेगा। वही राजस्थान मै ग्यारह सो पेड लगाने का लक्ष्य रखा गया। कक्षा 8, 10, एवं 12 के छात्र/छात्राओ को सहायक पुस्तकें वितरत करने, सरकारी स्कूलों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित करना तय हुआ। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के राजस्थान विहिप के प्रान्तीय विधी सलाहकार एवं पीओआई के विधी प्रदेश अध्यक्ष श्री दिनेश पाठक का साफा, एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर युवा प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा, धूपेन्द शर्मा, बन्टू राजावत, सुखवीर सिंह राणा, जाकिर खान, मौहम्मद नासिर, इन्दुशेखर शर्मा, प्रमोद शर्मा, राजू बाल्मीकि, चेतन जाटव, भगवान सिंह सैनी, सहित पीस आफ इंडिया परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

आज का पांचांग

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – वर्षा
मास – आषाढ
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्थी
नक्षत्र – मघा
योग – व्यतीपात
करण – वणिज

राहुकाल:-
7:30 AM – 9:00 AM

🌞सूर्योदय – 05:34 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 19:22 (चण्डीगढ)
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🚩व्रत -🚩
गणेश चतुर्थी मासिक।
🚩पर्व -🚩
कर्क संक्रान्ति।
🌹🌹🌹विशेष -🌹🌹🌹
पुण्यकाल मध्याह्न बाद।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 09:00 10:43 शुभ
अमृत 10:43 12:27 शुभ
शुभ 14:10 15:53 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
शुभ 19:20 20:37 शुभ
अमृत 20:37 21:54 शुभ
लाभ 01:42 02:59 शुभ
शुभ 04:16 05:33 शुभ

भाजपा आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मुंह की खाने वाली है: कृष्णमूर्ति हूडा

चण्डीगढ़: 15 जुलाई, 2018
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व हरियाणा के पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वित्त मंत्री पहले यह स्पष्ट करें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर जाट आरक्षण आन्दोलन में उनकी संलिप्तता के आरोप किस आधार पर लगा रहे हैं ? क्या कोई ऐसी जाँच हुई है या सबूत मिले हैं, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री की भूमिका पाई गई हो ? स्वयं सरकार द्वारा गठित प्रकाश सिंह कमेटी ने जाट आरक्षण आन्दोलन में हुए जानमाल के नुकसान के लिए व मामले से निपटने में हुई विफलता के लिए सीएमओ को दोषी ठहराया है तथा भूपेन्द्र सिंह हूड्डा पर कोई आक्षेप नहीं लगाया। कैप्टन अभिमन्यु अपनी झूठी ब्यानबाजी के लिए माफी मांगें या ऐसा नहीं किया तो कानूनी कार्यवाही के लिए तैयार हो जायें।

कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि अच्छा हुआ कि कैप्टन अभिमन्यु पहले ही फौज छोड़ कर आ गये वरना पता नहीं कहां निशाना लगाते ? सच्चाई यह है कि जाट आरक्षण आन्दोलन के दौरान हुई हिंसा के असली गुनाहगार पकड़े ही नहीं गये, क्योंकि उन्हें सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। मेरे बेटे गौरव हुड्डा समेत अनेक युवाओं को व्यक्तिगत रंजिश के कारण झूठा फसाया गया है। असली आरोपी को बचाने के उद्देश्य से ही सरकार ने पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायधीश से जाँच करवाने से इन्कार कर दिया।

पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि यह बात जन-जन की जुबान पर है कि अपने 10 वर्ष के शासनकाल में पूर्व मुख्य मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने किसी भी विरोधी पर मुकदमें नहीं बनाये और न ही विपक्षी पार्टियों को बदले की भावना से तंग किया। चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा एक शरीफ व साफ छवि के नेता हैं। उनका व उनके परिवार का शराफत व ईमानदारी का रिकाडऱ् रहा है, जिसकी वजह से हुड्डा परिवार की तीन पीढि़यां रोहतक से 9 बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के परिवार ने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़ कर भाग लिया व उनके पिता तथा दादा ने वर्षों अंग्रजों की जेलों में बिताये। कैप्टन अभिमन्यु, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर बेबुनियाद आरोप लगा कर राजनीति में उनको पीछे धकेल देंगे तो वे मुगालते में हैं। कैप्टन अभिमन्यु पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं, पर मंत्री बन कर जितना अहंकार पाल लिया है और विरोधियों पर जिस तरह झूठे आरोप लगा रहे हैं, यह सब उनके राजनैतिक जीवन पर विराम लगाने का ही काम करेगा।

कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि भाजपा आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मुंह की खाने वाली है, क्योंकि हरियाणा की जनता और सभी वर्ग/समुदाय भाजपा सरकार से बेहद खफा हैं। हालात ये हैं कि अधिकांश भाजपा प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पायेंगे, जिनमें कैप्टन अभिमन्यु भी शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को जनक्रान्ति यात्रा में मिल रहा अपार जन समर्थन का संकेत भी यही कहता है। 2019 के चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आने पर प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई करेगी और खनन में हुई धांधली व भाजपा सरकार में हुए घोटालों की जाँच करवायेगी। कैप्टन अभिमन्यु अपने विरोधियों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में भी झांक लें। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने खनन में हुए भ्रष्टाचार के खेल को जिस तरह उजागर किया है और तलख टिप्पणियां की हैं ये बात कैप्टन को ध्यान में रखनी चाहियें।

इस बार भाजपा को दहाई का आंकडा भी नहीं छूने देंगे: सुरजेवाला

कलायत, 15 जुलाई 2018
सुरजेवाला रविवार को कलायत विधानसभा क्षेत्र के बस स्टैंड के सामने नगर परिषद के पूर्व उप प्रधान व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धर्मवीर कौलेखां के कार्यालय के उद्घाटन के बाद अनाज मंडी रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस रैली में हजारों की संख्या में महिला व पुरुषों ने भाग लिया। लगभग 2000 मोटर साइकिलों और 200 गाड़ियों व ट्रैक्टरों के काफिले के साथ मुख्यातिथि रणदीप सुरजेवाला रैली स्थल तक युवाओं के साथ पहुंचे। मंच संचालन हरियाणा कृषक समाज के अध्यक्ष ईश्वर नैन ने किया।
कार्यक्रम के आयोजक नगर परिषद के पूर्व उप प्रधान व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धर्मवीर कौलेखां ने रैली में रणदीप सुरजेवाला के पधारने पर धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। धर्मवीर कौलेखां ने कहा कि हलके की खुशहाली, जातिवाद को दूर करने, हलके के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए इस हलके की जनता को 36 बिरादरी के नेता रणदीप सुरजेवाला के साथ खड़ा होना पड़ेगा। जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी तब भी हरियाणा के हकों व किसान, मजदूर, कमेरे वर्ग की आवाज़ हमेशा से ही रणदीप सुरजेवाला ने उठाई है और आज भी मुश्किल की इस घड़ी में सुरजेवाला ने हरियाणा में अलग अलग हिस्सों में रैलियाँ करके कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने और कांग्रेस का ग्राफ बढाने में अपनी अहम् भागेदारी पेश कर रहे हैं। धर्मवीर सिंह क़ौलेखां ने रणदीप सुरजेवाला को भावी सीएम बताते हुए कहा कि 36 बिरादरी के नेता सुरजेवाला ने हमेशा ही गरीब, मजदूर, कमेरे वर्ग और किसानों के हकों की लड़ाई में हमेशा ही अग्रसर हैं और अबकी बार कांग्रेस की चौधर उत्तरी हरियाणा से शुरुआत होगी और जिसमे सबसे ज्यादा भागीदारी कलायत के लोगों की होगी।
उमड़ी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए सुरजेवाला ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि सत्ता मिलने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पठानकोट और कुरुक्षेत्र के एक जलसे में किसानों को लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का वायदा किया लेकिन सत्ता मिलने के बाद ने 22 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा था कि वह किसानों को 50 फीसदी मुनाफा नहीं दे सकते। इससे बाजार भाव बिगड़ जाएगा। सुरजेवाला ने कहा कि मेरा सरकार से सवाल है कि जब देश के 12 उद्योगपतियों का 1 लाख 86 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया गया तो बाजार भाव क्यों नहीं बिगड़े। सुरजेवाला ने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो कांग्रेस पार्टी ने इस देश के किसानों का 72 हजार करोड़ रुपया कर्जा माफ किया और जब इस बार फिर कांग्रेस सरकार बनेगी तो भी 2 एकड़ तक के किसानों और भूमिहीन किसान खेत मजदूरों का 50 हजार तक का कर्जा माफ किया जायेगा।

भाजपा पर किसानविरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब किसी सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र पर टैक्स लगाया गया हो। भाजपा द्वारा ट्रैक्टर एवं अन्य सभी उपकरणों पर 12 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया जबकि टायर, ट्यूब और ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत का जीएसटी टैक्स लगाया गया। कीटनाशक दवाइयों पर 18 प्रतिशत, खाद पर 5 प्रतिशत तथा कोल्ड स्टोरेज पर 12 प्रतिशत का जीएसटी लगा दिया गया है। किसानो के आलू को सुरक्षित रखने वाले कोल्ड स्टोरेज पर भी 12 प्रतिशत टैक्स लगाकर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया है। इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साईज डयूटी लगाकर इस देश की जनता से 10 लाख करोड़ रुपए और खट्टर सरकार 9 हजार करोड़ रुपए वसूल रही है। यही भाजपा व कांग्रेस की सोच का फर्क है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्राइवेट मुनाफा कम्पनी व किसान शोषण योजना करार देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि किसान की फसल खराब होती है तो केन्द्र व खट्टर सरकार कहती है कि हमने फसल बीमा योजना लागू की है। इसकी सच्चाई किसी को नहीं बताई। इस सरकार ने खेती बाड़ी पर टैक्स लगाकर 20 हजार 500 करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए और किसानों को बीमा के रूप में केवल मात्र 5000 करोड़ रुपया दिया गया। 14 हजार करोड़ रुपये देश की 7 बीमा कंपनियों के खाते में चले गए, इनमें से कुछ कंपनियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चहेती कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं, बल्कि प्राइवेट मुनाफा कम्पनी होना चाहिए।

भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार के साढ़े तीन साल और मोदी सरकार के 4 साल से ऊपर में किसानों की दशा दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर होने की हो गई है। कांग्रेस के शासन में बासमती की धान की कीमत 6,000 रु प्रति क्विंटल से 6500 रु प्रति क्विंटल और 1121 व 1509 किस्म की धान की कीमत 5000 रु प्रति क्विंटल से 5500 रु प्रति क्विंटल रही लेकिन आज भाजपा सरकार के शासनकाल में किसान फसलों को कौड़ियों के भाव बेचने पर मजबूर हुआ।

खट्टर सरकार को पेपर लीक सरकार बताते हुए सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार के शासनकाल में अभी तक 17 पेपर लीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर और भाजपा एक तरफ तो भ्रष्टाचार को खत्म करने के झूठे दावे करती है, लेकिन दूसरी ओर प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और आम जनमानस भ्रष्टाचार से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क का पता इस बात से चलता है कि दो भाजपा नेताओं के बीच हुई बातचीत के वायरल हो जाने के पश्चात कांग्रेस के दबाव में खट्टर सरकार को इसकी जांच के आदेश देने पड़े, लेकिन इसके बावजूद भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों का सामना कर रहे भारत भूषण भारती को तीन साल के लिए स्टाफ सलेक्शन कमीशन के चेयरमैन के रूप में एक्सटेंशन दे दी गई, जबकि अन्य सदस्यों को एक साल की एक्सटेंशन दी गई। जनता यह साफ समझ रही है कि तथाकथित जांच केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए की गई थी और भारती की कारगुजारियों को भाजपा सरकार का पूरा समर्थन व संरक्षण प्राप्त है, जिसे कांग्रेस पार्टी व प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा कतई स्वीकार नहीं करेंगे।

विधायक रणदीप सुरजेवाला ने खट्टर सरकार पर गरीबों के हक़ का कानून ख़त्म करने का लगाया आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल 2010 में गरीबों के लिए शुरू किया गया एससी सबप्लान को भी भाजपा सरकार ने ख़त्म करने के निर्णय को एक बड़ी साजिश को अंजाम दिया है। यह कदम गरीबों व दलितों की सरकारों के बजट में सीधे सीधे हिस्सेदारी को ख़त्म करना है। इसका सीधा प्रभाव सरकारी खजाने में गरीब की हिस्सेदारी पर पड़ेगा।

इनैलो पार्टी पर प्रहार करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हमेशा से ही देवीलाल और उनकी पीढियां इस हल्के से वोट तो बटोर लेते हैं लेकिन हमेशा से ही इस हलके को हर प्रकार से महरूम रखा। सच्चाई यह है कि इनैलो पार्टी और ओमप्रकाश चौटाला कभी भी कलायत हलके का भला नहीं कर सकते। अपने संबोधन के आखिर में सुरजेवाला ने कहा कि यह रैली सत्ता प्राप्ति, राजगद्दी प्राप्ति या चुनाव जीतने की मंशा से नहीं की गई बल्कि यहाँ की जनता के हकों को उन्हें सौंपने के लिए की गई है। यह रैली व्यवस्था परिवर्तन की रैली है। यह रैली किसान, मजदूर, छोटे छोटे दुकानदार का धंधा लौटाने के लिए है, यह रैली किसानों के चेहरों पर ख़ुशी लौटाने की है। इलाके की तस्वीर नेतृत्व से बदलती है, इलाके नेता बनाते हैं और नेता इलाके की तस्वीर बदलते हैं। जनता से अपील करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आप कांग्रेस को वोट दो, आपकी हर एक वोट रणदीप सुरजेवाला को पड़ेगी। हम कलायत की जनता के साथ गाँव गाँव, शहर के हर वार्ड में कांग्रेस पार्टी का अलख जगायेंगे और भाजपा को दहाई का आंकडा भी नहीं छूने देंगे।

4-2 से फ्रांस ने फिफा 2018 अपने नाम किया


फ्रांस ने फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से पराजित किया. वो 1998 में पहली बार विश्व कप में फाइनल खेली थी और जीतने में सफल रही थी


 

रेफरी की अंतिम सीटी बजते ही फ्रांस जश्न में डूब गया. मैच के अंतिम पलों में ही बेंच पर बैठे उसके खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ और फैंस जश्न में मूड में आ गए थे. फ्रांस ने रविवार को मास्को के लुज्निकी स्टेडियम में फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में एक बार फिर अपनी बादशाहत साबित कर दी. महत्वपूर्ण मौकों पर स्कोर करने की अपनी काबिलियत और भाग्य के दम पर उसने रोमांचक फाइनल में दमदार क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया.

 

फ्रांस ने इससे पहले 1998 में विश्व कप जीता था. तब उसके कप्तान डिडियर डेस्चैम्प्स थे जो अब टीम के कोच हैं. इस तरह से डेस्चैम्प्स खिलाड़ी और कोच के रूप में विश्व कप जीतने वाले तीसरे व्यक्ति बन गए हैं. उनसे पहले ब्राजील के मारियो जगालो और जर्मनी फ्रैंज बेकनबॉर ने यह उपलब्धि हासिल की थी.

फ्रांस ने 18वें मिनट में मारियो मांजुकिच के आत्मघाती गोल से बढ़त बनाई, लेकिन इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया. फ्रांस को हालांकि जल्द ही पेनल्टी मिली जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने 38वें मिनट में गोल में बदला जिससे फ्रांस मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा.

पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागा, जबकि किलियन एम्बाप्पे ने 65वें मिनट में फ्रांस की बढ़त 4-1 कर दी. जब लग रहा था कि अब क्रोएशिया के हाथ से मौका निकल चुका है तब मांजुकिच ने 69वें मिनट में गोल करके उसकी उम्मीद जगाई. क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंचा था. उसने अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए और अपने कौशल और चपलता से दर्शकों का दिल भी जीता, लेकिन आखिर में ज्लाटको डॉलिच  की टीम को उप विजेता बनकर ही संतोष करना पड़ा. निसंदेह क्रोएशिया ने बेहतर फुटबॉल खेली लेकिन फ्रांस ने अधिक प्रभावी और चतुराईपूर्ण खेल दिखाया. यही उसकी असली ताकत है जिसके दम पर वह 20 साल बाद फिर चैंपियन बनने में सफल रहा.

दोनों टीमें 4-2-3-1 के संयोजन के साथ मैदान पर उतरी. क्रोएशिया ने इंग्लैंड की खिलाफ जीत दर्ज करने वाली शुरुआती एकादश में बदलाव नहीं किया तो फ्रांसीसी कोच डेस्चैम्प्स ने अपनी रक्षापंक्ति को मजबूत करने पर ध्यान दिया. क्रोएशिया ने अच्छी शुरुआत और पहले हाफ में न सिर्फ गेंद पर अधिक कब्जा जमाए रखा, बल्कि इस बीच आक्रामक रणनीति भी अपनाए रखी. उसने दर्शकों में रोमांच भरा, जबकि फ्रांस ने अपने खेल से निराश किया. यह अलग बात है कि भाग्य फ्रांस के साथ था और वह बिना किसी खास प्रयास के दो गोल करने में सफल रहा.

मैच की महत्वपूर्ण बातें

फ्रांस के पास पहला मौका 18वें मिनट में मिला और वह इसी पर बढ़त बनाने में कामयाब रहा. फ्रांस को दायीं तरफ बॉक्स के करीब फ्री किक मिली. ग्रीजमैन का क्रास शॉट गोलकीपर डेनियल सुबासिच की तरफ बढ़ रहा था. लेकिन तभी मांजुकिच ने उस पर हेडर लगा दिया और गेंद गोल में घुस गई. इस तरह से मांजुकिच विश्व कप फाइनल में आत्मघाती गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए. यह वर्तमान विश्व कप का रिकॉर्ड 12वां आत्मघाती गोल है.

पेरिसिच ने हालांकि जल्द ही बराबरी का गोल करके क्रोएशियाई प्रशंसकों और मांजुकिच में जोश भरा. पेरिसिच का यह गोल दर्शनीय था जिसने लुज्निकी स्टेडियम में बैठे दर्शकों को रोमांचित करने में कसर नहीं छोड़ी. क्रोएशिया को फ्री किक मिली और फ्रांस इसके खतरे को नहीं टाल पाया. मांजुकिच और डोमागोज विडा के प्रयास से गेंद विंगर पेरिसिच को मिली. उन्होंने थोड़ा समय लिया और फिर बाएं पांव से शॉट जमाकर गेंद को गोल के हवाले कर दिया. फ्रांसीसी गोलकीपरी ह्यूगो लॉरिस के पास इसका कोई जवाब नहीं था.

लेकिन इसके तुरंत बाद पेरिसिच की गलती से फ्रांस को पेनल्टी मिल गई. बॉक्स के अंदर गेंद पेरिसिच के हाथ से लग गई. रेफरी ने वीएआर की मदद ली और फ्रांस को पेनल्टी दे दी. अनुभवी ग्रीजमैन ने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की. यह 1974 के बाद विश्व कप में पहला अवसर है जबकि फाइनल में मध्यांतर से पहले तीन गोल हुए.

क्रोएशिया ने दूसरे हाफ में भी आक्रमण की रणनीति अपनाई और फ्रांस को दबाव में रखा. खेल के 48वें मिनट में लुका मोड्रिच ने एंटे रेबिच का गेंद थमाई, जिन्होंने गोल पर अच्छा शॉट जमाया. लेकिन लॉरिस ने बड़ी खूबसूरती से उसे बचा दिया.

लेकिन गोल करना महत्वपूर्ण होता है और इसमें फ्रांस ने फिर से बाजी मारी. दूसरे हाफ में वैसे भी उसकी टीम बदली हुई लग रही थी. खेल के 59वें मिनट में किलियन एम्बाप्पे ने दाएं छोर से गेंद लेकर आगे बढ़े. उन्होंने पोग्बा तक गेंद पहुंचाई जिनका शॉट विडा ने रोक दिया. रिबाउंड पर गेंद फिर से पोग्बा के पास पहुंची जिन्होंने उस पर गोल दाग दिया.

इसके छह मिनट बाद एम्बाप्पे ने ने स्कोर 4-1 कर दिया. उन्होंने बाएं छोर से लुकास हर्नाडेज से मिली गेंद पर नियंत्रण बनाया और फिर 25 गज की दूरी से शॉट जमाकर गोल दाग दिया जिसका विडा और सुबासिच के पास कोई जवाब नहीं था. एम्बाप्पे ने 19 साल, 207 दिन की उम्र में गोल दागा और वह विश्व कप फाइनल में गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. पेले ने 1958 में 17 साल की उम्र में गोल दागा था.

क्रोएशिया लेकिन हार मानने वाला नहीं था. तीन गोल से पिछड़ने के बावजूद उसका जज्बा देखने लायक था. लेकिन उसने दूसरा गोल फ्रांसीसी गोलकीपर लॉरिस की गलती से किया. उन्होंने तब गेंद को ड्रिबल किया जबकि मांजुकिच पास में थे. क्रोएशियाई फारवर्ड ने उनसे गेंद छीनकर आसानी से उसे गोल में डाल दिया. इसके बाद भी क्रोएशिया ने हार नहीं मानी. उसने कुछ अच्छे प्रयास किए, लेकिन उसके शॉट बाहर चले गए. इस बीच इंजरी टाइम में पोग्बा को अपना दूसरा गोल करने का मौका मिला, लेकिन वह चूक गए.

मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित होगी

 

मंडी 15 जुलाई 2018 :- हिमाचल प्रदेश में अधिकतर लोग गांवों में रहते हैं और उनकी आर्थिकी कृषि पर निर्भर है । किसानों की कड़ी मेहनत के बाद उनकी फसलों को जंगली जानवर तथा बेसहारा पशु काफी नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उनका खेतीबाड़ी के प्रति रूझान घट रहा था । अब किसानों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना, जिसमें 35 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान प्रदेष सरकार द्वारा बाड़बंदी के लिए किया गया है ।
मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत सौर उर्जा संचालित बाड़बंदी ;सोलर फैंसिंग द्ध का प्रावधान है । इसमें फैंसिग वायर होती हैं और बीच में छोटे-छोटे स्प्रिंग लगे होते हैं । तार सोलर कंटोलिंग सिस्टम से जुड़ी होती है । जब कोई जानवर इसको छूता है अथवा तथा इसके अंदर घुसने की कोषिष करता है तो तारों और स्प्रिंग पर दवाब पड़ने की वजह से करंट लगता है तथा हूटर बज जाता है । करंट का झटका जानलेवा नहीं होता, क्योंकि यह केवल सौर डीसी पावर कम एम्पीयर पर काम करता है । जानवर डर के कारण पीछे हट जाता है तथा पुनः सोलर फैंसिंग के समीप नहीं आता । सोलर फैसिंग जानवरों व मनुष्यों दोनों के लिए सुरक्षित है ।
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को समीप के कृषि कार्यालय में विषयवाद विशेषज्ञ के पास उपलब्ध प्रपत्र को भरकर देना होता है, जिसके साथ जमीन की नकल भी देनी पड़ती है । उसके बाद इसे स्वीकृति के लिए उप निदेषक, कृषि कार्यालय में भेजा जाता है । स्वीकृति प्रदान होने के बाद अधिकृत कम्पनी आकर प्राक्कलन तैयार करके किसान को सूचित करती है । यदि किसान सरकार द्वारा चलाई गयी योजना के तहत कुल लागत का 20 प्रतिषत राषि देने को तैयार हैं तो किसान को इसका डाफट बनाकर कृषि विभाग को देना होता है, उसके बाद कम्पनी किसान की भूमि पर सोलर फैंसिंग लगाने की प्रक्रिया आरंभ कर देती है और शेष राषि प्रदेष सरकार वहन करती है अगर किसान तीन या तीन से अधिक संख्या में सामूहिक तौेर पर बाड़बंदी करवाना चाहें तो उन्हें 15 प्रतिषत राषि जमा करवानी पड़ती है तथा 85 प्रतिषत राषि सरकार द्वारा दी जाती है ।
मण्डी जिला में भी किसानों द्वारा मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ उठाया जा रहा है तथा बेसहारा पषुओं, बंदरों तथा सूअरों की समस्या से निजात पाकर वे अपनी खेती का संरक्षण कर रहे हैं। दं्रग विधानसभा क्षेत्र के तहत पधर उपमंडल में योजना का लाभ उठाकर किसान अपनी खेती का संरक्षण कर रहे हैं । उपमंडल में अभी तक योजना के तहत 35 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 29 को स्वीकृति प्रदान हो चुकी है और इनमें से तीन पूर्ण रूप से तैयार हो चुके हैं तथा शेष का कार्य प्रगति पर है ।
पशुओं से फसलों को होने वाले नुकसान को कम करने से फसलों को वास्तविकता में ही मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित होगी तथा किसान का पुनः खेतीबाड़ी की ओर रूझान बढ़ेगा ।