भाजपा की ‘साइबर सेना’ 2019 के संग्राम के लिए तैयार
बीजेपी के उपलब्धियों के बखान और विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए बनाई गई है साइबर सेना
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया पर विपक्ष के हमले का जवाब देने के लिए बीजेपी ने किलेबंदी की है. इसके लिए पार्टी ने साइबर सेना का गठन किया है. यह सेना हर मतदान केंद्र पर उन पांच लोगों की टीम होगी जो लोगों के सामने बीजेपी की उपलब्धियों की तस्वीर पेश करेगी.
बीजेपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आज के दौर में सोशल मीडिया का प्रभाव किसी से छिपा नहीं है. आने वाले चुनाव में काफी संख्या में युवा पहली बार वोट डालेंगे. देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी लोग सोशल मीडिया से जुड़े हैं.
उन्होंने कहा, ‘ऐसे में पार्टी दूरदराज के क्षेत्रों में आईटी के जरिए जन-जन तक सरकार के कार्यों की सही तस्वीर पेश करेगी.’ बीजेपी की साइबर सेना विपक्षी दलों के आरोपों का जबाव देने के लिए खास तौर पर काम कर रही है. इसके लिए अलग-अलग मुद्दों पर डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है. ताकि, आरोपों का जवाब तथ्य और आंकड़ों के साथ दिया जा सके.
कैसे काम करेगी ‘साइबर सेना’
पार्टी की सोशल मीडिया टीम तीन स्तरों पर काम कर रही है. एक समूह प्रिंट मीडिया पर ध्यान देगा और बीजेपी के खिलाफ प्रचार पर नजर रखेगा. एक दल बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए जवाबी रिपोर्ट तैयार करेगा.
बीजेपी के खिलाफ किसी भी तरीके के दुष्प्रचार को रोकने के लिए साइबर सेना में हर मतदान केंद्र पर पांच लोगों को चुना जाएगा. इन लोगों को पार्टी की उपलब्धियों से जुड़ी रिपोर्ट और डेटा वाले मैसेज भेजे जाएंगे. इन पांच लोगों को हर दिन बीजेपी का बुलेटिन भेजा जाएगा. ये लोग स्मार्ट फोन से लैस होंगे और सोशल मीडिया पर सक्रिय होंगे.
साइबर सेना बड़े नेताओं के रुख का प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से करेगी. इसके लिए पार्टी सोशल मीडिया पर काम करने के लिए बड़ी टीम तैयार कर रही है. इस सिलसिले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपनी देशव्यापी यात्रा के दौरान हर प्रदेश में पार्टी के आईटी सेल के लोगों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं.
कुछ समय पहले अमित शाह 300 ऐसे कार्यकर्ताओं से मिले थे जिन्हें सोशल मीडिया पर 10 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार की तरफ जनता के हित में उठाए गए कदमों की सूचना फैलाने की सलाह दी गई.
बीजेपी ने समाज के हर तबके और हर उम्र के लोगों के बीच अपने आधार को मजबूत बनाने के लिए शक्ति केंद्रों की स्थापना की है. इन शक्ति केंद्रों के प्रमुखों के ज़िम्मे पांच से सात बूथ हैं.
पार्टी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दे रही है. बीजेपी ने नमो एप से बूथ स्तर तक पार्टी कार्यकर्ताओं को जोड़ने की पहल की है. कॉलेजों और अलग-अलग शैक्षिक संस्थानों में अभियान चलाकर इससे युवाओं को जोड़ने की ‘सेल्फी विद कैम्पस’ योजना बनाई गई है. कई प्रदेशों में ‘चलो पंचायत’ कार्यक्रम भी शुरू किया गया है.