‘जिवें राम नुं लक्ष्मण सी’ का विमोचन आज

पद्मश्री डॉ॰ सुरजीत सिंह पात्तर द्वारा पंजाबी के विख्यात लेखक श्री संतोख सिंह धीर  के चुनिन्दा पत्रों के संकलन, ‘जिवें राम नुं लक्ष्मण सी’ का विमोचन पंजाब कला भवन चंडीगढ़  में इतवार को सुबह 10:30 बजे होगा

 

आज का पांचांग

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – वर्षा
मास – आषाढ
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया
नक्षत्र – अश्लेषा
योग – सिद्धि
करण – तैतिल

राहुकाल :-
4:30PM – 6:00PM

🌞सूर्योदय – 05:34 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 19:22 (चण्डीगढ)
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चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 09:00 10:43 शुभ
अमृत 10:43 12:27 शुभ
शुभ 14:10 15:53 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
शुभ 19:20 20:37 शुभ
अमृत 20:37 21:54 शुभ
लाभ 01:42 02:59 शुभ
शुभ 04:16 05:33 शुभ

भाजपा की खरीफ एमएसपी वृद्धि किसानों के साथ बड़ा धोखा– दीपेन्द्र हुड्डा


· कहा, 22 जुलाई को फतेहाबाद के टोहाना से जनक्रांति यात्रा के चौथे चरण का शुभारम्भ, रहेगा ऐतिहासिक, लाखों लोग करेंगे शिरकत

· यूपीए कार्यकाल में धान पर 62% और कपास पर 57% औसत वृद्धि भाजपा सरकार की बढ़ोत्तरी से कहीं ज्यादा

· किसानों को बढ़ी लागत और घटी आमदनी ने बनाया रिकॉर्ड कर्जवान, कांग्रेस की सरकार बनते ही होगा कर्जा माफ


उकलाना
शनिवार को उकलाना में सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने विशाल कार्यकर्ता सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 22 जुलाई को टोहाना में जनसभा के साथ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा अपनी जनक्रांति यात्रा के चौथे चरण का शुभारम्भ करेंगे जिसमे लाखों लोग शिरकत करेंगे। होडल, समालखा और मेवात के बाद फतेहाबाद के टोहाना से चौथे चरण की जनक्रांति यात्रा भी ऐतिहासिक होगी।

खरीफ 2018-19 के न्यूनतम समर्थन मूल्यों में केंद्र सरकार द्वारा की गयी वृद्धि को नाकाफी और किसानों के साथ धोखा बताते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कपास, धान, बाजरा जैसी खरीफ की प्रमुख फसलों में इससे कहीं ज्यादा वृद्धि यूपीए कार्यकाल में की जाती थी। उदाहरण के तौर पर यूपीए- 2 के पाँच साल में कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में औसत वृद्धि 57% रही जोकि मौजूदा भाजपा सरकार से कहीं ज्यादा थी। इसी प्रकार मोदी सरकार के कार्यकाल से कहीं ज्यादा यूपीए कार्यकाल में धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में औसत वृद्धि 62% रही है जिसकी वजह से किसानों को भरपूर फायदा मिला और चरों तरफ खुशहाली थी। हुड्डा सरकार के कार्यकाल में धान 5500 रूपए प्रति क्विंटल और कपास 7000 रुपये प्रति क्विंटल बिकता था, ऐसे में धान पर 1750 रुपये प्रति क्विंटल और कपास पर 5150 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य का क्या औचित्य है।

सांसद ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह सरकार केवल आकड़ों की बाजीगर है और कागजों का खेल खेल रही है जबकि किसान को कोई लाभ नहीं हो रहा है और किसान कर्ज के बोझ तले दबता चला जा रहा है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के दस साल के कार्यकाल में जिस किसान को अच्छा भाव देकर कर्जमुक्त कर दिया था अब वही किसान भाजपा के चार सालों में कर्ज के बोझ तले दब गया है और जमीन की फर्द लेकर कर्जा लेने के लिये बैंकों के आगे लाइन में खड़ा होने को मजबूर हो गया है।

इन परिस्तिथियों में अगर भाजपा ने किसानों का कर्ज माफ़ नहीं किया तो आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनते ही पहली कलम से किसानों का कर्ज माफ़ कर उनको राहत देने का काम किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि जिस एमएसपी को बढ़ाने की बात भाजपा सरकार कर रही है उससे कहीं ज्यादा की बढ़ोत्तरी यूपीए सरकार के समय होती थी। अब डॉ एम एस स्वामीनाथन जब स्वयं ये कह रहे हैं कि सरकार ने मेरी रिपोर्ट को लागू नहीं किया और रिपोर्ट की सिफारिश के मुकाबले बढ़ोत्तरी काफी कम है तब भी भाजपा के कृषि मंत्री और बाकी नेताओं का कहना समझ से परे है। भाजपा ने किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है।

अपने संबोधन में रमेश बाल्मीकि ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में हरियाणा का चहुमुखी विकास हुआ है मगर जन विरोधी भाजपा सरकार ने मंजूरशुदा परियोजनाओं को ठण्डे बस्ते में डाल कर हरियाणा को विकास के मामले में पीछे लेजाने का काम किया है। श्री बाल्मीकि ने कहा कि 2019 में हरियाणा प्रदेश में रिकॉर्ड बहुमत के साथ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी और हरियाणा को हम फिर से देश का नंबर वन राज्य बनाने का काम करेंगे।

सभी वक्ताओं ने कहा कि 22 जुलाई को टोहाना से शुरू होने वाली जनक्रांति यात्रा में लोगों की अभूतपूर्व भागीदारी होगी।

इस मौके पर विधायक शकुंतला खटक, पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह, पूर्व सीपीएस विनोद भयाना, पूर्व विधायक रणधीर सिंह, पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, धरमबीर गोयत, रवि लाम्बा, मीनू लितानी, बलवंत बिठमड़ा, वजीर पुनिया, भूपेंद्र कासनिया, जितेंद्र ज्याणी, योगेश सिहाग समेत अनेक स्थानीय नेता मौजूद रहे।

पगड़ी पहनने के आदेश से सिख धर्म की भावनाएं हुईं आहत : चीमा


अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने दावा किया कि चंडीगढ़ प्रशासन के इस कदम से सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं.


शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने शनिवार को केंद्र-शासित प्रदेश (यूटी) चंडीगढ़ के प्रशासन से छह जुलाई की वह अधिसूचना वापस लेने की अपील की जिसमें पगड़ीधारी सिख महिलाओं को छोड़कर बाकी सभी महिलाओं के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.

अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने दावा किया कि चंडीगढ़ प्रशासन के इस कदम से सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं. चीमा ने कहा, ‘केंद्रशासित प्रदेश को किसी सिख महिला की पहचान परिभाषित या फिर से परिभाषित करने और कानून की नजर में किसी के सिख महिला होने या नहीं होने का पता लगाने का कोई अधिकार नहीं है.’

उन्होंने दलील दी कि सिख सिद्धांत में कोई टोपी या हेलमेट पहनना मना है. चीमा ने कहा, ‘सिख धर्म के सिद्धांतों के मुताबिक, किसी सिख महिला के लिए पगड़ी पहनना जरूरी नहीं है. यह पूरी तरह उसकी मर्जी है. सिख धर्म में पगड़ी सिर्फ पुरुषों के लिए जरूरी है.’

उन्होंने कहा, ‘लगभग 99.99 फीसदी सिख महिलाएं दुपट्टे से अपना सिर ढकती हैं. हेलमेट पहनने से मिली छूट उन सब पर लागू होती है लेकिन नई अधिसूचना ने सिख महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित किया है.’

पूर्व मंत्री ने कहा कि अकाली दल इस मुद्दे को यूटी चंडीगढ़ प्रशासन के सामने उठाएगा और उससे अधिसूचना वापस लेने का अनुरोध करेगा. चीमा ने कहा, ‘यदि जरूरत पड़ी तो पार्टी का प्रतिनिधिमंडल इस बेहद संवेदनशील धार्मिक मुद्दे पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करेगा.’