विदेशी दूल्हे अब भाग नहीं सकेंगे R P O

पंजाब एंड हरियाणा की लड़कियों से शादी करके विदेश जाने के बाद पत्नियों को छोड़ने वाले लड़कों पर कार्रवाई को लेकर रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने शिकंजा कसने शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को पासपोर्ट ऑफिस ने पिछले दो दिनों में 7 पार्सपोर्ट सस्पेंड कर दिए हैं।

पार्सपोर्ट विभाग के प्रवक्ता ने प्रेस काँफ्रेंस में यह जानकारी देते हुए बताया कि लड़कियों से शादी करके विदेश भाग जाने के पंजाब, हरियाणा के 12 -12 जिलों और चंडीगढ़ में 12 से 14 हजार  मामले दर्ज हैं। RPO ने पीड़ित महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-2971918 जारी किया है। किसी भी महिला के साथ यदि कोई एनआरआई धोखा करता है तो वह इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती है।

प्रवक्ता ने कहा कि जिन आरोपियों के पास पहले ही दूसरे देश की नागरिकता है उन्हें विदेश मंत्रालय की तरफ से नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार इस तरह कि शिकायतें मिल रही थी  कि आनआरआई भोली भाली लड़कियों को अपने चंगुल फसाते हैं और फिर शादी करने के कुछ दिनों के बाद विदेश भाग जाते हैं। अब सरकार ने यह फैसला लिया है कि ऐसा करने वालों के पासपोर्ट रद्द कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए। इस प्रक्रीया में स्वयं पीड़ित महिलाएं पासपोर्ट ऑफिस में आकर ऐसे लोगों के खिलाफ जानकारी एकत्रित करने में मदद कर रही हैं। इसके अलावा पासपोर्ट एप नामक नया एप भी लांच कया गया है। इस एप की मदद से नागरिकों को मिडल मैन से भी आजादी मिलेगी पुलिस वेरिफिकशन में भी यह एप मदद करेगा और पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया और सरल होगी।

”काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ा करती” विज

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की शर्त पर 2019 में भाजपा को समर्थन देने के बयान पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कटाक्ष करते हुए कहा केजरीवाल बात बात पर झूठ बोलते हैं। देश मे उनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। विज ने एक मुहावरे ”काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ा करती” के माध्यम से अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधा।

इस दौरान अनिल विज ने हुड्डा की रथ यात्रा को घेरे में लेते हुए रथ यात्रा का मजाक उड़ाया और कहा कि उनकी रथ यात्रा का टायर कोई कहीं भी उतार कर ले जाये। विज ने बाकी कांग्रेसी नेताओं के नाम लेते हुए कहा कि हुड्डा के रथ का एक टायर किरण चौधरी उतार कर ले जाये , एक टायर अशोक तंवर उतार कर ले जाये , कोई पहिया कैप्टन अजय ले जाये और कोई टायर शैलजा ले जाये इसलिए इसकी बस का कोई भरोसा नही की इसकी कब इति श्री हो जाये ।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा की तीसरे चर्ण की रथ यात्रा पर भी विज ने कटाक्ष किया और कहा कि हुड्डा तमाशा कर रहे हैं, वो पहले ही हांफ गए हैं, सांस ले ले के आगे चल रहे हैं। थोड़े ही लोग हैं जिन्हें वह उठा कर कभी पहले कभी दूसरे तो कभी तीसरे चरण की रथ यात्रा में साथ ले जाते हैं। हुड्डा जनता का समर्थन खो चुके हैं।

 

मिड डे मील से अधिक पंजाब कांग्रेस के लिए शिक्षा मंत्री कार्यालय का नवीनीकरण प्राथमिकता : श्वेत मलिक

 

इंज श्वेत मलिक एम.पी. और बीजेपी पंजाब के अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र द्वारा शुरू की गई विभिन्न प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का लोगों को लाभ नहीं दे रही बल्कि सभी योजनाएं बंद होने की कगार पर हैं। मिड डे मील स्कीम का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, सरकार के कहने के अनुसार यह स्कीम धन की कमी के कारण पंजाब में लगभग बन्द होने के करीब है, लेकिन पंजाब सरकार के लिए पंजाब के शिक्षा मंत्री के कार्यालय के नवीनीकरण पर भारी राशि खर्च करना प्राथमिकता है, फिर स्कूल के बच्चों के लिए मिड डे भोजन प्राथमिकता नहीं है।

कांग्रेस के कामकाज और नीतियों की गंभीर आलोचना करते हुए इंज. शवेत मलिक ने कहा कि मिड डे मील स्कीम पहली कक्षा से 8 वीं कक्षा के 25 लाख बच्चे इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं और अब उन्हें विशेषाधिकार से इंकार किया जा रहा है क्योंकि पंजाब सरकार धन की कमी के कारण अपने हिस्से में योगदान करने में असमर्थ है।

2014-2015 में बीजेपी और अकाली दल सरकार के दौरान, पंजाब में , स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील योजना के कार्यान्वयन के लिए पंजाब को भारत में दूसरा सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कार्यालयों का नवीनीकरण करने और ओएसडी की सेना को भुगतान और भत्ते देने के लिए धन है, लेकिन उनके पास स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील भोजन प्रदान करने के लिए धन नहीं है। जनवरी 2018 में एचआरडी मंत्री ने मिड डे  भोजन योजना के लिए 40 करोड़ रुपये जारी किए थे क्योंकि पंजाब सरकार ने समय पर अपने हिस्से को राशि जारी करने के आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि सरकार अपने हिस्से की राशि जमा करने में पूरी तरह विफल रही है और इसकी जवाबदेह है।

वन कर्मचारी संघ के धरने में पहुंचे विजय बंसल

हरियाणा किसान कांग्रेस के प्रदेशउपाध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार विजय बंसल ने वन मंडल पिंजोर के कार्यालय में वन कर्मचारी संघ के धरने में पहुंच कर कांग्रेस की ओर से समर्थन दिया।वन कर्मियों ने बंसल को बताया कि भाजपा सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध सम्पूर्ण हरियाणा में वन कर्मियों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया जा रहा है।सरकार द्वारा ऑनलाइन ट्रांसफर प्रणाली , बिट व ब्लाक का फ्रिज करने के खिलाफ यह प्रदर्शन किया जा रहा है। कर्मचारियों ने विजय बंसल को बताया कि मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन भेज कर मांग करी गई थी कि पुलिस विभाग की भांति वन विभाग में भी ऑनलाइन ट्रांसफर प्रणाली से छूट दी जाए चूंकि वन विभाग अनुशासन व टेक्निकल विभाग है।यह तबादला नीति शिक्षा विभाग जैसी है परन्तु वन विभाग टेक्निकल विभाग है व इस नीति को लागू न किया जाए।कर्मियों के बच्चो के स्कूलों व कालेजो आदि में दाखिले हो रखे है व ट्रांसफर के बाद दूसरी जगह तबादले नही होंगे व एक साल खराब हो जाएगा जिससे शिक्षा पर प्रभाव आएगा।कर्मचारियों ने बंसल को यह भी बताया कि यह नीति को भी अधिसूचित नही किया गया है जबकि अधिसूचना के बिना इस ट्रांसफर प्रणाली को लागू करना गैर कानूनी है।संघ के चुनावों पर विचार विमर्श के लिए समय दिया जाए।प्रधान मुख्य वन संरक्षक के पत्र में कर्मचारियों का विवरण सही नही दर्शाया गया है, जब कर्मियों का विवरण सही नही होगा तो गलत सूचना के आधार पर स्थानांतरण करना गैर कानूनी है । साथ ही कर्मचारियों ने बंसल को यह भी बताया कि पौधारोपण का समय आगया है , नर्सरी तथा एडवांस अर्थवर्क कार्य पर है, ट्रांसफर होने से पौधारोपण प्रभावित होगा।जिन बीट , ब्लाकों को वन मंडल अधिकारियों ने मनमर्जी से फ्रिज किया है तथा जिस बीट , ब्लाक में मर्ज किए है इससे कर्मचारियों का कार्यभार दोगुना हो जाएगा।उन्हें अतिरिक्त कार्य के लिए कोई भत्ता नही मिलता है व नाही दिया जाता है।
विजय बंसल ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी हर समय , हर मोर्चे पर साथ है व जरूत पड़ी तो क्षेत्र व प्रदेश भर में आंदोलन कर इस जनविरोधी सरकार से मांगो को पूरा करवाया जाएगा।बंसल ने वन मंडल अधिकारी को मिलकर भी कर्मियों की मांगों को जायज बताते हुए पूरा करवाने की मांग भी करी ।बंसल द्वारा कांग्रेस के समर्थन से कर्मचारियों में आस आई व भविष्य में कर्मियों की ओर से पार्टी व बंसल को समर्थन का आश्वासन दिया।

Police File

DATED

12.06.2018

 

Special drive against consuming liquor at public place was carried out at different parts of the city in which total 08 cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered.

 In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out at different parts of the city. Under this drive total 08 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 09 persons were arrested while consuming liquor at public place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:- PS-17 = 1 case, PS-19 = 2 cases, PS-26 = 2 cases, PS-IT Park = 3 cases.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Action against Gambling/Satta

Chandigarh Police arrested Jaswant Singh R/o # 2525/B, Sector-47, Chandigarh, Subash Chander R/o #2852/2, Sector-47, Chandigarh, Shera R/o # 2338, Ph-2, Ram Darbar, Chandigarh and Hem Raj R/o # 2901, Sector-47, Chandigarh while they were gambling at Park, Sector-47, Chandigarh and recovered cash Rs. 6320/- from their possession. A case FIR No. 256, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-31, Chandigarh. All later on bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Ram Das R/o # 2044, NIC, Mani Majra Chandigarh, while he was playing satta near Kheda Mandir NIC Mani Majra, Chandigarh and recovered cash Rs. 1255/- from his possession. A case FIR No. 156, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Later he bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Parveen Kumar R/o # 1090, Village Kishangarh, Chandigarh, while he was playing satta near Govt. Model School, Kishangarh, Chandigarh and recovered cash Rs. 970/- from his possession. A case FIR No. 158, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Later he bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested for Eve-teasing

A case FIR No. 176, U/S 354 IPC & 10 POCSO Act has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Pinkal Saroj R/o Swimming Pool, Sector-29, Chandigarh who eve-teased a girl at Swimming Pool, Sector 29, Chandigarh on 10.06.2018. Alleged has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Prevention of Immoral Trafficking

Chandigarh Police arrested Mehboob Khan R/o # 2407/B, Sector-70, Mohali (PB) and Swami Parshad @ Samir R/o Mohalla Ambika Vihar Kharar Distt. Mohali (PB) from SCO No. 45, 1st Floor, NAC, Mani Majra, Chandigarh on 11.06.2018. A case FIR No. 265, U/S 3, 4, 5, 5(A), 7 Prevention of Immoral Trafficking Act 1956 has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

One arrested for Burglary

Sh. Sukhpal Singh R/o # 964, Mohalla Bhara Mall Khu, Mani Majra, Chandigarh reported that unknown person stolen away purse containing cash Rs. 200/- and some important documents from his house on 11.06.2018. A case FIR No. 266, U/S 454, 380IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Later one person namely Mukesh R/o Shesham Wali Gali, Mauli complex, Chandigarh has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A lady resident of Sector 8, Chandigarh alleged that two unknown persons on Activa Scooter snatched away her purse containing cash Rs. 2000/-, mobile phone and some documents near her residence on 11.06.2018. A case FIR No. 125, U/S 356, 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector 63, Chandigarh alleged that unknown person snatched away gold chain from complainant near Block No. 6, Sector 63, Chandigarh on 11.06.2018. A case FIR No. 114, U/S 356, 379, 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh.Investigation of the case is in progress.

Theft

A girl resident of Sector-35, Chandigarh reported that unknown person stolen away two bicycles from near railing, Sukhna Lake, Chandigarh on 08.06.2018. A case FIR No. 126, U/S 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Sh. Sohanbir R/o # 4879/2, Sector-38/West, Chandigarh reported that unknown person stolen away Activa Scooter No. CH-0BL-5642 while parked near Petrol Pump, Sector-22/C, Chandigarh. A case FIR No. 190, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Mukesh Kumar R/o # 3045, Sector-37, Chandigarh reported that unknown person stolen away car No. PB-65Z-7740 while parked near Jawala Mata Mandir, Sector-45, Chandigarh on night intervening 09/10-06-2018. A case FIR No. 222, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Sh. Dhan Singh R/o Village Torti, P.S. Kharali, Distt. Chamoli Uttrakhand alleged that two unknown persons cheated cash Rs. 34,000/- from complainant near Outer Gate, ISBT-17, Chandigarh on 10.06.2018. A case FIR No. 191, U/S 420, 34 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Kuldeep Singh R/o # 1509/A, Sector-30/B, Chandigarh alleged that Ajit Singh R/o # 108, Hallo Majra, Chandigarh cheated cash Rs. 2,000/- from complainant regarding providing street vendor license. A case FIR No. 177, U/S 420, 465, 468 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rioting

A case FIR No. 158, U/S 147, 149, 323, 341, 342, 506 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh on the complaint of Jasbir Singh R/o VPO Village, P.S. Chandi Mandir, Distt. Panchkula (HR) who alleged that unknown person’sbeaten/threatened complainant near wine shop, Dhanas, Chandigarh on 11.06.2018. Later two persons namey Shivam R/o # 19, Sector 46, Chandigarh and Ankit R/o # 4386, Sector 46, Chandigarh have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

पदक जितने पर अब युवा खिलाडियों को नहीं मिलेगा नगद प्रोत्साहन

 

चंडीगढ़।

खिलाडियों के प्रति उदासीन रवैया दिखाते हुए खट्टर सरकार ने जूनियर विंग के खिलाडियों को पदक प्राप्ति पर नकद इनाम नहीं दिए जाने की घोषणा की.

हरियाणा में खिलाड़ियों की कमाई का 33 फीसदी खाते में जमा करने के एलान से हुई फजीहत के बाद सरकार ने अब नया फरमान जारी कर दिया है। अब सरकार ने फरमान जारी किया है कि जूनियर ,सब जूनियर और यूथ विजेता खिलाड़ियों को गेम्स में पदक जीतने पर जीतने पर नकद इनाम नहीं दिया जाएगा।

इस फरमान को जारी करते हुए सरकार ने 2015 खेल नीति का हवाला दिया की पॉलिसी का हवाला दिया है। हालांकि इसी पॉलिसी के तहत कैश अवार्ड के जरिए मेडल विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करना खेलों में उत्कृष्ट को बढ़ावा देने का सबसे कारगर तरीका बताया गया है।  गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में सरकारी सेवाओं में कार्यरत खिलाड़ियों की कमाई से 33 फीसदी खेल परिषद के खते में जमा करने का फरमान जारी किया था। इस फरमान के बाद विपक्षी राजनीतिक दलों और सूबे के खिलाड़ियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सरकार ने इस फरमान पर अपनी फजीहत होते देख फैसले पर रोक लगा दी थी। बहरहाल देखना यह है कि इस फरमान पर सरकार का रुख कायम रहेगा कि नहीं।

1 लाख 60 हजार करोड़ का कर्ज़ कहाँ खर्चा : हूडा

हरियाणा के पूर्व मुख्य मन्त्री भूपेन्द्र सिह हुड्डा के मिडिया प्रभारी चाँद हुड्डा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री हुडा ने आज प्रदेश की भाजपा सरकार के फैसलों और नीतियों को लेकर कड़ा प्रहार किया और सवाल पर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि हम एक जिम्मेवार विपक्ष की भूमिका में हैं। हमें अपने प्रदेश व जनता के व्यापक हितों की चिन्ता है, इसलिए हम केवल ऐसे सवाल उठाते हैं, जो सरकार को जगाने का काम करें और हरियाणा के लोग भी सच्चाई से रूबरू हो सकें।

मेरा सरकार से सवाल है कि प्रदेश सरकार ने 1 लाख 60 हजार करोड़ रूपये का जो कर्ज उठाया है, वो कहां खर्च किया ? क्या सरकार ने अपने बलबूते पर हरियाणा में किसी बड़े प्रोजैक्ट पर काम शुरू किया है ? क्या सरकार केन्द्र से कोई बड़ा प्रोजैक्ट लाई, जिसमें हरियाणा ने भी वित्तीय योगदान दिया है ?

हुड्डा ने कहा कि विभिन्न खरीद ऐजैंसियों ने मार्किट कमेटियों की मार्फत सरसों खरीद के टोकन जारी किये। उन्होंने सरकार से पूछा है कि क्या कारण है कि हजारों किसानों के पास टोकन होने के बावजूद भी एमएसपी पर सरसों की खरीद नहीं हुई ? सरसों की नहीं हर फसल की खरीद के वक्त किसानों को एमएसपी क्यों नहीं मिल रहा ? किसानों को परेशान करने के लिए हर सीजन में क्यों अनावश्यक शर्तें थोपी जाती है ? किसानों को गन्ने का बकाया देने में देरी के क्या कारण हैं ?

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे पूछा है कि सरकार के मुखिया को सवैंधानिक संस्थाओं में दखल करना कितना वाजिब है ? उनको क्यों नहीं अपना काम स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से करने दिया जा रहा है ? क्या मुख्यमंत्री का हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन से फोन करने के पीछे कोई और मकसद तो नहीं है ? क्या यह खेल हरियाणा सर्विस सलैक्शन कमीशन पर पड़े काले दाग ढ़ांपने का प्रयास तो नहीं है ?

हुड्डा ने कहा कि सरकार स्पष्ट करे कि बीबीएमबी ने मेम्बर इरिगेशन के लिए क्या शर्तें रखी हैं ? क्या जो ताजा शर्तें हैं, उनके मुताबिक हरियाणा का कोई कार्यरत मुख्य अभियन्ता पात्र है ? बीबीएमबी में जब से नया चेयरमैन आया है, कितनी नियुक्तियां (कच्ची व पक्की) हुई हैं और उनमें से कितनी हरियाणा से हैं ? क्या बीबीएमबी के वर्तमान चेयरमैन की नियुक्ति में हरियाणा सरकार की सहमति ली गई, क्योंकि देश में बड़े सिंचाई प्रोजैक्टस में हिस्सेदार राज्यों से चेयरमैन नियुक्त करने की परम्परा नहीं रही ? बीबीएमबी में इसकी पालना क्यों नहीं हुई ? जब सरकार को पता था कि पहाड़ों पर बर्फबारी कम हुई है तो किन कारणों से मार्च 2018 से मई 2018 के बीच भाखड़ा बाँध से ज्यादा पानी छोड़ा गया, जिससे बाँध में पानी का स्तर 1673 फुट से घटकर 1642 फुट पर आ गया। सरकार ये बताये कि जितना पानी छोड़ा गया उसमें हरियाणा का हिस्सा कितना बनता था और वास्तव में पानी मिला कितना ?

हुड्डा ने याद दिलाया कि भाजपा दावा कर रही थी कि सत्ता में आने के बाद प्रदेश में चौबीस घंटे बिजली दी जायेगी, फिर सरकार के दावे की हवा क्यों निकली ? सरकार बताये की बिजली सप्लाई का शहरों और गांवों में शैड्यूल क्या है ? आज क्यों पूरे हरियाणा में बिजली और पानी के लिए त्राही-त्राही मची हुई है ?

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के खिलाडि़यों ने देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। सरकार नित नये फैसले लेकर प्रदेश के खिलाडि़यों का क्यूं अपमान करा रही है ? सरकार की खेल और खिलाडि़यों के बारे में स्पष्ट नीति क्या है ? क्या यह बात सरकार के नोटिस में है कि अनेक बड़ी उम्र के लोगों की पैंशन काट दी गई है या रोक दी गई है ?

हुड्डा ने कहा कि यदि हरियाणा के लोगों ने प्रदेश भाजपा सरकार के बारे में यह धारणा बना ली है कि सरकार न तो किसी विषय की गहरी जानकारी रखती है और न उसे जिम्मेवारी का एहसास है, तो इसमें गलत क्या है ? मुझे उम्मीद है कि सरकार हमारे सवालों को हल्की शब्दावली से हवा में उड़ाने की बजाये सही जवाब देगी।

भय्यु जी महाराज ने की आत्महत्या

 

भय्यु जी महाराज की मृत्यु गोली लग जाने के कर्ण हुई. उनका शव परिजनों को उन्ही के कमरे में मिला. कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने आत्महत्या की.

अाध्यात्मिक संत भय्यू महाराज ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। भय्यू महाराज ने ये कदम क्यों उठाया फिलहाल ये राज बना हुआ है। परिजन उन्हें लेकर बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंचे थे लेकिन बताया जा रहा है कि अस्पताल लाने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। भय्यू महाराज ने अपनी दाईं कनपटी पर गोली मारी।

पुलिस की एफएसएल टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक पारिवारिक कलह या अवसाद के कारण भय्यू महाराज ने ये कदम उठाया। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि भय्यू महाराज ने दाई कनपटी पर गोली मारी। भय्यू महाराज ने सिल्वर स्प्रिंग स्थित अपने निवास पर खुद को गोली मारी।

पुलिस की एफएसएल टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। उधर भय्यू महाराज को गोली लगने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके अनुयायी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए हैं।

मॉडलिंग की दुनिया से निकलकर आध्यात्म को अपनाया

मालवा के शुजालपुर प्रांत से निकलकर देश -विदेश में अपनी आध्यात्मिक छवि के लिए पहचाने जाने वाले भय्यू महाराज ने मॉडलिंग के दुनिया से अपना करियर शुरू किया था और उसके बाद उन्होने शोहरत भरी मॉडलिंग की जिंदगी को अलविदा कहकर आध्यात्म के सफर पर चलना तय किया। उनके भक्तों की फेरिस्त में लता मंगेशकर से लेकर महाराष्ट्र की और देश- दुनिया की नामी हस्तियां रही है। जिनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं। भय्यू महाराज से मिलने अब तक आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल सहित कई बड़ी हस्तियाँ उनके आश्रम में आ चुकी हैं.

भय्यू महाराज ने तुड़वाया था अन्ना हजारे का अनशन

भय्यू महाराज चर्चा में तब आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। इसके अलावा पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज आमंत्रित किया था।  हाल ही में मप्र सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था, लेकिन उन्होंने लौटा दिया था।

– 1968 को जन्में भय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते है।
– कभी कपड़ों के एक ब्रांड के लिए ऐड के लिए मॉडलिंग कर चुके भय्यू महाराज अब गृहस्थ संत हैं। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके ही देखरेख में चलता है।
– उनका मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है। उनकी पत्नी माधवी का दो साल पहले निधन हो चुका है।
– पहली शादी से उनकी एक बेटी कुहू है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई कर रही है।
– उन्होंने 30 अप्रैल 2017 को एमपी के शिवपुरी की डॉ. आयुषी के साथ दूसरी शादी की।

 

लेटरल एंट्री के जरिये सरकार आरक्षण खत्म करने की कोशिश कर रही है: येचुरी

विपक्ष का काम तो विरोध ही होता है और विपक्ष विरोध कर रहा है, सभी को यह डर है कि ‘लेटरल एंट्री’ से संघी लोग सचिवालय आ जायेंगे, परन्तु कोई यह नहीं बता रहा कि इसका मसौदा तो कांग्रेस की सरकार ने ही पारित किया था बस उन्हें ज़रुरत नहीं पड़ी. और किसी को भी एक “स्टील फ्रेम” जैसा कि सरदार पटेल भारतीय प्रशासनिक सेवाओं  के बारे में कहते थे, इस  संस्था में दरार का डर नहीं दीख पड़ता.

यूपीएससी एग्जाम के बगैर संयुक्त सचिव स्तर पर सीधी भर्ती कराने के फैसले पर सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर करारा निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह प्रशासनिक स्तर पर संघियों की भर्ती कराने की कोशिश है. इसके जरिए यूपीएससी और एसएससी पास करने वाले कैंडिडेट का महत्व कम किया जा रहा. उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसलों के जरिए केन्द्र सरकार आरक्षण को भी खत्म करने की कोशिश कर रही है.

येचुरी अलावा अन्य कई विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार के इस फैसले की आलोचना की है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशासनिक विफलता का परिणाम है. उन्होंने कहा, “दस विभागों में वरिष्ठ स्तर पर नौकरशाही के पद ऐसे निजी लोगों के लिए खोलना जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास नहीं की है, ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशासनिक विफलता का परिणाम है.”उन्होंने कहा कि यह खतरनाक परम्परा है और इससे केंद्र सरकार की नीतियों में पूंजीवादियों और धनाढ्यों का प्रभाव बढ़ने की संभावना है.

हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी सरकार के फैसले का बचाव किया है. उन्होंने कहा देश भर में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की कमी के कारण उत्पन्न जरूरतों को देखते हुए प्रयोग के तौर पर ये योजना लाई गई है. साल 2013 से 2017 को छोड़कर 1990 के दशक से एनडीए के सहयोगी रहे कुमार ने सिविल सेवाओं को कमतर करने के लिए कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पहले कि सरकारों ने हमें इस स्थिति में छोड़ दिया है कि हमें प्रशासन की कई जरूरतों को पूरा करने में कठिनाई आ रही है.

विपक्ष की आलोचनाओं से इत्तेफाक नहीं रखते हुए केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में भी सीधी भर्ती की वकालत की और कहा कि मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. मानव संसाधन राज्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से शैक्षणिक संस्थानों की क्षमता में सुधार आएगा. इस पर आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि सरकार प्रतिबद्ध नौकरशाही यानि कि डेडिकेटेड ब्युरोक्रेसी चाहती है, इसलिए बिना यूपीएससी के ज्वाइंट सेक्रेटरी बनाने का फैसला लिया गया है.

हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का कहना है कि हमें अभी और ब्यौरे के बारे में जानने की जरूरत है. देखते हैं कि हमारे अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले सरकार क्या जवाब देती है. उन्होंने कहा, ‘‘इस विज्ञापन को लेकर आशंका है. अगले कुछ दिनों में हम इस बारे में जवाब दे सकेंगे.’’राजनीति में आने से पहले नौकरशाह रहे कांग्रेस प्रवक्ता पी एल पुनिया ने आरोप लगाया कि सरकार सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े लोगों की भर्ती करने का प्रयास कर रही है.

Bhivandi Court Framed Charges Against RaGa Next Hearing 10 August

 

After four years of filing case rahul was summoned today for a hearing.

A court in Bhiwandi in Maharashtra’s Thane district framed defamation charges against Congress president Rahul Gandhi on Tuesday in a criminal defamation case filed by RSS worker Rajesh Kunte.

The charges were framed under sections 499 (defamation) and 500 (punishment for defamation) of the Indian Penal Code. Rahul Gandhi reportedly pleaded not guilty. The court set 10 August as the next date of hearing.

Addressing the media after leaving the Bhiwandi court, Rahul accused the government filing cases against him, but not having answers on rising unemployment and saving farmers. “This is a government for the rich. The media shows the bright side. The prime minister does not speak on the issue like unemployment and protection of farmers. He doesn’t have answers to rising fuel prices. They keep putting cases on me. They can keep doing so; it doesn’t matter. This is my fight for ideology. We will fight them and win,” he said.

However, Kunte alleged that the Congress chief was being given “special treatment”. “I am complainant and still was not allowed inside court without being frisked but Rahul and his people went in without frisking despite him being accused. Police was biased,” Kunte Claimed

The judge, while reading out charges, said Rahul defamed the complainant’s organisation RSS through his remarks during a rally in 2014. The judge said that the Congress chief harmed RSS’ reputation.

Kunte had filed the case after the Congress president’s speech at an election rally, in which the latter had alleged that the RSS was behind the assassination of Mahatma Gandhi. He had also said the Hindutva organisation opposed Sardar Patel.

Rahul had moved to

The Supreme Court in 2015 seeking a stay on Bombay High Court’s order dismissing his plea for quashing the defamation case. In 2016, the court said Rahul must either apologise or face trial for his remarks. “You can’t make wholesale denunciation of an organisation,” the top court had said.