अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा की अध्यक्षता में अगामी 23 से 29 जनवरी तक चलने वाले माता मनसा देवी परिसर में 11 वें आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसडीएम पंकज सेतिया, नेहरु युवा केंद्र के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा, उपसिविल सर्जन सरोज अग्रवाल, श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यह कार्यक्रम नेहरु युवा केंद्र पंचकूला, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन पंचकूला द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों के लगभग 200 युवक, युवतियां व सिक्योरिटी आॅफिसर भाग लेंगें। उन्होंने श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव को निर्देश दिये कि वे मंदिर परिसर लक्ष्मी भवन धर्मशाला में इनके ठहरने व खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने एमडीएम पंचकूला से कहा कि वे जिला की विभिन्न जगहों पर इन्हें भ्रमण करवाने के लिये ट्रांसपोरेशन की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें ताकि ये युवा यहां की संस्कृति को नजदीक से देख सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निदेश दिये कि वे इस कार्यक्रम में प्रत्येक दिन किसी चिकित्सक की ड्यूटि लगाये। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि वे सातों दिन एक पीसीआर व जवानों को लक्ष्मी भवन में तैनात रखें।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी युवाओं को विभिन्न स्थानों की भाषा, लोकाचार एवं जीवनशैली को समझकर शिक्षित रास्ते पर रोजगार के अवसर तलाशना और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्मारकों को देखना है। इससे सदभावना, शांति, सांस्कृतिक आदान प्रदान एवं समग्र विकास होगा। उन्होंने नेहरु युवा केंद्र पंचकूला के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा से कहा कि वे इन युवाओं को यादविंद्रा गार्डन, सीआरपीएफ कैंप पिंजौर तथा राजभवन का भी भ्रमण करवाना सुनिश्चित करें ताकि इन युवाओं को यहां की संस्कृति का बोध हो। इसके साथ साथ कालका व सेक्टर-1 पंचकूला के काॅलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करवाये। उन्होेने अधिकारियों से कहा कि वे गणतन्त्र दिवस समारोह में इन युवाओं को बैठाने की विशेष व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/2019_1largeimg01_Jan_2019_191522390.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-18 14:14:242019-01-18 14:14:27आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम माता मनसा देवी परिसर-जगदीप ढांडा
जिन चेहरों के ईर्दगिर्द राजस्थान की राजनीति घूमती है वो चेहरे अपनी पदस्थापना से संतुष्ट हैं? विधानसभा अध्यक्ष बनने वाले सीपी जोशी के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष पद छोड़ना कठिन फैसला हो सकता है.
राजस्थान की राजनीति में गुटबाजी और अंदरूनी कलह के बाद चुनावी मौसम में उम्मीदवारों का टिकट मामला, सीएम पद की रेस और फिर सरकार के लिए मंत्रीपद का बंटवारा शांति से निपट गया. राज्य के सभी अनुभवी और जोश से लबरेज नेताओं के सम्मान का ध्यान रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने ताजपोशी भी कर दी. ये सब देखते हुए सियासत की सीधी तस्वीर कहती है कि राजस्थान कांग्रेस में अब शांति है और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस जुट गई है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या वाकई राजस्थान में गुटबाजी थम गई?
अशोक गहलोत को गुजरात और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में अपनी जादुगरी दिखाने का ईनाम मिला तो सचिन पायलट को 21 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के एवज में डिप्टी सीएम का पद मिला. वहीं शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची में नाम न होने के बाद अब सीपी जोशी को भी विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया गया है.
क्या वाकई जिन चेहरों के ईर्दगिर्द राजस्थान की राजनीति घूमती है वो चेहरे अपनी पदस्थापना से संतुष्ट हैं? क्या ये सब मिलकर कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में भी विधानसभा चुनाव की ही तरह दमदार प्रदर्शन के लिए सामूहिक प्रण और रण करेंगे?
साल 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथ से राजस्थान का किला जिस तरह फिसला उससे दोबारा जीत दूर दूर तक मुमकिन नहीं थी. लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में गुटबाजी हावी न हो उसके लिए कांग्रेस ने सबसे पहले गुटबाजी पर विराम लगाने की रणनीति पर काम किया. कांग्रेस ने सीएम की रेस में सभी चेहरों को चुनाव के आखिर तक बने रहने दिया. किसी भी एक नाम को न तो खारिज किया और न ही आगे बढ़ाया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जब राजस्थान विधानसभा चुनाव से तकरीबन 4 महीने पहले जयपुर में रोड शो किया तो उन्होंने मंच पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट को गले मिलवाकर समर्थकों में संदेश भिजवाया. संदेश साफ था कि पहले सब मिलकर लड़ें और बाद में तय होगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा.
लेकिन संकेतात्मक प्रयासों के बावजूद राजस्थान में पार्टी अंदरूनी कलह और गुटबाजी को झेल रही थी. पहली गुटबाजी टिकटों के बंटवारे को लेकर अपनी पसंद के उम्मीदवारों को मौका दिए जाने पर शुरू हुई. विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने का पहला दिन आ चुका था. लेकिन कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर सकी थीं.
नामों पर मंथन के साथ-साथ खींचतान चलती रही. यहां तक कि अशोक गहलोत- सचिन पायलट के बीच टिकटों के बंटवारे के वक्त खींचतान के आरोप लग रहे थे. राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के बीच तो तीखी बहस तक हो गई थी. वहीं ‘मेरा बूथ, मेरा गौरव’ अभियान नाम के कार्यक्रमों में नेताओं के साथ मारपीट और कपड़े फाड़ने की घटना भी सामने आई थी.
दरअसल, राजनीति के तराजू में महत्वाकांक्षा और असुरक्षा के पलड़ों के बीच नेता हाथ आए मौके को किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहते हैं और यही वजह है कि जब चुनाव आते हैं तो उनका सब्र एक तरफ और आक्रमण हावी हो जाता है. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने समय समय पर इसी सब्र के बांध को मजबूती से बांधने का काम किया ताकि चुनाव तक एकजुटता बनी रहे. सार्वजनिक मंच पर गहलोत और पायलट को साथ खड़े कर दोनों के ही समर्थकों में सीएम पद को लेकर सस्पेंस भरने का काम किया ताकि चुनावी संगठन और प्रबंधन कमजोर न हो सके. एक तस्वीर राजस्थान की सियासत में वाइरल हुई थी. एक रैली के दौरान एक ही मोटर साइकिल पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट साथ जा रहे थे.
किसी तरह गुटबाजी पर अंकुश लगा. लेकिन चुनावी नतीजों ने कांग्रेस को सीटों की सेंचुरी बनाने से रोक दिया. बावजूद इसके कांग्रेस ने राजस्थान में अपने तीन बड़े खिलाड़ियों के जरिए सभी जातियों को साधने का काम जरूर बखूबी से पूरा किया. अब जबकि गहलोत सरकार ने पूरी तरह से कामकाज शुरू नहीं किया है तो ऐसे में पार्टी की गुटबाजी का कोई ताजा मामला सामने नहीं है जो कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए चिंता का सबब बने.
गहलोत और पायलट के बीच सत्ता के समझौते के तहत 15–15 मंत्रीपदों के बंटवारे पर सहमति बनी थी. अभी तक कुल 23 मंत्री शपथ ले चुके हैं जिसमें गहलोत समर्थित मंत्रियों की तादाद ज्यादा है. कुल 30 मंत्रियों को शपथ लेना है. ऐसे में 7 मंत्रियों के नाम पर खींचतान हो सकती है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पास वित्त मंत्रालय रखा तो पीडब्लूडी विभाग सचिन पायलट को दिया गया. ताकि भारी मंत्रालयों को लेकर छोटी सी नाराजगी बड़ा रूप न ले सके. बाकी बचे मंत्रालयों के बंटवारे के दौरान गुटबाजी असर दिखा सकती है. इसके बाद लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए बनने वाली स्क्रीनिंग कमेटी में ही ये तस्वीर साफ हो सकेगी कि राजस्थान में किस गुट का जोर चला और गुटबाजी की नई शक्ल क्या होगी?
विधानसभा अध्यक्ष बनने वाले सीपी जोशी के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष पद छोड़ना कठिन फैसला हो सकता है. वो आरसीए अध्यक्ष पद छोड़ना नहीं चाहते हैं और शायद इस वजह से पार्टी में नया तनाव उभर सकता है.
बहरहाल, किसानों की कर्जमाफी का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार ने भले ही दो दिन में कर्जमाफी का ऐलान कर दिया लेकिन ये ऐलान अभी फाइलों से बाहर निकल नहीं सका है. कर्जमाफी को लेकर कुछ शर्तें तय की जा रही हैं जिनको लेकर विरोध के सुर उठ रहे हैं. अगर शर्ते किसानों की उम्मीदों के खिलाफ गईं तो इसका खामियाज़ा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है. फिलहाल, राजस्थान कांग्रेस और राजस्थान सरकार में सब शांत है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/ahul-Gandhi-with-Rajasthan-Congress-chief-Sachin-Pilot-offers-prayers-at-Pushkar-Sarovar-770x433.jpg433770Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-18 03:02:292019-01-18 03:02:34कांग्रेस के लिए लोक सभा की वैतरणी गुटबाजी डुबाएगी
बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने कर्नाटक में राजनेतिक हालात को देखकर अपने 102 विधायकों को गुड़गांव के रिज़ॉर्ट में शिफ़्ट करने फ़ैसला किया है
नई दिल्ली/बेंगलुरू: कर्नाटक की सियासत में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है. कुमारस्वामी सरकार पर संकट बढ़ गया है. कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है. उधर, बीजेपी ने भी पलटवार किया है. सूत्रों के मुताबिक, कोंग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. बीजेपी की कोशिश है कि जल्दी ही ये 13 विधायकों इस्तीफ़ा दे दें. बीजेपी कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के ख़िलाफ़ अगले हफ़्ते अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकती है.
इसके अलावा, बीजेपी ने अपनी पार्टी के विधायकों को दिल्ली बुला लिया है. कर्नाटक विधायकों की बैठक 1:30 बजे दिल्ली के वेस्टर्न कोर्ट एनेक्सी में हुई. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष येदियुरप्पा के साथ -साथ प्रदेश बीजेपी के कई नेता भी मौजूद थे. हालांकि बताया जा रहा है कि बैठक लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई लेकिन सूत्रों का कहना इस बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालातों पर चर्चा के साथ-साथ बीजेपी की कोशिश अपने विधायकों को एकजुट रखने और संभावित तोड़-फोड़ से बचाने की है. मीटिंग के बाद बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने कर्नाटक में राजनेतिक हालात को देखकर अपने 102 विधायकों को गुड़गांव के रिज़ॉर्ट में शिफ़्ट करने फ़ैसला किया है.
कुमारस्वामी ने सरकार गिराने की रिपोर्ट को खारिज किया उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार की ‘अस्थिरता’ का कोई सवाल नहीं है. उन्होंने इन रिपोर्टो को भी खारिज किया जिनमें कहा गया है कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने के लिए कथित रूप से ‘ऑपरेशन कमल’ चला रही है. कुमारस्वामी ने हालांकि अपने इस आरोप को दोहराया कि बीजेपी सत्तारुढ़ गठबंधन के विधायकों को लुभाने का प्रयास कर रही है. हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि गठबंधन का कोई भी विधायक पाला नहीं बदलेगा.
कुमारस्वामी ने कहा, “मैंने मीडिया में आई इन रिपोर्ट (ऑपरेशन कमल) को देखा है. आज भी मैंने एक मीडिया रिपोर्ट देखी जिसमें कहा गया है कि 17 जनवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा. मुझे नहीं मालूम कि मीडिया में इस प्रकार की रिपोर्ट कौन दे रहा है…. मुझे यह रिपोर्ट देखकर बड़ी हैरानी हुई.” उन्होंने कहा, “मुझे नहीं मालूम ऐसी रिपोर्टो से किसको फायदा होगा लेकिन मेरी राय में, इससे राज्य की जनता का नुकसान होगा.” उन्होंने मैसूर में संवाददाताओं से यह बात कही.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/KUMARASWAMY-L.jpg440660Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-14 15:34:182019-01-14 15:34:21राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार की ‘अस्थिरता’ का कोई सवाल नहीं है : एचडी कुमारस्वामी
सुषमा स्वराज ने कहा, आतंकवादी जिस नफरत की विचारधारा को प्रसारित करना चाहते हैं, उसकी हमारे समाज में कोई जगह नहीं है.
समरकंद (उज्बेकिस्तान): भारत ने रविवार को कहा कि वह अफगानिस्तान के आर्थिक पुन:निर्माण और युद्धग्रस्त क्षेत्र में ‘‘अफगान नीत, अफगान स्वामित्व वाली एवं अफगान नियंत्रित” शांति एवं सामंजस्य की समावेशी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. यहां ऐतिहासिक भारत-मध्य एशिया संवाद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत के पक्ष को रखा जो आतंकवाद से बर्बाद देशों तक संपर्क बढ़ाने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान देता है. स्वराज ने संवाद के पहले सत्र में कहा, “मैं खासकर यह बताना चाहती हूं कि हमारा क्षेत्र आतंकवाद के गंभीर खतरों का सामना कर रहा है.
भारत, मध्य एशिया और अफगानिस्तान ऐसे समाज हैं जो सहिष्णु एवं मिश्रित हैं. आतंकवादी जिस नफरत की विचारधारा को प्रसारित करना चाहते हैं, उसकी हमारे समाज में कोई जगह नहीं है. ” उन्होंने कहा, “हमें यह भी पूछने की जरूरत है कि ये आतंकवादी कौन हैं, उनकी आर्थिक मदद कौन कर रहा है, उनका भरण-पोषण कैसे होता है, कौन उनका संरक्षण करता है और प्रायोजित करता है. ” भारत अफगानिस्तान को पुनर्निर्माण, अवसंरचना विकास, क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास एवं संपर्क पर केंद्रित विकास कार्यों के लिए करीब तीन अरब डॉलर की आर्थिक मदद दे रहा है.
उन्होंने बताया कि सितंबर 2017 में शुरू की गई ‘नयी विकास साझेदारी’ के तहत काबुल शहर में शहतूत बांध पेयजल परियोजना, नांगरहार प्रांत में कम लागत का आवासन, 116 उच्च स्तरीय सामुदायिक विकास परियोजनाएं एवं अवसंरचना के कई अन्य परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है.
स्वराज ने बताया कि भारत एवं मध्य एशियाई देशों के बीच इस विकासशील साझेदारी को आगे ले जाने के लिए भारत ने ‘भारत-मध्य एशिया विकास समूह’ के गठन का प्रस्ताव दिया है. साथ ही उन्होंने भारत, ईरान एवं अफगानिस्तान के संयुक्त प्रयास का उल्लेख किया जिससे ईरान में चाबहार बंदरगाह बन पा रहा है जो अफगानिस्तान से संपर्क का सुकर मार्ग है.
पहले भारत-मध्य एशियाई संवाद में शामिल होने के लिए स्वराज शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर समरकंद पहुंची. रविवार को सुषमा स्वराज ने संवाद से इतर तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री रसित मेरेडो से मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की.
भारत तुर्कमेनिस्तान के साथ करीबी, दोस्ताना एवं ऐतिहासिक संबंध रखता है और दोनों देश महत्त्वकांक्षी टीएपीआई (तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत) पाइपलाइन परियोजना का हिस्से हैं. इस परियोजना से भारत एवं पाकिस्तान की बढ़ती अर्थव्यवस्था को साफ ईंधन मिलेगा. साथ ही भारत के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में लाभप्रद होगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/uzbek-foreign-minister-abdulaziz-kamilov-welcomes-772105.jpg600800Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-13 18:44:122019-01-13 18:44:15वादा किया है, उसे निभाएंगे और आपको बेहतर बनाएंगे: सुषमा स्वराज
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-13 02:34:072019-01-13 02:34:09आज का पांचांग
13 जनवरी 2019: आज आप अपने भाषाई ज्ञान को बढ़ाने के लिए किसी अनुभवी व्यक्ति से सहयोग की अपेक्षा में होगे। आप देखेंगे कि आज कुछ तकनीक स्तर को उच्च करने की जरूरत है। वैसे व्यवसाय को बढ़ाने में आज अधिक धन खर्च करना होगा। स्थानीय बाज़ार में बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा से निपटने की आज भी चुनौती है।
13 जनवरी 2019: आज आप बेटे व बेटी को जहाँ पढ़ाने लिखाने के लिए भरपूर प्रयास जारी रखेंगे। वहीं आमदनी को उच्च करने के लिए भी तैयार होगे। वैसे इन कामों को करने में पहले आपको कुछ कठिनता का एहसास होगा। किन्तु ग्रहीय स्थिति से फिर सरलता होगी। व्यवसाय में बढ़त होगी। प्रेम संबंधों में सुखद स्थिति कुछ प्रयासों से होगी।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने निवास स्थान की सुन्दरता को बढ़ाने के लिए तत्पर होगे। आप देखेंगे कि आज भौतिक सुख के साधनों को घर में लाना जरूरी हो गया है। यदि आप व्यवसाय करते हैं। तो आज अधिक सफलता की स्थिति होगी। किन्तु धन खर्च अधिक होगा। आज आपका स्वास्थ्य बढ़िया होगा। जिससे कामों में बाधा नहीं होगी।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने पराक्रम को बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं। जिससे आगामी प्रतियोगी क्रीड़ा के क्षेत्रों में आपको बढ़त अर्जित हो सके। आज आप अपने परिवारिक जीवन में तालमेल को बढ़ाने के लिए तैयार होगे, आप देखेंगे कि भौतिक सुख के साधनों का लाभ हो रहा है। नौकरी में चिंता होगी।
13 जनवरी 2019: आप आज किसी भूमि को खरीदने के लिए लोगों से कुछ पूंछ-ताँछ करते हुए दिखेंगे। आप इस बात को लेकर काफी सजग होगे। कि मेहनत की कमाई कहीं विवादों में न फंस जाएँ। नौकरी के क्षेत्रों को आप परिवर्तित करने के लिए कुछ नए कदम उठाना चाहेंगे। आज आपके धन में अधिक व्यय होगा। जिससे आप परेशान होगे
13 जनवरी 2019: आज आप अपने आगामी कल को सुखद व सुन्दर बनाने के लिए कुछ नई योजनाओं को अमल में लेना चाहेंगे। जिससे समय रहते धन लाभ को अर्जित किया जा सके। आज आपका स्वास्थ्य सुखद व सुन्दर होगा। जिससे आप अपने कामों को पहले की तरह सामान्य रूप से करते होगे। प्रेम संबंध मधुर होगे।
आज के दिन को आप अपने लिए हित वर्धक बनाने के लिए सक्रिय होगे। जिससे आने वाले दिनों में आपको व्यवसायिक मुनाफा होगा। अपने प्रेम संबंधों में निकटताओं को बढ़ाना चाहेंगे। किन्तु समय का आभाव होने से आज यह कुछ कठिन सा होगा। धन में व्यय की स्थिति तेज होगी। जिससे आप कुछ परेशान हो सकते हैं।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने आजीविका के क्षेत्रों में पहले की ही तरह सामान्य से रूप से काम करते होगे। आप देखेंगे कि आज आपके लाभ की स्थिति और मज़बूत हो रही है। किन्तु आज पिछली देन-दारी को चुकाने के लिए आपको अधिक धन व्यय करना होगा। प्रेम संबंधों में आज हंसी खुशी होगी। सांस की व रक्त पीड़ाएं होगी।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने काम-काजी जीवन में कुछ नयापन लाने के लिए तत्पर होगे। आप बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए तैयार तो होगे। किन्तु कुछ लोगों के कपट व्यवहार के कारण आपके यह प्रयास प्रभावित हो सकते है। स्वास्थ्य अच्छा होगा। प्रेम संबंधों में मधुर संवाद की स्थिति मज़बूत होगी।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने औषधीय ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए कुछ अनुभवी लोगों से चर्चाएं तेज कर देंगे। आपका स्वास्थ्य वैसे आज अच्छा होगा। जिससे आपके काम पहले की ही तरह होते रहेंगे। किन्तु संतान पक्ष को पढ़ाने-लिखाने की चिंताएं होने से आप कुछ अप्रसन्न हो सकते हैं। प्रेम संबंधों में चिंताएं होगी।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने कामों को तेजी देने के लिए कुछ कर्मचारियों की नियुक्ति करना चाहेंगे। इस काम में आपको पूरी सावधानी की जरूरत होगी। वैसे आज आपके पराक्रम व साहस में बढ़त की स्थिति होगी। स्वास्थ्य सुखद बना रहे, इसके लिए आप रोज कुछ व्यायामों को करने में दिलचस्पी दिखा देंगे। प्रेम संबंध तनाव मे होगे।
13 जनवरी 2019: आज आप अपने शादी-शुदा जीवन में रौनकता को बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास करते हुए होगे। जिसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। आज आपके व्यवसाय में बढ़त की स्थिति और बढ़िया होगी। स्वाथ्य सामान्य होगा। किन्तु भूमि के मामलों में चिंताएं उभर सकती है। कुछ कपटी लोग आपको अधूरी जानकारी देंगे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-13 02:29:202019-01-13 02:30:20आज का राशिफल
पी चिदंबरम ने कहा- शायद यह अंतिम शब्द नहीं है, चुनाव के दृष्टिकोण के अनुसार कुछ पुनर्विचार होगा
अखिलेश माया के 38-38 के फार्मूले पर जहां भाजपा खेमे में मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है वहीं कांग्रेस में तो बिलकुल हताशा वाली स्थिति है। एक के बाद एक कांग्रेस के दिग्गज नेता ब्यान दे रहे हैं की यह अंतिम वाक्य नहीं है। भाजपा और खासकर मोदी को सत्ता से दूर रखने के लिए जब सभी दलों का यही मत है तो चुनाव लड़ने को लेकर कोई कैसे अलग रह सकता है? कुछ को उम्मीद है की गठबंधन तो चुनावों के पश्चात भी तो किए जा सकते हैं तो फिर निराश क्यों हुआ जाये। परंतु प्रतक्ष्य: चेहरे उतरे हुए और वाणी धीमी है।
साल 1993 में एक साथ चुनाव लड़ने के 25 साल बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने शनिवार को एकबार फिर से आगामी लोकसभा चुनाव साथ में लड़ने का ऐलान कर दिया. एसपी मुखिया अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो ने लखनऊ में सांझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस बात का ऐलान किया. एसपी और बीएसपी आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश की 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोड़ी गई हैं जबकि अमेठी और रायबरेली की दो सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ना तय किया गया है. हालांकि कांग्रेस इस गठबंधन में शामिल नहीं है.
एसपी-बीएसपी गठबंधन पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा- शायद यह अंतिम शब्द नहीं है, चुनाव के दृष्टिकोण के अनुसार कुछ पुनर्विचार होगा. सही मायने में यूपी में व्यापक आधार वाला गठबंधन बनाया जाएगा. अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस पार्टी अपने बल पर चुनाव लड़ेगी.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/p-chidambaram_625x300_1528700762458.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-12 17:36:172019-01-12 17:36:20शायद यह अंतिम शब्द नहीं है: चिदंबरम
एजेंसी ने कहा कि अखिलेश ने 14 खनन पट्टों को मंजूरी दी थी जिसमें 13 को 17 फरवरी 2013 को मंजूरी दी गई थी.
अखलेश ने जिन 14 खनन पट्टों को मंजूरी दी थी जिसमें 13 को 17 फरवरी 2013 को मंजूरी दी गई थी. ऐसा ई-टेंडरिंग प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए किया गया था
सीबीआई ने आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला, समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद रमेश कुमार मिश्रा और संजय दीक्षित (बसपा के टिकट पर 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ने और हारने वाले) समेत 11 लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में शनिवार को 14 स्थानों पर छापेमारी की थी
नई दिल्ली: विपक्षी दलों से आलोचना का सामना कर रही सीबीआई ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में अवैध खनन मामले का ब्योरा देते हुए दावा किया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यालय ने एक ही दिन में 13 खनन पट्टों को मंजूरी दी थी. सूत्रों के अनुसार उनसे सीबाआई पूछताछ भी कर सकती है. एजेंसी ने कहा कि यादव के पास खनन विभाग भी कुछ समय के लिये था. उन्होंने 14 खनन पट्टों को मंजूरी दी थी जिसमें 13 को 17 फरवरी 2013 को मंजूरी दी गई थी. ऐसा ई-टेंडरिंग प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए किया गया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दावा किया कि 2012 की ई-टेंडर नीति का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से मंजूरी हासिल करने के बाद 17 फरवरी को हमीरपुर की जिलाधिकारी बी चंद्रकला ने खनन पट्टे दिये थे.
उस नीति का 29 जनवरी 2013 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मंजूरी दी थी. सीबीआई ने समाजवादी पार्टी प्रमुख यादव की भूमिका का ब्योरा तब दिया जब उन्होंने और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर राजनीतिक फायदे के लिये जांच एजेंसी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.
यादव ने रविवार को लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं को धमकाने के लिये औजार के रूप में सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. विपक्षी दलों में से कुछ के नेता सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाने का प्रयास कर रहे हैं. यादव ने कहा था, ‘‘अब हमें सीबीआई को बताना पड़ेगा कि गठबंधन में हमने कितनी सीटें वितरित की हैं. मुझे खुशी है कि कम से कम बीजेपी ने अपना रंग दिखा दिया है. इससे पहले कांग्रेस ने हमें सीबीआई से मिलने का मौका दिया था और इस बार यह बीजेपी है जिसने हमें यह अवसर दिया है.’’
उन्होंने कहा था, ‘‘समाजवादी पार्टी लोकसभा की अधिक से अधिक सीटें जीतने का प्रयास कर रही है. जो हमें रोकना चाहते हैं, उनके साथ सीबीआई है. एकबार कांग्रेस ने सीबीआई जांच कराई और मुझसे पूछताछ की गई थी. अगर बीजेपी यह सब कर रही है तो सीबीआई मुझसे पूछताछ करेगी, मैं उसका जवाब दूंगा. लेकिन, लोग भाजपा को जवाब देने के लिये तैयार हैं. ’’ सीबीआई ने आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला, समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद रमेश कुमार मिश्रा और संजय दीक्षित (बसपा के टिकट पर 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ने और हारने वाले) समेत 11 लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में शनिवार को 14 स्थानों पर छापेमारी की थी.
यह छापेमारी हमीरपुर जिले में 2012-16 के दौरान खनिजों के अवैध खनन की जांच के सिलसिले में की गई थी. प्राथमिकी के अनुसार यादव 2012 से 2017 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री थे और 2012-13 के दौरान खनन विभाग उनके पास ही था, जिसकी वजह से उनकी भूमिका जांच के दायरे में आई है. उनके बाद 2013 में गायत्री प्रजापति खनन मंत्री बने और उन्हें 2017 में चित्रकूट में रहने वाली एक महिला की बलात्कार की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/phpThumb_generated_thumbnail.jpeg548730Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-07 15:01:562019-01-07 15:01:59अखिलेश यादव ने एक ही दिन में 13 खनन पट्टों को दी थी मंजूरी, हो सकती है पूछताछ: सीबीआई
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए पाला बदलवाने की कोशिशें करने का आरोप लगाया है. जबकि, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप का खंडन किया है.
बीजेपी द्वारा कथित खरीद-फरोख्त करने के प्रयासों की खबरों के सवाल पर प्रदेश के युवा कल्याण और खेल मंत्री जीतू पटवारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘बीजेपी वालों का तो काम है विध्वंसकारी काम करने का, लेकिन पास नहीं होगें…उन्होंने (बीजेपी) कई विधायकों से संपर्क किया है. देर शाम को हमारी (विधायकों की) बैठक है, इसके बाद हम अगला निर्णय लेंगे.’
बीजेपी पर विधायकों को ‘प्रलोभन’ देने के आरोप पर पटवारी ने कहा कि जैसा सामने आ गया, वैसा प्रलोभन देते रहते हैं. उनका काम है वही. वे विध्वंसकारी राजनीति के आदी हैं.
इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी नई दिल्ली में एक समाचार चैनल से बातचीत में मध्यप्रदेश में बीजेपी पर खरीद फरोख्त की कोशिशें करने का आरोप लगाया.
हालांकि, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ऐसे आरोपों का खंडन करते हुए कहा, ‘यदि हमें सरकार बनाना होता तो हम विधानसभा चुनाव के नतीजों के दिन ही ऐसा करते.’ उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
प्रदेश में 15 साल के बीजेपी शासन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी है. विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरु होने जा रहा है.
हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस कुल 230 सीटों में 114 सीटें हासिल कर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई और कांग्रेस ने बीएसपी के दो, एसपी के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए प्रदेश में 15 साल बाद प्रदेश में सरकार बनाई है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 109 सीटें मिली.
प्रदेश की 15 वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरु होकर मात्र पांच दिन चलेगा. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के रुप में कांग्रेस के लिए सदन में पहला शक्ति परीक्षण इसी सत्र में सामने आएगा.
बीजेपी के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री संजय पाठक ने भी बीजेपी पर खरीद फरोख्त के आरोप का खंडन करने हुए कहा कि अगर यह सब करना होता तो शिवराज सिंह इस्तीफा ही नहीं देते.
मध्यप्रदेश विधानसभा के सचिव ने बताया कि सोमवार से शुरु हो रहे सत्र में सात और आठ जनवरी को विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव आठ जनवरी को होगा तथा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल इसी दिन सदन को सम्बोधित करेंगी.
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए गोटेगांव से विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति को अपना उम्मीदवार घोषित किया है जबकि बीजेपी ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है.
इस बीच, बीजेपी के प्रवक्ता ने बताया कि बीजेपी विधायकों की बैठक सोमवार शाम को होगी. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के रार्ष्टीय उपाध्यक्ष तथा मध्यप्रदेश मामलों के प्रभारी विनय सहत्रबुद्धे भी शामिल होंगे.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/Untitled.jpg540960Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-06 16:54:372019-01-06 16:54:39मध्यप्रदेश में भाजपा कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त कर रही है: कांग्रेस
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, ई -खरीद पोर्टल शुरूआत की गई है जिसमें किसानों द्वारा रबी 2018-19 में बोई फसलों की ऑन लाईन रजिस्टेªशन की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए किसान अगर स्वंय इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन स्वंय करवाता है तो उसको 10 रुपए प्रति एकड़ या अधिकतम 20 रुपए उसके खाते में प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह पोर्टल 25 दिसम्बर से शुरू किया जा चुका है। किसान अधिक जानकारी व मार्गदर्शन के लिए टोल फ्री न0 1800-180-2060 पर कॉल कर सकते है। उपायुक्त ने बताया कि आफ लाईन रजिस्ट्रेशन के लिए कृषि विभाग, पशु पालन विभाग, पंचायत विभाग व मछली पालन व मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों की डयूटी गांव स्तर पर लगाई गई है। इस कार्य में सक्षम युवाआंे का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा काश्त की गई फसल की सूचना जैसे गेहूं, जो, सरसों, इत्यादि एक फार्म में भरी जाएगी। उन्होंने बताया कि किसानों को इस सूचना के लिए आधार न0, बैंक खाते इत्यादि की सूचना गांव स्तर पर लगाए गए अधिकारियों को उपलब्ध करवानी होगी। इसके पश्चात इस सूचना को मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों द्वारा ई-खरीद पोर्टल पर दर्ज करना होगा। अगर कोई कॉमन सर्विस सैंटर इस सूचना को दर्ज करता है तो उसको 10 रुपए प्रति रजिस्ट्रेशन प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/01/m2.jpg22585152Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-01-04 13:37:352019-01-04 13:37:37किसान अपनी फसलों का ब्यौरा ऑन लाईन दर्ज करवाएं-मुकुल कुमार
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