पी चिदम्बरम द्वारा गधे गए भगवा आतंकवाद की पहली बाली थीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर।कांग्रेस राज में 2008 से आतंकवादी होने का दंश झेल रही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जेल में मुक़द्दमे की सुनवाई तक बहुत सी यातनाएं झेलीं। हिन्दू धर्म के प्रति समर्पित यह युवा साध्वी कांग्रेस की आँख की किरकिरी बनी हुई थी। कांग्रेस के निशाने पर रही साध्वी प्रज्ञा के साथ असीमानंद, कर्नल पुरोहित इत्यादि को भी हिन्दू आतंकवादी घोषित किया गया और जेलों में डाल दिया गया। राजनीति से प्रेरित मामले अभी न्यायालय में विचाराधीन हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी पारा गर्मी के साथ ही लगातार बढ़ता जा रहा है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश की चर्चित भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर मुहर लगा दी है. कांग्रेस ने इस संसदीय सीट पर एमपी के पूर्व सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है.
हिंदुत्व का बड़ा चेहरा हिंदुत्व के चेहरे के रूप में जानी जाने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का जन्म मध्य प्रदेश के कछवाहाघर में हुआ था. साध्वी प्रज्ञा महाराष्ट्र के मालेगांव बम धमाके में आरोपी बनाए जाने पर सुर्खियों में आई थीं. इस मामले में उनके साथ लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को भी आरोपी बनाया गया था. साध्वी प्रज्ञा का नाम आरएसएस नेता सुनील जोशी हत्याकांड में भी सामने आया था. हालांकि, इस मामले में उन्हें बरी कर दिया गया था. प्रज्ञा ठाकुर को उनके भड़काऊ भाषणों के लिए भी जाना जाता है.
मालेगांव बम धमाके में हैं आरोपी 29 सितंबर, 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव बम धमाके में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को आरोपी बनाया गया था. इस बम धमाके में 8 लोग मारे गए थे और करीब 90 लोग घायल हुए थे. महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस ने प्रारंभिक जांच के बाद प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद धमाके की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी. एनआईए ने जांच में पाया था कि बम धमाके में उपयोग की गई मोटर साइकिल प्रज्ञा ठाकुर के नाम रजिस्टर्ड थी. एनआईए ने जांच में पाया था कि बम धमाके की साजिश भोपाल में ही रची गई थी. प्रज्ञा ठाकुर करीब 9 वर्षों तक जेल में रही थीं. फिलहाल इस मामले में वह जमानत पर बाहर हैं.
आचार्य महामंडलेश्वर की मिली उपाधि इतिहास में पोस्ट ग्रैजुएट प्रज्ञा ठाकुर अपने शुरुआती समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रहीं. 2007 में उन्होंने संन्यास ले लिया था. उन्हें भारत भक्ति अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर बनाया गया और उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी पूर्णचेतनानंद गिरी के नाम से जाना जाता है.
कांग्रेस पर लगाए थे ‘हिंदू आतंकवाद’ का जुमला गढ़ने के आरोप जेल से बाहर आने के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि उन्हें 23 दिनों तक यातना दी गई थी. साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने ‘हिंदू आतंकवाद’ का जुमला गढ़ा था और भगवा आतंकवाद कांग्रेस का षड्यंत्र था. इसे साबित करने के लिए कहानी रची गई और उन्हें झूठे केस में फंसाया गया.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/pragya_thakur_nia_court_201666_94755_06_06_2016.jpg328437Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-17 18:35:562019-04-17 18:35:59प्रज्ञा ठाकुर : चिदम्बरम के हिन्दू – भगवा आतंकवाद की बली
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के लिए पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के लिए चुनाव प्रचार करना बांग्लादेश के अभिनेता फिरदौस अहमद को भारी पड़ गया है. दरअसल, गृह मंत्रालय ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की रिपोर्टमिलने के बाद कार्रवाई करते हुए बांग्लादेशी अभिनेता का बिजनेस वीजा रद्द कर दिया है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने फिरदौस को भारत छोड़ने का नोटिस भी जारी कर दिया है. वहीं, गृह मंत्रालय ने उन्हें भविषअय के लिए ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है.
मालूम हो कि बांग्लादेशी अभिनेता फिरदौस अहमद ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) उम्मीदवार के समर्थन में सोमवार को चुनाव प्रचार किया था. इसके बाद मंगलवार को गृह मंत्रालय ने कोलकाता के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण अधिकारी से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी थी. बता दें कि बांग्लादेश के अभिनेता फिरदौस अहमद ने रायगंज से तृणमूल उम्मीदवार कन्हैयालाल अग्रवाल के समर्थन में चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया था.
बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट में पाया है कि फिरदौस अहमद ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेकर वीजा शर्तों का उल्लंघन किया है. इससे पहले भी अहमद बिजनेस वीजा पर कई बार भारत आ चुके हैं. अहमद को भारत-बांग्लादेश सीमा के पास हेमताबाद और करांदिघी में चुनाव प्रचार रैलियों में अग्रवाल के समर्थन में वोट मांगते देखा गया था.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/813237-firdous-1.jpg583875Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-16 17:20:222019-04-16 17:20:25टीएमसी उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए बंगलादेशी कलाकार को किया ब्लैक लिस्ट
6 माह पुरानी कमलनाथ सरकार में कमलनाथ के निजी सचिव के यहाँ 16 करोड़ का मिलना फिर पार्टी दफ्तर में 20 करोड़ का मिलना कुल मिला कर 283 करोड़ का दावा करना और अब दक्षिण भारत में द्रमुक नेता से 11.53 करोड़ का मिलना क्या बताता है?
नई दिल्ली: तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट का चुनाव रद्द कर दिया गया है. चुनाव प्रचार के दौरान इस लोकसभा क्षेत्र में भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. तभी से आशंका व्यक्त की जा रही थी कि इस सीट पर चुनाव रद्द हो सकता है. निर्वाचन आयोग ने इस बारे में एक सिफारिश राष्ट्रपति को भेजी थी. जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. इसके बाद इस सीट पर अब चुनाव रद्द हो गया है.
चूंकि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना राष्ट्रपति जारी करते हैं, ऐसे में चुनाव रद्द करना भी उन्हीं के अधिकार क्षेत्र में आता है. द्रमुक उम्मीदवार के कार्यालय से कुछ दिन पहले कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी. तमिलनाडु की इस सीट पर 18 अप्रैल को वोटिंग होनी थी. तमिलनाडु की 38 और पुड्डुचेरी की 1 सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को वोटिंग होगी. इसके लिए चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को थम गया. इस चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
चुनाव आयोग ने यह निर्णय आरोपी के. आनंद के साथ ही पार्टी के दो पदाधिकारियों के खिलाफ आयकर विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर 10 अप्रैल को जिला पुलिस द्वारा एक शिकायत दर्ज करने के बाद लिया. पुलिस ने बताया कि आनंद पर अपने नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफनामे में ‘गलत सूचना’ देने के लिए जनप्रतिनिधि कानून के तहत आरोप लगाया गया. दो अन्य के खिलाफ रिश्वत के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया, जिनकी पहचान श्रीनिवासन और दामोदरन के तौर पर हुई है.
सिफारिश विधि मंत्रालय के विधायी विभाग को मंगलवार को भेजी गई थी जिसने अधिसूचना जारी की. सरकार के सूत्रों ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्णय के बारे में सूचित कर दिया गया है। वह अब राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को अधिसूचना के बारे में सूचित करेंगे.
30 मार्च को आयकर अधिकारियों ने आनंद के पिता डी मुरुगन के आवास पर चुनाव प्रचार में बेहिसाब धनराशि इस्तेमाल के संदेह में छापे मारे थे और 10.50 लाख रुपये कथित ‘‘अतिरिक्त’’ नकदी बरामद की थी. दो दिन बाद उन्होंने उसी जिले में द्रमुक नेता के एक सहयोगी के सीमेंट गोदाम से 11.53 करोड़ रुपये जब्त करने का दावा किया था.
मुरुगन ने यद्यपि दावा किया कि उन्होंने कुछ भी छुपाया नहीं है. उन्होंने आयकर विभाग की कार्रवाई के समय पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि छापेमारी कुछ नेताओं का ‘‘षड्यंत्र’’ है जो उनका मुकाबला चुनावी मैदान में नहीं कर सकते.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/cash759.jpg422759Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-16 17:12:012019-04-16 17:12:03द्रमुक नेता के यहाँ से प्रचुर मात्र में धन मिलने से वेल्लोर के चुनाव रद्द
www.demokraticfront.com ग्रुप सरकार के दोगले रवैये और इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करता है। और इंसाफ के लिए बिहार सरकार से मांग करता है।
कमल कलसी, बोधगया, (बिहार):
अखिल भारतीय पत्रकार समिति संघ के दिनेश पंडित अजय कुमार पांडे, संतोष कुमार ,राजेश कुमार द्विवेदी, शुभम कुमार विश्वनाथ आनंद, अविनाश कुमार, सहित सैकड़ों पत्रकारों ने बैठक कर नालंदा के शेखपुरा से हिंदुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ आशुतोष कुमार आर्य के पुत्र को निर्मम हत्या किए जाने को लेकर शोक सभा का आयोजन किया गया।
उपस्थित पत्रकारों ने 2 मिनट का मौन रखकर उसकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की एवं इस दुख की घड़ी में ईश्वर शक्ति प्रदान करें और साथ में एकजुटता का परिचय देते हुए हत्यारा की गिरफ्तारी करने की अपील जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं सरकार से की है l बैठक में पत्रकारों ने निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कहा है कि एक तरफ सरकार पत्रकारों की परिजनों की सुरक्षा करने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर एवं पत्रकार के परिजनों पर जिस प्रकार से हत्यारा ओं द्वारा निर्मम हत्या की जा रही है हमला किया जा रहा है जो देश लोकतंत्र के लिए खतरा है ।
ज्ञातव्य शेखपुरा हिंदुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ आशुतोष आर्य के पुत्र को रविवार की शाम जब घर पर नहीं लौटा वह लोगों में घबराहट होने लगी खोजबीन किया गया, बाद में पता चला कि गांव के कुछ दूर पर ही हत्या कर फेका हुआ है। इस प्रकार से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के परिजनों के साथ जिस प्रकार से हत्या हमला किया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों को कठोर से कठोर कार्रवाई कर दंडित करें। पत्रकारों ने इसका पुरजोर विरोध किया है एवं जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तार करने की मांग की है।
पत्रकारों ने कहा है कि परिजनों की हत्या करने से कलम की लेखनी कम नहीं पड़ सकता। पत्रकारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हत्यारों को 2 दिन के अंदर गिरफ्तारी नहीं किया जाता है को चरणबद्ध आंदोलन पूरे देश में चलाई जाएगी पहले प्रखंड मुख्यालय जिला मुख्यालय में किया जाएगा।
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समाजवादी सुप्रीमो अखिलेश यादव की उपस्थिती में आज़म खान ने जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की तो भाजपा ने अखिलेश यादव से माफी मांगने की बात कही। लेकिन समाजवादियों केतिहास में न तो आज तक एस कभी हुआ है न ही आगे इस बात की उम्मीद है। महिला आयोग ने इस घटना का स्वत:संग्यान लेते हुए आजम खान को नोटिस भेजा और उनका नामांकन रद्द करने की मांग भी की। इधर आज़म खान अपने चीर परिचित अंदाज़ में कहते सुनाई दिये की ‘कोई साबित कर दे मैं चुनाव नहीं लड़ूँगा’
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने रामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रही भाजपा प्रत्याशी और फिल्म अभिनेत्री जया प्रदा के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने खान की टिप्पणी को ”बेहद शर्मनाक” करार दिया और कहा कि महिला आयोग उन्हें एक कारण बताओ नोटिस भेज रहा है. खान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये शर्मा ने ट्वीट किया कि एनसीडब्ल्यू चुनाव आयोग से यह भी अनुरोध करेगा कि उन्हें चुनाव लड़ने से रोक दिया जाए.
शर्मा ने यह प्रतिक्रिया एक अन्य व्यक्ति के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दी, जिसने सपा नेता का कथित वीडियो ट्वीट किया था. खान का ”अपमानजनक” टिप्पणी वाला वीडियो कई सोशल मीडिया साइटों पर साझा किया जा रहा है. वीडियो के मुताबिक रामपुर में एक चुनावी सभा में खान ने कहा “रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालों. उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए. मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह भी खाकी रंग का है. मैं 17 दिन में पहचान गया, आपको पहचानने में 17 बरस लगे, 17 बरस.”
हालांकि, आजम खान ने इस वीडियो में जयाप्रदा का नाम नहीं लिया है लेकिन भाजपा इसे जया के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के रूप में पेश कर रही है. खान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शर्मा ने कहा, ”यह बेहद शर्मनाक” है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/aazam-68-1555263452-378655-khaskhabar.jpg400600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-15 01:51:332019-04-15 01:51:36महिला आयोग आरोपों को साबित करे: आज़म खान
आज़म खान, अकबरुद्दीन ओवैसी या कई और नेता सभी का विवादित बयानों से नाता रहा है। आज़म खान का और अमर सिंह का 36 का आंकड़ा रहा है। आजम खान ने अमर सिंह की हर बात को नकारा है। अमर सिंह द्वारा राजनीति में लायी गयी जया पर्दा आज़म खान को कभी भी पसंद नहीं थी। उन्होने पहले भी जयाप्रदा के खिलाफ प्रोक्ष रूप से और प्रकट में भी बहुत दुष्प्रचार किया है। लेकिन अब तो मानो वह अपनी नफरत को एक नयी ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Electons 2019) का सियासी रण अपने चरम पर है. इसके चलते आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी जमकर की जा रही है. इन सबके बीच नेताओं ने अब भाषायी मर्यादाएं भी लांघना शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान ने रविवार को बीजेपी प्रत्याशी और अभिनेत्री जया प्रदा को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है.
रामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने बिना नाम लिए बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया. उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए. मैं 17 दिनों में पहचान गया था कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है. इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे. उनके इस बयान पर बीजेपी ने सख्त ऐतराज जताते हुए माफी की मांग की है.
महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान और बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के बीच इससे पहले भी जुबानी जंग हो चुकी है. इससे पहले बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार आजम खान पर तंज कसा था. उन्होंने एक रैली के दौरान कहा था कि मैं तो आजम खान को अपना भाई मानती थी लेकिन वह मुझे बहन बुलाने के साथ मेरे बीमार होने की भी कामना करते रहे. जया प्रदा ने आगे कहा कि क्या आपका भाई आपको नाचने वाली के तौर पर देख सकता है. यही वजह थी कि मैं रामपुर छोड़ने चाहती थी.
वहीं, कुछ ही दिन पहले आजम खान ने रामपुर के शाहाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि जब बीजेपी के कैंडिडेट ने अपने सफर की शुरुआत की तो उन्होंने कहा कि मैं दानव का वध करने के लिए जा रही हूं. आजम खान ने कहा था कि उन्होंने रामपुर के बच्चों के लिए भीख मांग कर के स्कूल बनवाया, लाचार बच्चों के लिए एक अजीम-ओ-शान यूनिवर्सिटी बनवाई. लोगों को कोई परेशानी न हो इसलिए सड़क और पानी का काम कराया. लेकिन बीजेपी वालों के लिए मैं दानव हूं और इस बार मेरा वध होगा.
आजम खान के इस बयान के बाद बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा ने पलटवार करते हुए पुराने गंज में जनसभा के दौरान उन्होंने आजम खान को भाई कहकर संबोधित करते हुए कहा था कि मैंने कभी आपको अभद्र शब्द नहीं कहे. ये मेरे संस्कार हैं. उन्होंने कहा था कि मेरी मां ने मुझे संस्कार दिया हैं. जयाप्रदा ने कहा था कि मैं आपके सामने आकर बोल सकती हूं कि आप झूठे हैं. आप झूठ बोलकर भ्रम फैलाते हैं कि मैं रामपुर से भाग जाऊं.
बता दें कि जया प्रदा ने 2004 और 2009 के आम चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी. उन्हें 2010 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और अमर सिंह के संपर्क में रहने की वजह से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. ध्यान हो कि आजम खान ने कुछ समय पहले जया प्रदा को एक नाचने वाली बताया था. आजम खान हमेशा से ही अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/download-1.jpg182277Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-15 01:21:412019-04-15 01:21:44आजम खान के जयाप्रदा पर बिगड़े बोल
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) के पहले चरण के लिए मतदान आज (11 अप्रैल) सुबह सात बजे से जारी है. इसके तहत 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है. इन सीटों पर कुल 1279 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. पहले चरण की वोटिंग को लेकर मतदाताओं में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. राज्यों के पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं. लोग सुबह से ही मतदान करने पहुंच रहे हैं.
पहले चरण
में पश्चिम बंगाल में जमकर वोटिंग हो रही है. 3 बजे तक 69.94 फीसदी मतदान हो चुका है. पहले
चरण में पश्चिम बंगाल की दो सीट कूच बेहार, अलीपुरद्वार में वोट डाले जा रहे
हैं. नगालैंड और मिजोरम में भी करीब 70 फीसदी वोट डाले जा चुके हैं.
दोपहर 3 बजे तक यूपी में 51 फीसदी, लक्षद्वीप में 51.25 फीसदी, नागालैंड में 68 फीसदी, मिजोरम में 55.20 फीसदी, त्रिपुरा पश्चिम सीट पर 68.65 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 69.94 फीसदी, तेलंगाना 48.95 फीसदी, असम में 59.5 फीसदी और मेघालय में 55 फीसदी, उत्तराखंड में 46.59 फीसदी और मणिपुर में 68.90 फीसदी मतदान हुआ. वहीं महाराष्ट्र
की नागपुर लोकसभा सीट पर 38.35 फीसदी वोट पड़े.
महाराष्ट्र के नागपुर लोकसभा क्षेत्र में
दुनिया की सबसे छोटे कद की महिला ज्योति आम्गे ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया
है. ज्योति आम्गे की लंबाई 2 फीट 1 इंच है.
आंध्र प्रदेश में मतदान के दौरान हिंसा का मामला सामने आया है. यहां के अनंतपुर में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ है. बताया जा रहा है कि वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हमले में तदीपत्री के स्थानीय टीडीपी नेता भास्कर रेड्डी की हत्या कर दी गई. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में वाईएसआर कांग्रेस की ओर से किए गए हमलों की खबरें आ रही हैं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना की निंदा की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि टीडीपी हिंसा फैलाना चाहती है.
योग गुरु रामदेव ने हरिद्वार में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उनके साथ आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद रहे. वहीं तेलंगाना के खम्मम में कांग्रेस उम्मीदवार रेणुका चौधरी ने वोट डाला है. बिहार के औरंगाबाद में दोपहर एक बजे तक 35.60 फीसदी, गया में 33 फीसदी, नवादा और जमुई में 29 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. दोपहर 1 बजे तक जम्मू-कश्मीर की दो सीटों बारामूला और जम्मू में संयुक्त रूप से 35.52 फीसदी मतदान हुआ. वहीं सिक्किम में 39.08 फीसदी और मिजोरम में 46.5 फीसदी मतदान हुआ है
सहारनपुर में बदली गईं 100 से अधिक EVM
यूपी के
सहारनपुर में दोपहर 1 बजे तक 41.60 फीसदी, कैराना में 39.80 फीसदी, मुजफ्फरनगर में
37.60 फीसदी, बिजनौर में 40.80 फीसदी, मरेठ में 40.60 फीसदी, बागपत में 38 फीसदी, गाजियाबाद में 33.20 फीसदी और गौतमबुद्धनगर (नोएडा)
में 38.60 फीसदी मतदान हुआ है. यूपी के सहारनपुर में ईवीएम खराबी
का सबसे बड़ा मामला सामने आया है. यहां के पोलिंग बूथों में लगी करीब 100 से अधिक ईवीएम को खराब होने के
बाद बदला जा चुका है.
नक्सलियों ने किया आईईडी ब्लास्ट महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली में नक्सलियों ने ब्लास्ट किया है. नक्सलियों ने यह आईईडी ब्लास्ट इतापल्ली में स्थित पोलिंग बूथ के पास किया है. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. वहीं छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में मतदान को प्रभावित करने नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट किया है. इसमें भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है. यह घटना फरसगांव थाना क्षेत्र की है. एसपी ने इसकी पुष्टि की है. वहीं बिहार के औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के सिलिया में बूथ नंबर 9 के पास आईईडी विस्फोटक मिला था.
छत्तीसगढ़
के नक्सल प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा में भी लोगों में मतदान को लेकर भारी उत्साह
देखने को मिल रहा है. 9 अप्रैल को
यहां बीजेपी विधायक भीमा मांडवी का निधन नक्सली हमले में हुआ था. इसमें चार
सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे. आज दंतेवाड़ा में मतदान बूथों के बाहर लोगों की लंबी
कतारें लगी हैं.
जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं में वोटिंग को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. जम्मू-कश्मीर में सुबह 11 बजे तक 24.66 फीसदी मतदान हुआ है. बांदीपोरा के बूथ संख्या 114 और 115 पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई है. यहां के मतदाताओं का कहना है कि इस बार वे उसे ही वोट देंगे जो संसद में उनके स्थानीय मुद्दों को उठाएगा.
वहीं एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से प्रत्याशी असदुद्दीन ओवैसी ने भी वोट डाला. वहीं केंद्रीय मंत्री और नागपुर से बीजेेपी प्रत्याशी नितिन गडकरी ने भी अपना वोट डाला. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी मतदान किया है. तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष केट रामराराव ने भी हैदराबाद में मतदान किया.
वहीं आंध्र प्रदेश में जन सेना के विधायक प्रत्याशी
मधुसूदन गुप्ता ने अनंतपुर जिले के गूटी के पोलिंग बूथ पर ईवीएम को ही तोड़ दिया
है. इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने वोटिंग में अन्याय
होने का आरोप लगाया है.
बालियान ने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के
बीच झड़प हुई है. दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया
है. केंद्रीय मंत्री और यूपी के मुजफ्फरनगर से बीजेपी प्रत्याशी संजीव बालियान ने
फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि वोट डालने जाने वाली जो महिलाएं
बुर्का पहनकर जा रही हैं, उनका चेहरा चेक नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं आरोप लगाता हूं
कि फर्जी वोटिंग कराई जा रही है. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो मैं
पुनर्मतदान की मांग करता हूं
गाजियाबाद से बीजेपी प्रत्याशी जनरल वीके सिंह ने भी मतदान किया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून के पोलिंग बूथ नंबर 124 में वोट डाला.देहरादून में उत्तराखंड के पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने भी वोटिंग की. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी हल्द्वानी में सपरिवार वोट डालने पहुंचे. आंध्र प्रदेश कडापा में वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी ने भी मतदान कर दिया है. इसके बाद उन्होंने कहा कि लोग बिना डरे वोट डालें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मतदाताओं से वोट डालने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘सभी मतदाताओं से मेरी विनती है कि लोकतंत्र के इस महोत्सव में जरूर हिस्सा लें. अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें. पहले मतदान, फिर जलपान
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी नागपुर लोकसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ संख्या 216 पर सुबह 7 बजे पहुंचकर अपना वोट डाला. इसके बाद उन्होंने अपील की कि वोटिंग हमारा कर्तव्य है. सभी को मतदान करना चाहिए.
पहले चरण में आंध्र प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में
विधानसभा चुनाव भी हो रहा है. इसके तहत आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों, सिक्किम की 32 और ओडिशा की 28 विधानसभा सीटों पर
मतदान होना है. आंध्र प्रदेश से अलग होकर 2014
में तेलंगाना राज्य की स्थापना होने के बाद आंध्र प्रदेश में पहली बार
विधानसभा चुनाव हो रहा है.
इन दिग्गजों की किस्मत आज तय
होगी
पहले चरण
के मतदान में जिन प्रमुख नेताओं की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी उनमें केन्द्रीय
मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह, नितिन गडकरी, हंसराज अहीर, किरण रिजीजू, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, एआईएमआईएम के असदउद्दीन ओवैसी
शामिल हैं. इस चरण में रालोद के अजीत सिंह का मुकाबला उत्तर प्रदेश में
मुजफ्फरनगर सीट पर बीजेपी के संजीव बालयान से है. जबकि उनके बेटे जयंत चौधरी बागपत
सीट पर केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह को चुनौती दे रहे हैं. लोजपा प्रमुख और
केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के सांसद पुत्र चिराग पासवान बिहार में जमुई सीट
से उम्मीदवार हैं.
इन राज्यों में आज मतदान
पहले चरण
में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल
प्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और तेलंगाना की सभी
लोकसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों
(सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और नोएडा) और बिहार की
चार सीटों (औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई), असम की पांच और महाराष्ट्र की सात, ओडिशा की चार और पश्चिम बंगाल की
दो सीटों के लिए मतदान हो रहा है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/368029-dantewada.jpg545970Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-11 12:32:052019-04-11 12:32:083 बजे तक 69.94% मतदान हुआ
आब से पहले सेनाऔर पुलिस के जवानों को हथियारों के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था, लेकिन आतंकियों और समगलरों के पास अत्याधुनिक हथियार पाये जाते थे। हमारे जवान हमेश दोयम दर्जे के हथियारों और वाहनों का प्रयोग करते थे ओर पुलिस के आधुनिकीकरण का हाल तो फिल्मों में भी खूब चर्चित रहा। लेकिन अब विगत कुछ वर्षों से सेना और पुलिस दोनों की हालत सुधरी है। अब भारत में बनी AK-203 जल्द ही सेना के हाथों में होगी। इसके साथ ही अटकलें लग रहीं हैं के AK-204 के निर्माण और निर्यात की भी जल्द ही भारत से होने लगेगा।
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में जुटे सेना के जवानों को अब एके-203 राइफल के मॉर्डन वर्जन से लैस किया जाएगा. इन एके 203 राइफलों को यूपी के अमेठी में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड और रूस के साझा प्रयास के तहत निर्मित किया जाएगा. फास्ट ट्रैक प्रोसेस के तहत इन 93000 कारबाइन के लिए अलग से निविदा जारी की जाएगी.
समाचार एजेंसी एनएनआई ने सेना के उच्च सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि, ‘हम अपने जवानों को अब एके 203 राइफलों से लैस करने जा रहे है. अब हम आतंकवाद रोधी अभियानों के दौरान इस राइफल की बट को आसानी से हटा सकते हैं जिससे इसे कपड़ों के बीच में छिपा सकते हैं. सेना में इस राइफल के इस्तेमाल के लिए इसमें कई और बदलाव किए जाएंगे.’
ता दें कि सेना और सुरक्षाबलों के आधिकारिक सूत्रों ने बताया
था कि ‘एके-203 राइफल’ उस इंसास राइफल की जगह लेगी, जिसका इस्तेमाल थल सेना और अन्य
बल कर रहे हैं. इस इकाई में 7,00,000 एके-203 राइफलें तैयार करने का शुरुआती
लक्ष्य है. एके-203 राइफल एके-47 राइफलों का सबसे मॉडर्न वर्जन है.
नई असॉल्ट राइफल भी एके-47 की तरह
ऑटोमैटिक और सेमी ऑटोमैटिक दोनों सिस्टमों से लैस होगी.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने एके-203 असॉल्ट राइफल के लिए अमेठी में एक विनिर्माण इकाई की आधारशिला रखी थी. इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रूसी राष्ट्रपति का का संदेश भी पढ़ा था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक संदेश में कहा है कि ‘क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफल-203’ तैयार करने वाला भारत और रूस का नया संयुक्त उद्यम छोटे हथियारों की भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जरूरत को पूरा करेगा.
पुतिन ने
अपने संदेश में कहा, ‘‘नया
संयुक्त उद्यम नवीनत सीरिज की विश्व प्रसिद्ध क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफलें तैयार
करेगा.’’ उन्होंने
कहा, ‘‘इस तरह, भारतीय रक्षा उद्योग क्षेत्र के
पास राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की इस श्रेणी के छोटे हथियारों की जरूरत पूरी
करने का अवसर होगा जो अत्याधुनिक रूसी प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा.’’
उन्होंने कहा कि रूस और भारत के बीच सैन्य एवं तकनीकी सहयोग परंपरागत रूप से विशेष रणनीतिक साझेदारी का एक अहम क्षेत्र रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘सात दशक से भी अधिक समय से हम विश्वसनीय और उच्च गुणवत्ता के शस्त्र एवं उपकरण भारतीय मित्रों को आपूर्ति कर रहे हैं हमारे देश के सहयोग से भारत में 170 सैन्य एवं उद्योग इकाइयों की स्थापना की गई है.’’ गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में पुतिन की भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत में कालाशनिकोव तैयार करने के लिए मोदी के साथ उनकी सहमति बनी थी.
रूसी
राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर सरकारी समझौता तैयार हुआ था और इस पर यथासंभव सबसे कम
समय में हस्ताक्षर किया गया था. पुतिन ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि नये
उद्यम के शुरू होने से भारत की मजबूत रक्षा संभावनाओं में योगदान मिलेगा यह रोजगार
के नये अवसरों का सृजन करने में महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि यह संयंत्र
दोनों देशों के बीच दोस्ती और रचनात्मक सहयोग का खुद में एक और प्रतीक बनेगा.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/04/The-All-New-AK-203-Will-Soon-Replace-Insas-And-Add-To-The-Precision-Of-Security-Forces.jpg448725Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-08 10:29:202019-04-08 10:29:23जल्द ही सेना के पास होगी भारत में निर्मित AK-203
‘चौकीदार चोर है’ का नारा देने वाली कांग्रेस के मध्यप्रदेश से मुख्यमंत्री के निजी अधिकारियों ओएसडी जिसकी नियुक्ति स्वयं कमल नाथ ने की थी के घर से आयकर विभाग के छापे के दौरान 9 करोड़ रूपये मिलने की सूचना है ज्ञातव्य है की सरकार बने अभी 100 दिन भी नहीं हुये। अब तक नोटों की गिनती जारी है । ख़बर लिखे जाने तक मिली हुई रकम 16 करोड़ हो चुकी थी। कमल नाथ के करिबियों के 50 ठिकानों पर आईटी की रेड पड़ रही है।नोएडा में कमल नाथ के भांजे की कंपनी मोसर बीयर के यहाँ भी प्रोविडेंट फ़ंड के घोटाले के चलते रेड की है। अटकलें हैं की पूरी रकम करीब 290 करोड़ के आसपास है
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में
सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के घर पर आईटी रेड के बाद वही हालात बन रहे
हैं जो कुछ समय पहले बंगाल में बने थे. कक्कड़ के साथी अश्विन शर्मा के घर के
बाहर मप्र पुलिस और सीआरपीएफ के जवान आमने सामने हैं.
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आईटी रेड के बाद अब सियासत गर्म होने लगी है. यहां पर भी कमोबेश वही हालात बन रहे हैं, जो एक महीने पहले पश्चिम बंगाल में बने थे. तब सीबीआई और स्थानीय पुलिस आमने सामने थी. अब मप्र की राजधानी भोपाल में सीआरपीएफ और मप्र की पुलिस आमने सामने है. रविवार को मध्यप्रदेश के भोपाल इंदौर सहित कुछ स्थानों पर आयकर का छापा पड़ा था. इसमें कमलनाथ के ओएसडी के आवास से 9 करोड़ रुपए की बरामदगी हुई थी. आयकर विभाग ने इस छापेमारी में सीआरपीएफ की मदद ली है.
पहले कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि ये कार्रवाई बदले की भावना से की गई. इसके बाद भोपाल में उस समय विवाद की स्थिति बन गई, जब सीआरपीएफ और पुलिस के जवान भोपाल में अश्विन शर्मा के आवास पर आमने सामने आ गए. अश्विन शर्मा, मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के सहयोगी हैं. सीआरपीएफ का कहना है कि मप्र पुलिस के जवान उसे काम नहीं करने दे रहे हैं. वहीं पुलिस की दलील है कि जिस जगह छापेमारी हो रही है, वहां से सीआरपीएफ ने सुबह से ही किसी को बाहर नहीं निकलने दिया है. हम उन्हीं हालात को देखने आए हैं. हमारा छापेमारी की घटना से कोई लेना देना नहीं है. सीआरपीएफ का कहना है कि मध्य प्रदेश पुलिस उन्हें काम नहीं करने दे रही.
9 करोड़ की रकम
बरामद हुई थी
आयकर विभाग ने आयकर चोरी के आरोप में रविवार तड़के मध्यप्रदेश
के सीएम कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर छापेमारी की. मध्यप्रदेश के
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में 9 करोड़ की रकम बरामद हुई.
पुलिस ने दी अपनी दलील
इस
छापेमारी में आयकर विभाग ने पुलिस की बजाय सीआरपीएफ का सहयोग लिया. कक्कड़ का
सहयोगी अश्विन शर्मा भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा में रहता है. उसे सीआरपीएफ ने
अपने कब्जे में ले रखा है. पुलिस का दावा है कि अश्विन शर्मा जिस रेसीडेंसियल
बिल्डिंग में रहते हैं, वहां पर
दूसरे परिवार भी रहते हैं. सीआरपीएफ अपनी कार्यवाही के चलते दूसरे लोगों को बाहर
नहीं निकलने दिया जा रहा है. इस कारण हमें इस मामले में दखल देना पड़ा है. वहीं
सीआरपीएफ का कहना है कि इस बिल्डिंग में आने जाने के दूसरे रास्ते भी हैं.
अश्विन शर्मा को आयकर विभाग की टीम साथ ले जाना चाहती है अश्विन शर्मा सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ का सहयोगी है. इसे आयकर टीम पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाना चाहती है. इसके घर से भी आयकर विभाग को बड़ी मात्रा में कैश और ट्रांसफर के कागजात मिले हैं. सीआरपीएफ के अधिकारी प्रदीप कुमार का कहना है कि मप्र पुलिस हमारे काम में रुकावट डाल रही है. इतना ही नहीं पुलिस के जवान हमें गालियां भी दे रहे हैं. हम सिर्फ अपने अधिकारियों के ऑर्डर फॉलो कर रहे हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/11/kamal.jpg415700Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-07 16:44:122019-04-07 16:49:26‘चौकीदार चोर है’ लेकिन माल कमल नाथ के करीबियों से
शारदा चिट फंड मामले में बढ़ सकती है कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की मुश्किलें। सुप्रीम कोर्ट ओर ममता बेनर्जी के वरद हस्त के चलते पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सीबीआई की जांच की सीबीआई के अनुसार धज्जियां उड़ा रहे है, जांच में सहयोग नहीं कर रहे। सनद रहे की यह वही राजीव कुमार हैं जिनहोने पूछताछ करने आई सीबीआई टीम ही को बंधक बना लिया था। और जब केंद्र ने इस पर आपत्ति जताई या कार्यवाही की बात की तो ममता बेनर्जी के साथ यह धरने पर बैठ गए थे।
नई दिल्ली: सीबीआई का कहना है कि एसआईटी चीफ रहते हुए चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूतों की राजीव कुमार ने नष्ट किया है. सुप्रीम कोर्ट से राजीव कुमार को गिरफ्तार ना करने के आदेश पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई है. सीबीआई ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में शारदा और रोज़ वैली चिट फंड केस में तत्कालीन एसआईटी चीफ और कोलकत्ता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की भूमिका की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोर्ट से मांग की है कि वो अपने पुराने आदेश पर पुनर्विचार करे.
कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर और तत्कालीन एसआईटी हेड राजीव कुमार को गिरफ्तार करने पर स्टे लगाई थी. हालांकि राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने के आदेश दिए थे. सीबीआई ने उसके की जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि उनको राजीव कुमार की कस्टोडियल इंट्रोगेशन की ज़रूरत है, क्योंकि चिट फंड केस से जुड़े हुए कई अहम सबूत राजीव कुमार ने नष्ट कर दिए हैं जो सबूत शुरुआती जांच के दौरान एसआईटी को मिले थे. लिहाजा राजीव कुमार के ऊपर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का मामला सीधे तौर पर बनता है.
लिहाजा
सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया हुआ प्रोटेक्शन
हटाए, सीबीआई ने
अपनी करीब 64 पन्नो की स्टेटस
रिपोर्ट में तत्कालीन एसआईटी टीम के लोगों की भूमिका का भी जिक्र किया है. दरअसल
ये पूरा मामला विवादों में तब आया था जब सीबीआई की टीम पूर्व पुलिस कमिश्नर से
पूछताछ करने उनके घर गई थी जहां कोलकत्ता पुलिस ने न सिर्फ सीबीआई अधिकारियों के
साथ बदसलूकी की बल्कि उन्हें बंधक भी बनाया था, जिसके बाद मामले को राजनीतिक
बनाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थी.
नई दिल्ली: सीबीआई का कहना है कि एसआईटी चीफ रहते हुए चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूतों की राजीव कुमार ने नष्ट किया है. सुप्रीम कोर्ट से राजीव कुमार को गिरफ्तार ना करने के आदेश पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई है. सीबीआई ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में शारदा और रोज़ वैली चिट फंड केस में तत्कालीन एसआईटी चीफ और कोलकत्ता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की भूमिका की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोर्ट से मांग की है कि वो अपने पुराने आदेश पर पुनर्विचार करे.
कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर और तत्कालीन एसआईटी हेड राजीव कुमार को गिरफ्तार करने पर स्टे लगाई थी. हालांकि राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने के आदेश दिए थे. सीबीआई ने उसके की जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि उनको राजीव कुमार की कस्टोडियल इंट्रोगेशन की ज़रूरत है, क्योंकि चिट फंड केस से जुड़े हुए कई अहम सबूत राजीव कुमार ने नष्ट कर दिए हैं जो सबूत शुरुआती जांच के दौरान एसआईटी को मिले थे. लिहाजा राजीव कुमार के ऊपर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का मामला सीधे तौर पर बनता है.
लिहाजा
सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया हुआ प्रोटेक्शन
हटाए, सीबीआई ने
अपनी करीब 64 पन्नो की
स्टेटस रिपोर्ट में तत्कालीन एसआईटी टीम के लोगों की भूमिका का भी जिक्र किया है.
दरअसल ये पूरा मामला विवादों में तब आया था जब सीबीआई की टीम पूर्व पुलिस कमिश्नर
से पूछताछ करने उनके घर गई थी जहां कोलकत्ता पुलिस ने न सिर्फ सीबीआई अधिकारियों
के साथ बदसलूकी की बल्कि उन्हें बंधक भी बनाया था, जिसके बाद मामले को राजनीतिक
बनाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थी.
सीबीआई पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट गई
तो चीफ जस्टिस ने पूर्व पुलिस कमिश्नर को शिलान्ग में सीबीआई के सामने पेश होकर
जांच में सहयोग करने और सीबीआई को उनको गिरफ्तार ना करने का आदेश दिया था, लेकिन अब सीबीआई ने
अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि राजीव कुमार पूरी तरह जांच में सहयोग नहीं कर
रहे और सीबीआई उनको गिरफ्तार कर अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाहती है. ताकि
चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूत हासिल किए जा सके.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/mamata-kolkata-police-chief-7.jpg422759Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-04-07 10:15:202019-04-07 10:18:10सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार की कस्टोडियाल इंट्रोगेशन की मांग की है
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