चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी का संगठन हुआ भंग

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

                        नगर निगम चुनाव में पहली बार सबसे ज्यादा 14 पार्षद जीतकर इतिहास रचने वाली आम आदमी पार्टी (आ.आ.पा.)  की चंडीगढ़ इकाई के पूरे ढांचे को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। निगम चुनाव के बाद से लगातार दो बार मेयर पद के चुनाव हारने वाली आप में पिछले डेढ़ से दो वर्षो के भीतर गुटबाजी चरम पर पहुंच गई थी। इससे पहले कि पार्टी और उसके पार्षद टूटने की कगार पर पहुंचते आला कमान ने चंडीगढ़ यूनिट को भंग करने में जरा भी देर नहीं लगाई। ट्वीट के जरिए पार्टी के पंजाब-चंडीगढ़ मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह ने बकाया चंडीगढ़ इकाई को भंग किए जाने का मैसेज चला दिया। मैसेज जारी होते ही शहर की सियासत  गरमा गई। पार्टी के पार्षद-कार्यकर्ता स्थानीय नेताओं के खेमों में विभाजित बताए गए हैं। प्रभारी ने ट्वीट किया कि चंडीगढ़ इकाई को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया है, नई इकाई की घोषणा जल्द की जाएगी।

हालिया मेयर चुनाव में पार्षदों ने दिखाई थी एकजुटता, वर्तमान विवाद से हुई किरकिरी, अब विपक्षी दल लाभ लेने की रहेंगे फिराक में   


                        वहीं, हालिया मेयर चुनाव में आप के सभी 14 पार्षद एकजुट रहे। पार्टी भले ही चुनाव हार गई थी, इस एकजुटता का संदेश और प्रभाव काफी था।  विपक्षी दलों के बीच भी एक छाप पड़ी थी। ताजा घटनाक्रम से पार्टी की खासी किरकिरी हो गई है अब विपक्षी दल भाजपा से लेकर कांग्रेस तक इसका लाभ लेने की फिराक में रहेंगे।


                        विपक्षी इस कोशिश में रहेगा कि कैसे आप पार्षदों को तोड़कर निगम सदन में अपनी संख्या बढ़ाई जाएं। इसमें बीजेपी की भूमिका अधिक रह सकती है। जिसे मेयर चुनाव में 14-14 की बराबरी की लड़ाई में सांसद की महज एक वोट का लाभ मिल जाता है। हालांकि इतना कम अंतर किसी एक वोट के इधर-उधर होने की स्थिति में मेयर चुनाव में हार का कारण भी बन सकता है। बीजेपी इस स्थिति से निकलने की पूरी कोशिश में है।


नेता प्रतिपक्ष-पार्षद के चयन से बिगड़ी बात, बैठक में हुई बहस-बाजी 


                        वहीं, कहा जाता है कि इस वर्ष नेता प्रतिपक्ष पार्षद के चयन से बात ज्यादा बिगड़ गई। कहा जाता है कि इससे नाराज आठ पार्षदों ने दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री सहित प्रभारी तक पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी। कहा जाता है कि मामलों को सुलझाने के लिए शनिवार को पार्षदों और नेताओं की बंद कमरे में आपस में बैठक भी हुई। एक पार्षदों का दल अपने पंसदीदा पार्षद को नेता प्रतिपक्ष बनने पर अड़ा हुआ था तो शेष आठ अन्य पार्षद अपने उम्मीदवार की पैरवी कर रहे थे। कहा जाता है कि इसे लेकर बहस भी हुई। स्थिति पर नजर रखते हुए हाईकमान ने मामला और बिगड़ने से पहले ही सम्भवतः डेमेज कंट्रोल का रास्ता निकालते हुए चंडीगढ़ यूनिट को भंग करना ही बेहतर समझा।


                        नेता प्रतिपक्ष को लेकर एक पार्षद का मैसेज सोशल साइट पर भी चल गया था, इसे लेकर भी पार्षदों में नाराजगी बढ़ गई थी। जिनका पत्र में कहना था कि सभी 14 पार्षदों को बिना विश्वास में लिए निर्णय लिया गया।


पिछले वर्ष मेयर चुनाव में सीनियर डिप्टी मेयर के पद पर हुई थी एक वोट क्रास 


                        आ.आ.पा. में गुटबाजी की पहली फूट तक दिखाई पड़ी थी जब पिछले वर्ष निगम में मेयर चुनाव के बाद सीनियर डिप्टी मेयर पद के चुनाव में एक वोट क्रास हुई थी। इसके बाद कई मौकों पर आप पार्षद ही एकजुट नहीं दिखे। सदन में शहर के दक्षिण सैक्टरों की सफाई का ठेका को लेकर प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कुछ आप पार्षद भाजपा पार्षदों का ही हाथ उठकर समर्थन करते दिखे। इस पर तब पार्टी की भंग हो चुकी इकाई के संयोजक ने उन सभी पार्षदों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। हालांकि बाद में इसे पार्षदों ने गलती करार दिया था। जिसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।


सदन में किस माइंडसेट से जाएंगे आप पार्षद ? 


                        सबसे बड़ा सवाल यह है कि निगम सदन में अब आ.आ.पा.पार्षद किस माइंड सेट के साथ जाएंगे। ताजा घटनाक्रम अगले वर्ष 2024 लोक सभा चुनाव की तैयारी की दिशा में शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है। जनता के बीच विश्वास बनाकर ही आप पहली बार निगम सदन में पहुंची थी। अब वहीं दल टूट की कगार पर है। देखने वाली बात यह होगी कि नई इकाई का गठन कब तक होता है। स्थानीय स्तर के बड़े नेता कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है।


मेयर चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस – भाजपा के पार्षद हाथ से फिसल गए


                        मेयर चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और भाजपा के एक-एक पार्षद आते आते हाथ से फिसल गए। इस रणनीतिक और सियासी चूक को लेकर भी असंतोष फैला हुआ है। दावा यह भी किया जा रहा है कि यह चूक नहीं होती तो निगम इतिहास में पहली बार आप का मेयर बनता। पिछले वर्ष मेयर चुनाव में भी पार्टी एक अयोग्य वोट से चूक गई थी। पार्टी अदालत की कानूनी लड़ाई भी हार गई।


चंडीगढ़ यूनिट भंग होने के बाद भी नेताओं के पद पर बने रहने के दावे 


                        वहीं, चंडीगढ़ यूनिट भंग होने के साथ दावा किया जा रहा है कि आप चंडीगढ़ इकाई के नए ढांचे की घोषणा होने तक स्थानीय स्तर के नेता  पहले की तरह अपने पद पर बने रहेंगे। हालांकि इसे लेकर अस्पष्ट स्थिति है।  वहीं, दावा किया गया कि पार्टी के सांगठनिक ढांचे को बूथ से लेकर शीर्ष स्तर तक मजबूत और कारगर बनाने की से यह फैसला लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही नई संरचना की घोषणा भी की जाएगी। इसमें सक्षम और मेहनती कार्यकतार्ओं और नेताओं की जिम्मेदारियों को बढ़ाया जाएगा और उनकी जिम्मेदारियों को भी आपस में बांटा जाएगा ताकि आम आदमी पार्टी एक मजबूत और संगठित टीम के रूप में उभार सके।

उत्तराखंड प्रकोष्ठ ने गरीब तबके के परिवारजनों को बांटा राशन व कंबल

डेमोक्रेक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 2 जनवरी :

            भाजपा चंडीगढ़ के उत्तराखंड प्रकोष्ठ ने प्रकोष्ठ के चेयरमैन भूपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में नए वर्ष पर शहर के विभिन्न हिस्सों में सेक्टर 45 व दड़वा में गरीब तबके के लोगों व मजदूरों को राशन व कम्बल बांटे और भगवान से उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इतना ही नही नव वर्ष पर वे जय माँ धारी देवी  संकीर्तन मंडली  द्वारा आयोजित कीर्तन दरबार में मुख्यातिथि के रुप में शामिल हुए और जहां उन्होंने संकीर्तन मंडलियों को धार्मिक गतिविधियों को बनाये रखने के साथ साथ सामाजिक गतिविधियों में भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लेने की अपील की, ताकि दोनों गतिविधियों का निर्वाह हो सके। 

            वही दूसरी ओर भूपेंद्र शर्मा को नव वर्ष पर दड़वा में उत्तराखंड मातृ संगठन- जो सामाजिक संगठन है, ने उनके सामाजिक व कल्याणकारी छवि के चलते सम्मानित किया। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर उन्होंने विशाल भंडारे का आयोजन किया और गरीब व जरूरतमंद लोगों को ऊनी कपड़े व राशन वितरीत किया।

            इस अवसर पर भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि वे सामाजिक कार्यों को करने के प्रतिबद्ध हैं और समय समय पर लोगों की परेशानियों को हल करने का प्रयास भी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी जरूरतमंद व गरीब या मजदूर उनसे किसी भी प्रकार की सहायता ले सकता है और इसके लिए वे सदैव तत्परता से काम करेंगे।

            भूपेंद्र शर्मा के साथ इस दौरान वीरपाल सिंह नेगी, बुद्धि चंद डोंडियल, प्रकाश चंद  शर्मा शशि पांडे महावीर प्रसाद भंडारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य एवं जनमानस का व्यवहार आकर्षित करने वाला है : शिक्षा मंत्री कंवरपाल 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 26 दिसंबर :

            उत्तराखंड गढ़वाल सभा जिला यमुनानगर द्वारा अपनी सहयोगी संस्थाओं टिहरी ग्राम सुधार समिति,गढ़वाल भ्रातृ मंडल,कुमाऊं हितकारी सभा वा गढ़देस भ्रातृ प्रेम सभा के प्रयासों से उत्तराखंड की संस्कृति एवम लोक नृत्य नाटिकाओं पर आधारित एक रंगारंग कार्यक्रम “रैबार”का भव्य आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ यमुनानगर के माननीय विधायक घनश्याम दास,भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा,हरियाणा व्यापार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग, उत्तराखंड प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश संयोजक ओम प्रकाश भट्ट, वार्ड 21 के निगम पार्षद अभिषेक मोदगिल,समाजसेवी राकेश मोहन जोशी,समाजसेवी गुलशन रावत,संस्था के संरक्षक एवम भाजपा प्रदेश सह प्रवक्ता भारत भूषण जुयाल तथा अध्यक्ष वचन सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्वलित करके किया।

            हजारों की संख्या में उपस्थित उत्तराखंडी जनसमूह को उत्तराखंड से आए “रूद्र वीणा “ग्रुप के कलाकारों ने लोक गीत,नृत्य,नाटिकाओं एवम लोक वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति द्वारा मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा सरकार में शिक्षा,वन एवम पर्यटन मंत्री माननीय कंवरपाल जी ने अपना आशीर्वाद दिया तथा उत्तराखंड समाज के हरियाणा प्रदेश के विकास में निभाई भूमिका की प्रशंशा की ।

            उन्होंने कहा उत्तराखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं और उसका प्राकृतिक सौंदर्य तथा उनके जनमानस की ईमानदार वा भोलाभाला व्यवहार सभी को आकर्षित करता है।इस अवसर पर विधायक घनश्याम दास जी ने कहा कि अगर आध्यात्मिक और मानसिक शांति कहीं मिलती है तो वो उत्तराखंड की देवभूमि है। संस्था के संरक्षक भारत भूषण जुयाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंडी समाज आप सभी वा मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी द्वारा दिए गए स्नेह,सहयोग वा सम्मान के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता है।जुयाल ने अपने समाज के कार्यकर्ताओं को आह्वाहन किया कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण की योजनाओं का भरपूर लाभ जन जन तक पंहुचांकर सार्थक समाजसेवा करें।संस्था के प्रधान बच्चन सिंह बिष्ट ने अंत में सभी अतिथियों वा उपस्थित जनता का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

आदर्श पब्लिक स्मार्ट स्कूल में दिवाली का त्यौहार मनाया गया 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता चंडीगढ़ :

             आदर्श पब्लिक स्मार्ट स्कूल (APS-20), सेक्टर 20B, चंडीगढ़ ने पर्यावरण के अनुकूल दीपावली उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया 

            इस अवसर पर कक्षा VI से VIII के बीच रंगोली प्रतियोगिता  का आयोजन किया, जिसमें छात्रों ने बहु-रंगों का उपयोग करके रंगोली के विभिन्न डिजाइनों को बनाया।

            कक्षा पहली से पांचवीं तक दीया, मोमबत्ती और बर्तन सजावट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

             श्रीमती सुनीता ठाकुर ने कहा कि रैली का आयोजन छात्रों और शिक्षकों द्वारा किया गया था जिसे हरे, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिवाली के संदेश का पता लगाने के लिए आसपास के क्षेत्रों से पारित किया गया था।

मोदी दीपावली की पूर्व संध्या पर अयोध्या जाएंगे, क‌ई भव्य दीपोत्सव समारोह में करेंगे शिरकत

रघुनंदन पराशर,  डेमोक्रेटिक फ्रंट,  जैतो  –  21अक्तूबर :

            प्रधानमंत्री कार्यालय शुक्रवार को बताया कि दीपावली की पूर्व संध्या पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 23 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में अयोध्या का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री शाम करीब पांच बजे भगवान श्री रामलला विराजमान के दर्शन और पूजा करेंगे तथा इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण करेंगे।

            शाम लगभग 5:45 बजे प्रधानमंत्री प्रतीकात्मक भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक करेंगे। शाम लगभग 6:30 बजे, प्रधानमंत्री सरयू नदी के न्यू घाट पर आरती देखेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री द्वारा भव्य दीपोत्सव समारोह की शुरुआत की जाएगी।इस वर्ष, दीपोत्सव का छठा संस्करण आयोजित किया जा रहा है और यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री इस समारोह में व्यक्तिगत रूप से भाग लेंगे। इस अवसर पर 15 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे। दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला झांकियां भी प्रदर्शित की जायेंगी।

            प्रधानमंत्री भव्य म्यूजिकल लेजर शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखेंगे।

मोदी कल केदारनाथ व बद्रीनाथ जाएंगे, हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो न‌ई रोपवे परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे 

मोदी श्री केदारनाथ व  बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन व पूजा करेंगे

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  19 अक्तूबर  :

            प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री    नरेन्द्र मोदी 21 अक्तूबर  को उत्तराखंड का दौरा करेंगे। वह सुबह करीब 8:30 बजे श्री केदारनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह करीब 9 बजे केदारनाथ रोपवे परियोजना की आधारशिला रखेंगे।इसके बाद वह आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल के दर्शन करेंगे। सुबह करीब 9:25 बजे प्रधानमंत्री मंदाकिनी आस्था पथ और सरस्वती आस्था पथ के साथ-साथ वहां चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

            इसके बाद, प्रधानमंत्री बद्रीनाथ पहुंचेंगे, जहां करीब 11:30 बजे वह श्री बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। दोपहर 12 बजे वह रिवरफ्रंट के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। दोपहर 12:30 बजे माणा गांव में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे वह अराइवल यानी आगमन प्लाजा और झीलों के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें।

            केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है।इस रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपए की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा। यह परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन होगा, जो आवागमन को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करेगा। इस अहम बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।

            इस यात्रा के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपए की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) तक – हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क प्रदान करने की दिशा में एक और कदम साबित होंगी। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, ये परियोजनाएं रणनीतिक दृष्टि से भी फायदेमंद साबित होंगी।

            केदारनाथ और बद्रीनाथ सबसे महत्वपूर्ण हिंदू मंदिरों में से एक हैं। यह क्षेत्र एक श्रद्धा वाले एक सिख तीर्थ स्थल – हेमकुंड साहिब के लिए भी जाना जाता है। इन जगहों पर शुरू हो रही कनेक्टिविटी परियोजनाओं में से धार्मिक महत्व के स्थानों तक पहुंच को आसान बनाने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

आस्था का महापर्व- छठ पूजा : चीफ इंजीनियर ने सेक्टर 42 न्यू लेक का किया दौरा

  •  पार्षदों ने न्यू लेक की साफ सफाई की रखी थी मांग 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

            पूर्वांचल निवासियों की आस्था का महापर्व छठ पूजा के 30 अक्तूबर को आयोजन को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर सी पी ओझा ने सेक्टर 42 की न्यू लेक पर विजिट किया। पार्षद जसबीर सिंह बंटी, गुरबक्श रावत और हरदीप सिंह और पूर्व पार्षद अनिल दुबे और पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन के सुनील गुप्ता के आह्वान पर चीफ इंजीनियर ने यह विजिट किया था। इन सभी की मांग थी कि आगामी दिनों में पूर्वांचल निवासियों के त्योहार को देखते हुए सेक्टर 42 लेक की साफ सफाई और रखरखाव को लेकर जल्द विजिट किया जाए। इस अवसर पर एस डी ओ, जे ई और हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी भी मौजूद थे।

            वहीं इस मौके पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने चीफ इंजीनियर सी पी ओझा से कॉलेज के छात्रों और झील के पास सुबह शाम सैर करने आने वालों के लिए झील पर ओपन एरिया जिम और शांति पथ पर लेक वॉकिंग ट्रैक के सौंदर्यीकरण की मांग की। खेल परिसर की बाहरी दीवारों की मरम्मत और बन क्षेत्र में टो वाल और ग्रिल से ढके ता की बन क्षेत्र की तरफ से घरों के तरफ साप ना आए और वन क्षेत्र की सफाई की तरफ भी ध्यान दिया जाए। इस मौके पर आर बी ए सेक्टर 42 के  शशि कुमार , आर के कपूर मुनीश कुमार एक्स ए एन नवराज सिंह एडीओ मनिंदर सिंह बी मौजूद थे। चीफ इंजीनियर सी बी ओझा ने सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करवाए जाने का  एरिया पार्षदों को आश्वासन दिया।

आम आदमी पार्टी के हिन्दू धर्म विरोधी होना एक टीवी चैनल ने दिखाया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/पंचकुला :

केजरीवाल का मंत्री दिल्ली में हिंदुओं को, हिंदू देवी देवताओं को गाली दे रहा है और केजरीवाल गुजरात में जय श्री कृष्णा बोलने का ढोंग कर रहा है – कपिल मिश्रा

मुफ़्त का सामान देकर गरीब हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेन्सी बन गयी हैं आम आदमी पार्टी – कपिल मिश्रा

आम आदमी पार्टी के नेता/मंत्री ने 10,000( दस हज़ार) लोगों से हिन्दू धर्म और देवी देवताओं के विरोध में शपथ दिलवाई।

पीएफआई और RSS बराबर, इसपर भी लगाओ बैन : कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल

                        उर्दू अखबार ‘इंकलाब’ ने एक जुलाई 2018 को रिपोर्ट छापी थी जिसमें बताया गया था कि राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मुलाकात के दौरान कहा था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है इस रिपोर्ट को पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा खारिज करने पर उसी अखबार में कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रमुख नदीम जावेद का इंटरव्यू छपा है, जिसमें कांग्रेस नेता ने एक तरह से यह पुष्टि की है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताया था। साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी 2018 में RSS के खिलाफ विवादित बयान दे चुके हैं। झाबुआ में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अभी तक जितने भी हिंदू आतंकी सामने आए हैं, सब RSS से जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा था कि संघ के खिलाफ जांच की जाए और फिर कार्रवाई होनी चाहिए। आज कॉंग्रेस की सनातन धर्मी लोगों के प्रति नफरत फिर सामने आई जब केरल से कांग्रेस सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है और कहा है कि पीएफआई पर बैन लगाना कोई उपाय नहीं है।  

  • भारत सरकार ने पीएफआई को पांच साल के लिए बैन कर दिया
  • पीएफआई पर बैन को लेकर कांग्रेस सांसद ने उठाया सवाल
  • कांग्रेस सांसद सुरेश ने कहा कि आरएसएस पर भी बैन लगना चाहिए

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट चंडीगढ़/ नयी दिल्ली

            समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मल्लपुरम में कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल ने कहा. “हम आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं।  पीएफआई पर बैन कोई उपाय नहीं है। आरएसएस भी पूरे देश में हिंदू साम्प्रदायिकता फैला रहा है। आरएसएस और पीएफआई दोनों समान हैं, इसलिए सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। केवल पीएफआई पर ही बैन क्यों?”

            गौरतलब है कि पीएफआई के अलावा, आतंकवाद रोधी कानून ‘यूएपीए’ के तहत ‘रिहैब इंडिया फाउंडेशन’ (आरआईएफ), ‘कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया’ (सीएफ), ‘ऑल इंडिया इमाम काउंसिल’ (एआईआईसी), ‘नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन’ (एनसीएचआरओ), ‘नेशनल विमेंस फ्रंट’, ‘जूनियर फ्रंट’, ‘एम्पावर इंडिया फाउंडेशन’ और ‘रिहैब फाउंडेशन’(केरल) को भी प्रतिबंधित किया गया है।

            कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह भी 2018 में RSS के खिलाफ विवादित बयान दे चुके हैं। झाबुआ में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अभी तक जितने भी हिंदू आतंकी सामने आए हैं, सब RSS से जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा था कि संघ के खिलाफ जांच की जाए और फिर कार्रवाई होनी चाहिए।


            PFI पर बैन लगने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है। सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा- बाय बाय PFI। वहीं असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- मैं भारत सरकार की ओर से PFI पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का स्वागत करता हूं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ है कि भारत के खिलाफ विभाजनकारी या विघटनकारी डिजाइन से सख्ती से निपटा जाएगा।

           12 सितंबर को कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से खाकी की एक निक्कर की तस्वीर शेयर की। इसमें लिखा- देश को नफरत से मुक्त कराने में 145 दिन बाकी हैं। हालांकि, संघ ने भी इसका तुरंत विरोध किया और संगठन के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा था कि इनके बाप-दादा ने संघ का बहुत तिरस्कार किया, लेकिन संघ रुका नहीं। 

           भारत में आजादी के बाद 3 बार बैन लग चुका है। पहली बार 1948 में गांधी जी की हत्या के बाद बैन लगा था। यह प्रतिबंध करीब 2 सालों तक लगा रहा। संघ पर दूसरा प्रतिबंध 1975 में लागू आंतरिक आपातकाल के समय लगा। आपातकाल खत्म होने के बाद बैन हटा लिया गया।

वहीं तीसरी बार RSS पर 1992 में बाबरी विध्वंस के वक्त बैन लगाया गया। यह बैन करीब 6 महीने के लिए लगाया गया था।

           RSS की स्थापना साल 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। संघ में सर संघचालक सबसे प्रमुख होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक करोड़ से ज्यादा प्रशिक्षित सदस्य हैं। संघ परिवार में 80 से ज्यादा समविचारी या आनुषांगिक संगठन हैं। दुनिया के करीब 40 देशों में संघ सक्रिय है।

           मौजूदा समय में संघ की 56 हजार 569 दैनिक शाखाएं लगती हैं. करीब 13 हजार 847 साप्ताहिक मंडली और 9 हजार मासिक शाखाएं भी हैं। संघ में सर कार्यवाह पद के लिए चुनाव होता है। संचालन की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर होती है।

वहीं PFI के खिलाफ हुई इस कार्रवाई को लेकर SDPI  ने कहा है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों को गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है।  

एक तरफ जहां पीएफआई के खिलाफ इस कार्रवाई पर संगठन से सहानुभूति रखने वाला पक्ष केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहा है तो दूसरी ओर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने इस कदम का स्वागत किया है।  PFI पर बैन को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “देश गृह मंत्री अमित शाह के फैसले की सराहना कर रहा है, हम उनका धन्यवाद करते हैं और इस निर्णय का स्वागत करते हैं इसका विरोध करने वालों भारत स्वीकार नहीं करेगा और सख्त जवाब देगा।”

                पीएफआई को लेकर सांप्रदायिक हिंसा के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में संभावनाएं है कि बैन जैसी बड़ी कार्रवाई के बाद पीएफआई के कार्यकर्ता सामाजिक माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं जिसके चलते पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है. दिल्ली से लेकर तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में सुरक्षा एजेंसियां चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं।  

                आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए छापेमारी की थी जिसमें संगठन के खिलाफ अहम सबूत मिले थे और विदेशी फंडिंग तक की बातें सामने आईं थीं। इसके चलते मंगलवार देर रात मोदी सरकार ने इस संगठन को बैन करने का ऐलान कर दिया जो कि संगठन के लिए एक बड़ा झटका है।

कैल से ताजेवाला फोर लेन की पैमाईश का कार्य शुरू

दो साल में बनकर हो जाएगा तैयार 

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली  –  17 सितंबर :

            केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति कैल से ताजेवाला नेशनल हाईवे 907 लगभग 1200 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होने वाला है। नेशनल हाईवे बनाने वाली राज श्यामा कम्पनी के कर्मचारियों ने पैमाईश कर सड़क के दोनों तरफ पोल गाड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। दो साल बाद जनता को नया नेशनल हाईवे सफर करने के लिए बिल्कुल तैयार मिल जाएगा।

            केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति कैल से ताजेवाला नेशनल हाईवे 907 का निर्माण कार्य कम्पनी द्वारा शुरू कर दिया गया है। कम्पनी के कर्मचारियों ने नेशनल हाईवे के दोनों तरफ पैमाईश कर पोल गाड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। सरकार की तरफ से किसानों की अधिग्रहण की गई जमीनों का मुआवजा भी किसानों को मिलना शुरू हो गया है। नेशनल हाईवे में शेरपुर मोड़  से ताजेवाला तक नेशनल हाईवे की दोनों तरफ 45 फिट पैमाईश कर पोल गाड़े जा रहे है। यह पहले नेशनल हाईवे 73 ए के नाम से था। जिसका नाम बदलकर नेशनल हाईवे 907 कर दिया गया है। इस नेशनल हाईवे में कैल से सिंहपुरा शेरपुर तक जमीन का अधिग्रहण हुआ है। लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांवों की जमीन अधिग्रहण की गई है। जबकि शेरपुर मोड़ से ताजेवाला तक पुराने नेशनल हाईवे की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। यह हाईवे फोर लेन बनेगा। जिसमें सोम नदी छछरौली के पास व पथराला नदी उर्जनी के पास पुल बनाया जाएगा। प्रतापनगर में फ्लाई ओवर काफी सर्विस रोड भी बनाए जाएंगे। कैल से ताजेवाला नेशनल हाईवे 32 किलोमीटर में लगभग 1200 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा। हाईवे निमार्ण का कार्य दिवाली के आसपास शुरू हो जाएगा जो कि दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा।

जिले को मिली बड़ी सौगात

            क्षेत्रवासी कर्म सिंह नरवाल, कल्याण सिंह, जगदीश धीमान, गुलशन अरोड़ा, गुलशन, रविश, चेयरमैन विरेन्द्र चौधरी, प्रवीन अग्रवाल, मुदित बंसल, बलिंद्र गुज़र व कैलाश भंगेडा ने बताया कि हाईवे निमार्ण कार्य को लेकर लोगों में काफी उत्साह और खुशी की लहर है। केन्द्र सरकार द्वारा व शिक्षा मंत्री कंवरपाल के प्रयासों से जिले को बहुत बड़ी सौगात इस हाईवे के रूप में मिली है। जिले में आज से पहले कभी इतनी बड़ी सौगात केन्द्र की तरफ से नहीं मिली थी। इस हाईवे का निमार्ण लगभग 1200 करोड़ की लागत से हो रहा है जो कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धि है।

हरियाणा पंजाब से हिमाचल उत्तराखंड के सफर में लगेगा कम समय

            हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ के यात्रियों के लिए हिमाचल देहरादून हरिद्वार के सफर में लगभग एक घंटे का फर्क पड़ जाएगा। पहले पंजाब चंडीगढ़ व हरियाणा से आने वाले यात्रियों को जगाधरी छछरौली शहरों के बीच से होकर गुजरना पड़ता था। जगाधरी लक्कड़ मंडी की वजह से घंटो जाम लगा रहता था। पहले कैल से ताजेवाला तक डेढ़ घंटा लगता था जो सफर हाईवे बनने से मात्र तीस मिनट में पूरा होगा। 

इन गांवों से गुजरेगा हाईवे

            नेशनल हाईवे 907 कैल से शुरू होकर काठवाला, मेहलावाली, शाहपुर, चाहडो, मामली, मुंडा खेड़ा, पंजेटो, बलाचौर, सिंहपुरा शेरपुर गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों के किसानों को अधिग्रहण हुई जमीन का पैसा मिलना शुरू हो गया है। काफी किसानों के खातों में पैसा आ भी गया है।

दो साल में कंपलीट हो जाएगा हाईवे

            हाईवे बनाने वाली कम्पनी राजश्यामा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के  असि. प्रोजेक्ट मैनेजर पूर्ण सिंह तोमर ने बताया कि कल से ताजेवाला हाईवे का निर्माण कार्य लगभग 2 साल में पूरा हो जाएगा। नेशनल हाईवे के दोनों तरफ पैमाइश का कार्य शुरू कर पिल्लर लगाए जा रहे हैं।