नवनिर्वाचित उपसभापति के सम्मान में नायडू द्वारा दिये गए भोज का बहिष्कार करेगी कांग्रेस


दूसरी तरफ कांग्रेस ने वेंकैया नायडू की तरफ से आयोजित ब्रेकफास्ट का बहिष्कार करने का फैसला किया है


मॉनसून सत्र का आखिरी दिन गुरुवार 10 अगस्त को है. बीजेपी ने अपने राज्य सभा सांसदों के लिए तीन लाइन का एक व्हीप जारी किया है ताकि वे सब सदन में मौजूद रहें.

दूसरी तरफ कांग्रेस आक्रामक मूड में है. वेंकैया नायडू ने राज्य सभा के नए सदस्य और डिप्टी चेयरमैन हरिवंश के चयन पर शुक्रवार को ब्रेकफास्ट का आयोजन किया है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस इस ब्रेकफास्ट का बहिष्कार करने वाली है.

राज्यसभा के उपाध्यक्ष चुने गए हरिवंश 

जेडीयू के राज्यसभा सदस्य हरिवंश को गुरुवार को राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए चुना गया. उन्हें विपक्ष की ओर से कांग्रेस के उम्मीदवार बी के हरिप्रसाद को मिले 105 मतों के मुकाबले 125 मत मिले.

सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने सदन पटल पर जरूरी दस्तावेज रखवाने के बाद उपसभापति पद की चुनाव प्रक्रिया शुरू करवाई. हरिवंश के पक्ष में 125 और हरिप्रसाद के पक्ष में 105 वोट पड़े. वोटिंग में दो सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया. सदन में कुल 232 सदस्य मौजूद थे.

छत गिरने से 4 भाई ज़ख्मी

चंडीगढ़:

सेक्टर 45 स्थित मकान नंबर 1075 की छत बुधवार को दोपहर 12:40 बजे के करीब अचानक गिर गई जिसके कारण मकान में मौजूद चार भाई दब गए घटना की सूचना वहां पर मौजूद लोगों ने फायर ब्रिगेड को दी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह से घायलों को निकाल कर सेक्टर 45 के सीविल अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर औपचारिक इलाज के बाद लोगों को छुट्टी दे दी गई। घायलों की पहचान जुबेर, राजा, मंसफ, मुजफ्फर के रूप में हुई है जो चारों भाई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार चारों भाई सेक्टर 35 की मार्केट में चिकन की रेहणी लगाते है अपने दुकान की सामान बना रहे थे कि बुधवार को अचानक छत गिर गई और चारों छत के नीचे दब गए। दबे लोग यहां पर पीछले 14 साल से किराए पर रहते है, पीछे से रहने वाले बिहार से है। लोगों ने बताया की इसकी जानकारी मकान मालिक को कई बार दी जा चुकी है कि मकान की छत कच्ची है जो कभी भी गिर सकती है लेकिन मकान मालिक अभी तक सही नही कराए।

गोपाल शुक्ला मिथिलांचल की और से पूर्वांचल प्रकोष भाजपा चंडीगढ़ प्रधान मनोनीत

चंडीगढ़ 8 अगस्त 2018 : मिथिलांचल की और से पूर्वांचल प्रकोष भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ का अध्यक्ष श्री गोपाल शुक्ला को मनोनीत करने पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री संजय टंडन का धन्यवाद करने हेतु एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया | कार्यक्रम का आयोजन बुडैल सेक्टर 45 में किया गया जिसमे श्री संजय टंडन प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी बतोर मुख्य अथिति उपस्थित रहे |  मिथिलांचल के निवासियों ने श्री संजय टंडन का आभार प्रकट किया कि उन्होंने श्री गोपाल शुक्ला जी को ये मोका दिया | इस अवसर पर एरिया पार्षद कंवर राणा, पूर्व महापोर आशा जसवाल, सुनीता धवन, वरिष्ठ उपमहापोर गुरप्रीत सिंह ढिल्लों, चंद्रावती शुक्ला, शक्ति प्रकाश देवशाली, युवा मोर्चा अध्यक्ष गौरव गोयल, महिला मोर्चा प्रदेश और जिले की टीम भी मोजूद रही | कार्यक्रम के आयोजक मिथिलांचल से ललित जी, रामलोचन गुप्ता जी, राम बर्ष यादव, राजिंदर जी, प्रमोद जी, राजकुमार जी, शुक्ला यादव जी, गंगा यादव जी, अशोक जी, कलाश जी, जय नारायण जी, रामकुमार सिंह जी, और पार्टी के गणमान्य जन उपस्थित रहे |

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री संजय टंडन ने केंद्र सरकार की विभिन योजनाओ जसे कि मुद्रा योजना, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, उज्ज्वला योजना, मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया के बारे में जनता को अवगत कराया | सभी उपस्थित लोगो को सरकार की इन योजनाओ के बारे मे अपने-अपने श्रेत्र के लोगो को जागरूक करने के लिये कहा | उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इन चार वर्षो में जो काम किया है वह पिछली सरकारे सालो में नही कर पाई |

श्री संजय टंडन ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार ने देश की साख को पुरे विश्व में एक नये आयाम तक पहुचाया है | जो देश भारत के साथ दिखने में कभी शर्म महसूस करते है आज वो भारत के साथ खड़े रहने मे गर्व महसूस करते है |

अपने संबोधन में गोपाल शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री संजय टंडन का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि वे पार्टी द्वारा उनमे व्यक्त किए गए विशवास के लिये पार्टी का धन्यवाद करते है और वे पूर्ण प्रयास करेंगे कि पूर्वांचल के लोगो में पार्टी का कार्य विस्तार करगे |

लखनऊ जल्द ही स्मार्ट सिटी बनेगा: राजनाथ सिंह

लखनऊ: 

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर हैं. दौरे के दूसरे दिन उन्होंने लखनऊ में अनेक विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए कहा कि लखनऊ जल्द ही स्मार्ट सिटी बनेगा. सिंह ने लखनऊ में 938 करोड़ रुपये की लागत वाली 438 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए कहा कि लखनऊ के सर्वांगीण विकास के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. लखनऊ के विकास की जो नींव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी, उसे बाद में सांसद लालजी टंडन और अब वह खुद आगे बढ़ा रहे हैं. लखनऊ जल्द ही स्मार्ट सिटी बनेगा.

उन्होंने कहा कि लखनऊ की आबादी 35 लाख से भी ज्यादा है और 20 लाख से भी ज्यादा पंजीकृत वाहन यहां हैं. राजधानी में 25-30 वर्षों के बाद की स्थिति के मद्देनजर आधारभूत ढांचे पर काम किया जा रहा है. आउटर रिंग रोड की घोषणा इसी की एक कड़ी है. गृह मंत्री ने कहा कि आउटर रिंग रोड की स्वीकृति मिलते ही लखनऊ में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आयी है. वर्ष 2013-14 तक जहां प्रतिवर्ष 23 लाख यात्रियों का राजधानी स्थित हवाई अड्डे से आना-जाना होता था, वही 2017-18 में यह संख्या 47 लाख तक पहुंच गयी है. इसे देखते हुए हवाई अड्डे की पैसेंजर हैंडलिंग क्षमता को सालाना एक करोड़ करने के लिये नयी इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग का 1383 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण स्वीकृत कर लिया गया है. इस महीने या अगले माह इसका शिलान्यास होगा.

सिंह ने विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि गरीबों और किसानों के उत्थान के लिए 4350 करोड़ रुपये की लागत से सबका साथ, सबका विकास ग्राम सड़क योजना शुरू की गयी. प्रदेश सरकार की गौरवपथ योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में प्रमुख स्थान पाने वाले 24 मेधावी विद्यार्थियों के गांव को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए सात करोड़ रुपये और 2018 के ऐसे 88 विद्यार्थियों के गांव को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए 23 करोड़ रुपये की लागत से काम किया जा रहा है.

गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहली बार एक साथ 6.24 किलोमीटर लंबाई के चार एलिवेटेड हाईवे का आज शिलान्यास हो रहा है. इनके निर्माण पर 414 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है. इसके अलावा 1900 करोड़ रुपये की लागत से गोमती नगर टर्मिनस का काम शुरू हो गया है. इसके बन जाने के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन के बोझ को कम किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि चारबाग रेलवे स्टेशन पर 1800 करोड़ रुपये की लागत से काम हो रहा है. इससे जहां एक ओर यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी वहीं आउटर पर रेलगाड़ियों में होने वाले संचालन विलंब को भी दूर किया जा सकेगा. इसी तरह 96 करोड़ रुपये की लागत से आलम नगर रेलवे स्टेशन के विकास का कार्य
किया जा रहा है.

गोमती को प्रदूषण मुक्त करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की चर्चा करते हुए सिंह ने कहा कि हैदर कैनाल पर 336 करोड़ रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के काम को मंजूरी दे दी गई है. पिछले महीने की 25 जुलाई से काम भी शुरू हो गया है. इसी तरह 11 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक शौचालयों पर काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि उनकी सरकार के पिछले 15 महीनों के कार्यकाल के दौरान जहां प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल हुई है वहीं सड़कों तथा सस्ती दर पर निर्बाध बिजली मुहैया कराने की दिशा में भी उल्लेखनीय कार्य हुआ है.

स्मार्ट सिटी और अमृत योजनाओं के तहत लखनऊ के विकास की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है. कार्यक्रम में गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने ‘सबका साथ सबका विकास, ग्राम सड़क योजना’ और ‘गौरवपथ- एक अभिनव प्रयास योजना’ पर पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया.

कांवड़ियों की आपसी लड़ाई में एक की मौत

काँवड़ यात्रा का प्र्तीकात्मक चित्र

अजय कुमार

बहादुरगढ़

गांव आसोदा से हरिद्वार कावड़ लेने गए जत्थे मैं शामिल दो युवकों का आपस में शामली के पास विवाद हो गया विवाद इतना बढ़ गया कि एक कावड़िया ने दूसरे कावड़िया को बोतल मार कर घायल कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई मृतक की पहचान गांव आसोदा निवासी परमजीत के रूप में हुई है

Nirankari Mata Savinder Hardev ji passes away

Nirankari Mata Savinder Hardev ji passes away after a prolong illness at 5:15 pm in New Delhi. She was 61. Born on 2nd January 1957 to Sh. Manmohan Singh and Smt. Amrit Kaur and later was adopted by Sh. Gurumukh Singh and Mrs Madan Kaur ji.

She got her education at convent of Christian and Mary Mussoorie As a better half of Baba Hardev Singh she supported him in prachar and welfare in india and abroad.

She was the 5th Saduru of nirankari mission

She is survived by three daughters. Samta, Renuka and Sudeeksha

Sadguru Sudiksha ji is the 6th head of Nirankari Mission

The body of Mata ji will be plaed for last ‘darshans’ in Samagam ground no. 8 till 7th of August, 2018, the cremation will be held at Nigam Bodh Ghat on 8th August at 12 noon in electrical crematorium. The mission sources told.

The Shradhaanjli samaroh will take place in samagam ground the same day at 2:00 pm

There is no vacancy for the prime minister’s post till 2024: Paswan

Union minister Ram Vilas Paswan

Chandigarh: Union minister Ram Vilas Paswan on Saturday asserted that there was no vacancy for the prime minister’s post in 2019 and the Opposition should work hard and aim for it in 2024.

The ruling NDA partner Lok Janshakti Party chief Pawan made the assertion and claimed that the achievements of the Narendra Modi government in last four years were more than those of any other regime since Independence.

Paswan also spoke at length on Dalit issues, acknowledging that the government earlier had a problem of perception on the Dalit issue, but the same had been set right.

The Union Minister for Consumer Affairs, Food and Public Distribution was addressing a news conference, during which he also described the NDA government as “pro-poor, pro-Dalits and pro-farmers”.

Paswan made the remarks in reply to queries on his experience as the NDA partner and if he would be the part of the BJP-led alliance in the 2019 polls.

“The Modi government has been in power for over four years now and if you count the achievements of this government during this tenure, it has been better than any other government since Independence.

“There is no charge which the prime minister faces, he comes from a humble background. Out of 24 hours, he works for 20 hours… This government brought so many schemes for common man and the poor like Jan Dhan Yojana, insurance cover for common people. Besides, India is emerging as an economic superpower,” he said.

He said the LJP supported the NDA when it had only two other allies – the Akali Dal and the Shiv Sena.

“For the last two years, we (LJP) have been saying that in 2019, there is no vacancy, the Congress and the Opposition can work hard, but they should realise there is no vacancy in 2019. They can work hard for 2024 and not 2019,” he said.

Asked if the LJP would be part of the NDA in 2019, Paswan categorically said, “Not being so is unthinkable.”

Referring to the Supreme Court’s March 2018 order which had laid down some safeguards against the misuse of the SC/ST (Prevention of Atrocities) Act, Paswan said after this verdict some people started a campaign to portray the Modi regime as “anti-Dalit”.

He said the entire country knew that the Supreme Court had diluted the SC/ST (Prevention of Atrocities) Act and that it was not a government decision, but a countrywide protest was started as if the government had done it.

“We filed a review petition in the court. As we felt it may take time, a decision was taken in the Cabinet and a bill (to undo the Supreme Court order) was introduced in the Lok Sabha on Friday,” he said.

With the Opposition targeting the BJP over dilution of the SC/ST (Prevention of Atrocities) Act, Paswan said various Dalit organisations would hold rallies across the country from 11-14 August, and thank the prime minister for bringing the bill to undo the apex court verdict on the matter.

The Dalit Sena, affiliated to the LJP, has lauded Prime Minister Narendra Modi for the government’s “historic” decision to bring the bill to undo the apex court order on the law on atrocities against the Dalits.

Paswan said four-five months back he had stated that despite so many works and achievements of the Narendra Modi government, there was “a perception that this regime is anti-Dalit.” And, he had also said he would set this perception right, he added.

Paswan said while speaking in the ongoing session of the Parliament recently that he had pointed out that that the Opposition brought the no-confidence motion against the government, “but not even one from the Opposition, be it the Congress or the Samajwadi Party, uttered a word pertaining to Dalits or the atrocities.”

Asked if the government’s stand would change in case the Supreme Court stands by its verdict in response to the petition for review of the March verdict on the SC/ST (Prevention of Atrocities) Act, Paswan asserted that “it is the government’s job to make law.”

“Parliament is supreme, the court’s work is to see whether the laws which have been made, are constitutionally right… it is the government’s job to make law,” he said.

Countering arguments that the apex court’s judgment had only laid down some safeguards to prevent the misuse of the SC/ST Act, Paswan said any act can be misused, but the misuse of any law is not a valid ground for repeal of its provisions.

“Did it not happen in dowry cases when entire family often landed behind bars?” he asked.

He said “many Dalits feared lodging an FIR after dilution of the Act.”

“Now, they have said a DSP will probe, but which DSP favours the poor? The result will be that the atrocities will once again rise,” he said referring to the apex court’s 20 March verdict, which stipulated that before registering the FIRs under the SC/ST Act, a DSP-level officer would hold a preliminary inquiry and the prior permission of an SP-rank officer would be needed to arrest the accused.

Asked about Rashtriya Janata Dal’s (RJD) protest rally with other Opposition parties at Jantar Mantar in New Delhi over sexual abuse of the girls at Muzaffarpur shelter home, Paswan said taking out protest march was the job of the Opposition and they would do that.

What was important in this case, he said, was to see the intent of the Bihar chief minister, who has described the incident as “shameful” and assured that the culprits would not be spared.

Sonoval quoted Mamta’ TMC as “divisive design of the external forces”

 

Guwahati:

Assam chief minister Sarbananda Sonowal hit out at his West Bengal counterpart Mamata Banerjee on Saturday, saying there was an “evil design” in her remarks and sending a TMC team to the north-eastern state to destabilise the NRC process.

Banerjee had questioned the transparency of the final NRC draft and alleged that the Centre had resorted to “vote bank and divide and rule policy”.

She had also alleged that the exclusion of over 40 lakh people from the register was an “attempt to evict the Bengalis from Assam” and said those Indian citizens had become “refugees in their own land”.

Sonowal thanked the people of Barak Valley for the “exemplary composure” they exhibited, without falling prey to the “divisive design of the external forces”, an official release issued by the Chief Minister’s Office (CMO) said.

He also condemned the alleged move of the external forces to vitiate the peaceful environment in Assam in the name of the National Register of Citizens (NRC), the release added.

“Sonowal hailed the restraint and patience shown by the people of Assam, more particularly the residents of Barak Valley, in view of West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee’s inflammatory remarks and her decision of sending a delegation to Barak Valley with an evil design to polarise the society,” it said.

The chief minister also said since the beginning of updating the NRC, some vested interests were hell-bent on destabilising the process by making remarks inimical to the age-old unity prevailing among the people of the Barak and Brahmaputra valleys, the hills and the plains.

He added that “in spite of all evil intentions”, the people of Assam showed “remarkable composure” and strengthened the friendship and camaraderie among themselves.

Sonowal thanked the Bengali-speaking people of the state and different organisations spread across Assam for “unequivocally” registering their protests against the West Bengal chief minister’s “plan of polarising the state”.

“Assam is a land known for its unity since ages. People belonging to different castes, communities, creed and religions symbolise this unity which is unique. Though several attempts were made to disturb this unity, the people of Assam showed resilience and reinforced the state’s unity,” he added.

The people of the Barak and Brahmaputra valleys, the hills and the plains of the state will never be misled by such “evil design”, Sonowal asserted.

He said the people of Assam are guided by the humanitarian and unifying philosophies of singer and lyricist Bhupen Hazarika and Leftist composer-singer Hemanga Biswas.

Referring to the age-old harmonious relations between Assam and West Bengal, he mentioned the common socio-cultural icons such as Ashutosh Mukherjee, Sahityarathi Lakshminath Bezbaroa and Rabindranath Tagore.

“Therefore, being a chief minister of such a state which has deep-rooted culture and traditions, Mamata Banerjee should not have made such baseless comments which have got communal undertone aimed at disturbing the strong relations between Assam and Bengal,” Sonowal said.

The recent NRC document is only a draft and all genuine Indian citizens whose names did not feature in it need not worry. They would get “ample opportunities” to get their names enrolled through disposal of claims and objections, he said.

The chief minister said Assam has a culture and civilisation which has evolved as a result of melting down of different communities and ethnicities, which are all embracive and receptive.

“Exhibiting unique resilience, the people of Assam have always showed political maturity. Peacefully accepting the publication of the draft NRC is testimony of such political maturity of the people of Assam,” he asserted.

Sonowal said the final draft of the NRC had been prepared under the direct supervision of the Supreme Court with active role of the Registrar General of India and is a document to safeguard the interest of the people of Assam.

“It is a matter of pride and prestige for the people of the state to be a part of the updating of the NRC and witness the complete draft publication in an atmosphere of complete peace and rejoice,” he said.

Banerjee had also sent an eight-member Trinamool Congress team to assess the situation in Barak Valley on August 2 following the publication of the final fraft of the NRC, which is touted as the proof of Assamese identity.

The team was kept under preventive detention at the Silchar airport and was sent back the next day.

The Assam Police has registered five FIRs against Banerjee by the people as well as a lady police official, who was allegedly injured during a scuffle with the TMC delegates at Silchar airport.

Two police complaints were filed against Sonowal by the TMC in Kolkata.

मुगल सराय जन॰ = दीन दयाल उपाध्याय जन॰


मुगलसराय के नाम को बदलने को ले कर राजी सभा में हुआ हँगामा

अब MGS नहीं DDU होगा कोड


मुरादाबाद:

रेल मंत्री पीयूष गोयल उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में स्थित मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखे जाने की आधिकारिक घोषणा  कल करेंगे| इस दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे| मुगलसराय के मण्डल रेल प्रबन्धक पंकज सक्सेना ने बताया कि गोयल रेलवे जंक्शन के नये नाम की घोषणा करने के साथ-साथ उसके यार्ड को स्मार्ट यार्ड बनाने, रूट रिले इंटरलाकिंग तथा रेलवे स्टेशन पर अन्य विकास कार्य कराने का एलान भी कर सकते हैं| सक्सेना ने बताया कि वह ‘एकात्म एक्सप्रेस‘ ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे| यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन सुलतानपुर के रास्ते चलायी जाएगी|

1968 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास ही मृत पाये गये थे दीन दयाल उपाध्याय

इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता भी मौजूद रहेंगे| इस बीच, सम्पूर्ण रेलवे स्टेशन को केसरिया रंग में रंगा जा रहा है और परिसर में प्रवेश और निकास द्वार के साइनबोर्ड के साथ-साथ प्लेटफार्म के नाम को भी बदला जा रहा है| ‘एकात्म मानववाद‘ का संदेश देने वाले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारक दीन दयाल उपाध्याय फरवरी 1968 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास ही संदिग्ध अवस्था में मृत पाये गये थे|

महागठबंधन के प्रधानमंत्री पद के बारे में निर्णय चुनाव नतीजे आने के बाद होगा: कांग्रेस


कांग्रेस ने दावा किया कि अगर उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में ‘सही से’ गठबंधन हो गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटने वाली है लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना से गठबंधन की संभावना से पर कहा कि विचारधारा अलग होने की वजह से शिवसेना के साथ गठबंधन नहीं हो सकता

‘उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में सही से गठबंधन हो गया तो बीजेपी की 120 सीटें अपने आप कम हो जाएंगी और उत्तर प्रदेश में तो सत्तारूढ़ पार्टी पांच सीटों पर सिमट जाएगी.’


लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने के विपक्षी दलों के प्रयास के बीच कांग्रेस ने तय किया है कि फिलहाल पूरा ध्यान विपक्षी पार्टियों को एकजुट कर नरेंद्र मोदी को हराने पर लगाया जाएगा और प्रधानमंत्री पद के बारे में निर्णय चुनाव नतीजे आने के बाद होगा.

पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. सूत्रों ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन के लिए एसपी, बीएसपी और अन्य बीजेपी विरोधी दलों के बीच भी ‘रणनीतिक समझ’ बन गई है.

उन्होंने दावा किया कि अगर उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में ‘सही से’ गठबंधन हो गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं लौटने वाली है.

लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरा पेश करने के सवाल पर सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस फिलहाल दो चरणों में काम कर रही है. पहला चरण सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाकर बीजेपी और नरेंद्र मोदी को हराने का है. दूसरा चरण चुनाव परिणाम का है जिसके बाद दूसरे बिंदुओं पर बात होगी.

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री पद को लेकर चुनाव से पहले बातचीत करना ‘विभाजनकारी’ होगा.

उन्होंने कहा कि सारे विपक्षी दलों में यह व्यापक सहमति बन चुकी है कि सभी को मिलकर बीजेपी और आरएसएस को हराना है.

उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के सवाल पर कांग्रेस के सूत्रों ने कहा, ‘बातचीत चल रही है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि गठबंधन को लेकर रणनीतिक सहमति बन गई है.’

क्या है कांग्रेस का दावा?

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में सही से गठबंधन हो गया तो बीजेपी की 120 सीटें अपने आप कम हो जाएंगी और उत्तर प्रदेश में तो सत्तारूढ़ पार्टी पांच सीटों पर सिमट जाएगी.’

कांग्रेस सूत्रों ने यह भी दावा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और कई अन्य राज्यों में पार्टी की लोकसभा सीटों में काफी इजाफा होगा.

शिवसेना के साथ तालमेल की संभावना के सवाल पर कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि हमारा गठबंधन समान विचाराधारा वाले दलों के साथ हो सकता है और शिवसेना और कांग्रेस की विचाराधारा अलग है, इसलिए उसके साथ गठबंधन नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के बीच पुराना गठबंधन है और वह आगे भी जारी रहेगा.