फारूक अब्दुल्लाह को कोई फौरी राहत नहीं

एमडीएमके नेता वाइको ने अपने करीबी दोस्त और नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की हिरासत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी. इस दौरान सरकार ने कोर्ट को बताया कि फारूक अब्दुल्ला पर PSA एक्ट लगाया गया है. इसके बाद कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी.

नई दिल्लीः 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को ‘गैरकानूनी रुप से हिरासत’ में रखे जाने के आरोप वाली MDMK नेता वाइको की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है. चीफ जस्टिस ने कहा कि अब इस मामले में अब कुछ बचा नहीं है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू कश्मीर में लगाई गई पाबंदी के खिलाफ दायर याचिकाओं पर अब सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ मंगलवार को करेगी सुनवाई.

सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि इन याचिकाओं को मुख्य मामले के साथ जोड़ दिया गया है, जिस पर मंगलवार 1 अक्टूबर को सुनवाई होनी है. दरअसल, अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ कल सुनवाई करने वाली है.

वाइको ने की थी अब्दुल्ला को कोर्ट में पेश करने की गुजारिश

तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद वाइको ने इस याचिका में फारूक अब्दुल्ला को कोर्ट के सामने पेश करने की गुजारिश की थी. लेकिन, चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई, जस्टिस बोबडे और जस्टिस अब्दुल नज़ीर की बेंच ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि पीएसए एक्ट के तहत डिटेंशन ऑर्डर जारी होने के बाद इस याचिका में विचार करने के लिए और कुछ नहीं रह गया है.

सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने वाइको के वकील से कहा, ‘वह (अब्दुल्ला) जन सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में हैं. ऐसे में याचिकाकर्ता जम्मू-कश्मीर जन सुरक्षा कानून के तहत अब्दुल्ला के खिलाफ हिरासत के आदेश को सक्षम प्राधिकरण के समक्ष चुनौती दे सकता है.’

पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से दो हफ्ते में कश्मीर के हालात पर जवाब दाखिल करने को कहा था.कोर्ट ने पूछा था कि हलफनामा दाखिल कर बताएं कि राज्य में कब तक हालात सामान्य हो जाएंगे.कोर्ट ने सरकार से कहा था कि जम्मू-कश्मीर में सामान्य जनजीवन सुनिश्चित करें, लेकिन इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाए, यह मामला काफी गंभीर है.

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने एमडीएमके प्रमुख वाइको की याचिका (हैबियस कार्पस) पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर 30 सितंबर तक जवाब मांगा था.वाइको ने याचिका में कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को 15 सितंबर को चेन्नई में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई की 111वीं जयंती में शामिल होना था. लेकिन 6 अगस्त के बाद उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है.जम्मू-कश्मीर में नेताओं की नजरबंदी के खिलाफ दायर 8 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी.सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर, जम्मू, बारामूला और अनंतनाग जाने की इजाजत दी थी. लेकिन इस दौरान वे कोई भाषण नहीं दे सकते और न ही कोई रैली करेंगे.

कश्मीर टाइम्स की संपादक की ओर से सुप्रीम कोर्ट को बताया गया था कि कश्मीर में इंटरनेट बंद है, मीडिया सही काम नहीं कर पा रही है.इस पर अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बताया था कि कश्मीर में न्यूज पेपर 5 अगस्त से पब्लिश हो रहे हैं, दूरदर्शन, लोकल टीवी चैनल और रेडियो भी चालू हैं.मीडियाकर्मियों को इंटरनेट और टेलीफोन समेत सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.राज्य में लैंडलाइन और अन्य संचार साधन चालू हो गए हैं.तमाम पाबंदियां हटा ली गई हैं.चिकित्सा सुविधाओं बेहतर तरीके से संचालित हो रही हैं.5.5 लाख लोग ओडीपी में इलाज करा चुके हैं.


इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में नाबालिगों को भी हिरासत में लिए जाने के आरोप पर हाईकोर्ट की ज्युवेनाइल जस्टिस कमिटी से एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी थी.पिछली बार इसी मामले की सुनवाई में वकील ने कहा था कि हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पाना मुश्किल है. हाईकोर्ट ने रिपोर्ट भेजकर इस दावे को गलत बताया है. सुप्रीम ने कहा था कि हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से हमें रिपोर्ट मिली है और ये बात गलत है कि J&K के लोगों को हाई कोर्ट जाने में दिक्कत है.

चिदम्बरम की हिरासत अवधि 30 तक बढ़ी

सीबीआई  FIPB से जुड़े पांच अधिकारियो को भी आरोपी बना सकती है. 

नई दिल्ली: सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आईएनएक्स मीडिया मामले में जांच एजेंसी पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को आरोपी मुख्य आरोपी बनाने की तैयारी में है. इसके साथ ही  FIPB से जुडे पांच अधिकारियो को भी आरोपी बनाने की तैयारी चल रही है. 

पांचों अधिकारियो के बारे में सीबीआई सूत्रों का कहना है कि चिदंबरम से पूछताछ में इन अधिकारियों की भूमिका सामने आई है. पांचों अधिकारी इस मामले की साजिश मे शामिल रहे हैं और पांचों अधिकारियों ने नियमों का पालन नहीं किया है. 

जिन अधिकारियों को आरोपी बनाया जा सकता है उनके नाम हैं –तत्कालीन अतिरिक्त सचिव सिंधुश्री खुल्लर, सयुंक्त सचिव अनुप के पुजारी, निदेशक प्रबोध सक्सेना, अंडर सचिव रबिन्द्र प्रसाद और सेक्शन अधिकारी अजिथ कुमार डुंग. 

बता दें आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आरोपी पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था.

पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की सीबीआई हिरासत की अवधि 30 अगस्त तक बढ़ गई है. सीबीआई अदालत ने आईएनएक्स मीडिया के मामले में सोमवार को चिदंबरम की हिरासत की अवधि 30 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी.

सांसदों और विधायकों से संबंधित आपराधिक मामले की सुनवाई करने वाली राउज एवेन्य कोर्ट परिसर स्थित सीबीआई अदालत के विशेष जज अजय कुमार कुहार ने चिदंबरम की सीबीआई हिरासत की अवधि बढ़ाने का आदेश दिया.  आदेश देने से पहले विशेष सीबीआई जज ने कुछ देर के लिए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इससे पहले चिदंबरम को पिछले गुरुवार को 26 अगस्त तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा गया था.

PU Dental Professor Delivers Key Inaugural Note at Joint National Dental Speciality Conference at Puducherry

Chandigarh August 27, 2019

            Indian Society of Periodontology and Indian Prosthodontics Society , a 44 year old and 38 year old organizations respectively, for the first time have joined hands to do a collaborative event ‘PROS-PER’ at Puducherry which concluded on Sunday. Dr Ashish Jain, Professor at PU Dental Institute and Director, Internal Quality Assurance Cell, Panjab University delivered key inaugural talk at the event. He spoke about the current trends and future perspectives on the technologies in Implant Dentistry. Dr Jain spoke on the latest technology available for the maintenance of oral health with special emphasis on ‘Dual Zinc-Arginine technology’ and the role of Zinc in the daily routine of oral hygiene for the general population. He shared with the audience about an indigenously developed technology wherein patient’s own tooth can be converted into Bone-graft and placed in the same patient during placement of immediate implants.

The event was attended by over 400 delegates from across the country which was held at picturesque MAHE Dental Institute’s auditorium.   

चिदम्बरम 5 दिन के सीबीआई रिमांड पर

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय से भारी सुरक्षा के बीच राउज एवेन्यू कोर्ट लाया गया.

नई दिल्ली: आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को अदालत से राहत नहीं मिल पाई है. सीबीआई कोर्ट ने चिदंबम को पांच दिन रिमांड पर भेज दिया है.  सीबीआई की तरफ से पेश होते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता की हिरासत की मांग की. चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय से भारी सुरक्षा के बीच राउज एवेन्यू कोर्ट लाया गया.

अदालत की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि इंद्राणी मुखर्जी द्वारा 50 लाख डॉलर का भुगतान किया गया. इंद्राणी इस मामले में एक सह-आरोपी है. लेकिन, चिदंबरम ने सीबीआई द्वारा यह सवाल पूछने पर इनकार कर दिया.

अभियोजन पक्ष ने यह भी तर्क दिया कि जब उन्हें दस्तावेज दिखाए गए तो चिदंबरम चुप रहे और टाल-मटोल करते रहे. इससे उन्हें आगे और दस्तावेजों का सामना कराए जाने को बल मिला.

मेहता ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया, जिसने चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया और उन्हें आईएनएक्स मीडिया मामले में ‘सरगना’ बताया. मेहता ने कोर्ट मामले की डायरी भी दी, जिससे चिदंबरम को हिरासत में लेने के लिए मजबूत मामला बने. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का हवाला दिया.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता व वकील कपिल सिब्बल ने चिदंबरम की तरफ से पेश होते हुए कहा कि मौजूदा मामले में आरोपी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिली है. उन्होंने जोर दिया कि जांच पूरी कर ली गई है, क्योंकि ड्राफ्ट चार्जशीट तैयार कर ली गई है.

बता दें  आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आरोपी पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) को सीबीआई ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले पी चिदंबरम को सीबीआई की टीम ने उनके घर से हिरासत में ले लिया गया और चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय लाया गया.

बता दें मंगलवार से लापता कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) बुधवार शाम को कांग्रेस दफ्तर पहुंच गए. यहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस बीच सीबीआई की टीम भी कांग्रेस दफ्तर पहुंच गई.


चिदम्बरम से सीबीआई द्वारा पूछे जाने वाले चंद सवाल

सीबीआई ने चिदंबरम द्वारा पहले दिए गए जवाबों को काउंटर करने के लिए कई सारे डॉक्यूमेंट्री एविडेंस जुटाए हुए है। बुधवार रात के गिरफ्तार किए गए चिदंबरम सीबीआई की कस्टडी में रातभर परेशान रहे. चिदंबरम को रात भर सीबीआई मुख्‍यालय में रखा गया. यहां उनकी मेडिकल जांच भी कराई गई. आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आरोपी चिदंबरम को दोपहर 2 बजे स्पेशल सीबीआई जज अजय कुमार कुहार की कोर्ट (राउज एवेन्यू) में पेश किया जाएगा.

नई दिल्‍ली : आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को आज (गुरुवार) को सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा. सीबीआई ने चिदंबरम से पूछने के लिए 100 से ज्यादा सवाल तैयार किए है.  सीबीआई की दलील रही है कि चिदंबरम पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं और सवालों के गोलमोल जवाब देते रहे है. इसके साथ ही सीबीआई ने चिदंबरम द्वारा पहले दिए गए जवाबों को काउंटर करने के लिए कई सारे डॉक्यूमेंट्री एविडेंस जुटाए हुए है. 

सूत्रों के अनुसार सीबीआई द्वारा पूछे जाने वाले सवाल कुछ इस तरह के होंगे

  • नोटिस सर्व करने के बाद भी आप जांच में शामिल होने क्यों नहीं आए ? 
  • हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की उसके बाद से लेकर AICC में पीसी के बीच तक आप कहा थे ?  
  • इस दौरान आप कहा कहा गए, किस किसके साथ मुलाकात हुई ? 
  • आपका मोबाईल फोन बंद था, इस दौरान आपने कौन से नंबर इस्तेमाल किए ?
  • हमे जानकारी मिली है Inx मीडिया केस में रिश्वत के पैसो से आपने देश और विदेश में प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट किया जिनमे से कुछ की जानकारी हमे है, इसपर आपका क्या जवाब है, सोर्स ऑफ इनकम क्या था ?  
  • विदेशो में कितनी शेल्स कम्पनियो में ये घूस का पैसा लगाया गया, 200 शेल कंपनियो के बारे में जानकारी मिली है आपका क्या कहना है ? 
  • Inx मीडिया में फॉरन इन्वेस्टमेंट में नियम कानून को ताक पर रखा गया, कार्ति ने आपके प्रभाव में ये किया, आपने मंजूरी कैसे दी ? 
  • इन्द्राणी से आपकी मुलाक़ात नार्थ ब्लॉक में हुई थी, और आपने उन्हें कार्ति के संपर्क में रहने के लिए कहा था ? 
  • ये मुलाक़ात इन्द्राणी मुखर्जी से कैसे लाइनअप हुई थी ? 
  • कार्ति ने मलेशिया, स्पेन, यूके में जो प्रॉपर्टी खरीदी उसमे आपको क्या जानकारी है, सोर्स ऑफ इनकम क्या था ? 
  • आरोप है स्पेन, मलेशिया और यूके में जो परिवार ने विला, फ्लैट्स और टेनिस कोर्ट खरीदा क्या वो आपके वित्त मंत्री रहते हुए खरीदे गए और पैसा कहा से लाया कार्ति। 
  • इन्द्राणी मुखर्जी सरकारी गवाह बन चुकी है और उन्होंने कबूला है इस पूरी डील में कार्ति को मोटी रिश्वत दी गई और वो आपसे भी मिली, इसपर आपका क्या कहना है, फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड के तमाम नियमो को तोड़ते हुए क्यों और कैसे फायदा पहुचाया ? 
  • आपके अलावा वित्त मंत्रालय के वो कौन कौन से अधिकारी थे जिन्होंने आपको क्लीयरेंस देने से नहीं रोका 

बुधवार रात के गिरफ्तार किए गए चिदंबरम सीबीआई की कस्टडी में रातभर परेशान रहे. चिदंबरम को रात भर सीबीआई मुख्‍यालय में रखा गया. यहां उनकी मेडिकल जांच भी कराई गई. आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आरोपी चिदंबरम को दोपहर 2 बजे स्पेशल सीबीआई जज अजय कुमार कुहार की कोर्ट (राउज एवेन्यू) में पेश किया जाएगा. इस दौरान सीबीआई पूर्व वित्त मंत्री की ज्यादा से ज्यादा दिन की रिमांड मांगेगी. इससे पहले भी सीबीआई इस केस की सुनवाई के दौरान हिरासत में पूछताछ की मांग करती रही है.

इससे पहले ‘गायब’ चल रहे पी चिदंबरम बुधवार को अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने कहा कि वह ‘कानून से बच नहीं रहे हैं, बल्कि कानूनी संरक्षण की तैयारी कर रहे हैं’ और उम्मीद जताई कि जांच एजेंसियां ‘कानून का सम्मान करेंगी.’ चिदंबरम ने कहा, “मैं इस बात से भौंचक्क हूं कि मुझ पर कानून से भागने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि इसके विपरीत मैं कानूनी संरक्षण पाने की तैयारी कर रहा हूं. मुझ पर आरोप है कि मैं न्याय से भाग रहा हूं, जबकि इसके विपरीत मैं न्याय की खोज में लगा हुआ हूं.” उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार तक इंतजार करेंगे, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई का फैसला किया है.

इसके बाद वह यहां से वह अपने जोर बाग स्थित आवास पहुंचे. इस बीच लुकआउट नोटिस जारी करने वाली सीबीआई और ईडी की टीम उनके घर जा पहुंची. दरवाजा बंद देख सीबीआई की टीम दीवार फांदकर अंदर गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उन्हें सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया. 

इससे पहले आईएनएक्स मामले में अग्रिम जमानत याचिका रद्द करने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की याचिका सुप्रीम कोर्ट की पीठ में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं की गई थी. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की अगुआई में कई वकील बुधवार सुबह से उचित पीठ में मामले की सुनवाई के लिए प्रयासरत रहे. सिब्बल ने न्यायमूर्ति एनवी रमन्‍ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष कहा, “हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, इसलिए हम दोबारा यहां आए हैं.” न्यायमूर्ति रमन्‍ना ने कहा कि याचिका में कुछ खामियां पाई गई हैं.

सिब्बल ने कहा था कि खामियां दूर कर दी गई हैं और उन्होंने मामले को अदालत के समक्ष मौखिक रूप से पेश करने का आग्रह किया और मामले को यथासंभव जल्द से जल्द सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया था. सिब्बल ने कहा, “मेरा मुवक्किल कहीं नहीं भाग रहा है और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. वह यह लिखकर देने को तैयार हैं कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं.”

न्यायमूर्ति रमन्‍ना ने रजिस्ट्रार को बुलाया, और रजिस्ट्रार ने अदालत को बताया कि याचिका की खामियां दूर हो गई हैं और सत्यापन के बाद याचिका सूचीबद्ध कर दी जाएगी. याचिका पर सुनवाई के लिए सिब्बल के जोर देने पर न्यायमूर्ति रमना ने इससे इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि सूचीबद्ध किए बिना मामले की सुनवाई नहीं की जा सकती. इससे पहले न्यायमूर्ति रमन्‍ना की अगुआई वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मामले में अग्रिम जमानत देने से इंकार करते हुए याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए मामले को प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के पास भेज दिया था.

चिदम्बरम के लिए सीबीआई ने तैयार किये 100 सवाल

सीबीआई ने चिदंबरम द्वारा पहले दिए गए जवाबों को काउंटर करने के लिए कई सारे डॉक्यूमेंट्री एविडेंस जुटाए हुए है. सूत्रों के मुताबिक पी चिदंबरम से पहले चरण की पूछताछ लगभग पूरी हो चुकी है, सुबह एकबार फिर से चिदंबरम से पूछताछ होगी। कोर्ट में पेश करने से पहले लगातार पूछताछ की जाएगी और ज्यादा से ज्यादा दिनों की कस्टडी की लेने की कोशिश होगी। सीबीआई चिदंबरम को गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करेगी। 

नई दिल्‍ली : 

आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त एवं गृह मंत्री पी चिदंबरम को आज (गुरुवार) को सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा. बुधवार रात के गिरफ्तार किए गए चिदंबरम सीबीआई की कस्टडी में रातभर परेशान रहे. चिदंबरम को रात भर सीबीआई मुख्‍यालय में रखा गया. यहां उनकी मेडिकल जांच भी कराई गई. आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आरोपी चिदंबरम को दोपहर 2 बजे स्पेशल सीबीआई जज अजय कुमार कुहार की कोर्ट (राउज एवेन्यू) में पेश किया जाएगा. इस दौरान सीबीआई पूर्व वित्त मंत्री की ज्यादा से ज्यादा दिन की रिमांड मांगेगी. इससे पहले भी सीबीआई इस केस की सुनवाई के दौरान हिरासत में पूछताछ की मांग करती रही है.

सीबीआई की दलील रही है कि चिदंबरम पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं और सवालों के गोलमोल जवाब देते रहे है. अब सीबीआई ने चिदंबरम से पूछने के लिए 100 से ज्यादा सवाल तैयार किए है. इसके साथ ही सीबीआई ने चिदंबरम द्वारा पहले दिए गए जवाबों को काउंटर करने के लिए कई सारे डॉक्यूमेंट्री एविडेंस जुटाए हुए है. ऐसा भी माना जा रहा है कि चिदंबरम अदालत में जमानत के लिए याचिका दायर कर सकते हैं.

वहीं, उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने अपने पिता की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि अनुच्‍छेद 370 के मुद्दे से ध्‍यान भटकाने के इरादे से की गई है. इससे पहले उन्‍होंने कहा था कि उनके पिता को जिस नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया गया, वह सिर्फ राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है. कार्ति चिदंबरम  ने कहा कि कथित कृत्य 2008 में हुआ और उसमें अब तक कोई आरोप नहीं है. सनद रहे कार्ति चिदम्बरम पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, कार्ति चिदम्बरम भी कई बड़े मामलों में आरोपी है और फ़िलवक्त जमानत पर हैं।

काँग्रेस के मंच से इस प्रेस वार्ता में मौजूद लोगों से पता लगता है कि काँग्रेस आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे चिदम्बरम को बचाने के लिए कितनी लालायित है

इससे पहले ‘गायब’ चल रहे पी चिदंबरम बुधवार को अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने कहा कि वह ‘कानून से बच नहीं रहे हैं, बल्कि कानूनी संरक्षण की तैयारी कर रहे हैं’ और उम्मीद जताई कि जांच एजेंसियां ‘कानून का सम्मान करेंगी.’ चिदंबरम ने कहा, “मैं इस बात से भौंचक्क हूं कि मुझ पर कानून से भागने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि इसके विपरीत मैं कानूनी संरक्षण पाने की तैयारी कर रहा हूं. मुझ पर आरोप है कि मैं न्याय से भाग रहा हूं, जबकि इसके विपरीत मैं न्याय की खोज में लगा हुआ हूं.” उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार तक इंतजार करेंगे, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई का फैसला किया है.

इसके बाद वह यहां से वह अपने जोर बाग स्थित आवास पहुंचे. इस बीच लुकआउट नोटिस जारी करने वाली सीबीआई और ईडी की टीम उनके घर जा पहुंची. दरवाजा बंद देख सीबीआई की टीम दीवार फांदकर अंदर गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उन्हें सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया.

इससे पहले आईएनएक्स मामले में अग्रिम जमानत याचिका रद्द करने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की याचिका सुप्रीम कोर्ट की पीठ में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं की गई थी. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की अगुआई में कई वकील बुधवार सुबह से उचित पीठ में मामले की सुनवाई के लिए प्रयासरत रहे. सिब्बल ने न्यायमूर्ति एनवी रमन्‍ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष कहा, “हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, इसलिए हम दोबारा यहां आए हैं.” न्यायमूर्ति रमन्‍ना ने कहा कि याचिका में कुछ खामियां पाई गई हैं.

सिब्बल ने कहा था कि खामियां दूर कर दी गई हैं और उन्होंने मामले को अदालत के समक्ष मौखिक रूप से पेश करने का आग्रह किया और मामले को यथासंभव जल्द से जल्द सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया था. सिब्बल ने कहा, “मेरा मुवक्किल कहीं नहीं भाग रहा है और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. वह यह लिखकर देने को तैयार हैं कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं.”

न्यायमूर्ति रमन्‍ना ने रजिस्ट्रार को बुलाया, और रजिस्ट्रार ने अदालत को बताया कि याचिका की खामियां दूर हो गई हैं और सत्यापन के बाद याचिका सूचीबद्ध कर दी जाएगी. याचिका पर सुनवाई के लिए सिब्बल के जोर देने पर न्यायमूर्ति रमना ने इससे इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि सूचीबद्ध किए बिना मामले की सुनवाई नहीं की जा सकती. इससे पहले न्यायमूर्ति रमन्‍ना की अगुआई वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मामले में अग्रिम जमानत देने से इंकार करते हुए याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए मामले को प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के पास भेज दिया था

चिदम्बरम का परिवार कई मामलों में आरोपित है

एक तरफ जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वहीं दूसरी तरफ मुंबई में एक पोंजी स्कैम के पीड़ितों ने भी उनके और उनके परिवार के खिलाफ सनसनीखेज और गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके अलावा मद्रास उच्च न्यायालय ने चिदंबरम, नलिनी, कार्ति, कार्ति की पत्नी श्रीनिधि कार्ति चिदंबरम पर काला धन (अज्ञात विदेशी आय एवं परिसंपत्ति) तथा कर अधिनियम, 2015 के अधिरोपण के तहत मुकदमा चलाने के लिए पिछले साल नवंबर में आयकर विभाग द्वारा जारी मंजूरी संबंधी आदेश रद्द कर दिए थे.

उच्च न्यायालय के आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गई. फिलहाल यह मामला लंबित है. सीबीआई ने इन आरोपों की भी प्राथमिक जांच शुरू की है कि तमिलनाडु में एक होटल पूर्व वित्त मंत्री के एक संबंधी ने इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से हड़प लिया है. इसके अलावा चिदंबरम के खिलाफ इशरत जहां मामले से जुड़े एक हलफनामे में कथित छेड़छाड़ करने से संबंधित शिकायत दिल्ली पुलिस में लंबित है. आरोप है कि जब हलफनामे में छेड़छाड़ की गई थी तब चिदंबरम गृह मंत्री थे.

दिल्ली:

एक तरफ जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, वहीं दूसरी तरफ मुंबई में एक पोंजी स्कैम के पीड़ितों ने भी उनके और उनके परिवार के खिलाफ सनसनीखेज और गंभीर आरोप लगाए हैं. फाइनेंशियल फ्रॉड विक्टिम वेलफेयर एसोसिएशन ने मुंबई में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि कैसे पी चिदंबरम देश के वित्त मंत्री रहते समय उनकी पत्नी नलिनी चिदंबरम एक पोंजी कंपनी क्यूनेट का न सिर्फ समर्थन कर रही थीं, बल्कि उनका प्रचार भी कर रही थीं.

इन पीड़ितों का आरोप है कि ये कंपनियां देश से पैसे जमा कर विदेशों में जाकिर नाइक की संस्थाओं को फंडिंग कर रही थी. आरोप के मुताबिक तकरीबन 20 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने वाली इस कंपनी को लेकर जांच एजेंसी SFIO की रिपोर्ट को दबा दिया गया और कंपनी के प्रमोटर्स के खिलाफ न ही कभी कोई कार्रवाई की गई, क्योंकि इसमें यूपीए सरकार के कई बड़े मंत्रियों और उनके रिश्तेदारों का सीधा संबंध था.

गौरतलब है कि इस कंपनी ने कथित तौर पर 20 लाख निवेशकों के साथ धोखा किया. इन पीड़ितों की शिकायत पर हाल ही में मोदी सरकार की वित्त मंत्रालय ने इन्हें जवाब देकर बताया कि इन पोंजी कंपनियों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं, और जल्द ही उसकी संपत्तियों को बेचकर निवेशकों को उनकी डूबी हुई रकम वापस दिलाने की दिशा में कार्रवाई की जाएगी. सरकार के इस फैसले से तमाम पीड़ित काफी राहत महसूस कर रहे हैं और इसके लिए सरकार को शुक्रिया भी अदा कर रहे हैं.

इन पीड़ितों का मानना है कि पी चिदंबरम ने वित्त मंत्री रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया और इन कंपनियों से किकबैक के बदले अपनी पत्नी से ऐसी कंपनियों का प्रमोशन करवाके इनके साथ धोखा किया. इनकी मांग है कि चिदंबरम की अगर गिरफ्तारी होती है तो उनसे इस मामले में भी एजेंसियों को जांच करनी चाहिए.

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी

फरार पूर्व गृह मंत्री पी चिदम्बरम के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है, ईडी की कोशिश है की उन्हे जल्द से जल्द सुरक्षित गिरफ्तार कर लिया जाए अत: दिल्ली से फरार होने के सभी मार्गों को अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया है।

नई दिल्‍ली: INX मीडिया हेराफेरी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता पी चिदंबरम की अग्रिम याचिका खारिज कर दी है. इस तरह सुप्रीम कोर्ट से चिदंबरम को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है. चिदंबरम की ओर से आज सुबह 10:30 बजे जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की गई. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रमन्ना की बेंच ने याचिका पर सुनवाई से इनकार किया. जस्टिस रमन्ना की बेंच ने चिदंबरम की याचिका को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास भेजा. इससे पहले चिदंबरम की याचिका का विरोध करते हुए तुषार मेहता ने कहा कि चिदंबरम पर मनी लॉन्ड्रिंग का गंभीर आरोप है. चीफ जस्टिस की बेंच अभी अयोध्या मामले में कर रही है सुनवाई. फिलहाल चिदंबरम को राहत मिलने की उम्मीद कम है. पी चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद, विवेक तनखा कोर्ट रूम में पहुंचे.

दरअसल, मंगलवार को गिरफ्तारी से बचने के लिए पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. चिदंबरम ने अपनी याचिका में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को दी चुनौती थी. सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल से जस्टिस रमन्ना के सामने मामले को बुधवार को रखने को कहा था.

आपको बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जस्टिस सुनिल गौर की सिंगल बेंच ने ये फैसला सुनाया था. यह अग्रिम जमानत याचिका चिदंबरम ने सीबीआई और ईडी के केस में दायर की थी. याचिका खारिज होते ही चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पिछले साल से ही चिदंबरम की अग्रिम जमानत पर दिल्ली हाईकोर्ट की अंतरिम रोक थी. इससे पहले CBI और ED ने चिदंबरम की जमानत याचिका का विरोध किया था. हालांकि हाईकोर्ट ने चिदंबरम को निर्देश दिया था कि वह ED और CBI की जांच में सहयोग करें और बिना कोर्ट की इजाजत के देश से बाहर ना जाएं. 

चिदम्बरम सीबीआई के हाथों से बच निकले

ईडी और सीबीआई की टीम इस मामले में पहले ही चिदंबरम की हिरासत की मांग कर रही है. उनके घर पहुंची सीबीआई की टीम को च‍िदंबरम नहीं मिले। चिदम्बरम के वकील कपिल सिब्बल ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख़ किया है, कल न्यायाधीश रमन्ना की अदालत में सुनवाई होगी जहां से चिदम्बरम को बहुत उम्मीदें हैं।

नई दिल्‍ली: INX मीडिया हेराफेरी मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट से अग्रि‍म जमानत याचिका खारि‍ज होने के बाद उनकी गि‍रफ्तारी की संभावनाएं बढ़ गई हैं. सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका की सुनवाई बुधवार को होगी. इस बीच सीबीआई की टीम पी चिदंबरम के घर पर पहुंच गई है.

ईडी और सीबीआई की टीम इस मामले में पहले ही चिदंबरम की हिरासत की मांग कर रही है. उनके घर पहुंची सीबीआई की टीम को च‍िदंबरम नहीं मिले. टीम ने घर पर मौजूद लोगों से पूछा कि चिदंबरम कहां गए हैं, इस पर जवाब म‍िला कि वह घर पर नहीं लौटे हैं. इसके बाद टीम वापस लौट गई.

मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है. जस्टिस सुनिल गौर की सिंगल बेंच ये फैसला सुनाया है.यह अग्रिम जमानत याचिका चिदंबरम ने सीबीआई और ईडी के केस में दायर की थी. याचिका खारिज होते ही चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है.

गिरफ्तारी से बचने के लिए पी चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. चिदंबरम ने अपनी याचिका में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को दी चुनौती है. चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज नहीं होगी सुनवाई. सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल से जस्टिस रमन्ना के सामने मामले को कल रखने को कहा है.

बता दें कि पिछले साल से ही चिदंबरम की अग्रिम जमानत पर दिल्ली हाईकोर्ट की अंतरिम रोक थी.इससे पहले CBI और ED ने चिदंबरम की जमानत याचिका का विरोध किया था. हालांकि हाईकोर्ट ने चिदंबरम को निर्देश दिया था कि वह ED और CBI की जांच में सहयोग करें और बिना कोर्ट की इजाजत के देश से बाहर ना जाएं.  

क्या है मामला

पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर एयरसेल-मैक्सिस को एफडीआई के अनुमोदन के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी को नजरअंदाज कर दिया था. ED के मुताबिक एयरसेल-मैक्सिस डील में तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कैबिनेट कमेटी की अनुमति केबिना ही मंजूरी दी थी, जबकि ये डील  3500 करोड़ रुपये की थी. वहीं INX मीडिया हेराफेरी मामले में पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम पर हेराफेरी करने का आरोप है.

ईडी ने कार्ति को जोरबाग वाला घर खाली करने को कहा

नोटिस में कहा गया है कि जोर बाग वाले घर की 50 फीसदी की हिस्सेदारी कार्ति की है, जिसे एजेंसी ने पिछले साल अक्टूबर में अटैच किया था और इसी साल 29 मार्च को इस अटैचमेंट को कनफर्म किया गया है. नोटिस में कहा गया है कि मकान को 10 दिनों के अंदर खाली कर दिया जाए. कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु के शिवगंगा से लोकसभा सासंद है. कार्ति चिदंबरम को पिछले साल मार्च में CBI ने गिरफ्तार किया था और फिर ED ने भी पूछताछ की थी. फिलहाल कार्ति चिदंबरम जमानत पर बाहर है.

नई दिल्‍ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोटिस जारी कर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को जोर बाग स्थित घर खाली करने के लिए कहा है. इस घर को ED ने पिछले साल अक्टूबर में INXMedia केस में अटैच किया था. ED ने ये नोटिस कार्ति को 31 जुलाई 2019 को जारी किया है. नोटिस में कहा गया है कि जोर बाग वाले घर की 50 फीसदी की हिस्सेदारी कार्ति की है, जिसे एजेंसी ने पिछले साल अक्टूबर में अटैच किया था और इसी साल 29 मार्च को इस अटैचमेंट को कनफर्म किया गया है. नोटिस में कहा गया है कि मकान को 10 दिनों के अंदर खाली कर दिया जाए.

दरअसल, कार्ति के जोर बाग वाले घर में 50 फीसदी हिस्सेदारी कार्ति की है और बाकी की 50 फीसदी कार्ति की मां नलिनी चिदंबरम की है. नोटिस में ED ने कहा है कि इस घर की 50 फीसदी हिस्सेदारी जिस पर एजेंसी का हक है उसे अगले आदेश तक अपने पास रखेंगे.

इस मामले में कार्ति ने INXMedia को 2007 में Foreign Investment Promotion Board (FIPB) से मंजूरी दिलवायी थी. आरोप है कि उसी दौरान कार्ति के पिता पी चिदंबरम भारत सरकार में वित्त मंत्री थे और उन्होने नियमों से बाहर जाकर इस विदेशी निवेश को मंजूरी दी थी. 

CBI ने सबसे पहले इस मामले में 15 मई 2017 को केस दर्ज जांच शुरु की थी, जिसमें INXMedia को 305 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश को FIPB से मंजूरी दिलवाई थी. इस मामले में इंद्राणी मुखर्जी वादा माफ गवाह भी बन चुकी है.

कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु के शिवगंगा से लोकसभा सासंद है. कार्ति चिदंबरम को पिछले साल मार्च में CBI ने गिरफ्तार किया था और फिर ED ने भी पूछताछ की थी. फिलहाल कार्ति चिदंबरम जमानत पर बाहर है.