स्टैला मारिस कालेज को राहुल का कार्यक्र्म करवाने पर डायरेक्टोरेट ऑफ़ कॉलेजिएट एजुकेशन ने नोटिस जारी किया है

आचार संहित की धज्जियां उड़ता काले कैम्पस का कार्यक्र्म जहां राहुल गांधी को उनके महिमामंडन का अवसर प्रदान किया गया उसी कालेज को अब कार्न बताओ नोटिस जारी किया गया है।

चेन्नई के जिस कॉलेज में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का स्टूडेंट्स के साथ संवाद हुआ था, उस कॉलेज को डायरेक्टोरेट ऑफ़ कॉलेजिएट एजुकेशन ने नोटिस जारी किया है. नोटिस में पूछा गया है कि कॉलेज कैंपस को राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल क्यों करने दिया गया?

राहुल गांधी ने इस कॉलेज में 13 मार्च को स्टूडेंट्स के साथ संवाद किया था. यह वही कॉलेज है जिसमें एक छात्रा ने राहुल को ‘सर’ कहकर संबोधित किया था. इस पर राहुल गांधी ने छात्रा से कहा था कि वो उन्हें सर न कहकर, राहुल कहें.

देश में चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई है. इसका पालन करवाने के लिए चुनाव आयोग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. इसके तहत सरकारी खर्च से ऐसे आयोजन नहीं होंगे जिनसे किसी पार्टी विशेष को लाभ पहुंचता हो. इसके अलावा चुनाव आयोग की अनुमति के बिना किसी भी पार्टी के कार्यकर्ता या नेता सभा या रैली नहीं कर सकते हैं.

ताज़ा विवाद राहुल गांधी के स्टुडेंट आउटरीच प्रोग्राम को लेकर खड़ा हुआ है जिसके तहत चेन्नई के स्टैला मैरिस कॉलेज में एक कार्यक्रम हुआ था. राहुल अपने चुनाव अभियान के तहत 13 मार्च को वहां गए थे और तीन हज़ार से ज़्यादा छात्राओं को उन्होंने संबोधित किया था. इसके बाद तमिलनाडु में काफ़ी हो हल्ला हुआ था. तमिलनाडु के बीजेपी नेता तमिलिसाई सौंदराजन ने राहुल गांधी पर छात्रों के बीच राजनीति के अनैतिक पक्ष को फैलाने का आरोप लगाया था.

ताजा़ नोटिस के ज़रिए डायरेक्टोरेट ने यह जानने की कोशिश की है कि कैंपस का राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल क्यों किया गया.

आचार संहिता उल्लंघन की जानकारी चुनाव आयोग की हेल्पलाइन 1095 पर की जा सकती है. आयोग का दावा है कि 100 मिनट के भीतर एक्शन लिया जाएगा.

IIT Madras Director delivers 2nd Sh. Sat Paul Mittal Memorial Lecture at UIET, PU

Chandigarh March 11, 2019

        2nd Sh. Sat Paul Mittal Memorial Lecture was organised at University Institute of Engineering & technology, Panjab University here today in the memory of Sh. Sat Paul Mittal under the Bharti Chair of Telecom & IT Research.

        Prof. Bhaskar Ramamurthi, Director IIT Madras spoke on the topic “Indian Contributions to 5G Standard” and discussed enhancements in 3GPP 5G standard to address specific Indian needs, particularly for the rural areas. Software changes in base stations are useful to increase the supported users, increase spectral efficiency and to reduce signalling overhead. He deliberated on the fact that while small cells are the trend in developed countries, low mobility large cells (LMLC) are important for coverage in developing countries like India. India is represented in ITU (International Telecommunications Union) through TSDSI (Telecommunications Standards Development Society of India). ITU meetings are attended by 180 countries for developing standards for telecommunications. IIT Madras has done work along with IIT Hyderabad and convinced ITU to include LMLC standards satisfying needs of rural India. 

        The lecture was presided over by Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University who motivated the audience to work towards solving societal problems by implementing solutions in collaboration with industry. Prof. Pamela Kumar, Director-General TSDSI, addressed the audience and emphasized the need for patents, publications and standards. Prof. Savita Gupta, Director, UIET delivered the welcome address and Prof. Renu Vig presented the Bharti Chair activities. The lecture was attended by many senior scientists, Professors, research scholars and students.

        Late Shri Sat Paul Mittal is the father of Sh. Sunil Bharti Mittal  who is Chairman and Founder of Bharti Enterprises, one of India’s leading business groups with interests in Telecom, Agri-Food Business, Financial Services and realty. Late Sh. Sat Paul Mittal was actively involved in addressing problems concerning the youth. He gained prominence in Punjab’s legislative circles in 1961 when he was elected to the Legislative Council. He later became Deputy Minister for Home in Punjab. He was elected twice and also nominated by President of India to the Rajya Sabha. Throughout his political career, Shri Mittal was part of several Industry Associations and Policy making bodies like IAPPD, CPPD, AFPPD, GCPPD, and many more. He also served as Member of Parliament.; Vice President; Punjab Pradesh Congress Committee (PPCC); Member, All India Congress Committee (AICC).

अभिनंदन के शौर्य से इस शब्द के माने बदल जाएँगे: मोदी

पीएम मोदी ने कहा, हिंदुस्तान जो भी करता है, दुनिया उसे बड़े गौर से देखती है, बीते कुछ दिनों में जो हुआ उससे संस्कृत का शब्द ‘अभिनंदन’ का मतलब अब बदल गया है

भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्तमान की वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक जीत है. दिल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हिंदुस्तान जो भी करता है, दुनिया उसे बड़े गौर से देखती है.

सूत्रों के अनुसार बीते कुछ दिनों में जो हुआ उससे संस्कृत का शब्द ‘अभिनंदन’ का मतलब अब बदल गया है. ‘Construction Technology India 2019’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत की ताकत है कि वो डिक्शनरी के शब्दों का अर्थ बिल्कुल बदल देता है.

कभी अभिनंदन का अर्थ होता था बधाई देना और अब अभिनंदन अर्थ ही बदल जाएगा. बता दें कि बीते शुक्रवार रात पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन को भारत को सौंपा. इस मौके पर वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनके माता-पिता वाघा बॉर्डर पर मौजूद थे. इसके साथ-साथ कई अन्य लोग भी अभिनंदन के स्वागत के लिए वाघा बॉर्डर पर पहुंचे थे. लोगों ने ढोल बजाकर और तिरंगा लहराकर देश के इस वीर को सम्मान दिया और भारत माता की जय के नारे जमकर लगाए.

दरअसल भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के F-16 विमान को निशाना बनाने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 बीते बुधवार को क्रैश हो गया था. उन्हें पैराशूट के जरिए इजेक्ट होना पड़ा था. वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चले गए थे जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके अभिनंदन वर्तमान का देश वापसी पर स्वागत किया था.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा था- घर में आपका स्वागत है विंग कमांडर अभिनंदन! राष्ट्र को आपके अनुकरणीय साहस पर गर्व है. हमारे सुरक्षा बल 130 करोड़ भारतीयों के लिए प्रेरणा हैं. वंदे मातरम!

हमें ये डर नहीं है कि हमारी कोई फाइल खुल जाएगी: मोदी

चेन्‍नई/विशाखापत्तनम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. आंध्रप्रदेश के शहर विशाखापत्तनम में एक रैली में पीएम मोदी ने कहा, हमारे ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं है. हमें ये डर नहीं है कि हमारी कोई फाइल खुल जाएगी. उन्‍होंने कहा, डरता वही है जिसने पाप किया हो, जिसने गलत मंशा से काम किया हो. यही डर हमारे विरोधियों को खाए जा रहा है, जिसमें बड़े-बड़े दिग्गज औऱ अपना खुद का राजवंश स्थापित करने में लगे लोग भी शामिल हैं.  उन्‍होंने कहा, हमारे ऊपर कोई बैगेज नहीं है, ये डर नहीं है कि कोई फाइल खुल जाएगी.

आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत अब असहाय नहीं रहेगा : मोदी

इससे पहले तमिलनाडु के कन्याकुमारी  में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत अब ‘असहाय’ नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि ‘नया भारत’ आतंकवादियों द्वारा किये गये नुकसान को सूद समेत लौटाएगा और उनके प्रभाव को कम किया गया है तथा इसपर और अंकुश लगाया जाएगा.

मोदी ने सशस्त्र बलों और आतंकवाद के खिलाफ उनकी सरकार की लड़ाई पर संदेह करने के लिए अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर भी निशाना साधा और कहा कि इससे पाकिस्तान को मदद मिल रही है और देश को नुकसान हो रहा है. उन्होंने विपक्षी पार्टियों से कहा कि वे अपनी राजनीति चमकाने के लिये अपने बयानों से देश को कमजोर करना बंद करें। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी तो आएगा-जाएगा, लेकिन भारत रहेगा.’ उन्होंने किसी भी पार्टी का नाम नहीं लिया.

एक जनसभा को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की तारीफ करते हुए कहा कि हर भारतीय को उनपर गर्व है. रेल और सड़क क्षेत्र में कई सरकारी परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘हर भारतीय को गर्व है कि जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन तमिलनाडु के रहने वाले हैं.’

मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी तमिलनाडु की हैं. आतंकवाद को जवाब देने के लिये अपनी सरकार के संकल्प को दोहराते हुए मोदी ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों के बाद सर्जिकल स्ट्राइक को कथित तौर पर ‘‘बाधित’’ करने को लेकर कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली संप्रग सरकार पर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि देश कई सालों से आतंकवाद से जूझ रहा है, लेकिन अब बहुत बड़ा फर्क आ चुका है….भारत आतंक के खिलाफ लड़ाई में असहाय नहीं रहेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘यह नया भारत है. यह वो भारत है जो आतंकवादियों द्वारा पहुंचाए गए नुकसान को सूद समेत लौटाया जाएगा. आतंकवादियों और आतंकवाद के प्रभाव को कम किया गया है और इसे और कम किया जा रहा है.’ मोदी ने कहा कि पिछले दो दिन की घटनाओं ने एक बार फिर देश के सशस्त्र बलों की ताकत को प्रदर्शित किया है.

संभवत: वह भारतीय वायुसेना की ओर से किए गए हवाई हमलों को अंजाम देने और वायुसेना द्वारा एक पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को मार गिराने की तरफ इशारा कर रहे थे. लोगों द्वारा अभिनंदन और सशस्त्र बलों को मिल रहे अपार जनसमर्थन की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमारा देश भी काफी करीब आया है.’

बहरहाल, उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि कुछ राजनीतिक पार्टियां आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई पर संदेह कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पूरा देश जब देश के सशस्त्र बलों का समर्थन कर रहा है, वे ‘‘सशस्त्र बलों पर संदेह कर रहे हैं.’ मोदी ने कहा, ‘‘यह वही लोग हैं जिनके बयान पाकिस्तान की मदद कर रहे हैं और भारत को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वे वही लोग हैं जिनके बयानों का हवाला पाकिस्तान की संसद और पाकिस्तान के रेडियो में दिया जा रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वे हमारे सशस्त्र बलों में यकीन करते हैं या हमारी सरजमीं पर आतंकवाद का समर्थन करने वाली ताकतों पर यकीन करते हैं?’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं उनसे कहना चाहता हूं – मोदी तो आएगा-जाएगा, लेकिन भारत रहेगा। अपनी राजनीति को मजबूत करने के लिए कृपया भारत को कमजोर करना बंद करें.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले भारतीय हैं और आपकी राजनीति इंतजार कर सकती है…हमारे देश की सुरक्षा दांव पर है.’ प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन कर रही है.

खबरों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 26/11 हमलों के बाद भारतीय वायुसेना सर्जिकल स्ट्राइक करना चाहती थी, लेकिन ‘‘यूपीए ने इसमें अड़ंगा लगाया.’ मोदी ने कहा, ‘‘देश उम्मीद कर रहा था कि आतंक के इन कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलेगी, लेकिन कुछ नहीं किया गया। 26/11 (मुंबई आतंकी हमले) भारत में हुआ, लेकिन कुछ नहीं हुआ.’ उन्होंने कहा, ‘‘आज हम ऐसे युग में हैं जहां खबरें आती हैं कि सशस्त्र बलों को उनकी मर्जी के मुताबिक कोई भी कदम उठाने की पूरी आजादी है। आतंकवादियों और आतंकवाद के प्रभाव में कटौती हो चुकी है और इसमें अभी और कमी आएगी.’

उन्होंने 2004 और 2014 के बीच संप्रग शासनकाल के दौरान हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, बेंगलूर और पुणे में हुए बम धमाकों पर अफसोस जताया. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब उरी (हमला) हुआ, तो आपने देखा कि सैनिकों ने क्या किया (सर्जिकल स्ट्राइक), आपने देखा कि वायुसेना के जांबाजों ने क्या किया (बालाकोट हवाई हमला). मैं उन सभी को सलाम करना चाहता हूं जो अपने देश की सेवा कर रहे हैं. उनकी चौकसी के कारण देश सुरक्षित है.’

मोदी ने कहा कि 2019 का चुनाव कमजोरी के खिलाफ ताकत देने के बारे में है। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत राजग स्थिरता प्रदान करेगी. विपक्ष और वंशवादी राजनीति पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मेरा एकमात्र परिवार 130 करोड़ भारतीय हैं. मैं उनके लिये जीता हूं. मैं उनके लिये ही मरूंगा.’ कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि वह एक ऐसी आर्थिक संस्कृति को बढ़ावा दे रही थी, जिससे एक ‘बड़े वंश’के मित्रों और परिवार के सदस्यों को फायदा हो रहा था. मोदी ने कहा, ‘‘अगर किसी ने कांग्रेस की आर्थिक संस्कृति के बारे में बोला तो वह थे तमिलनाडु के लाल सी राजगोपालाचारी.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ऐसी अर्थव्यवस्था बनाकर राजाजी के सपने को पूरा कर रहे हैं जो सुधारोन्मुखी और जनोन्मुखी है.’

अभिनंदन वापिस जानें More

56 घंटों के इंतज़ार के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का समूचे देश ने किया अभिनंदन। भारतीय और पकिस्तान वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग 21 के गिरने के बाद पायलट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में उतर गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में ले लिया था। भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब कर आईएएफ पायलट की तत्काल रिहाई की मांग की थी। भारत के दवाब के आगे झुकते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को संसद में एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए पायलट को शुक्रवार (यानी आज) रिहा करने की घोषणा की थी।

मिग-21 उड़ाने का लंबा अनुभव 
भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान एक रिटायर्ड एयर मार्शल के बेटे हैं। उनका परिवार तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में रहता है। वह वर्ष 2004 में फाइटर पायलट के तौर पर वायुसेना में शामिल हुए थे। उनका सर्विस नंबर 27981 है। बताया जा रहा है कि विंग कमांडर अभिनंदन के भाई भी वायुसेना में हैं।
38 वर्षीय अभिनंदन वर्तमान में मिग-21 बिसन विमानों की स्क्वाड्रन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्हें सुखोई-30 लड़ाकू विमान उड़ाने का भी लंबा अनुभव है। 

दिल्ली में हासिल की उच्च शिक्षा 
अभिनंदन की 12वीं कक्षा तक की स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय बेंगलुरु में हुई। उच्च शिक्षा दिल्ली में पूरी की है। चूंकि उस वक्त उनके पिता दिल्ली में ही पदस्थ थे, इसलिए सारा परिवार यहीं रहा करता था। वह खड़कवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं।

बचपन की दोस्त से शादी
अभिनंदन को करीब से जानने वाले उनके दोस्त बताते हैं कि उन्होंने अपनी स्कूल के समय की मित्र तन्वी मारवाह से ही शादी की है। दोनों पांचवीं कक्षा से एक-दूसरे को जानते थे। हालांकि बहुत ही कम लोगों को इस बात के बारे में मालूम था कि दोनों के बीच प्यार का रिश्ता भी है। दोनों ने कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी की डिग्री भी एकसाथ हासिल की थी। अभिनंदन की पत्नी तन्वी मारवाह भी वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर पद पर रही हैं। दोनों के दो बच्चे हैं। अभिनंदन के पिता एस. वर्धमान वायुसेना में एयर मार्शल रहे हैं। 

बेंगलुरू में स्कूल के दिनों के साथी रहे सतीश गोपालन कहते हैं कि में अभिनंदन काफी दिलेर है। 

56 घंटे में विंग कमांडर अभिनंदन की वतन वापसी पर छाईं चहुं ओर खुशियाँ

पंचकूला 1मार्च (राम कुमार) हरमिलाप नगर के स्थानीय लोगों हरदीप सिंह सैनी मुनीष कुमार जायसवाल, मलकीत सिंह सैनी ,संजीव कुमार, नरेश कुमार, विक्की,आर्मी से सेवानिवृत्त विनय कुमार,देवेंद्र कुमार,प्रभात सैनी और अन्य लोगों ने भारत के वीर जवान एयर फोर्स पायलट अभिनंदन की घर वापसी पर जमकर जश्न मनाया।

Video by Ram Kumar

लोगों की इस खुशी का ठिकाना देखते ही बनता था,कि किस तरह से स्थानीय लोगों ने इस खुशी को मिलकर सांझा किया।इस दौरान लोग एक दूसरे के गले लगते नजर आए।राहगीरों को लड्डू का प्रसाद वितरित किया।संगीत की धुनों पर लोग जमकर थिरके।


Video by Ram Kumar

इस मौके पर स्थानीय लोगों ने पटाखे फोड़ कर आतिशबाजी का खूब मनोरंजन किया और सभी ने मिलकर भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए।इस मौके पर हरदीप सिंह सैनी ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी महसूस हो रही है कि आखिरकार हमारे देश का वीर जांबाज पायलट अभिनंदन की देश में वापसी हुई है। हरदीप सिंह ने बताया कि सभी ने मिलकर इस खुशी को साझा किया है उन्हें बहुत गर्व है अपने वीर अभिनंदन पर वहीं मुनीश कुमार जायसवाल ने बताया की जिस तरह से भारत के हाथों पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसे नीचे देखना पड़ा है, पाकिस्तान को अपने देश में आतंकवाद और आतंकवादियों के ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए वरना भारत के सैनिकों पर यह हमले बार बार हो सकते हैं।

video by Ram Kumar

मनीष कुमार ने बताया कि आज क दिन भारत के जांबाज अभिनंदन की वापसी पर जैसलमेर डूबा हुआ है उन्होंने भी इसी खुशी को अपने स्थानीय लोगों के साथ साझा किया है मनीष कुमार ने बताया कि आज हर भारतवासी को गर्व है अपने जांबाज पर कि उसने एक जांबाज दिलेर सैनिक की तरह दुश्मन का डटकर सामना किया है इसके अलावा मलकीत सिंह सैनी ने अपनी खुशी को साझा करते हुए कहा की उन्हें भी अपने दिलेर जाबांज वीर अभिनंदन पर गर्व है

War Hero Wing Commandore Abhinadan will come back soon

According to the sources Wing Commander Abhnadan is handed over to the Indian Authorities and the announcement will made public pretty soon.

IAF braveheart Abhinandan Varthaman, Pakistani media reports how in the face of grave danger, our fighter pilot didn’t panic or lose his mind.

Instead, he fought his captors, fired into the air and swallowed important documents (which should not have been in enemy hands), before he was outnumbered and captured.

All this, while he was bleeding profusely after the crash.

Pakistani newspaper Dawn reports: The pilot, who was equipped with a pistol, asked the youngsters whether it was India or Pakistan. On this, one of them intelligently responded that it was India. The pilot, later identified as Wing Commander Abhi Nandan, shouted some slogans and asked which place exactly it was in India. To this, the same boy responded that it was Qilla’n.

The pilot told them that his “back was broken” and he needed water to drink.

Some emotional youth, who could not digest the slogans, shouted Pakistan army zindabad. On this, Abhinandan shot a fire in the air while the boys picked up stones in their hands.

According to Mr Razzaq (an eyewitness), the Indian pilot ran a distance of half a kilometre in backward direction while pointing his pistol towards the boys who were chasing him.

During this brisk movement, he fired some more gunshots in the air to frighten them but to no avail, he said. Then he jumped into a small pond where he took out some documents and maps from his pockets, some of which he tried to swallow and soaked others in water.

The boys kept on asking him to drop his weapon and in the meanwhile one boy shot at his leg, Mr Razzaq said.

Even while catering to Pakistani readership that would perhaps not want to read about the bravery of an Indian fighter pilot inside their territory, Dawn reports that Abhinandan said his back was broken while he displayed such valour.

The fact that Abhinandan was perhaps severely injured when his fighter jet crashed could be seen from the videos circulated on social media.

In one, a profusely bleeding Abhinandan is seen trying to get up as men in uniform pull him up and locals hit him and shout slogans.

“The boys got hold of him from both arms. Some of them roughed him up, in a fit of rage, while others kept on stopping them. In the meanwhile, army personnel arrived there and took him into their custody and saved him from the wrath of the youths, he said. Thanks God, none of the furious boys shot him dead because he had given them quite a tough time,” Dawn reports.

‘केरल में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक सियासी माहौल बन चुका है.’: श्रीधरन पिल्लई

एक पखवाड़े में दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया. साथ ही पार्टी के कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए राज्य बीजेपी इकाई में लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए जोश भी भरा. वहीं केरल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई का कहना है कि पार्टी इस बार के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी.

श्रीधरन पिल्लई ने कहा ‘केरल में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक सियासी माहौल बन चुका है.’ उन्होंने कहा ‘एनडीए के साथ मिलकर बीजेपी केरल की सभी 20 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है. इस बार हमें ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद है.’

उन्होंने कहा ‘प्रमुख सहयोगी, भारत धर्म जन सेना (BDJS) के साथ विचार-विमर्श हो रहा है और इस महीने के आखिर तक 20 संसदीय सीटों में से प्रत्येक के लिए अंतिम उम्मीदवार सूची की उम्मीद की जा रही है.’ BDJS के साथ समीकरण को लेकर उनका कहना है ‘बीडीजेएस के साथ आपसी चर्चा की है और हम एक सहमति पर पहुंच गए हैं. लेकिन सीटों की संख्या का खुलासा करने के लिए मुझे केंद्रीय कार्यालय से पुष्टि करनी होगी.’

वहीं सबरीमाला विवाद पर उनका कहना है ‘सबरीमाला में हम भक्तों के हितों की रक्षा करना चाहते हैं. वर्तमान सरकार सबरीमाला की अवधारणा को विफल करना चाहती थी.’

यूपी, बिहार के बाद आंध्र भी कांग्रेस मुक्त गठबंधन

चंद्रबाब नायडू ने गुरुवार को वाईएसआर कांग्रेस एवं बीजेपी पर निशाना साधा और आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये सभी (पार्टियां) केवल षड्यंत्र रचना जानती हैं.’

अमरावती: कांग्रेस द्वारा आंध्र प्रदेश में चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा करने के एक दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को संकेत दिया कि उनकी पार्टी टीडीपी का भी राज्य में राष्ट्रीय पार्टी के साथ कोई चुनावी गठबंधन नहीं होगा. नायडू ने एक टेलीकान्फ्रेंसिंग के दौरान टीडीपी नेताओं से कहा कि राज्यों में गठबंधन संबंधित दलों की इच्छा पर आधारित होगा. उन्होंने कहा, ‘हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं. हम देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, एकजुट भारत के नारों के साथ एक साझा मंच पर साथ आये हैं.’ 

‘संविधान की रक्षा 23 गैर बीजेपी दलों का एजेंडा है’ 
नायडू ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस का पश्चिम बंगाल में कोई चुनावी गठबंधन नहीं है. उन्होंने कहा, ‘इसके बावजूद कांग्रेस नेता कोलकाता में विपक्षी रैली में शामिल हुए. हम सभी बेंगलुरू और कोलकाता में एक मंच पर एक साथ आये हैं. संविधान की रक्षा 23 गैर बीजेपी दलों का एजेंडा है.’ टीडीपी प्रमुख ने गुरुवार को वाईएसआर कांग्रेस एवं बीजेपी पर निशाना साधा और आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये सभी (पार्टियां) केवल षड्यंत्र रचना जानती हैं.’

कांग्रेस महासचिव एवं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी राज्य की सभी 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव अकेले लड़ेगी. चांडी ने कहा, ‘टीडीपी ने हमारे साथ केवल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है, इसलिए हमारा राज्य में (उसके साथ) कोई लेनदेन नहीं होगा.’ 

बिहार में भी कांग्रेस मुक्त गठबंधन की तैयारी

  • आरजेडी के 10 प्रतिशत सवर्ण आरक्षण के विरोध के कारण कांग्रेस भी आरजेडी से दूर होकर देश में यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि आरजेडी ने सवर्ण आरक्षण का विरोध किया था, इस कारण अलग हुए
  • कांग्रेस कम से कम 16 सीटें मांग रही है और यह संकेत भी दे रही है कि कांग्रेस किसी भी हाल में 12 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी. 
  • आरजेडी सूत्र कहा कि तेजस्वी बिना कांग्रेस के छोटे दलों के साथ गठबंधन को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं

पटना: बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नीत महगठबंधन में पहले छोटे दलों के आकर्षण से महागठबंधन के नेता उत्साहित नजर आ रहे थे लेकिन अब इन दलों की मांग ने महागठबंधन में सीट बंटवारा चुनौती हो गई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिना कांग्रेस के गठबंधन बनाए जाने के कयास लगाए जाने लगे हैं. कांग्रेस के एक नेता की मानें तो पहले कांग्रेस के 12 से 20 सीटों पर लड़ने पर सहमति बनी थी लेकिन धीरे-धीरे अन्य दलों के इस गठबंधन में शामिल होने के बाद अब गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर किचकिच शुरू हो गई है.

अब इस गठबंधन में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के अलावा जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम), मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी शामिल है. माना जाता है वामपंथी दल भी इस महागठबंधन में शामिल होंगे, हालांकि अब तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस कम से कम 16 सीटें मांग रही है और यह संकेत भी दे रही है कि कांग्रेस किसी भी हाल में 12 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी. 

कांग्रेस के इस मांग के बाद आरजेडी ने अपने दूसरे फॉर्मूले पर काम शुरू कर दिया है, जिसमें कांग्रेस शामिल नहीं है. आरजेडी सूत्र कहा कि तेजस्वी बिना कांग्रेस के छोटे दलों के साथ गठबंधन को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि इसे लेकर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा और मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी के नेताओं से बातचीत भी हो चुकी है. 

बिहार की राजनीति को करीब से देखने वाले और राजनीतिक विश्लेषक सुरेंद्र किशोर कहते हैं कि यह बड़ी बात नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों से उत्साहित कांग्रेस आरजेडी की सोच से ज्यादा सीट की मांग कर रही है. ऐसे में इतना तय है कि कांग्रेस 10 सीट से नीचे नहीं जाएगी. 

किशोर कहते हैं, “आरजेडी के 10 प्रतिशत सवर्ण आरक्षण के विरोध के कारण कांग्रेस भी आरजेडी से दूर होकर देश में यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि आरजेडी ने सवर्ण आरक्षण का विरोध किया था, इस कारण अलग हुए. इस बहाने को लेकर आरजेडी भी कांग्रेस से अलग होकर अपने वोटबैंक को मजबूत करने की बात को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी.” 

ऐसे में कांग्रेस और आरजेडी के अलग होना कोई बड़ी बात नहीं है. उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर भी कहा कि महागठबंधन में दलों की संख्या अधिक हो गई है, जिसे कोई नकार नहीं सकता. ऐसे में कोई भी दल सीट को लेकर त्याग करने की स्थिति में नहीं है. इस बीच, कांग्रेस ने अपने शक्तिप्रदर्शन को लेकर तीन फरवरी को पटना के गांधी मैदान में रैली की घोषणा कर दी है. इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी के भी आने की संभावना है. रैली को लेकर कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं. 

वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी कहते हैं कि महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच कांग्रेस के कारण फंसा हुआ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है, ऐसे में वह सम्मानजनक सीटों से कम पर समझौता नहीं कर सकती है. उत्तर प्रदेश की रणनीति पर आरजेडी यहां काम कर सकती है, इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है. भेलारी भी मानते हैं कि रालोसपा किसी हाल में चार सीटों से कम पर समझौता नहीं करेगी. कांग्रेस और हम की अपनी-अपनी मांगें हैं. ऐसे में आरजेडी के पास कांग्रेस को छोड़कर गठबंधन बनाने का अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं बचता. 

वैसे, आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा, “आरजेडी अपनी वैकल्पिक योजना पर काम कर रही है परंतु कांग्रेस के साथ बातचीत विफल नहीं हुई है. यह सही है कि कांग्रेस तीन राज्यों में विजयी हुई है परंतु बिहार में भी उसकी स्थिति में सुधार हुआ है, ऐसा नहीं है. कांग्रेस को अपनी क्षमता के अनुसार मांग करनी चाहिए.” 

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. पिछले लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने कितनी सीटें जीती थी, उसे यह याद रखना चाहिए. यह विधानसभा चुनाव नहीं है, जहां मतदाता क्षेत्रीय दलों को मत देंगे, यह लोकसभा चुनाव है, जहां मतदाता राष्ट्रीय दलों को देखते हैं. बहरहाल, महागठबंधन में सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है. यही कारण है कि महागठबंधन के नेताओं के खरमास यानी 15 जनवरी के बाद होने वाला सीट बंटवारा अब तक नहीं हुआ है.