Sikh historian Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees for anyone who can prove that Akal Takht was created by any Sikh Guru
Akal Takht has no connection with any Sikh Guru: Dr. Harjinder Singh DilgirThe term “Akal Takht” did not exist before 1840, and this term is not found in any published book before 1920
Between 1920 and 1979, there were no activities recorded in the name of Akal Takht
Demokratic Front, Chandigarh – 19 November :
Sikh historian Dr. Harjinder Singh Dilgir, who has served as the Director of the Sikh History Research Board of the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC), claimed that Akal Takht was not created by any Sikh Guru. He stated that the term “Akal Takht” did not exist before 1840, and it is not found in any books published before 1920. Dr. Dilgir made this statement during a press conference at the Chandigarh Press Club. He also announced that if anyone can prove that Akal Takht was created by a Guru, he would reward them with 10 lakh rupees.
According to Dr. Dilgir, after a detailed study, he gathered numerous facts that led him to conclude that not only was Akal Takht not created by any Guru, but the term itself did not exist in the time of the Gurus. He explained that the term “Akal Takht” was invented by Nirmala priests in the Gurbilas Patshahi 6, written in 1840, and in the Guru Pratap Suraj, written in 1843. He pointed out that these texts state that it is the throne of Vishnu (God).
Dr. Dilgir further explained that the building of Akal Takht was originally a residence for the Akalis (a group of Sikhs). In 1840, priests took over the place and conspired to name it the Akali Takht. However, until 1920, there was no mention of the term “Akal Takht.” Between 1920 and 1979, no activity related to Akal Takht was recorded either.
He added that it was later used as a tool to intimidate both the Akalis and the government during the Khalistani movement. After the fall of the Khalistani movement, the Shiromani Akali Dal (Badal) took control of it in 1993 and began using it to intimidate their political opponents. Today, it has become a source of trouble for the Shiromani Akali Dal (Badal) itself.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/18-3-29.jpeg10001500Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-19 14:02:522024-11-19 14:02:55Dr. Dilgir has announced a reward of 10 lakh rupees
यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने हरियाणा विधानसभा सत्र के चौथे दिन अपने यमुनानगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए मांगे रखते हुए कहा कि यमुनानगर एक औधोगिक क्षेत्र है जिसमें प्लाईवुड उद्योग सहित शुगर मिल,इस्जैक इंडस्ट्री,जमना आटो सहित विभिन्न प्रकार की हजारों औधोगिक इकाइयां हैं जिसमें प्रतिदिन हजारों ट्रकों का इस्तेमाल होता है परन्तु यहां पर कोई भी ट्रक अड्डा नहीं है जिसकी वजह से औधोगिक इकाइयों के साथ साथ जाम लगने से आम नागरिको को भी दिक्कत आती है इसलिए यमुनानगर में ट्रकों के लिए एक बड़ा ट्रक अड्डा बनाया जाए, विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने कहा कि पश्चिमी यमुना नहर के साथ साथ बाड्डी माजरा से झोटा रोड जगाधरी के साथ साथ नागरिकों की सुविधा के लिए सड़क का निर्माण किया जाएगा,यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने हरियाणा विधानसभा में मांग रखते हुए कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र यमुनानगर में तेजली में खेल परिसर बना हुआ है,उनकी मांग है कि तेजली खेल परिसर में राज्य स्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ,तेजली खेल परिसर में एस्ट्रो टर्फ, आधुनिक सुविधाएं, खेल प्रतिभाओं कोच निखारने के लिए कोच, क्रिकेट , कबड्डी, फुटबॉल, एथलेटिक्स,बैडमिंटन व लान टेनिस, सिंथेटिक ट्रैक,बाक्सिंग,कुशती, सीसीटीवी , सुरक्षा सम्बन्धी सुविधाएं आदि खेलो की सुविधाएं सहित वो सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए जोकि राज्य स्तरीय खेल परिसर में होनी चाहिए , विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि अपने निर्वाचन क्षेत्र यमुनानगर के लिए वो लगातार विधानसभा में आवाज उठाते रहे हैं व मुख्यमंत्री के माध्यम से अपने निर्वाचन क्षेत्र में लगातार विकास कार्य करवा रहे है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/IMG-20241113-WA00171.jpg700500Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-19 13:59:572024-11-19 13:59:59तेजली खेल परिसर को राज्य स्तरीय खेल परिसर बनाने की मांग
श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने विद्यार्थियों को बांटे स्वेटर्स और ट्रैक सूट्स
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 नवंबर:
श्री श्याम करुणा फाउंडेशन व स्व श्री पुरुषतोषम दास रूंगटा चेरिटेबल ट्रस्ट, पंचकूला के संस्थापक अमिताभ रूंगटा, सह संस्थापक अनुपम रूंगटा और बेनू राव, अध्यक्ष ने महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, दरिया में आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आयोजित विशेष मुहिम के तहत स्वेटर्स और ट्रैकसूट्स भेंट किए। स्वेटर्स और ट्रैक सूट पाकर बच्चों के चेहरों पर खुशी और उल्लास दिखाई दिया। स्कूल के श्रीमती सिकंदरा देवी मल्टीमीडिया हाल में आयोजित कार्यक्रम में स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मोदगिल ने प्रबंध समिति और विद्यार्थियों की ओर से संस्था का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे उदारता के लिए भावनात्मक ऋणी हैं व उन्होंने संस्था द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त कर रहे आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग के बच्चों की मदद की मुहिम की प्रशंसा की। कार्यक्रम से पूर्व मल्टीपरपज हॉल में स्टेज का उद्घाटन भी किया गया। यह स्टेज शिकागो, अमेरिका से एनआरआई सुदर्शन गर्ग द्वारा बनवाई गई। अब स्कूल के कार्यक्रम नाटक, शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लेक्चर्स, प्रदर्शन, एक्सपर्ट्स के व्याख्यान आदि का आयोजन सफलतापूर्वक हो सकेंगे। एनआरआई सुदर्शन गर्ग की उपस्थिति में इसका उद्घाटन बेनू राव ने किया। स्कूल के विद्यार्थियों और स्टाफ ने एनआरआई सुदर्शन गर्ग का इस नेक कार्य के लिए आभार व्यक्त किया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/1732014873036-scaled.jpg25601920Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-19 13:51:382024-11-19 13:51:41श्री श्याम करुणा फाउंडेशन ने विद्यार्थियों को बांटे स्वेटर्स और ट्रैक सूट्स
100 नेत्र विशेषज्ञों ने तीसरे चंडीगढ़ आई फिल्म फेस्टिवल 2024 सीएमई में लिया भाग
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 नवंबर:
अपने वार्षिक आयोजन के क्रम में सिटी आई बैंक द्वारा चंडीगढ़ ऑपथैल्मोलॉजी सोसायटी के तहत में डॉ. अशोक शर्मा कॉर्निया सेंटर, चंडीगढ़ के सहयोग से तीसरा चंडीगढ़ आई फिल्म फेस्टिवल 2024 सीएमई का आयोजन होटल शिवालिक व्यू में किया गया। इस सीएमई में क्षेत्र के लगभग 100 नेत्र विशेषज्ञों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन का उद्घाटन चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर के एडवांस आई सेंटर के पूर्व डीन और प्रमुख पद्मश्री प्रोफेसर आमोद गुप्ता ने किया। प्रोफेसर आमोद गुप्ता ने “विज्ञान में नैतिकता पर चौराहे पर” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने नेत्र विशेषज्ञों को चेताया कि वे नए आविष्कारों या नई शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं को सावधानी से न अपनाएं। उन्होंने सलाह दी कि हम सभी को चिकित्सीय विकल्प का चयन करते समय रोगी को कोई नुकसान नहीं होने के सिद्धांत का पालन करना चाहिए।
प्रोफ़ेसर जगत राम, डॉ एम आर डोगरा, प्रोफ़ेसर एस एस पांडव, प्रोफ़ेसर सुरेश गुप्ता, डॉ पी एस धामी, डॉ रंजीत एस धालीवाल, डॉ संदीप महाजन, प्रोफ़ेसर राम लाल, प्रोफ़ेसर गौरव शर्मा, प्रो राजीव तुली और प्रो अनिल वर्मा ने अपने प्रस्तुतीकरण और चर्चाओं के ज़रिए प्रतिभागियों को ज्ञान प्रदान किया। युवा नेत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा चुनौतीपूर्ण मामलों पर कंपीटिटिव सेशन और 2 मिनट के वीडियो सेशन कांफ्रेंस के अन्य मुख्य पहलू थे।
डॉ. अशोक शर्मा, निदेशक कॉर्निया सेंटर चंडीगढ़ जो मुख्य आयोजन सचिव थे, ने शिशुओं और बच्चों में कॉर्निया ग्राफ्टिंग पर अपना ववर्क प्रस्तुत किया। उन्होंने बच्चों में 250 से अधिक सफल कॉर्निया ट्रांसप्लांट किए हैं, जो इस क्षेत्र में सबसे अधिक है। डॉ. राजन शर्मा ने स्क्लेरोकोर्नियल रिंग्स से लिम्बल स्टेम सेल कल्चर्स पर अपना शोध प्रस्तुत किया और इसके नैदानिक प्रभावों पर प्रकाश डाला। डॉ. अशोक शर्मा का कॉर्निया सेंटर कॉर्निया ट्रांसप्लांट, लिम्बल स्टेम सेल ट्रांसप्लांट और जटिल कॉर्निया रोगों के उपचार के लिए जाना जाता है। कांफ्रेंस का संचालन बेंगलुरु, कर्नाटक के प्रसिद्ध रेटिनल सर्जन डॉ. के.एस. कुमार ने किया।
यह अनोखा तीसरा वार्षिक आयोजन था जिसका उद्देश्य वीडियो आधारित प्रस्तुतियों और चर्चाओं के माध्यम से ज्ञान का प्रसार करना था। वैज्ञानिक कार्यक्रम को प्रतिनिधियों को अपने प्रश्न पूछने और संवादात्मक चर्चा के लिए पर्याप्त समय देने के लिए डिज़ाइन किया गया था। एक बार जब नेत्र विशेषज्ञ इस ज्ञान को अपने रोगियों के उपचार में लागू करेंगे तो विचार-विमर्श से क्षेत्र में नेत्र देखभाल में सुधार होगा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/1_Delegates-at-the-Eye-Festival.jpg12801920Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-19 13:48:462024-11-19 13:48:49चंडीगढ़ आई फिल्म फेस्टिवल 2024
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य के निर्देशानुसार पुलिस उपायुक्त अपराध एवं यातायात विरेन्द्र सिंह व एसीपी ट्रैफिक मनप्रीत सिंह सूदन के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस पंचकूला ने शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए विशेष प्लान तैयार किया है साथ ही आमजन से वाहन चलाते समय जरूरी हिदायतों की पालना की भी अपील की है। जाम की स्थिति में वाहनों के टकराने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में ने इसके लिए अलग से टीम बनाई हैं। हाईवे व शहर में तैनात डायल-112, राइडर और पीसीआर की ड्यूटी लगाई गई है कि वह लगातार दिन-रात अपने क्षेत्र में गश्त करते रहे। हाईवे पर किसी वाहन को पार्किंग नहीं करने दी जाएगी। इसके साथ ही वाहन खराब होने की स्थिति में उसके रिफ्लेक्टर टेप के साथ रिफ्लेक्टर लगे प्लास्टिक के तिकुने संकेतक उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि अन्य वाहन चालकों को दूर से पता लग सके। खराब वाहन को तुरंत हाईवे से हटवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। पीसीआर और डायल-112 की टीम लगातार गश्त करेगी। इसके साथ ही हादसे रोकने के लिए उनके कारणों की तह तक जाएगा। नियम तोड़ने वालों पर होगी अधिक सख्ती ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन बिल्कुल तैयार है और सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से खड़ी गाड़ियों को हटाया जा रहा है। यदि कोई सड़क किनारे बेतरतीब गाड़ी खड़ी करता है तो उसकी गाड़ी क्रेन से उठा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी नाको-बैरियर पर भी तैनात रहेगी जो गाड़ियों की चेकिंग करेगी और पार्किंग के बारे में भी जानकारी देगी। इसके अलावा यातायात नियम तोड़ने वालों पर अब और अधिक सख्ती की जाएगी। शहर में जहां पर भी कैमरे लगे हैं वे सिग्नल तोड़ने वालों को के चालान बनाकर तुरंत मोबाइल पर नोटिस भेजेंगे। चालान नहीं भरा तो यह कोर्ट जाएगा। टैफिक जाम की स्थिति से निपटने हेतु जरूरी हिदायतों की पालना की अपील सुरक्षित दूरी बनाए रखें अपने आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखने को प्राथमिकता दें। सुरक्षित दूरी बनाए रखने से आपको अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में प्रतिक्रिया करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है। आम तौर पर, सुरक्षित दूरी लगभग 3 सेकंड के बराबर होती है। सुनिश्चित करें कि आपकी कार के पास पिछले वाहन से लगभग 3 सेकंड का अंतर हो, जिससे आपको उसकी हरकतों से तालमेल बिठाने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। जाम की स्थिति में धैर्य और संयम बनाएं रखे ड्राइविंग करते समय भावनात्मक नियंत्रण बहुत ज़रूरी है, ख़ास तौर पर ट्रैफ़िक में। भीड़भाड़ तनावपूर्ण हो सकती है और ड्राइवरों में भावनात्मक प्रतिक्रियाएँ पैदा कर सकती है। हालाँकि, यह याद रखना ज़रूरी है कि भावनात्मक रूप से आवेशित होकर गाड़ी चलाने से स्पष्ट सोच प्रभावित होती है और दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ जाता है। गाड़ी चलाते समय भावनात्मक संतुलन बनाए रखना एक ज़रूरी अभ्यास है।
सुरक्षित सफर के लिए महिलाएं ले ट्रिप मॉनिटरिंग सुविधा का लाभ: पुलिस कमिश्नर
व्हाट्सअप के माध्यम से भी महिलाएं ले सकेंगी ट्रिप मॉनिटरिंग सुविधा का लाभ
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने महिलाओं के सुरक्षित सफर को लेकर चलाई गई ट्रिप मॉनिटरिंग प्रणाली के बारे में अधिक जानकारी सांझा करते हुए बताया कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए काफी एक्टिव है।
महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिए पुलिस ने ट्रिप मॉनिटरिंग की सुविधा शुरू की है। रात में कैब, ऑटो में सफर करने वाली महिलाएं अब 112 पर फोन कर ट्रिप मॉनिटरिंग की सुविधा ले सकती है।
उन्होंने कहा कि सुविधा लेने के लिए महिला को सबसे पहले 112 पर फोन करना होगा और वेब-आधारित फॉर्म के माध्यम से अपनी यात्रा का पंजीकरण करवाए। सभी जानकारी देने के बाद महिला का ट्रिप शुरू होगा। पुलिस के जवान जीपीएस से महिला के ट्रिप को मॉनिटर करेंगे। हर आधे और एक घंटे में कंट्रोल रूम से फोन कर महिला की कुशलक्षेम भी पूछी जाएगी।
उन्होंने का कि कैब या ऑटो बीच में रुकता है या फिर रूट में बदलाव होता है, तभी पुलिस महिला को फोन कर जानकारी हासिल करेगी। कुछ भी गलत होने पर सबसे पास स्थित पुलिस के एमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल को भेजा जाएगा। इसके अलावा यात्री द्वारा सांझा किए गए आपातकालीन नंबर पर भी संपर्क किया जाएगा।
इसके अलावा महिलाएं इस सुविधा का लाभ व्हाट्सअप के माध्यम से 112 पर लाइव लॉकेशन, फोटो व विडियों आदि भेज कर यात्रा संबंधी जानकारी सांझा कर सकेगी जिससे किसी भी विपरीत परिस्थिति में पुलिस द्वारा तुरंत सहायता प्रदान की जा सकेगी।
उन्होंने का कि महिला का सफर सुरक्षित पूरा होने के बाद पुलिस फोन कर जानकारी लेगी। इस सुविधा से महिला के परिजनों को भी परेशान नहीं होना पड़ेगा और महिला भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं होगी। महिलाओं को ट्रिप मॉनिटरिंग की सुविधा के बारे में पुलिस में तैनात महिला पुलिसकर्मी जगह-जगह जाकर महिलाओं को जागरूक कर रही है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि डायल 112 पर फोन कर एप के माध्यम से मदद प्राप्त की जा सकती है। आपातकालीन स्थिति में अपने मोबाइल फोन के पॉवर बटन को लगातार तीन बार दबाने से या पॉवर बटन को लगातार दबाए रखने से डायल 112 से मदद प्राप्त की जा सकती है। आपातकालीन स्थिति में डायल 112 पर कॉल की जाती है। तब आपके नजदीकी पुलिस ईआरवी को सहायता के लिए भेजा जाता है।
सार्वजनिक स्थानो पर शराब पीने व परोसने वालें अड्डो को चिन्हित कर करें कार्रवाई, पुलिस कमिश्नर ने दिए सख्त निर्देश
रेस्टोरेंट के बाहर चोपहिया वाहनों में बैठकर शराब पीने वाले भी कार्रवाई के लिए रहे तैयार
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य के आदेशानुसार जिला में खुले में शराब सेवन करने वाले असामाजिक तत्वों व बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई हेतु लगातार चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने जिले के सभी थाना व चौकी प्रभारियों को सार्वजनिक स्थानों में खुलेआम शराब का सेवन करने एवं अवैध शराब पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं। खुले में शराब के सेवन व उपद्रव मचाने वाले असामाजिक तत्वों से रिहायशी इलाकों में रहने वाले आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और नशे में होने के कारणा ऐसे लोग गाली गलौच भी करते है अब ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ने सार्वजनिक स्थानों, विशेषकर खुदरा दुकानों के परिसरों के आसपास शराब पीने पर रोक लगाने के लिए अभियान शुरू किया है।
जिले में अब सार्वजनिक स्थानों जैसे सेक्टर मॉर्किट, शिक्षण संस्थान, स्टेडियम या सड़क किनारे बने होटल के बाहर या चोपहिया वाहनों में लोगों को शराब का सेवन करना महंगा पड़ सकता है। ऐसे स्थानों में शराब पीते हुए पकड़े जाने पर लोगों को जेल की भी हवा खानी पड़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक ऐसे लोग खुला स्थान दिखाई या जहां ज्यादा लोगों का आना जाना ना होता हो उस स्थान पर अपनी महफिल जमा कर शराब का सेवन करना शुरू कर देते हैं। शराब पीने के बाद इन युवकों के द्वारा शोर गुल और अभद्र भाषा का प्रयोग करने से उस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है अब ऐसे स्थानों पर गश्त के माध्मय से निगरानी रख सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा पुलिस कमिश्नर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि अगर उनके पास सार्वजनिक स्थान पर शराब सेवन व बेचने के ठिकाने की कोई सूचना है तो तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना दे। शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/11/kalka-3.jpg7201280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-19 13:39:392024-11-19 13:55:13Police File, Panchkula – 19 November, 2024
जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ ने प्रयागराज कुंभ मेले की भव्य तैयारियाँ शुरू कीं, 41 दिनों तक चलेगा लंगर
लंगर सेवा में आर्य सेवा संगठन, हर-हर महादेव कांवड़ सेवा संघ एवं अन्य संस्थाओं का भी अहम योगदान रहेगा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 18 नवंबर:वि
श्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन, प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियाँ जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। इस आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ जवाला जी धाम ने 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है। संस्था के अध्यक्ष स्वामी सुधीर नारायण ने बताया कि समिति में गुलाब सिंह नंबरदार, धूम सिंह, देशराज राणा, बलजिंदर सिंह राणा और बलदेव सिंह सहित कई प्रमुख नाम शामिल हैं। महाकुम्भ में 41 दिनों का लंगर में आर्य सेवा संगठन, हर-हर महादेव कांवड़ सेवा संघ एवं चण्डीगढ़ की अन्य संस्थाओं का भी अहम योगदान रहेगा। जूना अखाड़ा के संतों ने इस बार मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और संतों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। प्रमुख रूप से 41 दिनों तक चलने वाले लंगर की व्यवस्था पर जोर दिया गया है। इसमें हर दिन हजारों श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाएगा। इसके साथ ही संतों और महंतों के लिए टेंट, शाही स्नान और अन्य आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।
जूना अखाड़ा के वरिष्ठ संत होंगे मुख्य आकर्षण
इस ऐतिहासिक आयोजन में श्री महंत हरी गिरी महाराज (जूना अखाड़ा के संरक्षक ), सभापति प्रेम गिरी महाराज, और अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरी महाराज के नेतृत्व में अनेक संत और महंत अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। महंत मंगल गिरी महाराज और श्री महंत शांति आनंद गिरी, जूना अखाड़ा, चण्डीगढ़ जवाला जी धाम से स्वामी सुधीर नारायण की देखरेख में पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित किया जा रहा है। स्वामी सुधीर नारायण ने कहा कि कुंभ मेले का उद्देश्य केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, संत परंपरा, और समाज को जोड़ने का एक माध्यम भी है। इस बार जूना अखाड़ा ने व्यवस्था को और अधिक समृद्ध और प्रभावशाली बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए हैं।
41 दिनों तक सेवा और भक्ति का संगम
लंगर प्रबंधन के लिए 41 लोगों की अलग टीम तैयार की गई है, जो भोजन और अन्य सेवाओं का संचालन करेगी। श्रद्धालुओं के लिए यह लंगर भक्ति और सेवा का प्रतीक बनेगा। इसके अलावा, शाही स्नान और संतों के विशेष अनुष्ठानों के दौरान अद्वितीय माहौल बनने की उम्मीद है।
श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर
प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियों और जूना अखाड़ा द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं को लेकर श्रद्धालुओं में गहरा उत्साह देखा जा रहा है। इस बार का कुंभ मेला भारतीय परंपराओं और संस्कृति का अद्वितीय प्रदर्शन करेगा, जो न केवल देश बल्कि विश्व भर से आए लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा।
प्रबंधकों और आयोजकों का संदेश
श्री महंत हरी गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि मानवता को एकता के सूत्र में पिरोने का अवसर है।स्वामी सुधीर नारायण गिरी महाराज ने इसे भारतीय सभ्यता का गौरव बताया और सभी को मेले में शामिल होने का निमंत्रण दिया। प्रयागराज कुंभ मेला, अपने भव्य आयोजनों और गहन धार्मिक गतिविधियों के साथ इस वर्ष एक बार फिर आध्यात्मिकता और संस्कृति का संगम बनने के लिए तैयार है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/18-7.jpeg9601262Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-18 14:41:162024-11-18 14:41:18चण्डीगढ़ ने प्रयागराज कुंभ मेले की भव्य तैयारियाँ शुरू कीं
‘‘संसार में हम जितनी भी चीजें देखते अथवा अनुभव करते हैं वह सारी परिवर्तनशील हैं। इनमें से किसी भी पदार्थ को शाश्वत सच्चाई नहीं कहा जा सकता। जिस प्रकार दिन ढलता है तब रात होती है और रात के ढलने के उपरान्त फिर से दिन की शुरुवात हो जाती है। ठीक उसी प्रकार किसी भी वस्तु अथवा पदार्थ के अस्तित्व को शाश्वत मान लेना हमारा भ्रम है क्योंकि वास्तविक सत्यता तो केवल इस निराकार परमात्मा में है जिसे विभिन्न नामों से पुकारा जाता है। इस निरंतर एकरस रहने वाली सच्चाई को अपनाने से निसंदेह हम सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्ति पा सकते हैं।’’ समालखा में आयोजित तीन दिवसीय संत समागम के पावन अवसर पर रविवार रात्रि को सतगुरु माता जी ने लाखों की संख्या में सम्मिलित हुए श्रद्धालुओं को इन अमृतमयी प्रवचनों से अनुगृहीत किया।
सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि हम अक्सर अपने विचारों और आदतों में सीमित रहते हैं। इसे उदाहरण द्वारा समझाया गया, जैसे पानी के स्रोतों को देखकर किसी का दृष्टिकोण ग्लास, बाल्टी, तालाब, या समुद्र तक सीमित हो सकता है। इसी तरह, हमें अपने जीवन में सोच और समझ का विस्तार करना है। कुएं के मेंढक की भांति अपनी सीमित सोच को सच्चाई मान लेने से जीवन का वास्तविक और विशाल स्वरूप छूट सकता है।
आदतों में बदलाव लाने और अपनी कमजोरियों को पहचानकर उन्हें दूर करने का प्रयास भी विस्तार का एक रूप है। यदि हम जानते हैं कि कोई आदत गलत है और फिर भी उसे छोड़ने में असमर्थ हैं तब हमें आत्म-अवलोकन की आवश्यकता है। अपनी सोच और आदतों को सकारात्मक दिशा में विकसित करना जरूरी है। अक्सर, हमारी सोच केवल हमारे फायदे तक सीमित होती है किन्तु यदि हमारी सोच दूसरों के लाभ को भी शामिल करे, तो यह सच्चे विस्तार का प्रतीक होगा। अपने Aदृष्टिकोण को लचीला बनाना और दूसरों के विचारों को खुले दिल से अपनाना है। माता जी ने एक कहानी के माध्यम से समझाया कि जिद्दी सोच कैसे हमें वास्तविकता से दूर रख सकती है और रिश्तों में भी दूरी ले आती हैं। जीवन में विचारों का आदान-प्रदान और नई सीखों को अपनाने की क्षमता हमें आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाती है।
इसके पूर्व निरंकारी राजपिता रमित जी ने अपने विचारों में कहा कि 77वें समागम में भाग लेना संतों और श्रद्धालुओं के लिए अनोखा अवसर है। यह समागम जीवन को गहराई और विस्तार प्रदान करता है। सद्गुरु की कृपा और शिक्षाओं ने मानव अस्तित्व को असीम और गौरवशाली बना दिया है। सच्चा स्वार्थ अपने अस्तित्व को पहचानने में है। सतगुरु सिखाते हैं कि जीवन का अर्थ समझने के लिए हमें अपने स्वार्थ से परे जाकर मानवता की सेवा करनी है।
सतगुरु समझाते हैं कि भक्ति केवल साधन नहीं, बल्कि साध्य है। जब भक्ति जीवन का केंद्र बन जाती है, तो सांसारिक सुख गौण हो जाते हैं। सतगुरु द्वारा प्रदत्त आध्यात्मिकता हमारी सोच, हमारी दृष्टि, हमारे प्रेम, सेवा, समर्पण, करूणा व अन्य दिव्य गुणों का विस्तार करती है। संगत में आकर ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना और संतों के वचनों को सुनना, हमारी सोच को व्यापक बनाता है। जब हम इस निराकार से जुड़ते हैं, तो जीवन के हर रंग को अपनाते हुए उससे पृथक भी रहना सीखते हैं। यह निराकार हर समय, हर स्थिति में मौजूद है। इसे पहचानकर, हर व्यक्ति अपने जीवन को सही दिशा में विस्तार कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने समागम में पधार कर सतगुरु माता जी एवं निरंकारी राजपिता जी के दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त किया।
कायरोप्रैक्टिक शिविर और स्वास्थ्य सेवाएं
77वें निरंकारी संत समागम में आधुनिक कायरोप्रैक्टिक तकनीक के जरिए निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है। प्रतिदिन 3,000 से 4,000 लोग इस तकनीक का लाभ उठा रहे हैं। अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, स्पेन, फ्रांस और भारत के 25 डॉक्टरों की एक टीम निरंतर सेवाएं कर रही हैं।
समागम स्थल पर पहली बार 100 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया गया है, जिसमें आईसीयू और चार वेंटिलेटर की सुविधा है। 40 एम्बुलेंस उपलब्ध हैं, जिनमें से 30 स्वास्थ्य विभाग द्वारा और 10 मिशन द्वारा प्रदान की गई हैं। सभी मैदानों में पांच डिस्पेंसरियां भी कार्यरत हैं। यहां प्रतिदिन 20,000 मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है।
होम्योपैथी ग्राउंड ए और सी में होम्योपैथी की डिस्पेंसरी में प्रतिदिन 3,000-4,000 मरीज देखे जा रहे हैं। फिजियोथेरेपी के लिए 15 मशीनें उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त माइनर ओटी की सुविधा भी प्रदान की गई है। विशेषज्ञ सेवाएं दिल, ऑर्थापेडिक, छाती संक्रमण, आंखों और ईएनटी के मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इन सेवाओं को 1,000 सर्जन, मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिससे समागम में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर उच्चतम बना हुआ है।
वसुधैव कुटुंबकम् का लघु रूप – निरंकारी संत समागम निरंतर दूसरे दिन भी सकारात्मक तरंगे बिखेरता रहा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/6-scaled.jpg10952560Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-18 14:38:512024-11-18 14:38:54सच्चाई को पहचान कर भ्रमों से मुक्ति पाएं
एआईबीओसी ट्राईसिटी यूनिट- चंडीगढ़ ने पहली बार अंतर बैंक क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया। श्री संजय शर्मा महासचिव एसबीआई ऑफिसर्स एसोसिएशन ने 15 नवंबर को टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। टूर्नामेंट में विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की छह टीमों ने भाग लिया। आज, एआईबीओसी कप का सेमीफाइनल और फाइनल मैच सेंट स्टीफन स्कूल सेक्टर 45 चंडीगढ़ में खेला गया। कामरेड प्रियव्रत अध्यक्ष एसबीआई ऑफिसर्स एसोसिएशन ने इस अवसर प्रतिभागियों को सम्मानित किया और एआईबीओसी ट्राईसिटी की पहल की सराहना की।
पहला सेमीफाइनल केनरा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया के बीच खेला गया। केनरा बैंक ने 92 रनों से जीत दर्ज की। दूसरा सेमीफाइनल इंडियन बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बीच खेला गया। इंडियन बैंक ने 13 रनों से जीत दर्ज की। फाइनल मैच इंडियन बैंक और केनरा बैंक के बीच खेला गया। इंडियन बैंक ने 177/3 रन बनाए। केनरा बैंक छह विकेट के नुकसान पर केवल 140 रन ही बना सका। इंडियन बैंक ने 37 रनों से फाइनल जीता। इंडियन बैंक के श्री निखिल को मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया। एआईबीओसी के सहयोगी संगठनों के महासचिवों और एसबीआईओए के डीजीएस तथा उनके पदाधिकारियों ने टूर्नामेंट के सुचारू संचालन के लिए सक्रिय रूप से भाग लिया। श्री पंकज शर्मा स्टेट सेक्रेटरी और श्री. सचिन कटियार प्रेजिडेंट ने सभी का टूनामेंट सफल बनाने का धन्यवाद किया और ये भी बताया की इस तरह के टूनामेंट हर साल आयोजित किये जायेगे
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/1000497283.jpg1280960Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-18 14:13:042024-11-18 14:13:07एआईबीओसी ट्राईसिटी यूनिट – अंतर बैंक क्रिकेट टूर्नामेंट
बढ़ते प्रदूषण और साइबर क्राइम पर पर कविताएं साँझा की
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 18 नवंबर:
आज आचार्यकुल संस्था और संवाद साहित्य मंच के साथ जुड़े प्रबुद्ध साहित्यकारों ने डीएसपी (साऊथ) जसविंदर सिंह के साथ बढ़ते प्रदूषण और साइबर क्राइम पर चर्चा की एवं इन्हीं विषयों पर कविताएं साँझा की। डीएसपी जसविंदर सिंह ने बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण करने के अधिक से अधिक आक्सीजन उत्सर्जन इंडोर प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया और इन दिनों में वाहनों का कम से कम प्रयोग करने पर बल दिया और लाईट पाइंट पर लाल बत्ती होने पर इंजन बंद करना चाहिए और समय पर गाड़ी की सर्विस करवानी चाहिए। इन दिनों में बुजुर्गों को सैर से परहेज़ करना चाहिए और जरूरी काम से निकलना हो तो मास्क पहनकर जाएं। प्लास्टिक से परहेज़ करना चाहिए। डॉ अनीश गर्ग, महासचिव, क्राफॅड ने बताया कि डीएसपी ने कवियों को आह्वान किया कि वे अपनी कलम से कविताओं और लेखों के माध्यम से लोगों में प्रदूषण कम करने के जागरूक करें। आचार्यकुल संस्था के अध्यक्ष केके शारदा ने कहा कि वह अपनी संस्था की ओर से स्कूलों-कालेजों में स्लोगन लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से प्रदूषण के प्रति जागरूकता अभियान चलाएंगे। संवाद साहित्य मंच के अध्यक्ष प्रेम विज ने कहा कि उनकी संस्था छोटी-छोटी गोष्ठियों के माध्यम से इस अभियान में सहयोग देंगे। इसके बाद वातावरण पर कविताओं का दौर चला। डॉ अनीश गर्ग अपनी कविता की पंक्तियां कुछ यूं पढ़ीं कि उजाड़े जंगल, बसाये शहर…काला धुंआ चारों पहर, ढूंढूं पेड़ गली गली…सांस घुटे कैसा कहर, प्रेम विज ने कहा कि आजकल सैर पर नहीं जाता हूं मैं, इस कमरे से उस कमरे हो आता हूं मैं, डेज़ी बेदी ने कहा कि घर से निकलना दूभर हो रहा है, ज़हरीले धुएं से आदमी रो रहा है, संगीता शर्मा कुंद्रा ने पढ़ा कि तेरे करके ही प्यासी है धरती.. तेरे करके ही नहीं आया बादल, सुधा मेहता ने कहा कि बचपन की थी जो हवा सुगंधित, अब स्मॉग कहला रही, निर्मल कलकल करती नदियां, गंदी होती जा रही। हरेंद्र सिन्हा ने गाकर पर्यावरण सुरक्षा पर कविता पढ़ी। इस कार्यक्रम में समाजसेवी नीतीश बंसल, जलविद् अमनदीप सिंह विशेष तौर पर उपस्थित रहे। केके शारदा ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/18-6-21.jpeg8671156Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-18 13:56:232024-11-18 13:56:26बचपन की थी जो हवा सुगंधित, अब स्मॉग कहला रही
महिला पुलिस ने छात्राओं को सुरक्षा के प्रति किया जागरूक
पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 18 नवंबर :
हरियाणा पुलिस द्वारा चलाए गए सेफ सिटी कैंपेन के तहत पुलिस अधीक्षक हिसार श्री शशांक कुमार सावन के निर्देशानुसार हिसार पुलिस की महिला समर्पित पुलिस टीम महिलाओ की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। पुलिस टीम शिक्षण संस्थानों पर पहुंच छात्राओं से बातचीत कर उन्हे महिला अधिकार व सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रही है।
इसी कड़ी में आज महिला पुलिस टीम एफसी कॉलेज, गवर्मेंट कॉलेज, सेक्टर 13 कोचिंग सेंटर और पॉलिटेनिकल कॉलेज पहुंची और छात्राओं को महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। पुलिस टीम ने छात्राओं को बताया कि हमें अपने अंदर के डर को मिटाने और समाज में अपनी पहचान बनाने की जरूरत है। भारत के संविधान में महिलाओं के पास उत्पीड़न, शादी के दहेज, तलाक, घरेलू हिंसा, बलात्कार और अन्य हिंसा से सुरक्षा पाने के लिए कानूनी अधिकार है और भारत का संविधान महिलाओं को समानता, उदारता और सम्मान की गारंटी देता है। सभी अपने जीवन का एक उद्देश्य बनाएं, मेहनत करें। उन्होंने छात्राओं को डायल 112 के बारे में बताया कि किसी भी मुसीबत में वे डायल 112 पर काल करे। पुलिस आपकी सहायता के लिए अवश्य पहुंचेगी। उन्होंने छात्राओं को बताया कि महिलाओं व बच्चों को सुरक्षा को लेकर पुलिस बहुत ही संवेदनशील है। कानून में महिला विरुद्ध अपराधों को लेकर कठोर नियम व सजा का प्रावधान है। महिलाओ व बच्चो की सुरक्षा के लिए पुलिस सदैव तत्पर है। इसलिए किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना पुलिस को बिना किसी देरी व बेझिझक दें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2024/11/IMG-20241118-WA0024.jpg12001600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2024-11-18 13:52:152024-11-18 13:52:18महिला पुलिस ने छात्राओं को सुरक्षा के प्रति किया जागरूक
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