बच्चे राष्ट्र के निर्माता हैं,वे देश के भविष्य और कल के नागरिक हैं

बच्चे राष्ट्र के निर्माता हैं,वे देश के भविष्य और कल के नागरिक हैं:- डॉक्टर अंजू बाजपई 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 14 नवंबर :

 उत्थान संस्थान की कोशिश इकाई के दिव्यांग बच्चो ने बाल दिवस समारोह मनाया।जिसमे उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने सभी बच्चो को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज ही हमारा देश विश्व मधुमेह दिवस भी मना रहा है।आज के समय में छोटे छोटे बच्चो मे डायबटीज की बीमारी देखने को मिल रही है। इस समय डायबिटीज की समस्या तेजी से बढ़ रही है।  इसका एक कारण यह भी है कि तेजी से खान पान के तरीकों बदलाव आ रहा है। बड़ी उम्र के साथ-साथ अब मधुमेह की यह समस्या कम उम्र के बच्चों तक भी पहुंच चुकी है। ऐसे में हमें यह समझना जरूरी है कि यह भयानक बीमारी आखिर इतनी तेजी से क्यों बढ़ रही है।आज के समय में जब बच्चे को भूख लगती है तो अधिकतर माता पिता उन्हें बाहर का खाना खिलाते है।यदि हमें मासूम बच्चों को डायबिटीज से दूर रखना है तो उन्हें फल खिलाएं, मगर जूस ना दें।घर में मिठाई का डिब्बा नहीं, ड्राई फ्रूट्स लाए।उन्होंने कहा कि बच्चों को कभी चीनी डालकर दूध ना दें।बच्चों को फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स न दें।अभी बच्चे शारीरिक रूप से कम एक्टिव रहते हैं।थोड़ा काम करने पर ही वह बहुत जल्द थक जाते है। बच्चे मोबाइल और लैपटॉप पर अधिक व्यस्त रहते हैं। मोबाइल पर गेम खेलते हैं, जिसकी वजह से ही बच्चों में डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है।यदि सही मायनों में हमे बाल दिवस मनाना है तो हर माता  पिता को उन सभी चीजों का बहिष्कार करना होगा जो बच्चो की सेहत के लिए घातक साबित हो।महान शिक्षाविद् डॉक्टर पी के बाजपई ने सभी बच्चो को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि नेहरू जी के जन्मदिन पर हम न केवल उन्हें याद करते हैं बल्कि बच्चों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा करते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी बच्चों को उनके अधिकार मिलें और उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उन सभी को मिले।प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू कहा करते थे कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और वह बगीचे में खिले हुए फूल हैं। हमें उनका ध्यान रखना चाहिए और उन्हें प्यार देना चाहिए। क्योंकि वही हमारे देश को आगे ले जाएंगे। आगे कोशिश इकाई के प्रधानाचार्य रविंद्र मिश्रा जी ने कहा की आज बच्चो का ही दिन है।हर साल 14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के मौके पर यह दिन मनाया जाता है। यह दिन बच्चों की मासूमियत, जिज्ञासा, ऊर्जा और उत्साह का जश्न मनाने का दिन है। नेहरू जी, जिन्हें हम सब प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं, वे सिर्फ एक नेता नहीं थे, बल्कि एक महान स्वतंत्रता सेनानी भी थे जिन्होंने भारत की आजादी में अहम भूमिका निभाई। एक कुशल नेता होने के साथ ही उन्होंने यह भी समझा कि बच्चों में अपार संभावनाएं हैं। वह मानते थे कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे। प्रत्येक बच्चे को सीखने और बढ़ने के लिए एक सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।सभी बच्चो ने इस अवसर पर अपनी भाषा मे नाट्य रूपांतरण  और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर इस दिवस को मनाया।सभी बच्चे मे भरपूर उत्साह देखने को मिला।इस अवसर पर बच्चो का उत्साह बढ़ाने हेतु संस्थान से स्वाति ठाकुर, सुमित सोनी, हनी तोमर,राजेश और दीपा मौजूद रहे।

बी.के . एम.विश्वास स्कूल में स्पोर्ट्स डे व बाल दिवस की धूम

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14  नवंबर:

भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाते है जो कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाया जाता है । 

कार्यक्रम की शुरुआत चीफ गेस्ट श्रीमान कुमार सत्यम , मैनेजर इंडियन ओवरसीज बैंक ,श्री सौरभ पाटले और उनके सहयोगी अधिकारियों का  अभिवादन करते हुए वेलकम सोंग, मार्च पास्ट, लैंप लाइटिंग व मेडिटेशन से की गई।  स्कूल की डायरेक्टर माननीय साध्वी नीलिमा विश्वास जी ने अपने भाषण में बच्चों को संबोधित करते हुए खेलों  से अनुशासन सीखने व अपने जीवन को सफलता की ओर ले जाने का सार विस्तारपूर्वक समझाया ।
 स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती अंजू सिंगला जी ने बच्चों को बताया कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन वास करता है इसीलिए भागदौड़ भरी दिनचर्या में भी खेलकूद , शारीरिक व्यायाम को महत्व देना चाहिए। किंडरगार्टन सैक्शन के बच्चो के लिए हर्डल रेस ,बैलेंस गेम , पैक द स्कूल बैग एंड रन रेस का आयोजन किया गया। साथ ही सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए लेमन रेस ,सैक रेस, बॉस्केट विद बॉल्स, कोन रेस, रिले रेस ,रिंग रेस 200 मीटर रेस ,100 मीटर रेस इत्यादि का आयोजन किया गया। प्रथम ,द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी  विजेताओं का प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए उन्हें गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए गए।

बाल मेले में बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टाल लगाए गए। उनके मनोरंजन के लिए गेम्स, डांस का आयोजन भी किया गया।
स्कूल में इस तरह की गतिविधियों से बच्चों का मनोरंजन भी हो जाता है और साथ ही साथ बच्चे खेल-खेल में बहुत कुछ सीखते हैं।

शिवानन्द चौबे मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट का 70वा रक्तदान शिविर

 युवा पीढ़ी आगे बढ़ कर करे रक्तदान और बचायें अमूल्य जिंदगियां : संजय कुमार चौबे 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14  नवंबर:

 अपने समाजिक ज़िम्मेदारी और कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शिवानन्द चौबे मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा रोटरी एंड ब्लड बैंक सोसायटी रिसोर्स सेंटर , सेक्टर 37 चण्डीगढ़ में 70वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कुल 42 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया ! इस रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं की हौसला अफजाई के लिए पांचवीं बटालियन सिगनल सी.आर.पी.एफ. के अधिकारीगण एवं जवान मौजूद रहे तथा सभी जवानों ने रक्तदान भी किया तथा ट्रस्ट द्वारा लगातार किए जा रहे इस नेक कार्य की सभी ने प्रशंसा की ।

ट्रस्ट की तरफ़ से सभी रक्तदाताओं को मोमेंटो एवं प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया ।शिवानन्द चौबे मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट की महासचिव सरोज चौबे ने युवाओं से अपील किया की वो ऐसे नेक काम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले और किसी की अमूल्य जिन्दगी बचाने में अपने सामाजिक भागीदारी का निर्बहन करे ! संजय कुमार चौबे ने कहा की हर स्वस्थ्य ब्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए क्योंकि रक्त का कोई दूसरा बिकल्प नहीं है और हमारा रक्तदान शिविर लगाने का मकसद भी उन मरीजों कि मदद करना है, जिनकी रक्त कि कमी से जिंदगी कि डोर कमजोर पड़ जाती है !

शिविर को सफल बनाने के लिए संजय कुमार चौबे ने सभी सहयोगियों , रक्तदाताओ , आये हुए सम्मानित अतिथिगणों तथा मेडिकल टीम का आभार ब्यक्त किया !

पंचांग, 14 नवंबर 2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 14  नवंबर 2024

नोटः आज वैकुण्ठ चतुर्थी व्रत एवं बालदिवस है तथा चतुर्दशी की तिथि का क्षय है।

बैकुंठ चतुर्दशी का व्रत कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। बैकुंठ चतुर्दशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। दरअसल, साल में यह एक दिन ऐसा होता है जब भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना एक साथ की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जो व्यक्ति भगवान शिव और विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान से करते हैं उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उस व्यक्ति के जीवन के सभी दुख दूर होते हैं। इसी के साथ इस दिन पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की कुंडली में जितने भी दुष्प्रभाव हैं वह सभी दोष दूर हो जाते हैं।

नोटः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

नोटः आज वैकुण्ठ चतुर्थी व्रत एवं बालदिवस है तथा चतुर्दशी की तिथि का क्षय है।

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः कार्तिक़ 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः त्रयोदशी प्रातः काल 09.44 तक है, 

वारः गुरूवार।

नोटः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः अश्विनी रात्रि काल 12.33 तक है, 

योग सिद्धि प्रातः काल 11.30 तक है,

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः तुला, चन्द्र राशिः मेष,

राहू कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,

सूर्योदयः 06.47, सूर्यास्तः 05.24

गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस के अवसर पर बैंकों में अवकाश घोषित करने की मांग

गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस के अवसर पर बैंकों में अवकाश घोषित करने के लिए AIBOC हरियाणा ने माननीय राज्यपाल से मुलाकात की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  13  नवंबर:

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) हरियाणा की ओर से, कॉमरेड हरविंदर सिंह, उप महासचिव, कॉमरेड विनय कुमार, SBIOA पंचकूला मॉड्यूल के अध्यक्ष, को हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय से मिलने का विशिष्ट सम्मान प्राप्त हुआ।

इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान, AIBOC हरियाणा ने गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस, जो 15 नवंबर को मनाया जाता है, के उपलक्ष्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की वकालत करते हुए एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। यह अवसर राज्य भर में लाखों भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है, और अनुरोध का उद्देश्य गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं और विरासत का सम्मान करना है।

माननीय राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल के अनुरोध को धैर्यपूर्वक सुना और इस अवसर के महत्व के बारे में अपनी समझ व्यक्त की। उन्होंने AIBOC हरियाणा के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि वे इस मामले को सुलझाने के लिए उचित कदम उठाएंगे और उनकी अपील पर विचार करेंगे।

कॉमरेड हरविंदर सिंह ने राज्यपाल द्वारा इस मुद्दे का समर्थन करने की इच्छा के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हम माननीय राज्यपाल को हमारे अनुरोध के प्रति उनके खुलेपन के लिए हार्दिक धन्यवाद देते हैं और एक अनुकूल परिणाम की उम्मीद करते हैं जो हमारे समुदाय की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है।”

AIBOC हरियाणा हरियाणा में बैंकिंग बिरादरी के मूल्यों के साथ प्रतिध्वनित होने वाले महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठानों की मान्यता की वकालत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आईटीबीपी  शहीदों की धर्मपत्नियों के लिए   कार्यशाला आयोजित

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला, 13       नवंबर :

आज आईटीबीपी  प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र  भानू में पंचकुला (हरियाणा) में ए पी एस निम्बाडीया महानिरीक्षक प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, के कुशल मार्गदर्शन में मिसेज राव अकैडमी पंचकुला द्वारा मानसिक व आध्यात्मिक शांति व समय प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने  बताया कि अध्यात्म के माध्यम से तनाव से छुटकारा पाने के लिए कई अहम तरीके अपनाए जा सकते हैं।

ध्यान एक प्रभावशाली तरीका है जोकि मन को शांत करता है और मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है और साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ध्यान करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है।

 योग तनाव को कम करने में सहायक होती हैं।अपने विचारों में स्वीकृति और सकारात्मक सोच रखनी होगी। जीवन में चुनौतियों और कठिनाइयों को स्वीकार करना, तथा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना तनाव को कम करने का एकमात्र तरीका है। आत्म-स्वीकृति और अपने आप को क्षमा करना भी मानसिक शांति देता है। जीवन में घटित किसी भी घटना पर अपने आप को दोषी मानना यह एक गलत नजरिया है

 योग के नियमित अभ्यास से शरीर और मन में सामंजस्य स्थापित होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है। धार्मिक और आध्यात्मिक पठन-पाठन, धार्मिक ग्रंथों, पुस्तकों या प्रेरणादायक लेखों का अध्ययन करने से भी मन को शांति मिलती है।  अन्य प्रकार के लेख व जिस विषय में भी आपकी रुचि हो उन्हें पढ़ने से जीवन के प्रति गहरी समझ और संतोष का भाव आता है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में जो कुछ अच्छा है उसके प्रति कृतज्ञ होना मानसिक शांति देता है। यह अभ्यास नकारात्मकता को कम करता है और संतोष बढ़ाता है। स्वयं का आत्म-मूल्य समझना बहुत आवश्यक है अध्यात्म हमें यह सिखाता है कि हम केवल बाहरी उपलब्धियों पर निर्भर नहीं हैं। स्वयं का मूल्य समझने से आत्म-सम्मान बढ़ता है और बाहरी तनाव कम होता है। श्रीमती बीनू राव ने कहा कि इन तरीकों को अपनाने से धीरे-धीरे जीवन में एक संतुलन बनता है, जिससे तनाव का प्रभाव कम होने लगता है और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।

 मिसेज राव अकैडमी की फाउंडर श्रीमती बीनू राव जो एक शिक्षाविद्, एंटर प्रेन्‍योर तथा समाज सेविका हैं । उन्होंने लगभग 150 महिलाओं को अपने व्यक्तव्य से मानसिक व आध्यात्मिक शांति व जागृति के लिए जागरूक किया। प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र,भानू, के महानिरीक्षक ए पी एस निम्बाडीया ने कहा कि वे एक पिता की भाँति चाहते हैं कि हर महिला  यहाँ से जाकर समझदारी से अपने जीवन को समय के अनुरूप चलाएं व समय का प्रबंधन भी  करे ताकि जीवन में नए आयाम स्थापित किये जा सके। उन्होंने श्रीमती बीनू राव के सामाजिक जागरूकता फैलाने के प्रयासों की सराहना की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।    प्रशिक्षण  कार्यशाला में प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र भानू भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल से अधिकारी गण व अन्य स्टाफ तथा रेणु  चावला मौजूद रही उन्होंने भी मनोबल बढ़ाने हेतु बेहतरीन टिप्स दिए।

एसडी कॉलेज में पीएम-उषा योजना के तहत आयोजित हुआ एक्सपर्ट लेक्चर

डॉ. प्रीत सक्सेना ने छात्रों के बदलते स्वरूप का विस्तृत अवलोकन किया प्रस्तुत

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  13  नवंबर:

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट कामर्स एंड मैनेजमेंट विभाग की ओर से पीएम-उषा योजना के तहत “छात्रों की बदलती प्रोफ़ाइल और परिणामों के साथ उद्योग-अकादमिक अपेक्षाओं का मानचित्रण”  विषय पर एक्सपर्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल, मुंबई की कैंपस हेड और सीनियर डॉयरेक्टर डॉ. प्रीत सक्सेना ने व्याख्यान दिया। उद्योग-अकादमिक सहयोग की गहरी समझ रखने वालीं प्रतिष्ठित एकेडमिक लीडर डॉ. सक्सेना ने कार्यक्रम के दौरान अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की। डॉ. सक्सेना ने छात्रों के बदलते स्वरूप का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने आज के शैक्षणिक परिदृश्य को आकार देने वाली जनसांख्यिकी, सीखने की प्राथमिकताओं और कैरियर आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक छात्र विविधतापूर्ण, तकनीकी रूप से कुशल और वास्तविक दुनिया के परिणामों से अत्यधिक प्रेरित होते हैं। डॉ. सक्सेना ने संस्थानों के लिए इन विशेषताओं को शामिल करने के लिए अपने शैक्षिक दृष्टिकोण को अनुकूलित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिससे छात्रों को सार्थक व्यावसायिक योगदान के लिए तैयार किया जा सके। डॉ. सक्सेना ने उद्योग जगत की अपेक्षाओं के साथ शिक्षा जगत को संरेखित करने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि सहयोगात्मक दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है कि स्नातकों के पास वे कौशल, योग्यताएं और पेशेवर मानसिकता हो, जिनकी आधुनिक नियोक्ता तलाश करते हैं।
उन्होंने परिणाम-आधारित शिक्षा को बढ़ाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के लिए कार्यान्वयन योग्य रणनीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा पाठ्यक्रम के मुख्य घटकों के रूप में कौशल निर्माण और अनुभवात्मक शिक्षा के महत्व पर बल दिया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने डॉ. सक्सेना के विचारों के लिए उनका आभार व्यक्त किया तथा आज के तेजी से बदलते शैक्षणिक और व्यावसायिक परिदृश्य में उनके व्याख्यान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों के परिणामों को बेहतर बनाने तथा उद्योग जगत की मांगों के लिए तैयारी बढ़ाने के लिए ऐसे मूल्यवान दृष्टिकोणों को एकीकृत करने के प्रति कॉलेज की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट कामर्स एंड मैनेजमेंट विभाग के हेड डॉ. राजीव बहल ने इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम के आयोजन के लिए टीम की सराहना की। इस कार्यक्रम की समन्वयक व डीन कॉमर्स डॉ. मेरु सहगल ने व्याख्यान की प्रशंसा की तथा कहा कि यह समावेशी और प्रगतिशील शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने के कॉलेज के मिशन के साथ संरेखित है। डॉ. सहगल ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के सत्र संस्थान के अधिक संवेदनशील और अच्छी तरह से तैयार छात्र समुदाय के निर्माण के प्रयासों का समर्थन करते हैं। सत्र का समापन प्रश्नोत्तर के साथ हुआ, जहां छात्रों और शिक्षकों ने उद्योग और शिक्षा जगत के बीच के अंतर को कम करने के लिए व्यावहारिक कदमों पर सक्रिय रूप से चर्चा की। इस कार्यक्रम ने कॉलेज के शैक्षणिक-उद्योग सहयोग को बढ़ावा देने और छात्रों को उभरती हुई व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करने के प्रति समर्पण को रेखांकित किया।

रा. म. स्ना. म. पंचकूला में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  13       नवंबर :

13 नवंबर, 2024 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेक्टर-14, पंचकूला में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज की प्राचार्या डॉ. ऋचा सेतिया की उपस्थिति में हुआ, जो मुख्य अतिथि भी थीं। कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की विज्ञान जागरूकता एवं विकास समिति द्वारा किया गया था। इस प्रदर्शनी में सात विभागों की 52 छात्राओं ने भाग लिया।

छात्राओं ने अलग-अलग थीमों पर मॉडल प्रस्तुत किए जैसे कि क्रिया में पौधे: पादप शरीरक्रिया विज्ञान को समझना और वायु गुणवत्ता निगरानी, ​​हाइड्रोपोनिक्स, एकीकृत कीट प्रबंधन, कार्बन शुद्धिकरण, अपशिष्ट जल प्रबंधन, खाद्य अपमिश्रण, मनोविकृति विज्ञान: प्रणालीगत असंवेदनशीलता चिकित्सा के माध्यम से फोबिक विकार और इसका उपचार, मानसिक स्वास्थ्य और समुदाय, सौर ऊर्जा, रिमोट सेंसिंग, वायु प्रदूषण अवशोषक, स्मार्ट खेती, ऑनलाइन वोटिंग प्रणाली, शब्द अनुमान लगाने का खेल आदि।

निर्णायक मंडल में डॉ. रणजीत सिंह, सुश्री तारा जयंत, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. भारती, सुश्री विभा और सुश्री सीमा शामिल थीं। कार्यक्रम में डॉ. सुरेन्द्र, सुश्री सुजाता, डॉ. नीतू, श्री संदीप, श्री प्रदीप कुमार, श्री अमन, सुश्री सीमा, डॉ. कल्पना, सुश्री बलविंदर, सुश्री टीना, सुश्री रानी जिंदल, सुश्री अनीता यादव और सुश्री पारुल शर्मा ने सहयोग किया। वनस्पति विज्ञान विभाग में दीपिका शर्मा और पायल रानी, ​​प्राणि विज्ञान विभाग में श्रेया और अंशिका, रसायन विज्ञान विभाग में वंशिता और रुचि, भौतिक विज्ञान विभाग में निधि और पूजा, मनोविज्ञान विभाग में अर्शिता और पूजा, कंप्यूटर विज्ञान विभाग में वंदना और प्रियंका, भूगोल विभाग में श्रुति और पूनम दहिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

बाल दिवस के उपलक्ष्य में स्मॉल वंडर स्कूल सैक्टर-15

बाल दिवस के उपलक्ष्य में स्मॉल वंडर स्कूल सैक्टर-15 में विभिन्न प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों का आयोजन

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 13       नवंबर :

  सैक्टर-15 स्थित स्मॉल वंडर स्कूल में बाल दिवस की के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसके अंतर्गत प्रथम दिवस में कक्षा नर्सरी से यूकेजी के विद्यार्थियों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसकी थीम सूपर वूमन, वाटर ड्रॉप, ट्री, अर्थ, सोल्जर, कार्टून, हमारे हेल्पर आदि रहे। विद्यार्थी अपनी थीम के अनुसार तैयार होकर आए और अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया सभी बच्चों ने इसका बहुत आनंद उठाया। द्वितीय दिवस में कक्षा प्रथम व द्वितीय का सोलो डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और शानदार नृत्य से प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।

तृतीय दिवस में कक्षा प्रथम व द्वितीय की सोलो डांस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ तथा इसी के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय को सुंदर गुब्बारों से सजाया गया। अलग-अलग तरह की खेल प्रतियोगिताएं रखी गई जिसमें जीतने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया। सभी विद्यार्थियों ने बाल दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम में बहुत इंज्वाय किया। प्राचार्या तरुणा कुहाड़  व सभी अध्यापिकाओं ने बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसी कड़ी में विद्यार्थियों को गुरुद्वारा ले जाया गया जहां गुरुद्वारा के पाठी जी ने गुरु नानक देव जी के बारे में बताया व उनके जीवन के आदर्शों, वचनों पर चलने के लिए प्रेरित किया। बच्चों ने तीन दिन के सभी कार्यक्रमों पूरे उत्साह से भाग लिया और आनंद उठाया।

देवउठनी एकादशी व श्याम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

हनुमान मंदिर, मोती बाजार में देवउठनी एकादशी व श्याम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 13       नवंबर :

 शहर के मध्य स्थित, सिद्ध श्रीहनुमान मन्दिर मण्डल ट्रस्ट, मोती बाजार में देवउठनी एकादशी पर गत रात्रि बैकुण्ठ नाथ दरबार में विराजित श्रीहरि विष्णु के सम्मुख, मंदिर के पुजारी पं. राजेश शास्त्री द्वारा विष्णु सहस्त्र स्तवन पाठ किया गया। मंदिर ट्रस्ट के प्रधान रमेश कुमार लोहिया व महासचिव अनूप गुप्ता ने बताया कि इस पाठ द्वारा भगवान विष्णु की, उनके हजार नामों द्वारा स्तुति की जाती है व श्रीहरि योग निद्रा से जागते हैं। इसी के साथ ही सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है।

रात्रि को श्रीश्याम बाबा का जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। श्याम बाबा का दिल्ली से मंगवाये गये फूलों से श्रृंगार किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगी लाईटों-फूलों व गुब्बारों से सजाया गया। शहर के प्रमुख भजन गायकों ने सुंदर भजनों द्वारा उपस्थित सैंकड़ों भक्तों को भाव विभोर करके नाचने को मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के समापन पर बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर केक काटकर आरती एवं भोग उपरांत प्रशाद वितरण किया गया। पूरा मंदिर प्रभु के जयकारों से गुंजायमान रहा।