Fuel prices on Wednesday witnessed a drop — of 1 paisa.

 

Fuel prices on Wednesday witnessed a drop — of 1 paisa.

The price of petrol on Wednesday is at Rs 78.42 a litre in Delhi, Rs 86.23 in Mumbai while diesel stood at Rs 69.30 a litre in Delhi, Rs 73.78 in Mumbai.

After 16 days of continuous hike, there was cheer on Wednesday morning as the Indian Oil Corporation Limited (IOCL) website showed that the petrol prices have been cut down by up to 60 paise while diesel price went down by 59 paise. But the joy was short lived as the actual reduction in price was just 1 paisa.

“The reduction was supposed to be 1 paisa but due to a clerical error the price prevalent on May 25 was communicated as today’s price,”said a senior official of IOCL.

The reduction comes after 16 consecutive price increases since May 14 when fuel retailers ended a 19-day pre-Karnataka poll hiatus to pass on a spike in global oil rates.

Swaraj India leader Yogendra Yadav on Tuesday warned that Prime Minister Narendra Modi will face the anger of the farmers in the 2019 general elections.

He made the remarks at a meeting arranged by the All India Kisan Sangharsh Coordination Committee which marked June 5 as ‘Mandsaur Shaheed Kisan Smriti Diwas’ as six farmers were killed in the police firing in Madhya Pradesh’s Mandsaur in 2017.

Criticising the inaction of the Madhya Pradesh government, he said that six farmers and a child named Abhishek were killed by police, but “to this day no concrete action was taken against the police officers responsible for this heinous murder”.

Last year farmers demanding the better price for the crops triggered the widespread protest in Mandsaur, in which six people killed in police firing. Initially the Madhya Pradesh government denied police firing but finally Chief Minister Shivraj Singh Chouhan confirmed it

The committee members demanded the immediate arrest of the of police personnel responsible for the killing of the six farmers.

The committee also met President Ram Nath Kovind on Monday and urged him to immediately pass the two bills prepared by the farmers of the country and asked him to arrange a parliament session to resolve the agrarian crisis.

Briefing the media about the interaction with the President, AIKS leaders said 21 political parties have signed their support for the bills and expressed confidence in passing both the bills.

Describing the four years regime of the prime minister as anti-farmer, V.M. Singh, the national President of Rashtriya Kisan Mazdoor Sangathan said: “Modi should immediately waive the crop loans of the farmers unconditionally in one go.”

Expressing disappointment at the rising fuel prices, he said that this has terribly hit the farmers, most of whom use diesel generators as there is absence of electricity in most of the villages.

एचसीएस अधिकारी ने की महिला कर्मचारी के साथ अश्लील हरकत

[8:40 AM, 5/29/2018] Sarika: एचसीएस अधिकारी ने की महिला कर्मचारी के साथ अश्लील हरकत।

उत्कृष्ट सोसाइटी में एडीओ के पद पर तैनात हैं एचसीएस अफसर।

कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त युवती के साथ अधिकारी ने की बदसलूकी।

युवती रोते हुए कार्यालय से बाहर निकली।

मामला शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया।

विभाग मामले में लीपापोती करने की कोशिश में जुटा।

महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ करने वाले HCS अधिकारी की पीड़िता के परिजनों ने कार्यालय में ही कि धुनाई

उत्कर्ष सोसाइटी कार्यालय में पहुंची पुलिस

Cyclone Mekunu hits coastal Karnataka, Mangalore and Udupi

Cyclone Mekunu that caused havoc in Oman and Yemen all through last week entered India on Tuesday with the coastal districts of Karnataka – Mangalore and Udupi – among the first to bear the brunt of the sudden climate change. Schools, colleges and markets, were shut following the disruptions caused by the Cyclone. The regions witnessed heavy rainfall with uprooted trees as private weather forecaster Skymet predicted that the cyclone might make an onset in Kerala in a day or two. Earlier, the Indian Meteorological Department issued a warning regarding cyclone ‘Mekunu’ for Maharashtra-Goa coast.

छात्र संघ चुनाव शीघ्र हों: दीपांशु बंसल

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश मीडिया प्रभारी व एवीएसएसओ के प्रवक्ता दीपांशु बंसल ने कहा कि भाजपा सरकार ने लगभग 3 माह पूर्व हरियाणा में छात्र संघ चुनाव बहाल करने की घोषणा की थी जबकि 3 माह बीतने के बाद भी न तिथि की घोषणा की गई व नाही बजट का आवंटन किया गया जोकि भाजपा सरकार की मंशा पर सवालिया निशान खड़ा करता है। विश्वविद्यालयों के वार्षिक कलेंडर जारी हो चुके है परन्तु उनमे चुनावो की तिथि निश्चित नहीं हुई न ही कोई तारीख दी गई है।बंसल ने कहा कि छात्र संघ चुनावो के लिए विश्वविद्यालयो के पास किसी प्रकार का बजट नही होता, राज्य सरकार बजट उपलब्ध करवाती है जबकि सरकार ने बजट में छात्र संघ चुनावो हेतु आवंटन तक नही किया। प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेवारी से हटकर छात्रो के हितों से कुठाराघात करने का निंदनीय कार्य कर रही है। भाजपा सरकार ने अपने चुनावी वायदों में छात्र संघ चुनाव कराने का वायदा किया था जोकि खोखला साबित हो चुका है। साढ़े 3 साल बीतने के बाद भी सरकार ने चुनाव नही करवाए, व यदि इस सत्र चुनाव न हुए तो अगले साल लोकसभा व विधानसभा चुनावों का बहाना देकर भाजपा द्वारा छात्रो को गुमराह करने का काम किया जाएगा।प्रदेश के छात्रो में सरकार के प्रति भारी रोष है।वही, भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी द्वारा भी छात्र संघ चुनावो के लिए ढोंग रचा गया था जिसमे मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाना सद्बुद्धि के लिए यज्ञ करना आदि था जोकि जुमला साबित हुआ। इनेलो ने हमेशा से छात्रो को छात्र संघ चुनावो के नाम पर वोटें बटोरने का काम किया जबकि जब चुनाव बन्द हुए थे उसके बाद इनेलो की सरकार थी यदि वह चाहते तो तभी चुनाव बहाल कर सकते थे, इनसो दोहरी राजनीति करने का काम करती है जिस कारण छात्रो ने दिल्ली व पंजाब विश्वविद्यालयों के चुनावों में नकारा था व एनएसयूआई को विजयी बनाया। पंजाब में कांग्रेस की सरकार आते ही एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान के प्रयासों से प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल हुए ।दीपांशु बंसल ने सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि न तो आज तक सरकार ने कोई ऐसा बजट दिया और न ही सरकार ने इस पर कोई चर्चा की यदि सरकार ने कोई बजट जारी किया है तो व तिथि निश्चित करी है तो सरकार उसका श्वेत पत्र जारी करे। सन 1996 में भाजपा व हविपा की सरकार ने ही छात्र संघ चुनावो को बंद किया था व 2014 के चुनावों में छात्र संघ चुनावो के नाम पर छात्रो से वोटे बटोरने का काम किया। मीडिया प्रभारी, एनएसयूआई हरियाणा दीपांशु ने कहा कि पूरे प्रदेश के हर विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में एनएसयूआई हरियाणा की प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्बिराजा के नेतृत्व में लहर है व एनएसयूआई निरन्तर छात्रो की आवाज को उठाती रही है । यदि भाजपा सरकार ने छात्र संघ चुनावों की तिथि की घोषणा नही की तो एनएसयूआई पूरे प्रदेश में सरकार का विरोध करेगी।

Agam Bhullar scored 98%

Agam Bhullar of British School sector 12 topped in Panchkula by scoring 98% marks in 10th class of CBSE board

 

कांग्रेस एक थोथा चना बाजे घना: विज

 

चंडीगढ़ : 29 मई, 2018

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस में अब मुख्यमंत्री प्रोजैक्ट होने की होड़ लग गई है। विज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुर्जेवाला द्वारा दिए गए उस बयान पर कि मोदी का विजय रथ रुक गया है और 2019 तक फीका पड़ जाएगा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि थोथा चना बाजे घना।

विज ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेसी नेता बिना मुर्गी के अंडा खाने की कोशिश कर रहे हैं और उनके पास बयानबाजी के सिवाय कुछ नहीं है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर पर पलटवार करते हुए विज ने कहा कि भाजपा के राज में देश भी बचा हुआ है और संविधान भी बचा है और संविधान को तार-तार तो बार-बार कांग्रेस पार्टी ने ही किया है।

लोगों को आज तक याद है कि एमरजैंसी के दौरान कांग्रेस ने लाखों लोगों को जेलों में कैसे ठूसा था, लोगों को आज भी याद है कि किस तरह समाचार पत्रों पर प्रतिबंद लगाया गया था?, कैसे उनकी बिल्डिंगों को तोड़ा गया था? लोग सब जानते हैं, वो भूले नहीं हैं। लोग जानते हैं प्रजातंत्र की हत्यारी पार्टी कांग्रेस ही है।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाजपा पर उनके विधायक तोडऩे के बयान पर विज ने कहा कि ये जो आप नाम की पार्टी है, ये दिल्ली में पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है, ऐसा कोई आरोप नहीं जो इनके विधायकों पर न लगा हो और कोई ऐसा कुकर्म नहीं, जो इनके विधायकों ने न किया हो, जनता यह सब जान चुकी है कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चलती, ऐसी बहुत सी बातें हो गई और उसके नतीजे भी दिल्ली की जनता देख चुकी है।

दंगल गर्ल पहलवान बबीता फौगाट के उस बयान कि राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेता खिलाड़ी सरकार से ईनामी राशि न मिलने के कारण जकार्ता में होने वाली एशियन गेम्स का भी बहिष्कार कर सकते हैं। इस पर खेल मंत्री अनिल विज ने अपने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि जो भी नियम के तहत होता है, वही किया जाएगा, नियम से बाहर जाकर वह भी कुछ नहीं कर सकते। विज ने कहा कि वह इनको नियमों में परिवर्तन करके जो दे रहे थे, जिसे पदक विजेताओं ने लेने से इंकार कर दिया।

कैथल में भाजपा को लगा झटका , कांग्रेस समर्थित सीमा कश्यप के सिर सजा चैयरमैनी का ताज

 

नगर परिषद कैथल के चुनाव में कांग्रेस समर्थित सीमा कश्यप के सिर सजा चैयरमैनी का ताज सीमा कश्यप को मिले 19 वोट व भाजपा समर्थित पूजा अग्रवाल 14 वोट भाजपाइयों के चेहरे फिर मुरझाए कांग्रेसियों के खिले, रणदीप सुरजेवाला की कोठी पर जश्न का माहौल

Four students top with score of 499

According to reports, 86.7 percent of the students who appeared for the CBSE Class 10th exam in 2018 have passed successfully. HRD Minister Prakash Javadekar conveyed extended greeting to the candidates who cleared the exam. “Congratulations to those who’ve succeeded. 10th CBSE board exam was conducted after 10 years. This is basically preparation for 12th board. Those students who’ve got compartment should prepare again and I’m sure they’ll do well, “he was quoted as saying

Four students top with score of 499

Prakhar Mittal and Nandini

Prakhar Mittal from Gurugram, Rimzhim Agrawal from Bijnor, Nandni Garg from Shamli and Sreelakshmi G from Cochin scored 499 marks out of 500 (99.8 percent) to top CBSE Class 10th examination

सुरजेवाला ने अपने पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनवाया? : चौटाला

चंडीगढ,29मई। हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष और इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश पर सोमवार को करारा तंज कसा और कहा कि मुख्यमंत्री बनना तो दूर उन्हें विधानसभा का दरवाजा भी नहीं देखने देंगे। चौटाला ने कहा कि जब सुरजेवाला कह रहे है कि उन्होंने कई मुख्यमंत्री बनवाए तो फिर उन्होंने अपने पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनवाया?

यहां मीडिया से बातचीत में चौटाला ने कहा कि असलियत तो यह है कि लोगों ने कांग्रेस को वोट दिए और पार्टी ने मुख्यमंत्री बनाए। उल्लेखनीय है कि सुरजेवाला ने रविवार को नारनौंद के गांव खेडी चौपटा में किसान युवा अधिकार रैली में कहा था कि उन्होंने कई मुख्यमंत्री बनवाए हैं और अब उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए।

चौटाला ने कहा कि इनेलो एसवाईएल नहर निर्माण के लिए अपने पांचवे चरण के आंदोलन के तहत गिरफ्तारियां दे रही है। गिरफ्तारियों की शुरूआत एक हजार लोगों से हुई थी और अब पांच हजार तक पहुंच गई है। कैथल में मंगलवार को दी जाने वाली गिरफ्तारी के लिए तेज गर्मी के बावजूद 15 हजार लोग पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सुप्रीम कोर्ट का आदेश हरियाणा के पक्ष में आने के बाद नहर निर्माण के लिए चलाया जा रहा है। कांग्रेस ने तो इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है। इसका कारण यह है कि सुरजेवाला ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र विमोचन कार्यक्रम में भाग लिया था जिसमें कहा गया था कि पंजाब किसी अन्य राज्य को पानी की एक बूंद नहीं देगा। प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी केन्द्र के दवाब में नहर निर्माण पर चुप्पी साध ली है।