पंचकूला (6 नवम्बर)
आज जब पूरा देश दीपावली के त्यौहार की साज-सज्जा में जुटा हैं। हर व्यक्ति अपने घर पर जाने की सोच रहा हैं। परन्तु इसी कड़ी में इस पवित्र त्यौहार पर नियुक्ति से वंचित लगभग 400 से 500 अध्यापक जिसमें 70 प्रतिशत महिलाएं भी शामिल हैं अपने घर, परिवार और बच्चों से दूर हैं। आज अपनी मांग को लेकर इन अध्यापकों ने शिक्षा निदेशालय का घेराव किया। हैफेड चौक पर रोक लिए जाने के कारण इन्हे आगे नहीं जाने दिया गया। जब अपने कार्य मंे कोई प्रगति ना देख इन महिला अध्यापिकाओं ने रोष स्वरूप भारत समाज में मान व सम्मान का प्रतीक सिर का दुपट्टा जला दिया। जिसके बाद प्रशासन होश में आया और उन्होने एक शिष्टमण्डल को संयुक्त निदेशक हरचरण सिंह छौकर के पास ले जाया गया। परन्तु वहां पर भी इन्हे कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। महिलाओं ने कहा कि मुख्यमन्त्री महोदय ने लगभग 8 माह पहले वादा किया था। परन्तु आज तक वह पूरा नहीं हो सका। जबकि शिष्टमण्डल लगातार उनसे मिल रहें हैं। पिछले दिनों इन नियुक्ति से वंचित अध्यापकों ने 18 अक्टूबर से धरना व अनश्न शुरू किया गया था। मुख्यमन्त्री के निजी सचिव दीपक मंगला ने 23 अक्टूबर को मुख्यमन्त्री के इस आश्वासन पर अनश्न समाप्त करवाया था कि 4 नवम्बर तक आपकी नियुक्ति में आ रही बाधाओं को दूर कर खुशखबरी दी जाऐगी। परन्तु आजतक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। महिला अध्यापिकाओं ने बताया कि आज दीपावली के पवित्र त्यौहार पर हम घरों से दूर हैं। इस बारें में प्रधान संजय तालू ने बताया कि इस बारे में जानकारी देते हुए। प्रदेशाध्यक्ष संजय तालू ने बताया कि 12731 नवचयनित जे.बी.टी में से ज्वाईनिंग से वंचित शेष बचे उम्मीद्वार 19 महिने बाद भी दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर किया जा रहा हैैं।
बार – बार मिल रहां हैं मुख्यमन्त्री व शिक्षामन्त्री से झूठा आश्वासन । जबकि रैस्ट ऑफ हरियाणा में लगभग 4000 जे.बी.टी के पद प्रमोशन व रिटायर मेंट से रिक्त हैं व जे.बी.टी के 1239 पद मेवात जिले में आज भी रिक्त हैं । केन्द्र सराकर द्वारा मेवात जिले को पहले ही एस्पायरेशलन (अध्यापकों की कमी वाला जिला) घोषित किया जा चुका है और वहां पर अध्यापकों की आज भी कमी है। वर्तमान में लगभग 1239 सीट वहां पर रिक्त हैं तो शेष बचे चयनित उम्मीदवारों को वहां क्यों नहीं ज्वाईनिंग करवाया जा रहा। जबकि 10 फरवरी 2018 को विभाग द्वारा रैस्ट ऑफ हरियाणा से बिना कैडर बदले सीधे तौर पर लगभग 500 उम्मीदवारों को ज्वाईनिंग दी जा चुकी हैं । प्रदेशाध्यक्ष संजय तालू ने बताया कि. माननीय महाअधिवक्ता हरियाणा सरकार व प्रधान सचिव शिक्षा विभाग हरियाणा सरकार ने 20 अप्रैल 2015 को माननीय उच्च न्यायालय में एफिडेविट देकर सभी 12731 जे.बी.टी को ज्वाईनिंग देने के लिए कहां था जिसके बाद उच्च न्यायालय ने ज्वाईनिंग देने के आदेश पारित किएं थे । उसके बाद 8 जनवरी 2016 को माननीय उच्च न्यायालय में निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग हरियाणा सरकार ने ऐफिडेविट देकर माननीय उच्च न्यायालय में कहां था कि हमारे पास 16254 जे.बी.टी अध्यापकों की कमी हैं । जिसके बाद भर्ती में कुल 12731 उम्मीद्वारों को नियुक्ति दिए जाने के आदेश माननीय उच्च न्यायालय ने आदेश दिए थे । परन्तु आज 19 महिने बाद भी नवचयनित जेबीटी सड़कों पर धक्के खाने को मजबूर हैं। संजय तालू ने कहा कि सराकर द्वारा हर मंच पर 12000 जे.बी.टी को ज्वाईनिंग दिएं जाने का ढिंढोरा पीटा जा रहां है। परन्तु भर्ती में लगभग 9000 लोगों ने ही ज्वाईनिंग किया हैं। माननीय मुख्यमन्त्री व शिक्षा मंत्री महोदय द्वारा भी भर्ती में शेष बचे उम्मीद्वारों को बार-बार नियुक्ति का आश्वासन दिया गया है। न्यायालय ने भी बचें हुए जे.बी.टी उम्मीदवारों को भी सही ठहराते हुए उन्हें गैस्टों टीचर से पहले ज्वाईनिंग कराए जाने के आदेश दिए हैं। मगर इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार जे.बी.टी उम्मीद्वारों को ज्वाईनिंग नहीं दे रहीं है। संजय तालु ने बताया कि हरियाणा कैैडर में गेस्ट टीचरों की वजह से वैकेन्सी नहीं है, लेकिन मेवात कैडर में खुद सरकार ने बचें हुए जे.बी.टी उम्मीद्वारों को ज्वाईनिंग दिएं जाने की बात कहीं थी।
Calander
Visitor counter
Visits since 2018
Recent News
- राशिफल, 20 मार्च 2023
- पंचांग 20 मार्च 2023
- मीडिया का निष्पक्ष और आज़ाद होना लोकतंत्र की मज़बूती के लिए ज़रूरी : चेतन सिंह जौड़ेमाजरा
- प्राचीन मूर्ति प्रकरण में हांसी एसपी, सीआईए व ज्वैलर्स की भूमिका संदेह के घेरे में : मनोज राठी
- मूर्ति प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए : बजरंग गर्ग
- सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने एडीजीपी श्रीकांत जाघव से की मुलाकात
- एफसी कॉलेज में वार्षिक समारोह का आयोजन
- घोड़ेला ने ढाणी प्रेम से शुरू किया हाथ से हाथ जोड़ो अभियान
- निगम की बैठक का लाईव प्रसारण हो सकता है टाऊन वेडिंग का क्यो नहीं
- शिक्षा विभाग अपना तुगलकी फरमान वापस ले – सुनील टाँक
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!