भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन, एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दीपांशु बंसल ने भाजपा सरकार का जनविरोधी चेहरा बेनकाब करते हुए बताया कि सरकार द्वारा प्रदेश के 59 राजकीय महाविद्यालयो में विभिन्न 39 विषय बंद कर दिए गए है।
एनएसयूआई हरियाणा सरकार की इस जनविरोधी व छात्र विरोधी फैसले का विरोध करते हुए रोष प्रकट करती है।
दीपांशु ने बताया भाजपा सरकार द्वारा तुगलकी फरमान जारी करते हुए 39 विषयो को बंद करके गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चो को उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने से वंचित किया जा रहा है।हरियाणा प्रदेश में अधिकतर राजकीय महाविद्यालय दुर्गम व पिछड़े क्षेत्रो में है।भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षा के निजीकरण के लिए , विभिन्न विषयों को बंद करके छात्रो को प्राइवेट महाविद्यालयों की ओर आकर्षित किया जा रहा है जहाँ शिक्षा महंगी है व गरीब-मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चो के लिए शिक्षा प्राप्त करना आसान नही है।
अधिकतर राजकीय महाविद्यालयों में प्राध्यापक, प्रयोगशाला व लाइब्रेरी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नही है वही दूसरी ओर भाजपा सरकार प्रदेश में लड़कियों को उच्चतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 30 राजकीय महाविद्यालय खोलने के दावे कर रही है।राजकीय महाविद्यालयों में प्राध्यपको के पद रिक्त है व विषयो के बन्द होने से नई भर्ती नही की जाएगी जिससे शिक्षित युवाओ व लोगो की बेरोजगारी बढ़ेगी।भाजपा सरकार ने 20 छात्रो से कम वाले विषयो को 2018-19 शिक्षा सत्र से बन्द करने का एलान किया है।
सरकार द्वारा राजकीय महाविद्यालय कालका में फिलॉसफी, म्यूसिक-5, म्यूसिक-1 ,जूलॉजी , बॉटनी, बीसीए-1 , फिजिकल एजुकेशन, बीबीए-1 – राजकीय महाविद्यालय पंचकूला में एंथ्रोपोलॉजी, म्यूसिक-5 संस्कृत, होमसाइंस, बॉयोटेक, बीएमसी-1 , राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 14 पंचकूला में बीबीए -1 बीसीए 1 , अम्बाला केंट में संस्कृत , कैथल में बीएससी (आईटी), अम्बाला शहर में मैथेमैटिक्स , जियोग्राफी, बरवाला में संस्कृत , पोल साइंस, इकोनॉमिक्स , फिजिकल एडुकेशन , फिजिक्स , केमिस्ट्री , होम साइंस , साइकोलॉजी , छछरौली में जूलॉजी , बॉटनी समेत कुल 59 कालेजो में 39 विषय बंद करके छात्रो के हितों के साथ कुठाराघात किया है जबकि दीपांशु ने बताया कि जिला पंचकूला , अम्बाला व यमुनानगर शिवालिक क्ष्रेत्र के अधीन है , यहाँ अर्ध पहाड़ी क्षेत्र है व तमाम नियमो से छूट है जबकि बाकी जगह के मुताबिक सबसे ज्यादा विषय इन जिलों में बंद किए गए है।
साथ ही एनएसयूआई , हरियाणा सरकार से मांग करती है कि तुरन्त प्रभाव से इन विषयों को पुनः शुरू किया जाए अन्यथा प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में एनएसयूआई ,सरकार के इस फैसले का विरोध करेगी।भाजपा की केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा शिक्षा का स्तर कम किया जा रहा है व छात्रो को निजी महाविद्यालयों में उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए विवश किया जा रहा है।
यदि प्रत्येक विषय मे छात्रो की कमी थी तो सरकार अन्य माध्यमो से क्लब आदि करके उन विषयों को चालू रख सकती थी परन्तु सरकार की मंशा निजीकरण की ओर है।