कुलदीप जी के पास विधानसभा जाने का वक्त नहीं, सीएम साहब ने आईना दिखाया तो मिर्ची लग गई -जवाहर यादव

जितना भजनलाल परिवार के लोग पिछले तीन दिनों में अखबारों, टीवी और सोशल मीडिया पर बोले हैं, उतना 4 साल में परिवार के दोनों विधायक कुल मिलाकर भी वहां नहीं बोले जहां उन्हें बोलना चाहिए था। विधानसभा में कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई की हाजिरी और सक्रियता हरियाणा के लोग देखेंगे तो कह उठेंगे कि ऐसे विधायक भगवान किसी को ना दे।
अब तक हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने के बाद हुए विधानसभा सत्रों में बिश्नोई दंपति की हाजिरी 33% भी नहीं है जिसे किसी भी परीक्षा में पास होने के लिए अनिवार्य माना जाता है। अब तक हुई 66 बैठकों में से कुलदीप बिश्नोई 21(32%) बार और रेणुका 19(29%) बार विधानसभा पहुंचे हैं। यानी सत्र के दो तिहाई वक्त तो उन्होंने विधानसभा जाना जरूरी ही नहीं समझा और बर्बाद कर दिया।
जब जाते हैं तब भी कुलदीप व रेणुका बिश्नोई अक्सर हाज़िरी लगाकर लौट आते हैं। सैशन कई घंटे चलता है लेकिन ये मेहमान कुछ मिनटों में ही फुर्र हो जाते हैं।
इन दोनों की सक्रियता का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि कुलदीप जी ने आज तक एक भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव नहीं दिया है जबकि उनकी पत्नी ने भी सिर्फ 4 ऐसे प्रस्ताव दिए हैं। जबकि विपक्ष व सत्ता पक्ष के अन्य विधायक ऐसे दर्जनों प्रस्ताव देते रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई तो इतने महान हैं कि अब तक 4 साल में उनकी तरफ से विधानसभा में सवाल भी बस 1 पूछा गया है। इन साहब का अतारांकित प्रश्नों में खाता ही नहीं खुला जबकि तारांकित प्रश्नों में इनके लगाए 4 सवालों में से 1 को ही पूछने लायक माना गया। मान गए, कमाल के नेता हैं कुलदीप बिश्नोई।
रेणुका जी से हाथ जोड़ प्रार्थना है जो कुलदीप जी ने ट्रक भर पत्र सीएम साहब को लिखे थे वो भी मीडिया को दिखा दे ट्रक की व्यवस्था में कर दूँगा जो उन पत्रों की फ़ोटो कॉपी चंडीगढ़ ला सके ।
तो अब आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सच का सामना करवाए जाने पर कुलदीप-रेणुका इतने परेशान क्यों हो उठे। जो इन्सान अपने किसी भी दायित्व में ईमानदार ना हो, जिसमें संघर्ष की इच्छाशक्ति ना हो, जो आरामपरस्त हो चुका हो और बस मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब पाले दिन काट रहा हो, उसको लेकर जनता भी देर-सवेर भी सच का सामना करेगी ही।

राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेताओं को जिला स्टार पर सम्मानित किया जाएगा : विज

 

चंडीगढ़।

हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेता सभी खिलाडिय़ों को जिला स्तर पर आयोजित सम्मान समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा, जिनमें मंत्री व विधायक मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। खेल मंत्री ने कहा कि सभी खिलाडिय़ों को पुरस्कार की पूरी राशि दी जाएगी। इसमें किसी प्रकार की कटौती नही होगी, जिसकी मुख्यमंत्री ने ‘वन टाईम’ मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिये गए हैं कि वे अपने जिलों से आने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कृत करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करें।

विज ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि कांग्रेस कभी लोकतांत्रिक एवं लोकतंत्र में विश्वास करने वाली पार्टी नही रही है। कांग्रेस ने 1975 में आपातकाल के माध्यम से न केवल प्रजातंत्र की हत्या की थी बल्कि देश में अराजकता का माहौल बना दिया था। उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस के डीएनए में ही शामिल है तभी तो आज तक कांग्रेस में कभी आंतरिक लोकतंत्र नही रहा है और एक ही परिवार की सेखियां गाते हुए कांग्रेसियों का समय निकल रहा है। इतना ही नही कांग्रेस स्वैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में पीछे नही रहती है।

कुछ लोग 28 जून को प्रदर्शन करने के नाम पर सिख समाज को भ्रमित कर रहे हैं : बख्शीश सिंह विर्क

चंडीगढ़, 27 जून

हरियाणा के निवर्तमान मुख्य संसदीय सचिव एवं असंध विधानसभा क्षेत्र से विधायक श्री बख्शीश सिंह विर्क ने कहा कि कुछ लोग 28 जून को प्रदर्शन करने के नाम पर सिख समाज को भ्रमित कर रहे हैं ,सिख समाज को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
श्री विर्क ने सिख समाज के प्रतिनिमंडल के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मुलाकात की। प्रतिनिमंडल ने मुख्यमंत्री को अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा।
विधायक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर कई योजनाओं एवं संस्थाओं का नाम रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है शाहबाद (कुरूक्षेत्र) से बराड़ा को जाने वाली सडक़ का नाम बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम रखा जाएगा। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने यमुनानगर में कपाल मोचन द्वार का नाम भी बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर रखे जाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बाबा बंदा सिंह बहादुर को पूरा मान-सम्मान दे रही है, परंतु कुछ लोग सिख समाज को 28 जून के प्रदर्शन के लिए बहका रहे हैं ,इसलिए ऐसे लोगों से सिख संगत को बचकर रहना चाहिए।
विधायक श्री बख्शीश सिंह विर्क के साथ मुख्यमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में बाबा सुखा सिंह करनाल, बाबा गुरमीत सिंह जुंडला, सरदार इंद्रपाल सिंह करनाल, सरदार भूपेंद्र सिंह सदस्य एसजीपीसी, सरदार बलकार सिंह असंध, सरदार जसपाल सिंह, सरदार गुरतेज सिंह खालसा, सरदार देविंदर सिंह व सरदार मनमोहन सिंह भी शामिल थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी उर्फ़ क्रूर बादशाह औरन्ग्ज़ेब : सुरजेवाला


एक बादशाह के नाम पर सड़क को ले कर लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस के प्रवक्ता ने आज माना कि औरंगजेब भारतीय इतिहास के क्रूर तानाशाहों में से एक है.( तानाशाह चुने नहीं जाते, थोपे जाते हैं)


आपातकाल के 43 साल पूरे होने के मौके पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने है. पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस पर हमला बोला, तो अब कांग्रेस की ओर से भी पलटवार किया गया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना औरंगजेब से की. उन्होंने कहा कि दिल्ली सल्तनत के औरंगजेब से भी क्रूर तानाशाह नरेंद्र मोदी ने देश को आपातकाल का पाठ पढ़ाया, लेकिन आज उन्होंने ही पूरे प्रजातंत्र को बंधक बना लिया है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इंदिरा गांधी ने व्यापक लड़ाई लड़ी थी. पीएम मोदी आपातकाल की याद दिलाकर देश को भटका रहे हैं, क्या इंदिरा गांधी को कोसने से किसान को मुनाफा मिल सकता है. क्या आपातकाल की दुहाई देकर अच्छे दिन आएंगे.

सुरजेवाला बोले कि औरंगजेब ने तो सिर्फ पिता को बंधक बनाया था, लेकिन आज के औरंगजेब ने पार्टी सहित पूरे प्रजातंत्र को बंधक बना लिया है.

उन्होंने कहा कि मोदी जी बूढ़ी माँ उदाहरण दे रहे थे, लेकिन वही बूढ़ी मां आज नोट बदलने के लिए लाइन में खड़ी है. आज सवाल पूछने पर हर व्यक्ति को देशद्रोही करार दिया जाता है, लालकृष्ण आडवाणी जी को जबरन मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया जाता है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि इंदिरा गांधी ने भूमि सुधार पर काम कर वंचितों को अधिकार दिलाने पर काम किया, इन पर जनसंघ के अधिकार था. मोदी जी आज भी सूदखोरों, चंद बड़े लोगों को फायदा पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 100 दिन में 80 लाख करोड़ रुपए नहीं आए, हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार नहीं मिला. पिछले 49 महीने से देश में दलितों पर अत्याचार हो रहा है.

उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. देश में आज सर्वोच्च न्यायालय के जजों को जनता के सामने न्याय मांगने पर मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी जी, इतिहास बनने वाले हैं.

आपको बता दें कि इससे पहले अरुण जेटली ने आपातकाल के मुद्दे पर निशाना साधते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना जर्मन तानाशाह हिटलर से की थी.

राहुल ने स्वीकार किया थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन द्वारा हुए सर्वे को, शर्म की बात है

 


विडंबन यह है की विपक्ष के नेता को विदेशी सर्वे बताते हैं की उनके देश में महिलाओं की क्या स्थिति है. और इससे पाहिले उन्हें इस बात की बनक तक नहीं होती. उनकी पार्टी के कार्यकर्ता इतने फूहड़ हैं की वह अपने मालिक को भारत की यथा स्थिति से अवगत नहीं करवाते, यदि ऐसा होता तो अब तक राहुल गांधी कितनी ही अबलाओं की जिंदगी सुधार चुके होते. 

यह शर्म की बात है.


नई दिल्लीः

भारत को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बताये जाने वाल सर्वे  को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी  ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने अपने ताजा ट्वीट में कहा है कि भारत महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा और बलात्कार के मामले में अफगानिस्तान, सऊदी अरब और सीरिया से भी आगे हो गया है.


  • अब प्रश्न यह उठता है कि रानी जी को कौन कहे कि आगा ढांके.
  • राहुल से हम पूछना चाहते हैं कि क्या पंजाब, कर्णाटक पुद्दुचेरी भारत में नहीं आते? और यदि आते हैं तो क्या वहां की सरकारों को क्लीन चिट दी गयी है?
  • दूसरी बात जब भारत की तरक्की की खबरे यह सर्वे रिपोर्ट्स दिखाती हैं तब राहुल कहते हैं कियह सर्वे मोदी ने खरीदा है, तो क्यों न यह मान लिया जाए की या सर्वे विपक्ष और खासकर राहुल की पार्टी ने खरीदा हो.
  • तीसरे इस सर्वे के जारी होने की तारीख को लेकर कुछ संशय उठते हैं, यह रिपोर्ट ठीक उसी दिन आते हैं जब भाजपा 26, जून को प्रजातंत्र पर एक काला दिवस के रोप में याद करती है और राष्ट्र भर में आपातकाल की भयावहता को याद करती और करवाती है.

बता दें कि हाल ही में थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन द्वारा थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन द्वारा हुए सर्वेहुए सर्वे में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीडन और उन्हें सेक्स वर्कर के धंधे में जबरन धकेलने के कारण भारत को सबसे असुरक्षित देश  माना गया है. वहीं इस सर्वे में अफगानिस्तान, सीरिया और अमेरिका को दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रखा गया है. 26 जून को वैश्विक विशेषज्ञों द्वारा किये गए सर्वे में भारत को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बताया गया है.

राहुल गाँधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से लिखा, ‘जिस समय हमारे प्रधानमंत्री अपने गार्डन में योगा वीडियो बनाने में व्यस्त थे, भारत ने महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा और बलात्कार के मामले में अफगानिस्तान, सऊदी अरब और सीरिया को पीछे छोड़ दिया, हमारे देश के लिए कितने शर्म की बात है! ‘

 

Rahul Gandhi

@RahulGandhi

India the most dangerous country for women, survey shows

India is the most dangerous country in the world to be a woman because of the high risk of sexual violence and slave labor, a new survey of experts shows.


थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन के एक सर्वे के मुताबिक भारत में महिलाओं के प्रति अत्याचार और उन्हें जबरन वैश्यावृत्ति में धकेलने के मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं. सर्वे में पश्चिम देशों में केवल अमेरिका का ही नाम है. सर्वे के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में अमेरिका में महिलाओं के प्रति हिंसा की गतिविधियां बढ़ी हैं.

महिलाओं की असुरक्षा को लेकर पहले स्थान पर भारत
वहीं इससे पहले 2011 में हुए सर्वे में अफगानिस्तान, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो , पाकिस्तान, भारत और सोमालिया महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बताए गए थे. 2011 में हुए सर्वे में भारत को भारत को चौथे स्थान में रखा गया था. लेकिन, इस साल सारे देशों को पीछे छोड़ भारत को महिलाओं की असुरक्षा की दृष्टि से पहला स्थान दिया गया है. जिससे साफ पता चलता है कि भारत महिलाओं के लिए दिनों दिन कितना खतरनाक होता जा रहा है.

महिलाओं के प्रति अत्याचार में 2007 से 2016 के बीच 83 प्रतिशत वृद्धि
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर घंटे बलात्कार के चार मामले दर्ज होते हैं. 2007 से 2016 के बीच देश में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामलों में 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. सर्वे में विशेषज्ञों से पूछा गया था कि सयुंक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से ऐसे कौन से पांच सदस्य राष्ट्र हैं जो महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं. जिसके जबाव में भारत, अफगानिस्तान, सीरिया-अमेरिका, सोमालिया और सऊदी अरब को रखा गया.

सऊदी अरब में महिलाओं के संरक्षण का पूरा अधिकार पुरुषों के हाथ
थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन द्वारा हुए सर्वे में विशेषज्ञों को मानव तस्करी, यौन उत्पीड़न, सेक्स स्लेवरी, और घरेलू हिंसा में भी भारत को सबसे खतरनाक देश बताया गया. वहीं सऊदी अरब में महिलाओं के संरक्षण का पूरा अधिकार पुरुषों के हाथ सौंप दिया जाता है. जिसे विशेषज्ञों ने मौलिक अधिकारों के खिलाफ बताया है. इस लिस्ट में अमेरिका इकलौता ऐसा पश्चिमी देश है जिसे इस लिस्ट में रखा गया है.

बीते 28 दिनों में पेट्रोल हुआ 3.03 और डीजल 3.12 रूपये सस्ता

 

नई दिल्ली :

पेट्रोल-डीजल के दामों में 28वें दिन भी कटौती की गई. मंगलवार को भी पेट्रोल-डीजल के रेट में आम आदमी को राहत दी गई. तेल कंपनियों ने देश के चार महानगरों में पेट्रोल पर 14 से 18 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती हुई. वहीं, डीजल में 10 से 12 पैसे की कटौती की गई. लगातार 28 वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती से आम आदमी को धीरे-धीरे राहत मिल रही है. हालांकि यह राहत नाकाफी है. पिछले 28 दिन में चेन्नई में पेट्रोल 3.03 रुपये और मुंबई में 3.12 रुपये सस्ता हुआ है.

कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद 30 मई से पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती शुरू हुई थी. हालांकि, बीच में कई दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ. लेकिन, 28वें दिन तक पेट्रोल करीब 3 रुपये तक सस्ता हो गया है. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में मंगलवार को 14 से 18 पैसे की कौति की गई. वहीं, डीजल पर भी 10 से 12 पैसे कम हुए. दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल 75.55 रुपये प्रति लीटर और डीजल 67.38 रुपये प्रति लीटर हैं.

26 जून को दिल्ली और कोलकाता में 14 पैसे, मुंबई में 18 पैसे और चेन्नई में 15 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई. इसी तरह डीजल के रेट में दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता में 10 पैसे प्रति लीटर और मुंबई में 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई. अभी भी मुंबई में पेट्रोल 83.12 प्रति लीटर और डीजल 71.52 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर बिक रहा है.

4 महानगरों में पेट्रोल की कीमत

29 मई 26 जून
दिल्ली 78.43 रुपये 75.55 रुपये
कोलकाता 81.06 रुपये 78.23 रुपये
मुंबई 86.24 रुपये 83.12 रुपये
चेन्नई 81.43 रुपये 78.40 रुपये

28 दिन में 3 रुपये तक सस्ता हुआ पेट्रोल
30 मई के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेल कंपनियां कटौती हो रही है. पिछले 28 दिन में पेट्रोल तीन रुपये तक सस्ता हुआ है. वहीं, डीजल में 2 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा मिला है. इससे पहले में क्रूड की कीमतों में उछाल से पिछले महीने पेट्रोल की कीमतें 80 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई थीं. कच्चे तेल की कीमतों में 6 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा कमी आ चुकी है.

4 महानगरों में डीजल की कीमत

29 मई 26 जून
दिल्ली 69.31 रुपये 67.38 रुपये
कोलकाता 71.86 रुपये 69.93 रुपये
मुंबई 73.79 रुपये 71.52 रुपये
चेन्नई 73.18 रुपये 71.12 रुपये

 

हरियाणा में आम आदमी पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री का चेहरा है नवीन जयहिंद

 

गुरुग्राम। 

आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा पर जमकर हमला बोला। आप नेता ने कहा गुरुग्राम की दुर्दशा के लिए सभी पार्टियां जिम्मेदार हैं। सभी ने मिलकर गुरुग्राम को लूटा है। साइबर सिटी आज सफाई के मामले में टॉप टेन में होनी चाहिए थी। इस मौके पर सांसद राव इंद्रजीत और राव नरबीर पर भी जमकर हमला बोला।

आम आदमी पार्टी की ओर से आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश के मीडिया प्रभारी सुधीर यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा और 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में आम आदमी पार्टी के पंडित नवीन जयहिंद मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे।
उन्होंने कहा कि नवीन जयहिंद के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी हरियाणा के चुनाव मैदान में उतरेगी। यादव ने कहा नवीन जयहिंद जितना पढ़ा लिखा किसी पार्टी के पास उम्मीदवार नहीं है।

हरियाणा से कई लोकसभा सांसदों का टिकट कटना तय है : रामबिलास शर्मा

 

हरियाणा से कई लोकसभा सांसदों का टिकट कटना तय है। इस पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ बैठक में मंथन हो चुका है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए साफ कर दिया कि लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर नए चेहरे होंगे। 2019 मेंं होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।  भाजपा की इस रणनीति के तहत लोकसभा के कई वर्तमान सांसदों का टिकट कटना तय है। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई कोर ग्रुप की बैठक में इस पर व्यापक मंथन हो चुका है।

खुद हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर नए चेहरे होंगे। गौरतलब है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के कुल 7 सांसद हैं जिनमें से 2 केंद्रीय मंत्री भी हैं। ऐसे में इन 7 सांसदों में से कुछ सांसदों के टिकट कटने तय हैं। उनकी जगह पर पार्टी नए चेहरों पर दांव खेलेगी। हरियाणा के शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों से उनकी संपत्ति का ब्यौरा मांगे जाने पर भी हाय तौबा मची हुई है। इसकी वजह है वह प्रोफॉर्मा जिसमें शिक्षकों से उल जुलूल बातें पूछी गई हैं।

दरअसल यह प्रोफॉर्मा हरियाणा के गठन के बाद से बदला ही नहीं गया है। इसमें कई ऐसे सवाल पूछे गए हैं जो कतई व्यवहारिक नहीं हैं। इसपर हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने कहा कि सरकारी अधिकारियों की जानकारी इकट्ठी करना रूटीन की बात है। अब तमाम चीजों को डिजिटलाईज किया जा रहा है, लेकिन यदि शिक्षकों और अधिकारियों से कोई बेहूदा सवाल पूछा गया है तो इस चिट्ठी का अध्ययन करके उसे निरस्त कर दिया जाएगा गौरतलब है कि इस प्रोफार्मा में शिक्षकों से यह भी पूछा गया था कि उनके पास कितने घोड़े हैं। इसी तरह से सालों पहले चलन से बाहर हो चुके रेडियो ग्राम समेत कई अन्य चीजों की भी जानकारियां इसमें मांगी गई हैं।

PM being “The Most Valuable Target” new security guidelines are issued to states


  • The home ministry said there has been an “all-time high” threat to the PM and he is the “most valuable target” in the run-up to the 2019 general elections
  • The SPG is believed to have advised Modi, who is the main campaigner for the ruling BJP, to cut down on road shows, which invite a bigger threat

NEW DELHI:

Issuing new security guidelines to states in the wake of an “all-time high” threat to Prime Minister Narendra Modi, the home ministry has said that not even ministers and officers will be allowed to come too close to the prime minister unless cleared by the Special Protection Group (SPG).

The ministry said there has been an “all-time high” threat to the prime minister and he is the “most valuable target” in the run-up to the 2019 general elections, officials privy to the development said.

No one, not even ministers and officers, should be allowed to come too close to the prime minister unless cleared by his special security, the home ministry communication said, citing an “unknown threat” to Modi.

The SPG is believed to have advised Modi, who is the main campaigner for the ruling BJP, to cut down on road shows, which invite a bigger threat, in the run up to the 2019 Lok Sabha polls, and instead address public rallies, which are easier to manage, an official said.

The close protection team (CPT) of the prime minister’s security has been briefed about the new set of rules and the threat assessment and instructed them to frisk even a minister or an officer, if necessary.

The Prime Minister’s security apparatus was reviewed threadbare recently after the Pune Police told a court on June 7 that they had seized a “letter” from the Delhi residence of one of the five people arrested for having alleged “links” with the banned CPI (Maoist), another official said.

The purported letter allegedly mentioned a plan to “assassinate” Modi in “another Rajiv Gandhi-type incident”, the police had told the court.

Besides, during a recent visit to West Bengal, a man was able to break through six layers of security to touch the prime minister’s feet, sending the security agencies into a tizzy.

1,000 भूतपूर्व सैनिकों को विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के रूप में नियुक्त किया जाएगा

चण्डीगढ़, 26 जून-

हरियाणा सरकार ने पुलिस कमिश्नरेट, गुरुग्राम में नाइट डयूटी करने के लिए सेना से अतिरिक्त 1,000 भूतपूर्व सैनिकों को विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के रूप में नियुक्त करने की स्वीकृति प्रदान करने का निर्णय किया है।
इस आशय का निर्णय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
यह निर्णय पुलिस बल को सुदृढ़ करने और अवांछित घटनाओं के साथ-साथ विशेष रूप से रात्रि के दौरान महिलाओं के विरूद्घ अपराधों को प्रभावी रूप से रोकने में पुलिस को सक्षम बनाने के लिए लिया गया है।
भूतपूर्व सैनिक सभी मौसमों में चरम परिस्थितियों से निपटने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित होते हैं और उन्हें एसपीओ के रूप में पुलिस बल का हिस्सा बनाने से निश्चित रूप से इन परिस्थितियों में पुलिस प्रदर्शन का स्तर बढ़ेगा।
उनकी नियुक्ति की पात्रता और शर्तों के अनुसार भूतपूर्व सैनिकों की आयु 25 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उन्हें अनुशासनहीनता, दुव्र्यवहार या मेडिकल आधार पर उनकी पिछली सेवा से हटाया या बर्खास्त न किया गया हो ।
योग्य स्वैच्छिक भूतपूर्व सैनिकों को 18,000 रुपये के मासिक मानदेय पर एक वर्ष की अवधि के लिए नियोजित किया जाएगा। इस सहायक बल के सदस्यों को उनके गृह पुलिस स्टेशनों में नियुक्त नहीं किया जाएगा, लेकिन जहां तक संभव हो सके उनके निवास स्थान के निकट आस-पास के पुलिस स्टेशनों में उन्हें नियुक्त किया जाएगा। हालांकि, इच्छुक लोगों को अन्य कमीश्नरेट या जिले में भी नियुक्त किया जा सकता है।
उनकी नियुक्ति के समय उन्हें वर्दी के दो सेट, जूते की एक जोड़ी और वर्दी की अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए 3,000 रुपये का एकमुश्त वर्दी भत्ता दिया जाएगा। वे आधिकारिक दौरे के लिए 150 रुपये प्रतिदिन के टीए और डीए के लिए पात्र होंगे।
हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबलों की भांति उन्हें आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। वे मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये, स्थायी निशक्तता के लिए एक लाख रुपये से तीन लाख रुपये और गंभीर चोट के लिए एक लाख रुपये तक के एक्सग्रेशिया अनुदान के लिए पात्र होंगे।
उनकी नियुक्ति के लिए कोई लिखित परीक्षा या शारीरिक माप नहीं लिया जाएगा। हालांकि, भूतपूर्व सैनिकों ने सेना में कम से कम पांच साल की सेवा की हो। सेवा के निर्वहन के समय चिकित्सा श्रेणी ‘ए’ होनी चाहिए और सेवा से निवृति केसमय चरित्र अनुकरणीय या उत्कृष्ट होना चाहिए। आपूर्ति कोर, मेडिकल कोर, सिग्नल कोर और इंजीनियरिंग कोर की बजाय सेना में सक्रिय सशस्त्र डयूटी पर रहे भूतपूर्व सैनिकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उनका चयन एक बोर्ड द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा जिसमें अध्यक्ष के रूप में पुलिस उपायुक्त, एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित कमिश्नरेट काएक निरीक्षक शामिल होगा, जिन्हें पुलिस मुख्यालय द्वारा मनोनीत किया जाएगा।
इन स्वैच्छिक एसपीओज़ को कोई भी नोटिस जारी किए बिना संबंधित पुलिस अधीक्षक द्वारा आदेश पारित करके एक वर्ष की अवधि से पहले किसी भी समय अनुशासनहीनता, दुव्र्यवहार और असंतोषजनक प्रदर्शन या गैर-आवश्यकता के आधार पर हटाया जा सकता है। बर्खास्तगी के आदेश के खिलाफ किसी भी वरिष्ठ प्राधिकरण या किसी अदालत के समक्ष कोई अपील नहीं होगी। वे गुरुग्राम से बाहर अपने स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं करेंगे। इन परिस्थितियों में उनकी सेवाओं को समाप्त माना जाएगा।