विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस 10 अगस्त को

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  06   अगस्त :

हरियाणा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक अकादमी और पंजाबी समाज सभ्याचारिक मंच पंचकुला द्वारा 10 अगस्त को पी डब्ल्यू डी विश्राम गृह में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय संगोष्ठी एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार भारत भूषण भारती मुख्य अतिथि होंगे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ कुलदीप चन्द अग्निहोत्री करेंगे।

स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आआपा नेताओं ने ज्ञापन सौंपा

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर,  जुलाई :

आज आम आदमी पार्टी (आआपा) जिला यमुनानगर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने यमुनानगर सरकारी हास्पिटल का दौरा किया। आआपा कार्यकर्ताओं ने डिप्टी सीएमओ के कार्यालय में पहुंचकर सरकारी हास्पिटल में मरीजों को आने वाली परेशानियों समस्याओं पर बात की।

इस दौरान आआपा पदाधिकारियों ने अस्पताल की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी डिप्टी सीएमओ को सौंपा। आआपा नेता दिलीप दड़वा ने बताया कि मुकुंद लाल नागरिक अस्पताल को 110 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है परन्तु अस्पताल में चिकित्सकों 55 पदों में 30 पद खाली पड़े हैं। सरकारी हास्पिटल में सफाई कर्मचारियों और अन्य स्टाफ की भी कमी है। शौचालय बंद पड़े रहते हैं, हास्पिटल में गंदगी पड़ी रहती है, सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है, टेस्ट मशीनें , कलर अल्ट्रासाऊंड की मशीन नहीं है।

उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए दवाईयां भी पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं है। आम आदमी पार्टी से दिलीप दड़वा योगेन्द्र चौहान,व कुलविंदर राणा ने संयुक्त बयान में बताया कि मरीज यदि एडमिट के लिए आते हैं तो मरीज के परिजनों से यह कहा जाता है कि मरीज को चंडीगढ़ पीजीआई या प्राइवेट हास्पिटल में जाकर ईलाज करवाए तो बेहतर होगा। गरीब मजदूर प्राइवेट हास्पिटल  में ईलाज कैसे करवा सकते हैं। योगेन्द्र चौहान ने कहा कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर दिल्ली व पंजाब की तर्ज पर स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर की जाएगी। आप नेताओं ने कहा कि यदि अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं सही ढंग से सुनिश्चित नहीं की गई तो

आदमी पार्टी सड़कों पर उतर कर हास्पिटल के बाहर धरना प्रदर्शन करेगी और जनता के स्वास्थ्य के लिए संघर्ष करेगी। मौके पर दलीप दड़वा, कुलविंदर राणा, योगेन्द्र चौहान,अश्विनी चौधरी, कर्मचंद पूर्व सरपंच बुढेडी, कपिल सांगवान, अनुराधा शर्मा, विकास गाबा, जगमाल सिंह खारवन, सुशील जैन ,दिनेश , दीपचंद आदि मौजूद रहे।

‘एक्सीडेंट या कॉन्सपिरेसी गोधरा’ पैन इंडिया फ़िल्म 19 जुलाई को होगी रिलीज़ 

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 03 जुलाई :

रणवीर शौरी स्टारर “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” के मेकर्स द्वारा फ़िल्म के रिलीज को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई हैं  फ़िल्म हिन्दी के साथ ही  तमिल, तेलुगु, कन्नड़,  मलयालम और इंग्लिश में 19 जुलाई को सिनेमागृहों रिलीज होगी। गुजरात के गोधरा में 22 साल पहले साबरमती ट्रेन दुर्घटना क्या एक हादसा थी या फिर एक सोची समझी साजिश इसकी सच्चाई इस फ़िल्म के माध्यम से बड़े पर पर देख पायेंगे । 

1 मिनट 32 सेकंड के  ट्रेलर की शुरुआत जलती ट्रेन के भीतर मौत का सामना कर रहे लोगों की चीख पुकार से होती है। जिसके बारे में सोचकर भी रूह कांप जाए। रणवीर शौरी लॉयर की भूमिका में दिख रहे है और इस घटना पर चल रही सुनवाई में वो कहते है ‘साबरमती ट्रेन को जलाया नहीं गया, बल्कि उसे जलने दिया गया। ये प्रशासन कहानी बना रहा है अपनी गैर जिम्मेदारियों को कवर करने के लिए सर।’ इसी कड़ी में बाहर एक महिला मीडिया को इंटरव्यू में सवाल खड़ी करती है ” हजारों लोगों का मर्डर , गैंगरेप यह साजिश नहीं तो और क्या है।

ओम त्रिनेत्र फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म गोधरा का निर्देशन एमके शिवाक्ष ने किया है। बीजे पुरोहित निर्मित फिल्म में रणवीर शौरी  के अलावा अक्षिता नामदेव, मनोज जोशी, हितु कनौडिया, गुलशन पांडेय  और देनिशा घुमरा हैं। फिल्म सिनेमाघरों में 19 जुलाई को रिलीज हो रही है।

प्रोड्यूसर बी.जे. पुरोहित बताते हैं , “फ़िल्म के हमने फ़िल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स के लिए शोज़ रखा था डिस्ट्रिब्यूटर्स ने फ़िल्म को अन्य भाषाओं में एक साथ रिलीज करने के लिए फ़ीडबैक दिया । इसलिए  अब  फ़िल्म “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” पूरे देश में एक साथ १९ जुलाई को रिलीज होगी । 

निर्देशक एम.के. शिवाक्ष का कहना है, “फ़िल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग में दर्शक रो पड़े । हम सब को लग रहा हैं यह फ़िल्म की सबसे बड़ी सफलता और अवार्ड हैं  गोधरा में  साबरमती ट्रेन के हुई  59 निर्दोष कार सेवकों की हत्या पर सिर्फ राजनीति की गई हैं । जनता इस फ़िल्म के माध्यम से सच्चाई से देखेगी । 

फ़िल्म “एक्सीडेंट ऑर कांस्पिरेसी गोधरा” एक ऐसी फिल्म है जो भयावह ट्रेन हमले की गहराई से जांच करती है,  यह फिल्म दर्शकों को उस दुखद अतीत पर सोचने के लिए मजबूर करती हैं जिन्हें आज तक न्याय नहीं मिला  इस फ़िल्म का टीज़र आते ही मीडिया में चर्चा शुरू हो गई थी। सेंसर को लेकर कई प्रकार की बाधाओं की वजह से भी  फ़िल्म सुर्खियों में रही है। सेंसर बोर्ड ने कई स्टेज पर परीक्षण करने के लिए निर्माताओं को लंबा इंतज़ार करना पड़ा ।  फ़िल्म को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है और 19 जुलाई को देशभर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है। हिन्दी के साथ ही फ़िल्म तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज़ होगी।

मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से हरियाणा का भला होने वाला नहीं : रंजीत उप्पल

कुलदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 13 मार्च     :

हरियाणा प्रदेश में  हार से डरी हुई भाजपा ने बड़े नाटकीय ढंग से मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया। भाजपा ने आनन फानन में बिना विधायक बने व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया। क्या ऐसा करने से हरियाणा प्रदेश की जनता का कुछ भला होगा। यह शब्द आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष रंजीत उप्पल ने चर्चा के दौरान कहे।

उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा प्रदेश में भाजपा की हालत बेहद पतली हो चुकी है। प्रदेश की जनता भ्रष्ट सरकार की नीतियों के चलते रोष में है, बस दुखी जनता का सड़कों पर आना बाकी रह गया है। भाजपा की इस भ्रष्ट एवं तानाशाह सरकार ने पिछले 9 सालों में जनता की जेब खाली कर दी। लूट खसूट, भ्रष्टाचार का चारों तरफ बोलबाला रहा। जब इनको मालूम हो गया कि हालत बिगड़ चुके हैं, और जनता खिलाफ हो चुकी है और इसका असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा, इसीलिए भोली भाली जनता को गुमराह करने के लिए एक नया चेहरा मुख्यमंत्री के रूप में लाया गया। पूरे हरियाणा की जनता जानती है कि खनन मंत्री रहते हुए किस तरह के आरोप पूर्व विधायक एवं नव निर्वाचित मुख्यमंत्री पर लगे थे। अवैध खनन करवाने में नायब सैनी का पूरा सहयोग खनन माफिया को रहा। जनता ने भी विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ से बाहर का रास्ता इनको दिखा दिया। उन्होंने कहा कि जिसे जनता ने अस्वीकार किया उसको भाजपा संगठन ने, न केवल प्रदेश अध्यक्ष बनाया बल्कि अब मुख्यमंत्री बनाकर पूरा प्रदेश एक ऐसे व्यक्ति के हवाले कर दिया जो आरोपों के घेरे में रहा है। लेकिन अब जनता जागरुक हो चुकी है, सब समझ रही है की किस तरह से भाजपा सरकार ने किसानों,कामगारों एवं शोषित वंचितों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। अन्नदाता किसान का हरियाणा सरकार ने बॉर्डरों पर क्या हाल किया यह किसी से भी छुपा नहीं हुआ। रंजीत उप्पल ने कहा कि जनता का भरोसा जीतने की बजाय मुख्यमंत्री का चेहरा बदलकर एक बार फिर से जनता को बेवकूफ बनाने का काम इस भ्रष्ट भाजपा सरकार ने किया। आने वाले समय में लोकसभा और विधानसभा चुनाव  है। जनता इनका फैसला करेगी और इनको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी ने जिस प्रकार दिल्ली और पंजाब में सुशासन कायम किया है।

AAP आएगी दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ के बाद हरियाणा में भी सत्ता में : आदर्श पाल

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 22 फरवरी    :

आम आदमी पार्टी जिला यमुनानगर की कार्यकारिणी ने बुधवार को चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप कुमार की जीत पर जश्न मनाया। ढोल नगाड़ों के साथ जिला पार्टी कार्यालय में धूमधाम से जीत की खुशी में लड्डू बांटे गए। सभी कार्यकर्ताओं ने उत्साह में एक दूसरे को बधाई दी।

प्रदेश संगठन मंत्री आदर्श पाल सिंह ने कहा की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से लोकतंत्र की जीत हुई है। “इंडि” गठबंधन की भी जीत की शुरुआत हुई है। दिल्ली और पंजाब के बाद चंडीगढ़ में भी आम आदमी पार्टी का राज होगा। इससे साबित होता है कि बीजेपी को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर हरा सकते हैं। चंडीगढ़ मेयर चुनावों में जीत से जनता में ये विश्वास बढ़ा है कि बीजेपी को इंडि गठबंधन हरा सकता है। पूरे देश ने देखा था कि कैसे बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया था। 

उन्होंने कहा कि अब दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ के बाद 2024 में हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी। आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के मंथन शुरू कर दिया है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के अनुसार आम आदमी पार्टी चुनावों में उतरेगी। विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी सभी 90 सीटों पर अकेले दम पर लड़ेगी। जनता में आम आदमी पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ा है। आम आदमी पार्टी आगे भी बीजेपी की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को बेनकाब करती रहेगी। प्रदेश में आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष गगनदीप सिंह,प्रदेश सयुक्त सचिव रणधीर चौधरी,महिला जिला अध्यक्ष रीटा बामनिया,ललित त्यागी,लक्ष्मण विनायक,कर्मवीर बूट्टर,अनिल प्रजापति,राहुल भान,विजय धीमान,शालू मलहोञा,विजय वर्मा,गौरव पाल,जसवन्त सन्धू,राजेश राजू सराओ,प्रदीप,मोहित त्यागी,रूकमणी,चिराग सिगंला,कंवरपाल,रणधीर सिह,नरेश लाल,अनिल पंजेटा,विकाश जैन,साहब सिह आदि

पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी भारत रत्न से सम्मानित होंगे

भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

  • लालकृष्ण आडवाणी को केंद्र सरकार देगी भारत रत्न
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
  • PM मोदी ने फोन पर आडवाणी को बधाई भी दी

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 03 फरवरी :

केंद्र सरकार भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करते हुए इसे अपने लिए बहुत भावुक क्षण बताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी के साथ अपनी तस्वीरों को शेयर करते हुए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने की जानकारी सोशल मीडिया पर दी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।”

लालकृष्ण आडवाणी का जन्म पाकिस्तान के कराची में 8 नवंबर, 1927 को एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और मां का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। शुरुआती शिक्षा उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल से ग्रहण की थी। इसके बाद वह हैदराबाद, सिंध के डीजी नेशनल स्कूल में दाखिला लिया।

1947 में आडवाणी देश के आजाद होने का जश्न भी नहीं मना सके क्योंकि आजादी के महज कुछ घंटों में ही उन्हें अपने घर को छोड़कर भारत रवाना होना पड़ा। विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई आकर बस गया। यहां उन्होंने लॉ कॉलेज ऑफ द बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। उनकी पत्नी का नाम कमला आडवाणी है। उनके बेटे का नाम जयंत आडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा आडवाणी है।

96 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी उम्र और स्वास्थ्य के कारण अब सार्वजनिक जगहों पर नहीं दिखते हैं, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में भी आमंत्रण के बावजूद वो नहीं आ पाए थे। हालाँकि, उन्होंने बयान जारी कर के कार्यक्रम का स्वागत किया था। हाल ही में मोदी सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘जननायक’ कहे जाने वाले दिवंगत नेता कर्पूरी ठाकुर को भी ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया है। नाई समाज से आने वाले कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में पिछड़ों के उत्थान के लिए काम किया था।

आदर्श पाल सिंह ने जींद में होने वाली रैली को लेकर कार्यकर्ताओं की डयुटीयां लगाई

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष आदर्श पाल सिंह ने 28 जनवरी को जींद में होने वाली रैली को लेकर कार्यकर्ताओं की डयुटीयां लगाई गई ।

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 20  जनवरी

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष आदर्श पाल सिंह ने संगमेश्वर रिजॉर्ट खिजराबाद में कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी मजबूती के साथ आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े रहें। सभी कार्यकर्ता  यहां से हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने का आगाज करेंगे। उन्होंने बताया 28 जनवरी को जींद में आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान “बदलाव जनसभा” को संबोधित करेंगे। इस जनसभा में हरियाणा के हर गांव हर वार्ड से लोग पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा जगाधरी से सैकड़ो गाड़ियों के काफिले में हजारों की संख्या में लोग जींद बदलाव जनसभा में अपने प्रिय नेताओं के विचार सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। मीटिंग में कार्यकर्ताओं की हर गांव में हर मोहल्ले से साथियों को ले जाने की ड्युटियां लगाई गई। सभी साथियों ने एकत्रित होकर जींद में आम आदमी पार्टी की बदलाव जनसभा को कामयाब करने का निश्चय लिया। आदर्श पाल ने सभी कार्यकर्ताओं का एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया और सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता गुलाब सिंह कलेसर,विक्रम नंबरदार जयरामपुर,ललित गुलाबगढ़,राजेश रामपुर,जगमाल सरपंच दसोरा,अमित मान,लखविंदर सिंह लक्खा,सालू मल्होत्रा,जसवंत संधू,असलम डारपुर,हाजी मेहरबान,रोबिन सिंह,जसविंदर सिंह,चौधरी सुरेश गढ़ी,भूप सिंह,डॉ वाजिद,सोनू वालिया,अमित जयरामपुर,चिराग सिंगल,राहुल भान,सुशील दसोरा आदि वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

1 केस, 3 महीने और 4 समन, अब आगे क्या होगा?

अरविंद केजरीवाल तीसरे समन के जवाब में ईडी को बता चुके हैं कि वह जांच में सहयोग को तैयार हैं लेकिन उन्हें एजेंसी की मंशा पर संदेह है। ऐसे में चौथे समन पर हो सकता है कि 18 जनवरी को वह ईडी के सामने पेश होंगे। वह एजेंसी से पेश होने के लिए मोहलत भी मांग सकते हैं। लेकिन अगर वह चौथी बार भी पेश नहीं होने का फैसला करते हैं तो उनकी गिरफ्तारी भी मुमकिन है। इसे रोकने के लिए वह अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख कर सकते हैं।

  • दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को ईडी का चौथा समन
  • ईडी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए 18 जनवरी को बुलाया है
  • अब तक ईडी के तीनों समन पर उसके सामने पेश नहीं हुए हैं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 13 जनवरी :

दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए ईडी लगातार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन जारी कर रही है। ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चौथी बार समन जारी किया है। ईडी ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को 18 जनवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, 18 जनवरी के आसपास ही सीएम अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र गोवा दौरे पर भी जाने वाले हैं। गोवा में उनका तीन दिनों का दौरा हो सकता है। यानि 18, 19 और 20 जनवरी को केजरीवाल गोवा में रहेंगे। जहां CM अरविंद केजरीवाल का गोवा दौरा भी ईडी के सामने पेश न होने की वजह बनेगा। वैसे भी केजरीवाल कह चुके हैं कि ठीक लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें रोकने की कोशिश की जा रही है। केजरीवाल का कहना है कि, ईडी के जरिये उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए साजिश रची जा है। उन्हें पूछताक्ष के बहाने गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ईडी ने केजरीवाल को 3 जनवरी के लिए तीसरा समन भेजा

मालूम रहे कि, इससे पहले ईडी ने केजरीवाल को 3 जनवरी के लिए तीसरा समन जारी किया था और पूक्षताक्ष में शामिल होने के लिए बुलाया था लेकिन केजरीवाल जाने से मना कर गए। केजरीवाल ने ईडी के इस समन को भी अवैध बता दिया। केजरीवाल का कहना था कि, वह ED की जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन ईडी ने उन्हें जिस तरह से समन भेज रही है वो गैरकानूनी है। केजरीवाल ने सवाल उठाया कि, लोकसभा चुनाव के पहले ही ईडी क्यों उन्हें समन भेज रही है? केजरीवाल का कहना था कि, केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती है।

2 नवंबर और 21 दिसंबर को भी पेश नहीं हुए केजरीवाल

ईडी ने इससे पहले 2 नवंबर और 21 दिसंबर के लिए केजरीवाल को समन भेजा था और पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन केजरीवाल दोनों ही बार ईडी के सामने नहीं गए। 21 दिसंबर वाले समन को लेकर केजरीवाल ने कहा था- ED का यह समन भी एजेंसी द्वारा जारी किए गए पिछले समन की तरह अवैध और गैरकानूनी है। ED को इस समन को वापस लेना चाहिए क्योंकि यह राजनीति से प्रेरित है। मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ जिया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। केजरीवाल का कहना था कि, मैं हर क़ानूनी समन मनाने को तैयार हूं। वहीं इस बीच अरविंद केजरीवाल 20 दिसंबर को 10 दिन की छुट्‌टी लेकर विपश्यना ध्यान केंद्र के लिए निकल गए थे। जहां से वह 30 दिसम्बर को वापस लौटे।

वहीं इससे पहले जब ईडी ने अरविंद केजरीवाल को पूछताक्ष के लिए 2 नवंबर को तलब किया था लेकिन तब भी केजरीवाल नहीं गए थे। उस वक्त केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के लिए व्यस्त होने की बात कही थी। साथ ही केजरीवाल ने ED के समन पर उस समय भी हमला बोलते हुए कहा था कि, उन्हें भेजा गया समन अवैध और राजनीति से प्रेरित है। नोटिस भाजपा के इशारे पर भेजा गया है। नोटिस यह सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया है कि मैं चार राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए जाने में असमर्थ रहूं। ED को तुरंत नोटिस वापस लेना चाहिए। इसके बाद केजरीवाल ने एक लेटर भेजकर ईडी से यह भी पूछा था कि मैं संदिग्ध हूं या गवाह।

2 साल से जांच चल रही, कुछ नहीं मिला

केजरीवाल का कहना है कि पिछले 2 साल से दिल्ली शराब घोटाले को लेकर बीजेपी की जांच चल रही है। बीजेपी की सारी एजेंसी शराब घोटाले में कई बार छापेमारी कर चुकी हैं और कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक एक भी पैसे का हेरफेर नहीं मिला।…. मगर फिर भी फर्जी आरोप लगाकर आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में रखा हुआ है और वहीं अब बीजेपी मुझे गिरफ्तार करवाना चाहती है। ईडी द्वारा मुझे फर्जी समन भेजे जा रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि ठीक लोकसभा चुनाव से पहले ही ऐसा क्यों किया जा रहा है? इसका मतलब मुझे चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए यह साजिश है। पूछताक्ष के बहाने मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

क्या सारा पैसा हवा में गायब हो गया?

केजरीवाल का कहना है कि अगर वाकई भ्रष्टाचार हुआ है तो करोड़ों रूपय गए कहां, क्या सारा पैसा हवा में गायब हो गया, सच्चाई यह है कि किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं, अगर होता तो पैसा भी मिलता। लेकिन फिर भी फर्जी आरोपों में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को जेल में रखा हुआ है। किसी के खिलाफ भी कोई सबूत नहीं है, कुछ साबित नहीं हो रहा, खुलेआम गुंडा गर्दी चल रही है, किसी को भी जेल में डाल दो, अब बीजेपी मुझे ईडी से गिरफ्तार करवाना चाहती है।

केजरीवाल ने कहा कि मेरी सबसे बड़ी संपत्ति मेरी ईमानदारी है और बीजेपी झूठे आरोप लगाकर और ईडी से फर्जी समन भिजवाकर मुझे बदनाम करना चाहती है, मेरी ईमानदारी पर चोट करना चाहती है, लेकिन ईडी ने अबतक मुझे जो समन भेजे हैं वो सभी गैर कानूनी हैं, मेरे वकीलों ने मुझे बताया है, और क्यों गैरकानूनी हैं? ये मैंने ईडी को विस्तार से बताया है। लेकिन ईडी से कोई जवाब नहीं आया। इसका मतलब है ईडी को भी पता है कि समन गैरकानूनी हैं। इसलिए क्या मुझे गैरकानूनी समन का पालन करना चाहिए। हाँ अगर कानूनी रूप से सही समन आयेगा तो मैं पूरा सहयोग करूंगा.

जांच करना मकसद नहीं, चुनाव प्रचार से रोकना

केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी का मकसद जांच करना तो है ही नहीं, बीजेपी तो मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना चाहती है, ठीक लोकसभा चुनाव से पहले ही मुझे क्यों समन भेजा जा रहा है? जबकि इस जांच को चलते हुए 2 साल हो गए। मुझे पहले क्यों नहीं बुलाया? सीबीआई ने मुझे 8 महीने पहले बुलाया था और मैं गया था और वहां सारे जवाब भी दिये थे लेकिन बीजेपी ईडी द्वारा मुझे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बुलवा रही है यानि बीजेपी का मकसद है कि पूछताक्ष के बहाने केजरीवाल को बुलाकर गिरफ्तार करना।

बीजेपी भ्रष्टाचारियों को नहीं पकड़ रही

केजरीवाल ने कहा कि, आज बीजेपी भ्रष्टाचारियों को नहीं पकड़ रही बल्कि उन नेताओं को पकड़ रही है जो उसकी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं। जो नेता दूसरी पार्टियों से बीजेपी में चले जाते हैं, ईडी और सीबीआई में उनके सारे केस बंद हो जाते हैं और जो नहीं जाते हैं उनके पीछे बीजेपी ईडी सीबीआई लगा देती है। केजरीवाल ने कहा कि, आज कई सारे एसे नेता है जो बीजेपी में न जाने के चलते जेल में हैं, उनपर केस चल रहे हैं। आज मनीष सिसोदिया और संजय सिंह इसलिए जेल में नहीं हैं कि उन्होने भ्रष्टाचार किया है बल्कि इसलिए जेल में हैं क्योंकि वो बीजेपी में शामिल नहीं हुए।

बीजेपी का सामना कर रही आप

केजरीवाल ने कहा कि, आज हम इसीलिए बीजेपी का सामना कर पा रहे हैं क्योंकि हम भ्रष्टाचारी नहीं हैं अगर हमने भ्रष्टाचार किया होता तो कब के और नेताओं की तरह बीजेपी में शामिल हो चुके होते। केजरीवाल ने कहा कि, बीजेपी ईमानदार नेताओं को जेल में डलवाकर भ्रष्टाचार नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है, ऐसे तो देश आगे नहीं बढ़ सकता। यह लोकतन्त्र के लिए भी खतरनाक है। केजरीवाल ने कहा कि, मेरा तन-मन-धन सब देश के लिए है, मेरी एक-एक सांस देश के लिए है, मेरे खून की एक-एक बूंद देश के लिए है, मेरा एक-एक कतरा देश के लिए है। हमें मिलकर देश बचाना होगा।

BJP ने कहा- विक्टिम कार्ड खेलने से कुछ नहीं होगा

ईडी के समन पर केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की बयानबाजी को लेकर बीजेपी ने भी निशाना साधा है। बीजेपी नेता शहज़ाद पूनावाला ने कहा कि पेश होने से अरविंद केजरीवाल क्यों कतरा रहे हैं। इसका मतलब है कि चोर की मूंछ में तिनका जरूर है… अब विक्टिम कार्ड खेलने से कुछ नहीं होगा… आपकी चहीती कांग्रेस ने खुद कहा है कि शराब घोटाला हुआ है और हमने शिकायत दर्ज़ करवाई है… ये वो ही अरविंद केजरीवाल हैं जो अन्ना हजारे की उंगली पकड़कर कहते थे पहले इस्तीफा फिर जांच।

मनीष सिसोदिया जेल में बंद

मालूम रहे कि, दिल्ली शराब घोटाले में संजय सिंह से पहले दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की गई थी। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी को करीब 8 घंटे की पूछताक्ष के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने सिसोदिया को इस मामले में नौ मार्च को गिरफ्तार किया। सिसोदिया को अब तक जमानत नहीं मिल पाई है। मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल में बंद हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी थी। वहीं सिसोदिया के अलावा इसी मामले में आप सांसद संजय सिंह को भी ईडी ने 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। संजय सिंह इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।

‘कांग्रेस में कुछ लोग राम विरोधी’ : आचार्य प्रमोद कृष्णम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कई टीवी डिबेट में पार्टी की बात पुरजोर तरीके से उठाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “श्री राम मंदिर के “निमंत्रण” को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है,आज दिल टूट गया।” प्रमोद कृष्णम ने अपने रिएक्शन में पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी टैग किया है। पार्टी ने इसे बीजेपी-RSS का कार्यक्रम बताकर इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है। 

  1. कांग्रेस को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था: अर्जुन मोढवाडिया
  2. राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण: आचार्य प्रमोद
  3. 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 11 जनवरी :

अयोध्या में 500 साल के बाद भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो रहा है। जिसका उद्घाटन 22 जनवरी को होगा. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से कांग्रेस इनकार कर दिया है, जिसके बाद अब यह बात साफ हो गई है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी समेत कांग्रेस नेता शिरकत नहीं करेंगे। कांग्रेस ने बकायदा एक रिपोर्ट जारी करके कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को बीजेपी-आरएसएस ने पॉलिटिक्ल इवेंट बना दिया है। चुनाव के सियासी लाभ के लिए आधे-अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने से कांग्रेस को फायदा होगा या फिर सियासी नुकसान?

कांग्रेस पार्टी ने भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है। पार्टी की ओर से जारी बयान में आधे-अधूरे मंदिर के उद्घाटन पर सवाल उठाए गए और इसे बीजेपी व आरएसएस का कार्यक्रम बताया। कांग्रेस ने कहा भगवान राम को देश में पूजा जाता है, धर्म निजी मसला है, लेकिन बीजेपी ने  मंदिर को राजनीतिक प्रोजेक्ट बना दिया है।  अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियों के बीच प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को लेकर सियासत गरमाई हुई हैं। पार्टी ने इसे बीजेपी-RSS का कार्यक्रम बताकर इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है। 

राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल ना होने पर कांग्रेस में फूट देखी जा रही है। कांग्रेस नेता मोढवाडिया, अंबरीश डेर और प्रमोद कृष्णम ने 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाने पर शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, श्री राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराना आत्मघाती निर्णय है। गुजरात कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा, पार्टी को ‘राजनीतिक निर्णय’ लेने से बचना चाहिए था।

अब कॉन्ग्रेस के ही वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के इस कदम का विरोध करना शुरू कर दिया है। संभल स्थित कल्किधाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस फैसले का विरोध किया है।

उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है। उन्होंने कहा कि आज उनका दिल टूट गया। वहीं गुजरात विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष, राज्य में कॉन्ग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट एवं पोरबंदर से विधायक अर्जुन मोधवाडिया ने भी इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भगवान श्री राम आराध्य देव हैं, यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है।

अर्जुन मोधवाडिया ने कहा कि कॉन्ग्रेस पार्टी को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था। जहाँ भारत ही नहीं बल्कि 160 देशों में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी चल रही है, ऐसे समय में भारत में यहाँ की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी द्वारा इस तरह का व्यवहार किए जाने से लोग हतप्रभ हैं। अमेरिका में कार रैलियाँ निकल रही है, पेरिस में ‘राम रथ यात्रा’ निकल रही है और इस्लामी मुल्कों में भी आयोजन के लाइव प्रसारण की तैयारी है।

कई कांग्रेस नेताओं ने टिप्पणी करते हुए कांग्रेस आलाकमान के फैसले पर आपत्ति जताई है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम हमारे आराध्य देव हैं इसलिए यह स्वाभाविक है कि भारत भर में अनगिनत लोगों की आस्था इस नवनिर्मित मंदिर से वर्षों से जुड़ी हुई है।

अंबरीश डेरे ने लिखा,”कांग्रेस के कुछ लोगों को उस खास तरह के बयान से दूरी बनाए रखनी चाहिए और जनभावना का दिल से सम्मान करना चाहिए। इस तरह के बयान से मेरे जैसे कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं के लिए निराशा है। जय सियाराम।”

बुधवार को कांग्रेस महासचिव ने एक पत्र जाहिर करते हुए कहा कि भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय है, लेकिन वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजन बना दिया है। जयराम रमेश ने आगे कहा कि एक  ‘अर्द्धनिर्मित मंदिर’ का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है।

कब्र खोद निकाले थे 28 शव, हाई कोर्ट ने कहा – तीस्ता सीतलवाड़ का रिकॉर्ड रहम के लायक नहींकब्र खोद निकाले थे 28 शव,

2006 में गुजरात पुलिस ने झूठे सबूत बनाने, सबूत नष्ट करने, कब्रगाह पर अतिक्रमण करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ FIR दर्ज की थी। सोमवार को जब मामला सुनवाई के लिए आया, तो जस्टिस संदीप भट्ट ने सीतलवाड़ के वकील योगेश रवानी से कहा कि रिकॉर्ड देखने के बाद, मैं इच्छुक नहीं हूं। आपको (अदालत को) संतुष्ट करना होगा।

सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को हाईकोर्ट से झटका
  • सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को हाईकोर्ट से झटका
  • पंडरवाड़ा सामूहिक कब्र खुदाई मामले में सीतलवाड़ को राहत नहीं
  • मामले की सुनवाई 9 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई
  • गुजरात हाई कोर्ट ने पंडरवाड़ा कब्र खुदाई मामले राहत देने से किया मना
  • हाईकोर्ट की टिप्पणी, तीस्ता सीतलवाड़ का रिकॉर्ड रहम के लायक नहीं
  • इसी सवाल जुलाई-अगस्त में भी गुजरात हाई कोर्ट ने रखा था सख्त रुख
  • एक बार जांच में सहयोग नहीं करने पर शीर्ष कोर्ट ने दी थी कड़ी चेतावनी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 02 जनवरी   :

सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को गुजरात हाईकोर्ट से किसी तरह की राहत मिलने की कम ही उम्मीद  है। गुजरात हाईकोर्ट ने सोमवार को संकेत दिया कि तीस्ता सीतलवाड़ के रिकॉर्ड को देखते हुए वह पंडरवाड़ा सामूहिक कब्र खुदाई मामले में कोई राहत देने के मूड में नहीं है। दरअसल गोधरा हिंसा के बाद दिसंबर 2005 में पंचमहल जिले के पंडरवाड़ा के पास एक सामूहिक दफन स्थल से कब्र खोदने और 28 शवों को निकालने के मामले में सीतलवाड़ पर केस दर्ज । 2011 में दर्ज एफआईआर में अपना नाम शामिल होने के बाद सीतलवाड ने 2017 में अदालत में एक याचिका दायर की थी। 2006 में गुजरात पुलिस ने झूठे सबूत बनाने, सबूत नष्ट करने, कब्रगाह पर अतिक्रमण करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ केस दर्ज किया था। सोमवार को जब मामला सुनवाई के लिए आया, तो जस्टिस संदीप भट्ट ने सीतलवाड़ के वकील योगेश रवानी से कहा कि रिकॉर्ड देखने के बाद, मैं इच्छुक नहीं हूं। आपको (अदालत को) संतुष्ट करना होगा।

वकील ने कहा कि यह आधिपत्य का विशेषाधिकार है। हम अदालत को समझाने की कोशिश करेंगे क्योंकि कोई अपराध नहीं बनता है। आखिरकार यह राजनीतिक उत्पीड़न है। इस पर जज ने जवाब दिया कि यह आजकल इस्तेमाल किया जाने वाला एक बहुत व्यापक शब्द है। मामले की सुनवाई 9 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई।

गौरतलब है कि साल 2005 के इस मामले में लूनावाड़ा नगर पालिका ने सीतलवाड़ की एनजीओ ‘सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस’ के पूर्व कोऑर्डिनेटर रईस खान सहित 7 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई जाँच का आदेश दिया था। इस मामले में रईस खान ने तीस्ता से अलग होने के बाद उनका नाम अपने बयान में लिया था और उसी के आधार पर उनका नाम एफआईआर में शामिल किया गया।

दूसरी ओर राज्य सरकार ने दावा किया कि उस स्थान को कब्रिस्तान के रूप में उचित रूप से अधिसूचित करने के बाद ही दफन किया गया था। खान और सीतलवाड़ के अलग होने के बाद सीतलवाड़ का नाम खान के बयान के आधार पर शामिल किया गया था। खान ने बताया था कि शवों को निकालने का काम उनके आदेश पर हुआ था।