क्या वादरा पर वाकई कानूनी शिकंजा कसेगा या फिर……..


‘दामाद श्री’ पुस्तिका में लिखे आरोपों और इस संबंध में गुरुग्राम पुलिस द्वारा दायर की गई एफआईआर में जबरदस्त समानता है.


2014 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने तत्कालीन यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप लगाते हुए ‘दामाद श्री’ नाम की एक पुस्तिका जारी की थी. अब इसे संयोग कहें या कुछ और, ‘दामाद श्री’ पुस्तिका में लिखे आरोपों और इस संबंध में गुरुग्राम पुलिस द्वारा दायर की गई एफआईआर में जबरदस्त समानता है. ये एफआईआर गुरुग्राम के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन में सुरेंद्र शर्मा नाम के एक शख्स ने राबर्ट वाड्रा के खिलाफ दर्ज करायी है.

‘दामाद श्री’ नाम की इस बुकलेट के कवर पर राबर्ट वाड्रा की फोटो छपी हुई है और वो अपने अक्सर पहने जाने वाले परिधान,टाइट फिटिंग शर्ट, टाई डार्क सन ग्लासेज पहने हुए हैं. उनकी तस्वीर के पीछे बैकग्राउंड में सोनिया गांधी और राहुल गांधी दिखाई दे रहे हैं. इस बुकलेट की शुरुआत होती है वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी रजिस्ट्रेशन की कहानी के साथ.

नवंबर 2007 में एक लाख रुपए की इक्विटी के साथ इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद गुड़गांव के सेक्टर 83 स्थित शिखपुर गांव में 3.51 एकड़ जमीन की खरीद की गयी वो भी फर्जी चेक के सहारे. इस जमीन के एवज में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज को 7.5 करोड़ रुपए का एक चेक फरवरी 2008 में कंपनी की तरफ से जारी किया गया जो कि बाद में फर्जी पाया गया था.

इस जमीन की खरीद के बाद इस जमीन का लैंडयूज बदला गया और उसके बाद इस जमीन को देश की बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक डीएलएफ को अगस्त 2008 में 58 करोड़ रुपए में बेच दिया गया.

पुलिस को जो शिकायत सुरेंद्र शर्मा ने की है उसमें भी इसी तथ्य को इंगित किया गया है. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि इस मामले में तथ्य एक जैसे ही हैं ऐसे में शिकायत और उससे संबंधित जो एफआईआर पुलिस ने दर्ज की है उसमें एकसमान चार्ज एकसमान तरीके से लगाए गए होने चाहिए. लेकिन सच्चाई ये है कि एफआईआर किसी निजी व्यक्ति द्वारा दर्ज कराया गई है न कि किसी स्टेट एजेंसी के द्वारा. इसके अलावा एफआईआर करने का समय भी मायने रखता है. इसका असर निश्चित रूप से हरियाणा की राजनीति और अन्य मामलों पर पड़ सकता है.

यहां ये ध्यान देने वाली बात है कि इस मामले की पड़ताल राज्य की एजेंसियां पहले कई सालों से कर रही थी. इस मामले पर कॉन्सोलिडेशन ऑफ लैंड होल्डिंग के डायरेक्टर जनरल अशोक खेमका पहले भी ऐतराज जताने के बाद इस मामले का खुलासा वो पब्लिक में 2012 में ही कर चुके थे. जस्टिस एस.एन ढींगरा कमेटी ने भी इस संबंध में सरकार को अपनी रिपोर्ट पिछले साल के शुरू में ही सौंप दी थी. इसके बावजूद भी अधिकारिक एजेंसियों ने इस मामले में वाड्रा और हुडा के खिलाफ के अपराधिक मामला दर्ज करने के लिए किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाया था.

कांग्रेस की समस्या ये है कि इस मामले में केवल वाड्रा ही आरोपी नहीं हैं बल्कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडा भी इस मामले में अभियुक्त बनाए गए हैं. उसी तरह से ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ का नाम भी आरोपियों की सूची में दर्ज है.

जिन धाराओं के तहत पुलिस ने वाड्रा और हुडा पर मामला दर्ज किया है वो काफी गंभीर हैं. धारा 420 (धोखाधड़ी),120 B (आपराधिक साजिश), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी),471 (जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करना) और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 13 के तहत इन पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

हालांकि अभी तक एफआईआर करने वाले सुरेंद्र शर्मा और बीजेपी के बीच किसी तरह के संबंध की बात साबित नहीं हुई है लेकिन ये मानना सही नहीं होगा कि कोई साधारण व्यक्ति किसी पुलिस स्टेशन में जाकर इस तरह का कोई गंभीर एफआईआर दर्ज कराने की हिम्मत करेगा और वो भी वाड्रा और भूपेंद्र सिंह हुडा जैसे शक्तिशाली और रसूखदार व्यक्तियों और डीएलएफ जैसी बड़ी कंपनी के खिलाफ. सत्ताधारी दल बीजेपी के कुछ नेताओं का मानना है कि सरकार का ये चाहना कि इस मामले में कोई सामान्य नागरिक वाड्रा और हुडा के खिलाफ क्रिमिनल केस फाइल कराए, उसकी गंभीरता को दर्शाता है. अब ये स्पष्ट हो चुका है कि सरकार इस मामले को तार्किक तरीके से आगे ले जाने को प्रतिबद्ध है.

मामले की जांच के दौरान ढींगरा कमेटी की रिपोर्ट का इस्तेमाल सोनिया गांधी के दामाद के खिलाफ केस को मजबूत करने के लिए किया जाएगा.

ये भी संयोग की बात है कि जिस दिन गुरुग्राम में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी, उस दिन राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर गुरुग्राम में ही मौजूद थे. हालांकि मुख्यमंत्री के एक सहयोगी ने इसे स्पष्ट किया कि इससे वहां उनकी मौजूदगी का कोई लेना देना नहीं और वो वहां पर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक ही कार्यक्रमों में शामिल होने गए थे.

सवाल ये उठता है कि वाड्रा के खिलाफ केस दायर करना केवल राज्य के एक ईमानदार व्यक्ति की पहल है या फिर ये सत्ता पक्ष की तरफ से सोच विचार कर लिया गया फैसला है. वैसे दोनों मामलों में बीजेपी के लिए स्थिति अनुकूल ही है.‘दामाद श्री’ पुस्तिका के जारी किए जाने के चार साल बाद अब हरियाणा की बीजेपी सरकार ये दावा कर सकती है कि उसने इस मामले में कानून को अपना काम करने देने की पहल कर दी है.

फ़र्स्टपोस्ट को अपने विश्वसनीय सूत्रों ये पता चला है कि चार सालों तक वाड्रा के खिलाफ मुलायम रुख अपनाने के बाद सरकार को अब इस मामले को तार्किक परिणति तक पहुंचाने के लिए जांच में तेजी लाने की आवश्यकता महसूस हुई है. वाड्रा के मामले में बात करते हुए सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री का कहना था, ‘किसी को बख्शा नहीं जाएगा. कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.’ बीजेपी के एक और वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘वाड्रा के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई आने वाले समय में और की जाएगी. मैं जानता हूं की इस संबंध में कुछ प्रगति हुई है.’

राजस्थान के बीकानेर में भी वाड्रा की संदेहास्पद लैंड डील की जांच ने गति पकड़ी है. बीकानेर में जब वाड्रा की लैंड डील हुई थी तो उस समय देश में यूपीए का शासन था और राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार सत्ता में थी. संदेहास्पद लैंड डील के इस मामले में भी वाड्रा और गहलोत सरकार के बीच सांठगांठ को लेकर मीडिया में रिपोर्टों का प्रकाशन होता रहा है.

लेकिन राजस्थान में अभी तक इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है. पिछले साल अगस्त में राजस्थान पुलिस के द्वारा दायर किए गए 18 मामलों को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया था. इन मामलों में एक मामला वाड्रा से भी संबंधित था. एक अधिकारी का कहना था कि कागजातों की समीक्षा में दस्तावेजों के फर्जीवाड़े के चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा हुआ है. पता चला है कि जमीन के एक टुकड़े से रियल एस्टेट बिजनेस में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए जमीन को कई लोगों के हाथों से गुजारा गया जिनमें से कुछ लोगों का तो अस्तित्व तक नहीं है.

इस साल फरवरी में वाड्रा एसोसिएट्स के परिसर में इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट की ओर से जांच पड़ताल भी की गयी थी. इससे पहले ईडी ने जयप्रकाश भार्गव और अशोक कुमार को प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग के तहत इसी मामले में गिरफ्तार किया था. कुमार, काग्रेंस नेता और वाड्रा के नजदीकी महेश नागर का ड्राइवर है और इसका इस्तेमाल वाड्रा की ओर से राजस्थान में जमीन खरीदने में किया गया था.

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को इंडियन पोस्टल बैंक के उद्धाटन के समय दिए गए बयान का आशय भी इस तरह के मामलों में मिलता जुलता है. पीएम मोदी ने कहा था कि जिस समय अधिकतर लोग फोन बैंकिंग से अनजान थे उस समय भी नामदार (पीएम मोदी कांग्रेस के गांधी परिवार को इससे संबोधित करते रहे हैं) ने एक फोन कॉल के जरिए बैंकों को अपने चहेतों को लोन देने के चलन की शुरुआत की थी.

पीएम ने ये भी कहा कि 2014 के पहले मोटा लोन लेने वाले उन 12 डिफॉल्टरों पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है और उन सबसे पाई पाई की वसूली की जाएगी. प्रधानमंत्री का बयान और उसका समय, सत्ता के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों को लग रहा है कि उन्होंने वाड्रा को लेकर भी इशारा किया है जिसमें कुछ डिफॉल्टर उद्योगपतियों को फोन पर लोन दिलाने के मामले में वाड्रा की भी भूमिका रही है.

The advisory has urged channels that they may refrain from using the term ‘Dalit’ while referring to people belonging to Scheduled Castes.

Union Law and Information Technology Minister Ravi Shankar Prasad


The letter referred to a June directive by the Bombay HC asking the ministry to consider issuing a direction to the media to stop using the word ‘Dalit’.


In compliance with a Bombay High Court directive, the Ministry of Information and Broadcasting has issued an advisory to all private satellite TV channels, urging them to refrain from using the nomenclature, ‘Dalit’, for people belonging to Scheduled Castes.

The advisory has urged channels that they may refrain from using the term ‘Dalit’ while referring to people belonging to Scheduled Castes.

The letter, dated August 7, referred to a June directive by the Bombay High Court asking the ministry to consider issuing a direction to the media to stop using the word ‘Dalit’.

“It is accordingly advised that media may refrain from using the nomenclature ‘Dalit’ while referring to members belonging to Scheduled Castes in compliance with the directions of the Hon’ble Bombay High Court and the Constitutional term ‘Scheduled Caste’ in English, and its appropriate translation in other national languages should alone be used for all official transactions, matters, dealings, certificates, etc. for denoting the persons belonging to Scheduled Castes,” the advisory from the ministry read.

The directive from the Bombay High Court had come over a petition filed by Pankaj Meshram before the Nagpur bench of the court.

On 15 March, similar orders were issued to all state governments by the Union Ministry of Social Justice and Empowerment, stating that only the term ‘Scheduled Caste’ should be used in all official communications, mentioning that the term ‘Dalit’ does not find mention in the Constitution.

After the circular from the social justice ministry, the petitioner had said media too should be asked to stop using the word ‘Dalit’.

Clarissa Bowers, Miss World America 2017, wears a Ponduru Khadi

Clarissa Bowers, Miss World America 2017, wears a Ponduru Khadi gown created by the fashion designing students of the city

Clarissa Bowers, Miss World America 2017, wears a Ponduru Khadi gown created by the fashion designing students of the city

The students of JD Institute of Fashion Technology recently had an interaction with Miss World America 2017, Clarissa Bowers. Clarissa who was in the country for a week said she was impressed by the culture of India and floored by the aesthetic design sense in Indian fashion industry. “The intricate designs and the amount of thought put behind eachcreation draws the world’s attention towards India. We appreciate the amount of effort that goes into planning and working on these designs. The intricacy and detailing speak volumes, ” she said.

She was clad in a green gown of Ponduru Khadi silk designed by students of the institute, Aishwarya and Sujatha Ganguri. Aishwarya said that Ponduru Khadi was a conscious choice as they wanted to promote the fabric in international fashion industry. “ Over the years, the number of weavers in Ponduru has been declining. With this dress we are hoping to capture the attention of designers across the globe and turn them to khadi. The khadi that we used was light-weight and represented the greenery of Visakhapatnam,” Aishwarya said.

The 20-year-old resident of Florida who was crowned Miss World America in August last year said she spent time in Hyderabad too and had a marvellous time exploring the city and its cuisine, especially dosa and biryani!.

Clarissa, a certified oral maxillofacial surgery assistant, is currently studying Neuroscience at Vanderbilt University in Nashville and wants to make a career in the medical field. “Having a military background, I aspire to be a reconstructive surgeon for wounded soldiers. I wanted to visit a few hospitals in India but could not do so because of the tight schedule,” she said.

Speaking about her journey as a model, she said, “I was a shy person and when people always told me to try modelling, I did not pay attention to them.” But somewhere along the way she gave in and began a career in modelling. “And this is where it has led me.”

Drape it right

Ponduru Khadi derives its name from the place Ponduru, a village in Srikakulam. The Khadi is made of special variety of hill cotton and red cotton which are grown in Vizianagaram and Srikakulam district. Mahatma Gandhi was so impressed by the finesse of this fabric that he preferred wearing it. The Khadi clothes from this region are exported to several countries like US, Denmark, Sweden and Japan

Punjab seeks early Central approval for Rajasthan & Sirhind Feeders’ relining projects

 

New Delhi/Chandigarh, September 04, 2018:

Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh on Tuesday met Union Minister of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation Nitin Gadkari seeking early nod for Rs. 1976 crore projects of relining of Rajasthan Feeder and Sirhind Feeder.

Captain Amarinder informed the Union Minister that estimates of  projects for Relining of Rajasthan Feeder Reach RD 179000 – 496000 (Punjab portion) and Sirhind Feeder from RD 119700 to 447927 were sanctioned by Central Water Commission in year 2009 for Rs 952.100 crores and Rs 489.165 crores respectively. He said  that  work on these could not be taken up due to various reasons and now the Punjab Government had completed the groundwork and was ready to float global tenders for the work.

The Chief Minister said that since the projects do not figure in the list of 99 prioritized projects, the approval of the Union Government was requires for inclusion in the prioritized projects. He further said the revised cost of the projects, i.e. Rs. 1305.267 Cr. for Rajasthan Feeder and Rs. 671.478 Cr. for Sirhind Feeder, had  been cleared by MoWR, GR & RD, New Delhi on 06-04-2016. Besides, the Punjab Government has submitted all paperwork, including commitment to fund state share of funds, and is awaiting the Union Ministry’s approval, he added.

Moreover, the Government of Rajasthan has also made commitment to fund its share in the projects, the Chief Minister informed Gadkari.

Seeking urgent approval of the project, the Chief Minister said work will be completed in three years and there is a very small window of 70 days each year as it requires closure of the canals. Captain Amarinder said that in view of the large quantum of work required to be executed in a very short period, the contractor will require a period of at least six months for mobilization and any delay in approvals is likely to delay start of the project beyond March 2019.

The Chief Minister requested personal intervention of Union Minister for expeditious approvals at various levels of these two lifeline projects of Punjab and Rajasthan.

Gadkari promising early processing of approval of these projects, said that he understands the importance of these two irrigation projects for an agrarian state like Punjab.

Rupee skids further down

 

Mumbai, September 04, 2018:

High crude oil prices and negative global cues pulled the Indian rupee to a new record low of 71.43 per US dollar in the late on Tuesday afternoon.
The Indian rupee which opened at 71.24 per US dollar surpassing the previous low of 71.37 per dollar, which it had touched around 9.15 a.m. on Tuesday.
Around 2.45 p.m., the Indian rupee crossed the 71.43 per US dollar mark — the lowest ever mark — against the greenback at the Inter-Bank Foreign Exchange Market.

Sidhu’s silence tells all about his lies over Kartarpur Corridor : SAD

Chandigarh, September 04, 2018 :

The Shiromani Akali Dal today launched a scathing attack on Cabinet Minister Mr. Navjot Singh Sidhu on the issue of opening up of Kartarpur Sahib Corridor by Pakistan Government and said that his action has instead resulted in blocking of the proposal which was being taken up by the SAD leadership led by Sh. Sukhbir Singh Badal.

In a statement issued here today, Mr. Manjinder Singh Sirsa National Spokesman of the SAD, said that the Shiromani Gurudwara  Prabhandhak  Committee (SGPC), the Delhi Sikh Gurudwara Management Committee (DSGMC)  and the SAD were already taking up the issue with the Pakistan High Commission directly  as well as with the Pakistan government  through Indian government since long time.  Taking up this ongoing process forward on December 20th, 2017 the SAD President Mr. Sukhbir Singh Badal had met Pakistan High Commissioner in India Mr. Sohail Mehmood in New Delhi and had taken up the proposal to open by Kartarpur Sahib corridor during the coming 550th birth anniversary of first Sikh Guru Guru Nanak Dev ji. He said that at that time the Pakistan High Commissioner had given positive response to the proposal and the SAD was hopeful that sangat will be able to get chance of darshan of Kartarpur Sahib Gurudwara once the Pak government agrees.

He said that it is very surprising to note that now when the a Spokesman of the Pakistan government has categorically stated that there is no question of opening up of Kartarpur Sahib corridor in isolation of other issue, why Mr. Navjot Singh Sidhu has chosen to be on ‘silent mode’ and not react to it ?. He said that people were expecting that he will remind the Pakistan government of the commitment which he had claimed that Pakistan Army Chief Mr. Qamar Javed Bajwa had discussed with him of opening up of Kartarpur Sahib corridor.  “But his silence is speaking everything”, added Mr. Sirsa.

Mr. Sirsa said also urged the Pakistan government that they should not mix up the stance of the SAD with that of Mr. Navjot Sidhu who is known for his lies  in the country. He said that opening of Kartarpur Sahib corridor for 550th birth anniversary of Guru Nanak Dev ji was very emotional issue for not only the Sikhs in India but for all the Punjabis settled world over. He said that people are expecting a positive response from the Pakistan government  and are very hopeful that it will move forward on the issue which is being taken up with it by the  representative bodies of Sikhs including the SGPC and DSGPC.

He also lashed out at Mr. Sidhu that he has mislead the people on the Kartarpur Sahib corridor issue and said that   it was most unfortunate that with a single motive to divert attention of people from his his ‘hug’ with the Pakistan  army chief, Mr. Sidhu used the name of the first Sikh Guru.

Mr. Sirsa said that though the Pakistan Government has trashed the claim  of Mr. Sidhu on Kartarpur Sahib corridor, the SAD will continue to take up the issue as it still has time to work on it.  He asked Mr. Sidhu to apologize to the Punjabis settled world over for his misleading statement which he gave while sitting on Pakistani soil.

मोहाली में किसानों का प्रदर्शन, चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज कर्मियों का चक्का जाम

चंडीगढ़/मोहाली। पंजाब व हरियाणा सरकार के खिलाफ मंगलवार को मोहाली में किसान तो चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज कर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। मोहाली में जहां किसानों की कर्ज माफी से संबंधित मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया, वहीं चंडीगढ़ में हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ने डिपो में पूरी तरह चक्का जाम कर आंदोलन की शुरुआत की।
मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में किसान एकत्रित हुए और फिर किसानों ने पंजाब राज भवन की ओर कूच किया। दोपहर के समय किसान नेता राज्यपाल से मिलने पहुंचे। किसानों ने कर्ज माफी सहित अन्य मांगों को लेकर उन्हें मांगपत्र सौंपा।

दूसरी ओर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन ने 5 सितंबर से प्रस्तावित हड़ताल के चलते मंगलवार को दिन में ही डिपो में चक्का जाम कर दिया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य बलवान सिंह दोदवा ने कहा कि ये सरकार की वादाखिलाफी, तानाशाही रवैये और परिवन के निजीकरण के विरोध में किया गया है।

हरियाणा रोडवेज यूनियन के प्रधान प्रदीप बूरा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बताया कि हरियाणा सरकार 700  नई बसें प्रति किलोमीटर के हिसाब से शामिल करने जा रही है उन्होंने आगेे कहा कि प्राइवेट बसों के आने से सवारियों व हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि 13 जून और 27 दिसम्बर 2017 को सरकार के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था कि प्राइवेट बसों को शामिल नहीं किया जाएगा।

मगर सरकार ने वादा खिलाफी करते हुए सरकार ने प्राइवेट बसों को शामिल करने का निर्णय लिया है। जिसका वह तथा उनकी यूनियन पुरजोर विरोध करती है। इसके साथ ही उन्होंने खट्टर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट बंद कर दिए जिसके बाद पुलिस ने आके गेट खुलवाए। उसके बाद प्रदर्शनकारी गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।

मिग-27 लड़ाकू विमान क्रैश हो गया – पायलट सुरक्षित

 

जोधपुर के बनाड़ थाना इलाके में तकनीकी खराबी के चलते भारतीय वायुसेना का मिग-27 लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है | यह हादसा देवरिया गांव के पास हुआ है | इसमें पायलट सुरक्षित है | इस हादसे के बाद प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची | एयरफोर्स के अधिकारी और पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंच गए हैं | विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है | वायुसेना ने बताया कि मंगलवार सुबह जोधपुर से एक मिग 27 विमान ने नियमित उड़ान भरी और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया है | पायलट सुरक्षित रूप से बाहर निकाल गया है और इस मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं |

वायुसेना के प्रवक्‍ता ने बताया है कि मिग-27 ने एयरबेस से सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर उड़ान भरी थी और 9 बजकर दो मिनट पर मिग-27 क्रैश हो गया | इससे पहले छह जुलाई को भारतीय वायुसेना का ट्रेनर फाइटर जेट मिग 23 जोधपुर में क्रैश हुआ था | इस हादसे में फाइटर पर सवार दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए थे | गोपासर के निकट एक खेत में नीचे गिरते ही इसमें आग लग गई थी | जेट मिग-23 ने करीब 12 बजे जोधपुर से उड़ान भरी थी और बालेसर क्षेत्र के गोपासर गांव के निकट इसके इंजन ने काम करना बंद कर दिया था | विमान के खेत में गिरते ही इसमें आग लग गई |

जुलाई में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के एक गांव में एक मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हुअर था | इस घटना में भारतीय वायुसेना के एक पायलट की जान चली गई थी | वायुसेना ने बताया था कि विमान नियमित उड़ान पर था | वह दोपहर 1 बज कर करीब 20 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था |

कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को जान से मारने की धमकी


अभी शिवराज सिंह पर हमला हुए कुछ घंटे ही बीते हैं कि भाजपा की बीजेपी विधायक उमा देवी खटीक के बेटे ने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गोली मारने की धमकी दी है


नई दिल्ली।

साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीख का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन राजनीति अपने चरम पर है। चुनावी दौर शुरू होने से पहले कांग्रेस हो या भाजपा, दोनों ही तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘जन आर्शीर्वाद यात्रा’ पर पथराव हुआ जिसमें कथित तौर पर नौ कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी हुई है।

वहीं अब राज्य की बीजेपी विधायक उमा देवी खटीक के बेटे ने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गोली मारने की धमकी दी है।

हटा विधानसभा से भाजपा विधायक उमा देवी के बेटे प्रिंसदीप लालचंद्र खटीक ने फेसबुक के जरिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को धमकी देते हए एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘सुन ज्योतिरादित्य तेरी रगों में जीवाजी राव का खून है, जिसने बुंदेलखंड की बेटी झांसी की रानी का खून किया था, अगर उपकाशी हटा में प्रवेश कर इस धरती को अपवित्र करने की कोशिश की तो गोली मार दूंगा, लुहारी में ही, या तो मेरी मौत होगी या तेरी।’

विधायक उमा देवी ने इस पोस्ट को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा है कि सिंधिया जी सांसद है उन पर इस तरह की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। वहीं कांग्रेस ने इस भाजपा की बौखलाहट करार देते हुए ज्योतिरादित्य सिधिंया की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की हैं। आपको बता दें कि सिंधिया पांच सितंबर को अपने प्रचार अभियान के तहत हटा जिले में एक जनसभा को संबोधित करने वालें हैं।

Girl arrested for shouting slogans against Govt. CPI, CPI – M and PMK immediately came to rescue

Thoothukudi (Tamil Nadu), Sep 3, 2018 – A young woman who shouted slogans against the “fascist” Modi government in an aircraft in the presence of Tamil Nadu BJP President Tamilisai Soundararajan was on Monday arrested when the plane landed here.

Sophia (25), who is said to be pursuing research in Canada, was returning home and was seated behind Soundararajan’s third row seat. Suddenly she got up and shouted slogans against the BJP and the “fascist” government at the Centre, creating a flutter in the aircraft.

On landing here, the BJP leader got into a verbal duel with the student and lodged a complaint with the police who arrested her.

Soundararajan later told the media that the girl student rose in a “menacing” manner against her and felt there was a threat to her life in the manner in which she protested.

“She is not an ordinary person,” the BJP leader said, adding she suspected her “background” and that there must be some “organisation” behind her protest which should be probed.

Leaders of various political parties including the CPI-M, CPI and PMK criticized the police “high handedness” and demanded the woman’s immediate release.

They also said Soundararajan should have handled the issue in a mature manner without resorting to gimmicks. The incident only showed that young people in the country were angry with the Central government, they said.