Protocol Revision: Prez loses ‘majesty’ status, no ‘honourable’ tag for ministers

Chandigarh: September 24, 2018: Department of General Administration, Punjab, has directed all government officers to stop using salutation for the President as “His/Her excellency ” and the ministers as “Honourable”.

From now on, the officers will use “Mahodya” and “Ji” during communications.

The directions have been issued on basis of a letter issued by Joint Secretary, Government of India, Daniel E Richards in which he drew attention to the office memorandum issued by the Home Ministry on January 31, 2013, which cited that official language be put into use instead of the usual salutations.

In the communique sent to officers in Punjab, it has been directed that the in the official communications, Governor should be addressed as “Rajyapal ji” and during public appearances, he/she should be addressed as “Rajyapal Mahodya”.

Similarly, Chief Minister should simply be addressed as “chief minister ji” in the official communications and be addressed as “chief minister Punjab” during public appearances. The President would be simply called “Rashtrapati ji” in official terms and “Rashtrapati Mahodya” during public appearances, functions, gatherings, etc.

As per the official language, the ministers shall be addressed on basis of departments under their jurisdiction. For example, minister of the health department be titled as “health minister”. During any public gatherings, “Ji” would be added to the title, for example, “health minister ji”.

Due to bad weather flights to various stations were departed delayed

 

Due to bad weather at chandigarh on dtd 24 th sept 2018, following flights were departed delayed form Chandigarh Airport:-

1. G8 382 departed delayed by 5 hrs

2. G8 913 departed delayed by 01 Hrs

3. UK 831 departed delayed by 42 mins

4. 9i 831/832 Departed delayed by 36Min.

5. AI621/813 departed delayed 3 hrs 26 min

6. AI463 / 464 Departed delayed 2 hrs 05 min.

7. IX188 / 187 departed delayed by 3 hrs 6 min.

8. AI814 / 622 departed delayed by 2 hrs 41 min.

9. 9I 807/808 cancelled for today

10 I5 1826/1825 departed delayed by 3 hrs

11. 6e 842 cancelled for today.

12. 6e 376 Departed delayed 05 hrs.

13 6e 491 Departed delayed by 04 hrs

14. SG 2831/2834 cancelled for today

15. 9w 641/648 departed delayed by 30 min

16. 9w 665/197 departed delayed by 30 min

17. 9w 735/3523 departed delayed by 1 hrs 30 min

18. 9w 652 departed delayed by 40 min

19. 9w 646 departed delayed by 10 min

20. 9w 652 departed delayed by 40 min

21. 9w 646 departed delayed by 10 min

23. 9w 642 departed delayed by 35 min

24. 9w 430 departed delayed by 4 hrs

25. 9w 158 departed delayed by 1hrs 15 min

26. 9w 439 departed delayed by 30 min

27. 9w 626 departed delayed by 3 hrs

28. 9w 664 departed delayed by 35 min

28 से 30 सितंबर देश भर में पराक्र्म पर्व का आयोजन होगा

28 सितंबर से 30 सितंबर को देश भर में पराक्र्म दिवस मनाया जाएगा। यह पर्व भारत की सेना द्वारा पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की याद में मनाया जा रहा है। इसी दौरान सेना द्वारा फिल्मायी गयी सर्जिकल स्ट्राइक का वृत्तचित्र भी दिखाया जाएगा।

प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री इंडिया गेट में सेना और राष्ट्र के साथ इसमें उपस्थित रहेंगे।

जिला उपायुक्त ने जिले में बाढ़ की स्थिति में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर समीक्षा की

पंचकूला, 24 सितंबर:
जिला प्रशासन द्वारा बाढ की स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं और इस दिशा में जिला व खण्ड स्तर पर बाढ नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं।
यह जानकारी पंचकूला के उपायुक्त मुकुल कुमार ने जिला सचिवालय के सभागार में बाढ नियंत्रण के संबंध में किए गए प्रबंधों के संबंध में आयोजित बैठक में समीक्षा करते हुए दी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता तैयारियां की गई हैं और इस संबंध में अधिकारियों की डियूटीयां भी लगाई गई हैं ताकि समय रहते किसी भी अप्रिय घटना को घटने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि नदियों में बाढ आने की स्थिति में शीघ्र संबंधित अधिकारी व प्रशासन को सूचना देने और इस संबंध में आम लोगों को भी सावधान बरतने की दिशा में सूचित करेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि जिला स्तर पर जिला सचिवालय (डी) के तहसील भवन में बाढ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नंबर 0172-2562135 और 0172-2568311 है। उपमण्डल स्तर पर (सी) उपमण्डल अधिकारी (ना0) पंचकूला के बाढ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0172-2561685 है। इसी प्रकार उपमण्डल अधिकारी (ना0) कालका के कार्यालय में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का नंबर 01733-220500 है। पंचकूला में तहसील स्तर पर स्थापित किए गए बाढ नियंत्रण कक्ष (बी) का दूरभाष नंबर 0172-2562135। तहसीलदार कालका कार्यालय में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 01733-220501 है। बीडीपीओ पिंजौर के कार्यालय में खण्ड स्तर पर स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष (ए) का दूरभाष नंबर 01733-220046 है। इसी प्रकार खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी मोरनी कार्यालय में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 01733-250103, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी बरवाला में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का नंबर 01733-256413 तथा खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी रायपुररानी कार्यालय में स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का नंबर 01734-256628 है। नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्र पंचकूला, कालका व पिंजौर के लिए स्थापित बाढ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0172-2583794 है।
उपायुक्त ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा कि सुरक्षा की दृष्टिग से घग्गर नदी व जिला में बहने वाले अन्य नदी नालों में न जाएं और अपने बच्चों को भी न जाने दें। उन्होंने कहा कि नदी में बाढ के दौरान लोग लकड़ी व अन्य सामग्री पकडऩे के लिए नदियों में चले जाते हैं और पानी का बहाव अधिक होने से बहने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि वे अपने पशुओं को भी नदियों में न जाने दें। कई पहाड़ों में अचानक हुई बरसात के कारण वर्षा का पानी इतने तेज बहाव से आता है कि वह अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को बहा कर ले जाता है। इस लिए नदियों से दूरी बना कर रखने में ही भलाई है।
इस मौके पर बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा, एसडीएम पंचकूला पंकज सेतिया, जिला राजस्व अधिकारी धीरज चहल, एसीपी, जिला नगर योजनाकार एस.के. सेहरावत, डीएफओ पवन शर्मा, तहसीलदार वरिंदर गर्ग, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता हरपाल सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे

राहुल और ओलांद के मध्य कुछ तो ज़रूर है : जेटली


  • वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयानों को देखकर लगता है कि दोनों के बीच जरूर कोई न कोई संबंध है।  

  • दोनों ही सत्ता से बहार और रफेल डील के पुराने सहयोगी हैं


जेटली ने रविवार को सोशल मीडिया पर ओलांद के इस बयान के संदर्भ में यह टिप्पणी की है जिसमें फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा था कि उनकी सरकार ने प्रसिद्ध उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को राफेल सौदे का सहयोगी बनाने के लिए प्रस्ताव नहीं सुझाया था बल्कि भारत सरकार ने सुझाया था।

वित्त मंत्री ने कहा कि गांधी ने 30 अगस्त को कहा था कि यह वैश्विक भ्रष्टाचार है और ये विमान सिर्फ दूर तक ही नहीं उड़ेंगे बल्कि आने वाले दिनों में ये बंकर ध्वस्त करने वाले बम भी बरसाएंगे। गांधी का यह बयान राफेल के बारे में ओलांद के प्रारंभिक बयानों से मेल खाता है।

वित्त मंत्री ने फेसबुक पर जारी अपने पोस्ट में कहा है कि 31 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के टि्वटर हैंडल पर कहा गया कि इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि उद्योगपति अनिल अंबानी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति को उनकी अभिनेत्री सहयोगी के जरिए दसाल्ट से काम लेने के बदले रिश्वत दी है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बयान में खुद अंतर्विरोध है। एक तरफ तो वह कहती है कि ओलांद को भारत की एक कंपनी ने राफेल ठेका पाने के लिए रिश्वत दी और अब उनको इस सौदे में गवाह के रूप में इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने कहा कि ओलांद अपनी सहयोगी तथा फिल्म निर्माता जूली गात से कथित संबंधों के कारण खुद चर्चा में हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि जूली की फिल्म में सहयोग के जरिए अम्बानी की कंपनी ने ओलांद को रिश्वत दी थी।

‘बेल पर बाहर राहुल गांधी और उनका परिवार भारत में भ्रष्टाचार का प्राथमिक स्रोत है. आज ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल डील में आरोप लगा रहे हैं, जिन्होंने भारत को आजाद भारत के बाद सबसे सच्चा प्रशासन दिया है.’ पीयूष गोयल


कांग्रेस अध्यक्ष को लगता है कि अपनी बेदाग और ईमानदार छवि को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है और एक बार अगर यह छवि धूमिल हो गई तो उनके लिए आगे के चुनावों में राह आसान हो जाएगी. यही वजह है कि इस बेदाग और ईमानदार छवि पर बार-बार प्रहार करने की कोशिश हो रही है.


वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल सौदे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है, ‘राहुल गांधी को कोई भी बात एक बार में समझ में नहीं आती है. उनकी समझने की क्षमता कम है.’ राहुल गांधी पर तंज कसते हुए अरुण जेटली ने उनकी भाषा पर भी सवाल उठाए हैं.

जेटली ने कहा, ‘यह एक घोटाला कैसे हो सकता है यदि एक दर्जन भारतीय कंपनियां कहती हैं कि 56,000 करोड़ रुपए के अनुबंध के लिए ऑफसेट 28,000 करोड़ रुपए होने जा रहे हैं. मैं उन 20 में से एक बनना चाहता हूं जो ऑफसेट आपूर्ति करने जा रहे हैं? हर किसी को 2000 से 4000 करोड़ रुपए मिलेंगे. यह कैसे अप्रासंगिक है.’

जेटली ने राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए साफ कर दिया है, ‘राहुल कितने भी आरोप लगा लें राफेल सौदा रद्द नहीं होगा.’

राहुल गांधी की तरफ से राफेल सौदे में गड़बड़ी का आरोप सीधे प्रधानमंत्री पर लगाया जा रहा है

राफेल सौदे में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले 30 अगस्त को एक ट्वीट किया था जिसमें फ्रांस से बहुत सारे बम फूटने की बात कही गई थी. अरुण जेटली ने राहुल गांधी के उस ट्वीट और उसके बीस दिन बाद फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान के बीच की कड़ी को जोड़ने की कोशिश की है.

राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान पर उन्होंने कहा, ‘मुझे बिल्कुल हैरानी नहीं होगी अगर यह सब पहले से ही सुनियोजित निकलेगा. 30 अगस्त को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘पेरिस में कुछ धमाके होने वाले हैं’ और उसके बाद वही हुआ जैसा कि उन्होंने कहा था.’

गौरतलब है कि फ्रांस की सरकार ने अपने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के उलट एक बयान जारी कर डील में किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया था. फ्रांस सरकार के रुख के बाद अब सरकार इस मुद्दे पर ओलांद के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस के हमले की धार कुंद करने की कोशिश कर रही है.

पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार में राफेल विमानों की डील को यूपीए सरकार के वक्त हुए सौदे से काफी महंगा सौदा बताते हुए घोटाले का आरोप लगाया है. जिसके जवाब में बीजेपी भी अब काफी आक्रामक होकर जवाब दे रही है. बीजेपी ने इसके लिए सरकार के मंत्रियों को मैदान में उतार दिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली से लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल तक सबने राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

राहुल गांधी की तरफ से राफेल सौदे में गड़बड़ी का आरोप सीधे प्रधानमंत्री पर लगाया जा रहा है. कांग्रेस की यह रणनीति मोदी सरकार के कार्यकाल में किसी तरह के घोटाले नहीं होने और किसी तरह का दाग नहीं होने के दावे को खोखला साबित करने की है. कांग्रेस अध्यक्ष को लगता है कि अपनी बेदाग और ईमानदार छवि को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है और एक बार अगर यह छवि धूमिल हो गई तो उनके लिए आगे के चुनावों में राह आसान हो जाएगी. यही वजह है कि इस बेदाग और ईमानदार छवि पर बार-बार प्रहार करने की कोशिश हो रही है.

रणदीप सुरजेवाला के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 

बीजेपी भी पार्टी और सरकार के अपने सबसे बड़े चेहरे पर इस तरह के हमले को लेकर तिलमिलाई हुई है. बीजेपी राहुल गांधी के हमले को सफेद झूठ बता रही है. यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस के झूठ बार-बार बोलने का जिक्र किया था. अब पार्टी नेता और सरकार के मंत्री राहुल गांधी पर उसी भाषा में जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.

राहुल गांधी के ‘देश का चौकीदार चोर है’ के बयान पर अरुण जेटली ने पलटवार किया है. जेटली ने कहा है, ‘पब्लिक डिसकोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं है, कभी आप किसी को गले लगा लो, आंख मारो, फिर गलत बयान 10 बार देते रहो. लोकतंत्र में प्रहार होते हैं लेकिन शब्दावली ऐसी हो जिसमें बुद्धि दिखाई दे.’

बीजेपी की तरफ से अपने मंत्रियों की पूरी टीम को मोर्चे पर लगा दिया

राहुल के इस बयान पर रक्षा मंत्री ने भी हमला बोला है. निर्मला सीतारमण ने तो गांधी-नेहरु परिवार को ही कठघरे में खड़ा करते हुए ट्वीट किया है. निर्मला सीतारमण ने कहा  है, ‘कांग्रेस और राहुल गांधी ने कई बार प्रधानमंत्री के खिलाफ झूठ और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. यह उनके सत्ता से दूर रहने की निराशा को प्रकट कर रहे हैं. हमारी सरकार में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ. इसमें कोई हैरानी नहीं है कि #RahulkaPuraKhandanChor है.’

Nirmala Sitharaman

@nsitharaman

The @INCIndia & Shri. @RahulGandhi repeat untruth several times and use brazen & abusive language about @PMOIndia @narendramodi. They betray their sense of desperation in being out-of-power. In our govt there is no corruption. No wonder today the buzz is

Hardeep Singh Puri

@HardeepSPuri

From the Jeep Scam of 1948 when Nehru was the PM, to Indira Gandhi’s infamous election scandal of 1971 among others. From Rajiv Gandhi’s Bofors deal to a barrage of scams, frauds & scams of UPA. The family has kept itself busy with self-development. #RahulKaPuraKhandanChor

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रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी राहुल के प्रधानमंत्री पद दिए बयान पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया है. गोयल के मुताबिक, ‘बेल पर बाहर राहुल गांधी और उनका परिवार भारत में भ्रष्टाचार का प्राथमिक स्रोत है. आज ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल डील में आरोप लगा रहे हैं, जिन्होंने भारत को आजाद भारत के बाद सबसे सच्चा प्रशासन दिया है.’ पीयूष गोयल के अलावा सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और दूसरे कई नेताओं ने भी राहुल गांधी के बयान पर जवाब दिया है.


Piyush Goyal

@PiyushGoyal

Out on bail Rahul Gandhi & his family have long been the primary source of corruption in the country. They are today blaming Hon’ble PM Narendra Modi in the Rafael deal, who has given India its most honest administration since Independence.

लेकिन, इस पूरी लड़ाई और वाद-विवाद से एक बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अब कांग्रेस और बीजेपी दोनों में यह लड़ाई परसेप्शन की हो गई है. यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगाकर बीजेपी ने मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ माहौल तैयार किया था. पार्टी को इस मसले पर काफी हद तक सफलता भी मिली थी.

अब कांग्रेस की तरफ से भी कुछ इसी तरह की कहानी दोहराने की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का लगातार प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलना कांग्रेस की उसी रणनीति को दिखाता है. कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा उसके प्रवक्ताओं की पूरी टीम इस मसले पर हमलावर है. जिसके जवाब में अब बीजेपी की तरफ से अपने मंत्रियों की पूरी टीम को मोर्चे पर लगा दिया गया है.

लेकिन, कांग्रेस को यह समझना होगा कि तथ्यों के बगैर महज आरोप लगाने भर से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि अभी भी परसेप्शन के मामले में मोदी की छवि काफी बेहतर है.

पंजाब में आआपा  कि शर्मनाक हार

अरविन्द केजरीवाल का फाइल फोटो


मोहाली में अकालि दल के लोगों ने बारिश के बीच खरड़ हाईवे जाम कर दिया था, नेताओं का आरोप था कि पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान कांग्रेस की ओर से मतों की गिनती में गड़बड़ी हुई है


पंजाब में आम आदमी पार्टी को नगर निगम चुनावों की तरह जिला परिषद व ब्लॉक समिति के चुनावों में भी हार का सामना करना पड़ा है. ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने ही जीत हासिल की है. वहीं मजीठा विधानसभा इलाके को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में अकाली दल को करारी हार मिली है. आम आदमी पार्टी का तो लगभग सफाया ही हो गया है. यहां तक कि सांसद भगवंत मान के संगरूर इलाके में भी आआपा  की शर्मनाक हार हुई है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शिरोमनी अकाली दल व आप के लिए यह स्थिति चिंतित करने वाली हो सकती है.

 

जिन जिला परिषदों पर कांग्रेस ने 100 फीसदी सीटों पर कब्जा किया है उनमें जिला लुधियाना, गुरदासपुर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, बठिंडा और मानसा शामिल हैं. यहां से अकाली दल व आप का पूरी तरह सफाया हो चुका है. नतीजों के बाद कुछ जगहों पर अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की थी. मोहाली में अकालियों ने बारिश के बीच खरड़ हाईवे जाम कर दिया था. नेताओं का आरोप था कि पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान कांग्रेस की ओर से मतों की गिनती में गड़बड़ी की गई है. शिरोमनी अकाली दल के राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ने ढींडसा की ओर से गोद लिए गांव गुलाड़ी (संगरूर) में जीत दर्ज की है.

ढींडसा ने कहा कि लोगों ने बता दिया है कि वह विकास को तरजीह देंगे. आआपा की करारी हार का आलम ऐसा रहा कि सांसद भगवंत मान के इलाके में भी लगभग सभी उम्मीदवार हार गए. जिला परिषद के चुनाव में आआपा पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई. ब्लॉक समिति की 193 सीटों में से पार्टी ने सिर्फ 50 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी खड़े किए थे लेकिन वहां भी हार गई. रूपनगर में आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ की बहन सुरिंदर कौर को भी हार का सामना करना पड़ा है. वह ब्लॉक समिति चुनाव में तख्तगढ़ जोन से खड़ी हुई थीं और तीसरे स्थान पर रही थीं.

जिस भी नेता के साथ भाजपा जुल्म और ज्यादती करेगी हम उसे कांग्रेस में शामिल कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे: प्रतापसिंह खाचरियावास

बाड़मेर के विधायक मानवेंद्र सिंह के बीजेपी छोड़ने के ऐलान के बावजूद पार्टी को उनके इस्तीफे का इंतजार है. वहीं कांग्रेस मानवेंद्र को गले लगाने को बेताब दिखाई दे रही है. जानकारों का मानना है कि मानवेंद्र के भाजपा छोड़ने के बाद अब मारवाड़ की राजनीति में नए जातीय और सामाजिक समीकरण बनकर उभरेंगे. इन समीकरणों में उनकी भूमिका अहम होगी.

मानवेन्द्र सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद सीएम वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान झुंझूनूं में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी स्वाभिमान रैली से अनजान बनते दिखाई दिए. मानवेंद्र सिंह के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर सैनी का कहना है कि उन्हें अभी तक सिंह का इस्तीफा नहीं मिला है. उनके पार्टी छोड़ने की उन्‍हें कोई खबर नहीं है.

स्वाभिमान रैली में गूंजे थे कांग्रेस जिंदाबाद के नारे:

इधर मानवेंद्र की स्वाभिमान रैली के बाद कांग्रेस उत्साहित दिखाई दे रही है. सिंह की स्वाभिमान रैली में कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे खूब गूंजे थे. लिहाजा कांग्रेस के नेता पलक पावड़े बिछाकर उनका पार्टी में स्वागत करने को बेताब नजर आ रहे हैं. कांग्रेस नेता प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा मानवेंद्र सिंह जैसे नेताओं के लिए कांग्रेस में दरवाजे खुले हैं. जिस भी नेता के साथ भाजपा जुल्म और ज्यादती करेगी हम उसे पार्टी में शामिल कर खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे.

वहीं जानकार मानते हैं कि मानवेंद्र इस चुनाव में मारवाड़ की राजनीति में अहम किरदार साबित होंगे.

सिंह जल्द शुरू करेंगे अपना नया सियासी सफर:

मानवेन्द्र अपनी धन्यवाद यात्रा के बाद जल्द नए सियासी सफर का आगाज करेंगे. मानवेन्द्र का रास्ता कांटों भरा जरूर है, लेकिन उनके पास गिनाने के लिए भाजपा की नाइंसाफी है और हासिल करने के लिए जनता की सहानूभूति. नतीजे चाहे जो हों, मगर मारवाड़ की राजनीति में उनकी भूमिका खासी महत्वपूर्ण होने वाली है. उल्लेखनीय है कि मानवेन्द्र सिंह ने शनिवार को बाड़मेर के पचपदरा में स्वाभिमान रैली में बीजेपी छोड़ने की घोषणा कर दी थी.

वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है : जनरल बिपिन रावत


विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी.


विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. जहां वह अपने वैश्विक समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें करेंगी. हालांकि इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी. वहीं इस मामले को लेकर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इसका समर्थन किया है.

पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने के सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए बिपिन रावत ने कहा कि वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है. रावत ने कहा कि पाकिस्तान के जरिए संघर्षविराम के बावजूद सीमापार से घुसपैठ जारी है. उन्होंने कहा कि यह जारी रहने नहीं दी जा सकती और आतंकवादियों को घाटी में शांति बाधित करने से रोकने के लिए उचित कदम उठाना होगा.

बैठक रद्द

दरअसल, पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच बैठक होनी थी. भारत के जरिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव को स्वीकार किया जा चुका था. लेकिन जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और इस्लामाबाद के आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करते हुए डाक टिकट जारी करने का हवाला देते हुए भारत ने इस बैठक को रद्द कर दिया था. जिसके कारण अब सुषमा स्वराज पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगी.

इस दौरान सुषमा 29 सितंबर की सुबह महासभा को संबोधित करेंगी. इसके अलावा वह पूरे सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर कई बैठकों और चर्चाओं में भाग लेंगी. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के नेता वैश्विक निकाय को संबोधित करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप महासभा को 25 सितंबर को संबोधित करेंगे. ट्रंप का महासभा का यह दूसरा संबोधन होगा. इसके अलावा पाकिस्तान के महमूद कुरैशी 29 सितंबर की दोपहर संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बारे में हम सिर्फ यही कहेंगे सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं


कांग्रेस पार्टी ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहे गए अपशब्दों की आलोचना की है और उन्हें सेना-आईएसआई का मुखौटा बताया है


पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत सरकार के बारे में दिए बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि इमरान वहां की सेना और आईएसआई के मुखौटा हैं और उन्हें भारत की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ‘अपशब्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बारे में हम सिर्फ यही कहेंगे सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं. जो आतंकवाद का जन्मदाता हैं उस पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द बोले. यह हमें कभी स्वीकार नहीं हो सकता.

उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां हमेशा शांति और भाईचारा पनपा है. जबकि पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. वहां की सरकार और इमरान खान सेना एवं आईएसआई का मुखौटा है. इमरान कश्मीर की राग अलाप रहे हैं. हम उनकी बात को खारिज करते हैं.

दरअसल, प्रधानमंत्री खान ने एक ट्वीट में कहा, ‘शांति वार्ता फिर से शुरू किए जाने के लिए मेरे आह्वान पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक रूख से निराश हूं.’

भारत द्वारा विदेश मंत्री स्तर की बैठक रद्द किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘हालांकि मैंने अपने पूरे जीवन देखा है कि छोटे लोग बड़े पदों पर आसीन रहे हैं और उनके पास बड़ी तस्वीर देने का दृष्टिकोण नहीं हैं.