Exit Poll Result 2018: राजस्थान से भाजपा साफ

साभार Times Now


Exit Poll Result 2018: एग्जिट पोल पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो इस बार राजस्थान में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने की ओर इशारा किया गया है


राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म हो चुके हैं. 7 दिसंबर को 200 विधानसभा सीटों वाले राजस्थान में 199 सीटों के लिए वोट डाले गए. जिसके बाद एग्जिट पोल भी सामने आ चुके हैं. हालांकि एग्जिट पोल वसुंधरा राजे सरकार की वापसी का संकेत नहीं कर रहे हैं बल्कि एग्जिट पोल में इस बार राजस्थान में कांग्रेस अपनी सरकार बनाते हुए दिखाई दे रही है.

एग्जिट पोल पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो इस बार कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने की ओर इशारा किया गया है. इंडिया टुडे के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी को 57 से 72 सीटें मिल सकती है तो वहीं कांग्रेस को 119 से 141 सीटें मिल सकती है. वहीं न्यूजएक्स के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी 80 सीटों पर ही सिमट सकती है तो दूसरी तरफ कांग्रेस 112 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आ सकती है.

इसके अलावा टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में राजस्थान में बीजेपी को 85 सीटें जीतते हुए ही दिखाया गया है तो वहीं कांग्रेस के 105 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है. ऐसे में तीनों एग्जिट पोल में ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने की बात कही गई है और दूसरी तरफ राज्य में बीजेपी का सूपड़ा साफ होता दिखाई दे रही है.

ऐसे में अगर एग्जिट पोल का अनुमान सही साबित होता है तो पांच साल बाद एक बार फिर राज्य में कांग्रेस की वापसी हो सकती है. वहीं बीजेपी के हाथ से सत्ता फिसल सकती है. राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम 11 नवंबर को सामने आएंगे.

एक्ज़िट पोल मध्यप्रदेश 2018

भोपाल।

मध्यप्रदेश के चुनावी एग्जिट पोल में अलग-अलग अनुमान सामने आए हैं। आज तक के सर्वे में कांग्रेस और भाजपा की कड़ी टक्कर बताई गई है। वहीं सीएसडीएस-लोकनीति के सर्वे में कांग्रेस को बढ़त होना बताया गया है।

आज तक के सर्वे में मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर का अनुमान बताया है। एमपी में कांग्रेस 104-122 सीटें, बीजेपी को 102 से 120 सीटें और अन्य को 4-11 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया है। मध्य प्रदेश में भाजपा को 40 फीसदी वोट, कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान बताया है।

एबीपी, लोकनीति और सीएसडीस के एग्जिट पोल में मध्यप्रदेश के चम्बल संभाग में 34 सीटों में से भाजपा को 10 सीटें, कांग्रेस को 21 सीटें और अन्य को तीन सीटें मिलेगी। विंध्य की 56 सीटों पर भाजपा को 20 सीटें, कांग्रेस को 33 सीटें और अन्य को 3 सीटें मिलेगी। महाकौशल की 49 सीटों पर भाजपा को 21 सीटें, कांग्रेस को 26 सीटें और अन्य को 2 सीटें मिलेगी। एमपी में 230 कुल सीटों में से भाजपा को 94 सीटें, कांग्रेस को 126 सीटें और अन्य को दस सीटें मिलने का अनुमान जताया है। इस सर्वे के अनुसार भाजपा को 40 प्रतिशत वोट, कांग्रेस को 43 प्रतिशत वोट और अन्य को 17 प्रतिशत वोट देने का अनुमान जताया है।

AIBOC demonstrate for wage revision

On the call of All India Bank Officers Confederation , a body having more than 3.20 lac members across the country, held a massive demonstration , today , in front of Punjab National Bank , Bank Square Sector-17 , Chandigarh, where more than 600 bank officers participated and they demand their long pending Wage Revision as per Charter of Demand for all officer up to Scale VII , updation /revision of pension and family pension, introduction of five day week with immediate effect , stop mis- selling of third party products , focus on core business and NPA recovery , stop merger of Public Sector Banks.

Speaking on the occasion Com Deepak Sharma , Joint General Secretary of AIBOC , strongly criticize the government and IBA for delay in their wage revision , which is due since November 2017 and demand immediate wage hike as per the charter of Demand for all the officers  up  to scale VII . He also demand immediate implementation of five day week . Speaking on the occasion Com T S Saggu , State Secretary , AIBOC   strongly  criticize the government move of merger /amalgamation of Public Sector Banks and said that on the one side government is issuing licenses to the new small banks and on the other side they are merging the PSBs in the name of weak banks. He stated the all most all the PSBs  are in operating profit and in net loss due to provisioning. Government is not serious about recovery from big corporate defaulters and are not making stringent laws for the recovery from them. Others who were present on the demonstration are

Com. Ashok Goyal , Com Vipin Beri ,Com Harvinder Singh , Com D N Sharma , Com. H S Loona, Com. Neeru Saldi , Com. Balwinder Singh   were also present on the venue.

“e-Courts Project – Exploring New Horizons” is to be organized on December 8-9, 2018, at CJA

 

Chandigarh, 7th December, 2018: 

After successfully conducting of Ist National Conference of the Computer Committees of High Courts under the aegis of the e-Committee of the Hon’ble Supreme Court on January 20-21, 2018 at Allahabad, 2nd National Conference on “e-Courts Project – Exploring New Horizons” is to be organized on December 8-9, 2018, at Chandigarh Judicial Academy. Justice A.M. Khanwilkar, Justice Hemant Gupta of Hon’ble Supreme Court; Chief Justice of Himachal High Court Justice Surya Kant; Hon’ble Judges of Computer Committees of all High Courts; dignitaries from Hon’ble e-Committee, Supreme Court of India; Department of Justice; Central Project Coordinators of all the High Courts and NIC officers/officials are participating in this Conference.

                   There would be two working sessions on 08.12.2018, wherein discussions regarding (i) e-Courts Project in High Courts and District Courts: Present scenario & Achievements; (ii) Development of new projects by High Courts at own level and in collaboration with C-DAC, NIC & other Govt. Agencies; and (iii) Migration to CIS 1.0 in High Courts: success & Challenges, would be held.

                   Similarly, two working sessions would be conducted on 09.12.2018 wherein discussions regarding (i) Sharing best practices and software applications amongst High Courts; (ii) New initiatives: Future projects and goals; and (iii) Migration to CIS 3.0 in Subordinate Courts: success & challenges and implementation, training and e-Awareness, would be held.

          During these working sessions, Chairman of Computer Committees of different High Courts would give presentation of the Projects regarding computerization going on in their respective High Courts. A souvenir containing the progress of ongoing and future computerization projects in Hon’ble Supreme Court as well as all the High Courts would be released. A book on I.T. initiatives of High Court of Punjab and Haryana would also be released.

          High Court of Punjab and Haryana is going to launch Case Management System CIS 1.0 in the inaugural session of the conference on 08.12.2018. This application is going to be implemented in two phases. In first phase, the High Court will migrate to new filing, allocation and registration system covering more than 70% part of CIS 1.0. As the system stabilizes, in second phase, the High Court will migrate to new Readers Module in another week to 10 days time.

          Punjab and High Court has successfully executed all the projects launched by Hon’ble e-Committee, Supreme Court of India. Recently, the High Court has launched bouquet of I.T. initiatives for ease of litigants and lawyers. Some of the prominent initiatives are e-Payment of High Court Services, Android based Mobile Application, Online Grievance & Feedback System, Surety Information Management System, Infrastructure Web Application, Crystal Reports Software, e-Notices,  new printing parameters on both sides of paper to save paper, Visitors counter on High Court Website, e-Copy & e-Inspection, supply of certified copy of High Court orders in District Courts, Case Status/ certified copy of orders at Common Service Centres, dedicated website link of Indian Judiciary for NRIs, launching of digitization of Subordinate Courts record etc.

रोहतक आईजी संदीप खिरवार की फ़ोटो लगा फ़र्ज़ी आईडी कार्ड बरामद।

दरअसल बहादुरगढ़ में दिल्ली रोहतक नेशनल हाईवे संख्या 9 पर रोहद टोल पर मुफ्त में टोल पार करने के लिए क्रेटा गाड़ी में सवार होकर आए एक युवक ने ये कार्ड टोल पर तैनात सुरक्षा अधिकारी को दिखाया था. टोल के सुरक्षा इंचार्ज ने कॉलर पर लगे काले बैज से इस फर्जी आई कार्ड को पहचान लिया.
इस कार्ड पर फोटो रोहतक आईजी संदीप खिरवार का है, जबकि नाम जोगिंदर सिंह और रैंक इंस्पेक्टर अंकित है, जो कि गुरुग्राम में तैनात दिखाया गया है. फोटो के नीचे ओपी सिंह लिखा हुआ है. साथ ही कमिश्नर ऑफ पुलिस की मोहर भी लगाई गई है. इतना ही नहीं आई कार्ड पर लिखा हुआ एड्रेस रेवाड़ी का है.
फर्जी आईकार्ड पहचाना गया तो आरोपी युवक ने जल्दबाजी में अपनी गाड़ी तेजी से भगा ली. इस दौरान उसकी टक्कर पीछे खड़ी एक गाड़ी से भी हुई, लेकिन गाड़ी चालक मौके से फरार हो गया. ये पूरा वाकया सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.
इस मामले पर सिक्योरिटी इंचार्ज जितेंद्र का कहना है कि रोजाना रोहद टोल प्लाजा पर करीब 50 व्यक्ति फर्जी आईडी कार्ड के सहारे टोल पार करते पकड़े जाते हैं. पुलिस में भी शिकायत दी जाती है, लेकिन अब तक किसी के भी खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.
अब पुलिस महकमे के इतने बड़े अधिकारी की फोटो वाला पहचान पत्र मिलने से पुलिस महकमा भी हरकत में आया है, लेकिन अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. वहीं पुलिस का कोई भी बड़ा अधिकारी इस संबंध में कैमरे के सामने कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.
बता दें कि वेस्ट हरियाणा हाईवे प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पास दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से रोहतक बाईपास तक टोल वसूलने का अधिकार है. 63 किलोमीटर की सड़क पर निर्माण कंपनी ने करीब 1200 करोड रुपए खर्च किए हैं,  जिनकी वसूली के लिए 2033 तक टोल वसूलने की मंजूरी मिली हुई है.
कंपनी अधिकारियों का कहना है कि हर रोज करीब 20 लाख की वसूली का अनुमान पहले लगाया गया था, लेकिन फर्जी आईडी और आसपास के कमर्शियल वाहनों की दादागिरी के कारण टारगेट से 50% की रिकवरी हो रही है. इससे टोल कंपनी को घाटा भी उठाना पड़ रहा है. टोल पर तैनात सुरक्षा अधिकारी ने लोगों से फर्जी कार्ड नहीं रखने की अपील की है और पुलिस कर्मचारियों से मांगने पर आईडी दिखाने की भी बात कही है.

Chandigarh police issued a lookout notice for these two men


A case FIR No. 455 Dated 05.12.18 U/S 307, 506, 34 IPC and 25-27-54-59 Arms Act was registered in PS-Manimajra Chandigarh. During investigation the CCTV footage was obtained at the crime spot and attached sketches have been developed on the basis of CCTV footage. Any information/ clue about these persons may be given on following phone numbers.

SHO Manimajra – 9779580950

SDPO-EAST – 9779580908

PS Manimajra – 0172-2734082, 2751020

Crime Branch – 0172-2746097

Former finance minister Haseeb Drabu has resigned from the Peoples Democratic Party (PDP).

Former finance minister Haseeb Drabu has resigned from the Peoples Democratic Party (PDP).

Drabu announced his resignation in a letter to PDP president, Mehbooba Mufti.

“Even though I have not been a dissident — you are aware I had resigned from the cabinet, assembly and party nearly two years ago which you didn’t accept — I have disengaged from the party affairs for quite some time now.”

“I didn’t precipitate the matter because I believe it is ethically and morally wrong to leave the party under whose aegis one has contested and won the seat in the legislative assembly. Now that it is over, I am hereby resigning from the JK PDP,” Drabu wrote in his letter.

Here is the resignation letter:

“It has been exactly four and a half years since I joined the J&K PDP. I may not have enjoyed every moment of it, but when I look back at it, it has been an enriching and enlightening association.

During this sojourn, I successfully contested an election under the political and ideological banner of PDP, became a Member of the Legislative Assembly of J&K and was inducted into the cabinet. As such, in this brief period, I got a full flavour of politics, in  its fascinating range from principles, pledges, to perfidies!

This journey has had its fair share of highs and lows, successes and failures, appreciation and condemnation, contentment and frustrations, and agreement and disagreements. There are many things that I am thankful for, many more I am grateful for and yet much more that I am distressed about. A slice of full life in itself as it were!

My legislative engagement has prematurely come to an end with the dissolution of the state assembly by the Governor. I don’t agree with the timing and manner in which it was done. It doesn’t credit either the democratic system or its custodian participants with any glory whatsoever.

Be that as it may, the time has come for me to bid adieu!

This had been coming for a while now. Even though I have not be a dissident —  you are aware I had resigned from the cabinet, assembly and party nearly two years ago which you didn’t accept — I have disengaged myself from party affairs for quite some time now.

I didn’t precipitate the matter because I believe it is ethically and morally wrong to leave the party under whose aegis one has contested and won the seat in the Legislative assembly. Now that it is over, I am hereby resigning from the J&K PDP.

As I do so, I do want to remember Mufti sahib who sought me out and got me into politics. Working with him made me realise that politics is not the “last refuge of scoundrels”! Occasionally, people with intellectual integrity, personal honesty and moral courage can also be found here. I was exceptionally lucky to have worked with him.  I just hope that when history judges Mufti sahib and his decision to ally with the BJP, it does so in the context and with the complexity that it deserves.

I wish the J&K PDP all the very best! May it contribute to the resolution of the long impending political issue, help in bringing about social order, peace and prosperity in the state.”

पत्रकारो के साथ बदसुलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज होगी FIR नही तो एसएसपी पर होगी कार्यवाही

दिल्ली-
प्रेस काउंसिल ने राज्यसरकारों को चेताया…

पत्रकार नही है भीड़ का हिस्सा l पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते है. उसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया है कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे…।*

पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही है…।

किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुँचा सकती। पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नही कर सकती।
ऐसा होने की स्थिति में बदसलूकी करने वाले पुलिसवालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा…।
काटजू ने कहाँ कि जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नही हो जाता है। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते है पर वे भीड़ का हिस्सा नही होते। इस लिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मिडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है !

सभी राज्यों को दिए निर्देश

प्रेस काउन्सिल ने देश के केबिनेट सचिव, गृह सचिव, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिवों व गृह सचिवों को इस सम्बन्ध में निर्देश भेजा है… और उसमे स्पष्ट कहा है कि पत्रकारों के साथ पुलिस या अर्द्ध सैनिक बलों की हिंसा बर्दाश्त नही की जायेगी…। सरकारे ये सुनिश्चित करे की पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कही न हो। पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मिडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा जो उसे संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है। और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा।

साभार: रज्जन निषाद क्राइम रिपोर्टर चित्रकूट

Bengal BJP chief’s vehicle attacked, TMC blamed

Dilip Ghosh was attacked when he was on his way to Mathabhanga in Cooch Behar district to attend the party’s Rathyatra.

West Bengal:

Bharatiya Janata Party president Dilip Ghosh’s vehicle was attacked Thursday at Sitalkuchi area of Cooch Behar district by unidentified miscreants.

Mr. Ghosh is in the district to take part in the saffron party’s ‘Rathyatra’. He was attacked when he was on his way to Mathabhanga in the district.

“TMC leaders attacked my car and shouted slogans demanding that I should go back. Some of my party workers were injured during the violence. The police were watching merely as mute spectators,” he said after the incident at Sitai More in Sitalkuchi.

Senior TMC leader Rabindranath Ghosh termed the allegation as baseless and said the attack was a fallout of infighting in BJP.

The district police administration said they are looking into the incident.

Save Democracy Rally

BJP president Amit Shah is scheduled to kickstart the party’s ‘Save Democracy Rally’, comprising three ‘Rath Yatras’, in the state.

BJP has claimed that the Rath Yatra would be a “game changer” in West Bengal politics and Shah had set a target of winning 22 out of 42 Lok Sabha seats in the state.

Apart from Prime Minister Narendra Modi and Shah, several top BJP leaders and chief ministers such as Rajnath Singh, Arun Jaitley, Nitin Gadkari, Nirmala Sitharaman, Raman Singh, Yogi Adityanath, Uma Bharati and Giriraj Singh will participate in the campaign.

Mr. Modi is likely to attend four rallies to give a thrust to the party’s campaign in the state ahead of the 2019 Lok Sabha polls.

सोमनाथ मंदिर को सोने से मढ़ने का संकल्प लेना चाहिए: अमित शाह


शाह ने कहा, ‘एकमात्र जवाब है…मंदिर के वैभव को बहाल करने के लिए एक संकल्प लें. जिस गति से कार्य चल रहा है, आप जल्द ही मंदिर के ऊपर लगे सभी कलशों को स्वर्ण में मढ़ा देखेंगे.’


बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि लोगों को ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर को लूटने वालों के खिलाफ क्रोध की भावना नहीं रखनी चाहिए बल्कि उसे ‘पूरी तरह से सोने से मढ़कर’ उसके पुराने गौरव को बहाल करने का संकल्प लेना चाहिए.

सोमनाथ ट्रस्ट के न्यासी शाह ने यह टिप्पणी पास के तट के किनारे एक पर्यटक पैदल पथ की आधारशिला रखने के बाद की. शाह ने कहा, ‘करीब एक करोड़ श्रद्धालु यहां प्रत्येक वर्ष आते हैं. ट्रस्ट ने भीड़ के लिए इंतजाम के वास्ते कई पहल की हैं. यद्यपि मेरा मानना है कि मंदिर का विकास अधूरा है.’

उन्होंने कहा, ‘मेरे जैसे लोग जो इस मंदिर से बचपन से जुड़े हुए हैं, उनके लिए उसका विकास तब तक बेमतलब है जब तक इसे पूरी तरह से स्वर्ण से मढ़ नहीं दिया जाता.’

उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रिकार्ड से पता चलता है कि यह मंदिर कभी सोने और चांदी से ढका हुआ था और उसकी रक्षा के लिए कितने लोगों ने अपने प्राणों की आहूति दी.

उन्होंने कहा, ‘मंदिर को हालांकि पूर्व में कई बार नष्ट किया गया और लूटा गया, लेकिन लोगों को कोई द्वेष नहीं रखना चाहिए और बदला लेने के बारे में नहीं सोचना चाहिए.’

शाह ने कहा, ‘एकमात्र जवाब है…मंदिर के वैभव को बहाल करने के लिए एक संकल्प लें. जिस गति से कार्य चल रहा है, आप जल्द ही मंदिर के ऊपर लगे सभी कलशों को स्वर्ण में मढ़ा देखेंगे.’