पंजाब में AAP विधायक के ठिकानों पर ED का छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मादक पदार्थ से संबंधित धन शोधन के मामले में आम आदमी पार्टी (आआपा) के विधायक कुलवंत सिंह के परिसरों सहित पंजाब में कई जगहों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि मोहाली, अमृतसर और लुधियाना में विभिन्न स्थानों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के कर्मियों सहित संघीय जांच एजेंसी के कर्मी मौजूद हैं और छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। एसएएस नगर के आप विधायक सिंह (61) के परिसरों पर भी जांच एजेंसी के कर्मी मौजूद हैं। ईडी की कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है। हालांकि अभी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। छापेमारी पर विधायक और उनके स्टाफ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। विधायक कुलवंत सिंह पंजाब के सबसे बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में से एक हैं।
- ईडी ने मोहाली के AAP विधायक कुलवंत सिंह के घर और कार्यालयों पर छापेमारी की
- कुलवंत सिंह पंजाब के सबसे अमीर राजनेताओं में से एक हैं
- सूत्रों के मुताबिक सुबह दिल्ली से ईडी की टीम मोहाली पहुंची
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 31 अक्टूबर :
दिल्ली-पंजाब आबकारी नीति मामले (Delhi-Punjab Liquor Case) में ईडी ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के मोहाली से विधायक कुलवंत सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की है। जालंधर ईडी ऑफिस ने छापा मारा है। मोहाली में छापेमारी चल रही है। इसे लेकर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने पंजाब शराब घोटाला मामले को लेकर एक्स पर पोस्ट कर आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरा है।
शराब घोटाले में सीबीआई दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं इस संबंध में पंजाब के कई शहरों में पहले भी छापेमारी हो चुकी है। सीबीआई पंजाब के कई अधिकारियों को इस मामले में तलब कर चुकी है। वहीं ईडी ने पंजाब में शराब नीति बनाने वाले अधिकारियों को बिना अनुमति विदेश जाने पर रोक लगा चुकी है। इससे पहले फरीदकोट के पूर्व शिअद विधायक व शराब कारोबारी दीप मल्होत्रा के ठिकानों पर आयकर विभाग छापे मार चुका है।
उधर, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय आप विधायक कुलवंत सिंह के स्वामित्व वाली रियल एस्टेट कंपनी के दो प्रोजेक्टों पर पर्यावरण मानदंडों का उल्लंघन करने का सवाल भी उठा चुकी है। मंत्रालय ने यह मामला पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के ध्यान में लाया। इसके बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सिविक अथॉरिटी, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और स्टेट लेवल एनवायरनमेंट इंपैक्ट असेसमेंट अथॉरिटी (एसईआईएए) को नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को कहा था।
ये दोनों प्रोजेक्ट जनता लैंड प्रमोटर्स लिमिटेड (जेएलपीएल) बना रहा है। इसका स्वामित्व मोहाली से आप विधायक कुलवंत सिंह के पास है। राज्यपाल ने सीएम को लिखे पत्र में जानकारी दी थी कि मोहाली के सेक्टर 82-83 में जनता लैंड प्रमोटर्स लिमिटेड के प्रोजेक्ट सुपर मेगा मिक्स्ड यूज इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल पार्क और सेक्टर-66ए में गैलेक्सी हाइट्स के निर्माण में पर्यावरण नियमों का उल्लंघन हुआ है।
विधायक कुलवंत सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी पर शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि दिल्ली और पंजाब के शराब घोटाले में आआपा विधायक कुलवंत सिंह पर ईडी ने छापेमारी की है। दिल्ली के सीएम और आआपा संयोजक अरविंद केजरीवाल को समन करने के बाद अब ईडी ने इस शराब घोटाले के पंजाब लिंक पर काम करना शुरू कर दिया है। पंजाब आबकारी घोटाले में हुए 550 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए यह कवायद जरूरी है। इस घोटाले में सीएम भगवंत मान, हरपाल चीमा मुख्य दोषी हैं और मुख्य लाभार्थी आम आदमी पार्टी है(आआपा)।
दिल्ली सरकार की शराब नीति 17 नवंबर 2021 को लागू हुई थी। पॉलिसी के तहत शराब कारोबार को निजी हाथों में सौंप दिया गया था। इसी के साथ ही शराब नीति पर विवाद शुरू हो गया था। आरोप है कि दिल्ली सरकार ने शराब की दुकानों के टेंडर देने के बाद शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित वित्तीय लाभ पहुंचाने की कोशिश की, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।
कौन है कुलवंत सिंह
कुलवंत सिंह आम आदमी पार्टी है(आआपा) विधायक और एक बिजनेसमैन हैं। उनका जन्म पंजाब के रूपनगर के समाना कलां में एक सैनिक रामदासिया सिख परिवार में हुआ था। वह अपना गांव छोड़कर जीरकपुर चले गए थे और वहां पर तीन साल तक ट्रकों और अन्य भारी वाहनों का वजन करते थे। उन्होंने गेहूं के भूसे का स्टॉक बेचने के लिए सड़कों पर घोड़ागाड़ी भी चलाई। कुलवंत सिंह जनता लैंड प्रमोटर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं और उनका कारोबार 1500 करोड़ रुपये है। उनके पास दो व्यावसायिक इमारतें भी हैं जिनमें सेक्टर 82, मोहाली में दो दुकान-सह-कार्यालय शामिल हैं। उनके पास पंजाब और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों में कई संपत्तियां हैं।