राम मंदिर मुद्दे का पेटेंट बीजेपी के पास नहीं है: उमा भारती
अयोध्या की अपनी यात्रा के दौरान, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया तो केंद्र सरकार को फिर कोई नहीं बचा सकता
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा का समर्थन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राम मंदिर मुद्दे का पेटेंट बीजेपी के पास नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘मैं उद्धव ठाकरे के प्रयास की सराहना करती हूं. राम मंदिर पर बीजेपी का पेटेंट नहीं है. भगवान राम सभी के हैं. मैं एसपी, बसपा, अकाली दल, ओवैसी, आज़म खान सहित सभी से अपील करती हूं की वो आगे आएं और मंदिर के निर्माण का समर्थन करें.’
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख बीजेपी नेताओं में से एक थीं. भारती का बयान इस कारण से महत्त्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बीजेपी नेताओं ने राम मंदिर के निर्माण के लिए शिवसेना द्वारा किए जा रहे प्रयास को अस्वीकार कर दिया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि मंदिर आंदोलन में पार्टी की कोई भूमिका नहीं थी.
मौर्य ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे द्वारा राम लल्ला के दर्शन करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन, अगर बालासाहेब ठाकरे जीवित होते, तो उद्धव जो भी कर रहे हैं वो उन्हें करने से रोक देते.’
मीडिया के मुताबिक अयोध्या की अपनी यात्रा के दौरान, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया तो केंद्र सरकार को फिर कोई नहीं बचा सकता. साथ ही उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर विधेयक लाने के लिए भी कहा. यह भी चेतावनी दी कि हिंदुओं के भावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
शिवसेना प्रमुख ने राम लल्ला मंदिर में प्रार्थना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘दिन, साल और पीढ़ियां गुजर रही हैं, लेकिन मंदिर का निर्माण नहीं हुआ है.’ लोकसभा चुनाव होने में अब बहुत समय नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले सिर्फ एक और संसद सत्र होना है. ऐसे में उद्धव ने राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की.
उन्होंने कहा, ‘शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर उनका समर्थन कर रही है और ऐसा करना जारी रखेगी. चाहे अध्यादेश लाओ या फिर कानून. लेकिन मंदिर बनाओ. हिंदुओं की भावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.’ सेना प्रमुख ने कहा कि अगर मंदिर नहीं बना, तो शायद यह सरकार भी नहीं टिकेगी. लेकिन मंदिर निश्चित रूप से बनाया जाएगा. ‘चुनाव प्रचार के दौरन मुद्दे का इस्तेमल ना करें. हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ ना करें.’