शकील अहमद के इस्तीफे और निर्दलीय चुनाव लड़ने से महागठबंधन को झटका या कोई नयी रणनीति???

जहां एक ओर शकील अहमद के इस्तीफे को एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है वहीं राजनीतिज्ञ इस कांग्रेस की सोची समझी चाल करार दे रहे हैं। शकील निर्दलीय कुनव लड़ेंगे जहां प्रोक्ष रूप से उन्हे कांग्रेस का साथ होगा। इस प्रकार कांग्रेस गठबंधन के सामने पाक साफ बनी रहेगी और वहीं जीतने के बाद शकील पुन: कांग्रेस का दामन थाम लेंगे। गठबंधन में कॉंग्रेस एक सीट की बढ़ौतरी कर लेगी।

कांग्रेस नेता शकील अहमद ने पार्टी प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. और राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है.

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. बिहार में मधुबनी सीट महागठबंधन के सहयोगी दल के पास जाने के बाद से शकील अहमद आलाकमान को इस पर पूर्ण विचार करने को कह रहे थे. वहीं, आरजेडी नेता असरफ फातमी ने भी पार्टी को इसके लिए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी. अब शकील अहमद ने मधुबनी सीट से नामांकन कराने का फैसला कर लिया है और पार्टी से इस्तीफा देने के लिए राहुल गांधी को चिट्ठी भेज दी है.

शकील अहमद ने कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है. हालांकि कहा जा रहा है कि उन्होंने पूर्ण विचार के लिए 18 तारीख तक अल्टीमेटम दे दिया है. लेकिन वह मधुबनी सीट से मंगलवार को नामांकन करने का फैसला किया है.

शकील अहमद ने कहा है कि वह मधुबनी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने को तैयार है. इसलिए वह मंगलवार को नामांकन भी कराएंगे. बता दें कि महागठबंधन में मधुबनी सीट वीआईपी पार्टी के खाते में गई है. और पार्टी ने बद्री कुमार पूर्वे को यहां से उम्मीदवार घोषित किया है.

Congress’s Shakeel Ahmad tweets, “As I have decided to file my nomination papers tomorrow from Madhubani Parliamentary Constituency in Bihar, I’m resigning from the post of Senior Spokesperson of AICC. I’m sending my resignation to Congress President Shri Rahul Gandhi.”(file pic) pic.twitter.com/axaHxTV0S41906:10 PM – Apr 15, 2019Twitter Ads info and privacy66 people are talking about this

इससे पहले आरजेडी नेता अली असरफ फातमी ने भी पार्टी छोड़ने के संकेद दिए थे. उन्होंने पार्टी को 18 तारीख तक का अल्टीमेटम दिया है. जिसके बाद उन्होंने ने भी मधुबनी सीट से नामांकन कराने का दावा किया है. हालांकि उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस शकील अहमद को सिंबल दे देती है तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.

फातमी ने कहा था कि उनकी बात लालू यादव और तेजस्वी यादव से मधुबनी सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर हो गई थी. लेकिन अंतिम समय में किस तरह की साजिश की गई जो सीट वीआईपी को दे दिया गया. वहीं, फातमी ने शकील अहमद के नाम को लेकर महागठबंधन को मौका दिया है और कहा है कि इस पर भी विचार किया जा सकता है.

बहरहाल, महागठबंधन में अब फिर से अंदर खाने में जंग छीड़ गई है. मधुबनी सीट को वीआईपी पार्टी को देने के बाद आरजेडी और कांग्रेस दोनों नेताओं ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं. ऐसे में देखना यह कि महागठबंधन में मधुबनी सीट के लिए क्या फैसला होता है. अगर इस पर विचार नहीं किया गया तो मधबनी सीट उनके हाथ से निकलते हुई दिख रही है.

लोकतन्त्र के 4थे स्तम्भ के आत्मीयों की निर्मम हत्याएँ पीड़ादायक तो हैं ही साथ ही घोर दुर्भाग्यपूर्ण हैं: सारिका तिवारी

www.demokraticfront.com ग्रुप सरकार के दोगले रवैये और इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करता है। और इंसाफ के लिए बिहार सरकार से मांग करता है।

कमल कलसी, बोधगया, (बिहार):

अखिल भारतीय पत्रकार समिति संघ के दिनेश पंडित अजय कुमार पांडे, संतोष कुमार ,राजेश कुमार द्विवेदी, शुभम कुमार विश्वनाथ आनंद, अविनाश कुमार, सहित सैकड़ों पत्रकारों ने बैठक कर नालंदा के शेखपुरा से हिंदुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ आशुतोष कुमार आर्य के पुत्र को निर्मम हत्या किए जाने को लेकर शोक सभा का आयोजन किया गया।

उपस्थित पत्रकारों ने 2 मिनट का मौन रखकर उसकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की एवं इस दुख की घड़ी में ईश्वर शक्ति प्रदान करें और साथ में एकजुटता का परिचय देते हुए हत्यारा की गिरफ्तारी करने की अपील जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं सरकार से की है l बैठक में पत्रकारों ने निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कहा है कि एक तरफ सरकार पत्रकारों की परिजनों की सुरक्षा करने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर एवं पत्रकार के परिजनों पर जिस प्रकार से हत्यारा ओं द्वारा निर्मम हत्या की जा रही है हमला किया जा रहा है जो देश लोकतंत्र के लिए खतरा है ।

ज्ञातव्य शेखपुरा हिंदुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ आशुतोष आर्य के पुत्र को रविवार की शाम जब घर पर नहीं लौटा वह लोगों में घबराहट होने लगी खोजबीन किया गया, बाद में पता चला कि गांव के कुछ दूर पर ही हत्या कर फेका हुआ है। इस प्रकार से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के परिजनों के साथ जिस प्रकार से हत्या हमला किया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों को कठोर से कठोर कार्रवाई कर दंडित करें। पत्रकारों ने इसका पुरजोर विरोध किया है एवं जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तार करने की मांग की है।

पत्रकारों ने कहा है कि परिजनों की हत्या करने से कलम की लेखनी कम नहीं पड़ सकता। पत्रकारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हत्यारों को 2 दिन के अंदर गिरफ्तारी नहीं किया जाता है को चरणबद्ध आंदोलन पूरे देश में चलाई जाएगी पहले प्रखंड मुख्यालय जिला मुख्यालय में किया जाएगा।

नक्सली हमले में भीमा मंडावी की मौत

लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण से पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमला हुआ है भाजपा का बड़ा झटका . छत्तीसगढ़ के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में मंगलवार की शाम नक्सलियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया। नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से हमले में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई। उनके साथ ही घटना में सुरक्षा में तैनात चार जवान भी शहीद हो गए। इस घटना के बाद छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने हाइ लेवल मीटिंग बुलाई है। पीएम मोदी ने हमले की निंदा की है। उन्‍होंने कहा कि भीमा मांडवी भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे। मेरी संवेदनाएं विधायक के परिवार के साथ है  

रायपुर: 

लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण से पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमला हुआ है. बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर नक्सली हमला हुआ है. 5 जवानों के शहीद होने की खबर है. बस्तर के इकलौते बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की इस नक्सल हमले में मौत हो गई है. एंटी-नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी पी. सुंदर राज ने विधायक की मौत की पुष्टि की. इतना ही नहीं हमले के बाद सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब आधा घंटे तक गोलीबारी भी हुई. 

पी. सुंदर राज ने बताया, “हमारे पास बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के मारे जाने की खबर है. उनके ड्राइवर और तीन पीएसओ भी इस हमले में मारे गए हैं. यह शक्तिशाली विस्फोट था.”

नकुलनार के पास विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने हमला किया है. नक्सलियों ने भीमा मंडावी के काफिले की एक गाड़ी को ब्लास्ट कर उड़ा दिया है. हमले में PSO समेत 5 जवानों के शहीद होने की खबर है. उधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोनदेकला में सभा छोड़कर वापस रायपुर लौट आए हैं. सीएम आवास में थोड़ी देर में उच्च स्तरीय बैठक शुरू होगी. डीजी डीएम अवस्थी, नक्सल डीजी गिरधारी नायक, गृह सचिव अरुणदेव गौतम सीएम हाउस बुलाए गए हैं. 

नक्सलियों ने विधायक के काफिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट किया. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया, “जिले के कुआकोंडा क्षेत्र के श्यामगिरी के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी के वाहन को उड़ा दिया. इस घटना में मंडावी की मौत हो गई तथा चार जवान भी शहीद हो गए. नक्सलियों ने विस्फोट के बाद गोलीबारी भी की है.” 

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है, “भीमा मंडावी का काफिला आज बचेली से कुआकोंडा की ओर रवाना हुए थे. काफिला जब श्यामगिरी के करीब था तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया. इस घटना में वाहन क्षतिग्रस्त हो गया तथा उसमें सवार पांच लोगों की मृत्यु हो गई.” उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के लिए अतिरिक्त बल रवाना किया गया है.

जल्द ही सेना के पास होगी भारत में निर्मित AK-203

आब से पहले सेनाऔर पुलिस के जवानों को हथियारों के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था, लेकिन आतंकियों और समगलरों के पास अत्याधुनिक हथियार पाये जाते थे। हमारे जवान हमेश दोयम दर्जे के हथियारों और वाहनों का प्रयोग करते थे ओर पुलिस के आधुनिकीकरण का हाल तो फिल्मों में भी खूब चर्चित रहा। लेकिन अब विगत कुछ वर्षों से सेना और पुलिस दोनों की हालत सुधरी है। अब भारत में बनी AK-203 जल्द ही सेना के हाथों में होगी। इसके साथ ही अटकलें लग रहीं हैं के AK-204 के निर्माण और निर्यात की भी जल्द ही भारत से होने लगेगा।

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नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में जुटे सेना के जवानों को अब एके-203 राइफल के मॉर्डन वर्जन से लैस किया जाएगा. इन एके 203 राइफलों को यूपी के अमेठी में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड और रूस के साझा प्रयास के तहत निर्मित किया जाएगा. फास्ट ट्रैक प्रोसेस के तहत इन 93000 कारबाइन के लिए अलग से निविदा जारी की जाएगी. 

समाचार एजेंसी एनएनआई ने सेना के उच्च सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि, ‘हम अपने जवानों को अब एके 203 राइफलों से लैस करने जा रहे है. अब हम आतंकवाद रोधी अभियानों के दौरान इस राइफल की बट को आसानी से हटा सकते हैं जिससे इसे कपड़ों के बीच में छिपा सकते हैं. सेना में इस राइफल के इस्तेमाल के लिए इसमें कई और बदलाव किए जाएंगे.’

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ता दें कि सेना और सुरक्षाबलों के आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि ‘एके-203 राइफल’ उस इंसास राइफल की जगह लेगी, जिसका इस्तेमाल थल सेना और अन्य बल कर रहे हैं. इस इकाई में 7,00,000 एके-203 राइफलें तैयार करने का शुरुआती लक्ष्य है. एके-203 राइफल एके-47 राइफलों का सबसे मॉडर्न वर्जन है. नई असॉल्ट राइफल भी एके-47 की तरह ऑटोमैटिक और सेमी ऑटोमैटिक दोनों सिस्टमों से लैस होगी.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने एके-203 असॉल्ट राइफल के लिए अमेठी में एक विनिर्माण इकाई की आधारशिला रखी थी. इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रूसी राष्ट्रपति का का संदेश भी पढ़ा था.  रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक संदेश में कहा है कि ‘क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफल-203’ तैयार करने वाला भारत और रूस का नया संयुक्त उद्यम छोटे हथियारों की भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जरूरत को पूरा करेगा. 

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पुतिन ने अपने संदेश में कहा, ‘‘नया संयुक्त उद्यम नवीनत सीरिज की विश्व प्रसिद्ध क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफलें तैयार करेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह, भारतीय रक्षा उद्योग क्षेत्र के पास राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की इस श्रेणी के छोटे हथियारों की जरूरत पूरी करने का अवसर होगा जो अत्याधुनिक रूसी प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा.’’ 

उन्होंने कहा कि रूस और भारत के बीच सैन्य एवं तकनीकी सहयोग परंपरागत रूप से विशेष रणनीतिक साझेदारी का एक अहम क्षेत्र रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘सात दशक से भी अधिक समय से हम विश्वसनीय और उच्च गुणवत्ता के शस्त्र एवं उपकरण भारतीय मित्रों को आपूर्ति कर रहे हैं हमारे देश के सहयोग से भारत में 170 सैन्य एवं उद्योग इकाइयों की स्थापना की गई है.’’ गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में पुतिन की भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत में कालाशनिकोव तैयार करने के लिए मोदी के साथ उनकी सहमति बनी थी. 

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रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर सरकारी समझौता तैयार हुआ था और इस पर यथासंभव सबसे कम समय में हस्ताक्षर किया गया था. पुतिन ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि नये उद्यम के शुरू होने से भारत की मजबूत रक्षा संभावनाओं में योगदान मिलेगा यह रोजगार के नये अवसरों का सृजन करने में महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि यह संयंत्र दोनों देशों के बीच दोस्ती और रचनात्मक सहयोग का खुद में एक और प्रतीक बनेगा.

फिरोज खान पर महिला आयोग का संज्ञान हुआ केस दर्ज़

नेता जी(मुलायम सिंह) भाजपा को पुन: सत्ता में देखने के इच्छुक हैं, लेकिन उनकी पार्टी के लड़कों से गलती हो जाती है। समाजवादी पार्टी के लोग महिलाओं की कितनी इज्ज़त करते हैं यह तो उनके पूर्व प्रमुख और वर्तमान नेताओं के बयानों से स्पष्ट हो जाता है। समाजवादी पार्टी के संभल जिला अध्यक्ष फिरोज खान ने बीते गुरुवार को रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी एवं प्रसिद्ध अभिनेत्री जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी. महिला आयोग ने संज्ञान लिया था. अब जया ने इसका करारा जवाब दिया है.

संभल: समाजवादी पार्टी के संभल जिला अध्यक्ष फिरोज खान ने बीते गुरुवार को रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी एवं प्रसिद्ध अभिनेत्री जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी. महिला आयोग ने संज्ञान लिया था. अब जया ने इसका करारा जवाब दिया है. जया प्रदा ने कहा कि उन पर (फिरोज खान पर) पर केस लग गया है. समाजवादी पार्टी वालों के यही संस्कार हैं. फिरोज ने विवादित बयान देते हुए कहा था, “जया प्रदा के रामपुर आने पर यहां रातें रंगीन होने लगेंगी. मुझे डर है कि मेरे क्षेत्र के लोग यहां शामें रंगीन करने न आ जाएं. मुझे अपने इलाके का ध्यान रखना होगा.”

वह यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा था, “रामपुर के लोग बहुत अच्छे हैं, सूझबूझ वाले हैं. आजम खां ने यहां बहुत काम कराए हैं. रामपुर के लोग समाजवादी पार्टी को वोट देंगे. लेकिन वे अब मजे लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. शाम होते ही वह कहेंगे कि मेरे पैरों में घुंघरू बंधा दो, फिर मेरी चाल देख लो.” 

फिरोज ने कहा था, “हम लोग पहले भी उनकी रातें यहां पर देख चुके हैं. लंबा समय हो चुका है उनको देखे हुए.” उन्होंने आगे कहा था, “मैं एक दिन बस से जा रहा था, उस दौरान उनका काफिला भी वहां से गुजर रहा था तो जाम लग गया. मैंने बस से उतरकर उन्हें देखने की कोशिश की. मुझे लगा कि कहीं जाम खुलवाने के लिए ठुमका ना लगा दें.”

सपा-बसपा गठबंधन ने पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां को रामपुर से प्रत्याशी बनाया है. वह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने मैदान में उतरे हैं. फिरोज खान उनके करीबी माने जाते हैं. 

बीजेपी ज्वॉइन करते ही जया को मिला टिकट
जया प्रदा ने 26 मार्च को बीजेपी ज्वॉइन की थी. बीजेपी ने उन्हें आनन-फानन में टिकट दे दिया. जया प्रदा ने 1994 से टीडीपी के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. बाद में चंद्रबाबू नायडू से उनके मतभेद हो गए. फिर उन्होंने सपा का दामन थाम लिया लेकिन 2010 में उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधि चलाने के आरोप में बाहर का रास्ता दिखा दिया. वह समाजवादी पार्टी से रामपुर से दो बार सांसद बनीं. फिर उन्होंने आरएलडी की ओर से बिजनौर से 2014 में चुनाव लड़ा लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा. 

भाजपा छत्तीसगढ़ में नए चेहरों के साथ उतरेगी।

छतीसगढ़ में मिली करारी शिकस्त के चलते भाजपा ने मोजूड़ा सभी सांसदों के बदले नए चेहरों को उतारने का फैसला लिया है।

नई दिल्ली: बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के सभी 10 मौजूदा सांसदों की जगह नए चेहरे को उतारने का फैसला किया है. भाजपा के महासचिव और प्रदेश प्रभारी अनिल जैन ने यह जानकारी दी. जैन ने बताया कि पार्टी ने नए उम्मीदवारों को उतारने का फैसला किया है. जैन ने कहा कि प्रदेश बीजेपी ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को सांसदों के नाम काटने का प्रस्ताव दिया था, जिसे मंजूरी दे दी गई.

हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के मद्देनजर यह फैसला किया गया है. सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राजनांदगांव से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. राज्य में लोकसभा की 11 सीटें हैं. सूत्रों ने बताया कि बीजेपी इस पर भी विचार कर रही है कि मौजूदा सांसदों के परिवार के भी किसी सदस्य चुनाव में नहीं उतारा जाए. पार्टी ने यह मानदंड अपनाया तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की संभावित उम्मीदवारी भी सवालों के घेरे में आ जाएगी, क्योंकि उनके पुत्र अभिषेक सिंह वर्तमान सांसद हैं. 

इससे पहले, बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने 10 राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा की. ये राज्य उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीईसी की बैठक हुई. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, नितिन गडकरी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक में हिस्सा लिया. बीजेपी ने अभी तक आगामी लोकसभा के लिए कोई सूची जारी नहीं की है.

वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस अभी तक पांच सूची जारी कर चुकी है. अभी तक कांग्रेस 137 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है. पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा. अंतिम चरण का मतदान 19 मई को होगा. 23 मई को नतीजे आएंगे. चुनाव आयोग ने सोमवार को पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी की है. 11 राज्यों में पहले चरण का मतदान होगा. ये राज्य आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, जम्मू एवं कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल हैं. इस चरण में कम से 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 मार्च है. नामांकन दस्तावेज की जांच 26 मार्च तक होगी. 28 मार्च तक पहले चरण के नामांकन वापस लिए जा सकेंगे.

आरएलएसपी के राम बिहारी पुन: राजग में शामिल

बिहार राजनीति के एक प्रमुख घटक रहे आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा राजग को छोड़ कांग्रेस और लालू से गलबहियाँ डालने चले गए थे। बहुत मनाने के बाद भी उन्होने अपना हाथ नहीं छोड़ा और अब उन्हें उनकी हठधर्मिता के चलते उनकी पार्टी ही में विघटन हो रहा है, अभी हाल ही में राम बिहारी सिंह का नाम भी इन्हीं कारणों से चर्चा में है।

पटनाः राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) से नेताओं के जाने का दौर जारी है. आरएलएसपी पार्टी से पहले ही कई बड़े नेता जो पार्टी के अहम पद पर पदस्थापित थे वह चले गए. अब पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल राम बिहारी सिंह ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ दी. जिससे उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली इस पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले एक झटका लगा है.

आरएलएसपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राम बिहारी सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को छोड़कर विपक्ष के महागठबंधन में शामिल होकर लोगों के साथ ‘विश्वासघात’ करने का आरोप लगाया.

सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं उन कुछ लोगों में से था जिन्होंने उस समय कुशवाहा का समर्थन किया था जब उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) से अपना रास्ता अलग करने का फैसला किया था. लेकिन आज वह सर्वेसर्वा बन गये है. मैंने राजग छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने के उनके निर्णय का भी विरोध किया था लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और मनमाने ढ़ंग से निर्णय लिया. ऐसा करके उन्होंने राजग सहयोगी के रूप में उन्हें वोट देने वाले लोगों को धोखा दिया है.’’ 

उन्होंने आरोप लगाया कि टिकटों के बंटवारे में कुशवाहा कॉरपोरेट के हाथों खेल रहे है. हालांकि उन्होंने इस संबंध में विस्तृत रूप से नहीं बताया. लेकिन उन्होंने कहा कि एनडीए में भी उन्हें तीन सीट मिल रही थी. और महागठबंधन में भी इससे अधिक मिलने की उम्मीद नहीं है. ऐसे में वह एनडीए में मंत्री पद पर होने के बाद भी क्यों महागठबंधन में आ गए.

आपको बता दें कि आरएलएसपी के एनडीए छोड़ने के साथ ही पार्टी के दो विधायक और एक एमएलसी ने कुशवाहा का साथ छोड़ दिया. वहीं, हाल ही में पार्टी के दो बर्खास्त नेता नागमणि और प्रदीप मिश्रा ने कुशवाहा पर टिकटों को ‘बेचने’ का आरोप लगाया था. आरएलएसपी प्रमुख ने इन आरोपों को खारिज किया था.

चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल प्रदेश को ही अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करें: भाजपा

निकाय चुनावों में बंगाल का राजनैतिक परिदृश्य कोई भी भूला नहीं है, जहां प्रत्याशियों को नामकङ्कन पत्र दाखिल करने तक नहीं दिया गया था। वहीं चुनाव लड़ने वाले कई प्रत्याशी ममता-सुतों द्वारा मौत की घाट उतार दिये गए थे। जीतने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ता भाजपा से निष्कासित जीवन व्यतीत आर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के मामले में बंगाल का नाम केरल के बाद दूसरे नंबर पर है। पुलिस व्यवस्था वाहन्न इन मंतमाई के गुंडों का साथ देती है और खासकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर अक्सर धरणे प्रदर्शन के दौरान लाठीयान भाँजती है। वहीं बीरभूमी का इलाका घरेलू शस्त्र एवं आयुध निर्माण के लिए कुख्यात है और माना जाता है की इन सभी कारकों पर ममता का मंतमाई वरदहस्त है।

नई दिल्ली: BJP ने चुनाव आयोग जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी के बारे में दिए बयान की शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा आयोग से BJP ने पूरे पश्चिम बंगाल प्रदेश को ही अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की भी मांग की। BJP ने आयोग के सामने बंगाल में हिंसा की आशंका जताते हुए राज्य को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की अपील है। अपनी मांगों को लेकर BJP की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता आयोग दफ्तर पहुंचे थे।

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Union Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We’ve requested EC to take action against Rahul Gandhi for levelling unverified allegations against PM y’day in Ahmedabad, when the Model Code of Conduct is already in effect.4731:24 अपराह्न – 13 मार्च 2019182 लोग इस बारे में बात कर रहे हैंTwitter Ads की जानकारी और गोपनीयता

चुनाव आयोग के दफ्तर से बाहर आने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘चुनावों के मामले में पं. बंगाल का बहुत ही गंदा रिकॉर्ड रहा है। हाल ही में हुए लोकल बॉडी इलेक्शन्स में बंगाल में करीब 100 लोगों की हत्या की गई थी।’ उन्होंने कहा कि ‘हमने चुनाव आयोग से बंगाल में हिंसा की आशंका जताते हुए पूरे प्रदेश को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की मांग की। हमने बूथ केंद्रों पर केंद्रीय पुलिस बल तैनात करने की भी मांग की।’

Union Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We have conveyed to the EC that Bengal’s track record in free & fair election is very very deplorable. Recently, 100 people were killed during local body&gram panchayat polls.ANI@ANIUnion Minister Ravi Shankar Prasad after BJP delegation meeting with Election Commission in Delhi today: We have demanded that the state of West Bengal should be declared as super-sensitive state. We’ve also demanded that central forces should be deployed at all polling booths.2321:38 अपराह्न – 13 मार्च 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता100 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं

बता दें कि राहुल गांधी ने मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद में रैली में पीएम मोदी पर राफेल डील में अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने अंबानी की जेब में देश का पैसा डाला है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के बारे में जो बोला, इतना पैसा उसकी जेब में डाला। मैं तो वह दोहरा भी नहीं सकता। हमने इस बयान की शिकायत कर आयोग से संज्ञान लेने की अपील की है।’

आईसीसी द्वारा पाक की शिकायत खारिज

पुलवामा आतंकी हमले के बाद चहुं ओर से पिटाई करवा रहे पाकिस्तान को अभी अमझ नहीं आ रही। शाहिद अफरीदी पाकिस्तान का बड़बोला क्रिकेटर रांची में खेले गए भारत औस्ट्रालिया खेल के दौरान भारतीय टीम द्वारा पाहणी गयी भारतीय सेना की टोपी पर तंज़ कसते मिले। पाकिस्तान को यहाँ भी आईसीसी द्वारा प्रताड़ित किया गया।

नई दिल्ली: 

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के साथ रांची में खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में आर्मी कैप पहनी थी. इतना ही नहीं, अपनी मैच फीस राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान कर दी थी.  पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस पर आपत्ति जताते हुए आईसीसी से इसकी शिकायत की थी. पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने आर्मी कैप पहनने के मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ आईसीसी से कार्रवाई की मांग की थी. चौधरी ने भारतीय टीम पर खेल का ‘राजनीतिकरण’ करने का भी आरोप लगाया था. 

हालांकि, पाकिस्तान की शिकायत से भारतीय क्रिकेट टीम या बोर्ड को कोई नुकसान नहीं हुआ. आईसीसी ने साफ कहा कि भारतीय टीम को देश के सैन्य बलों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए सैनिकों जैसी टोपी पहनने की अनुमति दी गई थी. 

पाकिस्तान के ऑलराउंडर शाहिद अफ्रीदी ने टीम इंडिया द्वारा आर्मी कैप पहनने पर उसका मजाक उड़ाया. सोमवार को नेशनल स्टेडियम कराची में लाहौर कलंदर्स पर जीत दर्ज करने के बाद अफरीदी ने मीडिया से बातचीत करने के दौरान यह बात कही. पत्रकारों ने जब अफरीदी से प्रतिक्रिया लेनी चाहिए तो टीम के मैनेजर नदीम खान ने तत्काल हस्तक्षेप किया और पत्रकारों से क्रिकेट से संबंधित सवाल पूछने का आग्रह किया. पत्रकारों ने सवाल पर खेद जताया लेकिन इसी बीच अफरीदी ने हास्यपद टिप्पणी कर डाली. अफरीदी ने कहा, “कैप पहनी तो उतार भी दी.”

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Shahid Afridi replies to the Indian team’s wearing of army caps against Australia #Cricket7836:40 PM – Mar 11, 2019215 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

उधर, भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने मंगलवार को इस पूरे मसले पर एक बार फिर भारत का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि टीम को जो सही लगा उसने वही किया और उनका यह कदम सेना के सम्मान के लिए था. भरत अरुण ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच बुधवार को यहां होने वाले पांचवें और आखिरी वनडे मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जबाव में कहा, “हमने वही किया जो हमें लगा कि हमें देश के लिए करना चाहिए. सेना ने जो इस देश के लिए किया हमारा यह कदम उसके सम्मान के लिए था.” 

लोकतंत्र के महाकुम्भ के लिए आचार संहिता लागू, 7 चरणों में होंगे चुनाव

विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने भी ली अधिकारियों की बैठक। हरियाणा के सभी उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से खट्टर ने की विडियो कॉन्फ्रेंस के मधायम से मीटिंग। मुख्यमंत्री योगी ने भी विभिन्न बोर्ड के चेयर पर्सन और अधिकारियों की ली बैठक चुनावी प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने के लिए राष्ट्र एवं राज्य स्तर के अधिकारी लामबंध। लाउड स्पीकरों की अनावश्यक इस्तेमाल पर चुनाव आयोग की रोक का विद्यार्थियों और अभिभावकों ने किया स्वागत

चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस बार 7 चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल, दूसरे चरण की 18 अप्रैल, तीसरे चरण की 23 अप्रैल, चौथे चरण की 29 अप्रैल, पांचवे चरण की 6 मई, छठे चरण की 12 मई और सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को होगी. और 23 मई को मतगणना होगी.

चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है.

पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटें, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटें, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटें, चोथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटें, पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटें, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटें और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होगा.

पहले चरण में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, केरल, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान, दादरा-नागर हवेली, दमन-दीव, लक्षदीप, दिल्ली, पांडिचेरी में मतदान होंगे.

कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा में दो चरणों में मतदान होंगे. असम और छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होंगे. झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में चार चरणों में मतदान होगा. जम्मू कश्मीर में पांच चरणों, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव होंगे.

पहले चरण में 11 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की 25, असम की पांच, बिहार की चार, छत्तीसगढ़ की एक, जम्मू कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, मणिपुर की दो, मेघालय की दो, नगालैंड की एक, मिजोरम की एक, तेलंगाना की 17, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की पांच, पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर मतदान होगा.

दूसरे चरण में 18 अप्रैल को असम की पांच, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की तीन, जम्मू कश्मीर की दो, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 10, मणिपुर की एक, ओडिशा की पांच, तमिलनाडु की 39, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल की तीन और पुदुच्चेरी की एक सीट पर वोट डाले जाएंगे.

तीसरे चरण में 23 अप्रैल को असम की चार, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की सात, गुजरात की 26, गोवा की दो, जम्मू कश्मीर की एक, कर्नाटक की 14, केरल की 20, महाराष्ट्र की 14, ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की पांच, दादरा एवं नगर हवेली की एक, दमन व दीव की एक सीट पर वोटिंग होगी.

सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘परीक्षा, त्योहारों और कटाई के मौसम को ध्यान में रखकर तारीख पर फैसला किया गया है. इस चुनाव में 90 करोड़ वोटर्स मताधिकार का प्रयोग करेंगे.’

साथ ही उन्होंने कहा, ‘EVM पर इस बार उम्मीदवारों की तस्वीर होगी. सभी मतदान केंद्रों पर इस बार VVPAT का इस्तेमाल होगा. साथ ही इस बार लोकसभा चुनाव में डेढ़ करोड़ युवा पहली बार वोट डालेंगे.

उन्होंने ये भी बताया कि, ‘1590 पर फोन कर और SMS के जरिए वोटर, वोटिंग लिस्ट में अपना नाम चेक कर सकते हैं. कुल 10 लाख बूथों पर वोट डाले जाएंगे. देशभर में आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी और किसी भी उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.  लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर नजर रखी जाएगी और समय-सीमा के अंदर की उसके इस्तेमाल की इजाजत होगी.’

इसके साथ ही सभी संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे और वेबकास्टिंग होगी. सभी बड़ी घटनाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी. आयोग ने कहा कि उम्मीदवारों को अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी. साथ ही कुछ राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं. इसके साथ ही साथ चुनाव में ईवीएम की जीपीएस ट्रैकिंग भी की जाएगी. संवेदनशील इलाकों में CRPF की तैनाती भी की जाएगी.

सोशल मीडिया पर प्रचार करने के पहले भी राजनीतिक पार्टियों को इजाजत लेनी होगी. साथ ही सोशल मीडिया पर प्रचार का खर्च भी चुनाव के खर्च में जुड़ेगा. इसके साथ ही पेड न्यूज पर नजर रखने के लिए एक कमिटि का गठन किया जाएगा.

सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चुनाव आयुक्त ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर में आम चुनाव के साथ नहीं होगा विधानसभा चुनाव.

जम्मू कश्मीर विधान सभा के चुनावों पर चुनाव आयोग का मत है की सुरक्षा कारणों से विधानसभा चुनावों को फिलहाल लोक सभा चुनावों के साथ नहीं किया जा रहा