“I come here to work hard and you are defaming me” THE GIRL


The video shows the girl, who seems to be an athlete, confronting the accused and later beating him black and blue with a stick.


Bharatpur:

Showing exemplary courage, a 19-year-old girl in Rajasthan’s Bharatpur caned an eve teaser who, she alleged, was defaming her at her workplace. The video of the incident has gone viral and the girl has been praised on social media for standing up to the eve teaser.

The video shows the girl, who seems to be an athlete, confronting the accused and later beating him black and blue with a stick. “ मैं यहाँ मेहनत करने आती हूँ और तू मेरा नाम खराब करेगा “(I come here to work hard and you are defaming me),” the girl can be seen shouting at the boy in the video.

As the crowd started to swell, the girl can be seen saying that the eve teaser was spreading rumours that she was his girlfriend. “He is spreading rumours among his friends that I am his girlfriend and talk to him 4-5 times a day,” she is seen saying to the onlookers and later slapped the boy.

SP Bharatpur, Anil Tank, however, said no complaint had been lodged in connection with the matter. “The girl has not lodged any complaint in the matter which happened four to five days back,” he said. Rajesh Kumar, SHO, Kotwali police station area, said the girl was preparing for competitive exams and practiced running in the area.

 

राम मंदिर निर्माण कार्य का आरंभ 2018 में आरंभ होना तय: प्रांतीय विधि प्रमुख

चित्र केवल संदर्भ हेतु

भरतपुर

भरतपुर विश्व हिंदू परिषद की जिला स्तरीय बैठक में आज राम मन्दिर एवं राष्ट्र निर्माण पर गहन विचार किया गया। इस अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए परिषद के प्रान्तीय विधि प्रमुख श्री दिनेश पाठक ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने राम जन्म भूमि मामले की नित्य सुनवाई का निर्णय लिया है जो कि सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद न्यायिक प्रक्रिया पर पूर्ण सतर्कता के साथ नज़र रखे हुए हैं। शिया वक़्फ़ बोर्ड द्वारा मन्दिर निर्माण में कोई आपत्ति न होने का हलफनामा दाखिल करने के बाद राम मन्दिर के पक्ष में फैसला आने लगभग तय है।

मन्दिर निर्माण में उपयोग किया जाने वाला पत्थर लगभग 80 प्रतिशत बन कर तैयार है और फैसला आते ही कार सेवा आरम्भ कर दी जाएगी।

बैठक में प्राखंडों के गठन की योजना भी बनाई गई सह मंत्री श्री अशोक सिंह गुर्जर ने कहा कि प्रत्येक प्रखण्ड में दस खण्ड गठित किये जायें। ग्राम पंचायत स्तर पर गठित इकाइयां ही राष्ट्र निर्माण में सहायक सिद्ध होंगी। बैठक में परिषद के कार्यकारी जिला  उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश, जिला उपाध्यक्ष खेम चंद अग्रवाल, राम कृष्ण शर्मा, जिला सत्संग प्रमुख श्याम सुंदर गुप्ता, बजरंग दल जिला सह संयोजक संतोष सीकर वार, जिला सन्त समन्वय प्रमुख किशन दास महाराज ने भी शिरकत की। बैठक का संचालन कृष्ण गोपाल शर्मा जो कि जिला उपाध्यक्ष हैं ने की।

ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक युवा आयोग गठित हों: पाठक

भरतपुर:

भारत में विभिन्न प्रकार के आयोगों का गठन किया गया है। भारत की स्वतंत्रता के उपरांत किसी भी सरकार ने युवाओं के लिये किसी प्रकार के आयोग का गठन नहीं करके युवाओं की वेदना पर ध्यान नहीं दिया है।जिससे युवा पीढ़ी में भटकाव आया है।हमें युवा शक्ति को पहचानना होगा। युवा पीढ़ी के लिए सोचना होगा।यह कहना है,पीस आफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष यतेंद्र पाण्डेय का।पाण्डेय भरतपुर के आगरा रोड स्थित सूर्य सिटी के सामने एन एच 21 स्थित प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश /जिला/उपखण्ड पदाधिकारीयो की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
पाण्डेय ने कहा कि यूथ कमीशन का गठन हो, इसको लेकर शीर्ष नेतृत्व के लिए गये निर्णय अनुसार 2 अगस्त को सम्पूर्ण भारत में एक निश्चित समय पर राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय विधी सलाहकार एवं पीस आफ इंडिया राजस्थान विधी प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश पाठक, रहे। पाठक ने अपने उदवोधन मे कहा कि सभी को मिलकर विश्व शांति के प्रयास करने चाहिए।युवा के भटकाव को रोकने के लिए वे अधिक से अधिक प्रयास करेगें।युवा ही हमारे देश का भविष्य हैं।श्री पाठक ने जल्द से जल्द समस्त ईकाईयो का ग्रामपंचायत स्तर तक गठन करने ,का आव्हान किया।राष्ट्रीय महामंत्री अम्रत भारद्वाज ने दो अगस्त को समपूर्ण देश मैं युवा कमीशन के लिए दीये जाने वाले ज्ञापन को लेकर जिम्मेदारी निर्धारित की।इसमें जयपुर मैं प्रदेश विधी प्रमुख श्री दिनेश पाठक के सानिध्य मैं प्रदेश महामंत्री श्री इन्दूशेखर शर्मा, दौसा मैं श्री मौहम्मद नासिर, करौली मैं प्रदेश युवा अध्यक्ष संदीप शर्मा, सवाई माधोपुर मैं प्रदेश महासचिव श्री राजेंद्र प्रसाद शर्मा, धौलपुर मै भरतपुर संम्भाग अध्यक्ष श्री धनीराम शर्मा, जोधपुर में राष्ट्रीय महासचिव श्री नरेन्द्र ओझा, उदयपुर में संम्भाग प्रभारी श्रीमती कुसुम भारद्वाज,अलवर प्रदेश अध्यक्ष यतेन्द्र पाण्डेय, की अगुवाई मे ज्ञापन दिया जायेगा ।अन्य जिलों में वहां के जिला अध्यक्ष की अगुवाई में इस पुनीत कार्य को किया जायेगा। वही राजस्थान मै ग्यारह सो पेड लगाने का लक्ष्य रखा गया। कक्षा 8, 10, एवं 12 के छात्र/छात्राओ को सहायक पुस्तकें वितरत करने, सरकारी स्कूलों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित करना तय हुआ। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के राजस्थान विहिप के प्रान्तीय विधी सलाहकार एवं पीओआई के विधी प्रदेश अध्यक्ष श्री दिनेश पाठक का साफा, एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर युवा प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा, धूपेन्द शर्मा, बन्टू राजावत, सुखवीर सिंह राणा, जाकिर खान, मौहम्मद नासिर, इन्दुशेखर शर्मा, प्रमोद शर्मा, राजू बाल्मीकि, चेतन जाटव, भगवान सिंह सैनी, सहित पीस आफ इंडिया परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

राहुल माया राजस्थान, मध्य प्रदेश ओर हहत्तीस गढ़ मे साथ होंगे


सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीएसपी के साथ बातचीत पिछले कुछ महीने से चल रही है, लेकिन सीटों के तालमेल को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है


कांग्रेस मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में दलित मतदाताओं को साथ लेने के मकसद से बीएसपी के साथ गठबंधन की तैयारी में है, हालांकि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन तीन राज्यों के नेताओं से कहा है कि वे इस संदर्भ में अगले कुछ दिनों के भीतर ‘जमीनी ब्योरा’ सौंपें. इन तीनों राज्यों में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं.

गांधी ने इन तीनों राज्यों के पार्टी प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक की जिसमें बीएसपी के साथ गठबंधन के अलावा संगठन, चुनाव प्रचार की तैयारियों और टिकटों के आवंटन को लेकर चर्चा हुई.

बैठक में मौजूद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘तीनों राज्यों में बीएसपी के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी में सहमति है. इस मुद्दे पर राहुल गांधी के साथ चर्चा हुई. उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा है कि जमीनी ब्योरा हासिल करें, बीएसपी की क्या स्थिति है और सीटों के तालमेल में सही सूरत क्या होगी.’ उन्होंने कहा, ‘तीनों राज्यों में संगठन की स्थिति, टिकटों के आवंटन और चुनाव प्रचार की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई.’

सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीएसपी के साथ बातचीत पिछले कुछ महीने से चल रही है, लेकिन सीटों के तालमेल को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. चर्चा के दौरान मौजूद रहे एक अन्य नेता ने बताया, ‘संसद सत्र के बाद राहुल गांधी के चुनावी कार्यक्रम इन तीनों राज्यों में जोरशोर से शुरू हो जाएंगे.’

गांधी के साथ बैठक में मध्य प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट तथा छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पूनिया और प्रदेश अध्यक्ष भूपेश पटेल मौजूद थे.

“While Farmers in the Country are sleeping well Congress is sleepless” Modi


“Ever since the government took the historic decision to hike MSP, the farmers are relieved. They are more confident in their produce now. However, the Congress and its allies are losing sleep. They cannot stand the fact that farmers in the country are sleeping well,”

Malout as venue is being seen as well-thought-out move due to speculation that Bathinda MP Harsimrat Kaur Badal may change her constituency in 2019 LS elections


Accusing the Congress of “betraying” the farmers during the “70 years” of its rule at the Centre, Prime Minister Narendra Modi said at a rally in Punjab on Wednesday that the recent hike in the Minimum Spport Price (MSP) of Kharif crops — approved by the NDA government — has brought much relief to the farmers across country.

“Ever since the government took the historic decision to hike MSP, the farmers are relieved. They are more confident in their produce now. However, the Congress and its allies are losing sleep. They cannot stand the fact that farmers in the country are sleeping well,” Modi said at a ‘thanksgiving’ rally of farmers in Punjab’s Muktsar district.

Modi praised the farmers for their contribution, but blamed the Congress for their agricultural woes. “I bow my head in front of the farmers, they have broken all records in terms of agricultural production and for their hard work. No matter what the situation, you have always worked in the interest of the country. But the lives of farmers, which should’ve been happy, was filled with woes. The reason is that in the past 70 years, the party which took the responsible to head the nation, only made commitments and did nothing. It cared only about one family and its peace,” he said.

Modi said that the “entire country knows the reality” about the Congress’ dreams, which were only in the interest of the Gandhi family.

“Why have the farmers been restricted to earning profit of only 10 percent of the cost for the past 70 years? Congress never cared about farmers. Congress betrayed them, and made false assurances. But NDA government took efforts to change this,” said Modi.

Modi assured that the farmers from Punjab and Haryana farmers will benefit from the new MSP. “For crops like maize, and jowar, MSP of more than 50 percent has been approved. For the farmers growing bajra, the MSP has been increased two-fold,” he said.”Whether it is the soldier at the border or the farmer on his field, our government has attempted to enhance the lives of both. Our government implemented ‘One Rank and One Pension’ and also fulfilled its promises relating to MSP,” he added.

He asserted that his government will not overlook the problems faced by the farmers, and said that the vision to double farmer incomes by 2022 was formed right after the NDA government was formed. “We have been holding constant discussions on this topic since then,” he said.

Speaking about the various schemes of the Centre, the prime minister said:The SAMPADA (Scheme For Agro-Marine Processing And Development Of Agro-Processing) scheme is in place so that the farmers don’t lose their produce. New warehouses and food parks are being built across the country. The entire supply chain is being strengthened and it is being ensured that the farmer does not suffer due to crop failure.

“Under the Krishi Kalyan Abhiyan, more than 25 lakh hectares of land in the country have been brought under micro-irrigation.”

He stressed that Punjab had benefited greatly from the NDA government’s plans. “A total of 60 lakh accounts were opened in state under Jan Dhan Yojana. Under the Ujjwala scheme, 7.5 million free gas connections have been given. 23.5 lakh people have got loans from MUDRA (Micro Units Development and Refinance Agency) scheme. Nearly four million people have been insured,” he said.

Modi also spoke of the recent ‘Ease of Doing Business’ rankings. “Haryana has made considerable progress and is on the third position on the the ‘ease of doing business’ report by the World Bank. I want to congratulate Chief Minister Manohal Khattar and his government for this feat. But I also want to urge the people of Punjab to ask their government and the Congress why their state is ranking low on the list. They should question on their states downfall since the end of Parkash Singh Badal’s governance,” he said.

Modi also expressed concern over the problem of stubble burning, and said that the central government has allocated over Rs 50 crore for Punjab, Haryana, Uttar Pardesh and Delhi under a scheme to tackle the problem.

He appealed to farmers not to burn crop residue keeping in mind the health concerns. “As per an estimate, if farmers don’t burn stubble and allow crop residue to remain on their fields, they can save an expenditure to the tune of Rs 2,000 per hectare on use of fertilisers,” he said.

Stubble burning has been a major concern in northern India during the harvesting season. It led to severe air pollution in National Capital Region and its neighbouring areas in the past few years, prompting the authorities to take measures to tackle the problem.

The event — jointly organised by the Shiromani Akali Dal (SAD) and the BJP in the view of the hike in MSP — was attended by Haryana chief minister Manohar Lal Khattar and SAD president Sukhbir Singh Badal.

On 4 July, the Cabinet Committee on Economic Affairs (CCEA) approved the MSP of 14 Kharif (summer-sown) crops. MSP for paddy was hiked by a steep Rs 200 per quintal.

After the hike, the MSP of paddy (common grade) was Rs 1,750 per quintal for 2018-19 season and the support price of Grade A variety of paddy was Rs 1,770.

Sukhbir Singh Badal had earlier said that farmers from Punjab, Haryana and Rajasthan would attend the rally and they would give a rousing welcome to the prime minister for his “bold and decisive” step to implement the Swaminathan Commission report which called for 50 percent profit on input cost.

After Modi’s address on Wednesday, the SAD chief praised him, while lashing out at the Congress.

न्यायिक अधिकारी ने पति के रहते की दूसरी शादी


हाईकोर्ट ने रजिस्ट्रार जनरल, महिला न्यायिक अधिकारी व विधि विभाग से मांगा जवाब


जयपुर।

प्रदेश की एक महिला न्यायिक अधिकारी के पति के रहते दूसरी शादी करने का मामला सामने आया है, जिस पर हाईकोर्ट ने हाईकोर्ट प्रशासन, रजिस्ट्रार जनरल, रजिस्ट्रार (प्रशासन), महिला न्यायिक अधिकारी व प्रमुख विधि सचिव से जवाब तलब किया है।

न्यायाधीश मनीष भण्डारी व न्यायाधीश दिनेश चन्द्र सोमानी की खण्डपीठ ने जयपुर निवासी अनुराग वर्मा की याचिका पर यह आदेश दिया है। प्रार्थीपक्ष की ओर से अधिवक्ता आनन्द शर्मा ने कोर्ट को बताया कि प्रार्थी ने 10 अप्रेल 2013 को हिन्दू रीति से शादी की और 29 जुलाई 2013 को विवाह पंजीकृत हो गया। इसी बीच दो दिसम्बर 2013 को प्रार्थी की कथित पत्नी का राजस्थान न्यायिक सेवा में चयन हो गया।

याचिका के अनुसार प्रार्थी के पत्नी ने पहले पढ़ाई और फिर परीवीक्षा काल के नाम पर साथ रहने में असमर्थता जाहिर की। इसी बीच 24 जून 2017 को प्रार्थी की पत्नी बताई जा रही महिला न्यायिक अधिकारी ने एक अन्य न्यायिक अधिकारी से जोधपुर में शादी कर ली और 30 जून 17 को शादी को पंजीकृत भी करा लिया। राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) नियम में प्रावधान है कि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी पति या पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी नहीं कर सकता। एेसी शादी तभी संभव है, जब पर्सनल लॉ अनुमति देता हो।

राजस्थान में देखते हैं चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है


मरुधरा के सियासी समर में मैदान सज चुका है. तलवारें दोनों तरफ से तन चुकी हैं. आखिर में बचा है बस सियासत का वही सबसे अहम सवाल कि आखिरकार राजस्थान की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा?


हर पांच साल बाद सत्ता बदलने के लिए मशहूर राजस्थान की जनता फिर फैसला करने की तैयारी में है. सूबे की सियासी हवाओं में आजकल राजनीति की रेत उड़ने लगी है. राज्य कांग्रेस के नेताओं को भरोसा है सत्ता की गाड़ी उनकी तरफ आ रही है तो वसुंधरा राजे राजस्थान के सियासी इतिहास को बदलने के लिए जी जान से जुटी हैं.

अभी-अभी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में प्रधानमंत्री मोदी का ग्रैंड शो सफलतापूर्वक पूरा करके राज्य की फिजा में केसरिया रंग भरने की कोशिश की है. पीएम के प्रोग्राम के बहाने उन्होंने पिछले साढ़े चार साल की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड राजस्थान की जनता और मीडिया के सामने पेश कर दिया है. सीएम ने प्रधानमंत्री लाभार्थी संवाद कार्यक्रम के तहत सरकारी योजनाओं से लाभ लेने वाले करीब तीन लाख लाभार्थियों को प्रधानमंत्री से रूबरू कराया. ये पहला ऐसा मौका था जब किसी मुख्यमंत्री ने अपने काम का लेखाजोखा ऑडियो विजुअल माध्यम से जनता और मीडिया के समक्ष रखा.

इस प्रोग्राम के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने भी वसुंधरा राजे सरकार के कामकाज की जमकर तारीफ की. सीएम का ये प्रोग्राम भी कांग्रेस के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, क्योंकि वो लोग लगातार राजस्थान सरकार के योजनाओं की नाकामी का ढिंढोरा पीटते रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने अपने कामकाज को लेकर इस तरह की सार्वजनिक प्रस्तुतिकरण के जरिए अपने विरोधियों को निरुत्तर करने की कोशिश की है. इतना ही नहीं, इस प्रोग्राम से राजस्थान बीजेपी में भी सकारात्मक संदेश गया है. राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और ढाई महीने के अंतराल के बाद नवनियुक्त राज्य के पार्टी अध्यक्ष का एक मंच पर होना कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार करने में कामयाब रहा है. जाहिर तौर पर इसका आगामी विधानसभा चुनाव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.

उधर कांग्रेस के लोगों को लगता है कि राजस्थान पर पंजे की पकड़ बेहद मजबूत हो चुकी है. कांग्रेस के दो बड़े नेता सचिन और अशोक गहलोत दो धुरी होने के बावजूद राज्य के लोगों के सामने एकजुट नजर आने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस के आला नेता ये मान कर चल रहे हैं कि राजस्थान में बीजेपी हारी हुई लड़ाई लड़ रही है. तो उधर वसुंधरा राजे का मानना है कि कांग्रेस का यही आत्मविश्वास उसकी लुटिया डुबोएगा.

कांग्रेस हर मोर्चे पर तैयारी में जुटी है. मेरा बूथ, मेरा गौरव कार्यक्रम के तहत गांव-गांव में अपने कार्यकर्ताओं में जान फूंकने में लगी है. गुजरात चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष के बाद सबसे पावरफुल पोस्ट पाने के बावजूद अशोक गहलोत भी राजस्थान की राजनीति में ही रमे हुए हैं. वो जयपुर से लेकर दिल्ली तक में लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वसुंधरा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताने में जुटे हुए हैं. हालांकि सामान्य आरोपों के अलावा कांग्रेस के नेताओं के हाथ वसुंधरा सरकार के खिलाफ कोई पुख्ता मुद्दा नहीं लग सका है. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वसुंधरा सरकार पर इस बार भ्रष्टाचार का कोई बड़ा आरोप नहीं लगा.

राजस्थान की राजनीति को जानने वालों का कहना है कि वसुंधरा राजे ने अपने पिछले कार्यकाल से काफी कुछ सीखा है. उन्होंने इस बार उन सभी तत्वों को सरकार से दूर रखा, जो सत्ता का दुरुपयोग करते हैं. सियासी और नौकरशाही में फिक्सर का काम करने वालों से उन्होंने दूरी बना ली. इसमें वसुंधरा के लिए कवच का काम करते हैं प्रिंसिपल सेक्रेटरी तन्मय कुमार. 1993 बैच के आईएएस अधिकारी तन्यम कुमार की गिनती राज्य के ईमानदार अफसरों में होती है. वसुंधरा राजे ने मौजूदा कार्यकाल में उन पर भरोसा जताया है. तन्मय कुमार मुख्यमंत्री के इस भरोसे पर पूरी तरह से खरे उतरे.

उनको जानने वाले बताते हैं कि अपने काम में रमे रहने वाले तन्मय कुमार के लिए रोजाना 14 से 15 घंटे काम करना आम बात है. ये उनकी आदत में शुमार है. आज जिस पद पर वो मौजूद हैं उसकी इबारत उनके कलेक्टर के तौर पर काम करने के दौरान ही लिखी गई. लोग बताते हैं कि सन 2005 में जब तन्मय कुमार कलेक्टर कोटा थे, उसी दौरान मुख्यमंत्री उनके कार्यशैली से प्रभावित हुई थीं. वो इलाका मुख्यमंत्री का चुनाव क्षेत्र है. इसी वजह से सीएम को उनकी कायशैली का पता चला.

मुख्यमंत्री ने उस दौरान तन्मय कुमार के कामकाज से प्रभावित होकर ही उन्हें 30 जून 2005 को मुख्यमंत्री ऑफिस में उपसचिव नियुक्त किया. 2005 से 2008 तक तन्मय कुमार ने मुख्यमंत्री के साथ काम किया. जब वसुंधरा राजे दोबारा मुख्यमंत्री बनीं तो उन्होने तन्मय कुमार को सचिव के रूप में अपने साथ बुलाया. तन्मय कुमार बाद में मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बने.

अपने मौजूदा कार्यकाल में तन्मय कुमार ने मुख्यमंत्री की उम्मीदों के मुताबिक राज्य सरकार की योजनाओं को सुचारू रूप से चलाने और बढ़ाने का काम किया है. तन्मय कुमार पर लगातार निजी हमले होते रहते हैं. लोग उनके चरित्र पर भी उंगली उठाने की नाकाम कोशिश कर चुके हैं. तन्मय कुमार के साथ जुड़े लोगों के मुताबिक ये वो लोग हैं, जो सत्ता का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन उन्हें निराशा मिली, इस वजह से आरोप लगाने पर उतर आए.

तस्वीर वसुंधरा राजे की फेसबुक वॉल से साभार

उनको करीब से जानने वाले ये भी दावा करते हैं इतने सारे हमलों के बावजूद उन्होने कभी ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं दिया. इतनी ताकतवर पोस्ट मिलने के बावजूद न तो तन्मय कुमार ने सरकारी घर बदला, न नौकर चाकर जैसी सुविधाएं बढ़ाईं और न ही अपने लिए सुरक्षाकर्मी ही रखा. तन्मय सियासी समीकरणों पर भी पैनी नजर रखते हैं. उनके हरफनमौला अंदाज ने उन्हें मुख्यमंत्री का सबसे विश्वासपात्र बना दिया है.

बहरहाल राजस्थान की सियासत आने वाले दिनों में और परवान चढ़ने वाली है. विपक्ष के नेता अभी से बदलाव की बयार महसूस करने लगे हैं. उधर, मुख्यमंत्री लगातार लोगों से संपर्क साधने में जुटी हैं. भामाशाह और अन्नपूर्णा जैसी योजनाओं को लेकर वसुंधरा सरकार काफी आशान्वित हैं. मिड डे मील में बच्चों को दूध देने की शुरुआत करके मिडिल क्लास को साधने की कोशिश सरकार ने की है. नौजवानों से लेकर महिलाओं और किसानों तक को सरकारी योजनाओं से लुभाने की कोशिश हुई है. मरुधरा के सियासी समर में मैदान सज चुका है. तलवारें दोनों तरफ से तन चुकी हैं. आखिर में बचा है बस सियासत का वही सबसे अहम सवाल कि आखिरकार राजस्थान की राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा?

100% लाभार्थियों से संवाद स्थापित करेगी भाजपा

 

जयपुर ।

राजधानी जयपुर में पीएम लाभार्थी-जनसंवाद कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने सभी लाभार्थियों से संवाद स्थापित करने का फैसला लिया है। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में हुई प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला हुआ।

कोर कमेटी की बैठक के बाद पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन संवाद के बाद राजस्थान में हमारे कार्यकर्ताओं में एक नई स्फूर्ति आई है और भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में एक नये वातावरण का आगाज हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी के संवाद कार्यक्रम में केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं के लाभार्थियों में से 1 प्रतिशत लाभार्थी ही आये थे और संवाद कार्यक्रम की सफलता के बाद अब हम राजस्थान प्रदेश के सौ प्रतिशत लाभार्थियों से संवाद स्थापित करेंगे। इसी विषय पर आज कोर कमेटी में चर्चा हुई है।

चंचल की रसोई से

श्रीमती चंचल पाठक Homemaker


 छाछ रबडी (जौ का दलिया)

 छाछ रबडी (जौ का दलिया)

व्यंजन सामग्री:
1 मध्यम आकार की कटौरी- जौ का दलिया
3 गिलास पानी
स्वादनुसार नमक
मीठा बनाना चाहें तो
1 कटोरी चीनी या शक्कर

जौ का दलिया बनाने के लिए पहले एक भगौने में तीन गिलास पानी लें और आँच पर रख दें। उबाल आने पर उसमें जौ का दलिया गर्म पानी में डाल दे उसमें थोड़ा सा नमक डाल दे अब गैस को धीमा कर दे दलिया डालते समय इस बात का ध्यान रखे एक हाथ से दलिया डाले दुसरे हाथ से चम्मच से उसे चलाते रहे नहीं तो उसमें गंठे पड़ जाएगी आंच धीमी करके बर्तन को प्लेट से आधा ढक दे बीच बीच में चलाते रहे कुछ देर बाद दलिये मे जो जौ के दाने हैं उसे दबाकर देखें पक गया हो तो थोड़ा उसे और चलाए ताकि पानी और दलिया अलग न हो बिल्कुल एकसार हो जाना चाहिए अब उसे आँच से उतार दे बिल्कुल ठण्डा हो जाए तब उसमें छाछ डाल कर खाए कुछ लोग इसे मिठा खाना भी पसंद करते हैं इसलिए इसमें चीनी या शक्कर भी मिला कर खाया जा सकता है। ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता हैं। राजस्थान में यह व्यंजन सुबह के नाश्ते में खाया जाता है। घर की महिलाए अधिकांश रात को बना कर रख देती हैं सुबह तक ये बिल्कुल ठण्डा हो जाता हैं और फिर इसमें ठण्डी छाछ मिलाकर खाते है।

जौ और छाछ दोनों ही शरीर के लिए पौष्टिक व लाभ कारी व ठण्डक देने वाली है इसलिए इसे सिर्फ गर्मियों में ही खाया जाता है।

 


जोधपुरी मिर्ची वड़ा

 

जोधपुरी मिर्ची बड़ा नाश्ते में सर्व करने वाली स्पाइसी रेसिपी है। मिर्ची वड़ा में मिर्ची के अंदर मसालेदार आलू भरे कर फिर इसे बेसन के घोल में लपेटकर फ़्राई किया जाता है। इसे गरम गरम चाय के साथ परोस कर टेस्ट करे।

जोधपुरी मिर्ची वड़ा

”आवश्यक सामग्री”
– 8 मोटी और लम्बी हरी मिर्च
”भरावन के लिए”
– 4 उबले और मैश किए हुए आलू
– 1 छोटा चम्मच अदरक का पेस्ट
– ½ चम्मच हरी मिर्च का पेस्ट
– ½ चम्मच लाल मिर्च पाउडर
– ½ छोटा चाट मसाला
– 1 चम्मच धनिया पाउडर
– ½ छोटा चम्मच गरम मसाला
– ½ चम्मच राई
– 1 चुटकी हींग
– 1 चम्मच अमचूर पाउडर
– 1 बड़ा चम्मच तेल
– स्वादानुसार नमक

बेसन से कवर करने के लिए

– 100 ग्राम बेसन
– 1 चुटकी खाने का सोडा
– 2 हरी मिर्च कटी हुई
– ½ चम्मच लालमिर्च पाउडर
– स्वादानुसार नमक
– आवश्यकतानुसार तेल

सर्व करने के लिए
– इमली की मीठी चटनी
– टोमैटो सॉस

जोधपुरी मिर्ची वड़ा बनाने का तरीका
”भरावन के लिए”
– एक पैन में गरम तेल में राई और हींग का तड़का लगाएँ।

– अब इसमें अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट डालकर भून लें।

– इसमें मैश की हुई उबली आलू, नमक, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, चाट मसाला, अमचूर पाउडर और धनिया पाउडर को डालकर सभी सामग्री को आपस में कलछी से मिक्स कर लें।

– इसे एक प्लेट में निकाल कर ठंडा कर लें।

– मिर्ची में भरने के लिए भरावन की सामग्री तैयार है।

मिर्ची वड़ा बनाने के लिए
– हरी मिर्च को किसी साफ़ कपड़े से पोछ लें।

– मिर्ची को पकड़कर चाकू की सहायता से लम्बाई में चीरा लगाएँ और सारे बीज निकाल लें।

– अब इन 8 मिर्ची में नमक लगाकर 15 मिनट के लिए रख दें।

– फिर इन्हें सूखे कपड़े से पोछकर हाथों से धीरे धीरे मिर्ची के अंदर भरावन की सामग्री को भर दें।

– इसी तरह से सारी मिर्ची को भरकर एक प्लेट में रख लें।

घोल बनाने के लिए एक बर्तन में बेसन, नमक, खाने का सोडा, लालमिर्च पाउडर और हरी मिर्च को डालें।

– अब इसमें एक कप पानी डालकर मीडियम का घोल तैयार कर लें।

– भरी हुई मिर्च को इस घोल में डिप करके गर्म तेल में मध्यम आँच पर तल लें।

– जब ये अच्छे से गोल्डन फ़्राई हो जाएँ तब एक प्लेट में टिशु पेपर बिछाकर सारे मिर्ची वड़ा निकाल लें।

– गरम गरम जोधपुरी मिर्ची वड़ा को इमली की मीठी चटनी या टोमैटो सॉस के साथ नाश्ते में सर्व करें।

 



राजस्थानी दही पापड़ की सब्जी

राजस्थानी दही पापड़ की सब्जी

 

 

सामग्री:

स्किम्ड दूध की दही-1 1/2 कप
बिकानेरी मूंग पापड़-2
बेसन- 3/4 बड़ा चम्मच
नमक स्वादानुसार
हल्दी का पाउडर-1/2 छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर-3/4 छोटा चम्मच
तेल1 1/2 बड़े चम्मच
जीरा-1 छोटा चम्मच
हींग-1/2 छोटा चम्मच
सूखी लाल मिर्च -टुकडे किए हुए-2
धनिया पाउडर-1 1/2 छोटे चम्मच
अदरक कटा हुआ-1 छोटा चम्मच
बूंदी-1/4 कप
गरम मसाला पाउडर-1/2 छोटा चम्मच,
ताजा हरा धनिया कटा हुआ-1 बड़ा चम्मच।

विधि

दही में बेसन, नमक, हल्दी व लाल मिर्च पाउडर डालें और मिलाएं। दो कप पानी डालकर मिला लें और इस घोल को छान लें। अलग रखें।

नॉन स्टिक कढ़ाई में तेल गरम करें। जीरा, हींग व सूखी लाल मिर्च के टुकड़े डालें और भूनें।

धनिया पाउडर डालकर एक मिनट भून लें। अदरक मिला दें और एक मिनट भून लें।

दही का घोल डालक र मिलालें और नमक चख लें। कलछी चलाते रहें और एक उबाल आने पर आंच धीमी करें।

दो मिनट पकाएं। बहुत गाढ़ा लगे तो पानी डालें। नॉनस्टिक तवे पर पापड़ सेक लें।

दो इंच के टुकड़े बना लें। उबलती दही में पापड़ और बूंदी मिला दें।

दो-तीन मिनट उबलने दें। गरम मसाला पाउडर डालें और मिलाएं।

आंच से हटा दें और हरे धनिये से सजाकर गरमागरम परोसें।

‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’ राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन 15 जुलाई को

भरतपुर।

जयपुर के बिड़ला सभागार में ‘संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’ राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन 15 जुलाई को किया जाएगा।

जिला कांग्रेस कमेटी विधि, मानवाधिकार व आरटीआई विभाग की नवीन कार्यकारिणी की भरतपुर में हुई पहली बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुशील शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन में केन्द्रीय नेता कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, कु. शैलजा, अशोक गहलोत तथा सचिन पायलट, अविनाश पाण्डे, विवेक तनखा, सी.पी. जोशी भाग लेंगे। इस अधिवेशन में राजस्थान के 5,000 लोग जो विधि, मानवाधिकार एवं आरटीआई विभाग से संबंधित हैं, भाग लेंगे, जिसमें वर्तमान सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने और संवैधानिक ढांचे को तहस-नहस करने इत्यादि समस्त विषयों पर चर्चा होगी। साथ ही अधिवेशन में वकीलों के कल्याण की योजना, वकीलों की पार्टी तथा आने वाले चुनावों में भागीदारी पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा वकीलों की कल्याणकारी योजनाओं को आगामी चुनाव घोषणा पत्र में शामिल कराकर उन्हें लागू कराया जाएगा।