मोदी ने रोड शो से दिखाया भारतीय जनता का मूड

वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन से एक दिन पूर्व गुरुवार को पीएम का रोड शो दोपहर बाद तैयारी शुरु हुई तो काशी उनके समर्थकों से पट गई।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में मेगा रोड शो और नामांकन के लिए गुरुवार शाम 4.30 बजे बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्‍त्री अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर विमान से पहुंचे। एयरपोर्ट पर वह हेलिकाप्‍टर से बीएचयू स्थित हेलिपैड के लिए रवाना हो गए, जहां शाम पांच बजे वह पहुंच गए। इसके बाद लंका स्थित सिंह द्वार पर शाम सवा पांच बजे उन्‍होंने पं. महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर पाल्‍यार्पण कर रोड शो की शुरुआत की। इसके बाद हर-हर महादेव और जय श्री राम के साथ मोदी-मोदी के गगनभेदी नारों से काशी गूंज उठी। सड़क से काफ‍िला गुजरा तो लोगों ने फूलों की बौछार कर पीएम का स्‍वागत भी किया। रोड शो दशाश्‍वमेध घाट पर आकर जब समाप्‍त हुआ तो पीएम नरेंद्र मोदी ने करबद्ध होकर मां गंगा को नमन किया और गंगा आरती में हिस्‍सा लिया। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रात नौ बजे होटल डी पेरिस में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित भी किया। 

शाम करीब 5.45 बजे पीएम का रोड शो लंका से होते हुए अस्‍सी क्षेत्र में पहुंचा। अस्सी चौराहे पर इस दौरान शंख व आरती संग फूलों की बौछार के मध्य पार्टी काशी वासियों ने पीएम का स्वागत किया। इसके बाद पीएम के रोड शो का अगला पड़ाव भदैनी क्षेत्र 6.15 बजे पहुंचा। रोड शो जब भदैनी के आगे पहुंचा तब तक रात होने की वजह से पीएम के वाहन की उनके चेहरे पर लाइट जलाकर रोड शो को आगे बढाया गया। शाम सात बजे पीएम का काफ‍िला मदनपुरा पहुंचा और इसके बाद शाम साढे सात बजे पीएम का काफ‍िला गोदौलिया आ गया जहां कार्यकर्ताआें ने जोरदार नारे लगाकर पीएम का स्‍वागत किया। इसके बाद पीएम का रोड शो दशाश्‍वमेध घाट जाकर रात 7.45 बजे समाप्‍त हो गया। यहां पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, सीएम योगी आदित्‍यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष डा. महेंद्र नाथ पांडेय गंगा आरती में शामिल हुए।

प्रस्‍तावित समय से काफी देर से रोड शो शुरु होने की वजह से पीएम भी अब देर से गंगा आरती में शामिल हुए।दशाश्‍वमेध घाट पर गंगा आरती का समय शाम 6.30 बजे का है। लेकिन पीएम के शामिल होने की वजह से दशाश्‍वमेध घाट पर आरती रात 8.35 बजे पूरी की गई। इससे पूर्व पूरे रोड शो के दौरान लाखों लोग पीएम का स्‍वागत करने के लिए लंका गेट से लेकर दशाश्‍वमेध घाट तक मौजूद रहे। वहीं शाम को दशाश्‍वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होने के लिए भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह, केशव मौर्या अाैर पन्‍नीर सेल्वम सहित कई मंत्री भी पहुंचे।

उधर कांग्रेस प्रत्‍याशी अजय राय अपने समर्थकों संग गोदौलिया की तरफ शाम करीब छह बजे बढे तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनको रोकने की कोशिश की। इसकी वजह से काफी देर तक कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नौबत बनी रहने से प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए। हालांकि उनके द्वारा काशी विश्‍वनाथ दरबार दर्शन पूजन की बात कहने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जाने की अनुमति दे दी इसके बाद विवाद भी शांत हो गया।

इससे पूर्व एयरपोर्ट पर केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, प्रकाश सिंह बादल, पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी और ज्योत्सना श्रीवास्तव के अतिरिक्‍त पार्टी के पदाधिकारी भी प्रधानमंत्री का स्‍वागत करने के लिए बाबतपुर पहुंचे। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन से पूर्व बीएचयू हेलिपैड पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का हेलिकाप्‍टर भी पहुंचा। काशी में कई केंद्रीय मंत्रियों सहित देश के कई प्रदेशों के भाजपा के दिग्‍गज नेता भी पीएम नरेंद्र मोदी के नामांकन के लिए मौजूद हैं। 

वाराणसी से बतौर सांसद पीएम नरेंद्र मोदी अपनी दूसरी पारी की उम्मीदवारी के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से काशी में बहुप्रतीक्षित मेगा रोडशो शाम करीब सवा पांच बजे से शुरु किया। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयोजित इस मेगा रोड शो में लघु भारत की तस्वीर भी नजर आई और गंगा-जमुनी तहजीब की साझा सांस्‍कृतिक विरासत भी नुमाया हो रही है। जगह-जगह पीएम के मुखौटे लगाकर सुबह से ही पार्टी कार्यकर्ताओं का हुजूम सड़कों पर उतरा और अपने चहेते सांसद के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। वहीं पीएम का यह दौरा पार्टी के सोशल मीडिया एकाउंट पर भी लाइव होता रहा। इसके लिए भाजपा आइटी सेल की टीम एक दिन पूर्व ही सक्रिय हो गई थी। वाराणसी पहुंचने से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने टवीट कर काशी में अपने आयोजन की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की। 

लंका से शुरु हुआ था रोड शो 

पीएम नरेंद्र मोदी ने शाम सवा पांच बजे लंका स्थित बीएचयू सिंहद्वार पर भारत रत्न पंडित महामना मदनमोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रोड शो की शुरुआत की। यह रोड शो अस्सी, शिवाला, सोनारपुरा, मदनपुरा और गोदौलिया होते हुए शाम 7.45 बजे दशाश्वमेध घाट पर जाकर समाप्त हो गया। इसके बाद रात साढे आठ बजे तक पीएम नरेंद्र ने भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, सीएम योगी आदित्‍यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय के साथ गंगा आरती में हिस्‍सा लिया। इस दौरान करीब सात किलोमीटर के रास्‍ते में सुरक्षा के काफी व्‍यापक इंतजाम रहे।

जगह-जगह हुआ स्‍वागत 

लंका में पं. मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्‍यार्पण के बाद पीएम का काफ‍िला जैसे जैसे आगे बढता रहा वैसे ही जगह-जगह उनका अनोखे ढंग से कार्यकर्ताओं ने स्‍वागत भी किया। रविदास गेट पर जहां सांस्‍कृतिक आयोजन किया गया वहीं प्रमुख जगहों पर जोशीले पार्टी कार्यकर्ताओं का हुजूम समर्थन में नारेबाजी भी करता नजर आया। रविदास गेट पर सोनभद्र के कलाकारों द्वारा आदिवासी नृत्‍य पेश कर चुनावी माहौल बनाया गया। वहीं प्रमुख रोड शो के स्‍थानों पर पार्टी कार्यकर्ता ‘मैं भी चौकीदार’ टीशर्ट के साथ पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन करते नजर आए। जबकि विदेशी सैलानी भी भगवा रंग में इस दौरान नजर आए। 

पीएम का रोड शो सोशल मीडिया में लाइव

काशी में पीएम नरेंद्र मोदी का दौरा सोशल मीडिया पर भी लाइव रहा। पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी आते ही सबसे पहले टवीट कर काशी में अपने कई कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। वहीं भाजपा के विभिन्‍न सोशल मीडिया एकाउंट से रोडशो और गंगा आरती का सीधा प्रसारण किया गया। सुबह से ही टविटर शीर्ष ट्रेंड में पीएम का दौरा शामिल रहा तो दिन भर पीएम का रोड शो पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के एकाउंट से वायरल होते रहे। दिन भर ‘काशी बोले नमो नमो’ और ‘वाराणसी’ आदि हैशटैग से पीएम का दौरा ट्रेंड करता रहा। वहीं सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्मों पर पीएम के दौरे संबंधी आयोजन दिन पर पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्‍ट होते रहे। 

भारत की चीन-पाक सीमा पर बनेंगी सुरक्षा सुरंगें

युद्ध में अपना कम से कम नुक्सान करवा कर शत्रु को अत्यधिक एवं मार्मिक चोट देना ही कुशल सिपहसालार कि निशानी है. साथ ही किसी भी प्रकार के हमले में अपने सैनिकों और उनके मॉल असबाब को दुश्मनों के हाथों से बचाए रखना भी एक रणनीति होती है, भारतीय सेना भी अब सीमा पर इसी प्रकार के निर्माण कार्यों को प्रोत्साहित कर रही है. भारतीय सेना ने सीमा पर सुरंगें बनाने का संकल्प लिया है.

नई दिल्‍ली: भारत अब अपनी सीमाओं की सुरक्षा को और पुख्‍ता करने जा रहा है. अब पाकिस्तान और चीन की सीमा पर पहाड़ों के अंदर गोला-बारूद के जखीरे रखने के लिए सुरंगें बनाई जाएंगीं. हर सुरंग में 2 लाख किलो गोला बारूद स्टोर होगा. ये 4 सुरंगें 2 साल में बनकर तैयार होंगीं. इन सुरंगों की सबसे बड़ी खासि‍यत ये होगी कि ये हर हमले से सुरक्ष‍ित होंगीं.

NHPC और Army के बीच इस समझौते पर दस्तखत किए गए. समझौते के मुताबिक 2 साल में 15 करोड़ की लागत से 4 सुरंगे बनाई जाएंगीं. हर सुरंग में 200 मीट्रिक टन यानी 2 लाख किलो गोला बारूद रखा जा सकेगा.

पहले भी ऐसी सुरंगें बनाने की कोशि‍श हो चुकी है…
3 सुरंगे चीन सीमा और एक पाकिस्तान सीमा पर बनाई जाएंगीं. सेना ने पहले ऐसी सुरंगे बनाने की कोशिश की थी, लेकिन कामयाब  नहीं हुई. अब सेना इसके लिए NHPC की महारत का उपयोग करना चाहती है. NHPC ने पहाड़ों में कई पॉवर प्रोजेक्ट बनाने में सुरंगों का इस्तेमाल किया है.

इसलिए तैयार की जा रही हैं सुरंग
सेना को सबसे ज़्यादा खतरा गोला बारूद के भंडारो पर हमले से होता है. युद्ध के समय ये दुश्मन के सबसे पहले हमलों का निशाना होते हैं. इन सुरंगो में रखा लाखो किलो गोला बारूद न तो ज़मीनी हमले से तबाह किया जा सकेगा और न ही हवाई हमले से. इस पायलट प्रोजेक्ट के बाद इस तरह की और सुरंगें बनाई जाएंगी.

किरण खेर ने चंडीगढ़ में अपना नामांकन भरा

की मौजूदा सांसद किरण खेर ने दोबारा इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए गुरुवार को अपना नामांकन भरा. इस दौरान उनके पति अभिनेता अनुपम खेर मौजूद थे, संजय टंडन आवर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के साथ जीप पर मौजूद थे.

नई दिल्ली : चंडीगढ़ की मौजूदा सांसद किरण खेर ने दोबारा इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए गुरुवार को अपना नामांकन भरा. इस दौरान उनके साथ भाजपा शासित हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और उनके पति अभिनेता अनुपम खेर मौजूद थे. चंडीगढ़ में हरियाणा और उत्तराखंड के लोग अच्छी तादाद में रहते हैं, जिस वजह से यहां मनोहर लाल खट्टर और त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति देखी गई. 

भाजपा की शहर इकाई के अध्यक्ष संजय टंडन भी इस मौके पर मौजूद थे. टंडन खुद भी यहां से टिकट के दावेदार थे. इससे पहले किरण खेर और अन्य ने भाजपा कार्यालय से उपायुक्त के कार्यालय तक रोड शो निकाला. 

लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ से @BJP4India की प्रत्याशी श्रीमती @KirronKherBJP जी को नामांकन भरने पर बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। जनता का यह अपार स्नेह और उत्साह आपकी जीत की ओर साफ संकेत देते हैं।#PhirEkBaarModiSarkarChowkidar Kirron Kher@KirronKherBJPनामांकन यात्रा की कुछ रंग-बिरंगी झलकियां। चंडीगढ़ शहर का इतना प्यार और इतना उत्साह देख कर आज मुझे यकीन हो गया कि जीत इस बार पिछली बार से बहुत बड़ी होगी 🙂 शुक्रिया माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा @mlkhattar जी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड @tsrawatbjp जी अध्यक्ष @SanjayTandonBJP जी 8584:44 PM – Apr 25, 2019Twitter Ads info and privacy145 people are talking about this

चंडीगढ़ की रहने वाली खेर (66) ने अपने पास 16 किलोग्राम के आभूषण की घोषणा की, जिसकी किमत 4.64 करोड़ रुपये के करीब है. उनके पास चल संपत्ति के रूप में 16.97 करोड़ रुपये और 13.97 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. अनुपम खेर की चल संपत्ति 14.86 करोड़ रुपये है. 

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Chandigarh: Actor Anupam Kher campaigns for his wife and BJP candidate, Kirron Kher. Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat also present.

भाजपा ने चंडीगढ़ सीट से किरण खेर के नाम की घोषणा मंगलवार को की. उम्मीदवार के नाम में देरी से यह कयास लगाए जाने लगे थे कि पार्टी यहां से उम्मीदवार बदलना चाहती है. 2014 में किरण ने तत्कालीन रेलवे मंत्री और चार बार के सांसद पवन कुमार बंसल को करीब 70,000 मतों से हराया था. 

पुलिस फाइल, पंचकुला

पंचकूला, 25 अप्रैल :-

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बतलाया कि गुप्तचर विभाग सैक्टर-25, पंचकुला की टीम द्वारा अभियोगांक संख्या 116 दिनांक 23.04.2019 धारा 406,420,120-B IPC थाना सैक्टर-5, पंचकुला मे वांछित आरोपी 1. आजाद पुत्र शकरूदीन वासी गांव रानीयांला, थाना फिरोजपुर झिरका, जिला नूंह 2. असार महोम्मद पुत्र यासीन वासी गांव रिहागढ़, थाना फिरोजपुर झिरका, जिला नूंह को इंदिरा कालॉनी, सैक्टर-16, पचकुला से विधी-पूर्वक गिरफ्तार किया गया । आरोपियो को पेश माननीय अदालत किया गया । माननीय अदालत द्वारा आरोपियो का 2 दिन का रिमाण्ड फरमाया गया ।

Police File

Purnoor, Chandigarh 25.04.2019 :

Criminal breach of trust

Maninder Singh R/o Desu Majra Colony, Kharar, Distt.- Mohali, Punjab reported that complainant started advertising online to rent out his Camera. On 06.02.2019 one person namely Prabhjot Singh contacted complainant and meet him Sector- 10 opposite to Rose Garden, Chandigarh and taken complainant’s camera on rent for 3 hours by giving his ID and Rs. 800/-. But alleged person did not returned camera and also switched off his mobile phone. A case FIR No. 134, U/S 406 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Dharmender Kumar R/o # 2001/3, Sector- 32/C, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Honda City Car No. CH-01BC-7880 while parked near Saint Anee’s School, Sector- 32, Chandigarh on night intervening 17/18.04.2019. A case FIR No. 97, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Threatening/Criminal Breach of Trust

          Sumita Kapil, Senior advocate alleged that Anurag Sandhu, Rosy Sandhu R/o # 47, Sector- 8, Chandigarh threatened, restrain, misbehave with complainant while she came to assist Mr. Ravi Jain for discussion in legal procedure. A case FIR No. 114 U/s 341, 506, 509, 406, 34 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.            

कांग्रेस कि टिकट पर अजय राय वाराणसी से चुनाव में उतरेंगे

प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव अभियान के शुरुआत ही में प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर कर थी. कांग्रेस पार्टी के समर्थक कुछ ज्योतिषियों ने तो मोदी कि कुंडली भी बांच ली थी. उन्होंने मोदी कि कुंडली में काल सर्प योग कि बात कहते हुए कहा कि यदि मोदी के खिलाफ कोई स्त्री चुनाव लडती है तो मोदी हार जायेंगे. कांग्रेसी खेमे में ख़ुशी कि लहर अभी उठी ही थी कि राजनैतिक विश्लेषकों ने बताया कि 2014 में जब मोदी को कोई जानता भी नहीं था, ऐसे में अरविंद केज्रिवाल अपनी लोकप्रियता के चलते मोदी को कड़ी टक्कर देने के बावजूद बहुत बुरी तरह हार कर 2सरे नम्बर पर थे और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 3सरे नम्बर पर आये थे. लेकिन अब तो लोग मोदी को अच्छी तरह पहचानते हैं, उनके किये कामों को मानते भी हैं और इस बार मैदान में अरविन्द केजरीवाल भी नहीं है वोटों का बाँटना इस बार इतना आसान नहीं होगा. जो जनता पिछली बार मोदी बनाम केजरीवाल में बंटी थी वह इस बार सिर्फ मोदीमय है. लोगों ने दिल्ली कि सरकार का काम काज भी देखा है इसीलिए मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कि हार तय है. प्रियंका के लाख चाहने के बावजूद कांग्रेस उनके पहले ही चुनाव में हारने का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है.

नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections) के लिए कांग्रेस पार्टी ने वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. इस सीट से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने की खबरें आ रही थी. लेकिन आज कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से अजय राय का नाम फाइनल कर दिया है. बता दें कि अजय राय 2014 में भी इस सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हैं. अब वाराणसी सीट पर अहम मुकाबला बीजेपी से पीएम मोदी, समाजवादी पार्टी-बीएसपी गठबंधन से शालिनी यादव और कांग्रेस से अजय राय मैदान में हैं.

अजय राय पिछली बार (2014 लोकसभा चुनाव) तीसरे स्थान पर आए थे. जबकि साल 2009 के लोकसभा चुनाव में अजय राय ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 1 लाख 23 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. 

बता दें कि वाराणसी सीट साल 2004 में आखिरी बार कांग्रेस पार्टी जीती थी. इसके बाद 2009 में इस सीट से बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी जीते थे. साल 2014 में वाराणसी सीट से पीएम मोदी ने 5 लाख 81 हजार वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की थी. जबकि आप नेता अरविंद केजरीवाल 2 लाख 9 हजार वोटों के साथ दूसरे व कांग्रेस के अजय राय 75 हजार से ज्यादा वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.

प्रियंका के चुनाव लड़ने की थी खबर
आपको बता दें कि इस सीट लगातार ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी. कई बार मीडिया द्वारा इस सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियंका गांधी वाड्रा खुद यह कह चुकीं हैं कि पार्टी उन्हें जहां से कहेगी वह चुनाव लड़ेंगी. इर बार तो प्रियंका ने खुद ही वाराणसी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिए की थी.

आज कांग्रेस पार्टी ने यूपी से अपने दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. कांग्रेस ने गोरखपुर लोकसभा सीट से मधुसूदन तिवारी को टिकट दिया है. 

दरअसल, कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने 21 अप्रैल को एक बार फिर से पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. प्रियंका ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे तो उन्हें खुशी होगी.

अंदरखाने से खबर मिल रही थी कि पांचवें चरण में अमेठी लोकसभा सीट का चुनाव संपन्न होने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा के वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की जा सकती है. यहां तक की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एक इंटरव्यू के दौरान प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया था. हालांकि, राहुल ने इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था. 

प्रियंका ने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा था, वाराणसी से क्यों नहीं?
मार्च महीने में रायबरेली में जब एक कार्यकर्ता ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से रायबरेली से चुनाव लड़ने को कहा था तो उन्‍होंने जवाब दिया था कि वाराणसी से क्यों नहीं? हालांकि प्रियंका गांधी ने यह जवाब हल्के-फुल्के में अंदाज में दिया था, लेकिन उसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जाने से शुरू हो गए थे कि क्या सच में प्रियंका गांधी सचमुच वाराणसी में पीएम मोदी को चुनौती देने की तैयारी कर रही हैं. 

बीते 29 मार्च को ही कांग्रेस महासचिव व पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश-विदेश तो खूब घूमे, लेकिन आज तक अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के किसी भी गांव में नहीं गए. उन्हें जब गांवों के बारे में पता ही नहीं है तो उनका विकास कैसे करेंगे.

डिबेट में मुद्दों से भागी विधायक लतिका शर्मा और भाजपा कार्यकर्ता

-स्थानीय लोगो के रोष व विपक्ष के मुद्दों से मैदान छोड़कर भागी भाजपा
-कांग्रेस,आप-जजपा,इनेलो समेत विपक्ष के दबाव से भागी विधायिका
-विधायिका ने दीपांशु पर आरटीआई की सूचनाओं का कसा था तंज-दीपांशु ने चर्चा के लिए आमंत्रित किया तो विधायिका चली गई
-मॉडरेटर ने सवाल किया-शिवालिक क्षेत्र के लिए क्या किया भाजपा ने?विधायिका ने इशारा कर शुरू करवाई नारेबाजी और चलने लगी

कालका।

कालका में एसडीएम कार्यालय के सामने जब टीवी चैनल की डिबेट के दौरान मुद्दों की बात आई तो भाजपा विधायिका लतिका शर्मा समेत भाजपा कार्यकर्ता मैदान छोड़ कर भाग गए।कांग्रेस की ओर से छात्र संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपांशु बंसल व कालका के अजय सिंगला पक्ष रख रहे थे तो आप-जजपा की ओर से भाग सिंह दमदमा पक्ष रख रहे थे जबकि भाजपा की ओर से विधायिका लतिका शर्मा स्वयं भाजपा का पक्ष रखने पहुंची परंतु भाजपा की असक्षमता व विफलता का प्रमाण तब मिला जब चर्चा मुद्दों पर आई।यहां तक की स्थानीय मौजूद लोगों ने भी भाजपा के विरुद्ध अपना रोष व्यक्त किया।दीपांशु बंसल ने बताया कि भाजपा ने 5 वर्षो में अंबाला लोकसभा के साथ साथ कालका में कोई विकास कार्य नही किया है।जहां एक तरफ एचएमटी फेक्ट्री को बन्द किया तो वही क्षेत्र के लिए कोई पैकेज भाजपा नही दे सकी वही अजय सिंगला ने कहा कि कालका में अस्पताल की हालत खस्ता है और विकास के नाम केवल गुमराह किया जा रहा है जबकि जजपा की ओर से भाग सिंह दमदमा ने भी भाजपा की असफलताओं को गिनवाते हुए कहा कि क्षेत्र में मर्डर व नशों का ठंडा भाजपा के कुशासन में बड़ा।स्थानीय मौजूद लोगों ने भी भाजपा सांसद के लापता होने और कोई विकास न करवाने का मुद्दा उठाया।

विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से विधायिका द्वारा चर्चा का मैदान छोड़कर भागने की निंदा करी।भाजपा नेता चर्चा स्थल से 100 मीटर दूर खड़े होकर नारे लगा रहे थे तो विपक्षी दलो ने भी चौकीदार चोर है,भाग गई-भाग गई,मैदान छोड़ कर विधायिका भाग गई।विपक्ष का पलड़ा भारी दिखा।गौरतलब है कि चर्चा के शुरुआत में ही भाजपा चर्चा के मूड में नही थी क्योंकि शुरुआत से ही भाजपा कार्यकर्ता विधायिका के इशारे पर नारे लगा रहे थे जिससे अशांति बनी रहे और चर्चा न हो परन्तु जब विधायिका ने पूर्व चेयरमैन विजय बंसल के सुपुत्र व एनएसयूआई में राष्ट्रीय संयोजक दीपांशु बंसल पर आरटीआई द्वारा प्राप्त सूचना लेकर मुद्दे उठाने का तंज कसा तो दीपांशु ने भी 1 मिनट की चर्चा के लिए आमंत्रित किया वही, वहां मौजूद डिबेट मॉडरेटर ने जब सवाल किया कि अंबाला लोकसभा शिवालिक क्षेत्र के अधीन है ,शिवालिक क्षेत्र के विकास के लिए आपकी सरकार ने क्या क्या किया जिसके तुंरन्त बाद विधायिका लतिका ने इशारा कर नारेबाजी शुरू करवाई और मैदान छोड़कर भाग गई।इसपर विजय बंसल ने बताया कि शिवालिक क्षेत्र के लिए कांग्रेस शासन में मंजूर 647 करोड़ के आर्थिक पैकेज को भी भाजपा ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।इसके साथ साथ सभी ने स्पष्ट किया कि भाजपा द्वारा इस तरह असभ्यता का परिचय देना काफी गलत है व लोकतंत्र में किसी दल की असक्षमता है।

विपक्षी नेताओं ने कहा कि खेर कालका में 5 वर्षो के बाद किसी डिबेट के दौरान भाजपा विधायिका व भाजपा कार्यकर्ताओ का शोर मचा कर भागना दर्शाता है कि भाजपा के 5 वर्ष केवल मात्र जुमलों से भरे थे और जनता ने पहले ही इन्हें बता दिया है कि अब भाजपा के सूपड़ा साफ हो चुका है।
विपक्षी दलों में मुकेश सोढ़ी,टिंकू शर्मा,सागर,विपिन,सजल,हन्नी सिंह,पीयूष शर्मा,सुनील कुमार समेत सेकड़ो लोग मौजूद थे।

यासिन मलिक को बुधवार को 24 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया

नई दिल्लीः दिल्ली की एक अदालत ने जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों और आतंकी समूहों के वित्त पोषण संबंधी एक मामले में गिरफ्तार किए गए जेकेएलएफ प्रमुख यासिन मलिक को बुधवार को 24 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राकेश स्याल ने, सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिए मलिक को पेश करने की मांग कर रही तिहाड़ जेल प्रशासन की एक याचिका पर भी बचाव पक्ष के वकील से जवाब मांगा. 

अदालत ने मलिक को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में भेज दिया. कश्मीर की एक अदालत से एनआईए को मलिक के ट्रांजिट रिमांड की मंजूरी मिलने के बाद उन्हें राष्ट्रीय राजधानी लाया गया था. जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने सीबीआई की एक याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है. याचिका में सीबीआई ने तीन दशक पुराने उन मामलों को फिर से खोलने की अपील की है जिनमें मलिक आरोपी हैं.

जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख पर 1989 में तत्कालीन गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबैया सईद को अगवा करने तथा 1990 में भारतीय वायु सेना के चार कर्मियों को मार डालने के मामले में कथित संलिप्तता का आरोप है.

जेकेएलएफ पर गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत प्रतिबंध लगा दिया गया है.

मसूद ने कहा कि पिछले 17 सालों में वह कभी बीमार भी नहीं पड़ा

मीडिया से हमेशा मुंह छुपा कर रहने वाले चीन के प्यारे मसूद अज़हर ने एक बार फिर सक्रियता दिखाई है और पुलवामा से बड़े हमले की साजिश की तैयारियां शुरू कर दिन हैं। मसूद अज़हर ने एक बार फिर पाकिस्तान के प्रति नर्म पड़ते भारत के रवैये की आग को हवा दे दी है।

नई दिल्ली: बालाकोट में भारतीय वायु सेना की तरफ से किए गए एयर स्ट्राईक के बाद एक बार फिर से जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अजहर सक्रिय हो गया है. खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों अजहर मसूद ने जैश आतंकियों के साथ बैठक कर भारत पर पुलवामा जैसे एक और बड़े आतंकी हमले के लिए तैयार रहने को कहा है. वहीं मसूद अजहर ने मीटिंग के दौरान ये भी कहा कि वो पिछले 17 सालों में कभी न तो बीमार हुआ और न ही वो कभी अस्पताल में भर्ती हुआ है.

मसूद अजहर ने ये भी कहा है कि उसके स्वास्थ के बारे में गलत खबरें फैलाई जा रही हैं. बता दें कि बालाकोट में जैश के कैंप पर हुए एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक विदेशी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा था कि अजहर मसूद को किडनी की गंभीर बीमारी है और उसका स्वास्थ्य काफी खराब है. कुरैशी ने कहा था कि भारत जिस तरह से मसूद अजहर पर भारत पर हमले के आरोप लगा रहा है वो झूठे हैं.

बहावलपुर में कई बड़े आतंकियों के साथ की बैठक
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक मसूद अजहर ने पिछले दिनों बहावलपुर में जैश के कई बड़े आतंकियों के साथ बैठक की. फिदायीन हमलों के लिए जैश की तैयारियों का जायजा लिया. यही नहीं जैश के बहावलपुर कैंप में मीटिंग के दौरान मसूद ने भारत पर पुलवामा जैसे और बड़े आतंकी हमले के लिए तैयार रहने को कहा है.

पाकिस्तान कर रहा है कार्रवाई का दिखावा…
जाहिर है कि दुनिया भर से पाकिस्तान पर पड़ने वाले अतंराष्ट्रीय दवाब का कुछ खास असर पाकिस्तान पर होता नहीं दिख रहा है. केन्द्रीय सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, “बालाकोट में जैश के कैंप पर हुए एयर स्ट्राइक के बाद से जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क पर हम लगातार नज़र रखे हुए हैं. हम ये भी देख रहे हैं कि पाकिस्तान ने क्या वाकई में जैश के खिलाफ कोई कार्रवाई की है या कार्रवाई का दिखावा कर रहा है.”

भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति में जैश ए मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का बेस्रबी से इंतजार कर रहा है, लेकिन जिस तरह से चीन मसूद अजहर के बचाव में सामने आया है उससे पाकिस्तान जैश पर कार्रवाई करने में आनाकानी कर रहा है. खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. जाहिर है जब तक मसूद अजहर और जैश पर कड़ी कारवाई नहीं की जाती, तब तक जैश के भारत पर हमले के खतरे कम नहीं होगें.

घाटी में जैश का कोई नामलेवा नहीं

बालाकोट और अभिनंदन की वापसी के बाद सेना के बढ़े हुए मनोबल की जीती जागती तस्वीर है घाटी में सेना द्वारा आतंकी समूहों का सफाया करने की मुहिम। सेना को मिली खुली छूट के कारण घाटी में आतंकियों की संख्या नगण्य हो गयी है। आतंकी अब इधर उधर मारे मारे फिर रहे हैं। इसमें काफी बड़ा योगदान अलगाववादियों की गिरफ्तारी और नज़रबंदी का भी है।

श्रीनगर: घाटी में आतंकवाद के बढ़ते कदमों पर सेना ने ब्रेक लगा दिए हैं. खासकर पिछले दो सालों में सेना ने जिस तरह से आतंकियों का चुन चुन कर सफाया किया है, उसी का असर है कि अब कोई भी आतंक की राह पर नहीं जाना चाहता. लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने बुधवार को कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की, जिससे ऐसी स्थिति बन गई है कि कोई भी इस संगठन का नेतृत्व लेने के लिए इच्छुक नहीं है.

लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह एवं सीआरपीएफ महानिरीक्षक जुल्फिकार हसन ने कहा, “ इस साल अब तक 41 आतंकवादी मारे गए. इनमें से 25 जैश-ए-मोहम्मद के थे. 13 विदेशी आतंकवादी थे – पाकिस्तानी एवं श्रेणी ए और उससे ऊपर के.’

श्रीनगर की चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा, “हमने जैश-ए-मोहम्मद के नेतृत्व को निशाना बनाया और अब स्थिति ऐसी है कि कोई भी घाटी में जैश की कमान नहीं संभालना चाहता. पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के हम जैश का शमन जारी रखेंगे.” डीजीपी सिंह ने कहा कि घाटी में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकवादी हमले जैसे कुछेक मामलों को छोड़ 2018 में और उसके बाद से अब तक आतंकवाद को रोकने में कामयाबी मिली है.

जैश के 25 आतंकियों को ढेर किया
पुलिस ने बुधवार को कहा कि बड़ी संख्या में कश्मीरी युवा आतंकवाद से दूर हो गए, लेकिन सुरक्षा कारण से सटीक संख्या प्रकट करना ठीक नहीं होगा. “ऐसे कई युवा हैं, जिन्होंने या तो आत्मसमर्पण कर दिया है या उन्हें आतंकवाद में शामिल होने से रोक दिया गया है. पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा, “हम उनकी सुरक्षा के लिए सटीक संख्या प्रकट नहीं कर सकते.” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2018 में कानून व्यवस्था की स्थिति में सकारात्मक सुधार देखे हैं.

उन्होंने कहा, “स्थानीय युवाओं की आतंकवाद में भर्ती बहुत कम हो गई है और उम्मीद है कि आगे कम होगी,” उन्होंने कहा, 2018 से अब तक 272 आतंकवादी मारे गए और कई पकड़े गए. आतंकवादियों के लिए काम कर रहे बड़े पैमाने पर मॉड्यूल का भी भंडाफोड़ दिया गया है और जो गिरफ्तार हुए हैं वे न्यायिक हिरासत में हैं.”

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा, “पथराव की घटनाओं में भारी गिरावट आई है और कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है.” वही सुरक्षाबलों ने  लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी संगठन में भारी सेंध लगाई है. उन्होंने कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हुए और जम्मू-कश्मीर में चल रहे संसदीय चुनावों में भी कोई भी चुनाव संबंधी हिंसा नहीं हुई है.

कॉन्फ़्रेन्स में जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि “बड़ी संख्या में आतंकवादियों के सफाए के कारण कश्मीर में जैश का नेतृत्व करने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है.” ढिल्लन ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद इस साल अभी तक 69 आतंकियों को मार गिराया जा चुका है 12 को ज़िंदा पकड़ा गया, जिनमें जैश के 25 आतंकियों ढेर हुए हैं. उसमें 13 पाकिस्तान से आए आतंकी शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि लश्कर ने बडगाम मुठभेड़ के दौरान बंधक बनाकर रखने के बाद एक जवान लड़के की हत्या कर दी थी, कश्मीरियों को यह पूछना चाहिए कि क्या यह जिहाद है. जीओसी ने स्थानीय युवाओं से भी अपील की है कि वे मुठभेड़ के दौरान या उसके बाद मुठभेड़ स्थलों पर न आएं. श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम में सेना और जम्मू पुलिस और सीआरपीएफ ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है.