नगर कीर्तन जहा से भी गुजरा वहां का माहौल हो गया गुरुमय

पंचकूला :

गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7 पंचकूला की ओर से धन-धन साहिब श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को समर्पित दोपहर 12 :३० बजे नगर कीर्तन आरम्भ किया गया | नगर कीर्तन के सबसे आगे पंच प्यारे चल रहे थे। नगर कीर्तन में गुरु नानक देव समेत दसों गुरुओं के जीवन पर आधारित झांकियां शामिल थीं। कीर्तनी जत्थे नगर कीर्तन करते हुए चल रहे थे। नगर कीर्तन जिस क्षेत्र से भी गुजरा वहां का माहौल गुरुमय हो गया। स्कूली बच्चे भी कीर्तन करते हुए चल रहे थे।

नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7 पंचकूला से शुरू होकर सेक्टर 7 ,8 ,9 ,10 ,11 , गुरुद्वारा सेक्टर 12, रैली चोक से होता हुआ गुरु द्वारा साहिब सेक्टर 15 में सम्पन हुआ । नगर कीर्तन में गुरु ग्रन्थ साहिब जी के साथ सुशोभित पालकी के इलावा गतका पार्टिया , अलग अलग श्री सुखमनी साहिब सोसायटीयां , मनीमाजरा ,चंडीगढ़ , मोहाली , बलटाना और जीरकपुर से संगत और स्कूलों के बच्चे विशेष तोर पर भाग लिया। नगर कीर्तन के स्वागत के लिए जगह-जगह जलपान स्टॉल लगाए गए थे नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7 पंचकूला से आरम्भ होकर सेक्टरों से होते हुए गुरुद्वारा साहिब सेक्टर 15 में सम्पन हुआ ।

गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर 21 नवंबर को सुबह साढे 9 बजे श्री अखंड पाठ साहिब आरम्भ होंगे और भोग 23 नवंबर को डाला जाएगा ।गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7 पंचकूला के जनरल सेक्रेटरी कँवर पाल सिंह ने बताया कि गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व के दिन 23 नवंबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 :30 बजे तक मुख्य विशेष समारोह होगा और लंगर 1 बजे शरू होकर अटूट चलेगा । गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व के दिन 23 नवंबर की शाम को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7 पंचकूला में दीवान सजाए जाएगे और दीप माला की जाएगे।

केजरीवाल के बढ़ते रसूख से परेशान भाजपा अपना रही है ऐसे ओछे हथकंड: योगेश्वर शर्मा


केजरीवाल पर हमले की निंदा की आप ने


पंचकूला,20 नवंबर:

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आज हुए मिर्चीे हमले की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने इसे केजरीवाल के प्रति गहरी साजिश बताते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाये जाने की भी मांग करते हुए आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज उसके खिलाफ सख्त कारवाई किये जाने की भी मांग की है। नई दिल् ली में आज मुख्यमंत्री केजरीवाल पर उस समय हमला किया जब वह सचिववालय से दोपहर दो बजे खाना खाने के लिए निकल रहे थे।  उन पर एक व्यक्ति ने अचानक हमला किया और उन पर मिर्ची पाउडर फैंका। उसके बाद उस व्यक्ति ने उनके साथ धक्का मुक्की भी की। इस हमले में उनका चश्मा भी टूट गया।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के अंबाला लोकसभा एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि यह सब एक षडयंत्र के तहत हो रहा है। पहले केजरीवाल को हरियाणा में असंध विधानसभा के बाल पबाना गांव में रोके गया और अब यह मिर्ची हमले की कारवाई, सब एक के बाद एक कड़ी जुड़ रही हैं।  पार्टी का कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर पूरे दिल् ली व हरियाणा में लोगों के बीच नाराजगी है।  भाजपा की केंद्र व हरियाणा की सरकार अरविंद केजरीवाल के दिन प्रति दिन बढ़ते जनाधार से विचलित है, इसी लिए ऐसे ओछे हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के इस षडयंत्र का जबाबक आने वाले चुनावों में जनता वोट की चोट से देगी।

Delhi court awards first death penalty in 1984 sikh genocide case after 34 years


The court on November 15 convicted Yashpal Singh, who was sentenced to death, and Naresh Seharawat for killing two Sikhs and injuring three relatives of one of the deceased during the riots.


A Delhi court on November 20 awarded death sentence to one of the convicts in a 1984 anti-Sikh riots case in South Delhi’s Mahipalpur. The other convict was awarded life imprisonment.

The court on November 15convicted Yashpal Singh, who was sentenced to death, and Naresh Seharawat for killing two Sikhs and injuring three relatives of one of the deceased during the riots.

“The prosecution was able to prove beyond reasonable doubt that both accused persons took out the victims, who were hiding inside a room, injured them with dangerous weapons with the intention to kill and threw them down from the first floor, which caused the death of Hardev Singh and Avtar Singh,” Additional Sessions Judge Ajay Pandey said while convicting them.

Counsel for the victims, the Delhi Sikh Gurdwara Management Committed and the prosecution had sought death sentence for the two convicts during arguments on their quantum of sentence.

“Shocking lapse of security. Is this Delhi Police’s incompetent effort to protect an elected CM? (Sic)”Raghav Chadda


The attacker has been arrested.


Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal was on Tuesday afternoon attacked in the Delhi Secretariat by a man who threw red chilli powder at him.

Aam Aadmi Party spokesperson Saurabh Bharadwaj said the Chief Minister was walking out of his office on the third floor of the Secretariat when a man came up to him and threw chilli powder at him. The Chief Minister’s glasses were broken in the incident.

Mr. Kejriwal was leaving to go home for lunch around 2.10 p.m. when the incident happened.

AAP spokesperson Raghav Chadha, who was with Mr. Kejriwal when the incident happened, said in a tweet: “Was right behind CM Arvind Kejriwal at the Secretariat when he was suddenly attacked, on third floor right outside his office. Shocking lapse of security. Is this Delhi Police’s incompetent effort to protect an elected CM? (Sic)”.

According to a Delhi government official who was an eyewitness, the attacker, identified as Anil Kumar Sharma of Naraina, first came towards Mr. Kejriwal under the pretext of touching his feet. The attacker then allegedly said “you are my hope” and then threw the powder, the official said. In the commotion, Mr. Kejriwal’s glasses broke.

The attacker was apprehended and taken into custody at the IP Estate police station, the official said.

Sushma Not to contest in next log sabha elections


She underwent a kidney transplant at the AIIMS on December 10, 2016.


Minister for External Affairs, Sushma Swaraj, declared in Indore on Tuesday that she would not be contesting the next Lok Sabha polls scheduled for 2019 and that the top leadership of the BJP had been informed of the same.

“It is the party which decides, but I have made up my mind not to contest the next elections,” she told reporters on the sidelines of a campaign event in Indore for the Assembly election in Madhya Pradesh.

Ms. Swaraj, one of the senior-most leaders of the BJP, is a Lok Sabha member from Vidisha in Madhya Pradesh. She was the Leader of Opposition in the Lok Sabha during the term of the second UPA government.

Ms. Swaraj’s announcement came out when she was reacting to questions on her diminished political activity following her kidney-related illness and replacement surgery.

“I have not been active for a year because of a kidney condition. You can’t judge whether I am active based on whether I have attended election meetings or not. Today, L.K. Advani comes to all meetings, blesses us, sits in parliament. To say that I am not active just because I didn’t attend an election meeting for a year… if you think that means I should be out of politics, it is unfair,” she said.

Sources in the BJP said that Ms. Swaraj may be offered a Rajya Sabha seat in future.

Close aides of Ms Swaraj said that her reasons were “purely to do with health reasons.”

Ms. Swaraj’s husband, Swaraj Kaushal added a piquant note to the announcement by thanking his wife for the announcement. “At some point even (athlete) Milkha Singh had to stop running,” he said on Twitter.

कांग्रेसियों ने सचिन पाइलट को टोंक से वापिस भेजा

कांग्रेसियों ने टोंक में सचिन पायलट वापस जाओ सचिन पायलट वापस जाओ के नारे टोंक में घुसने भी नहीं दिया

Amritsar blast: localites involved claim agencies


There is unrest after the demise of Satguru Baba Hardev Singh and his younger son in law Avneet Setia as most of the sangat wants probe into the matter


Investigations into grande explosion on Nov 18 in Amritsar Nirankari Bhavan rule out involvement of any militant group. Rather the local youths are behind the activity.

Eye witnesses told the police that the masked youth were well versed in local dialect.

Intelligence agencies are of the view that there is no tension between the two sects. As per the reliable sources from the mission there is unrest after the demise of Satguru Baba Hardev Singh and his younger Son in law Avneet Setia as most of the sangat wants probe into the matter. On the condition of anonymity a satsang member said that it may be the act by certain elements who want to divert sangat’s mind from the demand of probe.

Although Chief Minister Capt Amrinder Singh had earlier told the media that Pak agencies were behind the attack yet he refused to relate the attack to April, 1978 Sikh Nirankari Conflict. On April 13, 1978 the Nirankari Samagam was attacked by some Sikh radicals where 13 sikhs and 3 Nirankaris were killed and subsequently led to terrorism in the state.

मोदी ने WPE का किया उद्घाटन, बोले- कांग्रेस के ‘लटकाना, अटकाना और भटकाना’ कल्चर से हुआ लेट


प्रधानमंत्री ने सोमवार को ही एस्कॉर्ट्स मुजेसर-बल्लभगढ़ मेट्रो सेक्शन का रिमोट कंट्रोल दबाकर उद्घाटन किया. वॉयलेट लाइन के 3.2 किलोमीटर लंबे इस हिस्से के शुरू होने से यह सीधा कश्मीरी गेट से जुड़ गया है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे और हरियाणा के बल्लभगढ़ मेट्रो की सौगात दी है. उन्होंने सोमवार को इसका उद्घाटन करते हुए कहा, ‘अभी कुंडली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है. इसका पहला चरण 2 वर्ष पहले पूरा हो गया था. दूसरा चरण, जो कुंडली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है, उसका आज लोकार्पण किया गया है. इसके साथ ही अब 135 किलोमीटर का यह एक्सप्रेस-वे पूरा हो गया है.’


अभी कुण्डली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है। इसका पहला चरण 2 वर्ष पहले पूरा हो गया था। दूसरा चरण, जो कुण्डली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है, उसका आज लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही अब 135 km का ये एक्सप्रेसवे पूरा हो गया है : पीएम मोदी


इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के साथ करीब 500 करोड़ की लागत से बनी बल्लभगढ़ मुजेसर मेट्रो लाइन की शुरुआत भी हो गई है. यह दोनों योजनाएं कनेक्टिविटी को लेकर इस क्षेत्र में नई क्रांति लाएंगी, साथ ही इससे श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के जरिए यहां के युवाओं को नई ऊर्जा मिलेगी.

पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है. जब यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे. आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई.

 


 

 

पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है। जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई : पीएम

 


प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती (कांग्रेस) सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इस एक्सप्रेस-वे पर 12 साल से काम चल रहा था, यह 8-9 साल पहले ही मिल जाना चाहिए था. लेकिन पहले की सरकार के तौर-तरीके ने एक्सप्रेस वे को पूरा नहीं होना दिया.’ उन्होंने कहा कि इसमें हुई लेट-लतीफी कांग्रेस के ‘लटकाना, अटकाना और भटकाने’ कल्चर की क्लासिक मिसाल है.

 


इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कामनवेल्थ गेम्स में होना था। लेकिन कामनवेल्थ खेल जो गति की गई, वही कहानी इस एक्सप्रेस वे की भी है। मुझे ध्यान है कि जब प्रगति की बैठकों में मैंने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करनी शुरु की थी, तो कितने सारे पेंच पता चले थे : पीएम मोदी


इसके अलावा प्रधानमंत्री ने सोमवार को ही एस्कॉर्ट्स मुजेसर-बल्लभगढ़ (राजा नाहर सिंह स्टेशन) मेट्रो सेक्शन का भी रिमोट कंट्रोल से उद्घाटन किया. वॉयलेट लाइन का यह 3.2 किलोमीटर लंबा हिस्सा है. इसके शुरू होने से बल्लभगढ़ मेट्रो की वॉयलेट लाइन के जरिए सीधा कश्मीरी गेट से जुड़ गया है.

सीएम कुमारस्वामी ने महिला किसान से पूछा- पिछले 4 सालों से कहां सो रही थीं?


सैकड़ों किसान उत्तर कर्नाटक में गन्ना खरीद के लिए न्यूनतम मूल्य के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं


कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी के द्वारा एक महिला किसान पर की गई टिप्पणी से हड़कंप मच गया. दरअसल एनडीटीवी के मुताबिक सैकड़ों किसान उत्तर कर्नाटक में गन्ना खरीद के लिए न्यूनतम मूल्य के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच एक महिला किसान ने सीएम का विरोध किया.

जिसके बाद कुमारस्वामी ने कन्नड में जवाब देते हुए कहा, ‘थाई(मां), तुम पिछले चार सालों से कहां सो रही थीं?. सीएम ने यह भी कहा कि प्रदर्शन करने वाले किसान नहीं हैं बल्कि यह भड़काए हुए कुछ समूह हैं.

इस बयान के बाद बीजेपी ने कुमारस्वामी को अवसरवादी कहा है और माफी मांगने की मांग की है. एनडीटीवी के मुताबिक, ‘कर्नाटक बीजेपी प्रमुख और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा, ‘कल सीएम कुमारस्वामी ने महिला के लिए जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया वह आज तक किसी सीएम ने नहीं किया. यह मूर्खतापूर्ण है. मैं सीएम से इस मुद्दे पर माफी मांगने की मांग करता हूं.’

हालांकि बाद में कुमारस्वामी ने सफाई देते हुए कहा, ‘मेरे कहने का मतलब यह था कि आप अब क्यों जाग रहे हो, अब तक कहां सो रहे थे?. मैंने महिला का अपमान नहीं किया और जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, वह किसान नहीं हैं बल्कि सुनियोजित प्रदर्शनकारी हैं.’

गौरतलब है कि किसानों ने रविवार को बेलागावी में सुवर्णा विधाना सोउधा पर हमला किया था. पुलिस ने बताया था कि गन्नों के चार ट्रकों के साथ 10 किसान जबरदस्ती यहां घुस आए थे.. कुमारस्वामी के किसानों से बात करने से मना करने की वजह से यह किसान नाराज थे.

 

ममता के कारण रद्द हुई भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक


सूत्रों के मुताबिक, ये मीटिंग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वजह से कैंसिल हुई


लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए 22 नवंबर को प्रस्तावित मीटिंग कैंसिल कर दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, ये मीटिंग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वजह से कैंसिल हुई.

दरअसल, आंध्र प्रदेश के सीएम और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी विरोधी दलों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें ममता बनर्जी का साथ काफी अहम बताया जा रहा है. लेकिन, अभी तक ममता ने इस मीटिंग के लिए सहमति नहीं जताई है. सूत्रों के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू पहले ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे. इसके बाद मीटिंग की अगली तारीख तय होगी.

कौन-कौन सी पार्टियां हो सकती हैं शामिल?

सूत्रों के अनुसार, बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस, टीडीपी, आम आदमी पार्टी, जेडीएस, एनसीपी और टीएमसी मान गए हैं. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मायावती ने बैठक में शामिल होने के लिए हामी नहीं भरी है. बैठक में एंटी बीजेपी फ्रंट को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा.

गहलोत से मिलकर लिया था 22 नवंबर को बैठक का फैसला

सभी दलों को करीब लाने का जिम्मा इस बार तेलुगू देशम पार्टी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लिया है. इससे पहले उन्होंने अमरावती में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात में यह तय हुआ था कि बीजेपी के खिलाफ विपक्ष के सभी बड़े दल 22 नवंबर को दिल्ली में बैठक करेंगे. इस बैठक में नोटबंदी, सीबीआई आदि मुद्दों पर भी चर्चा होनी थी.

केवल इतना ही नहीं नायडू विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. यह बैठक ठीक ममता के उस फैसले के बाद आयोजित की गई है, जिसमें उन्होंने आंध्र प्रदेश की तरह ही अपने राज्य में भी मामलों की जांच के लिए सीबीआई के प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी