सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाओं को जागरूक किया

जल शुल्क एवं अन्य सेवाओं के संदर्भ में सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाओं को जागरूक किया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 15      अक्टूबर :

ग्रामीण क्षेत्रों में जल शुल्क संग्रह और अन्य संबंधित सेवाओं के लिए स्वयं सहायता समूह को नियुक्त करना, जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन, संचालन एवं रखरखाव नीति के लिए ग्राम पंचायतो को शक्तियां प्रदान करने के संदर्भ में भारतीय संविधान के 73 में संशोधन के द्वारा पेयजल के विषय को 11वीं अनुसूची में रखा गया है तथा इसका प्रबंधन ग्राम पंचायतो को सोपा गया है। इस पृष्ठभूमि में ग्राम पंचायत और स्थानीय समुदाय गांव में पेयजल संसाधनों सहित जल आपूर्ति प्रणालियों की योजनाओं के कार्यान्वयन, प्रबंधन,संचालन एवं रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ग्रामीण समुदाय को वैध एवं स्वच्छ कनेक्शन से निरंतर जल प्रदूषण एवं हरियाणा में कम हो रहे भू-जल स्तर, दीर्घकालिक स्थिरता और सेवा वितरण के लिए जागरूक करना तथा पीने के पानी की प्रत्येक बूंद को बचाने के महत्व के बारे में सजग़ करना एक और चुनौती है। जल जीवन मिशन के तहत ग्राम स्तर पर एक या दो एस. एच.जी.  महिलाओं को नियुक्त करना, यह महिलाएं ग्राम स्तर पर परामर्शदाता के रूप में कार्य करेंगी और ग्राम जल एवं सीवरेज समिति, जल एवं  स्वच्छता सहायक संगठन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के समन्वय से चयनित गतिविधियां करेंगी। उपरोक्त जानकारी जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने रादौर के बीडीपीओ कार्यालय के हरियाणा राज्य आजीविका मिशन कार्यालय  में उपस्थित सेल्फ हेल्प ग्रुप महिला सदस्यों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि  हरियाणा में सभी घरों के परिसर में नल के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पीने के पानी को स्थाई रूप से पहुंचाने में भी सहायक होंगी। उन्होंने बताया कि गांव के तहत 500 घरों तक के लिए स्वयं सहायता समूह के एक सदस्य का चयन करने का प्रावधान किया गया है ग्राम पंचायत में घरों की संख्या के अनुसार 500 से अधिक घरों वाले गांव में एक से अधिक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को शामिल किया जा सकता है।स्वयं सहायता समूह में कार्य करने वाली महिलाएं गांव की स्थाई निवासी होनी चाहिए तथा पिछले दो वर्षों से स्वयं सहायता समूह की सदस्य होनी चाहिए दसवीं कक्षा उत्तीर्ण  होनी चाहिए। कंप्यूटर संचालन का बुनियादी ज्ञान, स्मार्टफोन पर मोबाइल आधारित एप्लीकेशन का उपयोग और इंटरनेट के संचालन से परिचित होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि एच.एस.आर.एल.एम स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को उनकी आय के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से आजीविका गतिविधियां प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। यह योजना लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देती है जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति योजना के कार्यान्वयन,संचालन एवं रखरखाव के लिए जल शुल्क के संग्रह और अन्य संबंधित सेवाओं के लिए महिलाओं को नियुक्त किया जा रहा है।                            उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के विश्वास पोर्टल पर सेल्फ हेल्प ग्रुप  सदस्यों की लॉगिन आईडी संबधित कनिष्ठ अभियंता जे ई द्वारा बनाई जाएगी जो ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का सदस्य है और उक्त कनिष्ठ अभियंता चयनित  सदस्यों को संचालन के लिए पूरा प्रशिक्षण देगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा एकत्र किए गए उपयोगकर्ता शुल्क का 10% भाग एस. अच . जी. सदस्य को अन्य चयनित सेवाओं के सहित भुगतान किया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा राज्य आजीविका मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर देवेंद्र शर्मा, कुरुक्षेत्र जिला इंचार्ज नरेश शर्मा, नितेंद्र सैनी एलडीएफ, अनुराधा एवं स्वयं सहायता समूह की महिला उपस्थित रही।                    

हिंदू एकता समाज और देश दोनों के लिए जरूरी आर पी मल्होत्रा 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  15      अक्टूबर :

गत दिवस सोमवार 14 अक्टूबर को   सायं 5 बजे भारतीय इतिहास संकलन समिति पंचकुला की और से एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। “आज के परिप्रेक्ष्य में हिंदू एकता क्यों जरूरी” के विषय पर बोलने के लिए भारतीय इतिहास संकलन समिति हरियाणा के उपाध्यक्ष आर पी मल्होत्रा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। 

पूर्व में एम सी एम डीएवी कालेज की प्रिंसीपल रहीं डॉ पुनीत बेदी की मुख्य अतिथि के रूप में गरिमामयी उपस्थिति रही। 

भारतीय इतिहास संकलन योजना के उत्तर क्षेत्र के सचिव प्रोफेसर प्रशांत गौरव जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। 

सेक्टर 8 में हुए इस प्रोग्राम में मुख्य वक्ता ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि हिंदू कोई पंथ या मत नहीं है यह एक जीवन शैली है जिसमें नास्तिक भी हिंदू होता है और विभिन्न देवी देवताओं का उपासना करने वाला भी हिंदू है। हिंदू उदारवादी होने का भी यही कारण है कि वह किन्ही मान्यताओं से बंधा नहीं है। मल्होत्रा ने कहा कि इसी उदारता के चलते हिंदू एक विचारधारा से प्रभावित या पक्षधर नहीं होता और राजनीतिक मोर्चे पर बंटा हुआ नजर आता है। इसलिए हिंदू समाज में एकता की कमी नजर आती है। इस समुदाय ने बहुत अत्याचार सहे पर प्रतिकार नहीं किया। 

मल्होत्रा ने जोर देकर कहा कि आज हिंदू सुरक्षा और एकता देश और समाज की शांति के लिए अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि अगर समाज के बहुल वर्ग पर बिना किसी उकसाहट के अत्याचार की नौबत आई तो शांति बनाए रखना असम्भव होगा। मल्होत्रा ने चेतावनी दी कि कश्मीर केरल बंगाल और आसाम जैसे प्रयोगों से सावधान रहकर हिंदू समाज जात पात का भेद मिटाकर एक जुट हो। 

मुख्य अतिथि डॉ पुनीत बेदी ने अपने वक्तव्य में जाति वाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदू मंदिरों में राम भगवान की प्रतिमा के साथ महाऋषि बाल्मीकि और संत रविदास जी की प्रतिमाएं जरुर होनी चाहिए। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू अपनी वोट की ताकत को पहचाने और उसका सही इस्तेमाल करे। 

कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रशांत गौरव ने बताया कि भारतीय इतिहास संकलन योजना तथ्यों के आधार पर भारतीय इतिहास की त्रुटियों को दूर कर के इसका पुनः संकलन कर रही है। हरियाणा प्रदेश इस कार्य में सबसे आगे है। कार्यक्रम में विजय सचदेवा सुनील मिनोचा सत्राजीत गौड़ बी एम गुप्ता बी आर महता राजिंदर गंजू रेखा साहनी सूरज प्रकाश विज सुरेश गोयल गोपाल शर्मा आदि बहुत से प्रबुद्ध नागरिकों ने भाग लिया। 

अंबाला में गुरुद्वारा में वीरेश शांडिल्य के साथ हुई घिनौनी राजनीति

  • अंबाला में गुरुद्वारा में वीरेश शांडिल्य के साथ हुई घिनौनी राजनीति, शिव सेना हिंदुस्तान प्रमुख पवन गुप्ता का खालिस्तान समर्थकों पर प्रहार 
  • पवन गुप्ता व वीरेश शांडिल्य ने कहा सिख धर्म के दस गुरूओं का सम्मान करते आएं हैं और उनकी शिक्षाओं को जन जन तक पहुंचाते रहेंगे
  • शिव सेना हिन्दुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता बोले: बाबा सिद्दीकी की तरह वीरेश शांडिल्य के साथ ना होने दें हरियाणा सरकार
  • विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य बोले: पाकिस्तान हथियार तस्कर भी दे चुके है मौत के घाट उतारने की धमकी, कौताही ना बरते पुलिस

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 14     अक्टूबर :

अंबाला शहर में विश्व हिन्दू तख्त और एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के प्रमुख वीरेश शांडिल्य के खिलाफ कट्टरपंथियों ने एक गंभीर साजिश रची है, जिससे माहौल गरमा गया है। बता दें कट्टरपंथियों ने कुछ दिन पहले गुरुद्वारा मंजी साहिब में शांडिल्य के करीबी स्वतंत्रता सेनानी जोध सिंह के बेटे त्रिलोचन सिंह की अंतिम अरदास में उन्हें श्रद्धांजलि देने से कट्टरपंथियों ने मना कर दिया और गुरुद्वारा में आकर मंच पर कब्जा कर लिया। परिवार द्वारा कहने के बावजूद भी कट्टरपंथियों ने गुरुद्वारा साहिब में ही माहौल को खराब कर दिया और गुरु घर में गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में गंदी राजनीति की। इस घटनाक्रम से नाराज शिव सेना हिंदुस्तान के प्रमुख पवन गुप्ता ने अंबाला शहर वीरेश शांडिल्य के निवास पर पहुंचकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस घिनौनी राजनीति की कड़ी शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि खालिस्तान और भिंडरावाला समर्थकों की ऐसी गतिविधियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और। 

पवन गुप्ता ने कहा वीरेश शांडिल्य के साथ यह कृत्य निंदनीय है और कहा कि शांडिल्य पर गुरुद्वारा साहिब में यह कट्टरपंथी हमला तक कर सकते है इसलिए हरियाणा सरकार इसको लेकर उचित कदम उठाए। पवन गुप्ता ने हरियाणा सरकार को कड़ी चेतावनी दी कि वह इस मामले में विश्व हिन्दु तख्त व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के साथ बाबा सिद्दीकी जैसे हालात तक न पहुंचने दे। गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार को तत्काल कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शांडिल्य जैसे हिन्दू नेता कैसे सुरक्षित रहें। पवन गुप्ता ने कहा पाकिस्तान हथियार तस्कर भी शांडिल्य को मौत के घाट उतारने की धमकी दे चुके है इसलिए पुलिस कोई भी कोताही ना बरते। 

पवन गुप्ता और वीरेश शांडिल्य दोनों ने स्पष्ट किया कि सिख धर्म के दस गुरुओं का वे हमेशा सम्मान करते आए हैं और उनकी शिक्षाओं को जन-जन तक पहुँचाने के लिए वे अपने खून का कतरा-कतरा कुर्बान कर देंगे। हालांकि, उन्होंने कहा खालिस्तान और जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थकों से उन्हें किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं है और ना ही कट्टरपंथी हमारे रिश्तेदार है। ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी। वहीं शिव सेना हिंदुस्तान प्रमुख ने खालिस्तान समर्थकों को भाई कन्हैया जी की कहानी सुनाई जिसमें कन्हैया जी दुश्मनों का उपचार करते थे। उन्होंने कहा वह हमेशा दुश्मनों के लिए भी भाई कन्हैया की तरह व्यवहार करेंगे भले ही उनकी कैसी भी सोच हमारे लिए हों। 

पवन गुप्ता व शांडिल्य ने कहा कट्टरपंथी भिंडरावला की सोच पर चल रहे है और हम दस गुरुओं की सोच पर। समाज हमारी व उनकी सोच में फर्क देखेगा और फैंसला करेगा कि कौन गलत है व कौन सही। वीरेश शांडिल्य ने कट्टरपंथियों द्वारा की इस हरकत को भारत के लोकतांत्रिक और सांप्रदायिक सौहार्द्र के खिलाफ एक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थक तत्त्व उन्हें डराने या झुकाने में कभी सफल नहीं होंगे। शिव सेना हिन्दुस्तान प्रमुख पवन गुप्ता ने हरियाणा सरकार से आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करे कि शांडिल्य के खिलाफ इस तरह के हमले फिर न हों। गुप्ता ने हरियाणा सरकार से मांग की कि वह कट्टरपंथी तत्त्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे ताकि प्रदेश में शांति और सद्भाव बनाए रखा जा सके।

किसानों को नहीं होने देंगे कोई भी परेशानी: अनूप धानक

अनाज मंडी में फसल लाने से लेकर बेचने तक में किसानों को नहीं होने देंगे कोई भी परेशानी: पूर्व मंत्री अनूप धानक

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 12      अक्टूबर :

पूर्व मंत्री अनूप धानक ने शनिवार को उकलाना की नई अनाज मंडी का दौरा करते हुए धान फसल खरीद व्यवस्थाओं का गंभीरता से जायजा लिया। उन्होंने खरीद से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनाज मंडियों में फसल लाने से लेकर बेचने तक की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडी में फसल लेकर आने वाले किसानों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाए ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के धान व बाजरे के एक-एक दाने को खरीदा जाएगा इसके लिए सभी प्रकार के बंदोबस्त किए गए हैं।

इस दौरान पूर्व मंत्री अनूप धानक ने मंडी परिसर का दौरा करते हुए हर प्रकार की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने हर प्रकार की व्यवस्थाओं की जांच उपरांत संतोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर किसी किसान को कोई समस्या है तो तुरंत उसका समाधान करें। धान का एक-एक दाना सरकारी खरीद पर खरीदा जाए।

उन्होंने कहा कि अधिकारी खरीद के साथ-साथ धान के उठान पर भी विशेष ध्यान दें ताकि मंडी में किसी प्रकार की भीड़ न हो और किसानों को कोई परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि धान बिक्री व तुलाई के तुरंत बाद उसका उठान करवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान पूर्व मंत्री ने मण्डी में उपस्थित आढती व किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना व नियमानुसार समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि वे बिक्री के लिए मंडी में लाई जाने वाली धान को नमी रहित लेकर आए। मंडी में लाई गई धान को सुखाकर लाएं ताकि मंडी में निर्धारित मानदंडों को पूरा करने वाले धान की खरीद तुरंत प्रभाव से की जाए। इस अवसर पर संदीप धमीजा, रामफल नैन, सुरजीत ख्यालिया, धूप सिंह, शमशेर भूरिया, सतीश, संदीप खेरी, जगदीप कुंडू, राधिका गोदारा, जसवीर, जय सिंह, सुमित लितानी, विनोद कुमार, सतीश, रामदिया, परमाल, राजबीर बाबरिया, रन सिंह, राजा राम, निक्कू साहू आदि मौजूद रहे।

हम सभी को प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को खत्म करना  चाहिए

हम सभी को भ्रूणहत्या, प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को खत्म करना  चाहिए : डॉ. आशीष सरीन

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 12      अक्टूबर :

दशहरे के त्यौहार पर लोगों को रावण का दहन करने के साथ ही भ्रूणहत्या, प्रदूषण और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को भी खत्म करना चाहिए। इन बातो का प्रगटावा  हिज़ एक्सीलेंट कोचिंग सेंटर एवं सेंट कबीर पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल चगरा के चेयरमैन एवं प्रख्यात समाज सेवी डॉ. आशीष सरीन ने पत्रकारों के साथ व्यक्त किया । 

उन्होंने कहा कि समाज से इन तीन बुराइयों को खत्म करना सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों का सम्मान करना भी बहुत जरूरी है।   उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या जैसी बुराई को भी समाज से उखाड़ फेंकना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में गंदगी भी एक प्रकार की बुराई है, इसे खत्म किये बिना लोग और देश आगे नहीं बढ़ सकते। आजकल हमारे लोगों में कई बुराइयां हैं, जिन्हें खत्म करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज हर कोई अपना काम जल्दी करवाने के लिए रिश्वतखोरी को प्राथमिकता देता है, जबकि हम भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नेताओं की आलोचना करते रहते हैं, लेकिन लोग अपना काम करवाने के लिए खुद रिश्वतखोरी का सहारा लेते हैं और अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देने को पहिल देते है ।  उन्होंने कहा कि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो विकास नहीं होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में 25 प्रतिशत लोग शिक्षा के अधिकार से वंचित हैं.  उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करके ही बेहतर समाज की नींव रखी जा सकती है। 

भोजपुरी गायकों के भजनों ने बांधा समां

पूर्वांचल जनहित महासंघ द्वारा आयोजित भव्य दुर्गा पूजा में पूर्वांचल की संस्कृति की झलक देखने को मिली

डेमोक्रेटिक फ्रंट, डेराबस्सी,  12 अक्टूबर:

श्री दुर्गाष्टमी के अवसर पर डेराबस्सी में पूर्वांचल जनहित महासंघ द्वारा फोकल प्वाइंट पर आयोजित दुर्गा पूजा में पूर्वांचल संस्कृति और भक्ति की झलक देखने को मिली। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटे, जिन्होंने भोजपुरी गायक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजनों का आनंद लिया और माता रानी की आराधना की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जीरकपुर और डेराबस्सी के पूर्व विधायक एनके शर्मा, मौजूदा विधायक कुलजीत सिंह रंधावा, मनप्रीत सिंह बन्नी संधू, टोनी राणा, और हरजिंदर सिंह रंगी उपस्थित रहे।

बिहार से आए प्रसिद्ध भोजपुरी गायकों ने भक्ति के रंग में रंगी प्रस्तुति से माहौल को भक्तिमय बना दिया। गायक चंदन यादव, अर्चना राज, रानी सिंह, छोटू राजा, और जय प्रकाश जिद्दी ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए। भोजपुरी भजनों के माध्यम से इन कलाकारों ने हजारों भक्तों का मन मोह लिया और पूरे कार्यक्रम में भक्ति और आस्था का संचार किया। उनकी मधुर आवाज़ और भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

अनिल विज को हरियाणा कैबिनेट में दी जाएँ बड़ी ज़िम्मेवारी : वीरेश शांडिल्य 

36 बिरादरी के नेता अनिल विज को भाजपा हाईकमान हरियाणा से जाट- नॉन जाट शब्द के खात्मे की मुहिम चलाने के लिए कहे : शांडिल्य

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 11     अक्टूबर :

विश्व हिन्दू तख्त व ब्राह्मण महापंचायत के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर हरियाणा में 1966 के बाद लगातार भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने पर बधाई दी और साथ ही पत्र में कहा कि 1966 में हरियाणा बना था और हरियाणा में जाति के आधार पर पंडित भगवत दयाल मुख्यमंत्री नहीं बने थे वह काब्लियत के आधार पर व 36 बिरादरी के भाई चारे के आधार पर पंडित भगवत दयाल हरियाणा के पहले सीएम बने थे। नवरात्रों में भाजपा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा में स्पष्ट बहुमत मिला अब मोदी, नड्डा व मोहन भागवत हरियाणा में जाट, नॉन जाट शब्द को हटाकर हरियाणा को 36 बिरादरी के भाईचारे बनाने की पहल करें। ब्राहामण महापंचायत व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख जो देश में आतंकवाद के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने वाला चेहरा हैं और देश की एकता और अखंडता के लिए वीरेश शांडिल्य ने 26 जुलाई 2002 को दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक आतंकवाद के खिलाफ आतंकवाद विरोधी रथ यात्रा निकाली थी राष्ट्रद्रोहियों व आतंकवादियों को ललकारती यह पहली रथ यात्रा हरियाणा से वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में दिल्ली से जम्मू कश्मीर गई। वीरेश शांडिल्य ने भारत के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रहित में अनेक फैसले लिए और अब हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की लगातार सरकार बनने पर एक बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा को जाट, नॉन जाट मुक्त करते हुए हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा देते हुए इस जहर को खत्म करें। 

वीरेश शांडिल्य ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि हरियाणा से जाट, नॉन जाट के जहर को पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री व अंबाला छावनी से सातवीं बार विधायक बने अनिल विज खत्म कर सकते हैं क्योंकि गृह मंत्री होते हुए अनिल विज ने 36 बिरादरी की खुले दरबार लगाकर सुनवाई की उनके दरवाजे पर जात पात नहीं इंसानियत पूजी जाती थी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि 15 अक्तूबर को अनिल विज को ऐसा कैबिनेट में पद दिया जाए जिससे

हरियाणा की 36 बिरादरी का सिर गर्व से ऊपर हो और अनिल विज को यह जिम्मा दिया जाए कि 2029 के चुनावों तक 36 बिरादरी को हरियाणा में एक किया जाए, एक मंच पर लाया जाए जैसे दसवें गुरू गोबिंद सिंह ने अलग अलग समुदाय के लोगों को 5 प्यारों के रूप में सजाया फिर उन्हीं के जूठे बांटे में खुद अमृत छक कर गुरू गोबिंद राय से गुरू गोबिंद सिंह बने वह छुआछूत ऊंच नीच खत्म किया। वीरेश शांडिलय ने मोदी, नड्डा व मोहन भागवत को पत्र में लिखा कि हरियाणा में अनिल विज को इतनी बड़ी जिम्मवारी दी जाए कि हरियाणा में अनिल विज जाट, नॉन जाट को ही नहीं बल्कि जात पात के जहर को खत्म कर दें।

डाॅ. रामनिवास ‘मानव’ को  मिला अनूठा सम्मान

चेन्नई में राष्ट्रीय अनुवाद कार्यशाला में डाॅ. रामनिवास ‘मानव’ को  मिला अनूठा सम्मान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  11 अक्टूबर:

शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की स्वायत्तशासी संस्था सीआईसीटी, चेन्नई (तमिलनाडु) द्वारा राष्ट्रीय अनुवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें अंग्रेजी, नेपाली, संस्कृत, हिंदी, उर्दू, उड़िया, तमिल, कन्नड़, कश्मीरी, डोगरी, राजस्थानी, ढूंढाड़ी, अवधी, बघेली, ब्रज, कच्छी आदि भारतीय भाषाओं और बाईस राज्यों के लगभग तीन दर्जन प्रमुख विद्वानों और अनुवादकों ने भाग लिया। महान तमिल कवि तिरुवल्लुवर द्वारा रचित और तमिल वेद कहे जाने वाले ‘तिरुक्कुरल’ ग्रंथ पर केंद्रित इस भव्य 7-दिवसीय संगोष्ठी में हरियाणवी भाषा-विशेषज्ञ के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ. रामनिवास ‘मानव’ ने सहभागिता की तथा ‘तिरुवल्लुवर द्वारा रचित ‘तिरुक्कुरल’ : परिचय, प्रतिपाद्य एवं प्रदेय’ विषय पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. ‘मानव’ ने, हरियाणवी भाषा के स्वरूप और स्थिति की चर्चा करते हुए, शब्द और उच्चारण साम्य के आधार पर तमिल से उसकी तुलना की। कार्यशाला के अंत में सीआईसीटी के निदेशक डॉ. आर. चंद्रशेखरन, कुलसचिव डॉ. आर. भुवनेश्वरी, आयोजक डॉ. अलगुमुथू वी. और भाषा-समन्वयक डॉ. एम. गोविंद राजन द्वारा डॉ. ‘मानव’ को  प्रमाण-पत्र, तिरुवल्लुवर की प्रतिमा और साहित्य तथा अन्य सम्मान-प्रतीक भेंटकर सम्मानित किया गया। 

सवाल तो पत्रकारिता की साख का है

मैने अपने पत्रकारिता के बहुत लंबे जीवन में बहुत से चुनाव कवर किए हैं। इस आधार पर मैं दावे से कह सकता हूं कि जनता की नब्ज़ टटोलना कोई बड़ी बात नहीं। ऐसा नहीं है की उन दिनों में कोई गलती होती नहीं थी, लेकिन सभी पत्रकार गलती नहीं करते थे। कोई इक्का दुक्का साथी या अखबार करता था। और इस तरह की गलती की कोई माफी नहीं होती थी। अक्सर लोगों की नौकरी चली जाती थी।

वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन सिंह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  10    अक्टूबर :

लोकतंत्र में तो चुनाव आते रहते हैं जाते रहते हैं। कभी एक पार्टी जीत हासिल करती है कभी दूसरी। नेताओं के अपने दावे होते हैं। चुनावी नतीजों के आने तक सभी दल अपनी अपनी जीत को पक्का बताते हैं। ऐसे दावे करना उनकी ज़रूरत, उनका अधिकार और उनका फर्ज़ भी है। गलियों, मुहल्लों, चाय की दुकानों पर भी लोग अटकलें लगाते रहते हैं। विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता और उनसे सहानुभूति रखने वाले आपस में बहस करते आम देखे जा सकते हैं। लेकिन चौथे स्तंभ को तो बहुत ही जिम्मेदारी से काम लेना होता है। उसका हाथ मतदाता की नब्ज़ पर होना लाज़िम है।

छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बाद हरियाणा और जम्मू- कश्मीर में जिस तरह पत्रकारों की फजियत हुई है वह चिंता का विषय है। जिस तरह से हारी हुई पार्टी को आत्ममंथन की ज़रूरत होती है उसी तरह से आज देश के मीडिया को भी आत्ममंथन की ज़रूरत है। लोग पत्रकारिता का मज़ाक उड़ा रहे हैं। हम सभी पर लतीफे गढ़े जा रहे हैं। मैं यह कतई नहीं कह रहा कि कोई भी विश्लेषण शतप्रतिशत सही होना चाहिए। उसमें थोड़ी बहुत कमी रह जाती है। लेकिन पत्रकारों के अनुमानों के पूरी तरह विपरीत नतीजे तो हम सभी पत्रकारों के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

मैने अपने पत्रकारिता के बहुत लंबे जीवन में बहुत से चुनाव कवर किए हैं। इस आधार पर मैं दावे से कह सकता हूं कि जनता की नब्ज़ टटोलना कोई बड़ी बात नहीं। ऐसा नहीं है की उन दिनों में कोई गलती होती नहीं थी, लेकिन सभी पत्रकार गलती नहीं करते थे। कोई इक्का दुक्का साथी या अखबार करता था। और इस तरह की गलती की कोई माफी नहीं होती थी। अक्सर लोगों की नौकरी चली जाती थी। अखबार की इज्ज़त का बहुत ध्यान रखा जाता था। हालांकि 90 के दशक से इसमें कुछ गिरावट आनी ज़रूर शुरू हुई थी पर मामला इस हद तक नहीं था। उन दिन वे पत्रकार जिनका अनुमान गलत निकलता था अक्सर यह बहाना बनाते थे कि रातो रात लोग बदल गए।
खैर उन बातों का अब कोई औचित्य नहीं। सवाल यह है कि अब क्या किया जाए। छत्तीसगढ़ में, मध्यप्रदेश में और अब हरियाणा में सभी के अनुमान धरे रह गए। बहुत पहले कभी एसिस्ट पोल करने वाले साहब तो यहां तक कह रहे थे कि हरियाणा में कांग्रेस की आंधी है, बस देखना इतना है कि यह हवा है, तूफान है या सुनामी है। उधर जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी थी।

आज हम सभी पत्रकारों को अपनी साख बचाने के लिए सोचना होगा। पुराने पत्रकारों की बजाए युवा पीढ़ी के कलमकारों को इस पर मनन करने की ज़रूरत है। यह सही है कि आज पत्रकारिता बहुत कठिन हो गई है। सत्ता के गलियारे सभी को अपनी ओर आसानी से खींच लेते हैं। नौकरियां भी पक्की नहीं रही हैं। मालिकों का सीधा हस्तक्षेप अखबारों और न्यूज़ चैनलस में हो गया है। मालिकों को राजसभा लुभाने लगी है।संपादक का पद महज औपचारिक रह गया है। इन हालात में पत्रकारों का काम बहुत कठिन हो गया है। पर कलम को ज़िंदा रखना बहुत ज़रूरी है।

आज सवाल पत्रकारिता की साख का है।

अनिल विज को सातवीं बार विधायक चुने जाने पर बधाई : वासु रंजन शांडिल्य

अनिल विज को सातवीं बार विधायक चुने जाने पर बधाई देने पहुंचे हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 10 अक्टूबर :

हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को आज विजय दशमी से 24 घंटे पूर्व उन्हें सातवीं बार अंबाला छावनी से विधायक चुने जाने पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य अपने साथियों व अपने छोटे भाई आवाज-ए-हिन्दुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत तहलका टीवी के प्रमुख शिव रंजन के साथ जाकर बधाई दी और मां दुर्गा की प्रतिमा व माता की चुनरी भेंट की और अंतिम नवरात्रे की भी एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने बधाई दी। 

वासु रंजन ने कहा कि अनिल विज निरोग रहे, दीर्घायु रहे और हरियाणा के अंतिम नागरिक की आवाज बनें और उन्हें न्याय दें। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य जो शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर अंबाला की जनता की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ रहें हैं आज अनिल विज को हरियाणा में भाजपा हाईकमान ऐसा पुरस्कार दे जिससे हरियाणा की पौने 3 करोड़ जनता भाजपा का एहसान न भुला सके। 

 वासु रंजन शांडिल्य जो वीरेश शांडिल्य के बेटे हैं उन्होंने कहा कि उनका परिवार पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के साथ 1990 से जुड़ा हुआ है और अनिल विज ने गृह मंत्री के रूप में जो हरियाणा में गर्मी, सर्दी, धूप, बरसात कुछ न देखी आधी आधी रात तक अंबाला में खुले दरबार लगाकर लाखों लोगों की पीड़ा को सुना, हल किया यही कारण है कि आज अंबाला छावनी में सातवीं बार अनिल विज विधायक चुने गए। उन्होंने कहा कि अनिल विज के नेतृत्व में अंबाला भय व भ्रष्टाचार मुक्त रहा। 

 एडवोकेट वासु रंजन ने कहा कि जल्द ही पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का अंबाला शहर निवास पर भव्य स्वागत होगा और अनिल विज को हरियाणा रतन से नवाजा जाएगा। इस मौके पर वासु रंजन व उनकी टीम व शिव रंजन ने अनिल विज का मुंह मीठा करवाया और कहा कि मास का लीडर व जनप्रिय नेता कैसे बना जाता है यह कोई अनिल विज से सीखे।