मुख्यमंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए :रणबीर सिंह शर्मा

पंचकूला/मोरनी:
राष्ट्रीय लोक स्वराज पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व आई.जी. रणबीर सिंह शर्मा ने मोरनी मेें हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री गृह विभाग का नेतृत्व करने में बुरी तरह से फेल साबित हुए हैं।
मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल के दौरान हरियाणा में महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़छाड़ की घटनाओं में जहां भारी वृद्धि हुई है वहीं राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट से यह साफ होता है कि हरियाणा अब रेप की राजधानी बन चुका है। आई.पी.एस. रणबीर सिंह शर्मा ने कहा कि मोरनी में हुई घटना ने पुलिसिया तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री प्रदेश की पुलिस को कुशल नेतृत्व प्रदान करने में बुरी तरह से फेल साबित हुए हैं। रणबीर सिंह शर्मा ने कहा कि मोरनी के गैस्ट हाउस गैरकानूनी कार्यों का अड्डा बने हुए हैं। जिन्हें नेताओं व पुलिस का संरक्षण हासिल है। एक तरफ सरकार मोरनी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की बात कर रही है दूसरी तरफ यहां आने वाली महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

मोरनी में सामूहिक दुष्कर्म का मामला, चौकी इंचार्ज और एक महिला एएसआई को सस्पेंड

पंचकुला:

मोरनी हिल्स में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में कार्रवाई करते हुए मोरनी चौकी इंचार्ज और एक महिला एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। पंचकूला के डीसीपी राजिंदर मीना ने इस बात की पुष्टि की है। मामले में तीन आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पंचकूला डीसीपी राजेन्द्र कुमार मीना ने बताया कि अगर इस मामले को लेकर पंचकूला पुलिस की किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।वहीं डीसीपी ने बताया कि शुरुआत में केस चंडीगढ़ में दर्ज हुआ जिसे चंडीगढ़ पुलिस ने पंचकूला महिला थाने में ट्रांसफर किया गया है और अब आगे की करवाई पंचकूला पुलिस कर रही है।

डीसीपी राजेन्द्र कुमार मीना ने पत्रकार वार्ता मेंं बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही SIT गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता एसीपी अंशू सिंघला कर रही है।डीसीपी ने बताया कि मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने 3 लोगों को अरेस्ट किया है और जिस का मामले में हाथ होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी ने बताया कि सुनील निवासी कुरुक्षेत्र, अवतार सिंह निवासी झांसी सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।पुलिस ने बताया कि मुख्यारोपी सुनिल फोन से ही संदिग्घ एक्टिविटीज़ को संचालित कर रहा था और फ़िलहाल पंचकूला पुलिस ने गेस्ट हाउस की डीवीआर चंडीगढ़ पुलिस से ले ली है।

वही पंचकूला पुलिस पर पीड़िता के पति ने आरोप लगाया था कि पंचकूला पुलिस ने शिकायत मिलने पर भी कार्रवाई नहीं की, इस पर बोलते हुए डीसीपी ने कहा कि मामले को लेकर पंचकूला पुलिस की तरफ से जिसने भी लापरवाही बरती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। मोरनी के अधिकतर इलाको में चल रहे देह व्यापार के बारे पूछे गए सवाल पर डीसीपी ने बताया कि पहले से ही महिला पुलिस डी एस पी की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है और इललीगल एक्टिविटीज को लेकर होटलों की लिस्ट भी तैयार की गई है और इलाके में इस प्रकार की गतिविधियां न हो इसके लिए लगातार चेकिंग की जा रही है ।

गौरतलब है कि पंचकूला के मोरनी इलाके में 22 साल की युवति को बंधक बनाकर 40 लोगों ने तीन दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया। युवति को नौकरी का झांसा देकर गेस्ट हाउस में बंधक बनाया गया था। पंचकूला पुलिस ने मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक युवति चंडीगढ़ की रहने वाली है। इस युवति को मुख्य आरोपी नौकरी का झांसा देकर गेस्ट हाउस ले आया। जहां उसे बंधक बना लिया गया। कई लोग दरिंदगी की हदें पार कर इसे युवति से तीन दिन तक दुष्कर्म करते रहे। इस दौरान युवति ने अपने पति को फोन करने की कोशिश भी की लेकिन युवति से फोन छीन लिया गया। चौथे दिन युवति किसी तरह से गेस्ट हाउस से भागने में कामयाब हो गई और उसने पति को फोन से इसकी जानकारी दी। जिसके बाद युवति ने पुलिस का शिकायत दी।

अशोक तंवर की जगह भूपेंद्र हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की मांग

चंडीगढ़: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के कई विधायकों ने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। यह समय इसलिए मांगा गया है क्योंकि कै. अभिमन्यु के बयानों को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर द्वारा खुले बयान देने से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस कद्र आहत हुए हैं कि  उन्होंने अपने समर्थक विधायकों से चर्चा में यह कहा कि वह राजनीती छोड़ घर बैठने पर विचार कर सकते हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों कै. अभिमन्यु ने कहा था कि सी.बी.आई. की चार्जशीट में निकल कर आया है कि फरवरी 2016 में जो तांडव जाट आरक्षण की आड़ में हुआ यह पूर्व नियोजित षड्यंत्र था और यह षड्यंत्र भूपेंद्र हुड्डा द्वारा रचा गया था।  यह बहुत पीड़ादायक बात है। उसके बाद तंवर ने भी बयान दिए थे कि उन पर हमला करने वाले भी वही लोग थे जिन्होंने वित्त मंत्री के परिवार को मारने की कोशिश की।

सूत्रों के अनुसार इन विधायकों ने तंवर के खिलाफ एक फाइल भी तैयार की है, जिसमें प्रमुख रूप से रोहतक में कांग्रेस ऑब्जर्वर के रूप में सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी प्रदीप कासनी को भेजने व उनके द्वारा वहां लोकसभा व विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों  के लिए चयन प्रक्रिया अपनाए जाने व वहां दिए बयानों को हाईलाइट किया गया है।

इससे पहले अशोक तंवर के दिए इन बयानों की कांग्रेस के कई विधायकों की टिकटें भी कट सकती हैं तथा अधिकांश नए चेहरों को टिकट मिलेगी, को भी फाइल का हिस्सा बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो एक तरफ कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम नहीं आया साथ ही तंवर के इन बयानों से आहत हुड्डा के समर्थक 11 विधायक उनके पास पहुंचे।

हुड्डा ने भावुक होकर अपने समॢथत विधायकों से कहा कि वह बाहर वालों से तो हर मोर्चे पर लड़ लें, लेकिन जिस प्रकार पार्टी प्रधान ही हरियाणा में बीजेपी के सुर में सुर मिलाकर लड़ रहे हैं उससे वह आहत हैं। जिस पर उनके समॢथत सभी विधायक पहले की तरह एकजुट नजर आए तथा कहा कि वह खुद भी राहुल गांधी से मिलें तथा सभी विधायक भी समय लेकर राहुल गांधी से मिलेंगे।

राहुल गांधी को सारी स्थिति से अवगत करवाया जाए। इसी कड़ी में बुधवार भूपेंद्र सिंह हुड्डा राहुल गांधी से मिले भी लेकिन क्या बात हुई इस पर वह कुछ बताने को तैयार नहीं हैं, केवल यही कहते हैं कि राजनीतिक व गैर राजनीतिक सभी बातें हुईं। इसी क्रम में हुड्डा  समर्थक 11 विधायकों ने अशोक गहलोत, आनंद शर्मा व वी जार्ज से भी मुलाकात करके भूपेंद्र हुड्डा को मजबूती देने व राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है।

हुड्डा समर्थक विधायकों ने अशोक तंवर की जगह भूपेंद्र हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। उन्होंने  कहा कि अगर हुड्डा को प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाया गया तो इनैलो-बसपा के साथ मिलकर सरकार बना लेंगी और पार्टी के हाथ से सत्ता फिसल जाएगी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को सत्ता दिलवाने का दमखम सिर्फ भूपेंद्र हुड्डा के पास है।

‘अब खट्टर बताएं कितने लोगों की उंगली काटी जाएगी’, मोरनी की घटना पर बोले जयहिंद

चंडीगढ़: पंचकूला के मोरनी में हुए सामूहिक दुषकर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मोरनी की घटना ने हरियाणा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर बताएं कि वह कितने लोगों की उंगली काटेंगे। क्योंकि मोरनी की घटना में सीधे तौर पर पुलिस विभाग सवालों के घेरे में है।

खट्टर सरकार पर हरियाणा को रेप की राजधानी बनाने का आरोप लगाते हुए नवीन जयहिंद ने कहा कि यह सरकारी संरक्षण में हुई घटना है। मोरनी में चलने वाले गैस्ट हाउस सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर पुलिस की मिलीभुगत के साथ चल रहे हैं और सरकार चुप है। मोरनी में हुई घटना ने साफ कर दिया है कि हरियाणा की मनोहर सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से फेल हुई है। मात्र दो पुलिसकर्मी सस्पेंड करने से खट्टर सरकार अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती। गृह विभाग का मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बिना किसी देरी के इस्तीफा देना चाहिए।

नगर निगम पंचकुला, सब कुछ ठीक नहीं है

 

नगर निगम पंचकूला की कार्यप्रणाली से पंचकूला के नागरिक बेहद रोष में हैं ! नगर निगम पंचकूला के प्रत्येक कार्य में गहरे भ्रष्टाचार की बू आती है ! सभी नियम कानून ताक पर रख दिए जा रहे हैं ! यहाँ भ्रष्टाचार आटे में नमक वाला नहीं बल्कि नमक में आटे वाला प्रतीत हो रहा है ! सार्वजनिक खजाने को नए नए तरीकों से जमकर लूटा खसोटा जा रहा है !

शहर के मौजिज नागरिक पिछले लम्बे समय से नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा रहे है ! उनमे से बहुत से लोगों ने अपनी विभिन्न मामलों में अपनी शिकायते भी दी हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है ! ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है की जैसे यहाँ लोकतंत्र स्थगित कर दिया गया है और मनमानी का दौर है ! सरकार के नुमाइंदे पंचकूला के विधायक जिन्हे सब कुछ दिखाई भी दे रहा होगा और यहाँ के लोगों की नगर निगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ उठाई जा रही आवाज़ भी सुनाई दे रही होगी लेकिन वे भी क्यों खामोश हैं ! क्या उन्हें शहर की जनता की तकलीफों से कोई वास्ता नहीं और उनके जज्बातों से कोई वास्ता नहीं ! शहर की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है ! वे अगर नगर निगम की कार्यप्रणाली को नहीं जांच सकते तो वे कम से कम शहर के नागरिकों की आवाज़ सरकार तक तो पहुंचायें और सरकार से शिकायत मामलों की जांच का आग्रह करें !

खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे.. और विधानसभा से गायब सुरजेवाला मीडिया में बड़ बड़ बोले : जवाहर यादव

हरियाणा विधानसभा और कैथल के लाखों मतदाताओं का अपमान करने वाले रणदीप सुरजेवाला बस बातें करना जानते हैं। जिस विधानसभा का सदस्य बनाने की दुहाई देकर उन्होंने कैथल के लोगों से वोट मांगे थे, उस विधानसभा में आने में अब सुरजेवाला को शर्म आती है। या फिर वे इस गौरवशाली सदन, कैथल की जरूरतों और प्रदेश के विकास को अहमियत ही नहीं देते ?
आखिर क्या कारण है कि रणदीप सुरजेवाला अब तक 66 दिन चली हरियाणा विधानसभा में सिर्फ 5 बार पधारे हैं ? टीवी पर चिल्ला चिल्ला कर भाजपा सरकार और मोदी जी से सवाल पूछने वाले इस महारथी ने साढ़े तीन साल में विधानसभा में एक भी सवाल नहीं पूछा। सभी मुद्दों पर मीडिया में ज्ञान बांटने वाले इन साहब को विधानसभा में ना तो कभी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने लायक कोई विषय मिला ना इन्होंने कभी किसी मसले पर काम रोको प्रस्ताव लाने की जरूरत समझी। मतलब धुरंधर प्रवक्ता जी का सवाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, काम रोको प्रस्ताव में खाता शून्य है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठ का पुलिंदा परोसने वाले रणदीप सुरजेवाला के पास ऐसे कोई तथ्य नहीं हैं जो विधानसभा में कहे जा सकें क्योंकि विधानसभा में बाते तथ्यों और सच्चाई के आधार पर ही रखी जाती हैं। कोई झूठ बोलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। बस इसीलिए सुरजेवाला ना वहां आते, ना कोई बात कहते।
सुरजेवाला यह क्यूं नहीं बताते कि 10 साल तक मंत्री होते हुए उन्होंने अपनी सरकार से स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करवाने और किसानों को 50 फीसदी मुनाफे वाला समर्थन मूल्य दिलवाने के लिए अपनी सरकार पर दबाव क्यूं नहीं बनाया। सुरजेवाला यह भी बताएं कि वित्त मंत्री और लोकनिर्माण मंत्री होते हुए भी उनके राज में अंबाला-कैथल-हिसार हाइवे को 4-लेन करने का प्रोजेक्ट लटका ही क्यूं रहा। कांग्रेस की दस साल की सरकार में सुरजेवाला कौन सी सैटिंग के तहत अपने क्षेत्र की सड़कों को लेकर चुप बैठे रहे।
किसानों की चिंता आपको तब क्यूं नहीं हुई जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा अधिग्रहण का डर दिखाकर किसानों की जमीन बिल्डरों के हाथों लुटवा रहे थे। क्यूं आप उस वक्त चुप रहे जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट किसी ने हाथ में उठा कर भी नहीं देखी।
सुरजेवाला को बताना चाहिए कि ये बातें जो उन्हें अब आती हैं, ये मंत्री की कुर्सी का सुख भोगते हुए 10 साल तक क्यूं नहीं आई ?
‘ खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे ‘ कहावत ऐसे ही लोगों के लिए बनी है।

मनेसार ज़मीन घोटाला अगली तारीख 10 अगस्त

चंडीगढ़। पंचकुला सी बी आई अदालत में आज मानेसर जमीन घोटाले  की सुनवाई हुई, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा पेश हुए। इस दौरान आरोपी पक्ष द्वारा  सीबी आई से जरूरी दस्तावेज की मांग की गई। हालांकि इस मामले में चार्जशीट की स्क्रूटनी जारी है। मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी। वहीं पेशी पर अदालत पहुंचे हुड्डा ने मीडिया से बातचीत न करते हुए तलख तेवर दिखाए।

 

ये है मामला…

सीबीआई द्वारा 15 अगस्त 2015 को पूर्व सीएम हुड्डा व अन्य के खिलाफ भादंसं की धारा 420, 465, 467, 471, 120 बी व पीसी अधिनियम 1998 के तहत मानेसर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। सीबीआइ की टीम जांच में जुटाए दस्तावेजों से भरी 2 अलमारियों के साथ पंचकूला अदालत में जिनमें करीब 80 हजार पेजों की चर्जशीट सीबीआई अदालत में जमा करवा चुकी है। इस मामले में ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ सीबीआई की एफआइआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया था।  इस मामले में आरोप है कि अगस्‍त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर, गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी। उल्लेखनीय है कि मानेसर के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश यादव ने इस घोटाले के बारे में शिकायत की थी। बाद में राज्य सरकार की सिफारिश पर यह मामला सीबीआई को सौंपा गया। शिकायतकर्ता के मुताबिक तत्कालीन सरकार के अफसरों और बिल्डरों के बीच गठजोड़ रहा है।

प्रिंसिपलों क रिक्त पद जल्दी ही भरे जाएँगे

चंडीगढ़, 19 जुलाई:

हरियाणा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में प्रिंसिपल के पद पर पदोन्नति करने के लिए राज्य के सरकारी स्कूलों में सेवारत पी.जी.टी तथा हैडमास्टरों के केस 20 दिन के अंदर मांगे गए हैं। इस बारे में सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, एस.सी.ई.आर.टी गुरूग्राम के निदेशक, डाईटस के प्रिंसिपलों तथा यू.टी के डी.पी.आई को निर्देश दिए गए हैं।

विभाग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के सरकारी स्कूलों में स्कूल प्रिंसिपल के कुछ पद रिक्त हैं। इन स्कूलों की कार्य प्रणाली व प्रशासन के सुचारू रूप से संचालन के लिए सरकार ने प्रिंसिपलों के पद को तुरंत भरने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि 5 अप्रैल 2017 के अनुसार तैयार की गई पी.जी.टी कैडर की सीनियरटी नंबर 1336 से 1800 तक तथा एक जून 2015 के अनुसार हैडमास्टरों की तैयार की गई सीनियरटी नंबर 874 से 1480 तक के अध्यापकों के केस मांगे गए हैं।

उन्होंने बताया कि अधिकारियों को उक्त अध्यापकों के केस भेजते समय पिछले 10 सालों की एसीआर समेत व्यक्तिगत फाइल साथ में होनी चाहिए। इसके अलावा कोई कंप्लेंट,कोर्ट केस,इंक्वायरी आदि भी अध्यापक के खिलाफ नहीं होनी चाहिए। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि रिटायर्ड पी.जी.टी व हैडमास्टर का केस पदोन्नति के लिए नहीं भेजना है।

 Exams set to return for Class 5, Class 8: NAS report

 Exams set to return for Class 5, Class 8: NAS report, recent board results reveal students aren’t learning much

New Delhi, July 19, 2018: The Lok Sabha on Wednesday passed the amendment seeking revocation of ‘no detention’ policy in classes 5 and 8, enabling states now to allow schools to fail the child if he/she fails in either or both classes and withhold their promotion to the next standard.

Human Resource Development Minister Prakash Javadekar moved the ‘The Right of Children to Free and Compulsory Education (Second Amendment) Bill, 2017’, which sought for regular examination in classes 5 and 8.

While the original Act stipulated that no child admitted in a school shall be held back in any class or expelled from school till the completion of elementary education, the amended Act will now have provisions not only for examination in both these classes, but will also extend powers to the state to hold back children, if they fail in re-examination– also provisioned in the amended Bill.

Moving the Bill, Javadekar said that the amendment was necessary to improve the “learning outcomes” and that the demands for repeal of ‘no detention’ policy was made by many states and Union Territories in recent years which observed students scoring “poor marks”.

“I am very happy that 24 members took part on its (Bill’s) discussion and most spoke in its favour. I have sent you all the results of National Achievement Survey for your districts, you will see how grave the situation is. It has deteriorated between 2012 and 2016.

“What is its cause? The cause is that there’s no accountability anymore. Neither on part of teacher, nor on student,” the Minister said.

He said that the ‘no detention’ has taken to be meant as an exemption from studying and that it has led to a “broken” schooling system.

“This (no detention policy) turned out be like an exemption from studying. That is why this was supported by most states, parents, students association.. In CABE (Central Advisory Board of Education) all but four-five states supported the amendment…. I brought everyone in confidence by leaving the decision to the states.

“If a class 4 student doesn’t know the sums of class 2, then its a broken school system. We have to change this,” he said.

In situation of a student failing the exam, the Bill, he said, provisions for two more attempts at clearing it and remedial training.

6 Gold medals & setting Two New World Records Sidhu twins are back

 

Tricity’s Star Shooters Twin brothers Udhayveer Sidhu and Vijayveer Sidhu returning home today after Winning 13 Medals (including 6 Gold medals & setting Two New World Records) in Junior Shooting World Cup held at Shul , Germany.
They will land at Chandigarh Airport at 2.45PM
In ISSF Junior Shooting World Cup ,Suhl, Germany ( June 22 – 29,2018)
Udhayveer Sidhu :-
1. Individual Bronze in 25m sports pistol
2. Team Gold in 25m sports pistol with new world record of team score
3. Team Bronze in 10m air pistol

Vijayveer Sidhu:-
1. Team gold in 25m sports pistol with New World Record
2. Individual Gold in 25m standard pistol.
3. Team Gold in 25m standard pistol with New World Record
4. Silver medal in Mixed event in 25m standard pistol.
In World Cup total : both brothers:
Gold – 4
Silver- 1
Bronze- 2
= 7..

In 28th Meeting of the Shooting Hopes ,Czech Republic ,July 11-15,2018
Udhayveer Sidhu:-
1. Individual Bronze in 25m sports pistol
2. Team Gold in 25m sports pistol.
3. Team Silver in 10m Air pistol.

Vijayveer Sidhu:-
1. Individual Silver in 25m sports pistol.
2. Team Gold in 25m sports pistol
3. Individual Bronze in 50m free pistol.

Total both brothers :
Gold -2
Silver- 2
Bronze – 2
= 6

Grand Total –
Gold – 6
Silver – 3
Bronze – 4
= 13