आज का राशिफल

🌹आज का राशिफल🌹

 

टिप्स फॉर 04-09-2018 मंगलवार हमारी हर टिप्स ज्यादा से ज्यादा शेयर करे सबका मंगल हो

*आज वज्र योग – भद्रा योग – मंगल गौरी व्रत – चर योग – तिथि कृष्ण नवमी और म्रिगार्शिर नक्षत्र…

आज के योग के अनुसार आज शाम के बाद रात्रि में शिव तांडव स्तोत्र करे जो आज के लिए उत्तम रहेगा ..

आज का मंत्र लेखन – आज ॐ रुद्राय नमः यह मंत्र २१ बार लिख ( हो शके तो 108 बार लिखे )

आज क्या करे – आर्टिस्टिक वर्क करे, हीलिंग करे, रोमेंस करे, इश्तेहार दे , खरीद परोक्त करे …

आज क्या ना करे – आज कोई हार्ड वर्क ना करे ना ही कोई लॉन्ग टर्म डिसीजन ले …

आज कहा जाना शुभ रहेगा – आज कोई विलेज या स्मोल टाउन की मुलाक़ात लेना शुभ रहेगा …

आज दोपहर 3 30 बजे से 5 30 बजे के बिच कोई भी शुभ कार्य ना करे

भोजन उपाय – आज भोजन में मीठा जरुर खाए

दान पुण्य उपाय – आज मसूर दाल का दान करे …

वस्त्र उपाय – आज लाल रंग के वस्त्र धारण करे …

वास्तु उपाय – आज शाम घर में गुगुल और कपूर का धुप जरुर करे

सावधानी रक्खे – आज के ग्रहों के अनुसार आज जिन्हें रक्तचाप रोग की शिकायत ज्यादा रहती हे या फिर इससे जुडी कोई भी परेशानी ज्यादा रहती या ऐसी कोई भी समस्या से पीड़ित है वो आज अपने व्यवहार में एवं तामसी खान पान में सावधानी बरतें और ध्यान जरुर करे

04 सितम्बर जिनका जन्म दिन हे और जिनकी शादी की सालगिरह हे वो आज गुड का दान करे …

दैनिक राशिफल
🐏मेष
परिवार में आवाजाही बनी रहेगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। जोखिम न उठाएं। तनाव रहेगा, मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।
🐂वृष
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। बेरोजगारी दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। यात्रा से लाभ होगा। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। यात्रा मनोरंजक होगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे।
👫मिथुन
फालतू खर्च होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पुराना रोग उभर सकता है। चिंता रहेगी, बाकी सामान्य रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। रुका हुआ धन मिल सकता है।
🦀कर्क
जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। धनलाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। जल्दबाजी से बचें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे।
🐅सिंह
आंखों में कष्ट संभव है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। योजना फलीभूत होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। आय बढ़ेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा।
🙍‍♀कन्या
राजकीय सहयोग से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। दौड़धूप अधिक रहेगी। तनाव रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। नई योजना बनेगी। मान-सम्मान मिलेगा।
⚖तुला
परिवार के वरिष्ठजनों के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें।
🦂वृश्चिक
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। व्यावसायिक गतिविधि बढ़ेगी। विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। निवेश व यात्रा मनोनुकूल रहेंगे। चिंता रहेगी। तीर्थदर्शन संभव है। पूजा-पाठ में मन लगेगा।
🏹धनु
विरोधी सक्रिय रहेंगे। तनाव बना रहेगा। भूमि व भवन के कार्य बड़ा लाभ देंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। जोखिम लेने का साहस कर पाएंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उन्नति होगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। धनार्जन होगा।
🐊मकर
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। क्रोध पर नियंत्रण रखें।
🍯कुंभ
मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रहेगी। बुरी सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। घर-बाहर अशांति रह सकती है। थकान महसूस होगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।
🐟मीन
मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा, रोजगार में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।

आज का राशिफल

                                                                     🌷🌷🌷पंचांग🌷🌷🌷

 

 

04 सितम्बर 2018, मंगलवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – नवमी
नक्षत्र – मृगशिरा
योग – वज्र
करण – तैतिल

राहुकाल:-
3:00 PM – 4:30 PM

🌞सूर्योदय – 06:04 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 18:38 (चण्डीगढ)
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
🚩उत्सव -🚩
श्री गुग्गा नवमी।

🚩पर्व -🚩
मेला गोगा माढ़ी (राजस्थान)।

🌹🌹🌹विशेष -🌹🌹🌹
जन्म पत्रिका में कालसर्प दोष को लेकर जिन लोगो के मन में भय रहता है वो लोग इस दिन गुग्गा के मन्दिर में अन्न आदि दान करके भय मुक्त हो सकते है।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 10:45 12:20 शुभ
अमृत 12:20 13:54 शुभ
शुभ 15:29 17:04 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 20:04 21:29 शुभ
शुभ 22:54 00:21 शुभ
अमृत 00:21 01:46 शुभ

Girl arrested for shouting slogans against Govt. CPI, CPI – M and PMK immediately came to rescue

Thoothukudi (Tamil Nadu), Sep 3, 2018 – A young woman who shouted slogans against the “fascist” Modi government in an aircraft in the presence of Tamil Nadu BJP President Tamilisai Soundararajan was on Monday arrested when the plane landed here.

Sophia (25), who is said to be pursuing research in Canada, was returning home and was seated behind Soundararajan’s third row seat. Suddenly she got up and shouted slogans against the BJP and the “fascist” government at the Centre, creating a flutter in the aircraft.

On landing here, the BJP leader got into a verbal duel with the student and lodged a complaint with the police who arrested her.

Soundararajan later told the media that the girl student rose in a “menacing” manner against her and felt there was a threat to her life in the manner in which she protested.

“She is not an ordinary person,” the BJP leader said, adding she suspected her “background” and that there must be some “organisation” behind her protest which should be probed.

Leaders of various political parties including the CPI-M, CPI and PMK criticized the police “high handedness” and demanded the woman’s immediate release.

They also said Soundararajan should have handled the issue in a mature manner without resorting to gimmicks. The incident only showed that young people in the country were angry with the Central government, they said.

Karnataka local body polls: Congress edges past BJP | JD(S) comes third


Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy hailed the victory of the coalition parties of Janata Dal (Secular) and Congress following the results of the elections for urban local bodies in the state

On Monday, results for 2,662 of the 2,709 seats were declared with the Congress securing 982 seats and the BJP 929 in the elections that were held on 31 August.

The JD(S) came a distant third with 375 seats and others, including 329 independents, bagging the rest of the seats.


Less than four months after the Assembly election, the Congress on Monday won the most seats in Karnataka’s 105 urban local bodies, pushing the BJP to the second spot, and voicing confidence that a Congress-JD(S) combine will sweep the Lok Sabha polls.

“The Congress winning 982 of the 2,662 civic body seats across the State shows people’s confidence in the party and our coalition government with the Janata Dal-Secular (JD-S),” State Congress President Dinesh Gundu Rao told reporters here.

“The Congress cannot be written off in Karnataka any more. We (Congress and JD-S) will have a pre-poll alliance for the Lok Sabha elections which we are confident of winning,” Mr. Rao added.

In the polls for urban bodies across 22 of the State’s 30 districts held on August 31, the Congress has won 982 of the total 2,662 seats. The Bharatiya Janata Party (BJP) came second with 929 seats while the JD-S remained far behind with 375 seats.

Independents bagged 329 seats, the Bahujan Samaj Party (BSP) 13 and other regional parties and fringe outfits won 34 seats.

While the Congress won majority seats in 10 districts, it was looking at an alliance with JD-S in a few regions to keep the BJP out of power, as it did in the Assembly election in May which threw up a hung verdict, Mr. Rao said.

Even as the BJP won majority seats in seven districts including the coastal districts of Udupi and Dakshina Kannada, the JD-S and Congress tie-up will control most of the urban bodies in the State.

In the Assembly election, of the 224 constituencies, the BJP won 104 seats, the Congress 80 and JD-S along with BSP (38).

JD-S leader and Chief Minister H.D. Kumaraswamy termed Monday’s results a victory for the coalition government.

“The outcome shows that JD-S and Congress have won the trust of not just the rural electorate but urban voters as well,” Mr. Kumaraswamy told reporters here.

The BJP, on the other hand, blamed the JD-S and Congress for its poor showing.

“The BJP should have won more seats but we could not perform the way we wanted to because of the Congress-JD-S coalition,” BJP State unit President B.S. Yeddyurappa told reporters here.

But the BJP is confident of winning a majority in the Lok Sabha election, he said.

The BJP performed well in its traditional bastions of coastal districts while the Congress retained its position in its strongholds of northern districts.

Polling took place last Friday across 22 districts of the State spread over 29 city municipalities, 53 town municipalities, 23 town panchayats and 135 wards of three city corporations — Mysuru, Shivamogga and Tumakuru.

The polling in 45 seats of Kodagu district’s civic bodies has been postponed due to heavy rains and floods.

In the 2013 elections held for 4,976 seats, the Congress won 1,960 seats, while BJP and JD-S won 905 seats each while Independents bagged the remaining 1,206 seats.

‘Congress Thirsty for My Blood,’ Says Shivraj Chouhan After Stones Hurled at His Vehicle

 

Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan attacked the Congress party on Monday over Sunday’s stone-pelting incident on his vehicle.

The CM, who is from the Bharatiya Janata Party (BJP), alleged that Congress, which is in the opposition in MP, has become bloodthirsty.

“Congress is baying for my blood. Something like this (the incident) never happened before in MP’s political history,” he told reporters in Bhopal.

“There was a struggle over ideologies. Every party used to carry out its own programme. But this kind of an incident never happened,” Chouhan said.

The MP CM then put the ball in the court of Congress president Rahul Gandhi.

“I want to ask Sonia Gandhi, Rahul Gandhi and Congress state president Kamal Nath: in which direction do they wish to take Congress? Is it fine what their leaders and workers are doing?” he said.

Unidentified miscreants threw stones on the vehicle carrying Chouhan on Sunday near Sidhi district. The CM was not hurt in the incident

Stones were hurled at Chouhan’s vehicle in Churhat area, which is the assembly constituency of Leader of Opposition Ajay Singh, Madhya Pradesh BJP spokesman Rajnish Agrawal said.

Later addressing a public meeting in the district as part of his Jan Ashirwad Yatra, Chouhan dared Singh to come in the open and fight with him.

“Ajay Singh, if you have strength come in open and fight with me,” he said, adding, “I am physically weak but I won’t be bogged down by your deeds. People of the state are with me.”

The Congress refuted the allegations stating that no one from the party was involved in the incident.

“I suspect that it was a well thought and hatched conspiracy aimed at defaming me and people of Churhat,” Ajay Singh said.

Meanwhile, MP Home Minister Bhupendra Singh said that police have arrested nine persons this morning.

“They are all prominent Congress leaders. The incident is shameful and unfortunate. It also proves that Congress can stoop to any low to come to power,” Bhupendra Singh said.

Big crackdown against ‘overground’ Maoists supporters planned, says CRPF DG


About 500 such supporters were apprehended in Chhattisgarh alone over the last one year, says CRPF Director General R.R. Bhatnagar


Courtesy PTI

A first-time concerted crackdown has been launched against “overground” Maoist supporters in various states and about 500 such people have been apprehended by the security forces in Chhattisgarh alone over the last one year, the chief of country’s lead anti-Naxal operations force, the CRPF, has said.

CRPF Director General R.R. Bhatnagar told PTI in an interview that this fresh action is being undertaken by them in coordination with State police forces with an aim to deny ‘space’ to the Left Wing Extremists and to counter them beyond the field operations.

The Central Reserve Police Force (CRPF) has deployed close to a lakh armed personnel and a heavy assortment of weapons and gadgets to tackle the Left Wing Extremism (LWE) in various states of the country.

“We are now going to the villages and we are trying to see that action is taken against their (Maoists) overground supporters and workers, ‘jan militia’ and other people who give them the intelligence and local support.

“We are working with the local police and we are seeing that all the people who have been identified, either ‘jan militia’ or are wanted in different cases, they are rounded up (by the police). More than 500 people with the help of our forces have been taken into custody in the last one year in Chattisgarh. We are trying to see that their (Naxal) overall support is also reduced,” the DG told the news agency.

A senior official heading a special combat unit in Chhattisgarh later informed that all those people who have been found to have helped the Naxalite cadres in planning, aiding and executing an attack on security forces are the ones who are on their radar primarily and such persons are being tracked and apprehended or arrested as part of this new strategy to counter the LWE challenge.

‘160 Naxals have been neutralised’

Mr. Bhatnagar, a 1983-batch Indian Police Service officer of Uttar Pradesh cadre, said the paramilitary force is gradually increasing its footprints into the core Naxal areas and has opened at least 15 new camps in the highly impenetrable and inhospitable jungles and terrain of south Bastar in Chhattisgarh which shares borders with Andhra Pradesh, Maharashtra, Odisha and Telangana.

“If you were to look at figures this year, 160 Naxals have been neutralised in various states and the number of incidents (anti-Maoist operations) are maximum in Chhattisgarh followed by Jharkhand,” he said.

The CRPF boss said he has taken some major policy decisions to better orient his combat units for success in operations without suffering major reverses.

“What we have also done is hardened our defences. We have also placed emphasis that it is not only only the special forces like the CoBRA (specialised jungle warfare unit of CRPF) who have to be competent but also the GD (general duty) battalion troops who need to be properly trained as they are in the highest numbers by way of deployment and they are facing the maximum attrition,” Mr. Bhatnagar said.

The officer took charge of the force in April last year in the backdrop of two major ambushes in Chhattisgarh’s Sukma that claimed the lives of 37 CRPF men.

Strengthening of regular battalions

The regular battalions of the CRPF are the ones, he said, who go out every day in the same area where the threat is severe.

They actually are facing more threats than the special forces who largely go out for focussed operations and hence it has been decided to make the regular units stronger, the DG said.

“We have focussed to make our general duty battalion component very strong. We have infused the concept of young platoons, boys who are fit and well-trained and able to counter. We have also introduced a lot of young element in the Naxal theatre and in Chhattisgarh we have recently introduced about 5,000 new young recruits after their training,” the officer said.

The DG said as a result of undertaking these policy and operational changes, this year during three or four severe attempts of ambush by Naxals, the force has been able to successfully “break” the killing ring without suffering any casualty and they affected injury to the attacking party.

“That has got the salutary effect for the forces,” he said.

This year, the DG said emphatically, the CRPF operations and the boys are now much more confident, much more stronger and our area domination is better.

“We are also introducing a lot of new technology in terms of IED (improvised explosive device) detection and UAV (unmanned aerial vehicle) coverage, night vision devices, static surveillance like PTZ (pan, tilt and zoom) cameras not only for camp security but also for keeping a watch on the roads.

“We have tried to deny the Naxals the space to operate by deploying all these measures,” he said.

‘Naxal movement reduced’

No doubt, the DG said, the area and the number of districts in the control of the Naxals has reduced and there has been a 40 per cent decline in LWE violence incidents over a period of the last few years.

“West Bengal is almost clear except some areas on the border, Telangana has got a lot of success and now Naxal activity is restricted there close to the Chhattisgarh border.

“Today, the main movement (of the Naxals) is restricted to certain areas, primarily Chhattisgarh’s south Bastar region and also the cut-off area in Odisha which is the Odisha-Andhra Pradesh border and certain parts of Jharkhand,” the DG said.

ABVP made history in Kerela

 

ABVP scripts history in Kerala, wins all 30 seats in students council elections in all 3 colleges of Kasaragod District in Kerala!

• Nalanda College, Perla: 14/14 seats

• IHRD College, Kumble: 8/8 seats

• Govinda Pai College: 8/8 seats

आज का राशिफल

🌹आज का राशिफल🌹

 

टिप्स फॉर 03-09-2018 सोमवार हमारी हर टिप्स ज्यादा से ज्यादा शेयर करे सबका मंगल हो

*आज सर्वार्थ योग – अमृत सिद्धि योग – हर्षण योग – रोहिणी व्रत – वर्धमाना योग – अनंदा योग – तिथि कृष्ण अष्ठमी और रोहिणी नक्षत्र…

आज के योग के अनुसार आज दूध से शिवलिंग पर अभिषेक करे और पुराणोक्त रुद्राभिषेक का पाठ करे

आज का मंत्र लेखन – आज ॐ चंद्र्मसे नमः यह मंत्र २१ बार लिख ( हो शके तो 108 बार लिखे )

आज क्या करे – ट्रेडिंग और फाय्नान्सियल डीलिंग के लिए शुभ, हीलिंग और सेल्फ इम्प्रूवमेंट के लिए भी शुभ, आज कन्स्ट्रशन की शुरुआत के लिए भी शुभ, रोमेंस भी कर शकते हे, नए वस्त्र धारण करना भी शुभ….

आज कहा जाना शुभ रहेगा – आज अपनी खुद की माँ को किसी तीर्थ स्थान की यात्रा करवाना शुभ रहेगा …

आज सुबह 7 30 बजे से 10 बजे के बिच कोई भी शुभ कार्य ना करे

भोजन उपाय – आज भी उपवास करे और भोजन में फलाहार करे यह उत्तम रहेगा

दान पुण्य उपाय – आज दूध का दान श्रेष्ठ रहेगा

वस्त्र उपाय – आज सफ़ेद चमकीले वस्त्र धारण करे परन्तु काले वस्त्रो से परहेज करे

वास्तु उपाय – आज शाम घर में गुगुल और कपूर का धुप जरुर करे

सावधानी रक्खे – आज के ग्रहों के अनुसार आज जिन्हें मानसिक रोग की शिकायत ज्यादा रहती हे या फिर इससे जुडी कोई भी परेशानी ज्यादा रहती या ऐसी कोई भी समस्या से पीड़ित है वो आज अपने व्यवहार में एवं तामसी खान पान में सावधानी बरतें और ध्यान जरुर करे

🌷 0३ सितम्बर जिनका जन्म दिन हे* और जिनकी शादी की सालगिरह हे वो आज किसी जरुरत मंद व्यक्ति क वस्त्र भेट करे

मेष:
आज धन खर्च का विशेष योग है, थोड़ा ध्‍यान से खर्च करें। धन संबंधी एवं लेन-देन संबंधी सभी कार्यों में सावधानी रखने की जरूरत है। किसी के साथ विवाद न हो, इसका ध्यान रखें। मित्रों एवं परिजनों के साथ मनमुटाव होने और स्‍वास्‍थ्‍य बिगड़ने की आशंका है।

वृषभ:
आज का दिन शुभ फलदायी है। आपकी रचनात्मक ओर कलात्मक शक्तियों में वृद्धि होगी। मानसिक सुकून मिलेगा। परिवार के प्रति जिम्‍मेदारियां अच्छी तरह से निभाएंगे। आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन और मनोरंजन के पीछे खर्च होगा। परिवार के साथ आनंदपूर्वक समय बीतेगा। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।

मिथुन:
आज का दिन कष्टदायी हो सकता है। परिजनों एवं संतान से अनबन हो सकती है। उग्रता एवं आवेग को अंकुश में रखें ताकि बात बिगड़े नहीं। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, विशेषकर आंखों में पीड़ा हो सकती है। दुर्घटना एवं आकस्मिक खर्च के लिए तैयार रहें। भाषा एवं व्यवहार में मृदुता कायम रखें।Astrologer Dr Narayan Chandigarh +919215574748

कर्क:
आज का दिन आपके लिए बहुत लाभकारी है। आपकी आय में वृद्धि होगी। अन्य तरीके से भी आर्थिक लाभ होगा। मित्रों के साथ भेंट होगी। स्त्री मित्रों से विशेष लाभ मिलेगा। व्यापार में लाभ होगा। संतान और जीवनसाथी से सुख मिलेगा। विवाह के योग हैं। मित्रों के साथ घूमने-फिरने का प्‍लान बना सकते हैं।

सिंह:
आप के व्यवसाय हेतु आज का दिन बहुत अच्छा एवं श्रेष्ठ है। आज हर काम सफलतापूर्वक संपन्न होगा। उच्च पदाधिकारियों की आप पर कृपा रहेगी। पिता की ओर से लाभ के संकेत है। सरकारी कार्यों में लाभ मिलेगा। आरोग्य अच्छा रहेगा। जमीन, मकान एवं संपत्ति के सौदे सफल रहेंगे।

कन्या:
आज आपका दिन अच्छा है। सगे-संबंधी के साथ प्रवास का आयोजन हो सकता है। स्त्री मित्रों से लाभ संभव है। धार्मिक कार्य तथा धार्मिक यात्रा में व्यस्त रहेंगे। विदेश में रहने वाले रिश्‍तेदारों से कोई अच्‍छा समाचार मिल सकता है। आर्थिक लाभ का दिन है।

तुला:
आज भाषा और व्यवहार पर संयम रखें। द्वेष से दूर रहें और शत्रुओं से सावधान। तबियत का ध्यान रखें। आध्यात्मिक सिद्धि प्राप्त करने के लिए अच्छा समय है। संभवतः पानी और स्त्री से दूर रहें। गहन चिंतन के द्वारा मन की शांति प्राप्त कर पाएंगे।

वृश्चिक:
आज आपका दिन कुछ भिन्न तरीके से बीतेगा। स्वयं के लिए आप समय निकाल पाएंगे। मित्रों के साथ घूमना-फिरना, मौज-मस्ती, मनोरंजन, छोटे पर्यटन तथा भोजन और वस्त्र-परिधान इत्यादि से आप बहुत आनंदित रहेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी और सम्‍मान मिलेगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। प्रियजन से मुलाकात से मन प्रसन्न रहेगा एवं वैवाहिक सुख का पूर्ण आनंद प्राप्त होगा।

धनु:
आपके लिए आर्थिक लाभ का दिन है। घर में शांति और आनंद का वातावरण रहेगा, जो कि आपके मन को प्रसन्न रखेगा। नौकरी करने वालों को लाभ और सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि तथा यश मिलेगा। मातृपक्ष से अच्छे समाचार मिलेंगे। अपनी वाणी पर संयम रखें।

मकर:
आज आपका मन चिंताग्रस्त और दुविधायुक्त रहेगा। ऐसी मनोदशा में आप किसी भी कार्य में दृढ़ निश्चय नहीं रह पाएंगे। आज के दिन कोई भी महत्‍वपूर्ण कार्य न करें क्योंकि आज भाग्य साथ नहीं देगा। संतान के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बुजुर्गों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। कार्यालय में उच्च पदाधिकारियों की अप्रसन्नता का सामना करना पडेगा। निरर्थक व्यय बढ़ेगा।

कुंभ:
आज आपके स्वभाव में प्रेम छलकेगा। स्त्रियों के आभूषण, वस्त्र, सौंदर्य-प्रसाधन के पीछे धन खर्च होगा। माता से लाभ होने की संभावना है। जमीन, मकान एवं वाहन आदि के सौदों में ध्यान रखना अतिआवश्यक है। विद्यार्थियों को विद्याप्राप्ति में सफलता मिलेगी। स्वभाव में हठीलापन टालें तो ही बेहतर है।

मीन:
आपका दिन शुभ फलदायी होगा, आपकी सृजनात्मक और कलात्मक शक्तियों में वृद्धि होगी। वैचारिक स्थिरता के कारण आपके कार्य आज अच्छी तरह से संपन्न कर पाएंगे। महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए आज का दिन शुभ है। जीवनसाथी के साथ समय अच्छी तरह से बीतेगा। कार्य में सफलता मिलेगी।

आज का उपाय :- नौकरी व बिज़नेस में तरक्की के लिए सूखे नारियल में भुना आटा, बूरा व खांड भरकर किसी ऐसे स्थान में दबाएं जहाँ काली चींटियाँ उसे खा सकें।

आज का पांचांग

                                                              🌷🌷🌷पंचांग🌷🌷🌷
                                                         03 सितम्बर 2018, सोमवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अष्टमी
नक्षत्र – रोहिणी
योग – हर्षण
करण – बालव

राहुकाल:-
7:30AM – 9:00AM

🌞सूर्योदय – 06:04 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 18:40 (चण्डीगढ)
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
🚩व्रत -🚩
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव)।

🚩उत्सव -🚩
नन्दोत्सव।

🚩पर्व -🚩
गोकुल अष्टमी।

🌹🌹🌹विशेष -🌹🌹🌹
दिनांक 2 सितम्बर 2018 के पंचाग में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवा दी गई है।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
अमृत 06:00 07:35 शुभ
शुभ 09:10 10:45 शुभ
लाभ 15:30 17:05 शुभ
अमृत 17:05 18:40 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 22:55 00:20 शुभ
शुभ 01:45 03:10 शुभ
अमृत 03:10 04:35 शुभ

जहां नम्रता, सत्य, लज्जा और धर्म हैं वहीं कृष्ण हैं, जहां कृष्ण हैं वहीं विजय है


धार्मिक विश्वासों को छोड़ दें तो एक किरदार के रूप में कृष्ण के जीवन के तमाम पहलू बेहद रोचक हैं


जनमाष्टमी यानी कृष्ण के जन्म का उत्सव. कृष्ण के जन्म से दो बिल्कुल कड़ियां अलग जुड़ती हैं. एक ओर मथुरा की काल कोठरी है जहां वासुदेव और देवकी जेल में अपनी आठवीं संतान की निश्चित हत्या का इंतजार कर रहे हैं. दूसरी तरफ गोकुल में बच्चे के पैदा होने की खुशियां हैं. कृष्ण के जन्म का ये विरोधाभास उनके जीवन में हर जगह दिखता है. धार्मिक विश्वासों को छोड़ दें तो एक किरदार के रूप में कृष्ण के जीवन के तमाम पहलू बेहद रोचक हैं. और समय-समय पर उनके बारे में जो नई कहानियां गढ़ी गईं उन्हें समझना भी किसी समाजशास्त्रीय अध्ययन से कम नहीं है.

अब देखिए वृंदावन कृष्ण की जगह है, लेकिन वृंदावन में रहना है तो ‘राधे-राधे’ कहना है. ऐसा नहीं हो सकता कि आप अयोध्या में रहकर सिया-सिया, लुंबिनी में यशोधरा-यशोधरा या ऐसा कुछ और कहें. यह कृष्ण के ही साथ संभव है. कान्हा, मुरली और माखन के कथाओं में कृष्ण का बचपन बेहद सुहावना लगता है. लेकिन कृष्ण का बचपन एक ऐसे शख्स का बचपन है, जिसके पैदा होने से पहले ही उसके पिता ने उसकी हत्या की जिम्मेदारी ले ली थी. वो एक राज्य की गद्दी का दावेदार हो सकता था तो उसको मारने के लिए हर तरह की कोशिशें की गईं. बचपन के इन झटकों के खत्म होते-होते पता चलता है कि जिस परिवार और परिवेश के साथ वो रह रहा था वो सब उसका था ही नहीं.

कहानियां यहीं खत्म नहीं होतीं. मथुरा के कृष्ण के सामने अलग चुनौतियां दिखती हैं. जिस राज सिंहासन को वो कंस से खाली कराते हैं उसे संभालने में तमाम मुश्किलें आती हैं. अंत में उन्हें मथुरा छोड़नी ही पड़ती है. महाभारत युद्ध में एक तरफ वे खुद होते हैं दूसरी ओर उनकी सेना होती है. वो तमाम योद्धा जिनके साथ उन्होंने कई तैयारियां की होंगी, युद्ध जीते होंगे. अब अगर कृष्ण को जीतना है तो उनकी सेना को मरना होगा. इसीलिए महाभारत के कथानक में कृष्ण जब अर्जुन को ‘मैं ही मारता हूं, मैं ही मरता हूं’ कहते हैं तो खुद इसे जी रहे होते हैं.

महाभारत से इस्कॉन तक कृष्ण

अलग-अलग काल के साहित्य और पुराणों में कृष्ण के कई अलग रूप हैं. मसलन महाभारत में कृष्ण का जिक्र आज लोकप्रिय कृष्ण की छवि से बिलकुल नहीं मिलता. भारतीय परंपरा के सबसे बड़े महाकाव्य में कृष्ण के साथ राधा का वर्णन ही नहीं है. वेदव्यास के साथ-साथ श्रीमदभागवत् में भी राधा-कृष्ण की लीलाओं का कोई वर्णन नहीं है. राधा का विस्तृत वर्णन सबसे पहले ब्रह्मवैवर्त पुराण में मिलता है. इसके अलावा पद्म पुराण में भी राधा का जिक्र है. राधा के शुरुआती वर्णनों में कई असमानताएं भी हैं. कहीं दोनों की उम्र में बहुत अंतर है, कहीं दोनों हमउम्र हैं.

इसके बाद मैथिल कोकिल कहे जाने वाले विद्यापति के पदों में राधा आती हैं. यह राधा विरह की ‘आग’ में जल रही हैं. 13वीं 14वीं शताब्दी के विद्यापति राधा-कान्हा के प्रेम के बहाने, शृंगार और काम की तमाम बातें कह जाते हैं. इसके कुछ ही समय बाद बंगाल से चैतन्य महाप्रभु कृष्ण की भक्ति में लीन होकर ‘राधे-राधे’ का स्मरण शुरू करते हैं. यह वही समय था जब भारत में सूफी संप्रदाय बढ़ रहा था, जिसमें ईश्वर के साथ प्रेमी-प्रेमिका का संबंध होता है. चैतन्य महाप्रभु के साथ जो हरे कृष्ण वाला नया भक्ति आंदोलन चला उसने भक्ति को एक नया आयाम दिया जहां पूजा-पाठ साधना से उत्सव में बदल गया.

अब देखिए बात कृष्ण की करनी है और जिक्र लगातार राधा का हो रहा है. राधा से शुरू किए बिना कृष्ण की बात करना बहुत मुश्किल है. वापस कृष्ण पर आते हैं. भक्तिकाल में कृष्ण का जिक्र उनकी बाल लीलाओं तक ही सीमित है. कृष्ण ब्रज छोड़ कर जाते हैं तो सूरदास और उनके साथ बाकी सभी कवि भी ब्रज में ठहर जाते हैं. उसके आगे की कहानी वो नहीं सुनाते हैं. भक्तिकाल के कृष्ण ही सनातन परंपरा में पहली बार ईश्वर को मानवीय चेहरा देते हैं. भक्तिकाल के बाद रीतिकाल आता है और कवियों का ध्यान कृष्ण की लीलाओं से गोपियों और राधा पर ज्यादा जाने लगता है. बिहारी भी जब श्रृद्धा के साथ सतसई शुरू करते हैं, तो ‘मेरी भव बाधा हरो राधा नागरि सोए’ ही कहते हैं. इन सबके बाद 60 के दशक में इस्कॉन जैसा मूवमेंट आता है जो उस समय दुनिया भर में फैल रहे हिप्पी मूवमेंट के साथ मिलकर ‘हरे कृष्णा’ मूवमेंट बनाता है.

ईश्वर का भारतीय रूप हैं कृष्ण

कृष्ण को संपूर्ण अवतार कहा जाता है. गीता में वे खुद को योगेश्वर भी कहते हैं. सही मायनों में ये कृष्ण हैं जो ईश्वर के भारतीय चेहरे का प्रतीक बनते हैं. अगर कथाओं के जरिए बात कहें तो वे छोटी सी उम्र में इंद्र की सत्ता और शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हैं. जीवन भर युद्ध की कठोरता और संघर्षों के बावजूद भी उनके पास मुरली और संगीत की सराहना का समय है. वहीं वह प्रेम को पाकर भी प्रेम को तरसते रहते हैं. यही कारण है कि योगेश्वर कृष्ण की ‘लीलाओं’ के बहाने मध्यकाल में लेखकों ने तमाम तरह की कुंठाओं को भी छंद में पिरोकर लिखा है. उनका यह अनेकता में एकता वाला रूप है जिसके चलते कृष्ण को हम बतौर ईश्वर अलग तरह से अपनाते हैं.

तमाम जटिलताएं

इसमें कोई दो राय नहीं कि कृष्ण की लीलाओं के नाम पर बहुत सी अतिशयोक्तियां कहीं गईं हैं. बहुत कुछ ऐसा कहा गया है जो, ‘आप करें तो रास लीला…’ जैसे मुहावरे गढ़ने का मौका देता है. लेकिन इन कथाओं की मिलावटों को हटा देने पर जो निकल कर आता है वो चरित्र अपने आप में खास है. अगर किसी बात को मानें और किसी को न मानें को समझने में कठिनाई हो तो एक काम करिए, कथानकों को जमीन पर जांचिए. उदाहरण के लिए वृंदावन और मथुरा में कुछ मिनट पैदल चलने जितनी दूरी है. मथुरा और गोकुल या वृंदावन और बरसाने का सफर भी 2-3 घंटे पैदल चलकर पूरा किया जा सकता है. इस कसौटी पर कसेंगे तो समझ जाएंगे कि कौन-कौन सी विरह की कथाएं कवियों की कल्पना का हिस्सा हैं.

कृष्ण के जीवन में बहुत सारे रंग हैं. कुछ बहुत बाद में जोड़े गए प्रसंग हैं जिन्हें सही मायनों में धार्मिक-सामाजिक हर तरह के परिवेश से हटा दिया जाना चाहिए. राधा के वर्णन जैसी कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो महाभारत और भागवत में नहीं मिलती मगर आज कृष्ण का वर्णन उनके बिना संभव नहीं है. इन सबके बाद भगवद् गीता है जो सनातन धर्म के एक मात्र और संपूर्ण कलाओं वाले अवतार की कही बात. जिसमें वो अपनी तुलना तमाम प्रतीकों से करते हुए खुद को पीपल, नारद कपिल मुनि जैसा बताते हैं. आज जब तमाम चीजों की रक्षा के नाम पर हत्याओं और अराजकता एक सामान्य अवधारणा बनती जा रही है. निर्लज्जता, झूठ और तमाम तरह की हिंसा को कथित धर्म की रक्षा के नाम पर फैलाया जा रहा है, ऐसे में कृष्ण के लिए अर्जुन का कहा गया श्लोक याद रखना चाहिए यतः सत्यं यतो धर्मो यतो ह्लीराजर्वं यतः. ततो भवति गोविंदो यतः कृष्णोस्ततो जयः यानी जहां नम्रता, सत्य, लज्जा और धर्म हैं वहीं कृष्ण हैं, जहां कृष्ण हैं वहीं विजय है. अंतिम बात यही है कि कृष्ण होना सरस होना, क्षमाशील होना, नियमों की जगह परिस्थिति देख कर फैसले लेना और सबसे ज़रूरी, निरंकुशता के प्रतिपक्ष में रहना है.