पंचकूला में आयोजित तीसरे पुस्तक मेले के उदृघाटन

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 04       नवंबर :

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज पंचकूला में आयोजित तीसरे पुस्तक मेले के उदृघाटन अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की जीवनी पर आधारित पुस्तक ‘कर्मयोगी कृष्ण’ का विमोचन किया। इस पुस्तक का लेखन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग हरियाणा में कार्यरत जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी कृष्ण कुमार आर्य ने किया है।

मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए लेखक को बधाई और ऐसी कृति की रचना के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने मेले में सभी पुस्तक स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमारी मार्गदर्शक होती है और अच्छी पुस्तकें तो हमारे जीवन की धारा को भी बदल देती है। इसलिए सभी को पुस्तकों का स्वाध्याय नियमित तौर पर करना चाहिए। उनके साथ पुस्तक मेले के आयोजक एसईआईएए के चेयरमैन श्री पी के दास, कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजद थे।

लेखक कृष्ण कुमार आर्य ने पुस्तक के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इस पुस्तक मंे श्रीकृष्ण की पूरी जीवनी को लिखा गया है। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि जीवन का आधार कर्म है और कर्म की सिद्घि केवल कर्तव्य पालन के मार्ग से होकर ही गुजरती है। कर्महीन और कर्त्तव्य विमुख व्यक्ति कभी धर्मात्मा नहीं हो सकता है। उनके इसी उपदेश को श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित नव संकलित पुस्तक ‘कर्मयोगी कृष्ण’ में सहेजा गया है। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कि
’’न मे पार्थास्ति कर्तव्यं त्रिषु लोकेषु किश्चन।
नान वाप्तम वाप्तव्यं वर्त एव च कर्मणि’’

भगवान श्रीकृष्ण गीता में कहते हैं कि तीनों लोकों में मेरे लिए कोई भी कर्म नियत नही है अर्थात् करने योग्य नही है, न मुझे किसी वस्तु का अभाव है और न ही आवश्यकता है, फिर भी निष्फल भाव से कर्म करता हूँ। इसी को आधार बनाकर लेखक ने इस पुस्तक की रचना की है।

आर्य ने बताया कि पुस्तक में श्रीकृष्ण की जीवनशैली को प्रदर्शित करने के लिए विषय-वस्तु को 244 पृष्ठों पर ग्यारह अध्यायों में विभक्त किया गया है। इसमें लगभग 130 मंत्र, श्लोक एवं सूक्तियां तथा पुस्तक को समझने में सहायक आठ आलेख दिए हैं। पुस्तक का पहला अध्याय ‘श्रीकृष्ण की वशांवली’, दूसरे व तीसरे अध्याय में उनके बाल्यकाल की प्रमुख घटनाएं तथा अध्याय चार में गोपी प्रकरण व कंस वध का विवरण दिया है। पुस्तक के पाँचवें अध्याय में श्रीकृष्ण द्वारा महर्षि सांदीपनी एवं अन्य ऋषि आश्रमों में ग्रहण की गई ‘शिक्षाओं तथा वैज्ञानिक उपलब्धियों’ का वर्णन किया गया है। यह अध्याय अनेक दिव्य अस्त्र-शस्त्रों के ज्ञान तथा सुदर्शन चक्र, सौमधुक, मौनधुक, सौकिक यान एवं सोमतीति रेखा का अन्वेषण श्रीकृष्ण की महानता का परिचय देता हैं।

उन्होंने बताया कि इसके छठे अध्याय में ‘द्वारका की अवधारणा’ तथा श्रीकृष्ण की दिनचर्या को प्रदर्शित करने वाला सातवां अध्याय ‘दैनंदिनी विमर्श’ दिया है। पुस्तक के आठवें अध्याय में महाराज युधिष्ठिर के ‘राजसूय में कृष्णनीति’ तथा नौवें अध्याय में ‘श्रीकृष्ण का तात्त्विक संप्रेषण’ पर विस्तार से उल्लेख है। जैसा कि माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण एक उत्कृष्ट एवं प्रभावी वाक्चार्तुय एवं वाक्माधुर्य से धनी थे, जिसका प्रत्यक्ष दर्शन पुस्तक में होगा। इसके साथ ही दसवें अध्याय में ‘जय में श्रीकृष्ण नीति’ तथा अन्तिम ग्यारहवें अध्याय में ‘महां-भारत में श्रीकृष्ण के महां-प्रस्थान’ का वर्णन किया है। पुस्तक में श्रीकृष्ण के यौगिक बल, दिव्य उपलब्धियां, उत्कृष्ट वैज्ञानिकता, महान तत्त्ववेत्ता, जनार्दन एवं ब्रह्मवेत्ता के तौर पर परिचय करवाया गया हैं। इसके साथ ही अकल्पनीय श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े अनेक ऐसे तथ्यों को प्रस्तुत किया गया है, जिनको पढक़र विशेषकर नई पीढ़ी में विशेष आभा का संचार होगा। श्रीकृष्ण के महानिर्वाण की घटना का प्रस्तुतिकरण पाठक को शुन्य की अवस्था में ले जाने वाला है कि किस प्रकार श्रीकृष्ण के सामने ही यदुवंश और उनके पुत्र-पौत्रों की हत्या की गई। परन्तु वे लेशमात्र भी अपने धर्म एवं कर्म से विमुख नही हुए।

उनका कहना है कि पुस्तक को पूर्ण करने में लगभग 40 माह का समय लगा। पुस्तक में महाभारत, गर्ग संहिता, वैदिक साहित्य, उपनिषद्, श्रीमद्भगवत गीता तथा जैन साहित्य सहित लगभग दो दर्जन पुस्तकों के संदर्भ सम्मिलित किए गए हैं। पुस्तक सतलुज प्रकाशन द्वारा पंचकूला से प्रकाशित की है। उन्होंने बताया कि पुस्तक का पाँचवा एवं सातवाँ अध्याय अद्भूत है, जो श्रीकृष्ण को भगवान एवं योगेश्वर श्रीकृष्ण होने का परिचय देते हैं तथा इसके बाद के अध्याय श्रीकृष्ण की महानता के दिव्य दर्शन करवाते हैं।

बापूधाम कॉलोनी में श्री शिव शक्ति खेड़ा मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा

  • बापूधाम कॉलोनी में श्री शिव शक्ति खेड़ा मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा में श्री गणेशानंद मिश्रा जी महाराज होंगे कथा व्यास 
  • आज निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  04  नवंबर:

बापू धाम कॉलोनी, सेक्टर 26 में श्री शिव शक्ति खेड़ा मंदिर के प्रांगण में श्रीमद् भगवत कथा का आयोजन किया जा रहा है जो 10 नवम्बर तक चलेगी। नेहा कीर्तन मंडली की प्रधान नेहा पुरी ने बताया कि कथा व्यास श्री गणेशानंद मिश्रा जी महाराज कथा प्रवचन करेंगे। कथा के आज प्रथम दिन एक भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई जिसमें रेसिडेंट्स  वेलफेयर एसोसिएशन, बापूधाम कॉलोनी के प्रधान कृष्ण लाल, कपिल बहल, जय माता मंदिर किन्नर समाज की संचालक कमली माता जी, मंदिर के मुख्य पुजारी राजमणि मिश्रा, अक्षत पुरी, सरबजीत सिंह, मनोज कुमार, पवन कुमार और सैंकड़ों की संख्या में महिलाएं मौजूद थी।

क्लियरमेडी बहरा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का शुभारंभ  हुआ

क्लियरमेडी बहरा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का शुभारंभ  हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली –  04       नवंबर :

स्वास्थ्य सचिव कुमार राहुल ने सोमवार को क्लियरमेडी बाहरा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ,खरड़ का शुभारंभ  किया।

कुमार राहुल ने कहा, “अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक से लेकर रोगी-केंद्रित देखभाल पर ध्यान केंद्रित करने तक, इस अस्पताल के हर पहलू को हमारे समुदाय की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। 

अस्पताल ऑन्कोलॉजी, इंटरनल  मेडिसन, नेफ्रोलॉजी, क्रिटिकल केयर, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, पल्मोनोलॉजी, ईएनटी, बाल रोग और नियोनेटोलॉजी, गाइनकालजी , हड्डी रोग और जॉइन्ट रिप्लेसमेंट और 24*7 आपातकालीन और ट्रॉमा देखभाल में नैदानिक विशेषज्ञता प्रदान करेगा।

क्लियरमेडी हेल्थकेयर के सीईओ कमोडोर नवनीत बाली ने कहा, “हमारा मिशन नवीनतम तकनीक और चिकित्सा पेशेवरों की एक असाधारण टीम से लैस सभी को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। हम स्वास्थ्य सेवा के मानक को ऊंचा करने और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल को सुलभ और सस्ती बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह अस्पताल सिर्फ एक सुविधा नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय के लिए स्वास्थ्य, आशा और उपचार का प्रतीक है,”

अस्पताल के क्लस्टर हेड और फैसिलिटी डायरेक्टर विवान सिंह गिल ने कहा, “हम मोहाली में इस अत्याधुनिक अस्पताल को खोलने के लिए रोमांचित हैं जो समुदाय को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है।

एन सी सी वालंटियर्स संग एन ए कल्चरल सोसाइटी ने मनाई दीवाली

एन सी सी वालंटियर्स संग एन ए कल्चरल सोसाइटी ने मनाई दीवाली

एनए कल्चरल सोसाइटी ने इस दिवाली को खास तरीके से मनाने कि पहल की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  04  नवंबर:

उन्होंने भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपराओं का पालन करते हुए, जानवरों की देखभाल में योगदान दिया जैसे कि गाय, बिल्ली और कुत्तों का इलाज और भोजन में मदद करना। सोसाइटी की संस्थापक अध्यक्ष निखर आनंद मिढा और सामाजिक प्रमुख अनीता मिढा ने बताया की इन बेक़सूर जानवरों को पटाखों की आवाज से बचाने के प्रयास होने चहिये , पटाखों से जानवर भयभीत हो जाते हैं।

एनए कल्चरल सोसाइटी के युवा सदस्यों ने इस पहल में बढ़-चढ़कर भाग लिया। चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ की एनसीसी टीम के स्वयंसेवक भी एनए टीम के साथ इस नेक काम में शामिल हुए और मोहाली फेज 1 स्थित गौशाला और सेक्टर 38 के एसपीसी एनिमल अस्पताल में सेवा प्रदान की।

नहाय खाय के साथ छठ महापर्व का आगाज कल से

नहाय खाय के साथ छठ महापर्व का आगाज कल से, 6 को होगा खरना

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 04       नवंबर :

 पूर्वांचल जन कल्याण संगठन समिति के तत्वाधान में जिंदल पार्क, मिल गेट स्थित जिंदल सरोवर में मनाये जाने वाले चार दिवसीय छठ महापर्व की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। लोक आस्था का छठ महापर्व 5 नवम्बर को प्रात: नहाय खाय के साथ शुरु हो जाएगा। अनुष्ठान के दूसरे दिन 6 नवम्बर को खरना करेंगे। 7 नवम्बर को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को त्रिवेणी के जल से अध्र्य दिया जाएगा। 8 नवम्बर को प्रात: उगते हुए सूर्य को अध्र्य देकर महापर्व सम्पन्न हो जाएगा। समिति के संरक्षक डॉ. राधेश्याम शुक्ल, महासचिव आचार्य मुरलीधर पाण्डेय व कोषाध्यक्ष आचार्य शिवपूजन मिश्र ने बताया कि सरोवर के चारों ओर चार गेट बनाये जाएंगे। चारों वेदों ऋगवेद, यजुर्वेद, सामवेद व अर्थववेद के नाम पर गेट के नाम रखे जाएंगे। चारों गेटों पर चार कुण्ड स्थापित किये जाएंगे और इन कुण्डों पर चार-चार-यजमान बैठेंगे। महापर्व पर होने वाले हवन-यज्ञ में मुख्य यजमान के रुप में समाजसेवी कैप्टन प्रेम प्रकाश बिश्रोई होंगे। छठ महापर्व के दिन 7 नवम्बर को सायं 4 बजे हरियाणा की पूर्व मंत्री एवं विधायक सावित्री जिंदल मुख्यातिथि के रूप में भाग लेंगी। अध्यक्षता सूर्य भगवान भास्कर करेंगे। समिति के प्रधान विनोद साहनी ने बताया कि सवा क्विंटल सामग्री से छठी मैय्या का श्रृंगार होगा। पर्व के दिन 11 लाख ज्योतों से छठ मैय्या की आरती होगी।

छठ में नहाय-खाय का विशेष महत्व  

आचार्य शिवपूजन मिश्र ने बताया कि छठ महापर्व में नहाय-खाय का विशेष महत्व है। इस दिन व्रती अपने शरीर, वस्त्र एवं घर की शुद्धता का विशेष ध्यान रखते हैं। प्रात: से ही व्रतियों के गंगातट या सरोवर पर नहाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। सरोवरों में स्नान करने के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करेंगे। उसके बाद घरों में व्रतियों के लिए भोजन बनेगा। भोजन में अरवा चावल, चने की दाल एवं कद्दू की सब्जी बनाई जाएगी। व्रतियों के प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही परिवार के अन्य लोग भोजन करेंगे। 6 नवम्बर बुधवार को दिनभर उपवास रहकर सायंकाल सूर्य भगवान को पूजा करके खीर और पूरी का भोग लगाकर अपने घरों में हवन करेंगे। 7 नवम्बर वीरवार को सुबह से लेकर दिन भर अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे और सांयकालीन अस्ताचलगामी सूर्य को तालाब या नदी में अध्र्य देंगे। अध्र्य में प्रशाद के रुप में ठेंकूवा, ईख, गुना, मौसमी फल, सीताफल, मूली, हल्दी, अदरक, सोने-चांदी, पीतल एवं बांस (छाज-सूप) आदि में रखकर अध्र्य देंगे।

6 नवम्बर को व्रती करेंगे खरना

बुधवार को व्रती गंगा एवं अन्य जलाशयों में स्नान करने के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करेंगे। सायंकाल के समय घरों में हवन एवं पूजा-पाठ करेंगे। खरना का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से साठी-चावल दूध और गुड़ से तैयार किया जाएगा। प्रसाद को सूर्य देव को भोग लगाकर ग्रहण किया जाएगा। इसके बाद वीरवार को पूरा दिन व रात अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे।

शंख ध्वनि से शुरु होगा छठ महापर्व

समिति के महासचिव आचार्य मुरलीधर पाण्डेय व कोषाध्यक्ष आचार्य शिवपूजन मिश्र ने बताया कि 7 नवम्बर को प्रात: 6 बजे शंख ध्वनि के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया जाएगा। प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक घाट पूजन एवं घाट संरक्षण का कार्यक्रम चलेगा। 12 बजे से दोपहर बाद 2 बजे तक सवा क्विंटल गन्ना, फूलमाला एवं छठ माता का श्रृंगार किया जाएगा। 2 बजे से सूर्य षष्ठी महायज्ञ प्रारंभ किया जाएगा। सूर्य संहिता के विशेष मंत्रों द्वारा आचार्य शिवपूजन मिश्र, आचार्य सुरेश प्रसाद मिश्र व डॉ. बलजीत शास्त्री की अध्यक्षता में तथा डॉ. राधेश्याम शुक्ल की देखरेख में सूर्य षष्टी महायज्ञ होगा जिसमें कांशी, अयोध्या, वृंदावन, हरिद्वार से आए हुए विद्वानों द्वारा आदित्य ह्रदय स्तोत्र तथा सूर्य संहिता के विशेष मंत्रों द्वारा हवन एवं पाठ किया जाएगा। इसके लिए चारों दिशा में चार कुंड बनाए जाएंगे और एक विशेष रुप से कुंड बनाया जाएगा। सायं 2 बजे से 4 बजे तक सूर्य सहस्त्र नामों से हवन किया जाएगा। सायं 5:30 बजे से अस्ताचल सूर्य को दूध एवं त्रिवेणी जल से अध्र्य दिया जाएगा। इसके उपरांत 6 बजे सूर्य भगवान की 11 लाख ज्योतों द्वारा महाआरती की जाएगी। छठव्रतियों से प्रार्थना है कि अध्र्य के बाद छठी मैय्या के पांच गीत अवश्य गाएं तथा एक घंटे तक घाट जगाएं। कांशी के विद्वानों के अनुसार सायं 2 बजे उपरांत पूजा का विशेष समय है इसलिये 4 बजे से पूर्व सरोवर पर अवश्य पहुंच जाएं ताकि पूजा का विशेष लाभ मिल सके। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस वर्ष छठ व्रत व पूजा का दिन वीरवार को आया है। मुख्य रुप से विष्णु भगवान का दिन ही वीरवार होता है। पूजा का सामान पीला रंग का होना चाहिये।    

साक्षात देव हैं भगवान सूर्य

छठ महापर्व पर भगवान सूर्य की पूजा होती है। वे साक्षात देव हैं, जो लोगों को दिखाई देते हैं। सूर्य की पूजा आदिकाल से की जा रही है। आचार्य शिवपूजन मिश्र व आचार्य मुरलीधर पाण्डेय का कहना है कि सूर्यदेव की पूजा का उल्लेख सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरकाल से मिलता है। तभी से सूर्य पूजा की परम्परा चली आ रही है। विश्व में सूर्य की पूजा विभिन्न रूपों में की जाती है। आचार्य शिवपूजन मिश्र व आचार्य मुरलीधर पाण्डेय ने बताया कि ज्योतिष शस्त्र के अनुसार सूर्य सभी ग्रहों के राजा है। जिस व्यक्ति के ग्रह कमजोर हैं, वे भगवान सूर्य की पूजा करते हुए छठ व्रत करें, उनके सभी ग्रह अनुकूल हो जाएंगे।

अमेरिका में भी मनाई जाती है छठ पूजा

उग हे सुरुज देव.. .. गीत, घाटों पर चहल कदमी करती हुई भीड़ और डूबकी लगाते हुए व्रती। छठ पूजा का ये मनोरम दृश्य सात समुंद्र पार अमेरिका में भी देखा जा सकता है। छठ महापर्व की महिमा पूर्वांचल से होते हुए परदेस तक जा पहुंची है। अमेरिका की पोटोमैक नदी पिछले कई सालों से छठ पूजा की साक्षी बन रही है। परदेस में रह रहे पूर्वांचल के लोग अपने इस त्यौहार को उसी देसी उत्साह के साथ मनाते हैं। अमेरिका में बड़ी तादात में उत्तर भारतीय रहते हैं, जो इस पर्व को मनाते हैं। भारतीयों के इस उत्सव में अमेरिका वाले भी शरीक होते हैं। इसके अलावा नेपाली मूल के लोग भी इस पावन उत्सव में अपनी भागीदारी देना नहीं भूलते। अमेरिका में छठ पर्व एक सांस्कृतिक मिलन की तरह भी मनाया जाता है। छठ व्रतियों के लिए नदी किनारे टैंट लगाए जाते हैं और सजावट भी की जाती है।

हठयोग का रहस्य छिपा है छठ व्रत में

आचार्य शिवपूजन मिश्र व आचार्य मुरलीधर पाण्डेय ने बताया कि लोक आस्था का महापर्व छठ कई रहस्यों को भी समेटे हुए है। यह पर्व अध्यात्म और योग का मेल भी है। छठ का एक अर्थ हठयोग भी है। छठव्रती चार दिनों तक लगभग बिना अन्न जल ग्रहण किए रहते हैं। पूजा में काफी सावधानी बरती जाती है। हठयोग में अपने आप को कष्ट देकर ईश्वर को प्रसन्न करने की बात आती है। सबसे प्राचीन ग्रंथ ऋगवेद में भी छठ महापर्व का जिक्र आता है। वैदिक काल में ऋषि भोजन से दूर रहकर सूर्य से उर्जा प्राप्त करने के लिए यह व्रत करते थे। छठ महापर्व का महात्म रामायण काल एवं महाभारत काल में भी मिलता है। कहा जाता है कि पांडवों के वनवास के समय द्रौपदी ने भी सूर्य की उपासना की थी। इसके बदले में द्रोपदी को एक अक्षय पात्र प्राप्त हुआ था। द्रौपदी के अलावा अंग राज कर्ण भी छठ महापर्व व्रत करते थे। रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम व माता सीता ने भी छठ माता का व्रत किया था।  

मार्कण्डेय  पुराण में भी आता है जिक्र

आचार्य शिवपूजन मिश्र व आचार्य मुरलीधर पाण्डेय ने बताया कि मार्कण्डेय पुराण में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि सृष्टि की अधिष्ठात्री प्रकृति देवी ने अपने आपको छह भागों में विभाजित किया है। इनके छठे अंश को सर्वश्रेष्ठ मातृदेवी के रूप में माना जाता है जो ब्रह्मा की मानस पुत्री और बच्चों की रक्षा करने वाली देवी है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को इन्हीं देवी की पूजा की जाती है। शिशु के जन्म के छह दिनों के बाद भी इन्हीं देवी की पूजा करके बच्चे के स्वास्थ्य, सफल और दीर्घायु की प्रार्थना की जाती है। पुराणों में इन्हीं देवी का नाम कात्यायनी मिलता है, जिनकी नवरात्रों में षष्ठी को पूजा की जाती है।

कांचही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाये.. ..

हिसार में रहने वाले पूर्वांचल समाज के परिवारों के आंगन में दीपावली के बाद से ही छठ पर्व के गीत महिमा बा राऊर अपार हे छठी मईया.. .. उ जे कांचही  बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए.. .. छठी मइया आई ना दुअरिया.., कोपी-कोपी बोले ले सूरज देव.., हाजीपुर के केलवा महंग भइले.., उगी-उगी सूरज देव.., डारी-डारी चहके सुगनवा.., की स्वर लहरियां सुनाई दे रही हैं।
2 फोटो कैप्शन : पूर्वांचल समाज के लोग जिंदल सरोवर पर बैठक करते हुए। सामान से सजी स्टॉल।

जर्जर हालात स्कूली बसें बच्चों की जान डाल रही जोखिम में

जर्जर हालात स्कूली बसें बच्चों की जान डाल रही जोखिम में, परिजनों को चिंता स्कूल प्रशासन लापरवाह 

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 04       नवंबर :

छछरौली क्षेत्र के निजी स्कूलों में चल रही जर्जर हालत की बसें बच्चों की जान जोखिम में डाल सफर कर रही है। ऐसी ही एक बस नेशनल हाईवे पर बच्चों को लेकर दौड़ती हुई नजर आई है। जिसकी बैंक लाइट गायब है। अगर बस को बीच सड़क ब्रेक लगाने पड़ जाते हैं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि पीछे से आने वाला वाहन रूकी बस को देखकर ब्रेक लगाएगा या बस को सीधी टक्कर मारेगा। क्योंकि बस के पीछे चल रहे वाहन को अगले वाहन की बैंक लाइट से ही रुकने व चलने का इशारा मिलता है। पर बस से बैक लाइट ही गायब है। बसों की जर्जर हालत देख परिजनों को अपने नौनिहालों की चिंता होना जायज बात है। पर इतनी बड़ी लापरवाही ना तो आरटीए विभाग व ना ही स्कूल प्रशासन को नजर आ रही है। जब कोई बड़ा हादसा स्कूल बस के साथ होता है तो फिर स्कूल प्रशासन ड्राइवर सब के खिलाफ कारवाई होती है पर पहले ही समय रहते कारवाई नहीं होती। या यूं कहें कि इस तरह या तो किसी का ध्यान नहीं है फिर देखकर भी अनदेखा किया जा रहा है। सड़कों पर दौड़ रही इस तरह की स्कूली बसों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर है। स्कूल से बच्चों को लेकर चलने वाली बसों पर लगी बैक लाइट तक गायब है। ऐसे में सवाल उठता है कि आरटीओ विभाग ने आखिर किस आधार पर इन जर्जर हालत की बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट बांट दिए हैं। जबकि पिछले वर्ष सभी स्कूली बसों की फिजीकल वेरीफिकेशन की गई थी। जर्जर हालत की बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट मिलना भी जांच का विषय है।

ज्ञात हो स्कूली बसों के बड़े हादसों मे पहले भी कई बार कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं। हादसा होने के बाद प्रशासन कारवाई की बात करता है पर समय रहते इन बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता या जानबूझकर अनदेखा किया जाता है।  छछरौली प्रतापनगर क्षेत्र के निजी स्कूलों में बच्चों को लेकर जाने वाली बसों की हालत देखकर लगता है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर ना तो स्कूल प्रशासन गंभीर है और ना ही प्रशासन की गंभीरता नजर आ रही है। सड़क पर स्कूली बच्चों से खचाखच भरी इन बसों की अगर हालत देखी जाए तो बसों पर लाइट तक गायब है। बस की बैक लाइट नहीं है ऐसे में सड़क पर चलते हुए अगर बस चालक को किसी कारण ब्रेक लगानी पड़ जाए तो पीछे से कोई भी वाहन आकर बस से टकरा सकता है। क्योंकि बस रुकने का संकेत देने वाली लाइट ही गायब है यह कितनी बड़ी लापरवाही है और इस लापरवाही से कितना बड़ा हादसा हो सकता है। इसका अंदाजा देश में पहले स्कूली बच्चों की बसों के हादसों को देखकर ही लगाया जा सकता है कि स्कूल प्रशासन व जिला प्रशासन किस तरह से बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है। गांवों से बच्चों को लेने आई एक निजी स्कूल की बस की जर्जर हालात सब कुछ बयां कर रही है कि आरटीओ विभाग द्वारा आखिर किस आधार पर इस बस को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया है। इस तरह की ओर बहुत सी बसें स्कूली बच्चों को लेकर सड़क पर सरपट दौड़ रही है। ऐसे मे बच्चों के लिए यह वाहन कितने घातक व खतरनाक हो सकते है।

अभियान चलाकर होगी कारवाई

इस बारे में आरटीओ विभाग के विकास यादव का कहना है कि यह बहुत गंभीर विषय है। जिले की सभी बसों को फिजिकल वेरिफिकेशन करने के बाद ही फिटनेस सर्टिफिकेट दिए गए हैं। उसके बावजूद भी अगर इस तरह लापरवाही बरती जा रही है तो दोबारा अभियान चलाकर सभी स्कूलों बसों की जांच की जाएगी। किसी भी वाहन में अगर कमी पाई जाती है तो उसके खलाफ कार्रवाई की जाएगी। बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है।

राजा राम’ की रिलीज ने रचा इतिहास

  • राजा राम’ की रिलीज से ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने रचा इतिहास
  • एनएसई  में मुहूर्त ट्रेडिंग का हिस्सा बनी पहली फिल्म

अनिल बेदाग, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई, 04       नवंबर :

द साबरमती रिपोर्ट रिलीज के लिए तैयारी हो रही है, और दर्शकों में इसे देखने के लिए उत्साह तेजी से बढ़ रहा है। फिल्म के टीज़र ने इसकी हार्ड-हिटिंग कहानी की एक झलक दी है। मेकर्स ने अपने पहले गाने “राजा राम” की रिलीज के साथ एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने इस गाने को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेडिंग बेल बजाकर लॉन्च किया, जो दिवाली के इस बड़े पूजा इवेंट में गाना लॉन्च करने वाली पहली फिल्म बन गई है।

“राजा राम” की रिलीज के साथ, द साबरमती रिपोर्ट ने देश के इतिहास में एक खास पल बना दिया है।  ये पहली फिल्म है जिसके गाने के लॉन्च के साथ-साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुहूर्त ट्रेडिंग बेल रिंगिंग सेरेमनी की शुरुआत की गई है।

टीज़र में विक्रांत मैसी का एक डायलॉग है, “हमारा देश पूरे विश्व में सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है, जज साहब।”  ये लाइन भारत की ताकत और एकता को दिखाती है, और नेताओं को याद दिलाती है कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र है, जिसमें हर नागरिक को इंसाफ मिलना चाहिए। फिल्म इंडिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना पर फोकस्ड है, और यह पल उसके भारत की प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को सम्मान देता है।

इसके अलावा, 20 साल बाद एकता आर कपूर अपने हिट टीवी शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के मशहूर गाने ‘राम राम’ के साथ टेलीविजन के इतिहास का एक हिस्सा वापस ला रही हैं। अब ‘राजा राम’ नाम से मशहूर यह गाना ओरिजनल शो की यादों को एक नए सिनेमाई वर्जन से जोड़ता है जो बिना किसी शक दर्शकों के दिलों को फिर से छूएगा।

बालाजी मोशन पिक्चर्स, बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड का एक डिविजन और विकिर फिल्म्स प्रोडक्शन द्वारा प्रेजेंट, ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में विक्रांत मैसी, राशी खन्ना और रिद्धि डोगरा लीड रोल में हैं, जो धीरज सरना द्वारा डायरेक्टेड और शोभा कपूर, एकता आर कपूर, अमूल वी मोहन और अंशुल मोहन द्वारा प्रोड्यूस है, जिसे दुनिया भर में ज़ी स्टूडियोज द्वारा रिलीज किया जाएगा। यह फिल्म 15 नवंबर 2024 को रिलीज होगी।

राशिफल, 04 नवंबर 2024

rashifal-04-november-2024

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 04 नवंबर 2024

04 नवंबर :

aries
मेष/Aries

आपकी शाम कई जज़्बातों से घिरी रहेगी और इसलिए तनाव भी दे सकती है। लेकिन ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि आपकी ख़ुशी आपकी निराशाओं के मुक़ाबले आपको ज़्यादा आनंद देगी। रात के समय आप आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। घरेलू मामलों और काफ़ी समय से लंबित घर के काम-काज के हिसाब से अच्छा दिन है। रोमांस आनन्ददायी और काफ़ी रोमांचक रहेगा। खाली वक्त का आज आप सदुपयोग करेंगे और उन कामों को पूरा करने की कोशिश करेंगे जो बीते दिनों पूरे नहीं हो पाए थे। आपका जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ़ करेगा और आप पर बहुत स्नेह उढ़ेलेगा। मीडिया फिल्ड से जुड़े लोगों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है।

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वृष/Taurus

04 नवंबर :

आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। जीवनसाथी की खराब तबीयत के कारण आज आपका धन खर्च हो सकता है लेकिन आपको इसको लेकर चिंता करने की जरुरत नहीं है क्योंकि धन इसीलिये बचाया जाता है कि बुरे समय में वो आपके काम आ सके। शाम का वक़्त दोस्तों के साथ मौज-मस्ती के लिए अच्छा है, साथ ही छुट्टियों के लिए योजना भी बन सकती है। प्रेमी को आज आपकी कोई बात चुभ सकती है। वो आपसे रुठें इससे ही पहले ही अपनी गलती का अहसास कर लें और उन्हें मना लें। अगर आज आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको अपने सामान की अतिरिक्त सुरक्षा करने की ज़रूरत है। वैवाहिक जीवन में सूखे-सर्दीले दौर के बाद आपको धूप नसीब हो सकती है। इस राशि के युवाओं की आज अपने जीवन में प्रेम की कमी महसूस होगी।

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04 नवंबर :

मिथुन/Gemini

धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि के काम करने के लिए अच्छा दिन है। किसी करीबी दोस्त की मदद से आज कुछ करोबारियों को अच्छा-खासा धन लाभ होने की संभावना है। यह धन आपकी कई परेशानियों को दूर कर सकता है। बच्चों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए थोड़ा समय अलग से निकालें। अपनी व्यक्तिगत भावनाएँ और गोपनीय बातें अपने प्रिय से बाँटने का सही समय नहीं है। अगर आप लंबे समय से अपने जीवन में किसी रोचक चीज़ के होने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो निश्चय ही आपको उसके संकेत दिखाई देने लगेंगे। जीवनसाथी के ख़राब व्यवहार का नकारात्मक असर आपके ऊपर पड़ सकता है। आध्यात्म की ओर आज आपका झुकाव देखा जा सकता है और आप किसी आध्यात्मिक गुरु से मिलने जा सकते हैं।

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कर्क/Cancer

04 नवंबर :

सेहत अच्छी रहेगी। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। वक्त की नाजाकत को समझते हुए आज आप सब लोगों से दूरी बनाकर एकांत में वक्त बिताना पसंद करेंगे। ऐसा करना आपके लिए हितकर भी होगा। बिजली कटौती या फिर किसी अन्य वजह से आपको सुबह तैयार होने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जीवनसाथी की ओर से इससे निबटने में काफ़ी मदद मिलेगी। किसी ऐसे शख़्स का फ़ोन आ सकता है जिससे आप बहुत लंबे समय से बात करना चाहते थे। बहुत-सी पुरानी यादें ताज़ा हो जाएंगी और आप समय में पीछे लौट जाएंगे।

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Leo
सिंह/Leo

04 नवंबर :

आपकी उम्मीद एक महक से भरे हुए ख़ूबसूरत फूल की तरह खिलेगी। अगर सफर कर रहे हैं तो अपने कीमती सामान का विशेष ध्यान रखें अगर आप ऐसा नहीं करते तो सामान के चोरी होने की संभावना है। ग़लत बातों को ग़लत वक़्त पर कहने से बचें। जिन्हें आप चाहते हैं, उनका दिल दुखाने से बचें। रोमांटिक मनोभावों में अचानक आया बदलाव आपको काफ़ी खिन्न कर सकता है। वक्त की नाजाकत को समझते हुए आज आप सब लोगों से दूरी बनाकर एकांत में वक्त बिताना पसंद करेंगे। ऐसा करना आपके लिए हितकर भी होगा। आपकी बीती ज़िन्दगी का कोई राज़ आपके जीवनसाथी को उदास कर सकता है। अपने प्रिय के साथ पर्याप्त समय बिताने की संभावना है। ऐसा हो भी क्यों न, ऐसे पल ही तो किसी संबंध को प्रगाढ़ बनाते हैं।

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कन्या/Virgo

04 नवंबर :

शराब से दूर रहें, क्योंकि इससे आपकी नींद में खलल पड़ेगा और आप गहरे आराम से महरूम रह सकते हैं। जल्दबाज़ी में निवेश न करें- अगर आप सभी मुमकिन कोणों से परखेंगे नहीं तो नुक़सान हो सकता है। रिश्तेदारों के यहाँ जाना उससे काफ़ी बेहतर रहेगा, जितना आप सोच सकते हैं। आज का दिन रोमांस से भरपूर होने की पूरी संभावना है। यात्रा और भ्रमण वग़ैरह न सिर्फ़ आनन्ददायक सिद्ध होंगे, बल्कि काफ़ी शिक्षाप्रद भी रहेंगे। आपको महसूस होगा कि आपका वैवाहिक जीवन बहुत ख़ूबसूरत है। आज की शाम दोस्ती के नाम – कहीं बाहर आप अपने दोस्तों के साथ वक़्त का भरपूर लुत्फ़ उठा सकते हैं, लेकिन सेहत के लिहाज़ से ज़रा संभलकर रहें।

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Libra
तुला/Libra

04 नवंबर:

आपका विनम्र स्वभाव सराहा जाएगा। कई लोग आपकी ख़ासी तारीफ़ कर सकते हैं। इस राशि के विवाहित जातकों को आज ससुराल पक्ष से धन लाभ होने की संभावना है। अपनी बातों पर क़ाबू रखें, क्योंकि इसके चलते बड़े-बुज़ुर्ग आहत महसूस कर सकते हैं। बेकार की बातें करके समय बर्बाद करने से बेहतर है कि आप शांत रहें। याद रखें कि समझदार कामों के ज़रिए ही हम जीवन को अर्थ देते हैं। उन्हें महसूस करने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। जिसे आप चाहते हैं, उसके साथ आपका तल्ख़ रवैया आपके रिश्ते में दूरी बढ़ा सकता है। आज जीवनसाथी के साथ समय बिताने के लिए आपके पास पर्याप्त समय होगा। आपके प्रेम को देखकर आज आपका प्रेमी गदगद हो जाएगा। वैवाहिक जीवन में चीज़ें हाथ से निकलती हुई मालूम होंगी। अपने साथी के लिए कोई बेहतरीन पकवान बनाना आपके फीके पड़े रिश्तों में गर्मजोशी भर सकता है।

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वृश्चिक/Scorpio

04 नवंबर :

आप जल्द ही लम्बे समय से चली आ रही बीमारी से उबरकर पूरी तरह सेहतमंद हो सकते हैं। लेकिन ऐसे ख़ुदगर्ज़ और ग़ुस्सैल इंसान से बचें, जो आपको तनाव दे सकता है और आपकी परेशानियों में इज़ाफ़ा कर सकता है। ख़र्चों में इज़ाफ़ा होगा, लेकिन साथ ही आमदनी में हुई बढ़ोत्तरी इसको संतुलित कर देगी। आपकी निजी ज़िंदगी के बारे में दोस्तों से आपको अच्छी सलाह मिलेगी। रुमानी यादें आज आपके ऊपर छायी रहेंगी। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शोकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। वैवाहिक जीवन के लिए विशेष दिन है। अपने जीवनसाथी को बताएँ कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं। स्वयं के लिए अच्छा समय निकालना बढ़िया रहेगा। आपको इसकी सख़्त ज़रूरत भी है। यदि आप अपने मित्रों को इसमें सहभागी बनाएँ, तो आनन्द दोगुना हो जाएगा।

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04 नवंबर:

धनु/Sagittarius

गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत अच्छा दिन नहीं है। चलते-फिरते समय ख़ासा ख़याल रखने की ज़रूरत है। धन की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है इसलिए आज जितना हो अपने पैसे की बचत करने का विचार बनाएं। आप सभी पारिवारिक कर्ज़े ख़त्म करने में क़ामयाब रहेंगे। प्रेम के नज़रिए से आज का दिन आपके लिए ख़ुशियों से भरा रहेगा। आज आप बिना किसी वजह के कुछ लोगों के साथ उलझ सकते हैं। ऐसा करना आपके मूड को तो खराब करेगा ही साथ ही इससे आपका कीमती समय भी बर्बाद होगा। वैवाहिक जीवन में स्नेह को दिखलाने का अपना महत्व है और इस चीज़ का अनुभव आज आप करेंगे। अपने साथी के लिए कोई बेहतरीन पकवान बनाना आपके फीके पड़े रिश्तों में गर्मजोशी भर सकता है।

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04 नवंबर:

मकर/Capricorn

बाहर का और खुला खाना खाते वक़्त ख़ास तौर पर बचाव पर ध्यान देने की ज़रूरत है। हालाँकि बिना वजह तनाव न लें, क्योंकि यह आपको मानसिक कष्ट दे सकता है। आज आपका धन कई चीजों पर खर्च हो सकता है, आपको आज अच्छा बजट प्लान करने की आवश्यकता है इससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। परिवार के सदस्य सहयोगी होंगे, लेकिन उनकी काफ़ी सारी मांगें होंगी। सोशल मीडिआ पर अपने प्रिय के पिछले 2-3 संदेश देखिए, आपको एक ख़ूबसूरत ताज्जुब का एहसास होगा। छात्र-छात्राओं को आज अपने काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, आपको जब भी खाली समय मिले अपने काम को पूरा कर लें। ऐसा करना आपके लिए हितकारी है। आज आप महसूस करेंगे कि जीवनसाथी के साथ की एहमियत कितनी हे। उतावलापन अच्छा नहीं है, आपको किसी भी काम को करने में उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए। इससे काम के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

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04 नवंबर:

कुम्भ/Aquarius

बच्चे आपकी शाम को ख़ुशी की चमक लाएंगे। थकाऊ और उबाऊ दिन को अलविदा कहने के लिए एक बढ़िया डिनर की योजना बनाएँ। उनका साथ आपके शरीर में फिर से ऊर्जा भर देगा। आज आप आसानी से पैसे इकट्ठा कर सकते हैं- लोगों को दिए पुराने कर्ज़ वापिस मिल सकते हैं- या फिर किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियाँ सभी को ख़ुश रखेंगी। आज प्यार की मदहोशी में हक़ीक़त और फ़साना मिलकर एक होते मालूम होंगे। इसे महसूस करें। कारोबारी आज करोबार से ज्यादा अपने परिवार के लोगों के बीच समय बिताना पसंद करेंगे। इससे आपके परिवार में सामंजस्य बनेगा। आपका जीवनसाथी किसी ख़ूबसूरत सरप्राइज़ से आपका दिन बना सकता है। बिना किसी का साथ पाये भी आजके दिन का आप भरपूर आनंद उठा पाएंगे।

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04 नवंबर :

मीन/Pisces

अपने ऊँचे आत्मविश्वास का आज सही इस्तेमाल करें। भागदौड़ भरे दिन के बावजूद आप फिर ऊर्जा और ताज़गी पाने में क़ामयाब रहेंगे। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न लें- ख़ासतौर पर अहम आर्थिक सौदों में मोलभाव करते वक़्त। पड़ोसियों से झगड़ा आपका मूड ख़राब कर सकता है। लेकिन अपना आपा न खोएँ, इससे सिर्फ़ आग और भड़केगी। अगर आप सहयोग न करें, तो कोई आपसे नहीं झगड़ सकता है। सबसे अच्छा रिश्ता बनाए रखने की कोशिश करें। प्रेम हमेशा आत्मीय होता है और यही बात आप आज अनुभव करेंगे। आज आपको अचानक किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है जिसकी वजह से घरवालों के साथ समय बिताने का आपका प्लान खराब हो सकता है। आज का दिन आपके लिए बहुत अच्छा नहीं रहेगा क्योंकि कई मामलों में आपसी असहमति रह सकती है; और इससे आपके रिश्ते कमजोर होंगे। शांति का वास आपके दिल में रहेगा और इसीलिए आप घर में भी अच्छा माहौल बना पाने में कामयाब होंगे।

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panchang

पंचांग, 04 नवंबर 2024

panchang-04 November-2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 04 नवंबर 2024

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः कार्तिक़ 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः तृतीया रात्रि काल 11.25 तक है, 

वारः सोमवार।

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः अनुराधा की (वृद्धि है जो कि सोमवार को) प्रातः काल 08.04 तक है, 

योग शोभन प्रातः काल 11.43 तक है,

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः तुला, चन्द्र राशिः वृश्चिक, 

राहू कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,

सूर्योदयः 06.40, सूर्यास्तः 05.30 बजे।

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

सुर संगम द्वारा 26वीं किशोर कुमार नाइट आयोजित

सुर संगम द्वारा 26वीं किशोर कुमार नाइट आयोजित

  • ·       गायकों ने किशोर कुमार के एक से बढ़कर एक सदाबहार गानों की प्रस्तुति देकर मचाई धूम श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
  • ·       पग घुंधरू बांध मीरा नाची थी; आज रपट जाएं तो; आंखों में काजल है जैसे किशोर कुमार के सुपर हिट्स सदाबहार फिल्मी गानों से गूंजमयी हुआ टैगोर थियेटर
  • ·       कार्यक्रम के दौरान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक व जनकल्याणकारी कार्यों को करने के लिए कुछ प्रतिष्ठित समाज सेवियों को सम्मानित भी किया गया



डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 26 अक्टूबर:

सुर संगम, पंचकुला द्वारा 26वां किशोर कुमार नाइट का आयोजन टैगोर थियेटर में आयोजित किया गया, जिसमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व ट्राईसिटी के कुशल गायक, सुप्रसिद्ध गायक स्वः किशोर कुमार के बेहतरीन व सदाबहार गानों को गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस आयोजन में 10 वर्ष से 66 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे, युवा, बुजुर्ग तक के गायक हिस्सा लिया और एकल व जोड़ी में अपना गायन श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे सभी श्रोताओं ने खूब सराहा।

इस अवसर पर  सुर संगम, पंचकुला के फाउंडर व किशोर नाईट के आयोजक डॉ प्रदीप भारद्वाज के साथ कार्यक्रम में सम्मानित अतिथियों के तौर पर  हैफेड के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ जे गणेशन, एचएमसी के प्रेसिडेंट आर के अनेजा, इंड-शिफ्ट के मैंनेजिंग डायरेक्टर डॉ गोपाल मुंजाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जिसके उपरांत कुशल गायकों द्वारा किशोर कुमार के गाए गए सदाबहार फिल्मी गाने गाए। कुशल गायको ने किशोर कुमार गाये गए गानों को अपनी आवाज में प्रस्तुत करने का एक बेहतर प्रयास किया। कार्यक्रम में कुल 30 सदाबहार फिल्मी गाने शामिल थे।

इस अवसर पर सुर संगम के फाउंडर डॉ प्रदीप शर्मा ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक व जनकल्याणकारी कार्यों को करने के लिए कुछ प्रतिष्ठित समाज सेवियों को सम्मानित भी किया जाएगा।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सुर संगम, पंचकुला के फाउंडर ने अपने गायन में किशोर कुमार का गाना पग घुंधरू बांध मीरा नाची थी’; रोमांटिक गाना आज रपट जाएं तो; आंखों में काजल है गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए गायिका डॉ रोज़ी अनेजा ने दर्शकों के समक्ष मिलती है जिंदगी में मोहब्ब्त; करवटें बदलते रहे सारी रात हम रोमांटिक गाना प्रस्तुत किया, जिसे सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। डाॅ अनुराग शर्मा ने फिर वही रात है; एसएस प्रसाद और रंजू प्रसाद ने लेकर हम दिवाना दिल; जगदीप ढांडा ने दिल्लगी ने की हवा; जयदीप सिंह और पूनम डोगरा ने आज मदहोश हुआ जाए रे; राजीव वर्मा और शूभागीनी ने सून जा ए ठंडी हवा; कुमार सामंत और नैनसी ने देखा एक ख्वाब तो ये; राजेश और अंजलि ने ये रातें ये मौसम जैसे मधुर व सदाबहार गानों को गाकर श्रोताओं को दिल जीत लिया और उन्हें झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में संगीत का प्रबंधन वेद बागड़ी द्वारा किया गया था।

कार्यक्रम के समापन से पूर्व लाइव सिंगिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी करवाया गया। जिसमें गायकों में सर्वश्रेष्ठ गायन प्रस्तुति देने पर सुर संगम द्वारा प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस संबंध में जानकारी देते हुए सुर संगम, पंचकुला के फाउंडर डॉ प्रदीप भारद्वाज में बताया कि किशोर कुमार नाइट का यह 26वां संस्करण था। किशोर नाईट में गायकों का सही चयन करने के लिए अगस्त माह में लगभग 150 गायकों का ऑडिशन लिया गया था, जिन्हें जज प्रसिद्ध संगीत निर्देशक सुखपाल सुख ने किया था, जिसके बाद 30 गायकों को आयोजन के लिए चयनित किया गया। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उदेश्य कला व संस्कृति को बढ़ावा देना तथा गायकों को मंच प्रदान करना था ताकि वे अपने अंदर के टैलेंट को उभार सके। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में सदाबहार गानों को गाना प्रतिष्ठत गायक किशोर कुमार को भाव पूर्ण श्रद्धांजली देना भी था।