लॉकडाउन : ड्यूटी के साथ चंद्रमुखी के सेवा जज्बे को सलाम

  • चंडीगढ़ पुलिस की सब-इंस्पेक्टर चंद्रमुखी ड्यूटी के साथ कोरोना योद्धा के रूप में गरीबों की कर रही सेवा
  • घर में छोटी बच्चियों कहती हैं मम्मी जल्दी आना, पर ड्यूटी व मानव सेवा में पता नहीं चलता समय का  

जंगशेर राणा, चंडीगढ़ – 15 अप्रैल:

कोरोना को हराने और लोगों को घरों में सुरक्षित रखने के लिए पुलिस का सबसे ज्यादा योगदान है। पुलिस कर्मी सही मायने में कोरोना योद्धा के रूप में असली जंग लड़ रहे हैं। इन्हीं एक योद्धाओं में से एक महारथी हैं, चंडीगढ़ पुलिस की सब-इंस्पेक्टर चंद्रमुखी, जो ड्यूटी व मानव सेवा को तरहीज दे रही हैं, जबकि अपनी बच्चियों को किए वादे को निभा नहीं पा रही हैं।

सब-इंस्पेकटर चंद्रमुखी हर रोज अपनी दो बच्चियों को वादा करके ड्यूटी पर जाती है कि वह आज जल्दी घर आएगी, लेकिन ड्यूटी व मानव सेवा में पता नहीं ही चलता कि जब पांच से आठ बज जाते हैं। यानि निर्धारित ड्यूटी से ज्यादा करीब 12 से 14 घंटे की ड्यूटी के साथ चंद्रमुखी मानव सेवा करने में जुटी हुई हैं।

लॉकडाउन में चंडीगढ़ पूरी तरह लॉक है, यानि सूनसान और विरानगी ही है। इसी विरानगी के बीच केवल गरीबों की आवाज सुनाई देती है, जो दो वक्त की रोटी की जद्दोजहद में रहते हैं।

चंद्रमुखी बताती हैं कि वे हरियाणा के करनाल जिले के बल्ला गांव की रहने वाली हैं। चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती होने के बाद उन्होंने खुद को साबित किया। वे हर समय गरीबों की मदद के लिए तत्पर रहती हैं। खास कर गरीब बच्चियों की शिक्षा को लेकर वे काफी प्रयासरत हैं कि उन्हें शिक्षित किया जाए। इसके साथ बच्चियों के साथ हो रही छेड़छाड़ की घटनाएं भी चंद्रमुखी को विचलित करती हैं।

पति ने दिया सहयोग तो की ट्रिपल एमए

चंद्रमुखी बताती हैं कि उनके पति दिलबाग सिंह डीआरडीओ में एसडीओ के पद पर कार्यरत हैं। जब वे चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुई तो उस सयम तक वे मात्र 12वीं तक ही पढ़ी थी। इसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से तीन एमए की। उसकी दो बेटी प्रेरणा (पांच वर्ष) और प्रणवी (दो वर्ष) की हैं। जब वह सुबह ड्यूटी पर जाती हैं तो वे कहती हैं कि मम्मा आज जल्दी आना, लेकिन वे ड्यूटी व मानव सेवा के चलते हर रोज लेट जाती है।  

जरूरतमंद गरीब परिवारों को राशन वितरण शिविर का सफल आयोजन

चंडीगढ़ – 15 अप्रैल:

फोटो और रिपोर्ट – राकेश शाह

5  सिग्नल बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल चंडीगढ़ के द्वारा वेटरनरी अस्पताल हल्लू माजरा के प्रांगण में आज दिनांक 15 अप्रैल 2020 को लगभग 250 जरूरतमंद गरीब परिवारों को जब पूरी मानव सभ्यता कोविड-19 के दुष्प्रभाव से जूझ रही है, करीब 15 दिनों का राशन वितरण किया गया जो कि इस वाहिनी द्वारा मानवता की सेवा हेतु एक छोटा सा प्रयास है।

इस दौरान श्री गजेंद्र सिंह शेखावत कमांडेड पांच सिग्नल बटालियन के नेतृत्व में पांच सिग्नल बटालियन द्वारा चंडीगढ़ पुलिस के सहयोग से सफल आयोजन किया गया तथा भविष्य में इस प्रकार के और भी आयोजन करने का संकल्प लिया गया।  जिससे कि इस कठिन परिस्थिति में माननीय प्रधानमंत्री जी के देश निर्देश अनुसार गरीब लोगों की सेवा की जा सके।

सैक्टर 15 पंचकुला की महिला कोरोना पोसिटिव, परिवार के 13 अन्य सदस्यों को कवारंटीन में रखा गया

महिला को नागरिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है। यहां बता दें कि पंचकूला में इससे पहले खड़क मंगोली की एक महिला फिर उसके बाद नर्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। यह दोनों अब ठीक हो चुकी हैं जो अब स्वस्थ हैं लेकिन होम क्वारंटाइन में हैं। तीन जमातियों में कोरोना वायरस के लक्षण अभी भी हैं, जोकि आइसोलेशन में भर्ती हैं।

धर्मपाल वर्मा, पंचकुला – 15 अप्रैल:

बीती रात को सेक्टर 15 में उस समय सनसनी फैल गई जब पता चला कि मकान नंबर 2172 में संयुक्त परिवार के साथ है रहने वाली एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है lपुलिस ने संक्रमित महिला को फौरन सेक्टर छह स्थित सिविल हॉस्पिटल में दाखिल कराया। महिला के साथ घर में ऊपर नीचे के माले में रहने वाले परिवार के 13 अन्य सदस्यों को कवारंटीन में रखा गया हैl इनमें महिला पति बच्चे सास-ससुर तथा देवर देवरानी आदि शामिल बताए गए हैंl रविवार को महिला के बारे में स्वास्थ्य विभाग को पता चला जिसके बाद महिला के सैंपल लेकर जांच के लिये भेज दिए गए। मंगलवार शाम को महिला की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। महिला की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।

लगभग 43 साल की सोनिया महाजन डाकघर में एजेंट के रूप में काम करती बताई गई है। उसने 11 अप्रैल को इसी अस्पताल में कोरोना का टेस्ट कराया था। डॉक्टर उसकी रिपोर्ट की इंतजार कर रहे थे 14 अप्रैल को रात किसी समय यह पुष्टि हुई कि सोनिया महाजन कोरोना संक्रमित है।

सिविल सर्जन डॉ. जसजीत कौर ने बताया कि महिला के संपर्क में अब तक जितने भी लोग आये हैं, उनके भी सैंपल लिए जाएंगे। महिला के परिवार को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। महिला के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करने व उनको आइसोलेट करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। डॉ. जसजीत कौर के मुताबिक महिला विदेश नहीं गई थी और उसके आसपास भी किसी को कोरोना संक्रमण नहीं था, ऐसे में अब यह पता लगाया जा रहा है कि महिला को कोरोना कैसे हुआ। दो महिलाएं अभी भी क्वारंटाइन

महिला को नागरिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है। यहां बता दें कि पंचकूला में इससे पहले खड़क मंगोली की एक महिला फिर उसके बाद नर्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। यह दोनों अब ठीक हो चुकी हैं जो अब स्वस्थ हैं लेकिन होम क्वारंटाइन में हैं। तीन जमातियों में कोरोना वायरस के लक्षण अभी भी हैं, जोकि आइसोलेशन में भर्ती हैं।

पुलिस ने रात को ही सारे सेक्टर 15 को सील कर दिया और पूरे सेक्टर में मुनादी कर दी कि कोई घर से बाहर में आए। उनकी जरूरत का सामान प्रशासन द्वारा घर-घर उपलब्ध कराया जाएगा। इस सूचना और समाचार ने पंचकूला वासियों की दिल की धड़कने तेज कर दी है। विस्तृत विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।

सके पहले भी तबलीगी जमात के तीन सदस्य व दो महिलाएं पॉजिटिव पायी गयी थीं। दोनों महिलाओं में एक खड़ग मंगोली की महिला थी तथा दूसरी स्टाफ नर्स थी। दोनों महिलाएं वर्तमान में पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इनको अस्पताल से छूटी दे दी गयी है।

प्रदेश में आंकड़ा पहुंचा 186

प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केसों का आंकड़ा 186 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार शाम को जारी हेल्थ बुलेटिन में यह आंकड़ा 184 दिखाया गया था। इसमें मंगलवार शाम को पानीपत व पंचकूला में मिले एक-एक पॉजिटिव मरीजों का उल्लेख नहीं है। प्रदेश में एनसीआर क्षेत्र के नूंह, फरीदाबाद, गुरुग्राम व पलवल जिलों में कोरोना का कहर सबसे अधिक है।

बांद्रा का दोषी, ‘चलो घर की ओर’ वाला विनय दुबे पुलिस के हत्थे चढ़ा

CoronaVirus: पुलिस का कहना है कि विनय दुबे ने ही प्रवासी मजदूरों को गुमराह करके बांद्रा रेलवे स्‍टेशन पर इक्‍ट्ठा किया था. पुलिस ने अनुसार, विनय ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चला रहा था.

मुम्बई: 

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई 2020 तक बढ़ा दिया गया है. इस बीच मंगलवार की शाम 4:00 बजे मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. फिर स्टेशन पर उमड़े मजदूरों के सैलाब को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया.

बता दें कि ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंच गए. मजदूरों को उम्मीद थी लॉकडाउन खत्म हो जाएगा. लेकिन COVID-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की सुबह 10:00 बजे देशवासियों को संबोधित किया. राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने लॉकडाउन की सीमा को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया.

1000 लोगों के खिलाफ FIR

पुलिस का कहना है कि विनय दुबे ने ही प्रवासी मजदूरों को गुमराह करके बांद्रा रेलवे स्‍टेशन पर इक्‍ट्ठा किया था. पुलिस ने अनुसार, विजय ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चला रहा था. उसके अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्‍ट में भी इस बात का जिक्र किया था. हालांकि बाद में पोस्‍ट को हटा दिया गया.

पुलिस ने विनय दुबे के खिलाफ धारा-188 और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. वहीं इस मामले में पुलिस ने लगभग 1000 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.

सरकार ने दिए जांच के आदेश

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार रात उस अफवाह की जांच के आदेश दिये जिसमें कहा गया था कि प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में वापस ले जाने के लिए ट्रेनें चलायी जा रही है.

देशमुख ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैंने उन अफवाहों की जांच के आदेश दे दिये हैं जिनमें यह दावा किया गया था कि प्रवासियों को उनके घर ले जाने के लिए ट्रेनें चलायी जाएंगी. जो लोग इस प्रकार की अफवाहें फैलाने के दोषी पाये जाएंगे उनके विरूद्ध कानून के तहत पूरी सख्ती से निबटा जाएंगा. अफवाहों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’

शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट इस कठिनाई के समय में की ज़रूरतमंदों की सहायता

पुरनूर, चंडीगढ़ – 14 अप्रैल:

संजय कुमार चौबे एवम सरोज चौबे द्वारा शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से जरूरतमंद लोगो को शहर के अलग अलग हिस्सों में रोज खाना दिया जाता है।

इसी कड़ी में आज भी लगातार उन्नीसवें दिन राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन चंडीगढ़ यूनिट के महासचिव और शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संजय कुमार चौबे तथा टूस्ट की सचिव सरोज चौबे द्वारा कोबिड 19 की इस जंग में जरूरतमंद लोगो को खाना बितरित किया गया। संजय कुमार चौबे ने सभी लोगो से अपील किया की वे सरकार और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे और एक दूसरे की मदद भी करे।

संजय कुमार चौबे ने राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवम जन कल्याण संगठन चंडीगढ़ यूनिट के सभी सदस्यों तथा पदाधिकारियों का जो इस संकट की घड़ी में जरूरतमन्द लोगो की मदद कर रहे है उनका आभार प्रगट किया साथ ही साथ चंडीगढ़ के उन सभी लोगो का जो तन मन और धन से जरूरतमन्द लोगो की सहायता करने में रात दिन लगे है उनके लिए भी हृदय की गहराइयों से आभार ब्यक्त किया। आज इस मौके पर सोनी गोयल, नवीन गोयल, रवि दुबे, अमिताभ द्विवेदी, योगेंदर प्रसाद, राकेश शर्मा ने लंगर बाँटने में सहयोग किया।

चौबे ने कहा की इस संकट की घड़ी में जरूरतमन्द लोगो के लिए एक छोटा सा प्रयास है साथ ही उन्होंने सबकी सलामती के लिए ईशवर से प्रार्थना की। ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने श्री अजय शुक्ला का विशेष रूप से धन्यवाद कहा।

‘सप्तपदी’ की शर्तों के साथ लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा

इस दौरान कई देशों में कोरोना के कोरोना के 25 गुना मामले बढ़े, लेकिन भारत ने स्थिति को संभाला. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि राज्‍यों के सुझाव के मद्देनजर तीन मई तक भारत में लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलार को राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा,आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, आप उसे भली-भांति जानते हैं. अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.’ पिछले महीने प्रधानमंत्री ने 19 मार्च और 24 मार्च को राष्ट्र को संबोधित किया था. इससे पहले पीएम मोदी ने 19 मार्च को कोरोना वायरस से निपटने के लिए संकल्प और संयम का आह्वान किया था और साथ ही रविवार 22 मार्च को एक दिन के ‘जनता कर्फ्यू’ की भी घोषणा की थी.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना के मुद्दे पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों ने डटकर कोरोना का मुकाबला किया है. लॉकडाउन के बीच लोग नियमों का बंधकर पालन कर रहे हैं. उन्‍होंने बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती के मौके पर कहा कि मैं सब की तरफ से बाबा साहेब को नमन करता हूं. उन्‍होंने कहा कि अन्‍य देशों की तुलना में भारत ने गहनता से प्रयास किए. नतीजतन भारत की स्थिति बाकी देशों की तुलना में काफी बेहतर है.

पीएम मोदी ने बाकी देशों का हवाला देते हुए कहा क‍ि एक महीने पहले की स्थिति का यदि आकलन करें तो इस दौरान कई देशों में कोरोना के कोरोना के 25 गुना मामले बढ़े, लेकिन भारत ने स्थिति को संभाला. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि राज्‍यों के सुझाव के मद्देनजर तीन मई तक भारत में लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है.

इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि 20 अप्रैल के बाद स्थिति का आकलन करने के बाद किसी क्षेत्र में यदि हालात संभलते हुए दिखते हैं तो वहां सशर्त कुछ छूट दी जा सकती है. कहने का आशय ये है कि जो इलाके कोरोना हॉट स्‍पॉट के दायरे में नहीं आते, वहां कुछ छूट दी जा सकती है. लेकिन 20 अप्रैल यानी अगले एक हफ्ते तक पूरे देश के हर थाने, क्षेत्र, इलाके में लॉकडाउन को सख्‍ती से लागू किया जाएगा.

पीएम ने कहा, हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे. इसी विश्वास के साथ अंत में,मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं. 

सप्तपदी:

  1. अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है
  2. लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें
  3. अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें
  4. कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें. दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.
  5. जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें
  6. आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें
  7. देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

लॉकडाउन 2.0 प्रधान मंत्री मोदी आज सुबह10:00 बजे करेंगे राष्ट्र को संबोधित

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

चंडीगढ़ – 14 अप्रैल:

कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन का अंतिम दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसको लेकर जनता काफी उत्सुक है। हालांकि, राज्यों के साथ व्यापक तौर पर हुई चर्चा के बाद लॉकडाउन को दो हफ्ते तक बढ़ाने को लेकर आम सहमति बनती दिखी थी।

इस बीच, यह उम्मीद बढ़ी है कि प्रधानमंत्री क्रमवार तरीके से आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की योजना पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश ने सोमवार को लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक विस्तार देने की आधिकारिक घोषणा की। इन दोनों राज्यों के अलावा ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक पहले ही यह कदम उठा चुके हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।” प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की, जिसकी अवधि मंगलवार यानी आज खत्म हो रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 905 नए मामले सामने आए जबकि 51 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या 9,352 तक पहुंच गई और मृतकों की संख्या 324 हो गई। इसके मुताबिक, 979 मरीजों को सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, राज्यों से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित समाचार एजेंसी पीटीआई के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में संक्रमितों की संख्या 9,594 रही जबकि 335 की मौत हो चुकी है। 

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इसके लिये दिल्ली स्थित एम्स, चंडीगढ़ में पीजीआई और बेंगलुरु स्थित निमहांस सहित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थानों को देश के सभी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के परीक्षण हेतु प्रयोगशालायें शुरू करने में तकनीकी एवं कौशल संबंधी मदद मुहैया कराने के लिये चिन्हित किया है। 

इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, ” कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए अब तक 2,06,212 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटे के दौरान 156 सरकारी प्रयोगशालाओं में किये गये 14,855 परीक्षण और निजी क्षेत्र की 69 प्रयोगशालाओं में किये गये 1913 परीक्षण भी शामिल हैं। हमारे पास छह हफ्ते तक परीक्षण करने के लिए उपयुक्त भंडार है।” 

कोरोना के परीक्षण की त्वरित जांच करने वाली किट की चीन से आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने बताया कि जांच किट की पहली खेप चीन से 15 अप्रैल को पहुंचने की संभावना है। शनिवार को प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई चर्चा के बाद आम सहमति बनती दिखी कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्ते और विस्तार देना चाहिए।

चर्चा के दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने कई ऐसे इलाकों में जहां संक्रमण के मामले नहीं हैं, वहां खेती जैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने पर जोर दिया था। एक अधिकारी के मुताबिक, सरकार देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम और आर्थिक गतिविधियों को क्रमबद्ध तरीके से शुरू करने के तहत व्यपाक तौर पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 

कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को अपने-अपने कार्यालयों से काम करना शुरू कर दिया। इस कदम के तहत सरकार ने कोरोना वायरस संकट के कारण बने हालात से निपटने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। कोयला और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ” मैं लॉकडाउन के दौरान अधिकतर समय घर से ही काम कर रहा था। एक हफ्ते बाद आज मैं शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय आया हूं। वापस आने पर अच्छा महसूस हो रहा है। मोदी सरकार अब सभी मोर्चों पर पूरी तरह से काम पर है।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सोमवार को राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा की और कहा कि यह कदम चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञों की सिफारिश के आधार पर उठाया गया है। तमिलनाडु में रविवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1075 मामले थे।

मीडिया द्वारा अपना काम करने से गुस्साए डीआरओ ने खोया आपा दी जेल भेजने और जान से मारने की धमकी

जगंशेर राणा, चंडीगढ़:

यमुनानगर के गांव शादीपुर में आज एक करोना पॉजिटिव का केस सामने आने पर हड़कंप मच गया। मामला सामने आते ही कवरेज पर गए मीडिया से डीआर अभिषेक बिबलयान उलझ गए और उनसे दुर्व्यवहार ही नहीं किया बल्कि उन्हें डराने के लिए जनता द्वारा उपलब्ध करवाई गई कुर्सियों को पटकना प्रारंभ कर दिया। गुस्साए डी आर ओ शब्दों की मर्यादा भी भूल गए और उन्होंने एक विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि इन की वजह से हम पहले ही परेशान हैं ऊपर से मीडिया ने नाक में दम कर रखा है। उन्होंने कहा कि वीडियो अलाउड नहीं है।

यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र के गांव शादीपुर में कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने पर जब मीडिया कवरेज के लिए पहुंचा तो डीआरओ अभिषेक  बिबल्यान भड़क गए।

बताया जाता है कि डीआरओ द्वारा सबसे पहले दैनिक सवेरा के फोटो जर्नलिस्ट रविंद्र मेहता से दुर्व्यवहार किया। उन्हें फोटो खींचने से मना किया । इसके पश्चात इंडिया न्यूज़-आज समाज के संवादाता राकेश भारतीय से उलझ पड़े।

दरअसल डी आर ओ महोदय अभिषेक एसडीएम दर्शन लाल बिश्नोई एवं डीएसपी सुभाष चंद्र के साथ चाय पी रहे थे जो कि समाजसेवी एवम भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता रवि कांत ने  मानवता के नाते पुलिस को उपलब्ध करवाई थी। चाय पिलाने के उपरांत रवि  ने कहा कि प्रशाशन पुलिस के लोग दिन भर यहां रहेंगे क्या वह पीने के पानी का कैंपर या पानी की बोतलें यहां रख दें तो डीआरओ ने कहा कि उन्हें गांव वासियों की किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता नहीं है और वह ना ही वह इस गाँव से केस आने के चलते कुछ खा पी सकते हैं। डी आर ओ ने समाजसेवी रवि से से कहा कि ज्यादा हीरोपंती करने की आवश्यकता नहीं है और वह घर में चला जाए यदि उन्हें किसी चीज की आवश्यकता होगी तो वह बुला लेंगे। रवि ने अपने गांव के निकट के ही और मोके पर कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी राकेश भारतीय को एक साइड में बुलाकर पूछा कि यदि अगले आदेश तक वापस नहीं आना तो क्या कुर्सियां उठा ले जिस पर राकेश भारतीय ने कहा कि इनसे पूछ लो यदि  कहते हैं तो कुर्सियों उठा लो । यह सुनते ही डीआरओ ने पास पड़ी प्लास्टिक की कुर्सियों को सड़क पर पटकना आरंभ कर दिया जो रवि कांत ने उपलब्ध करवाई थी और एक धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि हमें पहले ही धर्म विशेष के लोगों  ने दुखी कर रखा है ऊपर से मीडिया वाले परेशान कर रहे हैं। इस बीच डीआरओ ने इंडिया टीवी के यमुनानगर से पत्रकार कुलवंत सिंह और दैनिक सवेरा के पत्रकार रवींद्र को देखा तो वह आग बबूला हो गए।

कुलवंत एक साइड में वॉकथ्रू कर रहे थे। डी आर ओ ने पुलिस को आदेश देने के साथ-साथ अपशब्द बोलते हुए कहा कि मीडिया आर नॉट अलाउड, निकालो इन को यहां से। पत्रकार राकेश भारतीय ने डी आरओ से कहा कि आप आराम से बात करे और ऐसे तीखे शब्दों का प्रयोग ना करने की बात कही तो डी आर ओ तिलमिला गए और कहा कि चुपचाप यहां से चले जाओ वरना सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के साथ-साथ ऐसे केस में अंदर कर दिए जाओगे कि 6 महीने तक कोई जमानत भी नहीं करा पाएगा। पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को वहां से जाने के लिए कहा तो वह अपनी फोटो और वीडियो लेने के बाद चले गए, इस बीच डी आर ओ हाथ में लाठी लिए पत्रकारों के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहे। इंडिया टीवी के पत्रकार कुलवंत ने जाते समय डी आर ओ से कहा कि पत्रकार अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे है। डी आर ओ ने कहा कि पत्रकार घरों पर बैठे जिस पर पत्रकार कुलवंत ने कहा कि यदि पत्रकार घर बैठेंगे तो संपादक गन और मैनेजमेंट पत्रकारों की छुट्टी कर देंगे और उन्हें मजबूरी में घर ही बैठना पड़ेगा तो ऐसे में पत्रकारों को रोटी कौन खिलाएगा? जिस पर डीआरओ ने कहा कि सभी पत्रकार घर बैठे मैं खिलाऊंगा खाना। डीआरओ ने पत्रकार राकेश भारतीय को कहा कि शादीपुर तो क्या यमुनानगर में भी कही न्यूज़ कवर करने आये तो बहुत पछताओगे जेल भी जाना पड़ेगा और शायद इस दुनिया से भी।  

दूसरी और इस बारे जब जिला उपायुक्त मुकुल कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नही हो सकी हालांकि उनके पक्ष का इंतजार रहेगा ।

पार्टी हाईकमान से करेंगे शिकायत:रवि

समाजसेवी एवं भाजपा से जुड़े रवि कांत ने कहा कि जब उनका गांव सील किया जा रहा था तो वह छत पर खड़े थे कि मानवता के नाते उन्होंने पुलिसवालों और अधिकारियों को पानी पिलाया तो डी आरओ ने स्वयं ही उन्हें चाय पिलाने को कहा था। पानी का कैंपर रखे जाने की बात पर ना जाने क्यों डीआरओ भड़क गए। उन्होंने कहा कि यदि मानवता के नाते हाथ आगे बढ़ाने वाले लोगों से डीआरओ जैसे अधिकारी ऐसा दुर्व्यवहार करेंगे तो आम अधिकारियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। रविकांत ने कहा कि पार्टी हाईकमान के साथ-साथ विधायक घनश्यामदास अरोड़ा से भी इस मामले की शिकायत करेेंगे।

आवश्यक वस्तुओं क आपूर्ति संबंधी राज्यों को केंद्र की अधिसूचना जारी

दुनिया भर में कोरोना वायरस ने तबाही मचाई है. कोरोना के कहर को रोकने के लिए भारत सरकार पूरा जोर लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात आठ बजे देश को संबोधित किया और 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है. इस दौरान किसी से भी घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है, हालांकि जरूरत के सामान की दुकानें खुली रहेंगी. पीएम मोदी के ऐलान के बाद से ही राशन की दुकानों पर भीड़ दिखी, लेकिन गृह मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि आपको घबराने की जरूरत नहीं है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कड़े शब्दों में कहा, “मंत्रालय को मालूम हुआ कि आवश्यक वस्तुएं ले जाते हुए ट्रकों को देश के कुछ हिस्सों में रोका जा रहा है.”

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

खाने-पीने चीजों के साथ-साथ समेत तमाम आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की राह में आ रही अड़चनों को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर हर हाल में इन वस्तुओं से लदे ट्रकों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित कराने को कहा है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कड़े शब्दों में कहा, “मंत्रालय को मालूम हुआ कि आवश्यक वस्तुएं ले जाते हुए ट्रकों को देश के कुछ हिस्सों में रोका जा रहा है.”

केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया है कि अगर यही स्थिति जारी रहेगी तो फिर आवश्यक वस्तुओं की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है.

इसी प्रकार, देश के कुछ भागों में कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस में काम.काज की इजाजत नहीं दी जारी है। वहींए फैक्टरियों में काम करने वाले श्रमिकों की जितनी जरूरत है उनको उतना पास नहीं दिया जा रहा है.

इसके अलावा, किसी एक राज्य की ओर से ट्रकों और मजदूरों के आवागमन के लिए दिए गए पास या अधिकृत पत्रों को दूसरे राज्यों के अधिकारी मानने से इनकार कर देते हैं

इन कारणों से लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान वस्तुओं का परिवहन बाधित हुआ है.

गृह मंत्रालय ने साफ निर्देश दिया है कि जरूरी व गैर-जरूरी वस्तुओं से भरे ट्रकों के निर्बाध परिचालन की अनुमति दी जाए बशर्ते ड्राइवर के पास प्रमाणिक ड्राविंग लाइसेंस हो. साथ ही, चालक के साथ उसका सहायक भी हो सकता है. अधिकारीए ड्राइवर से किसी दूसरे अनुमोदन पत्र की मांग नहीं करेंगे. इसके अलावा, सामान अनलोड यानी उतारने के बाद वापस जा रहे खाली ट्रकों को रास्ते में रोका नहीं पाएगा. फैक्टरियों को जा रहे मजदूरों को जाने की अनुमति होगी.

पूरे देश में सभी वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज में काम-काज निर्बाध जारी रहेगा. राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में अधिकारी उनके काम.काज को बाधित नहीं करेंगे.

गृह सचिव ने पत्र में कहा, “ये नियम केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देश के अनुसारए नियंत्रणए कोरांटीन व निरीक्षण के उपायों से संबंधित क्षेत्रों को छोड़ बाकी हर जगह लागू होंगे.”

बता दें कि इससे पहले विनिर्माण व व्यापार से जुड़े अनेक संगठनों ने शिकायतें की थीं कि उनके अधिकांश मजदूरों को पास नहीं मिलने के कारण मिलों व फैक्टरियों में सही तरीके से काम नहीं चल रहा है.

ट्रांसपोर्ट यूनियनों ने भी सरकार से ट्रकों का निर्बाध परिचालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया था क्योंकि राजमार्गों पर हजारों ट्रकों का तांता लगा हुआ था.

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि नये निर्देश जारी होने के बाद राज्य सरकारों ने जिला प्रशासन से परिवहन व्यवस्था निर्बाध बनाने और वेयरहाउस समेत सभी फैक्टरियों में सुचारु काम-काम सुनिश्चित कराने को कहा है.

Senior Citizens to get all the assistance by Chandigarh Police Control Room, call no. 112

CHANDGARH – 13.04.2020

       Chandigarh police is committed to extend full cooperation and provide all sort of assistance especially to Senior Citizens and Women during lockdown restrictions in the City. It is worthwhile to mention that Hon’ble Governor PB and Administrator UT had expressed desire to W/DGP UT to proactively help senior citizens. On the directions of W/DGP, Sh. Sanjay Baniwal, IPS, under guidance of SSP/UT, Nilambari Jagadale, IPS, SP/City, Sh. Vineet Kumar got Senior Citizens contacted through Chandigarh Police Control Room to know about their well being and requirements.

       In continuation to these efforts, today i.e. 13.04.2020 Total 725 calls were made, out of which 230 Senior Citizens attended/received the calls, 13 Senior Citizens seek out police help. Chandigarh Police Control Room contacted Senior Citizens and pregnant women through phone calls and enquired them if they need any kind of help or medical assistance during lockdown.

The concerned SHO’s were also apprised to resolve their problems. The most problems of Senior Citizens were regarding requirement of medicines, groceries/ration related. SHO’s of concerned area i.e. PS-17, PS-Mauli Jagran & PS-Manimajra personally visited them and resolved their problems. If any senior citizen and women in the city having any problem or need police assistance he/she may call on No. 112.