ट्रांसफार्मर फटने से 5 घायल, 3 की हालत गंभीर

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर: 30 जून:

सहारनपुर मेन थाना जनकपुरी के सामने जिला हस्पताल के बाहर एक ट्रांसफार्मर फटने से एक बड़ा हादसा हुआ। जिला हस्पताल के बाहर लगे ट्रांसफार्मर के फटने पर उबलते तेल ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। गरम तेल से 5 लोगों की हालत नाज़ुक बताई जा रही है।

घायलों को हस्पताल मेन तत्काल हस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती करवाया गया जिनमे से 3 की हालत गंभीर है।

ट्रांसफार्मर के पास खड़े ट्रैक्टर ओर कई वाहनों में आग लग गयी।

खबर लिखे जाने तक दमकल विभाग की दो गाड़ियां को आग बुझाने के प्रयास कर रहीं थीं।

क्या मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद ही तलाश रहे हैं अपना उत्तराधिकारी ?

 जल्द होने जा रही है हरियाणा भाजपा के नए सदर की घोषणा।

धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़:

धर्म पाल वर्मा
(राजनैतिक विश्लेषक)

              राजनीति में  अमूमन कमजोर व्यक्ति को सपोर्ट करने की परंपरा रही है परंतु कोई राजनीतिक दल वह भी राष्ट्रीय,  यदि अध्यक्ष पद के लिए किसी मजबूत व्यक्ति को आगे लेकर आए हैं तो आप यह मानकर  चल सकते हैं कि ऐसा एक बड़ी रणनीति के तहत बड़ी योजना को क्रियान्वित करने के लिए किया जा रहा हैl यह खबर 3 दिन से चल रही है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी अपने मौजूदा अध्यक्ष सुभाष बराला को आगे अध्यक्ष बनाए रखने के पक्ष में नहीं है वह भी तब जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल उन्हें एक और मौका देने के पक्षधर थे।

 इससे पहले खबर आई थी कि मुख्यमंत्री हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन आर एस एस से जुड़े संस्कारी  नेता पंडित संदीप जोशी को अध्यक्ष पद के रूप में आगे लेकर आ रहे हैं परंतु अचानक केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर का नाम आगे आ गया। इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है।

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल को यह सीधा संदेश दे दिया गया है कि मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें मौजूदा कार्यकाल के बीच में ही यह पद छोड़ना पड़ेगा। मुख्यमंत्री समझते हैं कि यदि उनकी जगह कोई विरोधी इस कुर्सी पर आ गया तो वह शायद ठीक  नहीं रहेगा l ऐसे में पानी आने से पहले बांध बांध लेना जरूरी है के मूल मंत्र को मध्य नजर रखते हुए उन्होंने इस योजना को कार्य योग देने का संकेत दे दिया है कि क्यों न अपने नजदीकी विश्वसनीय मूल रूप से  संघ से जुड़े खुद को साबित कर चुके दक्षिणी हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले पिछड़े वर्ग से  संबंधित केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को आगे लेकर चला जाए।

 बताया जा रहा है कि योजना यह है कि कृष्ण पाल गुर्जर केंद्रीय मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे देंगे और एक डेढ़ साल हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में पार्टी को मजबूत करने के काम में लगेंगे। मुख्यमंत्री उनकी मदद करेंगे और वे मुख्यमंत्री की मदद करेंगे। यह जुगलबंदी हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी को मजबूती दे सकती है। यदि वास्तव में ऐसा हुआ तो फिर भाजपा को इसका पूरे देश में भी लाभ मिलेगा।

 इस तथाकथित योजना को आसानी से समझा जा सकता है। जैसे कि  एक डेढ़ साल के बाद यदि कृष्ण पाल गुर्जर मुख्यमंत्री बनते हैं तो इसके दो बड़े लाभ  होंगे। एक तो भारतीय जनता पार्टी  राज्य के गैर जाट  मतदाताओं  का ध्रुवीकरण करने में सफल रहेगी दूसरे पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को भाजपा से जोड़ने में और  जीटी रोड बेल्ट के मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में बनाए  रखने में मदद मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी दक्षिणी हरियाणा की लगभग दो दर्जन सीटों  के मतदाताओं को यह संदेश देने में सफल हो सकती है कि लंबे समय से सत्ता में रही  कांग्रेस पार्टी ने दक्षिणी हरियाणा के किसी नेता को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया और यह काम भारतीय जनता पार्टी करके दिखाएगी। कृष्ण पाल गुर्जर जिस समुदाय से ताल्लुक रखते हैं वह अब पिछड़ा वर्ग मैं आता है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश के पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को प्रभावित करने में सफल हो सकती है। पार्टी ने इसी मकसद से रामचंद्र जांगड़ा को राज्यसभा भेजा था। अब भारतीय जनता पार्टी पिछड़े वर्ग की वर्ग के और भी में भी बैलेंस बनाने में  सफल रहेगी।

 कृष्णपाल एक अनुभवी और निर्विवादित नेता है और राजनीतिक समझ में उनका कोई सानी नहीं है। दक्षिणी हरियाणा के एक बड़े नेता केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से उनके  गहरे परिवारिक संबंध है। इससे पार्टी एक नया तालमेल बनाने में भी सफल हो सकती है।

यद्यपि अभी नए अध्यक्ष की घोषणा में एक-दो दिन बाकी है परंतु अभी तक कृष्णपाल गुर्जर का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।

गुर्जर ने अपना राजनीतिक जीवन फरीदाबाद नगर निगम में निगम पार्षद का चुनाव जीतकर शुरू किया। यह ट्रेनिंग उनके आदमी काम आ रही है। उन्होंने महेंद्र प्रताप जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेता को चुनाव में पटखनी देकर यह सिद्ध किया था कि वे राजनीति के सारे मूल मंत्र जानते हैं। उनकी राजनीतिक परिपक्वता का अनुमान आप इस बात से भी लगाया जा सकता  हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने फरीदाबाद जिले में तिगांव विधानसभा क्षेत्र से अपने बेटे के लिए टिकट मांगी थी परंतु पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया और राजेश  नागर को प्रत्याशी बना दिया। बताते हैं कि बेटे का प्रतिद्वंदी होते हुए भी कृष्ण पाल गुर्जर ने राजेश नागर को चुनाव में व्यावहारिक मदद देकर जिताया। इस बात के लिए पार्टी ने उनकी कमर थपथपाई थी। कृष्ण पाल  मुख्यमंत्री बने तो यही सीट उनके  काम भी आ सकती है।

कृष्ण पाल गुर्जर  ने  फरीदाबाद में लोकसभा के दोनों चुनाव शानदार तरीके से जीते। 2014 में तो वे पूरे देश में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीते थे lसंयोग से कृष्ण पाल गुज्जर है और गुर्जर मतदाता उतरी हरियाणा दक्षिण हरियाणा मध्य हरियाणा मैं कई जगह अच्छा दखल रखते हैं। उनके अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी को काफी लाभ हो सकता है।

हम पहले ही बता चुके हैं कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कृष्ण पाल गुर्जर से भी एक बंद कमरे में आधा घंटा बात की थी। इसके बाद से ही कयास लगाए जा  रहे हैं कि मनोहर लाल ने रिप्लेसमेंट के दृष्टिगत उपरोक्त योजना को सिरे चढ़ाने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। उन्हें पता है कि गुर्जर पहले संगठन में काम करते हुए भाजपा को मजबूत करेंगे और फिर उनकी जगह मुख्यमंत्री बने तो उन्हें केंद्र में मंत्री बनने का मौका मिलेगा और कृष्ण पाल गुर्जर के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के मुकाबले अनिल विज जैसे नेता भी पीछे रह जाएंगे l मुख्यमंत्री मनोहर लाल नहीं चाहेंगे कि  वह हटे तो उनका कोई विरोधी मुख्यमंत्री बने  lयह राजनीति भी है और वह  माहौल बनाते नजर आ रहे हैं।  हम कह सकते हैं कि माहौल बनाना ही राजनीति है।

 अभी अध्यक्ष का नाम घोषित होने में एक-दो दिन और लग सकते हैं अधिकांश राजनीतिक विश्लेषक यही मानकर चल रहे हैं कि कृष्ण पाल गुर्जर भारतीय जनता पार्टी के लिए हरियाणा के अध्यक्ष के रूप में उपयुक्त उम्मीदवार हैं लेकिन पाठक यह भी मान कर चलें कि राष्ट्रीय दलों में अंतिम क्षणों में कुछ भी फेरबदल हो जाया करता है। देखते हैं आगे आगे होता है क्या ?

राशिफल 30 जून 2020

Aries

30 जून 2020: ऐसी गतिविधियों में संलग्न रहें, जो आपको सुकून दें. हालांकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे. सामूहिक आयोजन में कोई आपको मज़ाक का विषय बना सकता है, लेकिन होशियारी दिखाएं और तल्ख़ प्रतिक्रिया न दें, नहीं तो मुश्किल में पड़ सकते हैं. मुमकिन है कि यह आपके रोमांटिक जीवन का सबसे मुश्किल दौर होगा, जो आपका दिल पूरी तरह से तोड़ सकता है. यह दिन वाक़ई थोड़ा मुश्किल है. काम पर जाने से पहले मन पक्का कर लें. अगर आपके पास हालात से उबरने के लिए दृढ़ इच्छा-शक्ति है, तो कुछ भी असंभव नहीं है. आज से पहले शादीशुदा ज़िन्दगी इतनी अच्छी कभी नहीं रही. बाग़बानी करना आपके लिए सुकून भरा हो सकता है. इससे पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा.

Taurus

30 जून 2020: आपका दानशीलता का व्यवहार आपके लिए छिपे हुए आशीर्वाद की तरह सिद्ध होगा, क्योंकि यह आपको शक, अनास्था, लालच और आसक्ति जैसी ख़राबियों से बचाएगा. आप अच्छा पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप पारंपरिक तौर पर निवेश करें. व्यक्तिगत मामलों को सुलझाते समय उदारता दिखाएं, लेकिन अपनी ज़ुबान पर क़ाबू रखें ताकि उन्हें चोट न पहुंचे जो आपसे प्यार करते हैं और आपकी परवाह करते हैं. रोमांटिक मनोभावों में अचानक आया बदलाव आपको काफ़ी खिन्न कर सकता है. नए प्रस्ताव आकर्षक होंगे, लेकिन जल्दबाज़ी में निर्णय लेना समझदारी का काम नहीं है. मौज-मस्ती के लिए घूमना- फिरना संतोषजनक रहेगा. आस-पड़ोस की किसी सुनी-सुनाई बात को लेकर आपका जीवनसाथी तिल-का-ताड़ बना सकता है.

Gemini

30 जून 2020: सड़क पार करते वक़्त सावधान रहें, ख़ास तौर पर लाल बत्ती पार करते समय. किसी और की लापरावाही का ख़ामियाज़ा आपको भुगताना पड़ सकता है. इस बात में सावधानी बरतें कि आप किसके साथ आर्थिक लेन-देन कर रहे हैं. मुमकिन है कि आप अपने घर में या उसके आस-पास आज कुछ बड़े बदलाव करें. आपके प्रिय को आपसे भरोसे और वादे की ज़रूरत है. काम में धीमी प्रगति हल्का-सा मानसिक तनाव दे सकती है. आज आपको महत्वपूर्ण मामलों पर ध्यान लगाने की ज़रूरत है. रिश्तेदारों के चलते जीवनसाथी से वाद-विवाद हो सकता है, लेकि आख़िर में सब ठीक हो जाएगा. पूरा दिन बैठकर ऊबने की बजाय ब्लॉगिंग करें या कोई रोचक किताब पढ़ें.

Cancer

30 जून 2020: आपके परिवार को आपसे बहुत ज़्यादा उम्मीदें हैं, जिसके चलते आप खीज महसूस कर सकते हैं. मनोरंजन और सौन्दर्य में इज़ाफ़े पर ज़रुरत से ज़्यादा वक़्त न ख़र्च करें. कोई ऐसा जिस पर आप यक़ीन करते हैं आपको पूरा सच नहीं बताएगा. सारे तथ्यों को जानने के लिए थोड़ी छानबीन ज़रूरी है, लेकिन अगर आप ग़ुस्से में कोई क़दम उठाएंगे तो उससे आपके संबंध ख़राब हो सकते हैं. आज आप कोई दिल टूटने से बचा सकते हैं. नई योजनाएं आकर्षक होंगी और अच्छी आमदनी का ज़रिया साबित होंगी. अगर कहीं बाहर जाने की योजना है तो वह आख़िरी वक़्त पर टल सकती है. रोमानी गाने, महकती मोमबत्तियां, लज़ीज़ खाना और पेय. यह दिन आपके और आपके जीवनसाथी के लिए ही बना है. पूरा दिन बैठकर ऊबने की बजाय ब्लॉगिंग करें या कोई रोचक किताब पढ़ें.

Leo

30 जून 2020: माता-पिता का स्वास्थ्य चिंता का कारण बन सकता है. ख़र्चों में हुई अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी आपके मन की शांति को भंग करेगी. सामाजिक उत्सवों में सहभागिता का मौक़ा है, जो आपको प्रभावशाली व्यक्तियों के संपर्क में लाएगा. आपका प्यार न सिर्फ़ परवान चढ़ेगा, बल्कि नई ऊंचाइयों को भी छूएगा. दिन की शुरुआत प्रिय की मुस्कान से होगी और रात उसके सपनों में ढलेगी. अपना बायोडाटा भेजने या किसी इंटरव्यू में जाने के लिए अच्छा समय है. दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गई यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी. विवादों की एक लंबी कड़ी आपके रिश्तों को कमजोर कर सकती है. अत: इसे हल्के में लेना ठीक नहीं होगा. परिवार के साथ मिलकर किसी ज़रूरी फ़ैसले को अन्तिम रूप दिया जा सकता है. ऐसा करने के लिए यही सही वक़्त भी है. आगे चलकर यह निर्णय काफ़ी लाभदायक साबित होगा.

Virgo

30 जून 2020: आप जल्द ही लंबे समय से चली आ रही बीमारी से उबरकर पूरी तरह सेहतमंद हो सकते हैं, लेकिन ऐसे ख़ुदगर्ज़ और ग़ुस्सैल इंसान से बचें, जो आपको तनाव दे सकता है और आपकी परेशानियों में इज़ाफ़ा कर सकता है. आप दूसरों पर कुछ ज़्यादा ख़र्चा कर सकते हैं. बच्चे आपको अपनी उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे. आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी. अपना क़ीमती समय सिर्फ़ योजना बनाने में बर्बाद न करें, बल्कि उसकी ओर क़दम बढ़ाएं और उस पर अमल करना शुरू करें. वक़ील के पास जाकर क़ानूनी सलाह लेने के लिए अच्छा दिन है. वैवाहिक जीवन में निजता का ध्यान रखना भी आवश्यक है. लेकिन आज के दिन आप दोनों ज़्यादा-से-ज़्यादा एक-दूसरे के क़रीब जाना चाहेंगे. अपने प्रियजनों के साथ फ़िल्म देखना बढ़िया और मज़ेदार रहने वाला है.

Libra

30 जून 2020: असुरक्षा/ दुविधा के चलते आप असमंजस में फंस सकते हैं. अतिरिक्त धन को रियल एस्टेट में निवेश किया जा सकता है. कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है. आज के दिन अपने प्रिय से कोई तल्ख़ बात न कहें. साझीदार से संवाद क़ायम करना बहुत कठिन सिद्ध होगा. अपने काम और शब्दों पर ग़ौर करें क्योंकि आधिकारिक आंकड़े समझने में मुश्किल होंगे, अगर आप कुछ गड़बड़ करते हैं तो. अपने जीवनसाथी की वजह से आपको मानसिक अशान्ति का सामना करना पड़ सकता है. मुमकिन है कि आज परिवार या मित्रों के साथ भोजन की योजना बने. इसमें ख़र्चा थोड़ा ज़्यादा हो सकता है.

Scorpio

30 जून 2020: चिंता के विचार आपकी ख़ुशी को बर्बाद कर सकते हैं. ऐसा न होने दें, क्योंकि इनमें अच्छी चीज़ों को ख़त्म करने की और समझदारी में निराशा का ज़हरीला बीज बोने की क्षमता होती है. ख़ुद को हमेशा अच्छा परिणाम पाने के लिए प्रोत्साहित करें और ख़राब हालात में भी कुछ-न-कुछ अच्छा देखने का गुण विकसित करें. आपकी ग़ैर-यथार्थवादी योजनाएं आपके धन को कम कर सकती हैं. ऐसा कोई जिसे आप जानते हैं, आर्थिक मामलों को ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से लेगा और घर में थोड़ा-बहुत तनाव भी पैदा होगा. रोमांस आपके दिल पर क़ाबिज़ है. नए ग्राहकों से बात करने के लिए बेहतरीन दिन है. अचानक यात्रा के कारण आप आपाधापी और तनाव का शिकार हो सकते हैं. अपने साथी पर किया गया संदेह एक बड़ी लड़ाई का रूप ले सकता है. आज आप फ़ोटोग्राफ़ी करके आने वाले कल के लिए कुछ बेहतरीन यादें संजो सकते हैं; अपने कैमरे का सदुपयोग करना बिलकुल न भूलें.

Sagittarius

30 जून 2020: अपनी क्षमताओं को पहचानें, क्योंकि आपके अंदर ताक़त की नहीं बल्कि इच्छा-शक्ति की कमी है. जेवर और एंटीक में निवेश फ़ायदेमंद रहेगा और समृद्धि लेकर आएगा. जितना आपने सोचा है, आपके दोस्त उससे ज़्यादा मददगार साबित होंगे. रोमांस के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन नहीं है, क्योंकि आप आज सच्चा प्यार ढूंढने में विफल हो सकते हैं. आज का दिन थोड़ी दिक़्क़त ला सकता है; लेकिन आप धीरज और शांत मन से हर मुश्किल पर जीत हासिल कर सकते हैं. जल्दबाज़ी में फ़ैसले न करें, ताकि ज़िंदगी में आगे आपको पछताना न पड़े. किसी बच्चे या बूढ़े के स्वास्थ को लेकर हुई परेशानी अप्रत्यक्ष रूप से आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकती है. व्यक्ति पैसे के चक्कर में स्वास्थ्य गंवाता है, फिर स्वास्थ्य के लिए पैसा. स्वास्थ्य अमूल्य धरोहर है, इसलिए आलस्य त्यागकर अपनी शारीरिक सक्रियता को बढ़ाना फ़ायदेमंद रहेगा.

Capricorn

30 जून 2020: व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. आज निवेश के जो नए अवसर आपकी ओर आएं, उनपर विचार करें, लेकिन धन तभी लगाएं जब आप उन योजनाओं का भली-भांति अध्ययन कर लें. जितना आपने सोचा था, आपका भाई उससे ज़्यादा मददगार साबित होगा. मुहब्बत के मोर्चे पर आज आपकी तूती बोलेगी, क्योंकि आपका महबूब आपकी रसिक कल्पनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए तैयार है. अपनी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाकर आप करिअर में नए दरवाज़े खोल सकते हैं. अपने क्षेत्रे में आपको अपार सफलता मिलने की संभावना भी है. अपनी सभी क्षमताओं को निखारकर औरों से बेहतर बनने की कोशिश करें. उन लोगों पर नज़र रखें जो आपको ग़लत राह पर ले जा सकते हैं या फिर ऐसी जानकारी दे सकते हैं जो आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकती है. किसी भारी नुक़सान के चलते वैवाहिक जीवन कुछ बाधित हो सकता है. सप्ताह के आख़िर में छुट्टियों के दिन पलक झपकाते ही ग़ायब हो जाते हैं. इसलिए अब आलस्य को ख़ुद पर हावी न होने दें और बाक़ी बचे कामों को झटपट हाथ में लें.

Aquarius

30 जून 2020: उन लोगों की तरह बर्ताव न करें जो अपने सपनों की ख़ातिर अपने घर और सेहत को क़ुर्बान कर देते हैं और सिर्फ़ अपनी महत्वाकांक्षाओं के पीछे भागते हैं. ख़र्च करते वक़्त ख़ुद आगे बढ़ने से बचें, नहीं तो आप खाली जेब लेकर घर लौटेंगे. अपने परिवार की भलाई के लिए मेहनत करें. आपके कामों के पीछे प्यार और दूरदृष्टि की भावना होनी चाहिए, न कि लालच का ज़हर. जिनकी सगाई हो चुकी है, वे अपने मंगेतर से बहुत-सी ख़ुशियां पाएंगे. कार्यक्षेत्र में अचानक से आपकी ऊर्जा का स्तर काफ़ी नीचे जा सकता है, जिसके चलते आपको कठिनाई का सामना करना पड़ेगा. परोपकार और सामाजिक कार्य आज आपको आकर्षित करेंगे. अगर आप ऐसे अच्छे कामों में थोड़ा समय लगाएं, तो काफ़ी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं. आज आपको रंग ज़्यादा चटख नज़र आएंगे, क्योंकि फ़िजाओं में प्यार का ख़ुमार चढ़ रहा है. किसी ऐसे शख़्स का फ़ोन आ सकता है जिससे आप बहुत लंबे समय से बात करना चाहते थे.

Pisces

30 जून 2020: आप अपने परिवार के लिए अपनी ख़ुशियां बलिदान करेंगे, लेकिन इसके बदले में आपको कुछ उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. अनुमान नुक़सानदेह साबित हो सकता है. इसलिए हर तरह का निवेश करते वक़्त पूरी सावधानी बरतें. आज आपको अपने होशियारी और प्रभाव का उपयोग संवेदनशील घरेलू मुद्दों को हल करने के लिए करना चाहिए. आज रोमांस आपके दिलो-दिमाग़ पर छाया रहेगा. कार्यक्षेत्र में आपके प्रतिद्वन्द्वियों को अपने ग़लत कामों का फल मिलेगा. जल्दबाज़ी में फ़ैसले न करें, ताकि ज़िन्दगी में आगे आपको पछताना न पड़े. जीवनसाथी के कारण कुछ नुक़सान हो सकता है. तस्वीरें जीवन का दिलचस्प पहलू होती हैं. अपनी पुरानी तस्वीरों को देखकर आप पुरानी ख़ुशनुमा यादों में एक बार फिर से खो सकते हैं.

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पंचांग 30 जून 2020

आज 30 जून को हिंदू पंचांग के अनुसार अषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है. आज मंगलवार भी है. सनातन धर्म में, मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं. आज विवाह का शुभ मुहूर्त भी है.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आषाढ़़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः दशमी सांय 07.50 तक है, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः चित्रा प्रातः 05.39 तक, 

योगः शिव दोपहर 02.15 तक, 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः मिथुन, 

चंद्र राशिः तुला, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.30, 

सूर्यास्तः 07.19 बजे।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

टिक टॉक सहित 59 चीनी ऐप बैन

भारत-चीन बॉर्डर टेंशन के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लेकर चीन को झटका दिया है। भारत सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। जानकारी के अनुसार, इन चीनी ऐप से देश की निजता पर खतरा बताया जा रहा है।

  • टिकटॉक के अलावा हैलो, लाइकी और वीचैट पर भी बैन
  • सरकार ने कहा, देश की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरा

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन चीनी ऐप से निजता की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है. टिकटॉक के अलावा जिन अन्य लोकप्रिय ऐप को बैन का सामना करना पड़ा है उनमें शेयरइट, हैलो, यूसी ब्राउजर, लाइकी और वीचैट समेत कुल 59 ऐप भी शामिल हैं.

सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सरकार उन 59 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण थे.

सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 69 ए के तहत सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत इसे लागू करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने (प्रोसिजर एंड सेफगार्ड्स फॉर ब्लॉकिंग ऑफ एक्सेस ऑफ इंफॉरमेशन बाई पब्लिक) नियम 2009 और खतरों की आकस्मिक प्रकृति को देखते हुए 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है.

सरकार के अनुसार इन 59 ऐप्स को ब्लॉक करने का फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि उपलब्ध जानकारी के मद्देनजर वे उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण हैं.

सरकार की ओर से कहा गया कि डेटा सुरक्षा से जुड़े पहलुओं और 130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं. हाल ही में यह ध्यान दिया गया है कि इस तरह की चिंताओं से हमारे देश की संप्रभुता और सुरक्षा को भी खतरा है.

LIST OF CHINESE APPS BANNED BY GOVT
1. TikTok
2. Shareit
3. Kwai
4. UC Browser
5. Baidu map
6. Shein
7. Clash of Kings
8. DU battery saver
9. Helo
10. Likee
11. YouCam makeup
12. Mi Community
13. CM Browers
14. Virus Cleaner
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. Club Factory
18. Newsdog
19. Beutry Plus
20. WeChat
21. UC News
22. QQ Mail
23. Weibo
24. Xender
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. Bigo Live
28. SelfieCity
29. Mail Master
30. Parallel Space 31. Mi Video Call – Xiaomi
32. WeSync
33. ES File Explorer
34. Viva Video – QU Video Inc
35. Meitu
36. Vigo Video
37. New Video Status
38. DU Recorder
39. Vault- Hide
40. Cache Cleaner DU App studio
41. DU Cleaner
42. DU Browser
43. Hago Play With New Friends
44. Cam Scanner
45. Clean Master – Cheetah Mobile
46. Wonder Camera
47. Photo Wonder
48. QQ Player
49. We Meet
50. Sweet Selfie
51. Baidu Translate
52. Vmate
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. U Video
57. V fly Status Video
58. Mobile Legends

हटाये जाने से पहले गिलानी ने दिया हुर्रियत से इस्तीफा

जम्मू कश्मीर के वरिष्ठ हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस से इस्तीफा दे दिया है. गिलानी एक ऑडियो क्लिप जारी कर कहा है कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में सभी को जानकारी दे दी है और जम्मू-कश्मीर में मौजूदा हालात को देखते हुए ही उन्होंने यह कदम उठाया है. हालांकि गिलानी ने ऑडियो क्लिप के अलावा दो पन्नों का एक पत्र भी लिखा है.

जम्मू(ब्यूरो) – 29 जून:

91 साल के अलगाववादी नेता सैय्यद अली गिलानी घाटी के कई सारे अलगाववादी विद्रोही राजनीतिक समूहों के गठजोड़ ‘हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस’ से अलग हो गए हैं.

सोमवार को सोशल मीडिया पर जारी 47 सेकेंड के एक ऑडियो क्लिप में गिलानी ने कहा, “हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के अंदर बने हुए हालात के कारण मैं पूरी तरह से इससे अलग होता हूं.”

हुर्रियत नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम लिखे विस्तृत पत्र में गिलानी ने इस बात का खंडन किया है कि वह सरकार की सख़्त नीति या फिर अपनी ख़राब सेहत के कारण अलग हो रहे हैं.

उन्होंने लिखा है, “ख़राब सेहत और पाबंदियों के बावजूद मैंने कई तरीक़ों से आप तक पहुंचने की कोशिश की मगर आप में से कोई उपलब्ध नहीं था. जब आपको लगा कि आपकी जवाबदेही तय की जाएगी और फंड के दुरुपयोग पर सवाल उठेंगे तो आपने खुलकर नेतृत्व के ख़िलाफ़ बग़ावत कर दी.”

गिलानी में ये बातें उस मीटिंग को लेकर कही हैं जिसे कथित रूप से उन्हें हुर्रियत प्रमुख के पद से हटाने के लिए बुलाया गया था.

गिलानी ने माना कि हुर्रियत के अंदर भारत के क़दमों का विरोध करने की इच्छाशक्ति की कमी थी और अन्य बुरे कामों को ‘आंदोलन के व्यापक हित’ के नाम पर नज़रअंदाज़ कर दिया गया.

लंबे पत्र में गिलानी ने कश्मीर में भारत सरकार के विरोध को जारी रखने और हुर्रियत छोड़ने के बाद भी अपने लोगों का नेतृत्व करने का संकल्प जताया है.

15 साल तक रहे विधायक

गिलानी 15 सालों तक पूर्व जम्मू कश्मीर राज्य की 87 सदस्यों वाली विधानसभा के सदस्य रहे थे. वह जमात-ए-इस्लामी का प्रतिनिधित्व करते थे जिसे अब प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने 1989 में सशस्त्र संघर्ष शुरू होने के दौरान अन्य चार जमात नेताओं के साथ इस्तीफ़ा दे दिया था.

जानिए क्या है हुर्रियत कॉन्फ्रेन्स

1993 में 20 से अधिक धार्मिक और राजनीतिक पार्टियां ‘ऑल पार्टीज़ हुर्रियत कॉन्फ्रेंस’ के बैनर तले एकत्रित हुईं और 19 साल के मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ इससे संस्थापक चेयरमैन बने. बाद में गिलानी को हुर्रियत का चेयरमैन चुना गया.

26 अलगाववादी नेताओं ने मिलकर 9 मार्च 1993 को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का गठन किया था। इसका गठन कश्मीर में जारी आतंकी हिंसा और अलगाववादियों की सियासत को एक मंच देने के मकसद से किया गया था। इस कॉन्फ्रेंस में 6 लोगों की एक कार्यकारी समिति थी, जिसका फैसला अंतिम माना जाता था। बाद में सैयद आली गिलानी ने कुछ मतभेदों के चलते हुर्रियत का एक अलग गुट बना लिया था। इस तरह से हुर्रियत दो गुटों में बंट गई।  

पाकिस्तान के सैन्य शासक रहे जनरल परवेज़ मुशर्रफ़ ने कश्मीर मसले को सुलझाने के लिए चार बिंदुओं वाला फॉर्मूला सुझाया था और अलगाववादियों को भारत से बात करने के लिए प्रोत्साहित किया था. गिलानी और उनके समर्थकों ने हुर्रियत से अलग होकर 2003 में एक अलग संगठन बना लिया था. वह आजीवन हुर्रियत (गिलानी) के चेयरमैन चुन लिए गए थे.

दोनों धड़ों के बीच तनाव भरे रिश्ते बने रहे थे क्योंकि मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ के नेतृत्व वाला धड़ा भारत के साथ संवाद का पक्षधर था और कश्मीर में चुनाव करवाने को लेकर भी उनका रवैया नरम था. मगर गिलानी का धड़ा संयुक्त राष्ट्र द्वारा जनमतसंग्रह करवाए जाने से पहले किसी भी तरह के द्विपक्षीय संवाद और चुनाव का विरोध करता था.

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकुला 29 जून:

पचकुला पुलिस ने सार्वजनिक स्थान पर हगांमा (लडाई झगडा करने के आरोप मे व्यकितयो को किया काबू ।

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम व अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस थाना चण्डीमन्दिर की टीम द्वारा सार्वजनिक स्थान पर लडाई झगडा करने वाले युवको को विधि-पूर्वक गिरफ्तार किया ।

 दौराने गस्त पडताल दिनांक 28.06.2020 की रात को सैक्टर 28 ठेरा शराब के पास तीन युवक सार्वजनिक स्थान पर लडाई-झगडा कर रहे थे । जिस थाना चण्डीमन्दिर की टीम के द्वारा मौका पर पहुँच कर धारा 160 IPC के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही की गई । और आगे तरह कानून के निंयमो की उल्लंघना करने वालो के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी । 

सावधान! पचकुला पुलिस की नजर में हैं आप, इस मामले में लापरवाही न बरतें

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला ने सभी प्रबन्धक थाना वा सभी चौकी इन्चार्ज को कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से बचने के लिए लागू किए गए निर्देशो की पालना ना करने वालो के खिलाफ जिला पुलिस द्वारा जारी अभियान के तहत पुलिस द्वारा  सार्वजनिक स्थान पर मास्क ना पहनने पर सभी पचकुला युनिटो ने इन्ही आदेशो की पालना करते हुऐ पचकुला पुलिस के दवारा अलग अलग सार्वजनिक स्थानो पर बिना मास्क के घुमने वालो के किये चालान ।  जो अभी तक कुल मास्क ना पहने वाले लोगो के 1875 चालान किये गये । ताकि पचंकुला क्षेत्र से कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को नियत्रण किया जा सके ।

जहां, प्रशासन पहले शहर के लोगों को कोरोना से बचाव के नियमों जैसे मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग रखने के बारे में जागरूक कर रहा था, अपील कर रहा था, जो इन नियमों को लेकर लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी । इनको किसी भी कीमत पर न बख्शा जाऐगा ।

उधर, इस लिहाज से अब पचंकुला पुलिस की पैनी नजरें उन लोगों पर हैं जो बिना मास्क लगांए सार्वजनिक स्थानों पर पैदल व वाहनों से घूम रहे हैं । पचंकुला पुलिस बिना मास्क के पैदल चलने वाले लोगों पर 500 रूपये का जुर्माना लगा रही है । पचंकुला पुलिस अब तक एक बड़ी संख्या में लोगों पर यह कार्रवाई कर चुकी है । जो अभी तक कुल मास्क ना पहने वाले लोगो के 1875 चालान किये जा चुके है । आपको यह भी बता दें  । अगर आप जुर्माने की राशि जमा नहीं करते हैं तो ऐसे में आप पर आईपीसी सेक्शन-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी ।

कान पर फंसाकर गले को नहीं ढकना है मुँह और नाक को ढकना है….

अगर आपने मास्क सही तरीके से नहीं लगाया हुआ है तो भी आप कार्रवाई की चपेट में आएंगे । जैसे आपने मास्क पहना तो हुआ है लेकिन उससे ढक कुछ और ही रखा है । मतलब आप मास्क कान में फंसाकर गले को ढके हुए हैं तो आप कार्रवाई के पात्र होंगे । आपको मास्क सही ढंग से लगाते हुए कान में फंसाकर गले की जगह मुँह और नाक को ढकना है । इसलिए इस मामले में बिल्कुल सावधान हो जाइए क्योंकि पचंकुला पुलिस की नजर आप पर है ।

पंचकुला पुलिस ने लडाई-झगड़ा , चैन स्नैंचिग व जान से मारने धमकी के  आरोपियो को किया गिरफ्तार ।

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम व अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस चौकी मोरनी की टीम द्वारा गाँव माधंना के पास हुऐ लडाई झगडा करने, जान से मारने की धमकी व सोने व चाँदी के चैन स्नैंचिग के आरोपियो पर कार्रवाई करते हुए चारो आरोपियान को गिरफ्तार कर लिया गया है । पकड़े गए आरोपियों की पहचान राकेश कुमार पुत्र ज्ञान चन्द वासी डकौली पंजाब, वैभव पुत्र बिजेन्द्र सिह वासी सैक्टर 19 पचंकुला, भव्य चावला पुत्र अनिल कुमार वासी सैक्टर 21 पचंकुला तथा करीश पुत्रसुरेन्द्र सिह वासी बलटाना पंजाब के रूप मे हुई ।

जानकारी के अनुसार दिनाक 27.06.2020 को गाँव माँधना के पास हुई लडाई-झगडा,चैन स्नैचिंग व कार का शीशा तोडने के आरोप मे इन्चार्ज पुलिस चौकी मोरनी के द्वारा मामला दर्ज करके मामले मे तत्पर्ता से कार्यवाही करते हुए । मामले के चारो आरोपियान को विधी-पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया ।

कोरोना वायरस भगवान श्रीकृष्ण की देन है : कॉन्ग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कोरोना वायरस को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया। उन्होंने ‘क’ से कृष्ण और ‘क’ से कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने कोरोना दिया है। 

उत्तराखंड(ब्यूरो) – 29 जून:

कॉन्ग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा है कि कोरोना वायरस भगवान श्रीकृष्ण की देन है। वे उत्तराखंड प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष हैं।

धस्माना ने कहा कि कहा कि ‘क’ से कृष्ण और ‘क’ से कोरोना वायरस होता है, इसीलिए कोरोना वायरस भगवान श्रीकृष्ण के कारण ही आया है। मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने ये बेतुका बयान दिया।

वो चार धाम यात्रा शुरू होने के सम्बन्ध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि चूँकि कोरोना वायरस संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है, इसीलिए इस यात्रा को शुरू करने का कोई तुक नहीं है। उन्होंने दावा किया कि चार धाम यात्रा शुरू होने से उत्तराखंड में श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ जाएगी और उनके भारी संख्या में यहाँ आने से कोरोना वायरस संक्रमण की आपदा और ज्यादा बढ़ जाएगी।

‘दैनिक जागरण’ की ख़बर के अनुसार, उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कोरोना दिया है। अपने बयान के बचाव के लिए उन्होंने भगवद्गीता को उद्धृत किया। बकौल सूर्यकांत धस्माना, गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि वे ही सृष्टि के निर्माता, पालनकर्ता और संहारकर्ता हैं। साथ ही वो प्रदेश सरकार पर भी बरसे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार कोरोना वायरस संक्रमण आपदा से निपटने में पूरी तरह से विफल रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार रुपए लेकर कोरोना टेस्टिंग की अनुमति दे रही है। वहीं उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने हल्द्वानी में अंतर्राज्यीय बस अड्डे को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने याद दिलाया कि वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हल्द्वानी में अंतर्राज्यीय बस अड्डे और रिंग रोड का निर्माण अतिशीघ्र करने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। 

इससे पहले पाकिस्तान के एक मौलवी ने कबूतर के शरीर के एक विशेष स्थान को पका कर खाने को कोरोना वायरस से संक्रमण का इलाज बताया था। उसके बाद एक दूसरे मौलवी ने अल्लाह से दुआ की थी कि कोरोना वायरस ‘को काफिर मुल्कों’ की तरफ भेज दिया जाए। उक्त मौलवी ने कहा कि था अल्लाह ने अगर मदद नहीं की तो कोरोना सब कुछ ख़त्म कर देगा। अब कॉन्ग्रेस नेता भी इसी तरह के बयान देकर सुर्खियाँ बटोर रहे हैं।

जयपुर उच्चन्यायालय के खुलने पर मे संघ के आनुषांगिक संगठनो ने अधिवक्ताओं के लिए मुख कोष्ट बांटे

आज राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर पीठ में न्यायालय के खुलने पर अधिवक्ता परिषद, विश्व हिन्दु परिषद (विधि विभाग), राष्ट्रीय सिक्ख संगत, स्वदेशी जागरण मंच की तरफ से महारामारी कोरोना से बचाव के लिये उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेन्द्र शाण्डिल्य जी को प्रथम चरण मे 500 मास्क भेंट किये गये जिससे कोई भी अधिवक्ता बिना मास्क के न रहे। आगे आवश्यकता अनुसार और भी भेंट किये जायेगे तथा महामारी से लडने के लिये केन्द्र सरकार की दी गयी गाइडलाइन का पालन करते हुये दो गज दूरी बनाये रखने का संदेश दिया गया तथा सभी संगठनो ने इस महामारी से लडने मे बार एसोसिएशन को हर तरह वकीलो को सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद की तरफ से बसंत छाबा जी, अमित गुप्ता जी, विनोद गुप्ता जी, संजीव सोगरवाल, विश्व हिन्दु परिषद (विधि विभाग) के दिनेश पाठक, कृष्णगोपाल शर्मा, कुलदीप शर्मा, आकाश गौड, अभिषेक सिंह, राष्ट्रीय सिक्ख संगत के गुरुचरण सिंह गिल, जसविंदर नारंग स्वेदेशी जागरण मंच के सुदेश सैनी तथा बार के महासचिव अंशुमन सक्सैना, उपाध्यक्ष शशांक अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

मोदी सरकार पैट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर जनता से कर रही जबरन वसूली,,,अकरम खान

कोशिक खान, छछरौली:

जिले के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर निरंतर बढ़ रहे पैट्रोल डीजल के दामों को लेकर जिला सचिवालय पर केन्द्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर बढ़ी हुई कीमतों को करने के लिए जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।

कांग्रेस नेता अकरम खान ने रोष प्रदर्शन के दौरान केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार पैट्रोल डीजल के दामों में अभूतपूर्व बढ़ोतरी कर जनता से जबरन वसूली का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ देश स्वास्थ व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है ऐसे में केन्द्र सरकार मुनाफाखोरी करने में लगी हुई है। उन्होंने बताया कि 2014 में भाजपा ने सत्ता संभाली थी। उस समय पेट्रोल पर उत्पादन शुल्क ₹9 रूपए 20 पैसे और डीजल पर उत्पादन शुल्क ₹3 रूपए 46 पैसे लगता था। उसके बाद केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर ₹23 रूपए 78 पैसे और डीजल पर ₹28 रूपए 37 पैसे उत्पाद शुल्क की बढ़ोतरी की है। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा के राज में पिछले 6 सालों में डीजल पर 820 प्रतिशत की उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी हुई है और पेट्रोल पर 256 प्रतिशत की उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी हुई है। इस तरह भाजपा सरकार ने पिछले 6 सालों में पेट्रोल और डीजल पर बार-बार उत्पाद शुल्क लगाकर 18 लाख करोड रुपए मुनाफाखोरी से कमाए हैं।

कांग्रेसी नेता श्याम सुंदर बत्रा ने कहा कि पिछले 3 महीने में लॉकडाउन के दौरान बार-बार उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी कर मुनाफाखोरी व जबरन वसूली की सारी हदें पार कर दी है। उन्होंने बताया कि 5 मार्च को पेट्रोल में ₹3 की वृद्धि की गई और उसके बाद 5 मई को एकदम से डीजल में उत्पाद शुल्क में ₹13 और पेट्रोल में ₹10 की वृद्धि की गई। 7 जून से 24 जून तक मोदी सरकार ने लगातार 18 दिनों में लगातार बढ़ोतरी कर डीजल में ₹10 रूपए 48 पैसे ओर पेट्रोल में 8 रूपए50 पैसे की बढ़ोतरी की है। पिछले साढ़े तीन महीनों में मूल्य और उत्पाद शुल्क मिलाकर डीजल पर 26 से 48 पैसे और पेट्रोल पर 25 रूपए 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।

एक सरकार द्वारा इससे ज्यादा जनता का शोषण और क्या हो सकता है। मोदी सरकार परेशानी से जूझ रही जनता से लूट खसोट व मुनाफाखोरी करने में लगी हुई है। कांग्रेसी नेता निर्मला चौहान ने बताया कि 24 जून को कच्चे तेल के रेट 40.41 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थे। 1 बैरल में 159 लीटर होता है। जोकि डॉलर रुपए भाव के अनुसार 3288 रूपए 71 पैसे प्रति बैरल बनता है। इस हिसाब से कच्चे तेल का रेट 26.68 पैसे बनता है। इसके बावजूद भी पेट्रोल डीजल के दाम बढ़कर ₹80 लीटर तक पहुंच गए हैं जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि मोदी सरकार भारत के नागरिकों की जेबों पर सीधा डाका डाल रही है। 2014 से पहले कच्चे तेल का रेट $108 प्रति बैरल था। उस समय भी पेट्रोल डीजल में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है जितनी इस समय हो रही है।

 इस मौके पर पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी, नरपाल गुर्जर, संतोष तेजली, मनोज जयरामपुर, महबूब भंगेड़ी, बहन उषा कमल, अमरजीत कोहली, इस्लाम सरपंच, गुरविंदर सिंह, पूर्णचंद, राय सिंह, एडवोकेट जब्बार पोसवाल, देवेंद्र एमसी, टिंकू कंबोज एमसी, जितेंद्र मेहता, हरमिन कौर एमसी, मांगेराम मारूपुर, अशोक कुमार, परमजीत सिंह, मोनू नगली, अजय जोगी, सुमन सैनी, लक्ष्मण, विनायक, टीनू व असलम खेड़ी आदि मौजूद रहे।