4-2 से फ्रांस ने फिफा 2018 अपने नाम किया


फ्रांस ने फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से पराजित किया. वो 1998 में पहली बार विश्व कप में फाइनल खेली थी और जीतने में सफल रही थी


 

रेफरी की अंतिम सीटी बजते ही फ्रांस जश्न में डूब गया. मैच के अंतिम पलों में ही बेंच पर बैठे उसके खिलाड़ी, कोच, सपोर्ट स्टाफ और फैंस जश्न में मूड में आ गए थे. फ्रांस ने रविवार को मास्को के लुज्निकी स्टेडियम में फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में एक बार फिर अपनी बादशाहत साबित कर दी. महत्वपूर्ण मौकों पर स्कोर करने की अपनी काबिलियत और भाग्य के दम पर उसने रोमांचक फाइनल में दमदार क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया.

 

फ्रांस ने इससे पहले 1998 में विश्व कप जीता था. तब उसके कप्तान डिडियर डेस्चैम्प्स थे जो अब टीम के कोच हैं. इस तरह से डेस्चैम्प्स खिलाड़ी और कोच के रूप में विश्व कप जीतने वाले तीसरे व्यक्ति बन गए हैं. उनसे पहले ब्राजील के मारियो जगालो और जर्मनी फ्रैंज बेकनबॉर ने यह उपलब्धि हासिल की थी.

फ्रांस ने 18वें मिनट में मारियो मांजुकिच के आत्मघाती गोल से बढ़त बनाई, लेकिन इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया. फ्रांस को हालांकि जल्द ही पेनल्टी मिली जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने 38वें मिनट में गोल में बदला जिससे फ्रांस मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा.

पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागा, जबकि किलियन एम्बाप्पे ने 65वें मिनट में फ्रांस की बढ़त 4-1 कर दी. जब लग रहा था कि अब क्रोएशिया के हाथ से मौका निकल चुका है तब मांजुकिच ने 69वें मिनट में गोल करके उसकी उम्मीद जगाई. क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंचा था. उसने अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए और अपने कौशल और चपलता से दर्शकों का दिल भी जीता, लेकिन आखिर में ज्लाटको डॉलिच  की टीम को उप विजेता बनकर ही संतोष करना पड़ा. निसंदेह क्रोएशिया ने बेहतर फुटबॉल खेली लेकिन फ्रांस ने अधिक प्रभावी और चतुराईपूर्ण खेल दिखाया. यही उसकी असली ताकत है जिसके दम पर वह 20 साल बाद फिर चैंपियन बनने में सफल रहा.

दोनों टीमें 4-2-3-1 के संयोजन के साथ मैदान पर उतरी. क्रोएशिया ने इंग्लैंड की खिलाफ जीत दर्ज करने वाली शुरुआती एकादश में बदलाव नहीं किया तो फ्रांसीसी कोच डेस्चैम्प्स ने अपनी रक्षापंक्ति को मजबूत करने पर ध्यान दिया. क्रोएशिया ने अच्छी शुरुआत और पहले हाफ में न सिर्फ गेंद पर अधिक कब्जा जमाए रखा, बल्कि इस बीच आक्रामक रणनीति भी अपनाए रखी. उसने दर्शकों में रोमांच भरा, जबकि फ्रांस ने अपने खेल से निराश किया. यह अलग बात है कि भाग्य फ्रांस के साथ था और वह बिना किसी खास प्रयास के दो गोल करने में सफल रहा.

मैच की महत्वपूर्ण बातें

फ्रांस के पास पहला मौका 18वें मिनट में मिला और वह इसी पर बढ़त बनाने में कामयाब रहा. फ्रांस को दायीं तरफ बॉक्स के करीब फ्री किक मिली. ग्रीजमैन का क्रास शॉट गोलकीपर डेनियल सुबासिच की तरफ बढ़ रहा था. लेकिन तभी मांजुकिच ने उस पर हेडर लगा दिया और गेंद गोल में घुस गई. इस तरह से मांजुकिच विश्व कप फाइनल में आत्मघाती गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए. यह वर्तमान विश्व कप का रिकॉर्ड 12वां आत्मघाती गोल है.

पेरिसिच ने हालांकि जल्द ही बराबरी का गोल करके क्रोएशियाई प्रशंसकों और मांजुकिच में जोश भरा. पेरिसिच का यह गोल दर्शनीय था जिसने लुज्निकी स्टेडियम में बैठे दर्शकों को रोमांचित करने में कसर नहीं छोड़ी. क्रोएशिया को फ्री किक मिली और फ्रांस इसके खतरे को नहीं टाल पाया. मांजुकिच और डोमागोज विडा के प्रयास से गेंद विंगर पेरिसिच को मिली. उन्होंने थोड़ा समय लिया और फिर बाएं पांव से शॉट जमाकर गेंद को गोल के हवाले कर दिया. फ्रांसीसी गोलकीपरी ह्यूगो लॉरिस के पास इसका कोई जवाब नहीं था.

लेकिन इसके तुरंत बाद पेरिसिच की गलती से फ्रांस को पेनल्टी मिल गई. बॉक्स के अंदर गेंद पेरिसिच के हाथ से लग गई. रेफरी ने वीएआर की मदद ली और फ्रांस को पेनल्टी दे दी. अनुभवी ग्रीजमैन ने उस पर गोल करने में कोई गलती नहीं की. यह 1974 के बाद विश्व कप में पहला अवसर है जबकि फाइनल में मध्यांतर से पहले तीन गोल हुए.

क्रोएशिया ने दूसरे हाफ में भी आक्रमण की रणनीति अपनाई और फ्रांस को दबाव में रखा. खेल के 48वें मिनट में लुका मोड्रिच ने एंटे रेबिच का गेंद थमाई, जिन्होंने गोल पर अच्छा शॉट जमाया. लेकिन लॉरिस ने बड़ी खूबसूरती से उसे बचा दिया.

लेकिन गोल करना महत्वपूर्ण होता है और इसमें फ्रांस ने फिर से बाजी मारी. दूसरे हाफ में वैसे भी उसकी टीम बदली हुई लग रही थी. खेल के 59वें मिनट में किलियन एम्बाप्पे ने दाएं छोर से गेंद लेकर आगे बढ़े. उन्होंने पोग्बा तक गेंद पहुंचाई जिनका शॉट विडा ने रोक दिया. रिबाउंड पर गेंद फिर से पोग्बा के पास पहुंची जिन्होंने उस पर गोल दाग दिया.

इसके छह मिनट बाद एम्बाप्पे ने ने स्कोर 4-1 कर दिया. उन्होंने बाएं छोर से लुकास हर्नाडेज से मिली गेंद पर नियंत्रण बनाया और फिर 25 गज की दूरी से शॉट जमाकर गोल दाग दिया जिसका विडा और सुबासिच के पास कोई जवाब नहीं था. एम्बाप्पे ने 19 साल, 207 दिन की उम्र में गोल दागा और वह विश्व कप फाइनल में गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए. पेले ने 1958 में 17 साल की उम्र में गोल दागा था.

क्रोएशिया लेकिन हार मानने वाला नहीं था. तीन गोल से पिछड़ने के बावजूद उसका जज्बा देखने लायक था. लेकिन उसने दूसरा गोल फ्रांसीसी गोलकीपर लॉरिस की गलती से किया. उन्होंने तब गेंद को ड्रिबल किया जबकि मांजुकिच पास में थे. क्रोएशियाई फारवर्ड ने उनसे गेंद छीनकर आसानी से उसे गोल में डाल दिया. इसके बाद भी क्रोएशिया ने हार नहीं मानी. उसने कुछ अच्छे प्रयास किए, लेकिन उसके शॉट बाहर चले गए. इस बीच इंजरी टाइम में पोग्बा को अपना दूसरा गोल करने का मौका मिला, लेकिन वह चूक गए.

भाजपा की खरीफ एमएसपी वृद्धि किसानों के साथ बड़ा धोखा– दीपेन्द्र हुड्डा


· कहा, 22 जुलाई को फतेहाबाद के टोहाना से जनक्रांति यात्रा के चौथे चरण का शुभारम्भ, रहेगा ऐतिहासिक, लाखों लोग करेंगे शिरकत

· यूपीए कार्यकाल में धान पर 62% और कपास पर 57% औसत वृद्धि भाजपा सरकार की बढ़ोत्तरी से कहीं ज्यादा

· किसानों को बढ़ी लागत और घटी आमदनी ने बनाया रिकॉर्ड कर्जवान, कांग्रेस की सरकार बनते ही होगा कर्जा माफ


उकलाना
शनिवार को उकलाना में सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने विशाल कार्यकर्ता सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 22 जुलाई को टोहाना में जनसभा के साथ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा अपनी जनक्रांति यात्रा के चौथे चरण का शुभारम्भ करेंगे जिसमे लाखों लोग शिरकत करेंगे। होडल, समालखा और मेवात के बाद फतेहाबाद के टोहाना से चौथे चरण की जनक्रांति यात्रा भी ऐतिहासिक होगी।

खरीफ 2018-19 के न्यूनतम समर्थन मूल्यों में केंद्र सरकार द्वारा की गयी वृद्धि को नाकाफी और किसानों के साथ धोखा बताते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कपास, धान, बाजरा जैसी खरीफ की प्रमुख फसलों में इससे कहीं ज्यादा वृद्धि यूपीए कार्यकाल में की जाती थी। उदाहरण के तौर पर यूपीए- 2 के पाँच साल में कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में औसत वृद्धि 57% रही जोकि मौजूदा भाजपा सरकार से कहीं ज्यादा थी। इसी प्रकार मोदी सरकार के कार्यकाल से कहीं ज्यादा यूपीए कार्यकाल में धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में औसत वृद्धि 62% रही है जिसकी वजह से किसानों को भरपूर फायदा मिला और चरों तरफ खुशहाली थी। हुड्डा सरकार के कार्यकाल में धान 5500 रूपए प्रति क्विंटल और कपास 7000 रुपये प्रति क्विंटल बिकता था, ऐसे में धान पर 1750 रुपये प्रति क्विंटल और कपास पर 5150 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य का क्या औचित्य है।

सांसद ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह सरकार केवल आकड़ों की बाजीगर है और कागजों का खेल खेल रही है जबकि किसान को कोई लाभ नहीं हो रहा है और किसान कर्ज के बोझ तले दबता चला जा रहा है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के दस साल के कार्यकाल में जिस किसान को अच्छा भाव देकर कर्जमुक्त कर दिया था अब वही किसान भाजपा के चार सालों में कर्ज के बोझ तले दब गया है और जमीन की फर्द लेकर कर्जा लेने के लिये बैंकों के आगे लाइन में खड़ा होने को मजबूर हो गया है।

इन परिस्तिथियों में अगर भाजपा ने किसानों का कर्ज माफ़ नहीं किया तो आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनते ही पहली कलम से किसानों का कर्ज माफ़ कर उनको राहत देने का काम किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि जिस एमएसपी को बढ़ाने की बात भाजपा सरकार कर रही है उससे कहीं ज्यादा की बढ़ोत्तरी यूपीए सरकार के समय होती थी। अब डॉ एम एस स्वामीनाथन जब स्वयं ये कह रहे हैं कि सरकार ने मेरी रिपोर्ट को लागू नहीं किया और रिपोर्ट की सिफारिश के मुकाबले बढ़ोत्तरी काफी कम है तब भी भाजपा के कृषि मंत्री और बाकी नेताओं का कहना समझ से परे है। भाजपा ने किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है।

अपने संबोधन में रमेश बाल्मीकि ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में हरियाणा का चहुमुखी विकास हुआ है मगर जन विरोधी भाजपा सरकार ने मंजूरशुदा परियोजनाओं को ठण्डे बस्ते में डाल कर हरियाणा को विकास के मामले में पीछे लेजाने का काम किया है। श्री बाल्मीकि ने कहा कि 2019 में हरियाणा प्रदेश में रिकॉर्ड बहुमत के साथ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी और हरियाणा को हम फिर से देश का नंबर वन राज्य बनाने का काम करेंगे।

सभी वक्ताओं ने कहा कि 22 जुलाई को टोहाना से शुरू होने वाली जनक्रांति यात्रा में लोगों की अभूतपूर्व भागीदारी होगी।

इस मौके पर विधायक शकुंतला खटक, पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह, पूर्व सीपीएस विनोद भयाना, पूर्व विधायक रणधीर सिंह, पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, धरमबीर गोयत, रवि लाम्बा, मीनू लितानी, बलवंत बिठमड़ा, वजीर पुनिया, भूपेंद्र कासनिया, जितेंद्र ज्याणी, योगेश सिहाग समेत अनेक स्थानीय नेता मौजूद रहे।

DHOOP KA TUKDA & SALVATON MEIN SAMWAD  in Punjab Kala Bhawan

Punjab Art Council in Association with Citi Entertainment and Theatre Arts Chandigarh presents two days theatre festival

presents

DHOOP KA TUKDA     (16/07/2018 )           &

SALVATON MEIN SAMWAD     (17/07/2018)

 

44 साल बाद बना ऐसा योग

 

नई दिल्ली :  शुक्रवार 13 जुलाई को साल 2018 का दूसरा सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) होने वाला है। हालांकि, इस ग्रहण के दीदार ज्यादा लोग नहीं कर पाएंगे लेकिन यह ग्रहण कुछ मायनों में दूसरे सूर्यग्रहण से अलग है। दरअसल, यह सूर्यग्रहण 13 जुलाई को लगेगा और इस दिन शुक्रवार है। इस 13 तारीख और शुक्रवार के मेल को लोकप्रिय संस्कृति में ‘बुरी किस्मत’ का सूचक माना जाता है। इस दिन और तारीख को 44 साल पहले ग्रहण लगा था।

यह सूर्यग्रहण 2 घंटे 25 मिनट तक रहेगा। 13 जुलाई के बाद फिर 11 अगस्त को तीसरा सूर्यग्रहण पड़ेगा। 13 जुलाई को पड़ने वाले इस ग्रहण का समय सुबह 7 बजे से शुरू होकर 9 बजकर 44 मिनट में खत्‍म होगा। वहीं, ग्रहणकाल का सूतक लगभग 12 घंटे पहले लगेगा। हर बार इस ग्रहण के दौरान भी कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं, ताकि किसी भी नुकसान से बचा जा सके, लेकिन इससे पहले जानें कि आखिर सूर्य ग्रहण है क्या।

‘टाइम’ के मुताबिक, 13 दिसंबर 1974 के बाद से अब तक कोई भी सूर्यग्रहण ऐसा नहीं रहा। अब शुक्रवार और 13 तारीख के मेल वाला यह सूर्यग्रहण 13 सितंबर 2080 में लगेगा। यह सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। यह सूर्यग्रहण आस्ट्रेलिया के सुदूर दक्षिणी भागों, तस्मानिया, न्यूजीलैंड के स्टीवर्ट आइलैंड, अंटार्कटिका के उत्तरी हिस्से, प्रशांत और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा। ग्रहण सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगा और 2 घंटे 25 मिनट तक रहेगा।

यह ग्रहण पुनर्वसु नक्षत्र और हर्षण योग में होगा। ग्रहण भारतीय समयानुसार 13 जुलाई की सुबह से कर्क लग्न और मिथुन राशि में लगेगा। ग्रहण के दौरान मिथुन राशि में सूर्य और चंद्रमा दोनों रहेंगे। इस बार सूर्य ग्रहण 5 राशियों के लिए बहुत भाग्यशाली रहने वाला होगा।

मेष राशि-
ग्रहण इस राशि को जातकों के लिए ढे़र सारी खुशियां लाएगा। आर्थिक संपन्नता के योग बन रहे है। वैवाहिक जीवन में सुधार होगा। अचानक कहीं से धन लाभ होने के संकेत है।

मिथुन राशि-
यात्रा का योग बन रहा है। शुभ समाचार मिल सकता है। लंबे समय से चली आ रही परेशानियों का अंत होने वाला है। नौकरी में प्रमोशन मिलने के साफ संकेत दिखाई दे रहे हैं।

तुला राशि-
ग्रहण का तुला राशि वालों के लिए सबसे ज्यादा फायदा मिलने के संकेत है। आर्थिक मुनाफे के योग भी बन रहा है। परिवार में खुशीपूर्वक जीवन बीतेगा।

मकर राशि-
काम में सफलता मिलने के योग है। बिगड़े हुए काम बनने लगेंगे। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। अच्छी नौकरी के कई अवसर मिल सकते हैं।

LEOसिंह राशि-
माता लक्ष्मी की विशेष कृपा सिंह राशि वालों को मिलने वाली है। समाज में मान-सम्मान में वृद्धि होगी । कानूनी मसलों में सफलता प्राप्त होगी जिससे आपको धन लाभ होगा।

पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ अपने सौरमंडल के सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है. दूसरी ओर, चंद्रमा दरअसल पृथ्वी का उपग्रह है और उसके चक्कर लगता है, इसलिए, जब भी चंद्रमा चक्कर काटते-काटते सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तब पृथ्वी पर सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है. इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

  • सूर्यग्रहण कभी भी नंगी आंखों से डायरेक्ट ना देखें. इससे आपकी आंखें डैमेज हो सकती है।
  • सूर्यग्रहण का नजारा देखने के लिए एक जगह पर सीधे खड़े हो जाएं और आंखों को ग्लास या सोलर व्यूवर से जरूर ढक लें. सूर्य से नजर हटाने के बाद सोलर फिल्टर /व्यूवर को जरूर हटाएं। सोलर फिल्टर वाले चश्मों को सोलर-व्युइंग ग्लासेस, पर्सनल सोलर फिल्टर्स या आइक्लिप्स ग्लासेस भी कहा जाता है।
  • आपके नॉर्मल चश्मे या गॉगल्स आंखों को यूवी रेज़ से सुरक्षित नहीं रख सकते. इसीलिए अपने ग्लासेस से सूर्यग्रहण देखने की कोशिश ना करें।
  • अगर आपके पास आंखों को बचाने के लिए कुछ भी ना हो तो सूर्यग्रहण के दौरान पीठ करके चलें।
  • सूर्यग्रहण के दौरान सूरज को पिनहोल, टेलेस्कोप या फिर दूरबीन से भी ना देखें।
  • अनफिल्टर्ड कैमरे से कभी भी सूर्यग्रहण की तस्वीरें न उतारें और न ही ऐसी कोई दूसरे डिवाइस का इस्तेमाल करें।
  • बहुत लोग सोलर फिल्टर लगाकर कैमरे से तस्वीर उतारते हैं, इसका असर भी आंखों के लिए खतरनाक हो जाता है। दरअसल कैमरे के लेंस और सोलर फिल्टर मिलकर किरणों को और तीव्र बना देती हैं जो हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा देती हैं।
  • अगर आप नजर के चश्मे का इस्तेमाल करते हैं तो भी उसको ऊपर सोलर फिल्टर या इकलिप्स ग्लास जरूर पहनें

 

 

“Auckland’s Top Model” by Royal International Events organised

Royal International Events is a brand launched by Shabeena Shaheen & Shaayal Gounden who brings you Auckland’s Top Model. A modelling competition like no other. A first ever modelling competition to be held in Auckland.Our top finalists will be given proper training and face different rounds. Our final round will be held on the 8th of September 2018 where all our finalists will showcase designer outfits. They will be judged throughout all their rounds and a final judgement will be made on the 8th of September where our Auckland’s Top Model 2018 overall winner, 1st runner up, 2nd runner up and most popular model will be announced which will be done by votes & Facebook support.

Tom Tom Bar & Eatery, Auckland City

Final event venue is Tom Tom Bar & Eatery in Auckland City.

Tonight 7th of July 2018 our Top 21 Finalists will be officially sashed as Auckland’s Top Model finalists of 2018 batch. A cake cutting ceremony done by Shabeena shaheen & Shaayal Gounden as they launch their brand, followed by a beautiful Indian fusion dance performance. Shabeena shaheen who was also crowned as Auckland’s Top Model Ambassador 2018.

Shaayal Gounden who was crowned world Supermodel Asia Pacific 2018. What n night it was , a turn out of nearly 200 people at the beautiful venue at Naumi Auckland Airport Hotel ! Everyone had an amazing time.

Nancy Nair currently a finalist for MRS Global earth Elite going to be held in Las Vegas. Nancy has been a finalist in a few paegents ranging from 2006-2018 whereby she has won MRS india Fiji, MRS Nz 1st runner up and miss personality Mrs India NZ 2006. Nancy believes in women empowerment and equally shares a passion for motivating youth especially the young girls in the community to work towards their goals and aspirations to better themselves in which ever way they suit fit to their lives.nancy will be doing a public speaking workshop for the top model finalist.

 

Sacred Games in trouble for defaming Late PM Rajiv


The newly released Indian crime series on Netflix starring Nawazuddin Siddiqui, Saif Ali Khan, and Radhika Apte has landed in legal trouble.


 

The newly released Indian crime series on Netflix starring Nawazuddin Siddiqui, Saif Ali Khan, and Radhika Apte has landed in legal trouble. A Congress member in West Bengal has filed a complaint against the show producers and Nawazuddin for “abusing” former Prime Minister Rajiv Gandhi.

The man who identifies as Rajiv Sinha wrote in his letter to Kolkata police that  Nawazuddin as Ganesh Gaitonde “abused our late Prime Minister Rajiv Gandhi calling him fattu, which was translated as pu*** in the subtitle”.

The dialogue in the Sacred Games by Nawazuddin as Gaitonde that Sinha didn’t find appropriate is: “Shah Bano ko alag jalaya, desh ko alag. She took her husband to court and won. But the Prime Minister told her to shut up and overturned the court’s judgment. Even Hindus criticised him. To please them, Ramayan, the TV show, aired every Sunday morning when the entire country glued to their televisions.”

Sacred Games is based on Vikram Chandra’s novel which goes by the same name. The story revolves around the Mumbai mafia, Ganesh Gaitonde played by Nawazuddin who believes himself to be more powerful than God. Saif Ali Khan is seen playing Sartaj Singh, a seasoned, cynical police officer.

Along with Radhika Apte as Anjali Mathur, Sartaj makes it to the centre of a mysterious web woven by the powerful crimina

ऋषि कपूर ओर तापसी पुन्नु अभिनीत “मुल्क” का ट्रेलर हुआ रिलीस फिल्म 3 अगस्त को


ऋषि कपूर और तापसी पन्नू से सजी इस फिल्म की कहानी एक ऐसे परिवार की है जिस पर देशद्रोह का आरोप लगा है


अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘मुल्क’ का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इस फिल्म में दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर और तापसी पन्नू ने जबरदस्त एक्टिंग की है, जो कि ट्रेलर में भी साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. इस फिल्म का टीजर कुछ दिनों पहले ही रिलीज किया गया था.

मुल्क का ट्रेलर हुआ रिलीज

ऋषि कपूर और तापसी पन्नू की अपकमिंग फिल्म ‘मुल्क’ का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है. इस ट्रेलर में तापसी पन्नू और ऋषि कपूर की एक्टिंग को देखर तो आप उनके मुरीद ही हो जाएंगे. ये फिल्म एक बेगुनाह के सिर से देशद्रोह का कलंक मिटाने की कहानी है. इस फिल्म में तापसी पन्नू वकी आरती मोहम्मद का किरदार निभाती हुई नजर आएंगी जबकि ऋषि कपूर मुराद अली मोहम्मद के किरदार में नजर आएंगे. दोनों इस ट्रेलर में हर जगह छाए हुए हैं. बनारस और लखनऊ की झलक दिखाती इस फिल्म में तापसी देशद्रोह का केस लड़ती हुई नजर आने वाली हैं.

ऋषि कपूर पर लगा है देशद्रोह का आरोप

आपको बता दें कि, ऋषि कपूर और तापसी पन्नू से सजी इस फिल्म की कहानी एक ऐसे परिवार की है जिस पर देशद्रोह का आरोप लगा है. ये परिवार विवाद में उलझने के बाद अपना सम्मान दोबारा पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाता है. फिल्म में ऋषि कपूर पर देशद्रोह का आरोप लगा है जिसकी वकील तापसी पन्नू हैं. वही ऋषि कपूर का केस लड़ती हैं. ये फिल्म 3 अगस्त को रिलीज होने वाली है.

डॉ हाथी का किरदार निभाने वाले कवि कुमार आज़ाद नहीं रहे


डा. हंसराज हाथी का किरदार निभाने वाले मशहूर कलाकार कवि कुमार आजाद का आज सुबह मुम्बई में कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया


सब टीवी के पॉपुलर शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डा. हंसराज हाथी का किरदार निभाने वाले मशहूर कलाकार कवि कुमार आजाद का आज सुबह मुम्बई में कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक आज सुबह कवि कुमार आजाद ने अपने शो के सेट पर जानकारी भिजवाई कि उनकी तबियत ठीक नहीं है और वो आज शूटिंग के लिए नहीं आ पाएंगे.

बताया जा रहा है कि कवि कुमार आजाद की तबियत पिछले तीन दिनों से ठीक नहीं थी. पिछली रात उन्हें कोमा में शिफ्ट किया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक आजाद को मीरा रोड स्थित वोकहार्ड हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. कवि कुमार आजाद के आकस्मिक निधन की खबर मिलते ही फिल्म सिटी में चल रहे शो के शूट को कैंसिल कर दिया गया है.

खबरों की मानें तो उनका वजन करीब २१५ किलो था जिसकी वजह से वह परेशान थे और वजन कम करने के लिए इलाज करा रहे थे. आजाद जिंदादिल इंसान थे और उनके इस तरह से चले जाने पर उनके साथी कलाकार गमजदा हैं.

नहीं रहे स्पाइडर मैन और डॉक्टर स्ट्रेंज को बनाने वाले लेजेंड आर्टिस्ट स्टीव डिटको


स्पाइडर मैन की कल्पना और उसे मार्वल कॉमिक्स के पन्नों तक उतरने तक हर प्रकिया में स्टीव डिटको का दिमाग था


मार्वल कॉमिक्स की दुनिया में द अमेजिंग स्पाइडर मैन की एंट्री में इस शख्स का बड़ा हाथ था. स्पाइडर मैन की कल्पना और मार्वल कॉमिक्स के पन्नों तक उतरने तक हर प्रकिया में स्टीव डिटको का दिमाग था. महान कॉमिक आर्टिस्ट स्टैन ली के साथ मिलकर उन्होंने दुनिया को जबरदस्त सुपरहीरो स्पाइडर मैन दिया.

उन्हीं स्टीव डिटको ने बीते शुक्रवार दुनिया को अलविदा कह दिया. उनकी उम्र 90 साल की थी. शुक्रवार को न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट ने स्पष्ट किया कि मार्वल कॉमिक्स लेजेंड स्टीव डिटको का निधन हो गया है.

2 नवंबर, 1927 को जन्मे स्टीव डिटको ने कार्टूनिस्ट बनने के गुर न्यूयॉर्क सिटी के कार्टूनिस्ट एंड इलस्ट्रेटर्स स्कूल में बैटमैन बनाने वाले लेजेंड जेरी रॉबिन्सन के अंडर में रहकर सीखा था.

उन्होंने 1953 में अपना प्रोफेशनल करियर शुरू किया. उन्होंने जो सिमॉन और जैक कर्बी के स्टूडियो से इंकर के काम से शुरुआत की. यहां वो आर्टिस्ट मॉर्ट मेस्किन के प्रभाव में आए.

इसके बाद उन्होंने शार्ल्टन कॉमिक्स के साथ काम करना शुरू किया. ये साथ काफी लंबा चला. डिटको ने यहां साइंस फिक्शन, हॉरर और मिस्ट्री जॉनर में काम किया. 1960 में यहां उन्होंने सुपरहीरो कैप्टन एटम की रचना में भी को क्रिएटर की भूमिका निभाई.

इसके बाद उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा क्रिएशन किया. उन्होंने लेजेंड स्टैन ली के साथ मिलकर अमेजिंग स्पाइडर मैन का बनाया. स्पाइडर मैन के कॉस्ट्यूम से लेकर उसकी पॉवर्स तक की कल्पना करने और उसे पन्नों पर उतारने की पूरी प्रक्रिया में डिटको स्टैन ली के साथ रहे.

डिटको ने स्पाइडर मैन के अलावा दुनिया को एक और बिल्कुल अलग सा सुपरहीरो दिया- डॉक्टर स्ट्रेंज. जबरदस्त डॉक्टर स्ट्रेंज की अद्भुत शक्तियां डिटको के सोचने के अलग तरीके और कल्पना शक्ति की मिसाल हैं.

उनके निधन पर कई आर्टिस्टों और लेखकों ने उनके जाने के दुख में श्रद्धांजलि अर्पित की है. फिलहाल मार्वल की फिल्मों में स्पाइडरमैन का किरदार निभा रहे टॉम हॉलैंड ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.

सर्वोच्च न्यायालय ने लता रजनीकांत को मंगलवार को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि वह या तो बकाए का भुगतान करें या मुकदमे का सामना करें


सुप्रीमकोर्ट ने फिल्म के प्रसारण अधिकार मामले में अभिनेता रजनीकांत की पत्नी लता रजनीकांत को मंगलवार को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि वह या तो बकाए का भुगतान करें या मुकदमे का सामना करें।


न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायाधीश आर भानुमति की खंडपीठ ने कहा कि मीडियाऑन ग्लोबल एंटरटेनमेंट लिमिटेड बकाया पैसे का भुगतान एड-ब्यूरो विज्ञापन प्राइवेट लिमिटेड को तीन महीने के भीतर नहीं करता है तो यह भुगतान लता रजनीकांत को करना पड़ेगा।

न्यायालय ने सुनवाई के दौरान यह पूछा कि एड-ब्यूरो विज्ञापन प्राइवेट लिमिटेड को पैसे का भुगतान अभी तक क्यों नहीं किया गया? उसने यह भी पूछा कि पैसे का भुगतान कब तक किया जाएगा।

दरअसल यह मामला फ़रवरी 2016 का है, जिसमें न्यायालय ने रजनीकांत की पत्नी लता को बारह हफ्ते के भीतर एक निजी कम्पनी को छह करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान करने का आदेश दिया था। यह भुगतान फिल्म ‘कोचडियायन’ के प्रसारण अधिकारों को बेचने के संदर्भ में था।

वर्ष 2016 में विज्ञापन ब्यूरो ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की थी, जिसमें यह बताया गया कि फिल्म ‘कोचडियायन’ के निर्माण के समय 10 करोड़ रुपए का ऋण लिया गया था, जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया है और जहां तक बात फिल्म के अधिकारों की है तो जो अधिकार उसे मिलने चाहिए थे, वह एरोज इंटरनेशनल को बेच दिया गया।