वुडलैंड स्कूल में स्पेशल बच्चों ने मोमबत्ती प्रदर्शनी लगाई

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 18      अक्टूबर :

जेएसएस आशा किरण स्पेशल स्कूल जहानखेला के स्पेशल बच्चों द्वारा वुडलैंड ओवरसीज स्कूल होशियारपुर में मोमबत्ती प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, इस प्रदर्शनी का उद्घाटन स्कूल प्रिंसिपल पूजा धीमान ने किया। स्कूल निदेशक मंदीप गिल के दिशा-निर्देशानुसार से स्कूल में बच्चों इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और इस दौरान बच्चों द्वारा बनाई गई विभिन्न प्रकार की मोमबत्तियाँ स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा खरीदी गईं। स्कूल प्रिंसिपल पूजा धीमान ने विशेष बच्चों की सराहना करते हुए कहा कि विशेष बच्चे किसी से कम नहीं हैं, अच्छी बात यह है कि आशादीप वेलफेयर सोसाइटी इन बच्चों के कौशल को निखारने का काम कर रही है। इस अवसर पर आशादीप वेलफेयर सोसाइटी और स्कूल प्रिंसिपल शैली शर्मा ने वुडलैंड स्कूल की डीन सिमरजीत कौर गिल, मनदीप गिल और पूजा धीमान का धन्यवाद किया। इस मौके पर वाइस प्रिंसिपल इंदु बाला, सुनीता, कमलजीत कौर, गुरप्रसाद, हरदीप सिंह, डॉ. रीना आदि भी मौजूद रहीं।

टेक इनेबल्ड लर्निंग सेंटरों से सुदृढ़ होगा शिक्षा का परिदृश्य 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  16      अक्टूबर :

126 विद्यापीठ सेंटर्स टेक-इनेबल्ड हैं, जहाँ छात्र क्लासरूम में आकर अनुभवी टीचर्स से पढ़ाई करते हैं। वहीं पाठशाला मॉडल में ‘दो-टीचर सिस्टम’ है, जहाँ एक टीचर वर्चुअली पढ़ाते हैं और दूसरा टीचर क्लासरूम में रहकर स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देता है। इस मॉडल से छात्र चाहे कहीं भी हों, वे देश के टॉप टीचर्स से पढ़ाई कर सकते हैं।

फ़िज़िक्स वाला के अभी 126 विद्यापीठ और पाठशाला सेंटर्स हैं फ़िज़िक्स वाला (पीडब्लू), भारत की प्रमुख एडटेक कंपनी, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए शैक्षणिक वर्ष 25-26 में 77 नए ऑफलाइन टेक-इनेबल्ड लर्निंग सेंटर्स खोलने का ऐलान किया है। ये नए सेंटर्स तमिलनाडु, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों में खोले जाएंगे। इस विस्तार से पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स की कुल संख्या 126 से बढ़कर 203 हो जाएगी, जो 141 शहरों में होंगे। इस कदम का मकसद खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों के बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है, ताकि देश के दूर-दराज़ के इलाकों तक भी इसका लाभ मिल सके।

शैक्षणिक वर्ष 24-25 में पीडब्लू के विद्यापीठ और पाठशाला सेंटर्स में 2 लाख से ज़्यादा छात्रों ने एडमिशन लिया, जो पीडब्लू के मिशन पर लोगों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। अगले शैक्षणिक वर्ष में पीडब्लू का लक्ष्य 2.5 लाख छात्रों को पढ़ाना है और कंपनी इस बात पर पूरी तरह से ध्यान देती है कि हर स्टूडेंट को उसकी पढ़ाई के लिए जरूरी गाइडेंस और संसाधन मिलें। आज लगभग हर IIT और हर AIIMS में पीडब्लू का कोई न कोई छात्र पढ़ रहा है।

पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स दो मॉडल्स में बंटे हुए हैं – विद्यापीठ और पाठशाला । विद्यापीठ सेंटर्स टेक-इनेबल्ड हैं, जहाँ छात्र क्लासरूम में आकर अनुभवी टीचर्स से पढ़ाई करते हैं। वहीं पाठशाला मॉडल में ‘दो-टीचर सिस्टम’ है, जहाँ एक टीचर वर्चुअली पढ़ाते हैं और दूसरा टीचर क्लासरूम में रहकर स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देता है। इस मॉडल से छात्र चाहे कहीं भी हों, वे देश के टॉप टीचर्स से पढ़ाई कर सकते हैं। इन दोनों मॉडल्स को मिलाकर पीडब्लू ने डिजिटल और फिजिकल लर्निंग को एक साथ लाकर देशभर के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी है।

अंकित गुप्ता, CEO-ऑफलाइन, फ़िज़िक्स वाला, ने कहा, “पीडब्लू में, हम हमेशा छात्रों की ज़रूरतों और उनकी भलाई को प्राथमिकता देते हैं। नए सेंटर्स खोलकर हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्रों को अच्छी शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े, जिससे उनका आर्थिक बोझ भी कम हो। साथ ही, हम ये भी चाहते हैं कि उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों में शिफ्ट होने का मानसिक और भावनात्मक तनाव न झेलना पड़े।”

हाल ही में फ़िज़िक्स वाला ने अपनी तीसरी नेशनल स्कॉलरशिप एंट्रेंस टेस्ट (NSAT) 2024 का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में हुआ। इस टेस्ट के लिए 250 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप रखी गई थी, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा स्कॉलरशिप टेस्ट बनाता है। इस पहल का मकसद NEET-UG और IIT-JEE जैसे बड़े एग्ज़ाम्स की तैयारी कर रहे छात्रों को उनकी आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना शिक्षा और एक्सपर्ट गाइडेंस देना है।

सनातन धर्म टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर की हुई स्थापना

उभरते उद्यमियों के लिए एसडी कॉलेज में सनातन धर्म टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर की हुई स्थापना
उद्यमी अब कॉलेज में कर पाएंगे बिजनेस इनक्यूबेटर स्थापित, डीएचई ने किया टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर का उद्घाटन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  16 अक्टूबर:

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज प्रबंधन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए सनातन धर्म टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (एसडीटीबीआई) के नाम से एक टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टीबीआई) की स्थापना की। कॉलेज में आयोजित एक साधारण समारोह में इसका चंडीगढ़ के उच्च शिक्षा निदेशक (डीएचई) रुबिंदरजीत सिंह बराड़ ने इसका उद्घाटन किया। बराड़ ने एसडी कॉलेज प्रबंधन के फैसले की सराहना की और टीम को अपनी शुभकामनाएं दीं और टीबीआई की स्थापना में अपने पूरे दिल से समर्थन का आश्वासन दिया।

इस अवसर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि इस टीबीआई को स्वतंत्र निकाय के रूप में चलाने के लिए कॉलेज प्रबंधन द्वारा एक अलग सेक्शन आठ कंपनी की स्थापना की जाएगी। इनक्यूबेटर की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों की निगरानी के लिए एक फुल टाइम सीईओ की नियुक्ति की गई है। उन्होंने आगे बताया कि चूंकि चंडीगढ़ की स्टार्टअप पॉलिसी अब स्वीकृत हो चुकी है, इसलिए कैंपस और क्षेत्र के उभरते उद्यमियों को बिजनेस इनक्यूबेटर स्थापित करने में सहायता करने के लिए यह सही कदम है। उन्होंने बताया कि यह चंडीगढ़ में पहला टीबीआई होगा जो स्टार्टअप कंपनियों को उनकी उद्यमिता यात्रा में सहायता करेगा। डॉ. शर्मा ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) पहल में 3.5 स्टार रेटिंग प्राप्त करने के बाद  कॉलेज परिसर में स्टार्टअप बाजार 3.0 का आयोजन किया गया और अब स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए टीबीआई की स्थापना की गई है।

इस अवसर पर नव नियुक्त सीईओ डॉ. जेके शर्मा ने बताया कि एसडीटीबीआई इनक्यूबेट्स के प्रारंभिक चरण के विचारों की सभी जरूरतों का ध्यान रखेगा और विचारों के मूल्यांकन से लेकर प्रारंभिक चरण के विकास और उत्पाद विकास चरण तक उनकी सहायता सुनिश्चित करेगा। उन्होंने आगे बताया कि टीबीआई कॉलेज के स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के माध्यम से उद्यमिता के लिए नए विचारों/अवधारणाओं के इनक्यूबेशन के लिए नवंबर के पहले सप्ताह से आवेदन आमंत्रित करना शुरू कर देगी। इनक्यूबेशन के लिए एक विशेषज्ञ समिति द्वारा आवेदनों का तकनीकी और वित्तीय दोनों रूप से मूल्यांकन किया जाएगा। चयनित व्यक्तियों या टीमों को को-वर्किंग स्पेस, रियायती किराए पर आफिस स्पेस, सभी कॉर्पोरेट और कानूनी अनुपालन सहायता, मुफ्त बिजली और हाई स्पीड इंटरनेट मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा सभी कम्प्यूटेशनल सपोर्ट, एसडी कॉलेज के हाई परफार्मेंस सर्वर तक पहुंच, प्रोटोटाइप डेवलपिंग के लिए सभी प्रयोगशालाओं और कार्यशाला तक पहुंच, एंट्रप्रेन्योरशिप लाइब्रेरी तक पहुंच, कॉलेज के एंट्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सैल की सदस्यता, वीसी और एंजेल निवेशकों के हमारे नेटवर्क के साथ बातचीत, पेटेंट कराने और बाहरी विशेषज्ञों की सलाह लेने के लिए वित्तीय सहायता, बाहरी टीम के सदस्यों के लिए रियायती हॉस्टल सुविधा, इंडस्ट्री कनेक्ट, मेंटरशिप, कंपनी इनकॉर्पोरेशन एक्सपेंस के लिए 20,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। साथ ही प्रतिस्पर्धी ढांचे/प्रक्रिया के माध्यम से 3 से 5 चरणों में प्रति कंपनी एक लाख रुपये तक का सीड फंड भी दिया जाएगा, जो इनक्यूबेटर के साथ चयन से एक वर्ष में पूरी हो जाएगा। एसडीटीबीआई इनक्यूबेटेड कंपनियों से इक्विटी लेगा और यह आपसी चर्चा और समझ के साथ कंपनी दर कंपनी अलग-अलग होगा।

चंडीगढ़ को मॉडल गर्ल चाइल्ड फ्रेंडली सिटी बनाने के संकल्प

चंडीगढ़ को मॉडल गर्ल चाइल्ड फ्रेंडली सिटी बनाने के संकल्प के साथ सेंट स्टीफंस में विशेष असेंबली आयोजित
 
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  16 अक्टूबर:

इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड के उपलक्ष्य में  सेंट स्टीफंस स्कूल के 800 से अधिक विद्यार्थियों की विशेष असेंबली का आयोजन स्कूल परिसर में ‘चंडीगढ़ को गर्ल चाइल्ड के अनुकूल शहर बनाएं’  के नारे के साथ किया गया। इस अवसर पर युवसत्ता और शहर में एक अनोखे ‘गर्ल्स इंडिया’ अभियान के संस्थापक प्रमोद शर्मा मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में प्रिंसिपल बैरी फ्रांसिस और वाइस प्रिंसिपल जॉन जेवियर शामिल थे। गुलाबी रंग दिन का मुख्य रंग था और लड़कियों के अधिकारों की आवाज स्कूल के सभी स्टूडेंट्स के दिल में थी। इस मौके पर  छात्राओं ने गुलाबी पगड़ी और छात्रों ने गुलाबी स्टॉल पहने हुए थे। यहां तक ​​कि शिक्षक भी ‘गर्ल्स इंडिया’ के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए गुलाबी शर्ट, सूट और साड़ी पहनकर आए थे।

स्कूल सभा की शुरुआत वेस्टर्न क्वायर द्वारा एक मधुर भजन के साथ हुई, जिसमें सभी को समान रूप से प्रेम करने और सम्मान देने के संदेश पर जोर दिया गया। इस मौके पर एक छात्र ने लड़कियों की गरिमा और सम्मान पर प्रकाश डालते हुए एक सुंदर कविता सुनाई। प्राइमरी स्कूल के छात्रों के थिएटर समूह ने घरों में लैंगिक भेदभाव को दर्शाते हुए एक नुक्कड़ नाटक  ‘बी द चेंज’ प्रस्तुत किया, जो अंततः एक सकारात्मक नोट पर समाप्त हुआ, जिसमें यह संदेश दिया गया कि दोनों जेंडर्स के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।

मुख्य अतिथि युवसत्ता के संस्थापक प्रमोद शर्मा ने कहा कि हममें से प्रत्येक के लिए अपने समाज में लैंगिक समानता के लिए कार्य करना, सोचना और काम करना अनिवार्य है। कम से कम हम चंडीगढ़ को गर्ल चाइल्ड के लिए अनुकूल एक आदर्श शहर बना सकते हैं, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 5 में सभी सदस्य देशों से अपेक्षा की गई है कि वे 2030 तक इस लक्ष्य को प्राप्त कर लें। प्रमोद ने आगे कहा कि महिलाएं किसी भी तरह से पुरुषों से कम नहीं हैं, चाहे वह मानसिक, भावनात्मक या शारीरिक रूप से हो। भाग लेने वाले युवाओं को प्रेरित करने के लिए, उन्होंने निडर अरुणिमा सिन्हा की एक वीडियो स्टोरी दिखाई, जो माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली महिला अपंग थीं।

बाद में, उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल बैरी फ्रांसिस और वाइस प्रिंसिपल जॉन जेवियर को महात्मा गांधी का चित्र और आत्मकथाओं का एक सेट भेंट किया। अपने समापन भाषण में वाइस प्रिंसिपल जॉन जेवियर ने कहा कि अब समय आ गया है कि ‘अपनी बात पर अमल किया जाए’। हम सभी को अपने देश में स्थायी शांति और समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए अपने घर से लेकर कक्षाओं, स्कूलों और बाहर तक आत्म-अनुशासन विकसित करना होगा तथा सभी लड़कियों और महिलाओं के सम्मान और अधिकारों का सम्मान करना होगा।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ।

न्यू इंडिया हाई स्कूल में कानूनी जागरूकता सम्मेलन आयोजित

एडवोकेट जी.पी. भनोट ने कहा छात्रों को  अपने अधिकारों के बारे में पता होना चाहिए

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 16      अक्टूबर  :

न्यू इंडिया हाई स्कूल में बाल सुरक्षा और घरेलू हिंसा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित एक अत्यंत जानकारीपूर्ण कानूनी जागरूकता सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम छात्रों को उनके कानूनी अधिकारों और इन महत्वपूर्ण मुद्दों से जुड़े कानूनों के बारे में शिक्षित करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें आज के समाज में कानूनी साक्षरता के महत्व पर जोर दिया गया। स्कूल की कॉर्डिनेटर स्वाति ने न्यायमूर्ति अजय कुमार की ओर से सेमिनार में शामिल हुए श्री जी.पी. भनोट, श्री आजाद रोहिला और श्री अश्विनी कुमार का स्वागत किया। स्कूल की प्रधानाचार्या  ‘नैन्सी हांडा’ ने भी उनका स्वागत किया और कहा कि उनकी उपस्थिति और भाषणों ने छात्रों को उनके लिए उपलब्ध कानूनी प्रभावों और सुरक्षा को समझने के लिए प्रेरित और मदद की।

सेमिनार का उद्देश्य छात्रों और कर्मचारियों को पोक्सो अधिनियम के तहत कानूनी प्रावधानों के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों और किशोरों की सुरक्षा के महत्व के बारे में सूचित करना था।

 सेमिनार में घरेलू हिंसा के मुद्दे पर भी ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम, 2005 सहित भारतीय कानून के तहत प्रदान की गई कानूनी सुरक्षा को रेखांकित किया गया। छात्रों को दुर्व्यवहार के संकेतों को पहचानने, घटनाओं की रिपोर्ट करने की प्रक्रियाओं और पीड़ितों के लिए उपलब्ध कानूनी उपायों के बारे में शिक्षित किया गया।

श्री जी.पी. भनोट ने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को न केवल अपने अधिकारों के बारे में पता होना चाहिए, बल्कि अपने समुदायों में दूसरों के लिए वकील भी बनना चाहिए। उन्होंने छात्रों से कानूनी जागरूकता फैलाने में सक्रिय रूप से शामिल होने और यदि वे या उनके किसी जानने वाले को इन मुद्दों से प्रभावित होना पड़े तो कानूनी सहायता लेने का आग्रह किया।

सेमिनार ने POCSO अधिनियम का व्यापक अवलोकन प्रदान किया, जिसे भारत में बच्चों के यौन शोषण और शोषण को संबोधित करने के लिए अधिनियमित किया गया था। इसने बाल यौन शोषण के मामलों की रिपोर्टिंग, जांच और मुकदमा चलाने के लिए कानूनी  ढाँचे को रेखांकित किया। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि यह अधिनियम बच्चे की सुरक्षा, गोपनीयता और  न्याय के अधिकार को सुनिश्चित करता है।

चर्चा किए गए महत्वपूर्ण पहलुओं में से  शिक्षकों, माता-पिता और अभिभावकों का यौन शोषण या उसके संदेह के किसी भी मामले की रिपोर्ट करने का कानूनी दायित्व था। ऐसा न करना अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है।  इसने प्रतिभागियों को बच्चों की सुरक्षा में सतर्क रहने और समय पर कानूनी हस्तक्षेप सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सेमिनार का समापन स्कूल की कॉर्डिनेटर अनीता के धन्यवाद के साथ हुआ, उन्होंने प्रदान की गई बहुमूल्य जानकारी के लिए आभार व्यक्त किया।

ओ.एस.जी.यू में ‘‘विश्व विद्यार्थी दिवस‘‘

ओ.एस.जी.यू में ‘‘विश्व विद्यार्थी दिवस‘‘ पर विद्यार्थियों ने दिखाया अपना जलवा

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 15      अक्टूबर :

ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ पुनीत गोयल और प्रो चांसलर डॉ पूनम गोयल के नेतृत्व में 15 अक्तूबर मंगलवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम की जयंती के उपलक्ष्य पर विश्व विद्यार्थी दिवस को बडे़ धूमधाम से मनाया गया। सभी विभागों के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय के चांसलर और प्रो चांसलर  ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा विद्यार्थी देश का भविष्य है। वे समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है, यह दिन विद्यार्थियों को समर्पित है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एन. पी. कौशिक व प्रति-कुलपति राजेंद्र सिंह छिल्लर ने कहा कि इस दिवस पर विद्यार्थियों को अपनी ऊर्जा को राष्ट्रहित में उचित दिशा में लगाने का प्रण करना चाहिए। कार्यक्रम में डॉ अब्दुल कलाम के जीवन से जुड़ी प्ररेणादायक कहानियों से रूबरू करवाया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर रहे अलग-अलग देशों व राज्यों के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया। इन प्रतिगातियों में सोलो डांस, ग्रुप डांस, नाटक, भाषण, कविताओं, वाद-विवाद प्रतियोगिता, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के माध्यम से अनेक प्रस्तुतियां दी गई। अंतिम प्रस्तुति उल्लेखनीय रही जिसमें देश-विदेश तथा विभिन्न राज्यों की संस्कृति एक मंच पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को उचित पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में डीन डॉ राकेश धीमान व डीन डॉ सुनील बैंदा जज की भूमिका अदा की और पूरे कार्यक्रम के संचालक डॉ रेनू शर्मा, डॉ नीना भारद्वाज व डॉ कुलदीप दहिया रहे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के डीन, शिक्षक और विद्यार्थी मौजुद रहे।

पंचकूला महिला कॉलेज मे मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  15      अक्टूबर :

मनोविज्ञान विभाग ने आईक्यूएसी के सहयोग से पीजी महिला कॉलेज, सेक्टर 14 पंचकूला में 15 अक्तूबर, 2024 को डॉ. ऋचा सेतिया के मार्गदर्शन में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।विशेषज्ञ के रूप में श्रीमती मालविका मदान, परिवर्तन एनजीओ 

एवं कॉर्पोरेट प्रशिक्षक ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के बारे में अवगत किया। उन्होंने बताया मानसिक स्वास्थ्य क्या है,हम इसे बदलने का चुनाव क्यों नहीं करते,यह कैसे आत्म-दुर्व्यवहार और प्रियजनों के साथ दुर्व्यवहार की ओर ले जाता है और मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बदला जा सकता हैं विभिन्न विषयो पर चर्चा की।उन्होंने बताया कि हम अपनी असफलताओं से सीखते हैं और जब हम आगे बढ़ते हैं तो मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं।कार्यशाला में बीए, बीबीए, बीएससी, बीसीए के विभिन्न विद्यार्थियों तथा छात्रावास की छात्राओं ने भाग लिया।मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष सुश्री विभा मदान, आईक्यूएसी सह संयोजक डॉ. पूजा,प्रोफ़ेसर सुशीला कुमारी ,सहायक प्रोफेसर कल्पना,सुश्री सरला ,सुश्री रजनी उपस्थित थीं।

इंटर-कॉलेज फेस्ट “बिज्मोज़ेक 2024” आयोजित 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  15 अक्टूबर:

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46, चंडीगढ़ के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग और वाणिज्य विभाग ने एक इंटर-कॉलेज फेस्ट “बिज्मोज़ेक 2024” का आयोजन किया जिसका शुभारम्भ प्रिंसिपल प्रोफेसर जेके सहगल ने किया। इस कार्यक्रम में बोर्डरूम ब्रेनस्टॉर्मिंग, कैपिटल क्वेस्ट, रैपिड रेटोरिक, मैडवर्टाइज बैटल और क्रिएटिव कैनवास चैलेंज सहित कई तरह की आकर्षक प्रतियोगिताएं शामिल थीं। चंडीगढ़ के विभिन्न सरकारी और निजी कॉलेजों के विद्यार्थियों ने सभी कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रत्येक प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। सम्मानित अतिथियों में डीन सुश्री अनुराधा मित्तल, वाइस प्रिंसिपल, प्रोफेसर स्नेह हर्षिंदर शर्मा, वाणिज्य विभाग की प्रमुख डॉ. सुरिंदर कौर और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के प्रमुख डॉ. मुकेश चौहान उपस्थित थे। यह कार्यक्रम छात्रों के समग्र विकास के लिए आयोजित किया गया था। डीन, सुश्री अनुराधा मित्तल और वाइस प्रिंसिपल, प्रोफेसर स्नेह हर्षिंदर शर्मा ने विजेताओं को बधाई दी और सभी प्रतिभागियों को भविष्य की प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. मुकेश चौहान ने धन्यवाद ज्ञापन किया और आयोजन को सफल बनाने में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।

बेटी बचाओ बेटी बचाओ के संदर्भ में भाषण प्रतियोगिता करवाई गई

  • साईं इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर की बेटी मान्या स्वामी के जन्मदिन पर बेटी बचाओ बेटी बचाओ के संदर्भ में भाषण प्रतियोगिता करवाई गई 
  •  कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महिला आयोग वाइस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने शिरकत की

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 14      अक्टूबर  :

 साईं इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर सुधीर स्वामी की बेटी मान्या स्वामी के जन्मदिन पर बेटी बचाओ बेटी बचाओ के संदर्भ में एक भाषण प्रतियोगिता करवाई गई जिसमें 11 लड़कियों ने भाग लिया जिसमें अंजलि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया व द्वितीय स्थान शीतल व  राखी ने प्राप्त किया तृतीय स्थान पुजा व दीपा ने प्राप्त किया इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला आयोग वाइस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल व प्रयास संगठन अध्यक्ष नवीन दहिया जी रहे व‌ जज के रूप में सुनीता दहिया,नवीन खांडा, बिजेंद्र जांगडा, रोहित राठोड़ भी इस प्रतियोगिता में शामिल रहे नवीन दहिया जी ने बताया की हमें बेटीयों को पढ़ाना चाहिये ओर उनको आगे बढ़ाना चाहिये ओर हमें ग्रामीण मानसिकता से अपना चाहिए बेटा व बेटी में कोई फर्क नहीं करना चाहिए। भाषण प्रतियोगिता के बाद एक सामूहिक चर्चा भी छात्राओं के साथ की गई जिसमें उनकी जिन्दगी के व्यक्तिगत अनुभवों पर बात की गई। सभी छात्राओं ने बताया के आज के माहौल में और पहले के माहौल में काफी अंतर है और अब उन्हें परिवार की तरफ़ से किसी खास भेदभाव का सामना नही करना पड़ रहा। सभी सरकारें भी समय समय पर इस दिशा में कार्य कर रही हैं ताकी समाज की लड़कियों को लेकर मानसिकता में बदलाव आ सके,इस कार्यक्रम में साई इंस्टीट्यूट  संचालिका चेतना स्वामी व स्टाफ और सभी नर्सिंग स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।

छात्राओं को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित कर उन्हें स्वावलंबी बनाना जरूरी : डॉ मीनू जैन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 11      अक्टूबर :

डीएवी गर्ल्स कॉलेज के इनक्यूबेशन एंड इंप्लाइमेंट जनरेशन सेल, इंस्टीट्युशन इनोवेशन काउंसिल, आइपीआर सेल व राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में स्किल डवलेपमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान के स्टेट डायरेक्टर डॉ एलपी भट्ट व एमएससीई निदेशक रमन चावला मुख्य वक्ता रहे। वहीं फैशन डिजाइनिंग विभाग की ओर से आर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशाप का आयोजन किया गया। जिसमें पिडिलाइट इंडस्ट्री यमुनानगर से आई बिंद्र कौर ने छात्राओं को मोल्ड आर्ट में ज्वैलरी व फैब्रिक पेंटिंग की विभिन्न तकनीक के बारे में जानकारी दी। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम आइपीआर सेल कनवीनर डॉ अनीता मौदगिल व फैशन डिजाइनिंग विभाग इंचार्ज मंजीत कौर की देखरेख में हुआ।
एलपी भट्ट ने कहा कि किसी भी व्यवसाय में सफल होने के लिए सकारात्मकता, धैर्य, आत्मविश्वास व निर्णय लेने की क्षमता का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने युवाओं को लघु उद्योग स्थापित करने में आने वाली बाधाओं व उनके निवारण के बारे में विस्तार से चर्चा की। रमन चावला ने सरकार की ओर स्वरोजगार के लिए ऋण देने संबंधी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
बिंद्र कौर मोल्ड आर्ट के जरिए छात्राओं को पेंडेंट, अंगूठियां, कानों की बालियां, ब्रॉच सहित अन्य ज्वैलरी बनानी सीखायी। मोल्ड आर्ट की ज्वैलरी तैयार होने के बाद मैटल जैसी नजर आती है। जिसकी बाजार में खूब डिमांड है। फैब्रिक पेंटिंग की मदद से किसी भी प्रकार के कपडे पर डिजाइन बनाकर उसकी सुंदरता में चार चांद लगा सकते है। डॉ मीनू जैन ने कहा कि वर्कशाप का उद्देश्य छात्राओं को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित कर उन्हें स्वावलंबी बनाना रहा। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विवेक नरूला, डॉ प्रदीप, डॉ रिचा ग्रोवर, ममता थापर, सोनिया शर्मा, निधि छाबडा, उर्वशी कांबोज, माधुरी कांबोज, पूनम ने सहयोग दिया।