नवजीवन सोसाइटी ने ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग निर्धन बच्चों स्कूल किटस डोनेट की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 11 अगस्त :

सामाजिक उत्थान में प्रयासरत देशव्यापी डॉन बॉस्को नवजीवन सोसायटी ने ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से सैक्टर 24 में एक कार्यक्रम के दौरान 25 सैक्टर के निर्धन बच्चों को स्कूल किट्स वितरित की। 

ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविन्द्र सिंह बिल्ला इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने सोसाइटी के निदेशक फादर रेजी टॉम के प्रयासों की सराहना की और उन्होंने मुख्य तौर पर लडकियो को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने खेलकद में हॉकी, क्रिकेट और फुटबॉल जैसे खेलों में सहायता करने का वायदा किया।

संस्था द्वारा 33 हजार की स्कॉलरशिप एमबीबीएस  छात्रों को दी गई 

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 10 अगस्त :

सरबत दा भला संस्था डॉ एस पी सिंह ओबरॉय के सानिध्य में पूरे विश्व में समाज सेवा के कार्य कर रही है। गत कई वर्षो से जरूरतमंद परिवारों के अपनी कक्षा में अव्वल आने  वाले मेधावी बच्चों को संस्था द्वारा स्कॉलरशिप दी जाती है। जिसके तहत कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल के दो बच्चों को व अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के एक बच्चे को क्रमशः 15000,10000 व 8 हजार स्कॉलरशिप दी गई।

सिटी वेलफेयर क्लब प्रदेश अध्यक्ष विनोद अरोड़ा,सेवानिवृत्त तहसीलदार राजबक्श द्वारा यह चेक केसीजीएमसी डायरेक्टर जगदीश चंद्र दूरेजा को व जिला लोक संपर्क अधिकारी पारुल लता द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज डायरेक्टर अलका छाबड़ा को अपने कर कमल से यह स्कॉलरशिप चेक दिए गए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्था इस तरह से जरूरतमंद परिवारों के मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप देकर उनका हौसला बढ़ा रही है।एक बेहतर कल के निर्माण मे संस्था अतुलनीय योगदान दे रही है ओर यह संस्था के अंतरराष्ट्रीय चेयरमैन डाॅ ओबरॉय की उम्दा सोच का परिणाम है।इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष रसप्रीत सिंह ग्रोवर ने कहा कि प्लस टू के बाद जिन बच्चों के 80% से अधिक नंबर आते हैं व उनका किसी सरकारी संस्थान में चयन होता है तो उनको नंबरों के आधार पर जरूरतमंद परिवारों के अव्वल आने वाले मेघावी बच्चों को यह स्कॉलरशिप दी जाती है। जिसके लिए छात्रों को फीस भरने से पहले आवेदन करना होता है।

इस अवसर पर केजीएमसी अकाउंट आफिसर प्रवीण बहल,मेडिकल सुप्रीडेंट डाॅ विजयपाल खनगवाल,धीरज जुनेजा,अनुपम,कैलाश चंद्र,शिव कुमार व संस्था महासचिव सुरेंद्र सरवा,संदीप सोनी,महेंद्र मदान, रामनिवास, शशी मेडम सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

महिला सुरक्षा को लेकर एसडी कॉलेज में आयोजित हुआ जागरुकता सत्र

  • सत्र में महिला सुरक्षा से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में दी गई जानकारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 09 अगस्त :

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के जेंडर चैंपियंस क्लब की ओर से बुधवार को समाज कल्याण विभाग और ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन, चंडीगढ़ के सहयोग से ‘जेंडर एंड सस्टेनेबल मोबिलिटी’ पर एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एसडीएम साउथ और समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक नवीन मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन के क्लाइमेट चेंज डेवलपमेंट की सीनियर एडवाइजर (इक्नॉमिक्स) मधु मिश्रा, समाज कल्याण विभाग (महिला एवं बाल विकास) के स्टेट मिशन कोआर्डिनेटर संजीव गुलाटी, समाज कल्याण विभाग (महिला एवं बाल विकास) की जेंडर विशेषज्ञ प्रभजोत कौर कार्यक्रम में गेस्ट स्पीकर्स थे।

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने महिला सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया और अपने छात्रों और महिला कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए कॉलेज की पहल के बारे में बताया। संजीव गुलाटी ने महिलाओं और टीनेज गर्ल्स के कुछ मुद्दों के समाधान पर जोर दिया। उन्होंने उपस्थित छात्रों और शिक्षकों को महिला सुरक्षा से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा और आसान गतिशीलता सुनिश्चित करने के लिए इंफॉरमेशन टेक्नोलाजी का उपयोग कर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बसों में सीटों के आरक्षण, एलईडी स्ट्रीट लाइटों की इंस्टालेशन और सड़कों पर गश्त बढ़ाने से महिलाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।

इस जागरूकता सत्र के दौरान जेंडर चैंपियन क्लब के सदस्यों द्वारा बनाया गया एक शार्ट वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें यात्रियों ने सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के अपने अनुभवों के बारे में बताया। प्रभजोत कौर ने सभागार में उपस्थित छात्रों व शिक्षकों को उन महिलाओं के लिए रात 11 से सुबह 5 बजे तक पिक एंड ड्रॉप सुविधा के बारे में भी बताया जो रात में यात्रा करती हैं और असुविधा या खतरा महसूस करती हैं। उन्होंने पुरुष छात्रों को दोनों जेंडर्स के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।

कॉलेज की रजिस्ट्रार डॉ. मधु शर्मा ने एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया जिसने छात्रों को सार्वजनिक परिवहन के उपयोग और सुरक्षा के संबंध में उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में सिखाया। जेंडर चैंपियंस क्लब की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्य ज्योति रणदेव और क्लब के सदस्य वरिंदर कुमार, रितिका सिन्हा, डॉ. गुरजीत कौर और डॉ. श्रुति शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

सीबीएसई अपने तुगलकी फरमान थोपने से बाज आये : प्राइवेट स्कूल  एसोसिएशन के पदाधिकारी

  •  कोर्ट का दरवाजा खटाखटाने के साथ साथ सीबीएसई की मान्यता छोड़ने पर मजबूर हो जायेगें पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ केे स्कूल प्रबंधक
  • सीबीएसई के नित नई शर्तो से लेकर आर्डरों का पालन करने से परेशान के प्राइवेट स्कूल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 09 अगस्त :

समय समय पर सीबीएसई द्वारा थोपे जा रहे फैसलों से असंतुष्ट क्षेत्र के प्राईवेट स्कूलों ने चेताया है अपने तुगलकी फरमान वापस लिये जाये वर्ना वे अदालत का दरवजा खटखटाने के लिये मजबूर हैं। प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों ने यह स्पष्ट किया कि यदि सीबीएसई का यही रवैया रहा तो वे सीबीएसई बोर्ड से कन्नी काट लेंगें।

बुद्धवार को सेक्टर 27 स्थित चंडीगढ़ प्रैस कल्ब में आयोजित एक प्रैस वार्ता के दौरान स्कूल संगठनों ने देश की सबसे बड़ी एग्जाम ऐजेंसी सीबीएसई के खिलाफ खुल कर मोर्चा खोल दिया है। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लगभग तीन हजार स्कूलों के प्रतिनिधियों ने साफ कर दिया कि सीबीएसई मात्र परीक्षा संचालन करने वाली ऐजेसी है और वे बार बार कह चुके हैं कि स्कूलों में नियम प्रदेश सरकार के लागू होंगें फिर भी सप्ताह में सीबीएसई कोई न कोई आर्डर जारी कर प्राईवेट स्कूल प्रबंधकों को परेशानियों में डाल देते हैं।

हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस (एचपीएससी) के अध्यक्ष एसएस गोंसांई व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश चन्द्र, फेडरेशन आफ प्राईवेट स्कूल एंड ऐसोसियेशन आफ पंजाब के अध्यक्ष जगजीत ंिसह व लीगल कनवीनर संजीव कुमार सैनी और चंडीगढ़ स्थित इंडीपेंडेंट स्कूल्स ऐसोसियेशन के महासचिव आरडी सिंह ने संयुक्त रुप से पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि सीबीएसई के नियमों में साफ तौर पर लिखा गया है कि दो एकड़ में बने स्कूल संचालक 48 सेक्शन बना सकते हैं लेकिन इस साल सीबीएसई ने नया फरमान निकालते हुये कहा है कि यदि कोई स्कूल नया सेक्शन का गठन करता है तो उसे 75 हजार रुपये जमा करवाने होंगें। साथ ही सीबीएसई का यह भी कहना था कि कोविड में स्कूलों में सेक्शन कम हुये हैं और यदि अब स्कूल संचालक सेक्शन बढ़ा रहे हैं तो सीबीएसई किस मुंह से सेक्शन बढ़ाने की फीस चार्ज कर रही है। नियमों में 48 सेक्शन बनाने तक कोई फीस नहीं चार्ज किये जाने का प्रावधान है।  

उन्होंनें बताया कि पहले एक सेक्शन मे 40 से 50 विद्यार्थियों को पढ़ा सकते थे लेकिन सीबीएसई ने एक अन्य आदेश जारी कर एक सेक्शन में 40 बच्चों तक को पढ़ाये जाने का प्रावधान रखा है। यदि ऐसे में  किसी कक्षा में 81 विद्यार्थी हो जाये तो स्कूल संचालकों को मजबूर होकर तीन सेक्शन बनाने होंगे जो कि एक बच्चे के लिये अतिरिक्त सेक्शन बनाना असंभव है। इस स्थिति में स्कूल संचालक बच्चे का एडमिशन कैंसिल कर देंगें और यदि ऐसा होता है तो बच्चों को उनके पसंदीदा स्कूल में एडमिशन नहीं ले पायेंगें।

स्कूल प्रबंधकों ने बताया कि सीबीएसई द्वारा पांच साल बाद अनुबंध बढ़ाने पर केवल पचास हजार रुपये लेने का प्रावधान है। साथ ही उन्होंनें कहा कि सीबीएसई के नियमों के अनुसार बिल्डिंग सेफ्टी के लिये स्कूल संचालकों को अब पीडब्ल्यूडी में सेफ्टी सर्टिफिकेट लेना होग, जबकि पहले नियम था कि वह सर्टिफिकेट सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त इंजीनियर भी दे सकता है। यह सेफ्टी सर्टिफिकेट हर वर्ष लेना होगा जोकि साफ तौर पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की पहल है।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस बात पर भी रोष जताया कि सीबीएसई द्वारा टीचर ट्रेनिंग के नाम पर ज्यादा जोर दिया जा रहा जिसके कारण टीचर्स का ध्यान ट्रेनिंग की तरफ ज्यादा हो जाता है और क्लास के स्टूडेंट्स पर अपना ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसोसियेशन ने चेताया कि यदि सीबीएसई इसी तरह स्कूल संचालकों को परेशान करती रही तो जल्द ही वे इन नीतियों के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे और  हजारों प्राइवेट स्कूल अपना बोर्ड बदलने के लिये मजबूर हो जायेंगे।

आगामी पर्यावरण संसद के लिए पीयू में आयोजन समिति की हुई बैठक

  • आगामी पर्यावरण संसद के लिए ट्राइसिटी से विद्यालयों का चयन पूरा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़  07       अगस्त :

आगामी पर्यावरण संसद के आयोजन को लेकर कार्यक्रम के संयोजक प्रभुनाथ शाही की अध्यक्षता में पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजन समिति के सदस्यों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में आयोजन समिति के सभी वरिष्ठ जनों ने हिस्सा लिया और सभी बिंदुओं पर विचार विमर्श के बाद आम सहमति से कार्यक्रम की अंतिम रूपरेखा तैयार की गई।

                                            मुख्य सलाहकार प्रोफेसर अमृतपाल तूर ने बताया कि अक्षय ऊर्जा दिवस के उपलक्ष में जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन, हरिया वल पंजाब चंडीगढ़ महानगर एवं केमिकल इंजीनियर डिपार्टमेंट के संयुक्त तत्वाधान में पर्यावरण संसद का आयोजन 19 अगस्त शनिवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक डॉ एसएस भटनागर सभागार में किया जा रहा है।कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर रितु  गुप्ता ने बताया कि ट्राइसिटी के कुल 15 निजी एवं सरकारी विद्यालयों का चयन पर्यावरण संसद के लिए एक लंबी प्रक्रिया के बाद किया गया जिसमें कुल 45 विद्यार्थी प्रतिभागी के रूप में शामिल होंगे। इसमें सभी के प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा गया है और संसद की कार्यवाही हिंदी, संस्कृत,पंजाबी और अंग्रेजी में चलेगी।

हरियावल  पंजाब चंडीगढ़ महानगर के सह संयोजक राजीव गुप्ता ने बताया कि चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भारत सरकार के एडीशनल सॉलीसीटर जनरल श्री सत्यपाल जी जैन स्पीकर के रूप में उपस्थित रहेंगे।आयोजन समिति के सदस्य अजय दुबे ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी गणमान्य अतिथियों प्रतिभागियों के लिए एक एक इंडोर प्लांट पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ उपहार स्वरूप दिया जाएगा।वरिष्ठ सदस्य नरेश पुरी ने बताया कि सभी आगंतुकों के लिए कार्यक्रम के पश्चात स्वादिष्ट अल्पाहार की व्यवस्था रहेगी।आयोजक मंडल के सदस्य श्री गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि ट्राइसिटी से लगभग 250 पर्यावरण प्रेमी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं जिनमें अधिकतर लोगों ने अपना पंजीकरण करा लिया है और सिंह ने आग्रह किया कि जो इच्छुक व्यक्ति अपना पंजीकरण कराना चाहते हैं मोबाइल नंबर 9357148202 पर कॉल कर 10 अगस्त तक अपना पंजीकरण अवश्य करा लें।

वरिष्ठ सदस्य सुभाष चंद जी जैन ने बताया कि विद्यार्थियों शिक्षकों के अलावा ट्राइसिटी के विभिन्न सामाजिक संस्थान पर्यावरण से जुड़े कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया गया है।आज के बैठक में मीडिया प्रभारी डॉ संगम वर्मा ने बताया कि संसद की कार्यवाही को स्थानीय एवं राष्ट्रीय मीडिया में प्रसारित किया जाएगा और संसद में उठाए गए मुख्य बिंदुओं को शासन प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा जिससे पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन को गति मिल सके।

बैठक में उपस्थित श्री अशोक कपिला , डॉ अमित गंगानी, श्रीमती शुभ लक्ष्मी, मयंक मणि प्रसाद, सक्षम सिंह, अभिषेक, अमित तोज कौर, आशिया, रजनीश राणा एवं अन्य सदस्यों ने अपनी सहमति प्रदान की। विश्व कल्याण की भावना से शांति मंत्र के साथ बैठक का समापन किया गया।

हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने नई स्थानांतरण नीति को बताया अव्यवहारिक : पितांबर मोहन

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 07              अगस्त :

 आज हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ जिला पंचकूला की कार्यकारिणी की मीटिंग हुई जिसमें नई स्थानांतरण नीति पर विचार विमर्श किया गया। इस मीटिंग में जिले के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया स्थानांतरण नीति पर बोलते हुए प्रधान श्री पीतांबर मोहन ने बताया की जिस तरह छात्र संख्या के ऊपर रैशलेइजेशन किया गया वह बिल्कुल व्यवहारिक नहीं है। पंचकूला जिले में बहुत से ऐसे स्कूल है जहां पर छात्र संख्या अधिक है परंतु सरकार द्वारा स्वीकृत पद कम कर दिए गए हैं। कहीं 3 अध्यापक तो कहीं 4 अध्यापक कम दर्शाए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार जॉन सिस्टम खत्म करके ब्लॉक सिस्टम किया जा रहा है यह भी केवल और केवल अपने लोगों को दोबारा बढ़िया स्टेशनों पर भेजने के लिए किया गया क्योंकि अभी तक जो अध्यापक लगातार 5 और 6 व 7 जॉन में रहे उनको दोबारा फिर से कम अंकों के आधार पर कठिन स्थानों पर भेजा जाएगा और जो लोग पहले से बढ़िया जॉन में रहे उन्हें फिर से वही जॉन मिलेंगे। इस प्रकार अध्यापकों के साथ न्याय नहीं होगा इसके अतिरिक्त नई पॉलिसी में मोरनी और मेवात के लिए भेजे जाने वाले अध्यापकों को 10% मूल वेतन का तथा अतिथि अध्यापकों को ₹10000 देने का प्रावधान है परंतु अध्यापक संबंधित जिले का नहीं होना चाहिए और उसने मोरनी या पंचकूला से 10वीं और 12वीं की कक्षा पास ना की हो वही लोग लाभ के पात्र होंगे। जोकि मोरनी और जिला पंचकूला के मूल निवासियों के साथ भेदभाव पूर्ण व अन्यायपूर्ण घोषणा है। कुछ अधिकारी और राजनेता अपने लोगों को मोरनी में भेजने के लिए इस प्रकार की नीति की घोषणा करते हैं। जिसका हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ पंचकूला पूर्ण विरोध करता है तथा मांग करता है कि जिस प्रकार सभी कर्मचारियों को ₹700 पहाड़ी भत्ता दिया जाता है उसी प्रकार सभी कर्मचारियों को 10% मूल वेतन का वह कांटेक्ट तथा अतिथि अध्यापकों को ₹10000 अतिरिक्त वेतन दिया जाए। मोरनी के बहुत से अध्यापक का हरियाणा के विभिन्न जिलों में काम कर रहे हैं। उनको मोरनी ब्लॉक में स्थानांतरित किया जाए। इसी प्रकार जो जिला पंचकूला से अध्यापक हैं उन अध्यापकों से मोरनी का ऑप्शन मांगा जाए ताकि वे अच्छे से इस दुर्गम क्षेत्र में काम कर सकें तथा दूर-दूर के जिलों से वापिस अपने जिले में आ सकें परंतु यहां तो बहुत सारे अध्यापकों को डेपुटेशन पर भेजा जा रहा है ताकि उन्हें अतिरिक्त वेतन का लाभ दिया जा सके। 

शिक्षा पर बोलते हुए राज्य ऑडिटर विजयपाल ने बताया कि सरकार नहीं चाहती कि गरीबों के बच्चों को शिक्षा दी जा सके। सरकार हर रोज नई नीतियां लेकर लोगों को शिक्षा से दूर करते जा रही है। इसकी एक बानगी चिराग योजना है। जिससे छात्रों को सरकारी स्कूलों से निकालकर प्राइवेट में भेजा जा सके उन्हें तो सरकार ₹1100 तक देती है जबकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से गरीब होने  पर भी ₹500 मासिक फीस ले रही है।

जिला सचिव श्री यादराम में संबोधित करते हुए कहा की इस सरकार की करनी और कथनी में बहुत अंतर है जिस प्रकार सिलेबस को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है वह बहुत निंदनीय है। सरकार नहीं चाहते कि कोई बच्चा अच्छे से पढ़ सके इसीलिए पहली और दूसरी कक्षा को विद्यालय से बाहर किया जा रहा है ताकि शिक्षा के ढांचे को नष्ट किया जा सके। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार सरकार ने छात्राओं के विद्यालयों को बंद किया वह भी निंदनीय है। हम इसका विरोध करते हैं उन्होंने बताया की अध्यापक संघ पिछले 102 दिन से यमुनानगर में क्रमिक अनशन पर बैठा है तथा जब तक सरकार बात नहीं करती तब तक अध्यापक संघ अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा तथा लोगों के बीच में जाकर सरकार की नीतियों के बारे में लोगों को जागरूक करेगा।

सांस्कृतिक गौरव-हमारे समाज की रीढ़ विषय पर कार्यक्रम आयोजित

  • देश की विविध संस्कृति के प्रति सम्मान और गौरव की याद में मानव श्रृंखला बनाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 03अगस्त :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-46 के एनएसएस विंग के सहयोग से संस्कृति और विरासत सोसायटी ने सांस्कृतिक गौरव: हमारे समाज की रीढ़ नामक दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने और युवाओं के बीच सांस्कृतिक मूल्यों को समृद्ध करने के विषय पर आधारित था। कार्यक्रम के पहले दिन सांप्रदायिक सद्भाव शपथ और मानव श्रृंखला शामिल थी। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को सांप्रदायिक सद्भाव की शपथ दिलाई। देश की विविध संस्कृति के प्रति सम्मान और गौरव की याद में कॉलेज के रैंप पर एक मानव श्रृंखला भी बनाई गई।

कार्यक्रम के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण लोक गीत प्रतियोगिता थी। छात्रों ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और देश के अन्य राज्यों के लोक गीतों का प्रदर्शन किया। प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने आज के युवाओं के बीच सांस्कृतिक विरासत के महत्व पर प्रकाश डाला, ताकि वे अपनी जड़ों और मूल्यों से जुड़े रहें।

इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में संगीत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अरविंदर सिंह और पंजाबी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्रीतिंदर सिंह रहे। कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुश्री पूजा गुप्ता, डॉ अमनप्रीत कौर और डॉ अरविंदर सिंह द्वारा किया गया था।

सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल परिसर में 14वे मांनव कल्याण शिविर का हुआ सफल आयोजन

सुभाष कोहली, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालका – 03  अगस्त : 

रक्तदान महादान की पुण्यता को अपने बच्चों के भीतर वास्तविकता में  आरोपित करते हुए सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल परिसर में 14वे मांनव कल्याण शिविर का सफल आयोजन हुआ। विद्यालय विगत १३ वर्षो से विवेकानंद छात्र उत्थान के अंतर्गत इसका आयोजन कर रहा है। शिविर का शुभारंभ स्वामी अनुपमानंद, सचिव रामकृष्ण मिशन आश्रम, सेक्टर १५, चंडीगढ़ द्वारा किया गया। लतिका शर्मा, पूर्व विधायक ने विद्यालय की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि स्कूल छात्रों के भीतर अच्छे संस्कारों के सृजन में अग्रणी है। उन्होंने शिविर द्वारा सामाजिक कल्याण को उजागर करने के लिए विद्यालय और आयोजकों को शुभकामनायें दी व भावी पीढ़ी में इसे एक गूढ़ कोश की तरह संचित करने के लिए सभी का उत्साहवर्धन भी किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष आर एन शर्मा, सदस्य कर्नल एन आर बब्बरवाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। शिविर में विवेकानंद मानव सेवा सोसाइटी कालका-पिंजौर, पंजाबी अरोड़ा-खत्री सभा, रोटरी क्लब, पिंजौर, हिल्स तथा न्यू जेनेरेशन यूथ क्लब आदि ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया।


रक्तदान शिविर का आयोजन ब्लड बैंक सेंटर, सिविल अस्पताल, सेक्टर -६ पंचकूला द्वारा किया गया। स्कूल के लिए अति हर्ष का विषय रहा कि कक्षा सातवीं के छात्र संभव पवार के पिता पुष्कर कुमार ने 100वीं बार रक्तदान किया तथा विद्यालय की पूर्व छात्रा के पिता हिमांशु खोसला ने 120वीं बार रक्तदान किया। इस शिविर में 210 लोगों ने रक्तदान के लिए अपना नाम दर्ज करवाया, जिसमे से 131यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। भोजिया डेंटल कॉलेज, बद्दी द्वारा लगाए गए दंत जाँच शिविर में 139 लोगो ने अपनी जाँच करवाई। हिमाचल होम्यो क्लिनिक, कालका द्वारा होम्यो जांच शिविर में 127 लोगों व नेत्र जांच शिविर में 202 लोगो ने स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक परामर्श का लाभ अनुभवी टीम से उठाया। प्रत्येक रक्तदाता को एक मग, एक औषधि पौधा, खादी निर्मित बैग व रुमाल, स्वामी विवेकानद का साहित्य, चायपत्ती सम्मान स्वरूप भेट दिए गए। प्राचार्य डॉ पियूष पुंज ने बताया कि शिक्षा का सही मायने में उसका स्वरूप समाज के लिए उसकी उपयोगिता है।

सेक्टर-1 कॉलेज में मोरिंगा पौधारोपण अभियान का समापन

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 03  अगस्त :

आज राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर 1 में आज तीन दिवसीय पौधारोपण अभियान का समापन हुआ। यह अभियान कॉलेज के ईको क्लब और वनस्पति विभाग के संयुक तत्वाधान में 1 अगस्त से 3 अगस्त तक चलाया गया।

इस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या बबिता वर्मा ने महाविद्यालय में मोरिंगा की पौध लगा कर की। उन्होंने विद्यार्थियों से अधिक से अधिक छायादार और औषधीय पेड़ पौधे लगाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हरियाली खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है और अधिक से अधिक पेड़ लगा कर ही हम हरियाणा का नाम सार्थक कर सकते हैं।

वनस्पति विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नीरज ने बताया कि इस अभियान के दौरान महाविद्यालय प्रांगण और आसपास के क्षेत्र में मोरिंगा के 200 पौधों को आरोपित किया गया। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों और अन्य लोगों को मोरिंगा के औषधीय और पोषण संबंधी फायदों के प्रति जागरूक करना था।उन्होंने कहा कि कॉलेज ने यह प्रयास इस लिए किया कि मोरिंगा जैसा जादुई पेड़ लोगों को आसानी से उपलब्ध हो सके।

कॉलेज के ईको क्लब, एन एस एस, एन सी सी और यूथ रेड क्रॉस के द्वारा कॉलेज प्रांगण और आसपास इस अभियान के तहत पौधारोपण किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ विनय, डॉ विधि मान, डॉ सरोज, डॉ शैलजा, डॉ परवेश का विशेष योगदान रहा।

आयुष मंत्रालय ने एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब के डीन द्वारा अनुसंधान परियोजना को मंजूरी दी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 03 अगस्त :

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब में विज्ञान और इंजीनियरिंग संकाय के डीन डॉ. चंद्रदीप टंडन को “होम्योपैथिक दृष्टिकोण का उपयोग करके यूरोलिथियासिस के उपचार में ‘एकीकृत व्यक्तिगत ओमिक्स प्रोफाइलिंग’ का अनुप्रयोग’ शीर्षक से उनके अभूतपूर्व शोध प्रोजेक्ट के लिए आधिकारिक मंजूरी मिल गई है।  मंजूरी “केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच), आयुष मंत्रालय से मिली है।