विश्वास सी.सै. में विज्ञान प्रदर्शन का आयोजन

विश्वास सी.सै. में विज्ञान प्रदर्शन का आयोजन, बच्चों ने जीन थैरेपी,  हीमोडायलिसिस, ड्रिप इरिगेशन, चंद्रयान -2, बज वायर आदि के मॉडल किए प्रस्तुत


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 30   जुलाई :

 अर्बन एस्टेट स्थित विश्वास सी.सै. स्कूल में पी. टी. एम. के अवसर पर  विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कक्षा छठी से  बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों पर अपने मॉडल प्रदर्शित किए। छात्र-छात्राओं के द्वारा बनाए गए सुंदर और शिक्षाप्रद विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडल ने सभी अभिभावकों और शिक्षकों का ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान बच्चों ने  मॉडल से सम्बन्धित विषय की पूरी जानकारी दी। इस प्रदर्शनी में जीन थैरेपी,  हीमोडायलिसिस, ड्रिप इरिगेशन,  चंद्रयान -2, क्रेन आदि मॉडल विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। कक्षा नौवीं से बारहवीं में  नील ने बज वायर मॉडल में प्रथम स्थान, अरमान ने एंटी ग्रेविटी मॉडल में द्वितीय स्थान, अंशु तथा निधि ने ट्रांसप्लांट मशीन मॉडल में तृतीय स्थान तथा अंश ने मॉडर्न फार्मिंग मॉडल में सांत्वना पुरस्कार  प्राप्त किया। वहीं कक्षा छठी से बारहवीं में एल्कोहल डिटेकटर मॉडल में प्रिंस और जिज्ञासु ने प्रथम स्थान, जेल सिक्योरिटी मॉडल में कुणाल ने द्वितीय स्थान, अर्थ क्वेक, अलार्म मॉडल में लव्या तथा जय ने तृतीय स्थान तथा एक्सीडेंट प्रीवेंशन मॉडल में शिया तथा पूर्वी ने  सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
विद्यालय प्राचार्य दिनेश चंद्र सेमवाल ने विद्यार्थियों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी के आयोजन से बच्चों की रचनात्मकता तथा बुद्धिमत्ता को तराशने में काफी मदद मिलती है। विद्यालय द्वारा समय-समय पर इस तरह की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है।

Chintpurni Medical College is a living tomb of medical education

Chintpurni Medical College is a living tomb of medical education : CMC Pathankot Students and Parents Association

Brilliant Students are stressed due to fear of not only losing their academic year but their whole future as well due to lack of proper education, demand for interim arrangement for their education

Not a single doctor has been produced here since its inception : This institution does not meet minimum standards required to run a medical college

The Punjab Government and the National Medical Commission are helpless : Students have been protesting outside the Medical Education Building in Mohali for several days along with their parents

Demokratic Front, Chandigarh – 25   July :

Chintpurni Medical College in Pathankot is rife with mismanagement and irregularities. This is evident from the fact that not a single doctor has been produced here since its inception 13 years ago. This is the statement of the CMC Pathankot Students and Parents Association quoting various inspection reports.Addressing a press conference at the Chandigarh Press Club today, association members Dr. Vikas Chhabra, Dr. Deepak Jangra, Rakesh Gupta, Gurpal Singh, Prabhav Trivedi, Tamanna Singla, Vardan Chhokra, and Chehak Chhabra etc. stated that apart from mismanagement and irregularities, the behavior of the authorities towards the students is also extremely objectionable and disrespectful. Whenever students go to complain about the frequent problems with electricity and water in the hostel, the management resorts to hurling abuses and even physical assault. The students feel threat to their life and liberty.

They have demanded that the government should make interim arrangement for the education of these students as soon as possible so that the children can be relieved of the stress of losing a year and can receive proper education. They also mentioned that they are willing to bear the additional expenses for the children’s food and accommodation.

Providing startling information, they revealed that none of the National Medical Commission’s conditions for opening a medical college for 150 students annually, such as a hospital with about 600 beds, 80% occupancy, 1200 patient OPD, 204 faculty members and residents, an average of 42 deliveries per week in the maternity ward, and a separate building for the nursing college, are being met by this institution. Yet, it is operating with approval.

Aggrieved students have been protesting outside the Medical Education Building in Mohali for several days along with their parents. The students say that when their education is not being conducted properly by the college, how will they be able to perform excellently in the medical profession in the future? The students allege that instead of MD-level teachers in the college; MSc-level teachers are teaching them.Despite charging significantly higher fees than other colleges, the quality of education is extremely disappointing.

जीवन में सृजनात्मक सोच के साथ आगे बढे छात्राएं : आचार्य धर्मेंद्र शास्त्री

नवसत्र के उपलक्ष्य में डीएवी गर्ल्स कॉलेज में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 25   जुलाई :

डीएवी गर्ल्स कॉलेज नवसत्र पर हवन यज्ञ का आयोजन हुआ। आचार्य धर्मेंद्र शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ हवन यज्ञ में पूर्णाहुति डालवाई। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

आचार्य धर्मेंद्र शास्त्री ने कहा कि पौराणिक शास्त्रों के मुताबिक किसी भी अच्छे कार्य की शुरूआत हवन यज्ञ से की जाती है। उसी परंपरा का निवर्हन करते हुए कॉलेज में छात्राओं की सुख समृद्धि, उज्ज्वल भविष्य के लिए हवन यज्ञ का आयोजन किया गया है। यज्ञ की महत्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि यज्ञ अत्यंत पवित्र कार्य है। यज्ञ की आहूतियां राष्ट्र एवं मानव विकास के लिए होती है। इस यज्ञ की अग्नि की लौ की तरह महाविद्यालय व उसमें शिक्षा ग्रहण कर रही छात्राएं  निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर हो। मानव जन्म चार उद्देश्यों के लिए होता है-धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष, परंतु आधुनिक मानव धर्म और मोक्ष को छोडक़र अर्थ और कामनाओं की प्राप्ति के लिए भाग रहा है। शरीर के पालन के साथ-साथ आत्म की खुराक भी आवश्यक है और इस तरह के यज्ञ अनुष्ठान इसी आवश्यकता की पूर्ति करते हैं। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे सृजनात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढे। मन में अच्छे भाव जागृत करें। मन में हमेशा संकल्प व विकल्प चलता रहता है। मन में विकृत भाव को टालकर संकल्प का चयन करें।  

कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने छात्राओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यज्ञ का अनुष्ठान छात्राओं के जीवन सफलता प्राप्ति हेतू है। धैर्य मानव का सबसे बड़ा गुण है। जिसके बिना सफलता संभव नहीं है। उन्होंने सफलता के कारण बताते हुए कहा कि किसी भी कार्य में सफलता के लिए प्रतिज्ञा, परियोजना, परिश्रम, धैर्य, प्रार्थना आदि कारण अति आवश्यक है। इस अवसर पर संगीत विभाग अध्यक्ष डॉ नीता द्विवेदी ने भजन प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मौके पर हवन इंचार्ज संगीता गोयल , डॉ रंजना व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहें।

खालसा कॉलेज मोहाली में 31 जुलाई तक ले सकेंगे दाखिला

उच्च शिक्षा  और विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों, जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण कॉलेज, प्लेसमेंट सर्विसेज में भी आगे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली –  24   जुलाई :

बेहतरीन शिक्षा और सुविधाओं से परिपूर्ण मोहाली 3 ए स्थित खालसा कॉलेज  (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज, फेज 3 ए, मोहाली में विद्यार्थी अपना दाखिला 31 जुलाई तक करवा सकते हैं।  इस तारीख को विद्यार्थियों के अनुरूप बढ़ाया भी जा सकता है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए खालसा कॉलेज  (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज की प्रिंसिपल डॉ हरीश कुमारी ने बताया कि खालसा।कॉलेज मोहाली खालसा कॉलेज चैरिटेबल सोसाइटी, अमृतसर के तत्वावधान में चलाया जा रहा है, जो कि पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से एफिलिएटिड है। जो कि विभिन्न कोर्सो के माध्यमों से शिक्षा का अलख विद्यार्थियों में जगा रहा है । 

उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में विद्यार्थी बीए, बीसीए, बीबीए, बी कॉम, बी कॉम (ऑनर्स), एमबीए, एमएससी आई टी, एमए सोशियोलॉजी, एम कॉम, पीजीडीसीए जैसे ग्रेजुएशन व पोस्टग्रेजुएट कोर्स कर सकता है। कॉलेज का अध्यापक स्टाफ विद्यार्थियों की पढ़ाई में पूरी मदद करने के लिए तत्पर रहता है। यहां विद्यार्थियों का मैनेजमेंट पूरा ध्यान रखता है। कॉलेज में अध्यापक सभी हाई क्वालीफाई है, जबकि मैनेजमेंट सुव्यवस्थित है।

डॉ हरीश कुमारी ने बताया कि  खालसा कॉलेज चैरिटेबल सोसाइटी (केसीसीएस) अमृतसर सफलतापूर्वक 19 शैक्षिक अभियान चला रही है, जिनमें से सबसे पुराने सिख संस्थान सहित संस्थान खालसा कॉलेज, अमृतसर है। उन्होंने कहा कि खालसा कॉलेज मोहाली विद्यार्थियों को एक आदर्श माहौल और अकादमिक की विस्तृत चौड़ाई प्रदान करता है । विकल्प, जो समय की जरूरतों के लिए सीधे प्रासंगिक हैं। 

उन्होंने बताया कि कॉलेज में विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि उनका मनोबल सदैव बढ़ा रहे और वे किसी भी क्षेत्र में अपना बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह गतिविधियां समय समय पर आयोजित की जाती रहती हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज में समय समय पर ज्ञानवर्धक सेमिनार भी आयोजित किए जाते हैं ताकि उनमें नए विचारों का समावेश हो सके।

उन्होंने बताया कि कॉलेज में प्लेसमेंट सेल भी है जहाँ से उनको साक्षात्कार के उपरांत नौकरियां मिलती हैं।     अनुभवी की एक टीम से परिपूर्ण प्लेसमेंट सेल सक्रिय रूप से एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, टेक अप्लाई 4 स्टडी, भारत लॉजिक्स आईटी, एंटीयर सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस, नोवेम कंट्रोल्स प्राइवेट लिमिटेड, एम वॉक डीएमसी प्राइवेट लिमिटेड आदि प्लेसमेंट कैंपेन आयोजित करने और लगभग 3.0 लाख सीटीसी पैकेज के साथ इंटर्नशिप के अवसरों की सुविधा प्रदान करने की है। रणनीतिक सहयोग और नेटवर्किंग कार्यक्रमों के माध्यम से, कॉलेज मैनेजमेंट अपने छात्रों को करियर पथ और नौकरी की संभावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला से अवगत कराने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा, प्लेसमेंट सेल छात्रों को उनके करियर की यात्रा में सशक्त बनाने के लिए व्यापक सहायता सेवाएँ प्रदान करता है। व्यक्तिगत करियर परामर्श सत्रों से लेकर बायोडाटा बनाने और साक्षात्कार की तैयारी पर कार्यशालाओं तक, कॉलेज मैनेजमेंट छात्रों को उनकी पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करते हैं।

बी.के.एम. विश्वास स्कूल के छात्रों ने ताइक्वांडो चैंपियनशिप में  जीते पदक

बी.के.एम. विश्वास स्कूल के छात्रों ने 11वीं हरियाणा स्टेट कैडेट्स बॉयज एंड गर्ल्स ताइक्वांडो चैंपियनशिप में  जीते पदक

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 24जुलाई :

19 से 21 जुलाई 2024 को मुकेश  बेडमिंटन हॉल अम्बाला कैंट में हुई 11वी हरियाणा  स्टेट कैडेट बॉयज एंड गर्ल्स ताइक्वांडो चैंपियनशिप मे  हरियाणा के करीब 17- 18 जिलों के खिलाड़ियों ने भाग लिया । जिस मे पंचकूला जिला के खिलाड़ियों ने बढ़- चढ़कर अपनी प्रतिभा का  प्रदर्शन किया और इस स्टेट चैंपियनशिप में पंचकूला के बी. के .  एम. विश्वास स्कूल के भरत और अवयुक्त ने अपने – अपने वर्ग मे कांस्य पदक हासिल किये। छात्रों की इस उपलब्धि पर स्कूल के माननीय डायरेक्टर साध्वी नीलिमा विश्वास जी व प्रधानाध्यापिका श्रीमती अंजू सिंगला जी ने छात्रों को मुबारकबाद दी और आगे बढ़ने के लिए  ढेर सारे आशीर्वाद व शुभकामनाएं दी।–

विश्वविद्यालय टीम द्वारा 40 से अधिक गांवों में किया गया सर्वें

हकृवि द्वारा गुलाबी सुंडी की रोकथाम को लेकर किए जा रहे हर संभव प्रयास: प्रो.बी.आर. काम्बोज

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 23   जुलाई :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में गुलाबी सुंडी, सफेद मक्खी, उखेड़ा तथा जड़ गलन आदि अनेक कीटों और रोगों की समस्या के निवारण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कृषि विभाग के अधिकारियों एवं फील्ड स्टाफ को नवीन एवं स्टीक वैज्ञानिक तरीकों से अवगत करवाया गया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्यातिथि रहे।
प्रो. काम्बोज ने  कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया कि  आने वाले दो महीने कपास की फसल की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि गुलाबी सुंडी के प्रकोप को लेकर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी सजगता से अपना कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय की टीम द्वारा जिले के 40 से अधिक गांवों में सर्वे किया जा चुका है।

किसानों को विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा की जाने वाली सिफारिशों के अनुसार कपास की फसल में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों को प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कपास फसल में आने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों की रोकथाम को लेकर पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के कृषि विश्वविद्यालय आपसी तालमेल के साथ सजगता से अपना कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कपास उत्पादन को बढ़ाने और कीट एवं रोग मुक्त करने के लिए विश्वविद्यालय, प्रदेश का कृषि विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, केन्द्रीय कपास शोध संस्थान, (सीआईसीआर, सिरसा) और कपास से जुड़ी कंपनियों को संयुक्त रूप से एकजुट होकर कार्य करना होगा।

कपास अनुभाग के अध्यक्ष डॉ. करमल सिंह मलिक ने कार्यशाला में आए हुए सभी अधिकारियों का स्वागत किया और कपास फसल में सस्य क्रियाओं की विस्तार से जानकारी दी। संयुक्त निदेशक कृषि (कपास) डॉ. आरपी सिहाग ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही कपास से जुड़ी परियोजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में अनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जीएस दहिया, केन्द्रीय कपास शोध संस्थान, सिरसा से प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एसके वर्मा, डॉ. अनिल कुमार सैनी तथा डॉ. अनिल ने कपास से जुड़े रोगों एवं उनके नियंत्रण के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शुभम लाम्बा ने किया। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कपास फसल के लिए कीट संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं।

कीट प्रबंधन संबंधी सलाह:

नरमा फसल में गुलाबी सुंडी की निगरानी हेतु दो फेरोमॉन ट्रेप प्रति एकड़ लगाएं या साप्ताहिक अंतराल पर कम से कम 150-200 फूलों का निरीक्षण करें। टिण्डे बनने की अवस्था में 20 टिण्डे प्रति एकड़ के हिसाब से तोडक़र, उन्हें फाडक़र गुलाबी सुण्डी हेतु निरीक्षण करें। 12-15 गुलाबी सुण्डी प्रौढ प्रति ट्रेप तीन रातों में या पांच से दस प्रतिशत फूल या टिण्डा ग्रसित मिलने पर कीटनाशकों को प्रयोग करें। कीटनाशकों में प्रोफेनोफॉस  50 ईसी की 3 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी या क्यूनालफॉस  25 ईसी की 3 से 4 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें। सफेद मक्खी एवं हरा तेला का प्रकोप होने पर फलोनिकामिड 50 डब्ल्यूजी 60 ग्राम या एफिडोपायरोप्रेन 50 जी/एल की 400 मिली मात्रा प्रति एकड़ का छिडक़ाव करें।

बीमारी संबंधी परामर्श:

जड़ गलन के प्रबंधन के लिए कार्बन्डाजिम की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी को पौधों की जड़ों में डालें। टिण्डा गलन के प्रबंधन के लिए कॉपर आक्सीक्लोराइड की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी की दर से छिडक़ाव करें।

महत्वपूर्ण सस्य क्रियाएं:

बरसात के बाद पानी की निकासी का प्रबंध करें। पहले खाद नहीं डाली है तो अब निराई गुडाई के साथ एक बैग प्रति एकड़ की बीजाई करें। अगर डीएपी पहले डाल चुके हैं तो आधा कट्टा यूरिया प्रति एकड़ डालें।

इस अवसर पर मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. अतुल ढींगड़ा, डॉ. शिवराज पुंडीर, डॉ. संदीप, डॉ. सोमवीर निम्बल, डॉ. मिनाक्षी जाटाण, डॉ. शिवानी मन्धानिया, डॉ. दीपक कम्बोज उपस्थित रहे।

युवा प्रतिभाओं को तैयार करने की दिशा में एक शानदार कदम

ब्लैकलिस्टेड एजेंसी ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली –  22   जुलाई :

मोहाली की क्रिएटिव ब्रांडिंग एजेंसी – ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी Blacklisted.Agency और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के स्कूल ऑफ डिजाइन ने एलपीयू स्टूडेंट्स और फैकल्टी को इनवेल्युएबल रियल-वर्ल्ड नॉलेज और अनुभव प्रदान करने के लिए एक एमओयू किया है। इस महत्वपूर्ण सहभागिता का उद्देश्य लेक्चर्स, हैड्स-ऑन सेशंस, प्रेक्टिकल प्रोजेक्ट्स और इंडस्ट्री विजिट्स की एक पूरी सीरीज के माध्यम से यंग टैलेंट को तैयार करना है।

मोहित शर्मा, फाउंडर और सीईओ, ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि यह सहभागिता स्टूडेंट्स को प्रभावशाली और चुनौतीपूर्ण प्रोफेशनल माहौल से रूबरू कराएगी, जिससे आने वाले समय में उनको अपने करियर के लिए अपने को बेहतर ढंग से तैयार करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, यह शुरुआती फेज से ही युवा प्रतिभाओं को डेवलप करने और भविष्य के लिए तैयार करने में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की मदद करेगा।

एलपीयू के स्टूडेंटस  और टीचर्स एक्सपर्ट्स के  लीडरशिप  सेशंस के माध्यम से नए नए इंडस्ट्री एडवांसमेंट्स पर रेगुलर अपडेट से लाभान्वित होंगे। ये प्रेक्टिकल अनुभव मोहाली में प्रमुख क्रिएटिव ब्रांडिंग एजेंसी द्वारा मैनेज्ड प्रोजेक्ट्स के लाइफ साइकिल को प्रदर्शित करेंगे।

ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी के ऑफिसिज में जाकर, स्टूडेंट्स को डिजिटल मार्केटिंग और वेबसाइट डेवलपमेंट प्रोसीजर्स के बारे में जानकारी मिलेगी। यह अनुभव उनके जॉब स्किल को डेवलप करने और स्ट्रक्चर्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के माध्यम से उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे  ।

एक क्रिएटिव एजेंसी के रूप में, ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी नए आंत्रप्रेन्योर्स को इंडस्ट्री में सफल होने के लिए जरूरी टूल्स और विशेषज्ञता से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही उन्हें अपनी एक अलग पहचान और रिकॉग्निशन प्राप्त करने के अवसर भी प्रदान करती है। इस सहभागिता में एजुकेशनल फ्रेमवर्क में बेस्ट इंडस्ट्री प्रेक्टिसेज को इंटीग्रेट करने के लिए एक ट्रेनिंग एकेडमी की स्थापना शामिल है।

मोहित शर्मा ने इंडस्ट्री लीडर्स द्वारा नई नई तकनीकों और बाजार के रुझानों के बारे में प्रैक्टिकल नॉलेज शेयर करने के महत्व पर भी जोर दिया। यह सहभागिता स्टूडेंट्स को विभिन्न प्रोफेशनल भूमिकाओं के लिए आवश्यक स्किल्स से लैस करेगा, जिससे वे जिस भी संगठन में शामिल होंगे, उसकी सफलता में योगदान देंगे।

इस सहभागिता का प्राथमिक उद्देश्य स्टूडेंट्स को उनके चुने हुए क्षेत्रों में जरूरी स्किल्स, नॉलेज और अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करके उन्हें बिजनेस वर्ल्ड के लिए तैयार करना है, जिससे आखिरकार उन्हें सफल आईटी करियर बनाने में सहायता मिलेगी।

शर्मा ने कहा कि ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी और एलपीयू के बीच हुए एमओयू स्टूडेंट्स के एजुकेशनल अनुभवों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स में अपनी  क्षमताओं में आत्मविश्वास पैदा करना और उन्हें अपने भविष्य के करियर में एक्सीलेंस प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाना है।

इस एमओयू के माध्यम से, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और ब्लैकलिस्टेड.एजेंसी स्टूडेंट्स को अलग अलग बिजनेस अवसरों से परिचित कराकर और डिजिटल मार्केटिंग और वेबसाइट डेवलपमेंट में व्यावहारिक अनुभव और चुनौतियां प्रदान करके एजुकेशन सेक्टर को बदलने की इच्छा रखते हैं।

गुरुकुल में गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं की अहमियत बताई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  22   जुलाई :

गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। इस श्लोक की अहमियत के बारे में लोगों को बताने के लिए एक सेशन का आयोजन रविवार को पंचकूला के माता मनसा देवी परिसर के श्री मुक्तिनाथ संस्कृत गुरुकुल के प्रांगण में हुआ। गुरु पूर्णिमा के मौके पर आचार्य की पढ़ाई कर रहे सभी छात्रों ने अपने गुरु श्रीनिवासाचार्य को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर गुरुकुल के तमाम छात्रों ने शिरकत की। वही श्रीनिवासाचार्य ने गुरु की गरिमा को बनाए रखने के लिए किए जाने वाले संस्कारों से अवगत भी कराया।

“UILS Induction Programme 2024-25 : Day two

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Panchkula – July :

The University Institute of Legal Studies (UILS) continued its Induction Programme for the academic year 2024-25 on Day two, held at the Moot Court Hall of UILS.

Prof. Shruti Bedi,  highly esteemed director UILS delivered her opening speech about “Career in Law” and ensured the weightage of pursuing a career in law and the many more opportunities available to law graduates.

It was successfully followed by a diligent speaker of the morning session Prof. Chanchal Narang discussed with first year students the “Importance of Language for Legal Profession” from  highlighting the crucial role of language and communication skills in the legal profession.

Thereafter, Prof. Sarabjit Kaur addressed the students regarding “Transition from School to University: An Insight” from offering valuable advice on adapting to university life.

Valuable insights into India’s history and culture, shared by Prof. Meenu Sahajpal under the title “India: The Story and the Reality.”

In the second half of the event , Dr. Sunil Panghal delivered a special lecture on “STD: An Overview” covering the basics of STD and its significance in the legal context too.

Subsequently Prof. Harsh Gandhar explored the “Relevance of Economics Discipline for Law Students”  highlighting the intersection of Economics and law.

After a short break, Prof. Jai Mala Narotra showcased her extensive knowledge on “Social Media and Legal Education: An Overview” examining the impact of social media on legal education.

The session was concluded with an enlightening oration by Prof. Karan Jawanda spoke on the “Importance and Role of Legal Aid Clinics in Law Schools” , emphasizing practical legal training and the role of legal aid clinics.

The students actively participated in the question answer round. The faculty members provided valuable insights and guidance, setting a constructive tone for a successful academic year 2024.”

कुलपति ने ए प्लस ग्रेड मिलने पर विश्वविद्यालय परिवार को दी बधाई

हकृवि को पहली बार मिला ए प्लस ग्रेड, मूल्यांकन के बाद नैब टीम ने घोषित किया परिणाम

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, जुलाई :

चौधरी चरण ङ्क्षसह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृषि शिक्षा प्रत्यायन बोर्ड (नैब) की ओर से ए प्लस ग्रेड दिया गया है। इससे पूर्व विश्वविद्यालय लगातार ‘ए’ ग्रेड हासिल कर रहा था। अब विश्वविद्यालय का ओवरऑल ग्रेड ए प्लस हो गया है। ज्ञात रहे कि ए प्लस ही नैब की सर्वश्रेष्ठ ग्रेडिंग होती है। एचएयू के विभिन्न महाविद्यालयों एवं उनमें चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों को भी पांच साल की मान्यता प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त कृषि महाविद्यालय, बावल को भी पहली बार मान्यता प्रदान की गई है। विश्वविद्यालय ने ग्रेडिंग के 4.00 में से 3.52 अंक प्राप्त कर यह कामयाबी हासिल की है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। नैब की ओर से ए प्लस ग्रेड मिलना बेहद खुशी की बात है। विश्वविद्यालय का यह आंकलन गुणात्मक व मात्रात्मक मीट्रिक पर आधारित है। इस टीम में शामिल वरिष्ठ शिक्षाविदों ने शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, अभिभावकों, पूर्व विद्यार्थियों, के साथ मुलाकात की और महाविद्यालयों, हॉस्टलों, खेल, स्वास्थ्य सहित विभिन्न आधारभूत सुविधाओं का निरीक्षण करने के उपरांत गुणात्मक घटकों का आकलन किया। विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड के साथ  पांच वर्ष यानि 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2028 के लिए आईसीएआर ने मान्यता प्रदान की है। एचएयू के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों से संबंधित कोर्सेज कराए जाते हैं जिनमें यूजी के 7, पीजी के 47 व पीएचडी के 42 कोर्सेज शामिल हैं।

यहां उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को कृषि उत्पादकता में वृद्धि तथा ग्रामीण समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 2019 में प्रतिष्ठित कृषि शिक्षा सम्मान अवार्ड प्रदान किया गया था। विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस इंक्युबेशन सेंटर(एबिक) को राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2021 में बेस्ट इंक्युबेशन सेंटर का अवार्ड मिला। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र, महेन्द्रगढ़ को वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र पुरस्कार से नवाजा गया है। वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय को सरसों अनुसंधान एवं विकास कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए सर्वश्रेष्ठ केन्द्र अवार्ड, हकृवि के चारा व बाजरा अनुभाग को दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केन्द्र अवार्ड से नवाजा जा चुका है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पदमश्री पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है जोकि विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। इसके अतिरिक्त भी इस विश्वविद्यालय ने अब तक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई अन्य पुरस्कार प्राप्त किए हैं। बीते वर्ष विश्वविद्यालय का 25वां दीक्षांत समारोह सफलतापूर्वक आयोजित किया गया जिसमें भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु जी ने मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रही। इसके अतिरिक्त तीन दिवसीय कृषि विकास मेले में भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय द्वारा एक ई-ट्रैक्टर बनाया गया है जो परिचालन लागत को कम करने के लिए और हरित ऊर्जा उपयोग की दिशा में उठाएं गए कदम को दर्शाता है। गोकलपुरा गांव में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 63 एकड़ भूमि पर पोषक अनाज अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया। यह केन्द्र बरानी क्षेत्रों के किसानों के लिए मोटे अनाज की फसलों की उन्नत प्रौद्योगिकी विकसित करके वरदान साबित हो रहा है।

अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ कृषि, उद्योग और पर्यावरण में जैव प्रौद्योगिकी की क्षमता को महसूस करना जिसमें मार्कर सहायता प्राप्त चयन, जलवायु लचीलापन, आणविक प्रजनन, पौधों में लिंग पहचान, कृषि संबंधी महत्वपूर्ण लक्षणों का लक्षण वर्णन, बाजार-संचालित उत्पाद आदि के शोध कार्यों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने जैव प्रौद्योगिकी कॉलेज (कॉलेज ऑफ बायोटेक्नोलोजी)की स्थापना की। मत्स्य पालन भी संतुलित कृषि प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विश्वविद्यालय ने इस क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाते हुए मत्स्य पालन में आधुनिक तकनीकों और प्रबंधन प्रथाओं से लैस प्रशिक्षित स्नातक तैयार करने के लिए मत्स्य विज्ञान कॉलेज की स्थापना की है।

विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञान एवं हरियाणवी संस्कृति को संजोए हुए डॉ. मंगलसेन कृषि संग्रहालय स्थापित किया है। जिसमें हरियाणवी संस्कृति से जुड़ी दुर्लभ एवं प्राचीन कलाकृतियां  एवं कृषि क्षेत्र से संबंधित उपकरण शामिल हैं। खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने  तथा खिलाडिय़ों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए मल्टीपर्पज हॉल व कॉम्बैट हॉल बनाया गया है। इसके अलावा हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध करवा रहा है जैसे की सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, लॉन टेनिस सिंथेटिक ट्रैक, इत्यादि जिसके इस्तेमाल से हमारे खिलाड़ी देश-विदेश में अपना नाम कमा रहें है।

विश्वविद्यालय में स्पीड ब्रीडिंग और माइक्रोमेटेरोलॉजी लैब की स्थापना की गई है जिससे फसलों की नई किस्म को जारी करने के लिए 3 से 4 साल का समय लगेगा जोकि पहले 10 से 12 वर्ष लगता था। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय ने गत वर्षों में विभिन्न फसलों की 44 किस्में विकसित की हैं एचएयू प्रदेश के 6 लाख किसानों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है व उनको दैनिक आधार पर मौसम की स्टीक जानकारी उपलब्ध करवा रहा है। विश्वविद्यालय के 7 कृषि विज्ञान केंद्रों पर स्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशन के माध्यम से किसानों तक खेतीबाड़ी की तकनीकी जानकारी पहुंचा रहा है।  

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज के अनुसार एबिक सेंटर के माध्यम से युवा, किसान व उद्यमी मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाईसेंसिंग, ट्रैडमार्क व पेटेंट, तकनीकी व फंडिग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर पिछले 5 सालों में 65 स्टार्टअप्स स्थापित हो चुके हैं जिनके लिए 7 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। कुलपति ने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यही वजह है कि न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विश्वविद्यालय अपनी पहचान बनाए हुए है। गत वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा 142 विद्यार्थी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भेजे हैं। उन्होंने बताया कि न केवल यहां के विद्यार्थी विदेशों में पढ़ाई के लिए जाते हैं बल्कि विदेशी छात्र भी पढ़ाई के लिए यहां आते हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कहा कि यह विश्वविद्यालय शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा की अपनी अनिवार्य गतिविधियों में उच्च मानकों को दिन-प्रतिदिन बढ़ा रहा है। हकृवि ने गत वर्षों में उल्लेखीय उपलब्धि प्राप्त करते हुए 6 पेटेंट, 11 कॉपीराइट व 11 डिजाइन सहित कुल 28 बौद्धिक संपदा अधिकार प्राप्त किए। प्रदेश में उन्नत बीज उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय लगातार विभिन्न फसलों का उन्नत बीज पैदा कर रहा है जोकि राज्य के विभिन्न निगमों व किसानों को वितरित किया जाता है। शोध कार्यक्रमों को कृषि की बदलती परिस्थितियों के अनुसार बढ़ावा देने तथा कृषि की लाभकारी तकनीकों के व्यावसायीकरण के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुल 580 द्विपक्षीय समझौते किए गए हैं।

यह ए+ग्रेड सभी कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम:कुलपति

कुलपति ने कहा कि यह ए+ ग्रेड हरियाणा राज्य तथा विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैरशिक्षक कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों की प्रतिभा व किसानों की मेहनत का परिणाम है। यह सभी के लिए गर्व और हर्ष का विषय है। यह ए+ ग्रेड विश्वविद्यालय को कठोर मूल्यांकन का पालन करके पाठ्यक्रम, अनुसंधान, बुनियादी ढांचे, सीखने के संसाधनों, मूल्यांकन, नवाचार जैसे विभिन्न मापदंडों के आधार पर प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा यह विश्वविद्यालय किसानों को समर्पित है इसलिए भविष्य में भी यह नवीन कृषि प्रौद्योगिकी विकास के द्वारा किसानों के कल्याण के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहेगा।