NTA NEET 2020 परीक्षा स्थगित

NTA NEET 2020: इंजीनियरिंग के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) टलने के बाद अब एमबीबीएस में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट) को भी टाल दिया गया है। यह परीक्षा 3 मई को होने वाली थी। 27 मार्च को नीट के एडमिट कार्ड जारी होने वाले थे लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने प्रवेश पत्र जारी करने पर रोक लगा दी थी। अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन की स्थिति के चलते नीट और जेईई मेन दोनों प्रवेश परीक्षाओं को मई के अंतिम सप्ताह तक स्थगित कर दिया है। एनटीए ने नोटिस जारी कर कहा है कि NEET के एडमिट कार्ड ( NEET Admit Card 2020 ) अब स्थिति की समीक्षा करने पर 15 अप्रैल के बाद ही जारी किए जाएंगे। NTA इससे पहले इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेंस को भी स्थगित कर चुका है। JEE Main 2020 एग्जाम का आयोजन 5 से 11 अप्रैल, 2020 के बीच होना था। 

मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा, ‘परीक्षा के दौरान स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को विभिन्न जगहों पर स्थित परीक्षा केंद्रों तक यात्रा करनी पड़ेगी। किसी तरह की असुविधा से बचने के लिए मैंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को NEET (UG) 2020 और JEE Main 2020 मई के अंतिम सप्ताह तक टालने का निर्देश दिया है।’ 

NTA की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, ‘कोरोना वायरस महामारी के कारण स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को आ रही दिक्कतों के मद्देनजर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 3 मई 2020 को होने जारी रही नीट (यूजी) परीक्षा 2020 स्थगित कर दी है। फिलहाल नीट परीक्षा का आयोजन अब मई के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित किया गया है। हालात की समीक्षा करने के बाद तय तिथि की घोषणा की जाएगी। जो एडमिट कार्ड पहले 27 मार्च को जारी होने वाले थे, वह अब स्थिति की समीक्षा करने के बाद 15 अप्रैल के बाद जारी होंगे।’

एनटीए ने कहा, ‘हम यह बात भली भांति समझते हैं कि ऐकेडमिक कैलेंडर और शेड्यूल जरूरी होता है लेकिन यह भी जरूरी है कि विद्यार्थी समेत देश के सभी नागरिक स्वस्थ रहें। हमें उम्मीद है कि पेरेंट्स और स्टूडेंट्स परीक्षा की चिंता नहीं करेंगे। पेरेंट्स से आग्रह है कि वह यह सुनिश्चित करें कि स्टूडेंट्स इस समय का इस्तेमाल परीक्षा की तैयारी में करें। स्टूडेंट्स इस समय में जटिल विषयों पर फोकस करके अपनी तैयारी को और मजबूत बनाएं। स्टूडेंट्स आगे की अपडेट्स के लिए आधिकारिक वेबसाइट्स ntaneet.nic.in nta.ac.in से जुड़े रहें।’

पिछले कुछ दिनों से मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट के अभ्यर्थी परीक्षा तिथि और आगे के शेड्यूल को लेकर काफी कंफ्यूज थे। कोरोना वायरस के संक्रमण व लॉकडाउन के मद्देनजर जेईई मेन समेत कई एंट्रेंस एग्जाम व सरकारी नौकरी की प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित हो चुकी हैं। सीबीएसई, राजस्थान, एमपी बोर्ड, आईसीएससी समेत कई बोर्डों को अपना संशोधित शेड्यल जारी शेष परीक्षाएं करवानी हैं। 

देश भर के मेडिकल कॉलेजों में चलाए जा रहे एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में इसी प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला होता है। नीट (यूजी) परीक्षा-2020 अंग्रेजी और हिंदी सहित 11 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। 

शैक्षणिक वर्ष 2020 से,  AIIMS और JIPMER (जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च) सहित सभी मेडिकल कॉलेजों / संस्थानों में MBBS व BDS कोर्सेज में प्रवेश के लिए NEET अनिवार्य हो गया है। पहले AIIMS और JIPMER के MBBS और BDS कोर्सेज में प्रवेश के लिए अलग-अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती थी, लेकिन 2020 से यहां भी NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) के जरिए ही दाखिला होगा। 

नीट यूजी 2020 की परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर देशभर के मेडिकल कालेजों में चलाए जा रहे एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सों में एडमिशन मिलेगा। 

शिक्षकों के प्रति असंवेदनशील है खट्टर सरकार

सारिका तिवारी, पंचकूला 19 मार्च:

पिछले 6 साल से अपनी अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे पीजीटी संस्कृत शिक्षक अपनी मांग को लेकर पिछले 5 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं लेकिन प्रदेश सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। एक और कोरोना वायरस की दहशत की वजह से सभी शिक्षण संस्थान ,मॉल ,रेस्टोरेंट बंद कर दिए गए हैं दूसरी ओर अपनी मांगों को लेकर अपने घर से दूर अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ आमरण अनशन पर बैठे शिक्षकों में महिलाएं भी हैं जिनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ती जा रही हैं। अगर सरकार ने समय रहते इस पर ध्यान ना दिया तो परिस्थिति बद से बदतर हो सकती है। मौजूदा हालात में सरकार एक ऒर एक जगह पर लोगों के इकट्ठा होने पर सरकार पाबंदी लगा रही है तो दूसरी और इन हड़ताली अभ्यार्थियों के प्रति संवेदनहीनता सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन कर खड़ी हो सकती है।

रोहतक से आए अभ्यार्थी विनोद कुमार ने सरकार की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा एक तरफ संसद में 3 केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय खोलने के लिए विधेयक लाया गया है दूसरी ओर राज्य सरकार का संस्कृत के प्रति रवैया इस सरकार का दोगलापन दर्शाता है। वर्ष 2015 से शुरू हुई नियुक्ति प्रक्रिया का परीक्षा परिणाम1 जनवरी 2019 को घोषित किया गया जिसमें 523 विद्या अभ्यार्थी चयनित किए गए लेकिन अभी तक उन्हें ज्वाइन नहीं करवाया गया। आपको बता दें इन 523 चयनित अभ्यर्थियों में 400 महिला पीजीटी है जिन्हें अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है जोकि सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को मुंह चढ़ा रहा है।

PU Results

Chandigarh March 16, 2020

PU Results

              It is for the information of the general public and students of Panjab
University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following
examinations have been declared:-
        1. BALLB (Hons.)-10th Semester, Jan.2020
        2. B.Com LLB (Hons.)-10th Semester, Jan.2020
        3. Master of Journalism & Mass Communication-3rd Semester, Dec-19
        4. MA-Economics-Ist Semester, Dec-19
        5. Bachelor of Fine Arts-7th Semester, Dec-19
        The students are advised to see their result in their respective
Departments/Colleges/University website.

Adminis’Traitor’ of Juvinile Health

If everything is to go as per the schedule then why is this mockery annonced by the administraton. As we all know that schools are conducting annual exams, and next session is to be started by 1st April 2020. then what is new in the order. Shall we take it for gauranteed that student’s immune system was boosted with providing of date sheet. If school children are suppose to write their exam as per schedule then why is the announcement of school clousre.

The Chandigarh Administration has suspended classes in schools till March 31 amid rising coronavirus cases in the country. 

A circular by Chandigarh’s Education Department said that all government and private schools—both aided and unaided—will remain closed until March 31, but examinations will go on according to schedule. 

“Students will attend the school only to take/appear in the Board Examination, Annual Examination and Assessment Examination etc. during March 2020 as per the previous schedule,” the circular said. However, all teaching and non-teaching staff members will attend the school as usual until further orders.

It also said parents should instruct their children to avoid crowds or large gatherings during this period.  

“Students may also be advised to follow the School Advisory/ Instructions/ Guidelines issued from time to time by the Ministry of Health, Govt. of India / local health department, the circular said.

महाराष्ट्र में मुसलमानों को 5% आरक्षण पर भाजपा गरम तो उद्धव नर्म

इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने विधान परिषद में घोषणा की थी कि सरकार ने शैक्षिक संस्थानों में मुस्‍लिमों को पांच प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का प्रस्ताव किया है. वाहन फाड़नवीस ने शिव सेना से कुछ तीखे सवाल पूछे।

मुंबई. 

महाराष्ट्र सरकार की तरफ से मुस्लिमों को पांच प्रतिशत कोटा प्रदान करने के राकांपा नेता एवं मंत्री नवाब मलिक के बयान के कुछ ही देर बाद वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. शहरी विकास मंत्री और वरिष्ठ शिवसेना नेता शिंदे ने कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेता चर्चा करने के बाद इस मुद्दे पर कोई फैसला लेंगे.

इससे पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मलिक ने विधान परिषद में घोषणा की थी कि सरकार ने शैक्षिक संस्थानों में मुसलमानों को पांच प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का प्रस्ताव किया है. शिंदे ने विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उन्हें घोषणा की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘एमवीए के नेता एक साथ किसी भी समुदाय को आरक्षण देने वाले नीतिगत फैसलों पर विचार करेंगे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उचित समय पर उचित निर्णय लेंगे. अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.’

मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने से पहले मुस्लिमों को शिक्षा में पांच फीसदी आरक्षण देने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि पिछली सरकार में अदालत का फैसला होने के बाद भी बीजेपी अध्यादेश नहीं लाई थी.

इसी बीच देवेंद्र फाड़नवीस पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र ने अपने एक बयान में इसे संविधान के साथ साथ तोड़ने वाला निर्णय कहा।

बता दें महाराष्ट्र में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले जून महीने में प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार ने मुस्लिमों के लिए पांच फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की थी और इस संबंध में अध्यादेश भी जारी किया था.इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी एक कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों की प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा था कि अल्पसंख्यकों, विशेष तौर पर मुस्लिमों ने राज्य चुनाव में भाजपा के लिए वोट नहीं किया. उन्होंने कहा कि समुदाय के सदस्य जब कोई निर्णय करते हैं तो यह किसी पार्टी की हार सुनिश्चित करने के लिए होता है. लेकिन अब कुछ करने की हमारी बारी है. उन्होंने कहा कि राकांपा ने इस पर जोर दिया था कि राज्य सरकार में अल्पसंख्यक मामलों का विभाग कल्याणकारी कार्य करने के लिए उनकी पार्टी को दिया जाना चाहिए.

सेक्टर -1 कॉलेज ने मनाया मातृभाषा दिवस

पंचकूला, 20 फरवरी:

  गवर्नमेंट पीजी कॉलेज सेक्टर -1 के लिटरेरी सोसायटी ने आज मातृभाषा दिवस मनाया। इस अवसर पर पैनल डिस्कशन और वाद विवाद संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उप प्राचार्या, डॉ रीटा गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि मातृभाषा हमें जड़ों और संस्कृति से जोड़ती है। उन्होंने कहा कि मातृभाषा ही वह जरिया है जिससे हम अपनी भावनाएं बेहतरी से व्यक्त कर सकते है।

अंग्रेजी विभाग से डॉ विनीता, हिंदी विभाग से डॉ कमलेश कुमारी, पत्रकारिता विभाग से अद्वितीय खुराना और पंजाबी विभाग से सतबीर कौर, संस्कृत विभाग से डॉ जितेन्द्र ने भी मातृभाषा के महत्व के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। विभिन्न संकायओं से संबंधित 80 छात्रों ने कार्यक्रम में भाग लिया।

सेक्टर 1 कॉलेज में एक भारत- श्रेष्ठ भारत की सभा का आयोजन किया गया

पंचकूला, 20 फरवरी:

गवर्मेंट  पीजी कॉलेज, सेक्टर -1 में आज एक भारत- श्रेष्ठ भारत क्लब द्वारा नियमित सभा का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों को इबीएसबी क्लब के महत्व और क्लस्टर पार्टनर तेलंगाना की जानकारी दी गई।  प्राचार्या, डॉ अर्चना मिश्रा ने सभा में सभी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के विद्यार्थियों को क्लब द्वारा संचालित की जाने वाली गतिविधियों से अवगत करवाया। इस सभा में ईबीएसबी क्लब के सदस्यों अमित, अमृत, सपरा, डॉ पूनम, डॉ मंजू सांगवान, डॉ प्रियंका, परवेश और गुरप्रीत कौर ने भाग लिया । सभा के दौरान पांच विभिन्न समूह कल्पना, नारी शक्ति, यूनिक, अमानक और ईबीएसबी नाम से निर्मित किए गए ताकि क्लब की विभिन्न गतिविधियां सुचारू रूप से चलाई जा सकें।फोटो- 5 

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के 50 सालों के मौके पर चंडीगढ़ आया हूं, क्या 60 साल पूरे होने के मौके पर यह कार्यक्रम लाहौर में होगा?: इंद्रेश कुमार

राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा है कि क्या हमारे ग्रंथों में भारत का टूटना ही लिखा है? भारत का विस्तार भी हो सकता है. क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं? राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने सीएए के साथ खालिस्तानी समर्थकों को भी नसीहत दी है। इंद्रेश का कहना है कि खालसा पंथ की स्थापना धर्म की रक्षा के लिए की थी, उस समय कौन धर्म था यह सबको पता है। अभी हमें जो कमी खलती है, वह ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब की है, ऐसे में इन्हें भी देश में जोड़ने के लिए प्रयास करना चाहिए।

चंडीगढ़ :

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और राष्ट्रीय मुस्लिम एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा है कि क्या हमारे ग्रंथों में भारत का टूटना ही लिखा है? भारत का विस्तार भी हो सकता है. क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं? कुमार ने क्रिश्चियन देशों और मुस्लिम देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ भी अल्पसंख्यकों पर जुल्म बंद करने को लेकर नारे लगवाए. कुमार ने कहा कि क्या ऐसी मानवता को सेल्यूट करेंगे? इंद्रेश कुमार शनिवार को चंडीगढ़ में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के 50 साल पूरे होने के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के 50 सालों के मौके पर चंडीगढ़ आया हूं. लगता है कि 60 साल पूरे होने के मौके पर यह कार्यक्रम लाहौर में होगा.

‘क्या आप लाहौर तक जाना नहीं चाहते हैं?’ 

आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत जब जम्मू-कश्मीर की बात करता है तो पीओके (POK) भी उसका हिस्सा होता है और लेह-लद्दाख भी. ऐसा करके हमने पाकिस्तान और चीन से पूरी तरह से पंगा ले रखा है. ये हिस्से अब उनसे वापस भी लेने होंगे. इंद्रेश कुमार ने खालिस्तान की मांगने वालों को भी जमकर लताड़ लगाई. कुमार ने कहा कि अगर खालिस्तान बनाना है तो सिखों के कई पवित्र स्थल पाकिस्तान में हैं. खालिस्तान बिना गुरु की नगरी लाहौर के नहीं बन सकता और खालिस्तान बनानों वालों को पाकिस्तान से लाहौर और ननकाना साहिब भी लेना होगा.

सारा हिन्दुस्तान खालिस्तान है और सारा खालिस्तान हिंदुस्तान है. हिंदुस्तान को छोटा करने में क्यूं लगे हो. हम ही हिंदुस्तान का नाम बदलकर खालिस्तान रख लेंगे. देश को बड़ा करो. इस देश के वैसे भी की नाम है एक खालिस्तान और रख लेंगे. राजनीति के चक्कर में देश को बांटने की बात मत करो. CAA का विरोध करने वाले देश विरोधी और देशद्रोही हैं.’

CAA के समर्थन में नारे लगवाए

इंद्रेश कुमार ने कार्यक्रम में CAA के समर्थन में नारे लगवाए. इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर किसी स्कूल कॉलेज में रजिस्टर होता है और वहां पर सब पढ़ने वालों का आंकड़ा होता है. वोटर लिस्ट में होता है तो देश के नागरिकों का रजिस्टर क्यों नहीं बनना चाहिए. बापू ने घोषणा की थी कि भारत का विभाजन मेरी चिता पर होगा. कांग्रेस के नेताओं ने रावी का पानी हाथ में लेकर सौगंध भी खाई, लेकिन अंग्रेजों ने जिन्ना और नेहरू के प्रधानमंत्री के मोह को देखते हुए धर्म के नाम पर देश का बंटवारा करवा दिया. कांग्रेस ने देश को आजादी नहीं दिलवाई बल्कि देश का विभाजन करवा दिया अब कोई कहता है कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलवाई मुझे उसकी बौद्धिक क्षमता पर संदेह है.कुमार ने कहा कि देश विभाजन के वक्त ही CAA का जन्म हुआ था. बापू ने उसी वक्त कहा था कि विभाजन के बाद पाकिस्तान में हमारे अल्पसंख्यक हिंदू और सिख सुरक्षित नहीं है और उन्हें भारत को नागरिकता दे देनी चाहिए. अगर अब कोई CAA का विरोध कर रहा है तो वो बापू की इस बात का विरोध कर रहा है.

Strict Legal Action Against the Miscreants on St. Valentine’s Day

The Valentine’s Day will be celebrated on 14-02-2020 in the different parts of the City especially by the youngsters. In order to curb  indulgence in dangerous driving, use of pressure horns and eve teasing, Proper security cover shall be deployed at Panjab University and its surrounding roads, markets of Sectors-8, 9,10,11,15,16,17 & 22 as well as in different Colleges and Girls Hostels.

For the proper maintenance of law & order and to curb the occurrence of such incidents, *Total-714 police personnel* (i.e. GOs-03, SHO/Insps.-24 and NGO/ORs-687) will be on ground on      14-02-2020. Further, PCR patrolling being intensified in the city especially around girls colleges, schools, hostels, parks, busy markets and malls. Lady police in civil clothes also being deployed in parks and around the colleges. Turn Sector-11/12 to Market Sector-10 being earmarked as *“Limited Vehicle Zone”* to curb hooligans and rash driving. The drivers/vehicles violating traffic rules especially dangerous driving and using pressure horns will be challaned/impounded. In addition to above, 40 internal nakas also being laid down from 4:00pm to 10:00pm.  

This year special 12 nakas being established around the Pubs & Bars in Sector-26 and Sector-7 till early morning, to restrain the hooligism, brawl incidents and safety of the women from anti-eve teasing and anti- snatching point of view. 

Special focus of deployment will be around the girl’s colleges & schools, ISBT-43, 17 and special anti eve teasing drive will be carried out.

Eve teasing, romeogiri, Drunken driving, dangerous driving shall be dealt with strict legal action.

पत्रकारिता में प्रतियोगिता की भावना उन्नति के लिए आवश्यक : पी पी वर्मा

पुरनूर

नए और युवा पत्रकारों को चुनौती मानकर चलना प्रतियोगिता की भावना प्रगतिशील होने के लिए अनिवार्य है , जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार जो कि पंजाबी ट्रिब्यून में कार्यरत हैं पी पी वर्मा उभरती पत्रकार से बातचीत के दौरान माना कि समय के साथ साथ पत्रकारिता में बदलाव भी आए हैं जोकि काफी हद तक सकारात्मक हैं, और पुराने और वरिष्ठ पत्रकारों के मन में भी प्रतियोगिता की भावना जागृत हुई है जोकि आगे बढ़ने और नए आयामों को स्वीकार करने के लिए काफी सहायक है ।

पी पी वर्मा ने अनुभव साँझा करते हुए कहा पहले कुछ अखबारों में कई दुकानदार और अन्य वर्ग के लोग पत्रकार के रूप में काम करते थे लेकिन अब समय बदलने से पढ़े लिखे लोग इस क्षेत्र में आने लगे हैं । पंजाब के एक शहर का वाकया साँझा करते हुए वर्मा ने बताया कि एक बार सादात हसन मंटो के नाटकों पर आधारित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे रास्ते में रुक कर जिस दुकान पर चाय पी उस दुकानदार से संबंधित सभागार पता पूछा तो दुकानदार ने कहा “मैंने भी वही जाना है मेरे साथ ही चलना” । वर्मा ने उससे जब पूछा क्या वह भी वहां नाटक देखने के लिए जाएग तो दुकानदार ने बताया कि वह एक पत्रकार है इस नाते से कवरेज करने के लिए कार्य मैं जा रहा है ।जब वर्मा सभागार में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह दुकानदार एस डी एम के साथ बैठा हिल मिल कर बातें कर रहा था और वह उस इलाके का जाना माना पत्रकार था ।

हालांकि बहुत कुछ बदल गया है लेकिन अभी भी सब कुछ नहीं बदला अभी भी ऐसे पत्रकार मौजूद है जो कम पढ़े लिखे हैं और अपने संस्थान और पत्रकारिता की निर्धारित शैली से अनभिज्ञ हैं। जबकि जरूरत है कि उन्हें का पूर्ण ज्ञान हो ।बहुत से तो अपनी गलतियों से सीख कर परिपक्व हो जाते हैं पर सभी मामलों में नहीं । पढ़ाई लिखाई और अनुभव दोनों ही पत्रकारिता के लिए जरूरी चीजें हैं।