भारत स्काउट एव गाइड्स यमुनानगर की टीम के हरियाणा में प्रथम आना उल्लेखनीय उपलब्धि : डॉ एम. के. सहगल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 17अक्टूबर :

श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट के तत्वाधान में चल रहे सेंट लारेंस इंटनेशनल स्कूल पाबनी रोड, जगाधरी व सेंट लारेंस इंटनेशनल स्कूल शाहपुर रोड, बिलासपुर के चैयरमेन  विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल व उनकी टीम द्वारा हरियाणा में  स्काउटिंग के क्षेत्र में  प्रथम आने पर  जिला शिक्षा अधिकारी सुमन बहमनी को उनके कार्यालय स्थल में पहुंचकर हार्दिक बधाई दी गयी। साथ ही डीओसी संदीप गुप्ता और ऋतु यादव को भी बधाई दी गयी । स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों  को शाल, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया और भविष्य में और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दी गयी। जिला शिक्षा अधिकारी सुमन बहमनी ने स्कूल प्रबंधन समिति का आभार व्यक्त किया और अपने सम्बोधन में बताया कि डा एम के सहगल ने बिलासपुर को शिक्षा के क्षेत्र में नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए जो योगदान दिया है उसके लिए वह प्रशंसा के पात्र है। डा एम के सहगल, पूर्व कुलपति, आल इंडिया इंडिया से सम्बन्धित यमुनानगर जगाधरी मैनेजमेंट एसोसिएशन, स्पोर्ट्स अकादमी एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया जिला यमुनानगर के प्रधान व यमुनानगर जगाधरी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के प्रधान पद को सुशोभित कर चुके है, उन्होंने इन सभी संस्थाओ की तरफ से जिला यमुनानगर द्वारा लगातार दूसरे वर्ष प्रथम आने और उनका हरियाणा के महामहिम बांडारु दत्तात्रेय द्वारा राजभवन में सम्मानित होने को एक बहुत बड़ी उपलब्धि बताते हुए बधाई सन्देश दिया और कहा कि इसका श्रेय सभी यूनिट लीडर्ज़ को जाता है। उन्होंने सुमन बहमनी जी के कार्यकाल में बिलासपुर मॉडल संस्कृति स्कूल ने जो मुकाम हासिल किये के बारे में विस्तार से स्मरण किया। साथ ही उन्होंने बताया कि स्काउट गाइड देश सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। किसी भी बड़े कार्यक्रम में वे अपनी जिम्मेदारी को बहुत ही अच्छी तरह से निभाते है। स्काउट-गाइड का सबसे बड़ा धर्म देश सेवा होता है तथा स्काउट और गाइड का मूल मंत्र ही सेवा भाव है। स्काउट और गाइड में बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। अच्छी शिक्षा के साथ-साथ स्काउट गाइड शिविर जैसी गतिविधियों से छात्र-छात्राओं के शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है। इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रम निरंतर आयोजित होते रहना चाहिए। डीओसी संदीप गुप्ता और ऋतु यादव ने बताया कि पुरे वर्ष की गतिविधियों के आधार पर यमुनानगर स्काउट्स एवं गाइड्ज़ की टीम को प्रथम आने पर जो सम्मान मिल रहा है उसके लिए सभी यूनिट लीडर आभारी है। हमारी टीम ने कठिन परिश्रम किया है। कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से जीवन में किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते है। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सबसे पहले स्वयं का आकलन करके आगे बढ़ना जरुरी है। उन्होंने बताया की भविष्य में भी इसी जज्बे के साथ समाज सेवा और देश भक्ति के कार्य को करना जारी रखेंगे। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सुमन बहमनी, डीओसी संदीप गुप्ता, डीओसी ऋतु यादव, डा एम के सहगल, डा जी बी गुप्ता, विक्रांत गुलाटी, गगन बजाज, शैली चौहान और ब्रह्मकान्ति शर्मा उपस्थित रहे।

Immediately implement the 7th Pay Commission Pay Scale for Un-aided Teachers : PCCTU

All the pending issues of the Teachers of Aided Colleges must be immediately sorted out by the Chd. Admn. : PCCTU
Demand raised to immediately implement the 7th Pay Commission Pay Scale for Un-aided Teachers

Demokratic Front, Chandigarh, 16 October  :

Prof. Vinay Sofat, President & Gurdas Singh Sekhon, General Secretary of PCCTU ( Punjab and Chandigarh College Teachers Union ) convened an executive meeting of said body which was held at DAV College, Sector 10, Chandigarh. Members of  PCCTU attended the meeting from all over Punjab and Chandigarh. Dr Vinay Sofat said that the managements of the Govt aided colleges of Chandigarh should immediately implement the 7th Pay Commission Pay Scale for their Un-aided Teachers. Dr Gurdas Singh Sekhon urged the Director Higher Education to expedite the process of CAS promotions in Chandigarh without any further delay. Dr Surjit Singh, President, Chandigarh District Council reiterated that all the pending issues of the Teachers of Chandigarh Aided Colleges must be immediately sorted out by the Chandigarh Administration and the respective Managements. Many other pertinent issues concerning Chandigarh and Punjab such as Pension from EPFO, issue of M.Phil., Ph.D. increments etc. were also discussed at length. In case, if the process is delayed, the District will launch an agitation to get their demands met as the District Council has been frequently sending representations to both the Government and private managements, but to no avail. The teachers are suffering gravely due to the un-responsive attitude of the Chandigarh Administration and the management. Dr Navneet K Pruthi, General Secretary, District Council and others were also present in the meeting. 

“विज्ञान में अनुसंधान पद्धतियां” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

पीजीजीसी-11 में “विज्ञान में अनुसंधान पद्धतियां” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 16 अक्टूबर :

पीजीजीसी-11 के विज्ञान क्लब “द ब्रेनिक्स” द्वारा आयोजित “विज्ञान में अनुसंधान पद्धतियां” नामक दो दिवसीय राष्ट्र कार्यशाला 16.10.23 को शुरू हुई। कार्यशाला का उद्देश्य अनुसंधान के क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने के लिए अनुसंधान का एक मजबूत पद्धतिगत आधार विकसित करना है। कार्यशाला में विभिन्न राज्यों के 350 से अधिक छात्रों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय कौशिक, डीसीडीसी, पीयू n उद्घाटन भाषण दिया। प्रिंसिपल प्रो. पुनम अग्रवाल ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि डॉ. स्वर्ण सिंह के साथ-साथ प्रतिभागियों का स्वागत किया। कार्यशाला का संचालन डॉ. देपिंदर कौर ने किया।

कार्यशाला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और नवीकरणीय ऊर्जा चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रायोजित थी।

बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षा और प्रोत्साहन जरूरी :श्याम सुन्दर बतरा 

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 09 अक्टूबर :

यूनिवर्सिटी टॉपर हिमप्रीत कौर को जिला पार्षद भानू बतरा ने सम्मानित किया। हल्का यमुनानगर गाँव बलाचौर पहुँचकर कोर्डिनेटर जिला काँग्रेस कमेटी एवं पूर्व चेयरमैन जिला परिषद यमुनानगर 

श्याम सुन्दर बतरा , सदस्य जिला परिषद वार्ड नं 7 भानू बतरा ,पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह , सरपंच प्रतिनिधि शीतल कुमार , युवा काँग्रेस नेता आकाश बतरा ने पण्डित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी रोहतक से  फिसियोथेरेपी की 2017  बैच की यूनिवर्सिटी में अव्वल रही हिमप्रीत कौर को सम्मानित किया और उनके पिता सरदार तेजपाल सिंह और माता सरदारनी बलविन्दर कौर और अन्य परिवार जनों को  बधाई दी । इस मौके पर बिट्टू सिंह , राकेश , विल्सन , बचना राम  आदि गाँव वासियों ने भी बधाई दी । इस मौके पर बोलते हुए श्याम सुन्दर बतरा ने कहा हिमप्रीत ने पूरे हरियाणा में हमारे जिले और गाँव का नाम रोशन किया । बेटियां हमेशा ही देश का मान बढ़ाती रही हैं हरियाणा की बेटी कुमारी सैलजा  भी संसद में और राष्ट्रीय स्तर पर इलाके की आवाज को मजबूती से उठाती रही हैं उन्होंने बिटिया के साथ साथ परिवार जनों को भी बधाई दी । मौके पर सदस्य भानू बतरा ने कहा हिमप्रीत ने समाज मे अपने गाँव बलाचौर , मेरे जिला परिषद वार्ड  और माता पिता का नाम रोशन किया है यही हर बेटी का सपना होता है मेरी सभी माता पिता से अपील है बेटियों को उच्च पढ़ाई देकर ही उनके भविष्य को उज्ज्वल और बेटियों को समर्थ बनाया जा सकता है इस मौके पर कोर्डिनेटर जिला काँग्रेस एवं पूर्व चेयरमैन जिला परिषद श्याम सुन्दर बतरा , सदस्य जिला परिषद वार्ड नं 7 भानू बतरा , युवा काँग्रेस नेता आकाश बतरा , पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह ,

सरपंच प्रतिनिधि शीतल कुमार ,  बिट्टू सिंह , तेजपाल सिंह , सतनाम सिंह सन्धु आदि मौजूद रहे।

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब में नेशनल एजुकेशन समिट 2023 का आयोजन

चंडीगढ़ , 3 अक्टूबर, 2023

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब ने पृथ्वी अभ्युदय एजुकेटर्स एसोसिएशन-इंडिया (पीएएआई) के सहयोग से, मोहाली स्थित अपने कैम्पस में नेशनल एजुकेशन समिट 2023 का आयोजन किया।

इस समिट का थीम ‘विजिन ऑफ हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूटज (एचईआई) एंड यूनिवर्सिटीज इन-एम्पॉवरिंग वर्कशॉप फॉर द जॉब्स ऑफ टुमारो’ था और इस पर विस्तार से चर्चा की गई।

डॉ.आर के कोहली, वाइस चांसलर, एमिटी यूनिवर्सिटी, पंजाब ने कहा कि ‘‘नेशनल एजुकेशन समिट 2023 ने एजुकेटर्स के लिए भारत में शिक्षा और इसकी नीतियों के विभिन्न पहलुओं पर जुडऩे, विचार साझा करने और विचार-विमर्श करने के लिए एक प्रतिष्ठित प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य किया। इसने एजुकेशन सेक्टर में प्रमुख लोगों के बीच सहयोग और संवाद को प्रोत्साहित करेगा। इससे देश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।’’

इस समिट में देश भर के प्रसिद्ध और जाने माने एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के 300 से अधिक सम्मानित वाइस चांसलर्स, प्रिंसिपल्स और एजुकेटर्स को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण देश में शिक्षा की तरक्की के लिए वाइस चांसलर्स, प्रिंसिपल्स और एजुकेटर्स की अटूट प्रतिबद्धता का सम्मान करने के लिए समर्पित एक विशेष सेशन भी आयोजित किया गया। इस सेशन में श्री साहिल कपूर, डायरेक्टर, बिजनेस डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग, श्री सुनील सैनी, सीनियर मैनेजर, एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब, और डॉ. हर्षवर्धन, संस्थापक और चेयरमैन, पीएएआई ने इन एजुकेशन चैंपियनों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए बधाई दी।

समिट में विभिन्न विषयों पर नॉलेज शेयरिंग के लिए शानदार पैनल डिस्कशंस भी हुईं, जिससे उपस्थित लोगों को बहुमूल्य इनसाइट्स और उपयोगी जानकारी प्राप्त हुईं। इन चर्चाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर सभी प्रतिभागियों को नई जानकारियों से जागरूक होने और संवेदनशील बनाने का काम किया।

समिट के साथ ही एक प्रभावशाली साइंस एग्जीबिशन का भी आयोजन किया गया, जिससे विभिन्न स्कूलों के स्टूडेंट्स को अपनी इनोवेटिव साइंस प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। प्रदर्शनी में उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई और टॉप तीन प्रोजेक्ट्स को साइंस के सेक्टर में उनके असाधारण योगदान के लिए मान्यता दी गई और अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया।

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब और पीएएआई शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और नेशनल एजुकेशन समिट 2023 भारत के भविष्य के लीडर्स और थिंकर्स को प्रोत्साहित करने के लिए उनके समर्पण का एक प्रमाण साबित हुई।

PU’s Sanskrit department holds two special lectures

Demokratic Front, Chandigarh, 28      September :

Panjab University’s Sanskrit department held two special lectures today on 29.9.23, titled ‘Rishi Dayanand Ka Shiksha chintan’ and ‘Directions and Opportunities in the field of Sanskrit’. The former was held under the celebration of 200th birth anniversary of Swami Dayanand Saraswati, whereas the latter was held in collaboration with PU’s Central Placement Cell. Teachers, research scholars and students of the department attended these lectures.

Speaker of the first lecture was Dr. Pushpinder Joshi, chairperson of the department of Sanskrit and Pali, Punjabi University, Patiala. Dr. Joshi told the audience about Rishi Dayanand Saraswati’s ideas and philosophy with regards to education. He said, “Rishi Dayanand was in favour of both Vedic and modern education, a fruit of which are the DAV institutions.” Dr. Joshi also told how Swami Dayanand Saraswati stood up for female education and laid emphasis on collective development.

In the second special lecture, which was held in collaboration with the Central Placement Cell of the Panjab University, Dr. Joshi made the audience aware about the traditional as well as the newer opportunities and directions of livelihood in the field of Sanskrit. He told the audience that Government of India and its bodies like UGC, are laying great emphasis on the study and teaching of Indian Knowledge Systems (IKS), which is going to open a lot of job opportunities for Sanskrit students.

Prof. Meena Sharma, Director of PU’s Central Placement Cell, introduced the students of Sanskrit department with the various activities and services which the cell provides for the students with regards to placement and employability enhancement. Prof. Sharma laid emphasis on the combination of academic expertise and soft skills.

Academic incharge of Sanskrit department, Prof. V. K. Alankar said in the closing remarks, “opportunities are only for those who excel in their fields and have necessary soft skills.”             Prof. Alankar gave a vote of thanks to the speakers, organisers and participants.

UIFT conducts Workshop on Qualitative analysis through Atlas ti

Demokratic Front, Chandigarh, 28      September :

University Institute of Fashion Technology & Vocational Development, Panjab University,  conducted a workshop on ‘Qualitative analysis through Atlas ti’ on 29th September 2023. This workshop was conducted by Dr. Kavita Jarodia, an anthropologist and a senior Associate, Clinical Outcomes Assessment at Parexel International India Pvt. LTD. This workshop drew 34 participants- Faculty, Research scholars, masters’students from Department of Public health, Department of Anthropology, Department of Laws and UIFT & VD.

The resource person emphasised the importance of using software for analysis of research work. The session further moved on analysing qualitative data analysis by using Atlastisoftware. Dr.Kavita elaborated various aspects related to qualitative analysis-  developing extensive codebook structures, making transcripts and conducting clinical and in-depth interviews and contributing to the technical reports. She further made the participant understand the value of making a good code book. As she is familiar with new trends for data analysis in real-world settings, she emphasised that the New researchers should get familiarized with new tools and techniques used in Industry to make data look technical and more transparent to big agencies who deal with structured and non-structured interviews for data collection.

The session was enriching that was filled with many queries from the participants, which were answered citing real world examples by the resource person. Many participants felt  that such software can help them understand and carry their research in more depth. Dr Ramandeep Bawa, Guest Faculty, UIFT & VD coordinated the workshop.

केंद्र पंजाब यूनिवर्सिटी के अनुदान जल्द से जल्द जारी करे

पंजाब यूनिवर्सिटी का पंजाब के लोगों के साथ गहरा सम्बन्ध है

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 27 सितम्बर :

पंजाब यूनिवर्सिटी का पंजाब के लोगों के साथ गहरा सम्बन्ध है विभाजन के बाद यह लाहौर से पंजाब के होशियारपुर और फिर हमारी राजधानी चंडीगढ़ आकर स्थापित हुई। पंजब के मुख्य्मंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा अनुदान राशि जल्द से जल्द जारी की जाए।

साल 1966 में पुनर्गठन एक्ट के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चार हिस्सेदारों जैसे कि केंद्र, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के साथ अंतर- राज्यीय बॉडी कॉर्पोरेट बन गई। यूनिवर्सिटी के खर्चे केंद्र (40 प्रतिशत) के साथ तीन हिस्सेदार राज्यों ( 20:20:20) द्वारा बराबरी में साझे किए जाने थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा और हिमाचल प्रदेश राज्यों ने क्रमवार साल 1973 और 1975 में पंजाब यूनिवर्सिटी से अपने कॉलेज वापस ले लिए और अपनी यूनिवर्सिटियाँ स्थापित कर लीं और पंजाब यूनिवर्सिटी को फंड देना बंद कर दिया।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह केवल पंजाब ही है जिसने पिछले 50 सालों से इस यूनिवर्सिटी को मदद दी और इसके प्रसार में योगदान दे रहा है। अब इस पड़ाव पर हमें यह समझ नहीं आ रहा है कि हरियाणा अपने कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी के साथ क्यों जोडऩा चाहता है, जबकि वह पहले ही कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, (A+ NAAC मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी) के साथ पिछले 50 सालों से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने सवाल किया कि पिछले 50 सालों से पंजाब यूनिवर्सिटी को नजरअन्दाज करने वाले हरियाणा के लिए अब इसकी मान्यता प्राप्त करने के लिए कौन से हालात बदल गए हैं? भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहाँ तक पंजाब यूनिवर्सिटी के फंडों का सम्बन्ध है, पंजाब ने हमेशा यूनिवर्सिटी को वित्तीय सहायता दी है और भविष्य में भी पंजाब यूनिवर्सिटी को आपसी सलाह-मश्वरे की प्रक्रिया के अंतर्गत ज़रुरी फंड मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी को साल 2017 में भारत सरकार द्वारा अंतिम रूप में दिए संशोधित फॉर्मूले के अनुसार ग्रांट-इन-एड प्रदान करने की वचनबद्धता को पंजाब सरकार द्वारा पूरा किया गया, जिसके अंतर्गत 188.31 करोड़ रुपए के बकाया हिस्से के विरुद्ध सरकार ने 2022-23 तक 261.96 करोड़ रुपए जारी किए हैं, जिससे न केवल घाटे को पूरा किया जा सके, बल्कि पंजाब यूनिवर्सिटी के कांस्टीचूऐंट कॉलेजों के लिए अतिरिक्त अनुदान की व्यवस्था भी की जा सके। उन्होंने बताया कि साल 2023-24 के लिए उन्होंने सरकार ने बजट में 47.06 करोड़ रुपए मंज़ूर किये थे, परन्तु ग्रांट-इन-एड को बढ़ाकर 94.13 करोड़ रुपए कर दिया, जिससे यूनिवर्सिटी द्वारा यू.जी.सी. स्केलों को लागू करने के कारण वेतन में वृद्धि को लागू किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरकार ने दो नये होस्टल बनाने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी के लिए 48.92 करोड़ रुपए मंज़ूर किये। एक होस्टल लडक़ों के लिए और दूसरा लड़कियों के लिए बनना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो पंजाब ने अपनी वचनबद्धता को पूरा किया है परन्तु केंद्र सरकार ने यू.जी.सी. स्केलों को अपनाने के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी को 51.89 करोड़ रुपए की बढ़ी हुई ग्रांट-इन-एड के हिस्से को अभी तक मंज़ूरी नहीं दी। उन्होंने गृह मंत्री से अपील की कि इस अतिरिक्त अनुदान को जल्दी से जल्दी जारी किया जाये। उन्होंने पंजाब सरकार के स्टैंड को दोहराते हुए कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी हमारी यूनिवर्सिटी है और हम भविष्य में भी इसकी सहायता और फंड जारी रखेंगे।

UIPS Celebrated The World Pharmacists Day

Demokratic Front, Chandigarh, 25 September :

UIPS CELEBRATED THE WORLD PHARMACISTS DAY

University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University in collaboration with Rotaract Club of Silvercity Midtown, Chandigarh organized a talk on “Organ Donation” to celebrate World Pharmacists Day with the theme “Pharmacists: Strengthening Health System: Angdan Mahadan” on 25 September 2023. World Pharmacists Day is observed globally on 25th September every year to draw attention to pharmacies pharmacists and the positive benefits they offer when it comes to health. Professor Anil Kumar Chairperson, UIPS extended a cordial welcome and emphasized on the different roles of pharmacist and pharmacy professionals  in health care system.

Ms Saryu D. Madra, Consultant (IEC/Media) with Regional Organ & Tissue Transplant Organization, (ROTTO) PGIMER and a proud alumnus of Mass Communication and Journalism Panjab University Chandigarh delivered a talk.  At the onset she sensitized the audience by statement that Organ donation is not just a noble act; it’s a lifeline for those who are waiting for a second chance to save their life. Ms Madra discussed the legalities involved and cleared various myths about organ donation. She motivated the audience to adopt healthy life style to donate healthy organs. The session was concluded with overwhelming responses from the audience.

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ( ABRSM)

विनोद कुमार/परमजीत कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 22 सितम्बर :

 इस वर्ष का शिक्षा भूषण सम्मान प्रो मीनाक्षी जैन, प्रो कुलदीप चंद अग्निहोत्री एवं डॉ संजीवनी केलकर को दिया जाएगा ।

शैक्षिक फाउंडेशन और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से शिक्षा और समाज जीवन के क्षेत्र में असाधारण और उल्लेखनीय कार्य करने वाले तीन शिक्षाविदों को प्रतिवर्ष दिए जाने वाला प्रतिष्ठित शिक्षा भूषण सम्मान इस वर्ष प्रो मीनाक्षी जैन दिल्ली, प्रो कुलदीप चंद अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश एवं डॉ संजीवनी केलकर महाराष्ट्र को देने की घोषणा की गई है , यह सम्मान 2 अक्टूबर को नागपुर में आयोज्य एक भव्य समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबले एवं आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद मुनि द्वारा प्रदान किया जाएगा , कार्यक्रम में शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री श्री महेंद्र कपूर, सह संगठन मंत्री श्री गुंथा लक्ष्मण , वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री महेन्द्र कुमार एवं देश के विभिन्न राज्यों से विद्यालय एवं उच्च शिक्षा के शिक्षक उपस्थित रहेंगे,

उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राष्ट्रीय विचारों से प्रेरणा ले कर पूर्व प्राथमिक से विश्वविद्यालय तक के 12 लाख से अधिक शिक्षकों का 35 वर्षो से निरंतर कार्यरत संगठन है, 2015 से महासंघ के द्वारा शिक्षा और समाज  हेतु प्रेरणीय एवं उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षाविदों का सम्मान करने हेतु ‘ शिक्षा भूषण ‘ अखिल भारतीय शिक्षक  सम्मान के अंतर्गत प्रशस्तिपत्र, रजत चिन्ह और 1 लाख की राशि देने की परंपरा बनी हुई है , इस सम्मान हेतु  देशभर से ऐसे शिक्षाविदों की खोजबीन कर नामित किया जाता है जिन्होंने संपूर्ण जीवन शिक्षा और समाज के उत्थान के लिए भारतीय गुरु परंपरा के प्रकाश में समर्पित किया है ,

इस वर्ष के शिक्षा भूषण सम्मान हेतु चयनित व्यक्तित्व*

व्यवसाय से मूलतः चिकित्सक डॉ. संजीवनी केलकर ने दलित बस्तियों के गरीब बच्चों के पठन-पाठन की सामग्री का वितरण कर ,उनमें शिक्षा, स्वच्छता और कर्म योग की अलख जगाकर नेतृत्व क्षमता विकसित करने का सर्वोतम कार्य किया है, डॉ. केलकर का संपूर्ण जीवन शिक्षा से वंचित वर्ग के बालकों को बेहतर शिक्षा दिलाकर बेहतर नागरिक बनाने में ही समर्पित रहा है, शिक्षा को ही जीवन का आधार मानने तथा शिक्षा को  अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का जीवनसूत्र मानने वाली डॉ. केलकर ने जीवन भर अपने विचार और व्यवहार में समानता प्रदर्शित की है, संजीवनी केलकर ने ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण में भागीदारी करते हुए आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में लगभग 12000 विद्यार्थियों का स्थानीय भाषा (मराठी) माध्यम से शिक्षा व्यवस्था, जल संकट से ग्रस्त क्षेत्र में लगभग 45000 लोगों को क्षमता के जल संरक्षण हेतु टैंकों का निर्माण और टैंकों में जल भराव की समुचित व्यवस्था का बीड़ा उठाया है, 

डॉ. मीनाक्षी जैन मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं, भारतीय संस्कृति के आधार राम और उनकी साकेत नगरी अयोध्या पर सूक्ष्म और परिष्कृत कार्य करने वाली राजनीतिक विज्ञान की शिक्षिका तथा इतिहासकार, औपनिवेशिक भारत में सती प्रथा के उन्मूलन के साथ सुधारवाद की साधिका, डॉ जैन ने अनेक पुस्तकों का लेखन किया है, डा जैन ने सती प्रथा पर असाधारण कार्य किया और निष्कर्ष दिया कि ब्रिटिश सरकार ने भारत में सती प्रथा को बढ़ा चढ़ा कर गलत ढंग से प्रस्तुत किया, 2020 में भारत सरकार ने भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पद्मश्री’ से  डा जैन को सम्मानित किया, भारतीय जीवन दृष्टि, भारतीय सभ्यता और भारतीय चिंतन पर मौलिक विचारों को डा मीनाक्षी जैन ने स्थापित किया है,

प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री  सीमांत तथा पर्वतीय प्रदेशों के समग्र अध्येता, हिंदी भाषा और साहित्य के मूर्धन्य मनीष, सचेतन साहित्यकार, भारतीय संस्कृति के प्रबल साधक, राष्ट्रवादी विचारक, प्रखर विधि विशेषज्ञ और मानवता के प्रबल पक्षधर रहें हैं, प्रो. अग्निहोत्री को भारत तिब्बत सहयोग मंच के संयोजक के रूप में ‘ तिब्बत को चीन से मुक्ति’ आंदोलन का नेतृत्व करने पर एवं आपातकाल में बंदी बनाया गया था, आपने पूर्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अंबेडकर पीठ के चेयरपर्सन, विश्वविद्यालय के धर्मशाला स्थित केंद्र में निदेशक और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में अनुकरणीय कार्य किया है, अब तक उनकी 16 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, प्रो. अग्निहोत्री को केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा द्वारा साहित्य सेवाओं के लिए सम्मान, उत्तर प्रदेश के हिंदी संस्थान द्वारा  ‘साहित्य भूषण सम्मान,’ मध्य प्रदेश सरकार द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के साहित्य और जीवन पर लिखी पुस्तक के लिए विष्णु प्रभाकर पुरस्कार तथा भारत सरकार एवं फिजी सरकार द्वारा विश्व हिंदी सम्मेलन में ‘विश्व हिंदी सम्मान’ से सम्मानित किया गया है।