हरियाणा में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है

 हरियाणा में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है-प्रो. नरसीराम बिश्नोई

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 12       नवंबर :

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि), हिसार में हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएचबी) के सौजन्य से एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया। ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स (जीएचसीसी) के सहयोग से आयोजित किए गए इस एक दिवसीय कॉन्क्लेव का विषय “विकसित भारत / 2047 के लिए हरियाणा का कॉर्पोरेट आउटलुक” था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसीराम उद्घाटन समारोह के मुख्यातिथि रहे। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर थे। मुख्य वक्ता कि रूप में जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इकाई प्रमुख विजय कुमार बिंदलिश उपस्थित रहे। अध्यक्षता एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद बिश्नोई ने की। एसएसबी के अधिष्ठाता प्रो. करमपाल नरवाल तथा ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक सदस्य मनीष गोयल भी मंच पर उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के सीआरएस सभागार में हुए इस कन्क्लेव में उद्योग प्रतिनिधियों, व्यापार बिरादरी के सदस्यों, संकाय सदस्यों और कई संस्थानों के लगभग1500 प्रतिभागी शामिल हुए।

उद्घाटन समारोह के मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा में कृषि, विनिर्माण और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है। उन्होंने कहा कि एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव जैसी पहल शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससेे विद्यार्थियों को उद्योग की अंतर्दृष्टि से सीधा संपर्क प्राप्त करने और भविष्य की नेतृत्व भूमिकाओं के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। प्रो. बिश्नोई ने यह भी उल्लेख किया कि उद्यमिता की भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता है। सही मार्गदर्शन, समर्थन और बुनियादी ढांचे के साथ, विश्वविद्यालयों में युवा दिमागों को अभिनव विचारों को सफल व्यवसायों में बदलने के लिए सशक्त बनाया जा सकता है। जिससे न केवल उनके लिए रोजगार पैदा होगा बल्कि बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था में भी योगदान होगा। हमें उद्यमिता के लिए ऐसे रास्ते बनाने जारी रखने चाहिए जो जोखिम लेने, रचनात्मकता और मापनीयता को प्रोत्साहित करें।

मुख्य वक्ता जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इकाई प्रमुख विजय कुमार बिंदलिश ने उद्योग में नवाचार, उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्र की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए उद्योगों में तकनीकी प्रगति और नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी है। हरियाणा के कॉर्पोरेट क्षेत्र के बढ़ने के साथ, हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में कौशल विकसित करने की सलाह दी और उनसे नवाचार, नेतृत्व और टीम वर्क को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा केवल नौकरी हासिल करने के लिए नहीं है, बल्कि समाज और उद्योग में सकारात्मक योगदान देने के लिए भी है।
विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने शैक्षिक और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ऐसी पहल छात्रों को उद्योग जगत के नेताओं से सीधे जुड़ने, उनकी समझ को समृद्ध करने और उनके करियर के दृष्टिकोण का विस्तार करने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करती है। प्रो. छोकर ने उम्मीद जताई कि छात्र सम्मेलन के दौरान सांझा किए गए ज्ञान का उपयोग हरियाणा के आर्थिक विकास में सार्थक योगदान देने के लिए करेंगे।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह की पहल की आवश्यकता पर विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवा भारत का भविष्य हैं और उन्हें सही अवसर और उद्योग का अनुभव प्रदान करना राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है। प्रो. विनोद ने कहा, यह सम्मेलन एक पुल का काम करता है जो हमारे छात्रों को उद्योग जगत के नेताओं से जोड़ता है। यह उनके लिए पेशेवरों के साथ बातचीत करने, नवीनतम रुझानों को समझने और प्रतिस्पर्धी कारोबारी माहौल में उनसे क्या अपेक्षा की जाती है, यह जानने का एक अमूल्य अवसर है।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन प्रोफेसर करम पाल नरवाल ने कहा कि एक सफल बिजनेस कॉन्क्लेव उद्योगों, निवेशकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों को एक साथ ला सकता है। यह कॅन्क्लेव आर्थिक नेटवर्किंग और ज्ञान सांझा करने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने के साथ-साथ विकास का ढ़ाचा विकसित करने में भी प्रभावी होगा। इससे उद्योगों में नवाचार और विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की गौरवपूर्ण उपलब्धियों को जिक्र भी किया।
ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक सदस्य मनीष गोयल ने बताया कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के साथ साझेदारी में यह कार्यक्रम हमारी साझा यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 2027 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, प्रत्येक राज्य को आगे आना चाहिए। हरियाणा के मुख्य क्षेत्रों- कृषि, विनिर्माण और सेवाओं के माध्यम् से इस विकसित भारत के विजन को आगे बढ़ाया जा सकता है। हम सबको एक उज्ज्वल कल के लिए भूमिका निभानी है।
एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 के उद्घाटन सत्र के समापन पर, आयोजन सचिव डॉ. मणि श्रेष्ठ ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने विशेष रूप से प्रबंधन छात्रों की मजबूत टीम के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

एमिटी यूनिवर्सिटी के फार्मा छात्रों ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब के फार्मा छात्रों ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली –  11       नवंबर :

एमिटी स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज (एएसपीएचएस) की छात्रों पावनी कौर और रिजुल ने फॉर्मूलेशन डेवलपमेंट और पैकेजिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिष्ठित विजेता ट्रॉफी जीतकर एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब (एयूपीएम) को गौरवान्वित किया है। उनके अभिनव प्रोजेक्ट पैरों और त्वचा की देखभाल के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया और अच्छी तरह से पैक किया गया पाउडर फॉर्मूलेशन ने न्यायाधीशों को प्रभावित किया और न केवल प्रशंसा बल्कि नकद पुरस्कार भी जीता।

प्रतियोगिता, जिसने देश भर से शीर्ष प्रतिभाओं को एक साथ लाया, प्रतिभागियों को नवीन, सौंदर्यपूर्ण और बाजार-तैयार उत्पाद फॉर्मूलेशन बनाने और प्रस्तुत करने की आवश्यकता थी। त्वचा की देखभाल और सौंदर्य संबंधी अपील पर ध्यान केंद्रित करके डिज़ाइन किया गया पावनी कौर और रिजुल का उत्पाद, फॉर्मूलेशन और पैकेजिंग दोनों में असाधारण स्तर का परिष्कार प्रदर्शित करता है। जजों ने जोड़ी की मौलिकता, विस्तार पर ध्यान और उत्कृष्ट प्रस्तुति की प्रशंसा की, जिसने दर्शकों से उत्साहपूर्ण तालियाँ बटोरीं।
एएसपीएचएस के डीन डॉ. संदीप अरोड़ा ने कहा कि हमें पावनी कौर और रिजुल पर उनके समर्पण, रचनात्मकता और तकनीकी विशेषज्ञता के लिए बेहद गर्व है। उनकी उपलब्धि एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब में शिक्षा की गुणवत्ता और नवीन भावना को बढ़ावा देती है, और यह संकाय और साथी छात्रों दोनों को फार्मास्युटिकल विज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है।

यह उपलब्धि एएसपीएचएस की उत्कृष्टता और व्यावहारिक शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो छात्रों को अपने कक्षा ज्ञान को व्यावहारिक, वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में अनुवाद करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

लेखिका रेखा मित्तल के कहानी संग्रह ‘कागज की कश्ती ‘ पर हुई चर्चा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  30 सितंबर:

पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी-विभाग में विगत  दिवस ‘पुस्तक परिचर्चा’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत चंडीगढ़ की प्रसिद्ध लेखिका रेखा मित्तल के कहानी संग्रह “कागज की कश्ती” कृति की समीक्षा डॉ० सुधीर मेहरा (आचार्य अंग्रेजी विभाग पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़),  रेखा मौर्य (शोधार्थी) तथा साहिल (छात्र ट्रांशलेशन) ने की। डॉ० सुधीर मेहरा ने इस किताब की समीक्षा करते हुए कहा कि यह किताब कागज की वह कश्ती है जिसमें बैठकर रिश्तों की सही समझ पैदा हो सकती है।

आज के समय में कागज की कश्ती एक ऐसी किताब  है जो हम अपने बच्चों को बिना किसी संकोच के उपहार में दे सकते हैं। शोधार्थी रेखा मौर्य ने कहा कि आज के व्यस्ततम समय में लघु कलेवर की कहानियां पाठक को आकर्षित करती हैं। रेखा मित्तल की कहानियां बाल मनोविज्ञान और सामाजिक विसंगतियों के ऊपर आधारित हैं जो समाज को एक दिशा देने का काम कर रही हैं। साहिल ने कहानी संग्रह में संकलित कहानी ‘कागज की कश्ती’, ‘गुड टच बैड टच’, ‘भाभी मां’, ‘पहला प्यार’, ‘हौसलों की उड़ान’ आदि कहानियों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह कहानी संग्रह लेखिका द्वारा गागर में सागर भरने का सार्थक प्रयास है। साथ ही उन्होंने कहानियों की विषयवस्तु पर अपना समीक्षात्मक वक्तव्य प्रस्तुत किया।

पुस्तक समीक्षा के पश्चात कहानीकार रेखा मित्तल ने विभागाध्यक्ष  तथा सभी वक्ताओं और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहानी लेखन का अनुभव साझा करते हुए कहा कि कहानी हम लिखते नहीं बल्कि वो हमें लिखने के लिए मजबूर करती है।

उन्होंने इस कहानी संग्रह से संबंधित श्रोताओं की जिज्ञासाओं का निवारण किया। विभागाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार ने सबका धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में रिश्तों में प्रेम और समर्पण की भावना कम होती जा रही है। ऐसे समय में समाज के लिए ऐसे साहित्य की आवश्यकता है जो उसे सही राह दिखा सके और ‘कागज की कश्ती’ कहानी संग्रह एक ऐसी कृति है जो समाज में इन मूल्यों और भावनाओं का संचार करने में सक्षम है। अंत में रेखा मित्तल ने विभागाध्यक्ष तथा सभी वक्ताओं व वशिष्ठ अतिथियों को उपहार देकर सम्मानित किया। 

पांचवें टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड समारोह में 11 शिक्षकों को मिला सम्मान

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब के वीसी और एमिटी यूनिवर्सिटी के वीसी ने किया स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के शिक्षकों को सम्मानित, मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स और डॉ.जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशनल एंड चैरीटेबल ट्रस्ट ने आयोजित किया समारोह

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  31   अगस्त :

किसी ने अपने स्कूल के स्टूडेंट्स को यूनिफार्म पहनाने के लिए सप्ताह में खुद एक दिन यूनिफार्म पहननी शुरू की, तो किसी ने राज्य की मेरिट सूची में जगह बनाने के लिए अपने स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने के लिए अपने खर्चे पर हवाईजहाज में सफर करवाने की घोषणा की। किसी ने नई टेक्नोलाजी का उपयोग करते हुए बच्चों की पढ़ाई को आसान बनाया तो किसी ने पंजाबी विषय में रुचि पैदा करने के लिए अपने स्कूल में पंजाबी लैब व म्यूजियम तैयार किया। कोई अपने कौशल से स्पेशल बच्चों को नई दिशा दे रहा है, तो कोई एक शिक्षक के तौर पर समाज के प्रति अपनी भूमिका को बखूबी निभाते हुए छात्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक के नुकसान के बारे में बताने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दे रहा है और ऐसे छात्रों को शिक्षित कर रहा है जिन्होंने कभी स्कूल ही नहीं देखा।   
शिक्षक दिवस के मौके पर शनिवार को जब ऐसे 11 असाधारण शिक्षकों को सम्मानित किया गया तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मौका था ग्रुप ऑफ स्कूल्स की ओर से डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित किए गए पांचवें टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड समारोह का। समारोह में ट्राईसिटी के अलावा पंजाब और हरियाणा के शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। वर्ष 2018 से टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड समारोह का आयोजन किया जा रहा है। 

फेज-10 स्थित मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के सभागार में हुए इस अवार्ड समारोह में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब, बठिंडा के वाइस चांसलर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, शिमला के डॉयरेक्टर आचार्य (प्रो.) राघवेंद्र पी तिवारी मुख्य अतिथि थे जबकि एमिटी यूनिवर्सिटी, मोहाली के वाइस चांसलर और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब, बठिंडा के पूर्व वाइस चांसलर प्रो.आरके कोहली सम्मानित अतिथि के तौर पर मौजूद थे। इस मौके पर एमिटी यूनिवर्सिटी, मोहाली के रजिस्ट्रार डॉ.दलीप कुमार और मोहाली की जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.गिन्नी दुग्गल भी मौजूद थीं। साथ ही मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के डॉयरेक्टर संजय सरदाना, मानव मंगल हाई स्कूल, चंडीगढ़ की एडमिनिस्ट्रेटर अंजलि सरदाना और डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मयंक मिश्रा  भी इस मौके पर मौजूद थे।

समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस मौके पर जहां मानव मंगल हाई स्कूल, चंडीगढ़ के छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों को समर्पित जहां एक समूह गीत प्रस्तुत किया, वहीं मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के छात्रों ने पंजाब का लोकनृत्य भंगड़ा पेश कर पंजाब की संस्कृति से दर्शकों को रूबरू करवाया और खूब वाहवाही लूटी। मंच का संचालन उमा महाजन और पुष्पिंदर कौर ने किया।

टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड्स से सम्मानित होने वाले 11 शिक्षकों में गवर्नमेंट एलिमेंटरी स्मार्ट स्कूल, दाना मंडी, पटियाला की मुख्याध्यापिका डॉ. इंद्रजीत कौर, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, फेज फेज 3 बी 1, मोहाली की पंजाबी की लेक्चरर मंदीप शुक्ला, चंडीगढ़ चाइल्ड एंड वूमेन डेवलपमेंट कारपोरेशन के अधीन मलोया स्थित स्नेहालय फॉर ब्वॉयज में स्पेशल एजुकेटर संदीप कुमार, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के डॉ. एसएस भटनागर यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ कैमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी की प्रोफेसर और पूर्व चेयरपर्सन प्रो.मीनाक्षी गोयल, डीएवी कॉलेज, सेक्टर-10, चंडीगढ़ के एसोसिएट प्रोफेसर व फिजिकल एजुकेशन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमनेंद्र मान, शहीद गुरदास राम मेमोरियल सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (गर्ल्स), ज़ीरा, फिरोजपुर के प्रिंसिपल राकेश शर्मा, मनीमाजरा के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की एलिमेंटरी टीचर नवनीत कौर, हरियाणा के गुरुग्राम के वजीराबाद स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल में जेबीटी मनोज कुमार, मानव मंगल स्मार्ट स्कूल, मोहाली की साइंस टीचर सुजाता जसवाल, मानव मंगल स्मार्ट स्कूल, मोहाली की मदर टीचर मीनाक्षी वशिष्ठ शामिल हैं। इनके अलावा शिशु निकेतन मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-22  की डॉयरेक्टर प्रिंसिपल अमिता खुराना को समारोह में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में प्रो.आरपी तिवारी और प्रो.कोहाली  ने छात्रों को अपने शिक्षकों का हमेशा सम्मान करने का आहवान किया।

हर शिक्षक के जुनून की है अलग अलग कहानी

समारोह में सम्मानित होने वाली पटियाला के दाना मंडी स्थित गवर्नमेंट एलिमेंटरी स्मार्ट स्कूल में मुख्याध्यापिका डॉ. इंद्रजीत कौर ने अनूठी शुरुआत करते हुए सप्ताह में एक दिन सोमवार को अपने विद्यार्थियों की तरह स्कूल यूनिफार्म पहननी शुरू की ताकि व अपने स्कूल के उन स्टूडेंट्स को प्रेरित करने कर सकें जो यूनिफार्म पहन कर नहीं आते हैं। वहीं, सम्मानित होने वाले एक शिक्षक राकेश शर्मा ने शहीद गुरदास राम मेमोरियल सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (गर्ल्स), ज़ीरा, फिरोजपुर के प्रिंसिपल के तौर पर कुछ साल पहले यह घोषणा की थी कि जो भी छात्रा स्टेट मेरिट लिस्ट में जगह बनाएगी उसे वह अपने खर्च पर हवाई जहाज का सफर करवाएंगे। छात्राएं उनकी घोषणा से इतनी प्रभावित हुईं कि अब तक स्कूल की कई छात्राएं मेरिट सूची में जगह बनाते हुए हवाईजहाज में सफर कर चुकी हैं। मोहाली के फेज 3 बी 1 में स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पंजाबी की लेक्चरर मंदीप शुक्ला ने अपने स्कूल में पंजाब की विरासत को दर्शाने वाला पंजाबी म्यूजियम तैयार किया। पंजाबी विषय में रुचि पैदा करने के लिए उन्होंने स्कूल में पंजाबी लैब भी तैयार की।जबकि चंडीगढ़ चाइल्ड एंड वूमेन डेवलपमेंट कारपोरेशन के अधीन मलोया स्थित स्नेहालय फॉर ब्वॉयज में स्पेशल एजुकेटर संदीप कुमार पिछले करीब एक दशक से स्पेशल बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। पेरिस ओलंपिक्स में दो कांस्य पदक जीतने वाले सरबजोत सिंह व मनु भाकर के शिक्षक डीएवी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अमनेंद्र मान को भी सम्मान मिला। हरियाणा के गुरुग्राम के वजीराबाद स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल में जेबीटी मनोज कुमार एक प्रोजेक्ट के तहत उन बच्चों को भी पढ़ाते हैं जिन्होंने कभी स्कूल नहीं देखा।

आशा किरण डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन के नए बैच का शुभारंभ

स्पेशल बच्चों को पढ़ाना और आगे बढ़ावा पुण्य का काम :  परमजीत सचदेवा

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 23   अगस्त :

जेएसएस आशा किरण प्रशिक्षण संस्थान में डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन (2024-2026) के नए बैंच के लिए स्वागत समारोह वरिष्ठ छात्रों द्वारा आयोजित किया गया, वरिष्ठ छात्रों ने नए छात्रों का स्वागत किया और समागम में परिवार समेत पहुंचे समाजसेवी परमजीत सिंह सचदेवा का स्वागत किया और उन्हे जन्मदिन की बधाई दी, इस समय विशेष छात्रा सोनिया सैनी ने सांस्कृतिक प्रोगराम प्रस्तुत किया।

कोर्स को-आरडीनेटर वरिंदर कुमार ने बताया कि इस डिप्लोमा की 14वां बैंच शुरू हुआ है, उन्होंने कहा कि यहां से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र निजी और सरकारी संस्थाओं में सेवाएं दे रहे हैं। इस मौके पर परमजीत सिंह सचदेवा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा पेशा चुना है क्योंकि विशेष बच्चों को पढ़ाना और उन्हें जीवन में आगे बढऩे में मदद करना बहुत बड़ा पुण्य का काम है। इस अवसर पर प्रिंसीपल शैली शर्मा ने कहा कि विशेष शिक्षा का क्षेत्र बहुत व्यापक है क्योंकि विशेष बच्चों को पढ़ाने वाला शिक्षक ही बच्चों के लिए माता-पिता, शिक्षक, प्रशिक्षक आदि की भूमिका निभाता है।

इस कार्यक्रम के दौरान डिप्लोमा छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया और अंत में हरबंस सिंह ने सभी उपस्थित लोगों सहित सचदेवा परिवार का धन्यवाद किया, उन्होंने कहा कि स्कूल के मैदान के लिए सचदेवा परिवार द्वारा 2 लाख रुपए की राशि दान की गई है, इस अवसर पर इंद्रजीत कौर सचदेवा, श्रीमती डिंपी सचदेवा, मलकीत सिंह महेरू, राम आसरा, हरमेश तलवाड़, विनोद भूषण अग्रवाल, राजेश, लोकेश खन्ना, डा. जगमोहन दर्दी, प्रेम कुमार, निरवैर कौर आदि भी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में सीए तरनजीत सिंह ने अतिथियों और विशेषकर सचदेवा परिवार का धन्यवाद किया।

इस दौरान छात्रा निधि ने आश्वासन दिया कि नए बेंच में आए छात्र अपनी पूरी मेहनत से संस्थान का नाम रोशन करेंगे।

‘The Partition: A Memoir of Recovering the Abducted Women’

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Panchkula – 14   August :

Lecture titled ‘The Partition: A Memoir of Recovering the Abducted Women’ on the occasion of Partition Horrors Remembrance Day

On the occasion of Partition Horrors Remembrance Day, Centre for Distance and Online Education (CDOE) and Dr. B.R. Ambedkar, Panjab University, Chandigarh organised a special lecture on ‘The Partition: A Memoir of Recovering the Abducted Women’, delivered by Dr. Karamjit Kaur Malhotra, Department of History, Punjabi University, Patiala on 14th August, 2024. Prof. Anju Suri from the Department of History, Chaired the session. Professor Harsh Gandhar, Director CDOE, gave an overview of the theme of the lecture and Professor Sheena Pall, Coordinator, Dr. B.R. Ambedkar Centre, introduced the speaker.

Dr. Malhotra, used the memoir of Akali Chakkar Kaur Singh, a social worker, to shed light on the history of recovery of abducted women and their plight following the partition. She underlined the atrocities committed on the women and the complex feelings, the social anxieties and the official processes involved in tracing and rehabilitating the abducted women using excerpts from the memoir. The lecture also brought to light efforts and contributions of many such social workers who at times risked their lives to recover the missing children and women after the partition. The speaker focused on the motives of these recovery missions and also dwelled on the conditions of the recovered women and children. The lecture was followed by a lively discussionwith the students and faculty in the audience.

प्रो. अलंकार को संस्कृतरत्नम् अलंकरण

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 14   अगस्त :

राजस्थान युनिवर्सिटी, जयपुर में 9 से11 अगस्त, 2024 में सार्वभौमिक वैदिक ज्ञानपरम्परा  और महर्षि दयानन्द सरस्वती विषय पर आयोजित एक अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रैंस  में पीयू के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर डॉ. वी.के. अलंकार को उनके वेद-वेदांग व शास्त्रीय योगदान के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखड़े, आई.सी.पी.आर के मेम्बर सचिव प्रो. सच्चिदानन्द मिश्र, विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार तथा जयपुर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर की सामूहिक उपस्थिति में संस्कृत-रत्नम् अलंकरण से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर प्रो. अलंकार ने भारतीय ज्ञानपरम्परा और ऋषि दयानन्द की परम्परा का मूल्यांकन करते अपने विशेष व्याख्यान में पंजाब तथा पंजाब विश्वविद्यालय के योगदान को भी रेखांकित किया। प्रो. अलंकार वैदिक साहित्य के प्रतिष्ठित विद्वान् हैं और विगत 13 वर्षों से दयानन्द चेयर फॉर वैदिक स्टडीज् का दायित्व भी सम्हाले हुए हैं।

सिविल सर्विस परीक्षा करियर काउंसलिंग सत्र में एक्सपर्ट ने दिए छात्रों को सफलताके टिप्स

सिविल सर्विस परीक्षा करियर काउंसलिंग सत्र में एक्सपर्ट ने दिए छात्रों को सफलता के टिप्स

डेमोक्रेटिक फ्रंट, बठिंडा, 08 अगस्त :

सिविल सर्विस परीक्षा के लिए भारत के पहले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म क्रैक अकादमी ने आज सिल्वर ओक्स स्कूल, बठिंडा में अपना तीसरा करियर काउंसलिंग सत्र आयोजित किया। इस सत्र में 450 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और करियर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
सत्र में क्रैक अकादमी के शिक्षकों ने विभिन्न करियर विकल्पों और उनकी तैयारी के महत्व पर छात्रों को मार्गदर्शन दिया। इस दौरान क्रैक अकादमी के सीईओ और संस्थापक, नीरज कंसल ने अपने अनुभव साझा किए और सही करियर चुनने के लिए मार्गदर्शन दिया।

सह-संस्थापक ऋषि भार्गव ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और करियर के अवसरों के बारे में उपयोगी सुझाव दिए। मुख्य अतिथि भारतीय निशानेबाज अवनीत कौर सिद्धू और बठिंडा की क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण सचिव पूनम सिंह ने भी अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को प्रेरित किया।

नीरज कंसल ने कहा कि हमारा उद्देश्य छात्रों को उनके करियर के रास्ते में आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ मदद करना है। हम चाहते हैं कि छात्र अपने जुनून को पहचानें और उसे अपने भविष्य के लक्ष्यों के साथ जोड़ें। सत्र में छात्रों को उनकी व्यक्तिगत ताकत और रुचियों को पहचानने, करियर के निर्णयों को समझने और शुरुआती करियर योजना के लाभों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, यूपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में भी चर्चा की गई।
छात्रों में से अरमिंदर कौर ने कहा, कैरियर काउंसलिंग से मुझे यह समझ में आया कि मैं अपने शौक को किस तरह अपने करियर में बदल सकती हूँ।

लोविश मित्तल ने कहा,कैरियर काउंसलिंग ने मुझे कई नए रास्ते दिखाए, जिससे मैं अपने भविष्य के लिए सही दिशा चुन पाया।

पंचकुला में आधुनिक कोचिंग हब की बनाए जाएं : मल्होत्रा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  06   अगस्त :

फैडरेशन ऑफ रेजिडेंट्स एसोसिएशन ने हरियाणा विधान सभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता से पंचकूला में कोचिंग हब शुरू किए जाने की मांग की।

दिल्ली में एक प्रसिद्ध कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में जलभराव के कारण कोचिंग ले रहे छात्रों की हाल की मौतों ने भारत के भविष्य के युवाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

संगठन के अध्यक्ष आर पी मल्होत्रा ने कहा कि एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को एक न्यूज स्टोरी के रूप में उठाया, जिसमें दिल्ली सहित लखनऊ जैसे देश भर के विभिन्न गंदे स्थानों की दुर्दशा दिखाई गई। समाचार में छात्रों की सुरक्षा चिंता और उन्हें प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में पूर्ण विवरण प्रदर्शित किया गया।

देश की सर्वोच्च परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा जैसे अत्यधिक प्रतिष्ठित प्रतियोगी केंद्रों की तैयारी कर रहे छात्रों के बारे में है। अन्य स्ट्रीम की कोचिंग की दुर्दशा की कल्पना भली-भांति की जा सकती है।

समय है कि पंचकूला में एक आधुनिक, सुनियोजित और पूरी तरह सुसज्जित कोचिंग की योजना बनाई जाए, जो देश के दूर-दराज के इलाकों से आने वाले छात्रों की जरूरतों को पूरा कर सके, साथ ही राज्य के खजाने में राजस्व भी पैदा कर सके। इस परियोजना से दुनिया भर में शहर की छवि बढ़ेगी।

प्रस्तावित परियोजना में कोचिंग सेंटरों के लिए नियोजित स्थल, छात्रों के लिए पूरी तरह सुसज्जित शानदार कॉन्डो, बनाए जाएं। इस परियोजना में क्षमता है और साथ ही राजस्व सृजन भी होगा।

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट्स एसोसिएशन पंचकूला ने पंचकूला की सीमा से लगे सेक्टर 20 में उपलब्ध खाली जमीन पर इस परियोजना की परिकल्पना करने का प्रस्ताव रखा ।

लघु उद्योग भारती ने विद्यार्थियों के लिए एक औद्योगिक यात्रा का आयोजन किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 03 अगस्त :

लघु उद्योग भारती (एलयूबी) ने महर्षि मार्कंडेश्वर इंजीनियरिंग कॉलेज, मुलाना, अंबाला के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के लिए एक औद्योगिक यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा डेराबस्सी में मोंगिया एंड कंपनी (मैन्युफैक्चरिंग डिवीज़न) में हुई और इसमें लगभग 60 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें डीआईसी फंक्शनल मैनेजर डॉ. श्रुति शर्मा मौजूद थीं। विद्यार्थियों को विनिर्माण प्रक्रियाओं और औद्योगिक प्रथाओं के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें दविंदर कौशल, एलयूबी डेराबस्सी के अध्यक्ष दीपक ढींगरा और साहिल गर्ग, एलयूबी डेराबस्सी के सचिव, प्रदीप मोंगिया, एलयूबी के राज्य महासचिव और अनिल शर्मा, एलयूबी के राज्य सचिव आदि शामिल थे। शैक्षणिक पक्ष से, सीनियर ग्रेड 2 के सहायक प्रोफेसर डॉ. सुभाष मलिक और एमएमईसी के प्रोफेसर डॉ. शालोम अखाई भी इस यात्रा के दौरान छात्रों का मार्गदर्शन करने और उन्हें सलाह देने के लिए मौजूद थे।

औद्योगिक दौरे के अलावा, पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए एक वृक्षारोपण अभियान भी चलाया गया। इस पहल ने औद्योगिक विकास के साथ-साथ संधारणीय प्रथाओं को बढ़ावा देने में मोंगिया एंड कंपनी (मैन्युफैक्चरिंग डिवीज़न), डेराबस्सी और एलयूबी, पंजाब के सहयोगात्मक प्रयासों को उजागर किया। इस यात्रा ने छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटते हुए एक व्यापक शिक्षण अनुभव प्रदान किया। औद्योगिक वातावरण के साथ व्यावहारिक संपर्क और उद्योग विशेषज्ञों के साथ चर्चा निस्संदेह उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास को बढ़ाएगी।