जीवन की हर उलझन को आसान बनाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका : डॉ अंजू बाजपेई 

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 05 सितम्बर :

शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्थान कोशिश ईकाई के   दिव्यांग बच्चों ने  शिक्षक दिवस मनाया। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों ने यह साबित कर दिया कि हुनर किसी का मोहताज नहीं होता बस एक अच्छे मार्गदर्शक की जरूरत होती है। बच्चे भी शिक्षक बने  और विभिन्न प्रकार  के कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी  का मन मोह लिया। दिव्यांग बच्चों ने इस दिन को और विशेष बना दिया, बच्चों ने अपने अपने अंदाज में शिक्षकों को बधाई दी।कुछ ने लिखकर, स्पीच देकर, म्यूजिक, डांस, स्पोर्ट गेम से शिक्षकों का मन मोह लिया।

उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में उसके शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। गुरु को  भगवान का दर्जा दिया जाता है।उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों के लिए शिक्षक की भूमिका बहुत अहम भूमिका होती है, क्योंकि बच्चों को सुनने, बोलने, चलने और समझने में कठिनाई ज्यादा होती है, इसलिए ऐसे बच्चों को संभालने में अध्यापकों को ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन ऐसी परिस्थितियों को दूर करने के लिए विशेष शिक्षा में डिग्री किए शिक्षक ही दिव्यांग बच्चों को अच्छी तरह से देखभाल और उन्हें आत्मनिर्भर बना सकते हैं।

उन्होंने  सभी को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए दो पंक्तियां शिक्षक दिवस पर कही.”गुमनामी के अंधेरे में था, पहचान बना दिया जीवन की हर मुश्किल और उलझन को आसान बना दिया।गुरु की कृपा ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया। कोशिश इकाई के प्रिंसिपल रविंद्र मिश्रा कहा की यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि दिव्यांगजन अपना जीवन स्वतंत्र रूप से और सम्मान के साथ व्यतीत कर सकें। यह सुनिश्चित करना भी हमारा कर्तव्य है कि उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त हो, वे अपने घरों और समाज में सुरक्षित रहें।

भारतीय संस्कृति और परंपरा में दिव्यांगता को ज्ञान प्राप्ति और उत्कृष्ट बनने में कभी बाधा नहीं माना गया है तथा प्रायः देखा गया है कि दिव्यांगजन दिव्य-गुणों से युक्त होते हैं। दिव्यांगजनों में सामान्य लोगों की तरह ही प्रतिभाएं और क्षमताएं मौजूद होती हैं और कभी-कभी उनसे कहीं ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनमें सिर्फ आत्मविश्वास उत्पन्न करने की आवश्यकता है। मौके पर उत्थान संस्थान से स्वाति,हनी तोमर और सुमित सोनी मौजूद रहे।

राजकीय महाविद्यालय रायपुर रानी में राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के तत्वाधान में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 05 सितम्बर :

राजकीय महाविद्यालय रायपुर रानी में राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के तत्वाधान में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा स्वयंसेवकों को नशा मुक्ति अभियान, Drug Abuse, पर्यावरण सुरक्षा, प्लास्टिक मुक्त हरियाणा जैसे विषयों के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया गया। इस कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा बढ़-चढ़कर भाग लिया गया।

निर्णायक मंडल में महाविद्यालय के टीचिंग स्टाफ से श्रीमती कविता, श्रीमान सुनील दत्त शर्मा एवं श्रीमती अंजू बूरा ने अहम भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल द्वारा बीए तृतीय वर्ष से प्रथम स्थान कुनालिका, द्वितीय स्थान मनु कुमारी तथा तृतीय स्थान अनु को प्रदान किया गया। प्रथम तीन चयनित पोस्टरों को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्तरीय पोस्टर चयन कमेटी के पास भेजा गया।

पूरे कार्यक्रम की रुप-रेखा महाविद्यालय के प्राचार्य श्री नरेंद्र आंचल के दिशा निर्देशन में बनाई गई। प्राचार्य द्वारा स्वयंसेवकों को जीवन में नशे से दूर रहने एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। पूरे कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर श्रीमती रितू व डाॅ मनदीप चहल की देख-रेख में हुआ।

महाविद्यालय के टीचिंग स्टाफ से श्रीमती मनीषा रंगा, डाॅ रोहित भुल्लर, श्रीमती मनदीप कौर अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा स्वयंसेवकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।

जल के बिना असंभव है जीवन की कल्पना : रजनी गोयल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 05 सितम्बर :

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो के सौजन्य साढोरा खंड के पीएम श्री गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सरावां में शिक्षक दिवस के अवसर पर जल संरक्षण पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती मीना गर्ग ने की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने शिरकत की और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जल संरक्षण के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती इसलिए समय रहते पानी को बचाना होगा और जरूरत के अनुसार पानी का इस्तेमाल करना होगा।

उन्होंने बताया कि हमारे कृषि, उद्योग-धंधे और दैनिक उपयोग की हर चीज जल पर ही निर्भर है। अतः जल का सदुपयोग करें इसका दुरुपयोग कदापि न करें। इस अवसर पर उन्होंने पानी बचाने के टिप्स भी बताएं।  विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180- 5678 के बारे में अवगत कराया और बताया कि इस नंबर पर पानी व सीवरेज से संबंधित समस्याओं का निवारण किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि पानी से संबंधित टेस्टिंग के लिए जिला में लैब भी है और आप साडोरा पब्लिक हेल्थ कार्यालय में जाकर आप अपने पानी का सैंपल देकर भी पानी की सैंपल की जांच करवा सकते हैं जो की निशुल्क है।

स्कूल प्रिंसिपल श्रीमती मीना गर्ग ने कार्यक्रम करने पर जिला सलाहकार रजनी गोयल का धन्यवाद किया। इसके अलावा  प्राइमरी स्कूल में भी स्कूली बच्चों को पानी बचाने बारे जागरूक किया गया।

इस अवसर पर बीआरसी मुनीष कुमार,अध्यापक रणजीत सिंह, हर्ष, राजेंद्र कुमार,नरेश, अंजलि, रीना, मुख्य शिक्षक लालचंद, सुनील कुमार, श्रीमती बलकार कौर एवं पंप ऑपरेटर करमचंद, सतपाल आदि उपस्थित रहे।                                          

खण्ड़ शिक्षा अधिकारी ज्योति सभ्रवाल ने दी अध्यापकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं

  • अध्यापक बच्चों/युवाओं को किताबी ज्ञान के साथ-साथ नैतिकता का सबक भी पढाये, मेहनत और ईमानदारी के रास्ते पर चलकर जिंदगी में आगे बढने का ज्ञान भी दें : ज्योति सभ्रवाल

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 05 सितम्बर :

    खण्ड़ शिक्षा अधिकारी ज्योति सभ्रवाल ने शिक्षक दिवस की सभी अध्यापकों एवं अन्य लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक ही है जो विद्यार्थी को आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करते है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ उन्हें नैतिकता, इनसानियत का सबक भी पढ़ाते है। हमारे देश की सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक ग्रंथो में भी कहा गया है कि गुरू भगवान से भी बढकर होता है। कबीर जी ने एक दोहे में गुरू की महिमा बताते हुए कहा है कि गुरू गोविन्द दोऊ खड़े काके लांगू पायं बलिहारी गुरू आपने जिन गोविन्द दियो बताय। उन्होंने कहा कि देश और समाज को सही राह पर ले जाने में शिक्षकों की भी मुख्य भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि अध्यापक बच्चों/युवाओं को मात्र किताबी ज्ञान या मात्र डिग्री हासिल करवाने की ही न पढाई करवाए, बल्कि नैतिकता का सबक भी पढाये, मेहनत और ईमानदारी के रास्ते पर चलकर जिंदगी में आगे बढने का ज्ञान भी दें। 

    बता दें कि विश्व के अनेक  देशों में शिक्षकों को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। वैसे तो भारत में अपने गुरु को आदर व् सम्मान देने की एक पवित्र परम्परा प्राचीनकाल से उपलब्ध है फिर भी भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन 5 सितम्बर भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने अपने छात्रों से उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी।   बॉक्स- सहायक प्रोफैसर डॉ. निर्मल सिंह का कहना है कि शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षा में वह कड़ी है जो समाज की अन्य सभी कडिय़ां को जोड़ती हैं। आज जरूरत केवल किताबी ज्ञान की ही नहीं, अपितु नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण शिक्षा की है। वैसे भी समाज को यह नहीं भूलना चाहिए जन्मदाता से ज्यादा महत्व शिक्षक का होता है। सफलता किसी की भी हो उस नींव में अहम योगदान शिक्षक का ही होता है। बिना शिक्षक न तो कोई व्यक्ति महान बन पाया है न ही बिना गुरु-शिष्य कोई देश महान बनने का सपना देख सकता है।

राजकीय सीनीयर सैकण्डरी स्कूल जटवाड़ की प्रिंसीपल नीलम शर्मा ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक शिक्षक अपने बच्चों को सही शिक्षा, प्रेरणा, सहनशीलता, व्यवहार और सही मार्गदर्शन देकर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाता है एक आदर्श शिक्षक श्रेष्ठ गुणों से परिपूर्ण होता है।

सहायक प्रोफैसर डॉ. सुमन लता ने कहा कि टैक्नोलॉजी ने शिक्षक के भाव, भूमिका और भविष्य तीनों पर भारी दबाव बना दिया है। टैक्नोलॉजी शिक्षा व्यवस्था का स्थाई घटक बन चुका हैं। गूगल, इंटरनेट का माया जाल, मीडिय़ा और सोशल मीडिय़ा का सूचना संसार जिस तरह की ज्ञान संरचना गढ़ रहा है, वह नई तरह के दबावों के निर्माण  की वजह बन रहा है। बाजार के प्रभावों से उपजी संस्कृति ने शिक्षा और शिक्षक की भूमिका को पूरी तरह बदल दिया।

शिक्षाविद् रजनीश शर्मा ने कहा कि 5 सितंबर को स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। विद्यार्थी अपने प्रिय शिक्षकों के प्रति अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी करते हैं। इस दिन कई स्कूलों में विद्यार्थी खुद शिक्षक बनते हैं। साथ ही वे उन गुरुओं को भी याद करते हैं, जो स्कूल छोड़ चुके होते हैं। 

हिन्दी प्राध्यापक रघुवीर सिंह का कहना है कि हिन्दी भाषा का महत्व इसी बात से पता चल जाता है कि यह आज जन-जन की भाषा बन चुकी है यह सबसे शुद्ध भाषा है जैसे लिखी जाती है वैसे ही बोली जाती है। इसके उच्चारण में कोई भी शब्द साइलेंट नहीं होता। इसका जन्म देव भाषा  संस्कृत से हुआ है इसलिए यह और भी पूज्यनीय बन जाती है।

वार्षिक स्टेज शो राज़मटाज़ में मानव मंगल के स्टूडेंट्स की हर प्रस्तुति में दिखी काबलियत


पारंपरिक ड्रेस में राजस्थान की संस्कृति के रंग में रंगे नजर आए पांचवीं और छठी के स्टूडेंट्स

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 04 सितम्बर :

मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के पांचवीं और छठी कक्षाओं के स्टूडेंट्स ने वार्षिक स्टेज शो राज़मटाज़ में अपनी हर प्रस्तुति में काबलियत का परिचय दिया। स्टूडेंट्स की हर सांस्कृतिक प्रस्तुति पसंद की गई तथा दर्शकों ने तालियां बजाकर उनकी खूब सराहना भी की। समारोह में एक तरफ मां के महत्व को बताती प्रस्तुति थी तो दूसरी तरफ योग के महत्व का संदेश देती प्रस्तुति। छात्रों की किसी प्रस्तुति ने दर्शकों को गुदगुदाया तो किसी ने उनकी आंखें नम कर दीं। राजस्थान के लोकप्रिय गीत ‘लुक छुप न जाओ जी’ पर पांचवीं (ए) और छठी (एफ) सेक्शन के स्टूडेंट्स की मनमोहक प्रस्तुति ने खूब तालियां बटोरीं। राजस्थान की पारंपरिक ड्रेस पहन कर मंच पर स्टूडेंट्स पूरी तरह से राजस्थान की संस्कृति के रंग में रंगे हुए नजर आए। स्कूल के डायरेक्टर संजय सरदाना ने इस प्रोग्राम के लिए स्टूडेंट्स और टीचर्स की कड़ी मेहनत की सराहना की।

रंगारंग कार्यक्रम का आगाज़ पांचवीं (ई) और छठी (ए) सेक्शन के स्टूडेंट्स की ओर से पेश प्रेयर डांस से हुआ जिसमें छात्रों ने बहुत ही जोश के साथ भगवान कृष्ण के गीत पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इससे पहले स्कूल की प्रिंसिपल की ओर से वर्ष 2021-22 और 2022-23 में स्कूल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। पांचवीं (सी) और छठी (आई) सेक्शन के स्टूडेंट्स ने कव्वाली पेश कर सभागार में बैठे दर्शकों को गुदगुदाया। समारोह में पांचवीं (जी) और छठी (डी) सेक्शन के स्टूडेंट्स ने मां पर भावपूर्ण प्रस्तुति देकर सभागार में बैठे सभी लोगों की आंखें नम कर दीं। कार्यक्रम के अंत में पांचवीं (बी) और छठी (सी) सेक्शन के स्टूडेंट्स ने देश भक्ति के रस में डुबोती प्रस्तुति दी जिसे देखकर दर्शक जोश से भर गए। 

समारोह में पांचवीं (डी) सेक्शन के छात्र-छात्राओं की ओर से पेश वेस्टर्न डांस और पांचवीं (एफ) और छठी (ई) सेक्शन के स्टूडेंट्स की ओर से योग करने का लाभ बताती प्रस्तुति भी सभी को पसंद आई। इसके अलावा छठी (जी) सेक्शन के स्टूडेंट्स ने पीयूष मिश्रा के गीत ‘आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड’ पर सेमि क्लॉसिकल डांस पेश कर दर्शकों में उर्जा भर दी। छठी (एच) सेक्शन के स्टूडेंट्स की ओर से पेश फैन डांस भी सराहनीय रहा।  समारोह की खास बात यह रही कि पांचवीं और छठी कक्षाओं के सभी स्टूडेंट्स ने इसमें हिस्सा लिया। खचाखच भरे सभागार में बैठे बच्चों के पेरेंट्स और ग्रैंडपेरेंट्स ने उनकी प्रस्तुति को अपने मोबाइल में कैद किया। स्कूल की तरफ से सभी स्टूडेंट्स को समारोह के अंत में गिफ्ट भी दिए गए। स्कूल के डॉयरेक्टर संजय सरदाना ने कहा कि स्कूल इस वार्षिक शो के माध्यम से यह सुनिश्चित करता है कि सभी स्टूडेंट्स मंच पर प्रस्तुति दें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। 

शिक्षा एवं चिकित्सा हेतू होगा हर संभव सहयोग : उपायुक्त

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 02 सितम्बर :

पंचकूला। गोपाल मूर्ति फाउंडेशन की शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत यूनिट आशाएं की ओर से शनिवार को टीचर्स डे सेलिब्रेट किया गया। टीचर्स डे पर शिक्षा के क्षेत्र में लीक से हटकर काम करने वाले 10 टीचर्स को सम्मानित किया गया। प्रख्यात शिक्षक पुरस्कार कार्यक्रम का आयोजन पॉलीटेक्निक कॉलेज, सेक्टर 26 के ऑडिटोरियम में हुआ। डिप्टी कमिश्नर, पंचकूला सुशील सरवान इसमें मुख्य अतिथि रहे। डाइट के प्रिंसिपल महा सिंह सिंधु इसमें विशिष्ट अतिथि रहे और अष्टावक्र की को-आर्डिनेटर पारस पराशर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

कार्यक्रम में द ब्रिटिश स्कूल की डायरेक्टर प्रिंसिपल गीतिका सेठी, गवर्नमेंट मिडल स्कूल, सेक्टर 17 के रामफल शर्मा, गवर्नमेंट मिडल स्कूल, फतेहपुर की रीता, पॉलीटेक्निक कॉलेज की अंजलि मलिक, सौपिंस स्कूल, सेक्टर 9 की पूनम कालरा, स्काई वर्ल्ड स्कूल की शिम्पी शर्मा, गवर्नमेंट मिडल स्कूल-बुढनपुर के अशोक कुमार, गवर्नमेंट हाई स्कूल, सेक्टर 26 की मिनाक्षी, गवर्नमेंट मॉडल स्कूल, सेक्टर 26 की प्रिया, पॉलीटेक्निक कॉलेज के राहुल जांगड़ा, अरविंद्र कुमार को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

डिप्टी कमिश्नर सुशील सरवान ने गोपाल मूर्ति फाउंडेशन की ओर से जरूरतमंद लोगों व बच्चों के लिए किए जा रहे कामों की सराहना करते हुए भविष्य में किसी भी तरह से जरूरत होने पर हर संभव सहयोग देने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि पंचकूला में डीसी के तौर पर काम करते हुए शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनका विशेष फोकस रहेगा। फाउंडेशन की संयोजक पुनीत बेदी ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के समापन पर फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रियंका पुनिया ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया।

फाउंडेशन की संस्थापक सारिका तिवारी ने संगठन के उद्देश्य और बीते दिनों में सामाजिक क्षेत्र में किए गए कामों के बारे में बताया। गवर्नमेंट मिडल स्कूल, फतेहपुर की ओर से स्वागत गीत और देशभक्ति गीत पर डांस का प्रोग्राम पेश किया गया।

सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में श्लोक अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

सुभाष कोहली, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालका – 01 सितम्बर : 

सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल, एचएमटी टाउनशिप, पिंजौर द्वारा संस्कृत दिवस महोत्सव 2023 के समापन समारोह के उपलक्ष में श्लोक अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। गौरतलब है की विद्यालय द्वारा 25 अगस्त से 31 अगस्त तक महोत्सव का आयोजन किया गया है, जिसके अंतर्गत विद्यालय में विभिन्न कक्षाओं के मध्य में श्लोक अंताक्षरी का आयोजन किया गया। 31अगस्त के दिन संस्कृत दिवस महोत्सव का समापन समारोह आयोजित किया गया। जिसका शुभारंभ मंगलाचरण द्वारा किया गया तथा आचार्य सुनील द्वारा संस्कृत दिवस के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। तत्पश्चात सातवीं कक्षा के छात्रों द्वारा श्लोकों का उच्चारण कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। इसके बाद कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण श्लोक अंताक्षरी प्रतियोगिता आरंभ हुई। जिसमें सर्वप्रथम पांचवी अ और छठी अ  कक्षा के मध्य में प्रतियोगिता हुई। इसी प्रकार सातवीं अ तथा आठवीं कक्षा के बीच में भी श्लोक अंत्याक्षरी प्रतियोगिता हुई।


दोनों प्रतियोगिताओं में विजेता टीमों ने फाइनल में प्रवेश किया तथा अंतिम चरण में दोनों ही टीमों में बहुत ही रोमांचक मुकाबला हुआ। इस दौरान वातावरण बहुत ही आनंदमय में हो गया। अंत में कक्षा पांचवी एवं सातवीं के छात्रों में मुकाबला हुआ जिसमें पांचवी कक्षा के छात्रों ने विजय प्राप्त की। विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा विजेताओं को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य पीयूष पुंज द्वारा संस्कृत के महत्त्व को बताते हुए कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संस्कृत के ग्रंथ हमारा उचित मार्गदर्शन करते है। हमें श्लोकों को स्मरण करने के साथ-साथ इसके भावार्थ को भी समझना चाहिए तथा अपने जीवन में उपयोग करना चाहिए। उन्होंने सभी छात्रों को इतनी अधिक संख्या में श्लोकों को स्मरण करने के लिए शुभकामनाएं दी तथा उनके शिक्षक आचार्य सुनील दत्त गौतम को भी छात्रों को तैयार करने के लिए बहुत-बहुत साधुवाद दिया।

एसडी कॉलेज में यंग कम्युनिकेटर्स क्लब का हुआ गठन, चावला चुनी गईं अध्यक्ष

जनसंपर्क का क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है : डॉ. रुपेश सिंह

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 31 अगस्त :

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के अधीन यंग कम्युनिकेटर्स क्लब (वाईसीसी) की ओर से वीरवार को इंस्टॉलेशन समारोह के साथ नई टीम के सदस्यों का स्वागत किया गया। किटी चावला, नव्या मेहता और दिव्या बब्बर को क्लब का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव चुना गया। पीआरसीआई के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीजे सिंह ने नए सदस्यों को चेंज मेकर्स बनने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि चैटजीपीटी के युग में अपने संचार कौशल को निखारना और नैतिक रूप से अपने कर्तव्यों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

डॉ. रूपेश सिंह, चैप्टर चेयरमैन ने दर्शकों को पीआरसीआई के उद्देश्यों, मिशन और वाईसीसी द्वारा युवा संचारकों को प्रदान किए गए अवसरों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वह सभी को इस क्षेत्र में सीखने, आगे बढ़ने के इस अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। डॉ.सिंह ने छात्रों से कहा कि वे अनुभवी प्रोफेशनल्स के साथ जुड़ सकते हैं और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। जनसंपर्क का क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है और उन्हें इसमे आगे रहना चाहिए। नॉर्थ पीआरसीआई की उपाध्यक्ष रेणुका सलवान ने कहा कि आज के युग में हमें नेटवर्क बनाना सीखना चाहिए। अपने काम के प्रति जुनून और प्रेरणा का होना भी जरूरी है।

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन विभाग ने अपनी पहचान स्थापित की है। इस तरह के व्यावसायिक सहयोग से छात्रों को बहुत लाभ होता है। वाईसीसी अध्यक्ष और विभागाध्यक्ष डॉ. प्रिया चड्ढा ने क्लब में नए सदस्यों का स्वागत किया और धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस अवसर पर विश्व फोटोग्राफी दिवस प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। प्रथम पुरस्कार कनिष्का गोयल को दिया गया। किटी चावला को दूसरा पुरस्कार मिला। तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप से नेहा ठाकुर एवं माधव को प्रदान किया गया। विभाग ने इन-हाउस न्यूज़लेटर एक्सप्रेशंस भी जारी किया।

सक्षम सिंह ने भरा अध्यक्ष पद के लिए पीयू में नामांकन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 31 अगस्त :

पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के केमिकल इंजीनियरिंग और एमबीए के चतुर्थ वर्षीय छात्र सक्षम सिंह ने आज स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के समय सक्षम सिंह के समर्थन में छात्रों का हुजूम उमड़ पड़ा  और अपने विभाग में सभी तरह के कार्यों में अग्रणी रहने वाले सक्षम सिंह की जीत के नारे लगने लगे।

                                 सक्षम सिंह ने छात्रों के प्लेसमेंट की प्राथमिकता देने की बात कही और चुनाव को पेपरलेस बनाने पर भी जोर देने की कोशिश रहेगी। सक्षम सिंह का मुख्य प्राथमिकता  विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर कैंपस को स्वच्छ और हरा-भरा बनाना तथा शांतिपूर्ण माहौल रखना रहेगा। चुनाव में किसी प्रकार के फिजूल खर्ची नहीं करना और छात्रों के बीच व्यक्तिगत रूप से अपनी बात पहुंचा  कर इस चुनाव में जीत का दावा करने वाले सक्षम सिंह अभी पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित पर्यावरण संसद में अग्रणी भूमिका निभा चुके हैं।

         पिछले कई वर्षों से कैंपस को हरा भरा बनाने में उन्होंने कई संस्थाओं के साथ मिलकर काफी पौधारोपण किया और उनका मुहिम पौधा लगाओ और पौधा बचाओ है।

                                  छात्रों के किसी भी समस्याओं के समाधान के लिए सक्षम सिंह एक कॉल पर उपलब्ध रहते हैं और हर संभव सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। आज नामांकन के बाद ही छात्र उनके प्रचार और प्रसार में व्यक्तिगत रूप से उतर चुके हैं और चंडीगढ़ से कई सामाजिक संस्थाएं भी उनका हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।

संस्कृत भाषा में समस्त ज्ञान विज्ञान निहित : डॉ मीनू जैन

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 31 अगस्त :

 विश्व संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृत विभाग तथा फाइन आर्ट्स विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृत शास्त्रों से संबंधित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 42 छात्राओं ने भाग लिया। कालेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम संस्कृत विभाग इंचार्ज डॉ मुकेश कुमार व फाइन आर्ट्स विभाग इंचार्ज विकास वालिया की देखरेख में हुआ। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।

डॉ मीनू जैन ने संस्कृत भाषा की महानता तथा उपयोगिता का वर्णन करते हुए बताया कि संस्कृत भाषा में समस्त ज्ञान-विज्ञान की राशि निहित है। संस्कृत भाषा के अध्ययन से मनुष्य अपना सर्वांगीण विकास करते हुए उच्चतम ज्ञान के आदर्श को प्राप्त कर सकता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक संस्कृत देवताओं की भाषा हुआ करती थी और इसलिए इसकी कोई शुरुआत या अंत नहीं है। धर्मग्रंथों में भाषा की उत्पत्ति दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व में होने का उल्लेख है, उस समय के आसपास जब ऋग्वेद की रचना हुई थी। विश्व संस्कृत दिवस का उद्देश्य संचार के इस पुराने माध्यम को लोकप्रिय बनाना और पुनर्जीवित करना तथा इसके उपयोग को बढ़ावा देना है।

डॉ मुकेश शर्मा, संस्कृत विभाग ने संस्कृत दिवस के इतिहास का वर्णन करते हुए बताया कि प्राचीन गुरुकुल प्रणाली में श्रावण मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को सत्र आरंभ किया जाता था तथा भारतीय सरकार ने बाद में इस तिथि को संस्कृत दिवस के रूप में मनाना प्रारंभ किया। विश्व संस्कृत दिवस भारत की सबसे प्राचीन भाषा के प्रति जागरूकता और सम्मान बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। अन्य भाषाओं के लिए इससे निकले शब्दों से भी संस्कृत के महत्व को समझा जा सकता है। यहां तक कि व्यापक रूप से बोली जाने वाली अंग्रेजी में भी, कई सामान्य  शब्द प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संस्कृत में निहित हैं।