PU Proud with four students Selected  as Medical Social Workers 

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Panchkula – 09 January :

Panjab University is proud to announce that four students from the Centre for Social Work have been selected for the esteemed position of Medical Social Worker at PGIMER, Chandigarh. This moment is of great honour for Panjab University and the Centre for Social Work shared Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work. In a brief ceremony, Professor Renu Vig, Hon’ble Vice Chancellor, extended her warm wishes, congratulated and honoured these students on their brilliant achievement and success. She has expressed that this accomplishment is a testament to these students’ hard work and dedication in their academic and professional pursuits. The students include Arpna Rattu, Gurpreet Singh, Piyush and Shubham informed Gaurav Gaur and he has also expressed his deep sense appreciation for making the Cenre for Social Work proud of it’s alumnus. He also shared that all these students have been selected after they cleared the All India level entrance test conducted by the said institution.  Hence, it is a matter of great accomplishment as well. This is one of the significant achievements made by the alumnus in the recent past. Prof Monica M Singh was also present during this felicitation, and she also expressed her happiness and contentment for this achievement. 

The brief introduction of the students selected is given below.

Arpna Rattu (Batch 2011-2013) has worked as a Child Welfare Officer in Children’s Home-Snehalaya and in Specialized Adoption Agency, under Social Welfare Department, Chandigarh for more than three years. She is a certified Master trainer on Child Adoption Related.  She also has an experience of Monitoring & Evaluation Officer in NGOs. Presently she is pursuing her doctorate under the supervision of Prof. Monica M Singh, Centre for Social Wok, Panjab University, Chandigarh 

Gurpreet Singh (Batch 2015-17) After MW, he has done his M.Phil.( Psychiatric Social Work) from GMCH, sector- 32. He has Diploma in Community Mental Health from National Institute of Mental Health and Neuro Sciences Hospital (NIMHANS), Bangalore. He has worked with  Pushpanjali Trust, Chandigarh, and has experience of Psychiatric Social Worker.  Presently, he is pursuing his Ph.D. from Centre for the study of social exclusion and inclusive policy, Panjab University Chandigarh. He had edited a book on common mental health issues in Punjabi language recently.

Piyush (Batch 2018-2020) has done his M.Phil. ( Psychiatric Social Work) from Government Medical College and Hospital Sector-32 Chandigarh in 2020-2022. He has been working as a Psychiatric Social Worker at a hospital in Varanasi for more than a year before taking up the present assignment. 

Mr. Shubham (Batch 2019-2021) is a former Project Field Officer who had worked in Project SETU by FHI360/India for more than a year. He has worked as a Research Assistant for ten months with a premiere research agency based at Chandigarh. During the COVID-19 pandemic, he volunteered in relief and rehabilitation efforts during the lockdown period, focusing on alleviating the impact on stranded migrant labourers in Panjab University campus and around the tri-city area. He also volunteered with various agencies from time to time.

Copyright Granted on the Work of Researchers at UBS, PU

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Panchkula – 09 January :

Copyright Granted on the Work of Researchers at University Business School, Panjab University, Chandigarh

Professor Renu Vig, Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh, felicitated the Team comprising Prof. Keshav Malhotra, Dean Faculty of Business Management and Commerce, Prof. Purva Kansal, and Ms. Neelam Chauhan of University Business School, Panjab University, who have got their work, entitled ESG Index for Measuring Comprehensiveness of ESG reporting in India, protected under The Copyright Act. The Team has been actively pursuing their research on Environmental, Social and Governance (ESG) Issues faced by Indian Companies. Professor Paramjeet Kaur, Chairperson, UBS and Prof. Namita Gupta, Director, Public Relations were also present on the occasion.

The work entailed in the copyright will help the Policy maker in India to guide companies in their ESG reporting practices by assessing the quality and quantity of ESG disclosure published by them. The preliminary coding based on 2020-2021 data has indicated that Indian companies are excelling in governance reporting but need to improve their environmental and social reporting. Though the companies are using other international indexes or framework for providing their ESG information, but none provided a comprehensive common platform for comparison, for which the new copyright index will help bring them all on one common comparable platform. Accordingly, the investors can easily make comparisons of the ESG information provided by different companies as well as industry. Therefore, now they canmake informed decisions based on reporting scores obtained using the developed ESG index. Besides publishing and presenting their work, the team plans to take their research to next level and also transferring the copyright for better assessment both at local and global level.

Press Release no. 13886

डिप्टी कमिश्नर ने एक वर्षीय कंप्यूटर कोर्स करने वाले 18 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट बाँटे

संदीप वर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर, 04 जनवरी 

डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने गुरुवार को एक साल का कंप्यूटर कोर्स पूरा करने वाले 18 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट बाँटे।

यह कोर्स डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता वाली बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है और क्लास रैड क्रॉस भवन, लाजपत नगर में स्थित राजीव गांधी कंप्यूटर इंस्टीच्यूट में चल रही है।

छात्रों को अपने जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हुए विशेष सारंगल ने कहा कि यह एक साल का कंप्यूटर कोर्स उन्हें अपने कौशल को निखारने और लाभकारी रोजगार पाने में मदद करेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

अन्य लोगों को कोर्स का लाभ उठाने का न्योता देते हुए, डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए केंद्र में एक समर्पित कर्मचारी तैनात किया गया है और प्रत्येक छात्र से 400 रुपये महीना फीस ली जाती है।

उन्होंने बताया कि इस कोर्स के तहत छात्रों को कंप्यूटर फंडामेंटल और ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन टूल्स, आरडीबीएमएस/डीबीएमएस, सी++, कंप्यूटर अकाउंट, एचटीएमएल और हार्डवेयर जैसे विषय पढ़ाए गए है।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कंप्यूटर कोर्स करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है और जो भी व्यक्ति कोर्स करना चाहता है वह रैड क्रास भवन में संपर्क कर सकता है।

एडवोकेट राकेश गुप्ता द्वारा खंड मोरनी के 90 शिक्षकों को पॉक्सो एवं पॉश एक्ट की जानकारी दी गई

        सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 04 जनवरी

           शिक्षा विभाग हरियाणा  द्वारा   शिक्षकों के लिए   पोक्सो एवं पॉश एक्ट   का  प्रशिक्षण सभी स्कूलों के, प्रिंसिपल, मुखिया, प्रभारियों को आवश्यक रूप से  दिया जा रहा है |खंड मोरनी के शिक्षकों के लिए यह  प्रशिक्षण राजकीय संस्कृति मॉडल सीनियर  सेकेंडरी स्कूल मोरनी मे दो दिन के लिए रखा गया था |अध्यापक राजेश भंवरा ने बताया की इस प्रशिक्षण मे खंड मोरनी के लगभग 90  शिक्षक, शिक्षिकाओं ने भाग लिया |यह प्रशिक्षण शिविर दो दिन चला जिसमे  दोनों दिन लगभग पेंतालिस   पेंतालिस  अध्यापकों ने भाग लिया |इस  प्रशिक्षण को पंचकुला की एनजीओ प्रणाम इंडिया फाउंडेशन ने पूरा सहयोग दिया |

जिसमे दोनों दिन प्रणाम इंडिया फाउंडेशन की संचालक और फाउंडर शालू गुप्ता अपनी टीम के साथ उपस्थित रहीं और उनके  को-फाउंडर, लीगल  एडवाइजर और पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट  राकेश गुप्ता ने पोक्सो व पोष एक्ट के बारे मे  पूरी जानकारी दी |इस अवसर पर  प्रणाम इंडिया फाउंडेशन की  चेयरपर्सन शालु गुप्ता ने भी सभी उपस्थित शिक्षकों को प्रेरित किया। इस अवसर पर   राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोटी के प्रिंसिपल पवन जैन, मोरनी  स्कूल के प्रिंसिपल कर्मवीर शर्मा, भी मौजूद रहे व एन जी ओ प्रणाम फाउंडेशन इंडिया की चेयरमैन शालू गुप्ता व एडवोकेट राकेश  गुप्ता  का   खंड मोरनी के  अध्यापकों को बहुत बढ़िया ढंग व बारिकियों के साथ यह प्रशिक्षण देने पर आभार व्यक्त किया |

इस प्रशिक्षण मे टिककर स्कूल की  प्रिंसिपल उर्मिल रंगा,बी आर पी विवेक सांगवान, ए बी आर सी सविता, सोनिया, मुकेश, रॉकी,  भावना खन्ना,मौलिक स्कूल मुख्यधयापक राम सिंह,स्कूल प्रभारी चमन  लाल,  अनीता भंवरा, राधा धीमान,   बलदेव शर्मा,  मोहिंदर पाल, होशियार सिंह, अमरजीत आदिवाल इत्यादि अध्यापक उपस्थित   रहे।

पीजीजीसी फॉर गर्ल्स – 42 में महिला सशक्तिकरण पर लेक्चर आयोजित

सृष्टि के निर्माण में स्त्री का भी उतना ही सहयोग है जितना कि पुरुष का : कमाण्डेन्ट कमल सिसोदिया 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 01 जनवरी   :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स, सेक्टर-42, चण्डीगढ़ की एनएसएस इकाई के सात दिवसीय एनएसएस शिविर में महिला सशक्तिकरण पर 13 वीं बटालियन, सीआरपीएफ की कमाण्डेन्ट कमल सिसोदिया को लेक्चर हेतु आमंत्रित किया गया था जिसमें उन्होंने कहा कि लड़किया किसी भी मामले में लड़कों सी कमतर नहीं हैं, अपितु कई क्षेत्रों में वे उनसे बढ़कर ही हैं।

उन्होंने कहा कि सृष्टि के निर्माण में स्त्री का भी उतना ही सहयोग है जितना कि पुरुष का। उन्होंने कहा कि यदि किसी समाज की प्रगति के बारे में सही-सही जानना है तो उस समाज की स्त्रियों की स्थिति के बारे में जानना चाहिए। कोई समाज कितना मजबूत हो सकता है, इसका अंदाजा इस बात से इसलिए लगाया जा सकता है क्योंकि स्त्रियाँ किसी भी समाज की आधी आबादी हैं। बिना इन्हें साथ लिए कोई भी समाज अपनी संपूर्णता में बेहतर नहीं कर सकता है। कमाण्डेन्ट द्वारा महिला सशक्तिकरण पर बेहद ही प्रभावशाली वक्तव्य के साथ साथ उन्होंने  महिलाओं के अधिकारों के विषय में नियम व कानून की जानकारी भी प्रदान की।

इस अवसर पर कमाण्डेन्ट को रोट्रैक्ट क्लब एवं कॉलेज प्रबंधन की तरफ से महिला गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ निशा अग्रवाल, एनएसएस इन्चार्ज डॉ. मेहर चन्द्र व रोट्रैक्ट क्लब के अध्यक्ष रिशभ  इत्यादि भी मौजूद रहे।

प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल : सुरेंद्र राठी

  • घर-घर जाकर नववर्ष की बधाई दी : सुरेंद्र राठी 

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01 जनवरी   :

आज नववर्ष के आगमन पर आम आदमी पार्टी ने घर-घर जाकर पोस्टर बांटे। पूरे शहर में नववर्ष के कार्ड वितरित किए और लोगो को पार्टी की नीतियों से अवगत करवाया। लोकसभा उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य सुरेंद्र राठी ने कहा कि लोगों को हरियाणा की बदहाल स्थिति के बदलाव के लिए प्रदेश की जनता को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। 30 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं। 1585 स्कूलों में शौचालय नहीं है।131 स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है।

236 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं हैं। 8240 कक्षाओं की कमी है। यही बदहाली चिकित्सा के क्षेत्र में भी है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की लड़ाई के कारण चिकित्सकों की सुनवाई नहीं हो रही है। आज से चिकित्सक हड़ताल पर जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के मुकाबले 2022 में नशे से ग्रसित 3738 ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है। इसका मुख्य कारण रोजगार नहीं मिलना है। खट्टर सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह से असफल रही है। 9 साल के कार्यकाल में 30 से ज्यादा बार पेपर लीक हुए हैं। पूरे हरियाणा में नशे का कारोबार ने पैर पसार चुका है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के किसान बीजेपी की नीतियों से बुरी तरह परेशान है। फसल बिक्री के समय सरकार पोर्टल पोर्टल का खेल खेलने लग जाती है। बाढ़ से फसल बर्बादी का मुआवजा अभी तक नहीं मिला। यमुना के साथ लगते जिलों की कृषि योग्य भूमि भी रेत से अटी पड़ी है। जबकि बीजेपी सरकार ने  किसानों की आय की बजाय कर्जा दुगना करने का काम किया है।

इस अवसर पर माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष शहाबद्दीन व्यापार मंडल के अध्यक्ष के जेबी धारीवाल अतुल कुमार विनोद कुमार धरमवीर,रघबीर दलाल दीपक कुमार रविंदर खैरवाल करण ठाकुर श्यामलाल राजबीर दलाल सुरेश गर्ग सत्यवान फोर

Panjab University unveils a captivating Table Calendar for  2024

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh  – 01 January:

Panjab University unveils a captivating Table Calendar for  2024 based on Sustainability Development Goals (SDGs)

A Table Calendar, integrating environment with societal insights, was released today by the Hon’ble Vice Chancellor, Prof. Renu Vig alongwith  Prof Rumina Sethi, Dean of University Instructions (DUI). It has  designed on the theme on United Nation’s Sustainable Development Goals (SDGs). It is a collaborative effort of Dr Jaspreet Kaur, Assistant Professor, Department of Botany and Dr Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work. “This innovative calendar represents a harmonious blend of scientific insights and societal perception, demonstrating the interconnected nature of sciences with social dynamics” said the Vice-Chancellor. This showcases the progressive perspectives from the realm of life sciences, delving into critical aspects of sustainable development and ensuring a holistic understanding of the theme. She said that this calendar is a visual delight with breathtaking photographs shot using a mobile camera by Dr Gaurav Gaur.

While appreciating the efforts Prof Rumina Sethi said that “Dr Gaur has remarkably applied his photographic proficiency and creative mind to raise awareness about the SDGs to inspire a collective commitment to a sustainable future”. With engaging design and a call to action, this calendar invites individuals to contribute to sustainable practices in their daily lives. Such interdisciplinary collaborations create a unique and impactful platform to foster a deeper understanding of the SDGs and drive a positive change. Prof. Prof. Anju Suri, Dean, Faculty of Arts, was also present during the release. The dignitaries appreciated the celebration of the fusion of science and societal consciousness to propel us toward a more sustainable and equitable world. The calendar is prepared under the Environment Education Program of Ministry of Environment, Forest & Climate Change funded by Punjab State Council for Science and Technology, Chandigarh, the state nodal agency.

भारत 2047 तक ‘विकसित भारत’ : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने में विश्वविद्यालयों की अहम भूमिका रहेगी- प्रो. नरसी राम बिश्नोई

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  01 जनवरी   :

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार इस वर्ष कई नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ करने जा रहा है।  ये सभी एकेडमिक प्रोग्राम्स वर्तमान समय की मांग के अनुरूप और रोजगारपरक होंगे।  एकेडमिक प्रोग्राम्स नियमित तथा दूरस्थ शिक्षा दोनों ही माध्यमों से आरंभ किए जाएंगे।  विद्यार्थियों की संख्या बढऩे को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के आधारभूत ढांचे को भी और अधिक मजबूत किया जाएगा।  नववर्ष के उपलक्ष्य पर विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के कमेटी हॉल में हुई पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी।  

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने में विश्वविद्यालयों की अहम भूमिका रहेगी।  ऐसे में विश्वविद्यालयों को वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करना व मजबूत करना आवश्यक है।  विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख एकेडमिक प्रोग्रामस उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास को बेहतर करना भी विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है।  गुरु जम्भेश्वर जी भगवान के नाम पर स्थापित यह विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।  विश्वविद्यालय ने नए कोर्स आरंभ करने तथा आधारभूत ढांचा मजबूत करने की एक विस्तृत योजना तैयार की है।  

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर सहित डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेन्द्र कुमार, तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, निदेशक आउटरीच प्रो. दलबीर सिंह, निदेशक दूरस्थ शिक्षा प्रो. खुजान सिंह, उपनिदेशक जनसम्पर्क डा. बिजेन्द्र दहिया, सहायक कुलसचिव अशोक कौशिक व कंसल्टेंट विमल झा इस अवसर पर उपस्थित रहे।

ये शुरु किए जाएंगे नियमित एकेडमिक प्रोग्राम्स

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आगामी सत्र से पांच वर्षीय बीकॉम-एमकॉम इंटेग्रेटिड, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीए इंटेग्रेटिड, बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस, बीएएलएलबी, बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, एमएससी जियोग्राफी, पांच वर्षीय बीए-एमएससी जियोग्राफी इंटेग्रेटिड, डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीक्स तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जाएंगे।  कुछ शैक्षणिक कार्यक्रमों की कक्षाएं सायंकालीन सत्र में लगेंगी।  विश्वविद्यालय के समबद्ध महाविद्यालयों  के शैक्षणिक कार्यक्रम भी नई शिक्षा नीति के तहत शुरु किए जाएंगे।  पार्ट-टाइम पीएचडी कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा।  इससे सेवारत आवेदकों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा।  इस अवसर पर कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने डिजिटल केलेंडर का विमोचन भी किया।  इस माहवार केलेंडर के क्यूआर कोड को स्कैन करके माह से संबंधित जानकारियां उपलब्ध होंगी।   

दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से ये ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स शुरु होंगे

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई नए ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जा रहे हैं।  इनमें एमबीए जनरल, एमकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमसीए, बीसीए, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस, एमए हिंदी तथा डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस शामिल हैं।  

नए भवनों का होगा निर्माण

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में नए भवनों का निर्माण भी इस वर्ष में किया जाएगा।  विश्वविद्यालय में शिक्षण खंड-8 का निर्माण होगा तथा शिक्षण खंड-7 की तीसरी मंजिल बनाई जाएगी।  सिविल इंजीनियरिंग विभाग की इमारत तथा एक मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण भी किया जाएगा।  लड़कियों के लिए नए छात्रावास नम्बर-5 तथा लडक़ों के लिए एक और नए छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।  अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए एक अलग से छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा।  विश्वविद्यालय परिसर में नए ए-टाइप, सी-टाइप, सुपर सी-टाइप तथा डी-टाइप मकानों का निर्माण भी में किया जाएगा। 

नववर्ष के उपलक्ष्य में हुआ हवन यज्ञ तथा विश्वविद्यालय परिवार मिलन समारोह

विश्वविद्यालय परिसर में नववर्ष के उपलक्ष्य में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान के सौजन्य से हुए इस हवन यज्ञ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे।  हवन यज्ञ की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने की।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी भगवान की वेदमयी वाणी तथा वेद मंत्रों के माध्यम से किए गए हवन यज्ञ में विश्वविद्यालय की सुख समृद्धि की प्रार्थना की गई।  हवन यज्ञ की व्यवस्थाओं का संचालन अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई तथा पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. किशनाराम बिश्नोई की देख-रेख में किया गया।  

विश्वविद्यालय के फ्रेगरेंस गार्डन में परिवार मिलन समारोह का आयोजन किया गया।  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने व्यक्तिगत रूप से मिलकर शिक्षकों व कर्मचारियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी तथा उनके परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर भी उपस्थित रहे।  इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार के लिए जलपान का आयोजन किया गया। 

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ आयोजित

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -01 जनवरी   :

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन फॉर वूमेन संत पुरा यमुनानगर में 1जनवरी 2024को  नव-वर्ष के उपलक्ष्य  पर कॉलेज के प्रांगण में श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जीएनजी कॉलेज की निर्देशिका डॉ वीरेंद्र गांधी , कॉलेज प्राचार्या  डॉ. इंदु शर्मा  , समूह  शिक्षकगण एवं बीएड और डी एड की छात्राए उपस्थित रही । पाठ पूर्ण तन्मयता एवं धार्मिक तरीके से किया  गया । पाठ 12.30 बजे आरंभ किया गया और 2.00 बजे पाठ की सम्पूर्णता के बाद  अरदास की गई एवं प्रसाद वितरण भी हुआ।  तदुपरांत  कॉलेज प्रचारिया ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।

आयुर्वेद का अर्थ है जीवन का विज्ञान : डॉ अभिमन्यू आर. भार्गव

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 01 जनवरी   :

डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स के प्रांगण में फैकल्टी डेवलपमेंट सेल की ओर से आयुर्वेद से स्वास्थ्य रक्षा एवं बचाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। एफडीपी सेल कन्वीनर डॉ सुरेंद्र कौर ने कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाई। भार्गव आयुर्वेद संस्थान के संस्थापक व सीईओ, नाड़ी विशेषज्ञ व वेलनेस कोच डॉ अभिमन्यू आर. भार्गव कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे । कार्यक्रम का संचालन योग विभागाध्यक्षा डॉ रंजना द्वारा किया गया।

आयुर्वेद के बारे में बताते हुए डॉ भार्गव ने कहा कि आयुर्वेद प्राचीन भारतीय प्राकृतिक और समग्र वैद्य शास्त्र चिकित्सा पद्धति है। आयुर्वेद का अर्थ है जीवन का विज्ञान और इसके अनुसार तन- मन और आत्मा के बीच आप संतुलन स्थापित करके अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं आयुर्वेद में न केवल उपचार है बल्कि यह जीवन जीने का ऐसा तरीका सीखाता है जिससे आपका जीवन लंबा और खुशहाल हो जाता है उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति के शरीर में वात, पित्त और कफ जैसे तीनों मूल तत्वों के संतुलन से कोई भी बीमारी नहीं हो सकती यदि संतुलन बिगड़ा है तो बीमारी शरीर पर हावी होने लगती है अतः इन तीनों तत्वों के मध्य संतुलन स्थापित किया जाता है इसके अलावा आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने पर भी बल दिया जाता है ताकि व्यक्ति सभी प्रकार के रोगों से मुक्त हो। साथ ही उन्होंने बताया कि एलोपैथी औषधि रोग के प्रबंधन पर केंद्रित होती है जबकि आयुर्वेद रोग की रोकथाम और रोग को उत्पन्न करने वाले मूल कारण को देखकर उसका निदान करता है। 

डॉ मीनू जैन ने सभी स्टाफ सदस्यों को नव वर्ष की बधाई दी और कहा कि इस नए वर्ष में सभी अपने स्वास्थ्य और आहार पर ध्यान दें क्योंकि खानपान का असर सीधा हमारी हेल्थ पर पड़ता है और हेल्थ अच्छी होगी तो हमारे कार्य के प्रति कुशलता बढ़ेगी और उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। और उत्पादकता ही सफलता की कुंजी है।