माह के ज्येष्ठ रविवार यानि 22 जुलाई को बाबाजी का लंगर का आयोजन किया जाएगा

 

पंचकूला -21जुलाई:

सिद्ध बाबा पौणाहारी लंगर सेवा दल ट्राइसिटी आज 22जुलाई को लंगर का आयोजन कर रहा है सेवा दल के प्रधान विक्रांत पंडित ने बताया कि सेवादल प्रत्येक माह के ज्येष्ठ रविवार को बाबाजी का लंगर का आयोजन करता आ रहा है यह आयोजन पंचकूला में सेक्टर 11 के मकान नंबर 452 के पास किया जाएगा जिसमें बासमती चावल , दाल मखनी व हलवे का लंगर वितरित किया जाएगा । निष्काम सेवा सकीर्तन मंडली की प्रधान मीना शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर मंगल मुखी ट्रांरजेंडर वेलफेयर एसोसिएशन चण्डीगढ की प्रधान किन्नर महंत काजल मुखी विशेष रूप से लंगर में आकर सेवा करेंगी ।

पर्यावरण की याचिका पर नगर निगम और केन्द्र सरकार को नोटिस जारी

चडीगढ :
केन्द्र शासित शहर चंडीगढ की घटती हरियाली को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने चंडीगढ प्रशासन,चंडीगढ नगर निगम और केन्द्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुनवाई की अगली तिथि 16अगस्त तय की गई है।
याचिका वकील अमित गोयल ने दायर की है। याचिकाकर्ता के वकील शिवकुमार शर्मा ने बताया कि चंडीगढ में पार्किंग के कारण 70 फीसदी हरियाली घट गई है। खासकर सेक्टर 34 में हरियाली घटी है। उन्होंने कहा कि इसी हरियाली के कारण चंडीगढ को सिटी ब्यूटीफुल कहा जाता रहा है। लेकिन अब इस हरियाली का संरक्षण नहीं किया जा रहा।
  उन्होंने बताया कि पहले हरियाली के संरक्षण के लिए कदम उठाने की मांग को लेकर ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपे गए थे। लेकिन कोई कदम न उठाए जाने पर याचिका दाखिल की गई है

22 जुलाई को यवनिका पार्क में राहगीरी कार्यक्रम आयोजित

 

 

पंचकूला, 20 जुलाई:

जिला प्रशासन द्वारा 22 जुलाई को प्रात: 6 से 8 बजे तक पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित यवनिका पार्क में राहगीरी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस राहगीरी कार्यक्रम का मुख्य फोकस इंडियन कल्चर एवं हैरीटेज होगा।
राहगीरी कार्यक्रम को भव्य, धूम-धड़ाके एवं गरिमापूर्ण तरीके से आयोजित करने की दिशा में पंचकूला के उपमण्डल अधिकारी दना०½ पंकज सेतिया व एसीपी नुपुर बिश्रोई ने आज जिला सचिवालय के सभागार में विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति की दिशा में संबंधित अधिकारियों से विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। राहगीरी कार्यक्रम से जुड़े प्रधान अशोक हंस हिसार ने कार्यक्रम को और आकर्षित बनाने के लिए अपने सुझाव दिये और कई कार्यक्रमों की तैयारियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
हरियाणा सडक़ सुरक्षा संगठन के उपाध्यक्ष सुभाष कपूर ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न चित्रकला प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। प्रतियोगिता के प्रथम ग्रुप में पहली से चौथी कक्षा के बच्चे भाग लेंगे जबकि दूसरे ग्रुप में 5वीं से 8वीं तथा तीसरे ग्रुप में 9वीं से अधिकतम कक्षाओं के बच्चे भाग लेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस दौरान योगा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, एरोविक्स, साईकिलिंग, डांस, बॉक्सिंग, स्केटिंग, जुडो, कैरमबोर्ड, सांपसीडी, कराटे, क्रिकेट, बैडमेटिन, फुटबाल, मटका रेस, सडक सुरक्षा के संबध मे यातायात नियमों की जानकारी बारे व अन्य मौज मस्ती की दिशा में आयोजित गतिविधियों सहित लघु नाटक बेटी बचाओ बेटी पढाओ, ओडीएफ, साफ सफाई पर भी गीत प्रस्तुत किये जाएंगे।
उन्होंने जिलावासियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे इस कार्यक्रम में मौज मस्ती के लिए अवश्य भाग लें। उन्होंने कार्यक्रम से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विस्तार से संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तार से बातचीत की। कार्यक्रम में राजकीय विद्यालय सेक्टर 15, सेक्टर 19 व सेक्टर 6 के बच्चों द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।
बैठक में पतंजलि समिति के सदस्य, जयभागवान कंबोज सहित विभिन्न स्कूलों के प्रिंसीपलों व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए :रणबीर सिंह शर्मा

पंचकूला/मोरनी:
राष्ट्रीय लोक स्वराज पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व आई.जी. रणबीर सिंह शर्मा ने मोरनी मेें हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री गृह विभाग का नेतृत्व करने में बुरी तरह से फेल साबित हुए हैं।
मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल के दौरान हरियाणा में महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़छाड़ की घटनाओं में जहां भारी वृद्धि हुई है वहीं राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट से यह साफ होता है कि हरियाणा अब रेप की राजधानी बन चुका है। आई.पी.एस. रणबीर सिंह शर्मा ने कहा कि मोरनी में हुई घटना ने पुलिसिया तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री प्रदेश की पुलिस को कुशल नेतृत्व प्रदान करने में बुरी तरह से फेल साबित हुए हैं। रणबीर सिंह शर्मा ने कहा कि मोरनी के गैस्ट हाउस गैरकानूनी कार्यों का अड्डा बने हुए हैं। जिन्हें नेताओं व पुलिस का संरक्षण हासिल है। एक तरफ सरकार मोरनी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की बात कर रही है दूसरी तरफ यहां आने वाली महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

मोरनी में सामूहिक दुष्कर्म का मामला, चौकी इंचार्ज और एक महिला एएसआई को सस्पेंड

पंचकुला:

मोरनी हिल्स में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में कार्रवाई करते हुए मोरनी चौकी इंचार्ज और एक महिला एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। पंचकूला के डीसीपी राजिंदर मीना ने इस बात की पुष्टि की है। मामले में तीन आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पंचकूला डीसीपी राजेन्द्र कुमार मीना ने बताया कि अगर इस मामले को लेकर पंचकूला पुलिस की किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।वहीं डीसीपी ने बताया कि शुरुआत में केस चंडीगढ़ में दर्ज हुआ जिसे चंडीगढ़ पुलिस ने पंचकूला महिला थाने में ट्रांसफर किया गया है और अब आगे की करवाई पंचकूला पुलिस कर रही है।

डीसीपी राजेन्द्र कुमार मीना ने पत्रकार वार्ता मेंं बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही SIT गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता एसीपी अंशू सिंघला कर रही है।डीसीपी ने बताया कि मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने 3 लोगों को अरेस्ट किया है और जिस का मामले में हाथ होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी ने बताया कि सुनील निवासी कुरुक्षेत्र, अवतार सिंह निवासी झांसी सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।पुलिस ने बताया कि मुख्यारोपी सुनिल फोन से ही संदिग्घ एक्टिविटीज़ को संचालित कर रहा था और फ़िलहाल पंचकूला पुलिस ने गेस्ट हाउस की डीवीआर चंडीगढ़ पुलिस से ले ली है।

वही पंचकूला पुलिस पर पीड़िता के पति ने आरोप लगाया था कि पंचकूला पुलिस ने शिकायत मिलने पर भी कार्रवाई नहीं की, इस पर बोलते हुए डीसीपी ने कहा कि मामले को लेकर पंचकूला पुलिस की तरफ से जिसने भी लापरवाही बरती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। मोरनी के अधिकतर इलाको में चल रहे देह व्यापार के बारे पूछे गए सवाल पर डीसीपी ने बताया कि पहले से ही महिला पुलिस डी एस पी की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है और इललीगल एक्टिविटीज को लेकर होटलों की लिस्ट भी तैयार की गई है और इलाके में इस प्रकार की गतिविधियां न हो इसके लिए लगातार चेकिंग की जा रही है ।

गौरतलब है कि पंचकूला के मोरनी इलाके में 22 साल की युवति को बंधक बनाकर 40 लोगों ने तीन दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया। युवति को नौकरी का झांसा देकर गेस्ट हाउस में बंधक बनाया गया था। पंचकूला पुलिस ने मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक युवति चंडीगढ़ की रहने वाली है। इस युवति को मुख्य आरोपी नौकरी का झांसा देकर गेस्ट हाउस ले आया। जहां उसे बंधक बना लिया गया। कई लोग दरिंदगी की हदें पार कर इसे युवति से तीन दिन तक दुष्कर्म करते रहे। इस दौरान युवति ने अपने पति को फोन करने की कोशिश भी की लेकिन युवति से फोन छीन लिया गया। चौथे दिन युवति किसी तरह से गेस्ट हाउस से भागने में कामयाब हो गई और उसने पति को फोन से इसकी जानकारी दी। जिसके बाद युवति ने पुलिस का शिकायत दी।

‘अब खट्टर बताएं कितने लोगों की उंगली काटी जाएगी’, मोरनी की घटना पर बोले जयहिंद

चंडीगढ़: पंचकूला के मोरनी में हुए सामूहिक दुषकर्म की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मोरनी की घटना ने हरियाणा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर बताएं कि वह कितने लोगों की उंगली काटेंगे। क्योंकि मोरनी की घटना में सीधे तौर पर पुलिस विभाग सवालों के घेरे में है।

खट्टर सरकार पर हरियाणा को रेप की राजधानी बनाने का आरोप लगाते हुए नवीन जयहिंद ने कहा कि यह सरकारी संरक्षण में हुई घटना है। मोरनी में चलने वाले गैस्ट हाउस सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर पुलिस की मिलीभुगत के साथ चल रहे हैं और सरकार चुप है। मोरनी में हुई घटना ने साफ कर दिया है कि हरियाणा की मनोहर सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से फेल हुई है। मात्र दो पुलिसकर्मी सस्पेंड करने से खट्टर सरकार अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती। गृह विभाग का मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बिना किसी देरी के इस्तीफा देना चाहिए।

नगर निगम पंचकुला, सब कुछ ठीक नहीं है

 

नगर निगम पंचकूला की कार्यप्रणाली से पंचकूला के नागरिक बेहद रोष में हैं ! नगर निगम पंचकूला के प्रत्येक कार्य में गहरे भ्रष्टाचार की बू आती है ! सभी नियम कानून ताक पर रख दिए जा रहे हैं ! यहाँ भ्रष्टाचार आटे में नमक वाला नहीं बल्कि नमक में आटे वाला प्रतीत हो रहा है ! सार्वजनिक खजाने को नए नए तरीकों से जमकर लूटा खसोटा जा रहा है !

शहर के मौजिज नागरिक पिछले लम्बे समय से नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा रहे है ! उनमे से बहुत से लोगों ने अपनी विभिन्न मामलों में अपनी शिकायते भी दी हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है ! ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है की जैसे यहाँ लोकतंत्र स्थगित कर दिया गया है और मनमानी का दौर है ! सरकार के नुमाइंदे पंचकूला के विधायक जिन्हे सब कुछ दिखाई भी दे रहा होगा और यहाँ के लोगों की नगर निगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ उठाई जा रही आवाज़ भी सुनाई दे रही होगी लेकिन वे भी क्यों खामोश हैं ! क्या उन्हें शहर की जनता की तकलीफों से कोई वास्ता नहीं और उनके जज्बातों से कोई वास्ता नहीं ! शहर की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है ! वे अगर नगर निगम की कार्यप्रणाली को नहीं जांच सकते तो वे कम से कम शहर के नागरिकों की आवाज़ सरकार तक तो पहुंचायें और सरकार से शिकायत मामलों की जांच का आग्रह करें !

खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे.. और विधानसभा से गायब सुरजेवाला मीडिया में बड़ बड़ बोले : जवाहर यादव

हरियाणा विधानसभा और कैथल के लाखों मतदाताओं का अपमान करने वाले रणदीप सुरजेवाला बस बातें करना जानते हैं। जिस विधानसभा का सदस्य बनाने की दुहाई देकर उन्होंने कैथल के लोगों से वोट मांगे थे, उस विधानसभा में आने में अब सुरजेवाला को शर्म आती है। या फिर वे इस गौरवशाली सदन, कैथल की जरूरतों और प्रदेश के विकास को अहमियत ही नहीं देते ?
आखिर क्या कारण है कि रणदीप सुरजेवाला अब तक 66 दिन चली हरियाणा विधानसभा में सिर्फ 5 बार पधारे हैं ? टीवी पर चिल्ला चिल्ला कर भाजपा सरकार और मोदी जी से सवाल पूछने वाले इस महारथी ने साढ़े तीन साल में विधानसभा में एक भी सवाल नहीं पूछा। सभी मुद्दों पर मीडिया में ज्ञान बांटने वाले इन साहब को विधानसभा में ना तो कभी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने लायक कोई विषय मिला ना इन्होंने कभी किसी मसले पर काम रोको प्रस्ताव लाने की जरूरत समझी। मतलब धुरंधर प्रवक्ता जी का सवाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, काम रोको प्रस्ताव में खाता शून्य है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठ का पुलिंदा परोसने वाले रणदीप सुरजेवाला के पास ऐसे कोई तथ्य नहीं हैं जो विधानसभा में कहे जा सकें क्योंकि विधानसभा में बाते तथ्यों और सच्चाई के आधार पर ही रखी जाती हैं। कोई झूठ बोलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। बस इसीलिए सुरजेवाला ना वहां आते, ना कोई बात कहते।
सुरजेवाला यह क्यूं नहीं बताते कि 10 साल तक मंत्री होते हुए उन्होंने अपनी सरकार से स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करवाने और किसानों को 50 फीसदी मुनाफे वाला समर्थन मूल्य दिलवाने के लिए अपनी सरकार पर दबाव क्यूं नहीं बनाया। सुरजेवाला यह भी बताएं कि वित्त मंत्री और लोकनिर्माण मंत्री होते हुए भी उनके राज में अंबाला-कैथल-हिसार हाइवे को 4-लेन करने का प्रोजेक्ट लटका ही क्यूं रहा। कांग्रेस की दस साल की सरकार में सुरजेवाला कौन सी सैटिंग के तहत अपने क्षेत्र की सड़कों को लेकर चुप बैठे रहे।
किसानों की चिंता आपको तब क्यूं नहीं हुई जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा अधिग्रहण का डर दिखाकर किसानों की जमीन बिल्डरों के हाथों लुटवा रहे थे। क्यूं आप उस वक्त चुप रहे जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट किसी ने हाथ में उठा कर भी नहीं देखी।
सुरजेवाला को बताना चाहिए कि ये बातें जो उन्हें अब आती हैं, ये मंत्री की कुर्सी का सुख भोगते हुए 10 साल तक क्यूं नहीं आई ?
‘ खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे ‘ कहावत ऐसे ही लोगों के लिए बनी है।

37 IAS officers of 1986 Batch impaneled for Secy or equivalent post

 

The NaMo administration on Thursday announced the empanelment of 35 IAS officers (1986 batch) to hold Secretary and Secretary Equivalent posts in Government of India. As many as 20 officers were empanelled to hold Secretary rank post whereas 16 were empanelled to hold Secretary equivalent level posts.

IAS officers empaneled to hold Secretary level posts are;

  • Ravi Mittal (BH)
  • Guruprasad Mohapatra (GJ)
  • P D vaghela (GJ)
  • Anil Kumar Khachi (HP)
  • Rajni Sekhri Sibal (HY)
  • Sanjeev Kaushal (HY)
  • Rakesh Kumar Gupta (JK)
  • Subhash Chandra (KN)
  • Vandita Sharma (KN)
  • Khastrapati Shivaji (MH)
  • Pramod Kumar Das (MP)
  • S P Singh Parihar (MP)
  • G V Venugopala Sarma (OR)
  • Utpal Kumar Singh (UD)
  • Alok Tandon (UP)
  • Umesh Sinha (UP)
  • Anshu Prakash (UT)
  • Sanjiv Nandan Sahai (UT)
  • R S Shukla (WB)
  • I S N Prasad (KN)

IAS officers empaneled to hold Secretary or Secretary Equivalent level posts are;

  • Atul Chaturvedi (AM)
  • Ravi Capoor (AM)
  • Sanjiva Kumar (AM)
  • Alok Vardhan Chaturvedi (BH)
  • Sangeeta Singh (GJ)
  • Suresh Kumar (JK)
  • P H Kurian (KL)
  • Bijay Kumar (MH)
  • Jayashree Mukherjee (MH)
  • J Suresh Babu (MN)
  • Shambhu Singh (MN)
  • Yaduvendra Mathur (RJ)
  • Balvinder Singh Bhullar (UP)
  • Mukul Singhal (UP)
  • Manoj Kumar Parida (UT)
  • Satbir Bedi (UT)

Rajoana loses 5 kgs as hunger strikes enters 4th day

Patiala, July 19, 2018:

The indefinite hunger strike by Balwant Singh Rajoana, the death-convict assassin of former Punjab CM Beant Singh, entered fourth day.

Rajoana is on strike inside jail premises at Patiala since July 16 to register his protest against the Shiromani Gurdwara Prabandhak Committee (SGPC) for not continuing support to his appeal pending before the President of India to commute death sentence.

His sister Kamaljit Kaur told that Rajoana lost 5 Kilograms weight since July 16. His condition is deteriorating because he is suffering from kidney ailment.