यात्रीगण कृपया ध्यान दें चंडीगढ़ से चल कर दिल्ली जाने वाली तेजस एक्सप्रेस तैयार है


भारतीय रेलवे दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर नई तेजस एक्सप्रेस जल्द ही शुरू करने जा रहा है. इस ट्रेन की यात्रा हवाई जहाज की तरह लग्जरी और आरामदायक होगी.


भारतीय रेल नयी समय सारिणी 2018:

दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच की दूरी अब महज तीन घंटे में पूरी होगी. भारतीय रेलवे की नई लग्जरी ट्रेन से यह मुमकिन होगा. दरअसल, भारतीय रेलवे नई दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर नई तेजस एक्सप्रेस जल्द ही शुरू करने जा रहा है. इस ट्रेन की यात्रा हवाई जहाज की तरह लग्जरी और आरामदायक होगी.

15 अगस्त से प्रभावी भारतीय रेलवे के नए टाइम टेबल के अनुसार, दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर जल्द ही एक नई तेजस एक्सप्रेस शुरू की जाएगी. इस ट्रेन से दोनों शहरों के बीच का ट्रैवल टाइम घटकर महज तीन घंटे रह जाएगा. बता दें, तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की नई लग्जरी ट्रेनें हैं, जो धीरे-धीरे प्रमुख रुटों पर शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेंगी. पहली बार इस ट्रेन को 2017 में मुंबई-गोवा रूट पर शुरू किया गया था. रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस के लिए तीन रूट निर्धारित किए हैं. इनमें मुंबई-गोवा, दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-लखनऊ रूट शामिल हैं.

दिल्ली-चंडीगढ़ तेजस एक्सप्रेस का समय

नई दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर तेज एक्सप्रेस को पिछले साल चलाया जाना था, लेकिन रैक नहीं तैयार होने के चलते संभव नहीं हुआ. रेलवे के नए टाइम टेबल के अनुसार, ट्रेन नंबर 22425 नई दिल्ली से रोज सुबह (बुधवार को छोड़कर) 9:30 AM पर रवाना होगी जो 12:40 AM पर पहुंचेगी. वापसी में ट्रेन नंबर 22426 चंडीगढ़ से 2:35 PM से चलकर नई दिल्ली 5:30 PM (बुधवार को छोड़कर) पहुंचेगी.

दिल्ली-चंडीगढ़ तेजस एक्सप्रेस की खासियतें:

सेमी हाई-स्पीड तेजस एक्सप्रेस में एयरक्रॉफ्ट जैसी कई सुविधाएं हैं. इसमें हर यात्री की सीट पर सूचना और मनोरंजन के लिए स्क्रीन लगी है. अटैंडडेंट कॉलिंग बटन, पढ़ने की लाइट, एग्जीक्यूटिव चेयर कार के अलावा आॅटोमैटिक एंट्री और एक्जिट दरवाजें हैं, जो मेट्रो ट्रेनों की तरह प्लेटफॉर्म पर पहुंचने पर ही खुलेंगे. तेजस की कोचेज को भविष्य के मुताबिक तैयार किया गया है, जिससे कि वह 200 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकते हैं.

यह हैं खूबियां

  • पूरी ट्रेन साउंड प्रूफ है, ट्रेन के गेट ऑटोमेटिक हैं।
  • वाई-फाई, सीट के पीछे टच स्क्रीन एलईडी, स्मोक डिटेक्टर, सीसीटीवी।
  • वीनीशन विंडो- यह आकार में बड़ा है। बेहतर दृश्य, धूप से बचाव के लिए लगे पर्दे पॉवर से चलेंगे।
  • ट्रेन में बायो वैक्यूम टॉयलेट, इंगेजमेंट बोर्ड, हैंड ड्रायर की सुविधा मुहैया कराई गई है।
  • एक्जीक्यूटिव क्लास में ज्यादा आराम के लिए सीट के पीछे सर टिकाने के लिए हेडरेस्ट, पैरों के लिए फूटरेस्ट दिए गए हैं। पैसेंजर सो कर जा सकते हैं। लेटने के लिए अत्यंत सुविधाजनक सीट तैयार की गई है।
  • स्टेशनों के बारे में और दूसरी सूचनाएं माइक के अलावा एलईडी पर भी मिलेगी।
  • सीट और कोच के छत के निर्माण में नारंगी और पीले रंग का इस्तेमाल किया गया है।

20 अगस्त को चंडीगढ़ में होगी इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक: दौलतपुरिया

 

 

चंडीगढ़:

इनेलो विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने कहा कि 20 अगस्त को चंडीगढ़ में इनेलो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। उन्होंने बताया कि कार्यकारणी की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर भी चर्चा होगी। बैठक में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट समेत प्रदेश के अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।

उन्होंने नूह के साहिब सिंह मामले में सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में असफल रही है। हरियाणा स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के  आंकड़े बताते हुए उन्होंने कहा कि जनवरी से जून तक हरियाणा में  440 कत्ल, 66 गैंगरेप और 603 बलात्कार के मामले आ चुके है। 6864 महिलाओ के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हुए है।

5चवां अग्रवाल युवक युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन सफल हुआ

[18/08 6:29 pm] Satya narayan Gupta:

5चवां अग्रवाल युवक युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन सफल हुआ इस कार्यक्रम का आयोजन अग्रवाल परिवार संगठन ट्रस्ट रजिस्टर्ड द्वारा पम्रशांत बिहार सैक्टर 14 रोहिणी दिल्ली के तत्वावधान में किया गया इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संगठन के अध्यक्ष श्री जगमोहन गुप्ता ने बताया कि परिचय सम्मेलन में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली,यू पी, राजस्थान, उत्तराखंड, चंडीगढ़, तथा मध्य प्रदेश के 800 के लगभग बच्चों एवं उनके परिजनों ने भाग लिया। -। उन्होंने ने बताया कि इस से पुर्व चार परिचय सम्मेलन करवा चुके हैं और उक्त सम्मेलनों के माध्यम से 40% रिश्ते हो चुकें है इसलिए इस पांचवें अग्रवाल युवक युवती परिचय सम्मेलन का आकार बढ़ाने का प्रयास किया है और सफल भी हुए जिस कारण 800 के लगभग शादी के लायक युवक युवतियों ने और उनके परिवारजनों ने कार्यक्रम में शिरकत की -। श्री जगमोहन ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में 10%के आस पास परिवारवालों के रिश्ते हो गय और कुछ की बात चित चल रही है
[इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहिंदर गोयल विधायक ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की तथा उक्त परिचय सम्मेलन में 600 युवक युवतियों के बायोडाटा उपलब्ध करवाए तथा परिचय पुस्तिका का विमोचन किया इस अवसर अग्रवाल विकास ट्रस्ट पंचकूला के प्रधान सत्यनारायण गुप्ता विशेष अतिथि थे और अग्रवाल समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे

Punjab government would be hiring 500 youth in the jails department:: Sukhjinder Singh

 

Ludhiana, August 18, 2018:

Punjab Jails and Cooperation Minister Mr Sukhjinder Singh Randhawa today informed that in a bid to provide employment to the unemployed youth of the state, the Punjab government would be hiring 500 youth in the jails department. He said that the state government has already given its approval and the new staff would be employed soon.
Mr Randhawa said this while attending a function organised to celebrate the 74th birth anniversary function of former Prime Minister Rajiv Gandhi organised by senior Congress leader Mr KK Bawa in association with Desh Bhagat Memorial Society and Terrorism Affected Association, here today.
Member of Parliament Mr Ravneet Singh Bittu, Cabinet Minister Mr Bharat Bhushan Ashu, MLA’s Mr Surinder Dawar, Mr Gurkirat Singh Kotli, Mr Lakhvir Singh Lakha, Ludhiana Mayor Mr Balkar Singh Sandhu, former minister Mr Malkit Singh Dakha, besides several others were also present during the function.
While speaking on the occasion, Mr Sukhjinder Singh Randhawa informed that   to check shortage of jail staff, 650 persons were recruited in the Jails Department recently. He informed that there is still shortage of 600 persons, out of which the file related to the recruitment of 500 persons has been cleared by the state government. He informed that once the new staff is recruited, the department would write to the Punjab Police to train them before they join duties.
He stated that there is zero tolerance for unlawful activities in his department and warned that recovery of any mobile phone or drugs inside the state’s prisons would invite immediate suspension of the official indicted, besides leading to stern action against the jail superintendent too.
While addressing the gathering, Mr Sukhjinder Singh Randhawa said that it was during the tenure of Prime Minister Rajiv Gandhi that the country progressed. He said that computerisation was introduced in the country during Mr Gandhi’s tenure besides the telecommunications revolution. He said that Congress party is a party of martyrs as thousands of people laid down their lives for the country. He said that during the dark days of militancy in Punjab, several congressmen sacrificed their lives for the sake of peace and communal harmony.
On this occasion, first Rajiv Gandhi Memorial Award was given to Sam Pitroda and this award was received on his behalf by Indian Overseas Congress USA chapter president Mr Gurmeet Singh Gill. Beant Singh Memorial Award was given to Khanna MLA Mr Gurkirat Singh Kotli, Radhe Shyam Malhotra Memorial Award to Senior Deputy Mayor Mr Sham Sunder Malhotra, Dr Kalicharan Memorial Award to his son Mr Sukhnandan, Atma Ram Arya Memorial Award to his son Mr Vicky Arya, Freedom Fighter Om Parkash Bector Memorial Award to Mr Arun Bector and Bhagat Ram Memorial Award to his daughter Mrs Dharma Devi.
Prominent among those present on the occasion included District Congress Committee (Urban) President Mr Gurpreet Singh Gogi, DCC (Rural) President Mr Gurdev Singh Lapran, former Additional Advocate General Mr Harpreet Sandhu, Mr Gurinderpal Singh Billa, Mr Nirmal Kaira, besides several others.

केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 10 करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि प्रधानमंत्री ने केरल को 500 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है. यह राशि 12 अगस्त को गृह मंत्रालय की ओर से 100 करोड़ रुपए की देने की घोषणा से अलग है. कोच्चि में एक उच्च स्तरीय बैठक की समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित कुछ क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया.

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बारिश और बाढ़ से जूझ रहे केरल के विभिन्न इलाकों से 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है और कहा है कि उसने अब तक का देश का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान छेड़ा है.

एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि उसकी कुल 58 टीम राहत एवं बचाव काम के लिए केरल में तैनात की गई हैं. उनमें से 55 टीम वहां काम कर रही हैं जबकि तीन टीम रास्ते में है. प्रवक्ता ने कहा, ‘बाढ़ से जूझ रहे केरल राज्य में बल ने अपना राहत एवं बचाव अभियान तेज कर दिया है.’

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हम केरल बाढ़ से प्रभावित लोगों को लेकर चिंतित हैं. केंद्र सरकार हर संभंव मदद कर रही है. रेल अब मुफ्त में खाने पीने की चीजें बाढ़ प्रभावित इलाकों में ले जाएगी.


 

हरियाणा:

केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 10 करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की।
बीते 100 सालों में सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं केरलवासी जान-माल के भारी नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लिया निर्णय।
बाढ़ पीड़ितों को मदद और बचाव कार्यों के लिए सहयोग की दिशा में लिया गया निर्णय।

 


मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केरल बाढ़ प्रभावितों के मदद के लिए 10 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है.

 

 

 


कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के बीजेपी के सभी कॉरपोरेटर केरल बाढ़ प्रभावित लोगों के मदद के लिए अपनी एक महीने की सैलरी दान करेंगे

 

 

 

 


उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केरल बाढ़ प्रभावितों के मदद के लिए 15 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है.

 

 

 

 

 


छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने केरल के मुख्यमंत्री विजयन से फोन पर बात कर हर संभंव मदद करने का भरोसा दिया है.

 

 

 


गुजरात

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने केरल बाढ़ प्रभावित लोगों के मदद के लिए 10 करोड़ रुपए की मदद की घोषणा की है.

 

 

 


महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केरल में बाढ़ प्रभावित लोगों के मदद के लिए 20 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है.

 

 

 


झारखंड

केरल में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने 5 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है

 

 

 


ओडिशा

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी केरल के लिए 5 करोड़ रुपए की सहायता राशि का ऐलान किया है. पटनायक ने नौकाओं के साथ 245 दमकलकर्मी केरल भेजने का ऐलान किया.

 

 

 


हार

बाढ़ की मार झेल रहे केरल की मदद में बिहार सरकार आगे आई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को केरल को 10 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया.

 

 

 


मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री ने हवाई सर्वे किया और हालात जाने. हमारे हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण कुछ जगहों पर नहीं जा सके. वित्तीय सहायता देने के लिए हमने पीएम का आभार जताया और उनसे और हेलिकॉप्टर और नौकाएं देने की गुहार लगाई है.


मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा, हमने प्रधानमंत्री को सभी परिस्थितियों की जानकारी दे दी. केरल में हालात बहुत खराब हैं. हमें एकजुट होना पड़ेगा. प्रधानमंत्री ने केरल की हालत को बखूबी समझा. राजस्व विभाग के अधिकारी भी हमारे साथ थे.


प्रधानमंत्री के साथ बैठक में मुख्यमंत्री विजयन ने प्रदेश में बाढ़ से हुई तबाही का हाल बताया. विजयन के मुताबिक केरल को 19,512 करोड़ की हानि हुई है.


 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए आज यानी शनिवार सुबह कोच्चि पहुंचे हैं. उन्होंने यहां मुख्यमंत्री पिनारई विजयन और राज्य सरकार के साथ बाढ़ राहत को लेकर बैठक की है. उन्होंने केरल में बाढ़ राहत के लिए 500 करोड़ के पैकेज का ऐलान किया है.

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले केरल की आपदा के लिए 100 करोड़ पैकेज का ऐलान किया था. तब इतनी बड़ी आपदा के लिए इतने कम पैकेज की घोषणा करने पर सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा था.

केरल में भारी बारिश और बाढ़ के चलते अकले शुक्रवार को ही 106 लोगों की मौत हो गई है. इसी के साथ केरल में बीते 8 अगस्त से बाढ़ और बारिश की वजह से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 324 हो गया है.

प्राकृतिक आपदा की इस स्थिति में राज्य में ऑक्सीजन की कमी और पेट्रोल पंपों में तेल नहीं होने से संकट और गहरा हो गया. बाढ़ की वजह से पर्यटन के लिए मशहूर केरल को गहरा धक्का लगा है. हजारों एकड़ खेत में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं. लोगों के घर और मकान ढह गए हैं. साथ ही सड़कें पुल और बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान पहुंचा है.

अलग-अलग जगहों पर फंसे 80,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया. इनमें 71,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित एर्नाकुलम जिले के अलुवा क्षेत्र से थे.

तीनों सेनाओं के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने छतों और ऊंची जगहों पर फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम शुक्रवार को फिर से शुरू किया. पहाड़ी इलाकों में पहाड़ के हिस्से जमीन पर गिरने से सड़क जाम हो रहे हैं, जिससे बाकी जगहों से उनका संपर्क टूट जा रहा है. द्वीप की शक्ल ले चुके कई गांवों में फंसे लोगों को निकालने का अभियान भी जारी है.

नौका से नहीं पहुंचने लायक जगहों में फंसी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सेना के हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे केरल के लोगों ने टीवी चैनलों के जरिए अधिकारियों से अपील की है कि वे उनके प्रियजन की मदद करें.

ऑस्ट्रेलिया में रह रही सौम्या ने कहा कि उनके माता और कुछ रिश्तेदार बीते दो दिनों से अलुवा में फंसे हुए हैं. एक अन्य ने कहा कि उनकी बुजुर्ग रिश्तेदार मैरी वर्गीज को ऑक्सीजन सिलिंडर की सख्त जरूरत है और उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है. एक वॉट्सऐप वीडियो में छह साल के बच्चे के साथ एक जगह पर फंसी हुई महिला मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है. वह कह रही है, ‘हमारे पास न खाना है और न पीने को पानी। कृपया हमारी मदद करें.’

सिद्धू का पाकिस्तान के पीएम की पार्टी में जश्न मनाना शर्म की बात: विज


भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा- देश से माफी मांगे सिद्धू


इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू इमरान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। समारोह से पहले नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिले। उनके इस अंदाज पर सवाल उठाए जा रहे हैं। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा- सिद्धू और कांग्रेस को देश से माफी मांगना चाहिए। कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि सिद्धू ने पाकिस्तान जाने के लिए पार्टी की मंजूरी ली थी या नहीं?

पीओके के राष्ट्रपति के बगल में बैठे सिद्धू : सिद्धू शपथ ग्रहण समारोह में पहली कतार में बैठे थे। उनके पास पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति (सदर) मसूद खान बैठे थे। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत मान्यता नहीं देता।

मसूद खान के साथ सिद्धू के बैठने को लेकर पूछे गए सवाल पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा, “वे जिम्मेदार व्यक्ति और मंत्री हैं। सिर्फ वे ही इसका जवाब दे सकते हैं, लेकिन उन्हें इससे बचना चाहिए था।”

बैंगलोर कर्नाटक में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स की 71 वी राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शुरू

 

बैंगलोर कर्नाटक में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स की 71 वी राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक शुरू
कार्यसमिति का शुभारंभ श्री श्री रविशंकर और न्यायमूर्ति जस्टिस सन्तोष हेगड़े ने दीप पर्वजलोत कर के किया।
बैठक में भाग लेने सभी प्रदेशो के ifwj से सम्बंधित पत्रकार संगठन के प्रतिनिधि आये हुए है
हरियाणा वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के प्रतिनिधि मंडल के साथ ifwj के राष्ट्रीय सचिव रणदीप घनगस भी बैठक में मौजूद रहे। कार्यसमिति की बैठक 2 दिन चलेगी

आडवाणी की अंतरव्यथा क्या कभी कोई जान पाएगा???


वाजपेयी के निधन की खबर मिलने के बाद से ही आडवाणी अपने कमरे में सिमट गए. उन्होंने काफी वक्त तक किसी से बात नहीं की 

आडवाणी ने कहा कि वह अटल को बहुत याद करेंगे 


अटल और लालकृष्ण आडवाणी को दशकों तक बीजेपी के दाएं और बाएं हाथ की तरह देखा जाता था. पूर्व प्रधानमंत्री के निधन को लालकृष्ण आडवाणी ने अपना व्यक्तिगत नुकसान कहा है. आडवाणी ने कहा कि अटल पिछले 65 सालों से उनके सबसे करीबी दोस्त थे और अब वह उन्हें बहुत याद करेंगे.

वाजपेयी के निधन की खबर मिलने के बाद से ही आडवाणी अपने कमरे में सिमट गए. उन्होंने काफी वक्त तक किसी से बात नहीं की. न ही किसी से मिले. वो तभी बाहर निकले, जब उन्हें कृष्ण मेनन मार्ग पर अटल जी को श्रद्धांजलि देने जाना था.

आडवाणी की ओर से जारी किए गए बयान में इस अपूरणीय क्षति पर शोक व्यक्त किया गया. बयान में कहा गया कि ‘आज अपने गहरे दुख और उदासी को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है, हम सभी भारत के सबसे बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं. अटलजी मेरे लिए वरिष्ठ सहयोगी से अधिक थे. असल में वह पिछले 65 सालों से मेरे सबसे करीबी दोस्त थे.’

अटल,आडवाणी ओर शेखावत

आरएसएस प्रचारक के तौर पर काम करने के दिनों में याद करते हुए आडवाणी ने कहा, ‘मैं आरएसएस के लिए प्रचार के दिनों से लेकर, भारतीय जनसंघ की शुरुआत, इमरजेंसी का विरोध और 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन तक उनके साथ अपने लंबे सहयोग की यादों की सराहना करता हूं.’

‘अटलजी को केंद्र में पहली स्थिर गैर-कांग्रेस गठबंधन सरकार के अग्रणी के रूप में याद किया जाएगा और मुझे छह साल तक उनके डिप्टी के रूप में काम करने का विशेषाधिकार मिला. मेरे सीनियर के तौर पर उन्होंने हमेशा मुझे हर संभव तरीके से प्रोत्साहित किया और निर्देशित किया,’ उन्होंने आगे कहा.

आडवाणी ने कहा कि वाजपेयी की मनोरम नेतृत्व क्षमता, मंत्रमुग्ध करने वाली वाक् क्षमता, देशभक्ति और सबसे अधिक उनकी वास्तिवक मानवीय विशेषताएं जैसे दया, नम्रता और उनकी उल्लेखनीय क्षमता और राजनीतिक विरोधों के बाद भी दूसरों का दिल जीतने की क्षमता ने उनके सार्वजनिक जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव डाला. आडवाणी ने कहा कि वह अटल को बहुत याद करेंगे

In tribute to Vajpayee, PM Modi walks the extra mile

Indian Prime Minister Narendra Modi (R) walks behind a truck pulling the coffin with the body of former Indian prime minister Atal Bihari Vajpayee during a funeral procession in New Delhi on August 17, 2018.
Three-time Indian prime minister Atal Bihari Vajpayee died August 16, sparking tributes from across the political spectrum as current leader Narendra Modi mourned the “irreplaceable loss” of the respected statesman.


In a rare gesture, Prime Minister Modi joined the sea of people who walked down from the BJP headquarters up to the Smriti Sthal, a distance of roughly 5km


He may not be a true follower of the style of politics that former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee believed in, but Prime Minister Narendra Modi paid a rare tribute to the three-time BJP PM by covering his final journey on foot on Friday.

In a rare gesture, Prime Minister Modi joined the sea of people who walked down from the BJP headquarters up to the Smriti Sthal, a distance of roughly 5 km. By doing so, the Prime Minister set aside the protocol and apprehensions over his security. This was a silent gesture of PM Modi to show how much he loved and respected BJP stalwart AB Vajpayee

Prime Minister Narendra Modi paying his last respects to former prime minister Atal Bihari Vajpayee at the cremation ground in New Delhi on August 17, 2018.

Vajpayee’s funeral procession started from the BJP headquarters on the Deen Dayal Upadhyay Marg, and then took the Bahadur Shah Zaffar Marg, crossed Delhi Gate and Daryaganj, to take the Netaji Subhash Marg, before reaching Smriti Sthal at Shanti Van.

Social media was flooded with posts appreciating PM Modi’s gesture towards the former PM.

All India yuva tabla mahotsav 20th August to 23rd August

 

Pracheen Kala Kendra is going to organize four day  Musical treat in form of  All India Yuva Tabla Mahotsav to promote young and upcoming talent from all over India.   Tabla  is the main originating from the Indian Subcontinent, consisting of a pair of drums, used in traditional, classical, popular and folk music. It  has been a particularly important instrument in Hindustani classical music since the 18th century, and remains in use in IndiaPakistanAfghanistanNepalBangladesh, and Sri Lanka.

This festival is being organized with sole aim to  promote  young and upcoming artists of  gharanas of Tabla who are flag bearers of    our cultural heritage.  So , the Kendra has endeavor to organize a four  day Tabla Mahotsav  in the city at M.L. Koser Indoor Auditorium, Sector 35 complex of Kendra, Chandigarh  from 20th to 23rd August 2018 at 6:30 p.m. daily. A brief pen sketch of the participating Tabla sensations  is  appended below:

Brief pen sketch of  Artists performing in Tabla Mahotsav

 

Nishit Gangani: Nishit Gangani  is  disciple of  Pt. Fateh Singh Gangani . He is child prodigy of  famous Ganganis . Nishit (15 years old) is the newest addition to the bandwagon. The continuum between uncle and nephew consists of siblings, cousins, fathers and grandfathers.

Zargham Khan:  Zargham is  child prodigy of Ajrara Gharana renowned Tabla exponent Ustad Akram Khan. He is  disciple of Ustad Hashmat Khan . He is youngest Tabla player of  Khan family. His  hands are  like  thunder on Tabla.

Aarchik Banerjee: Aarchik Banerjee is  prodigal child of Vocalist Nibedita Banerjee and Tabla Maestro Pt. Shubhankar Banerjee . Inspite of being  a school student , a football fanatic , his first love is Tabla.  His first performance  was in Switzerland  at the age  of 8.  He is blessed to be appreciated by  Tabla  Maestroes  like  Pt. Shankar Ghogh, Pt. Anindo Chatterjee , Pt. Swapan Chowdhury   , Pt. Hari Prasad Chaurasia. He performed in various events  in India and abroad.

Tarun Lala: Tarun lala was born on 27th July 1993. He started learning Tabla at the early age of Four from Shri Sandeep Chauhanji and after him he learned from Shri Suresh khadanvisji. Tarun gave his first performance at the age of six at South Central Cultural Zone. He is blessed to learn  Tabla intricacies  from  Great tabla Maestro Pt. Arvind Mulegaonkar ji.  He has given many performances throughout India and won the appreciation from audience and critic alike.

Vinay Mundhe:  Vinay Mundhe is learning Tabla for last10 years . Initially he has learned from Shri. Avinash Patwardhan and after that Sh.  Sagar Mestry in Mumbai, later he continued his training under Sh. Swapnil Bhise. Currently he is taking further guidance and taalim of Punjab gharana from Pt.Yogesh Samsi. He has received silver medal in national level youth festival from Mumbai University, He has won 1st prize in Pt. Nandan Mehta Taal-vadya Spardha 2018 organized by Saptak & Gujarat Government at Ahmedabad. In academics, he is completing his graduation in Tabla (B.A.in Music) from university of Mumbai.

Shivagrah Bhattacharya:  Shivargh Bhattacharya is  a young table player from Lucknow gharana . He is a graduate in Mass Communication .  He started learning Tabla in the age of six.. he is gandabandh  Shagird of Ustad Ilmas Husain Khan , a prominent pillar of  Lucknow gharana. Shivagrah  also grabed 1st position in State level music competition by SNA Lucknow.. He also received a scholarship from Ministry of Culture, Govt. of India. He has performed not only in India but in abroad as well.

Ishaan Ghosh:

Rabab Singh: Rabab Singh is Son of Ustad Kulwinder Singh (Disciple of Ustad Alla Rakha Khan). Completed my Schooling from New St. Soldier Senior Secondary School, Punjab, 2012 &Currently Doing my BA from Guru Nanak College, Punjab.His early training from Ustad Kulwinder Singh & now learning under the Guidance of Ustad Fazal Qureshi of Punjab Gharana. He performed in India and abroad and won applause from all.

Romaan Khan: Born in the year 1996 into a family of musicians. Romaan Khan is the son of Danish Aslam Khan. Romaan Khan belongs to the Ajrada gharana and is the grandson and disciple of Ustad Hashmat Ali Khan Sahib who was a prominent exponent of this gharana. Romaan started learning Tabla at a very young age from his maternal Uncle Ustad Shafaat Ahmed Khan Sahab who was the leading exponent of dilli gharana. later he continued his main training under the guidance of his grandfather Ustad Hashmat Ali Khan.,  Ustad Chhamma Khan Sahab , Ustad Akram Khan . Romaan has performed in many festivals.

 

Shahbaaz Khan: Shahbaaz Khan was born in a traditional family of Music of Delhi Gharana. He is a son of the famous Tabla Maestro Ustad Shakeel Ahmed Khan & the Grandson of Ustad Usman Khan- the famous Classical Vocalist of Delhi Gharana. He is great maternal grandson S/o Doyen of Ajrara Gharana Ustad Niyazu Khan Saheb and Doyen of Farukhabaad Gharana Ustad Amir Hussain Khan Saheb. Shahbaaz started his initial training under the guidance of hisfather Ustad Shakeel Ahmed Khan since the age of four years now he is under the prestigious wings of his Maternal Grandfather Ustad lqbal Hussain KhanSaheb of Farukhabaad and Ajrara Gharana. Shahbaaz is a child prodigy and performing on the stage since the age of 8 years. He has been performing invarious concerts in Delhi and also performed in various parts of country and abroad, has given some of the TV recordings for channels like DD National etc.

Reshma Pandit: Reshma is a young percussionist and fabulous  Solo Tabla performer. Born in 1991, was a keen interest in Tabla playing from very tender age.  She learnt tabla from  her father Pt. Kumar Pandit.  She  has performed in  many prestigious events in India and abroad.

Jyotirmoy Roy Chowdhury : Jyotirmay was initiated in Tabla at the age of four by great Tabaliya Pt. Abhijit  Banerjee in the year 1996 with familiar love & affection. After 12 years of learning, Jyotirmay started to take lessons from the Tabla wizard Late Pt. Shankar Ghosh. Finally, he could able to reach before his long cherished, legend of Tabla, Taalyogi Padmashree Pt. Suresh Talwalkar for further extensive training at Pune, Maharastra, which is continuing till date.