भाजपा के मनोज तिवारी से घबराई आआपा


जिस तरह से दिल्ली की पूर्व की शीला सरकार के खिलाफ अरविंद केजरीवाल ने हल्ला-बोल छेड़ते हुए सुर्खियों से सत्ता तक जगह बनाई अब उसी तर्ज और तरीकों को हथियार बना कर बीजेपी भी अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला बोल रही है.


दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन समारोह में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतउल्लाह खान जिस तरह से दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को स्टेज से धक्का देते  हैं उसे पूरी दिल्ली देखती है. सार्वजनिक रूप से आप के विधायक का आचरण उस धुंधलाई तस्वीर की भी याद ताजा कर देता है कि सीएम निवास में रात के पहर में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ क्या हुआ होगा? मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट प्रकरण में भी अमानतउल्लाह खान मुख्य भूमिका में थे तो इस बार भी लीड रोल उन्हें ही मिला.

अब अमानतउल्लाह खान ये सफाई दे रहे हैं कि अगर वो मनोज तिवारी को नहीं रोकते तो वो केजरीवाल पर हमला कर सकते थे. आखिर केजरीवाल स्टेज पर ऐसा क्या बोलने वाले थे जिस पर उन्हें मनोज तिवारी के हमले का डर था? बड़ा सवाल ये उठता है कि अबतक किसी से न डरने वाले सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को अचानक बीजेपी से डर क्यों लगने लगा?

सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन में मनोज तिवारी की एन्ट्री को लेकर आम आदमी पार्टी इतनी असहज क्यों हो गई कि उसने स्टेज से उतारने के लिए धक्का तक दे दिया?

मनोज तिवारी उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं. उन्होंने सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण में हो रही देरी के लिए छह महीने पहले राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा था. वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली में विकास न होने की वजह से अनशन तक किया था. जाहिर तौर पर इलाके का सांसद होने की वजह से उनके पास निमंत्रण पाने का औपचारिक अधिकार था. खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि डिप्टी सीएम मनीश सिसोदिया ने मनोज तिवारी को समारोह में शामिल होने के लिए न्योता दिया था. लेकिन क्या इस बात की भी सार्वजनिक जानकारी मनोज तिवारी को दी गई थी कि उन्हें स्टेज पर धक्का भी दिया जाएगा ?

दरअसल, बीजेपी ने जब से आम आदमी पार्टी को केजरीवाल की पॉलिटिक्स की स्टाइल से काउन्टर करना शुरू किया है तब से ही आप की बेचैनी बढ़ती दिख रही है. जिस तरह से दिल्ली में पूर्व की शीला दीक्षित सरकार के खिलाफ अरविंद केजरीवाल ने हल्ला-बोल छेड़ते हुए सुर्खियों से सत्ता तक जगह बनाई अब उसी तर्ज और तरीकों को हथियार बना कर बीजेपी भी अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला बोल रही है. अब बीजेपी भी दिल्ली सरकार के खिलाफ आमरण अनशन,धरना और  विरोध प्रदर्शन के जरिए ‘आआपा ‘ का चैन छीन रही है.

आज से पांच महीने पहले दिल्ली के उपराज्यपाल के दफ्तर में सीएम अरविंद केजरीवाल अपने तीन मंत्रियों के साथ धरने पर बैठ गए थे. 9 दिनों तक दिल्ली सरकार ने कोई कामकाज नहीं किया क्योंकि खुद मुख्यमंत्री ही धरने पर बैठे थे. केजरीवाल इससे पहले भी बतौर मुख्यमंत्री धरने पर बैठ चुके हैं और जब वो सीएम नहीं बने थे तब भी वो ‘मफलर मैन’ के साथ ‘धरना मैन’ बन चुके थे. उनके आक्रमक और अप्रत्याशित रवैये की ही वजह से उन पर अराजकता फैलाने तक का आरोप लगा.

लेकिन अपने सियासी कद को बढ़ाने के लिए केजरीवाल हर  रिस्क उठाने लगे थे और यही उनकी और पार्टी का स्टाइल भी बन गया. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोंकते हुए वो गुजरात के विकास की ग्राउन्ड-रिपोर्ट बताने अहमदाबाद भी चले गए. वहां जब विरोध का सामना करना पड़ा तो आआपा ने दिल्ली में बीजेपी के दफ्तर का घेराव किया और पत्थरबाजी की. आआपा के अतीत से ही सबक सीखते हुए बीजेपी भी अब उसी स्टाइल में आक्रमक हो चुकी है.यही वजह रही कि सिग्नेचर ब्रिज विवाद के जरिए बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को उसी के अंदाज में जवाब देने की कोशिश की.

सीलिंग के मुद्दे पर भी बीजेपी दिल्ली सरकार को निशाना बनाने में नहीं चूकी है. एक वक्त खुद केजरीवाल सीलिंग के मुद्दे पर शीला दीक्षित सरकार पर निशाना साधते थे. उसी अंदाज में मनोज तिवारी ने सीलिंग के खिलाफ अपने अभियान में दिल्ली सरकार पर हमले किये. यहां तक कि जब अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को खुली बहस की चुनौती दी तो मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल को ही खुली बहस की चुनौती देकर समय और स्थान निश्चित करने को कहा. जाहिर तौर पर केजरीवाल अगर बहस करना भी चाहेंगे तो वो बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर ही निशाना लगाएंगे. लेकिन बीजेपी ने केजरीवाल की स्टाइल ऑफ पॉलिटिक्स सीखते हुए केजरीवाल को मनोज तिवारी तक सीमित कर दिया है. अब केजरीवाल के किसी भी आरोप या हमले का जवाब देने के लिए बीजेपी के पास मनोज तिवारी हैं.

बीजेपी ने जहां एक तरफ आप को उलझाए रखने के लिए लगातार धरना-प्रदर्शनों का इस्तेमाल किया तो वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल से जुबानी जंग के लिए मनोज तिवारी को सेनापति बना कर केजरीवाल के सियासी कद को सीमित कर दिया. हालांकि हाथ आए किसी भी मौके पर केजरीवाल चूकते भी नहीं हैं. दिल्ली में रन फॉर यूनिटी के दौरान बीजेपी के पूर्वांचली नेता पर हुए हमले पर वो बीजेपी के खिलाफ ट्वीट करते हैं तो दिल्ली में किसान यात्रा को रोके जाने का विरोध भी करते हैं. वहीं दिल्ली के प्रदूषण को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला करते हैं. वो ये जरूर जानते हैं कि केंद्र सरकार से जुड़े किसी भी मामले में कूद कर सुर्खियां बटोरी जा सकती हैं.

बहरहाल, जिस तरह से केजरीवाल ने एलजी के दफ्तर को धरना-प्रदर्शन के लिए चुना उसी तरह बीजेपी ने भी सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज तो करा दी. जिस पर अब आआपा ही मनोज तिवारी पर अराजकता फैलाने का आरोप लगा रही है. सवाल उठता है कि अगर क्षेत्र के सांसद का अपने इलाके में होने वाले विकास के उद्घाटन समारोह में जाना अगर अराजकता है तो एलजी दफ्तर में कई दिनों तक धरने पर बैठना क्या है?

अरिहंत की तैनाती से बौखलाया पाकिस्तान दे रहा गीदड़ भभकियाँ


पाकिस्तान ने कहा, इस्लामाबाद की क्षमता पर किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए


भारत की परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत की हालिया तैनाती को लेकर पाकिस्तान ने गुरुवार को गीदड़ भभकी दी है. उसने कहा कि दक्षिण एशिया में परमाणु और परंपरागत क्षेत्रों में चुनौतियों से निपटने के लिए इस्लामाबाद की क्षमता पर किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए.

पाकिस्तान विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि यह घटना दक्षिण एशिया में परमाणु शस्त्र की पहली तैनाती है, जो न सिर्फ हिंद महासागर के तट पर स्थित देशों के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय है.

आईएनएस अरिहंत ने इस हफ्ते अपनी पहली गश्त सफलतापूर्वक पूरी की है जिससे भारत उन गिने चुने देशों में शुमार हो गया जो इस तरह की पनडुब्बी की डिजाइन तैयार करने, उसका निर्माण करने और उसे परिचालित करने में सक्षम हैं.

प्रवक्ता ने कहा कि शीर्ष भारतीय नेतृत्व ने जो कटुतापूर्ण भाषा का इस्तेमाल किया वह दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए खतरे को दिखाता है और भारत में परमाणु के क्षेत्र में जिम्मेदाराना कदम पर सवाल खड़े करता है.

उन्होंने कहा कि भारत द्वारा मिसाइल परीक्षणों को बढ़ाया जाना, परमाणु हथियारों का प्रदर्शन और उनकी तैनाती मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) से भारत को मिलने वाले लाभों के आकलन की मांग करती है.

प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया में सामरिक स्थिरता को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी दक्षिण एशिया में परमाणु और परंपरागत क्षेत्र में हालिया घटनाक्रमों से पैदा हुई चुनौतियों से निपटने में पाकिस्तान की क्षमता को लेकर भ्रम में नहीं रहना चाहिए.

यम द्वितीया: एक सांस्कृतिक पर्व

भ्रातृ द्वितीया (भाई दूज) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। भाई दूज दीपावली के दो दिन बाद आता है, बहन-भाई के प्रेम के मानक इस पर्व को लेकर काफी कथाएं प्रचलित हैं लेकिन सबसे ज्यादा और लोकप्रिय जिस कहानी की चर्चा होती है वो है यम और यमी की कहानी।

 

कथा भगवान सूर्यदेव की पत्नी छाया हैं जिनकी दो संतान हुई यमराज तथा यमुना। यमुना अपने भाई यमराज से अत्यधिक प्रेम करती थी। वह उनसे सदा यह निवेदन करती थी वे उनके घर आकर भोजन करें। किन्तु यमराज अपने काम में इतना व्यस्त कि उन्हें समय ही नहीं मिलता था और जिस कारण वह यमुना की बात को टाल जाते थे।

कार्तिक शुक्ल द्वितीया एक बार कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना ने अपने भाई यमराज को भोजन करने के लिए बुलाया तो यमराज मना न कर सके और बहन के घर चल पड़े। रास्ते में यमराज ने नरक में रहने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। भाई को देखते ही यमुना बहुत हर्षित हुई और भाई का स्वागत सत्कार किया। यमुना के हाथों से स्नेह भरा भोजन ग्रहण करने के बाद प्रसन्न होकर यमराज ने बहन से कुछ मांगने को कहा। यमराज का भय नहीं यमुना ने उनसे यमराज कि- आप प्रतिवर्ष इस दिन मेरे यहां भोजन करने आएंगे और इस दिन जो भाई अपनी बहन से मिलेगा और बहन अपने भाई को टीका करके भोजन कराएगी उसे आपका डर न रहे। यमराज ने यमुना की बात मानते हुए तथास्तु कहा और यमलोक चले गए। तभी से यह यह मान्यता चली आ रही है कि कार्तिक शुक्ल द्वितीय को जो भाई अपनी बहन का आतिथ्य स्वीकार करते हैं उन्हें यमराज का भय नहीं रहता।

रमन सिंह के गढ़ में कांग्रेस मांग रही अटल के नाम पर वोट


सत्तारुढ़ दल बीजेपी के नेता कहते हैं कि बीजेपी और वाजपेयी एक दूसरे के पर्याय हैं. वहीं कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री की सीखों से मीलों दूर है


अक्सर यह कहा जाता है कि नाम में क्या रखा है? हां, नाम में ही काफी कुछ होता है, खासकर छत्तीसगढ़ के इस निर्वाचन क्षेत्र में जब भरोसा करने लायक नाम अटल बिहारी वाजपेयी का हो, जहां बीजेपी के उम्मीदवार मुख्यमंत्री रमन सिंह का कांग्रेस की प्रत्याशी पूर्व प्रधानमंत्री की भतीजी करुणा शुक्ला से चुनावी मुकाबला है.

दोनों ही दल वाजपेयी के नाम पर वोट बटोरने की यथासंभव कोशिश में लगे हैं. सत्तारुढ़ दल बीजेपी के नेता कहते हैं कि बीजेपी और वाजपेयी एक दूसरे के पर्याय हैं. उधर, शुक्ला का आरोप है कि मुख्यमंत्री बीजेपी के इन कद्दावर नेता की विचाराधारा का पालन करने का दावा कर अपना दोहरा मापदंड दिखा रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री की सीखों से मीलों दूर है.

चुनाव प्रचार में जुटीं शुक्ला ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘बीजेपी ने अपना ‘चाल, चरित्र और चेहरा’ बदल लिया है. अब वह वैसी पार्टी नहीं है जिसकी संकल्पना अटल जी और आडवाणी जी ने की थी और राज्य के लोग यह जानते हैं.’

2013 में बीजेपी छोड़ने से पहले पार्टी की केंद्रीय पदाधिकारी रह चुकीं शुक्ला ने कहा, ‘इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि मैं अटल जी की भतीजी हूं. उनकी सीख और साहस मेरे खून में हैं. मैं उनके सिद्धांतों से निर्दिष्ट होती हूं. राजनांदगांव के लोग जानते हैं कि यदि कांग्रेस चुनाव जीत गई तो मैं भ्रष्टाचार में डूबे इस राज्य में सुशासन का आदर्श कायम करुंगी.’

अटलजी की सीखों से मीलों दूर है रमन सिंह की सरकार

तीस साल तक जुड़े रहने के बाद बीजेपी से निकलकर शुक्ला फरवरी, 2014 में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गईं. बीजेपी नेता के तौर पर उन्होंने 2004 में जांजगीर से लोकसभा चुनाव जीता लेकिन 2009 में वह कोरबा से हार गईं.

कांग्रेस ने अब उन्हें मुख्यमंत्री के गढ़ समझे जाने वाले क्षेत्र राजनांदगांव से चुनाव मैदान में उतारा है. शुक्ला ने कहा, ‘रमन सिंह मुझे अपनी बहन कहते हैं. वह दावा करते हें कि वह अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा पर चलते हैं. जहां तक मैं जानती हूं कि यह सरकार अटलजी की सीखों से मीलों दूर है. यह उनका (मुख्यमंत्री का) दोहरा मापदंड है.’

बीजेपी ने सिंह के निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव को स्थानीय बनाम बाहरी के मुकाबले के रुप में पेश किया है. प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि शुक्ला बाहरी हैं और मतदाता यह बात जानते हैं.

एक अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि बीजेपी सुशासन और विकास के नाम पर वोट मांग रही है. अटलजी समेत पार्टी के सभी नेता और उनकी विरासत निश्चित ही पार्टी के अभियान का हिस्सा है.

कांग्रेस ओर एनसीपी को मुस्लिम तुष्टिकारक नीति की वजह से यह नाम नहीं बदले जा रहे: शिव सेना


शिवसेना की तरफ से महाराष्ट्र के औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने की मांग उठाई गई है 

औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर देना चाहिए.


इलाहाबाद और फिर अयोध्या जैसे बड़े शहरों का नाम बदलने की राजनीति का असर पूरे देश में उभर कर सामने आ रहा है. बता दें कि इन दो बड़े शहरों के बाद अब गुजरात और महाराष्ट्र में भी नाम बदलने की मांग उठ रही है. खबर है कि अब शिवसेना भी नाम बदलने की राजनीति करने पर उतर गई है. शिवसेना की तरफ से महाराष्ट्र के औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने की मांग उठाई गई है. शिवसेना नेता मनीषा कयांडे ने कहा कि इनके नाम संभाजी नगर और धाराशिव रखा जाए.

मनीषा कयांडे ने कहा कि ये मांग काफी लंबे समय से की जा रही है लेकिन कांग्रेस और एनसीपी की वजह से यह नाम नहीं बदले जा रहे हैं. इसकी वजह मुस्लिम वोटर्स हैं. इससे पहले शिवसेना सांसद संदय राउत ने भी नाम बदलने की राजनीति पर ट्वीट किया था कि योगी ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया. इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया. अब सीएम फडणवीस को औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर देना चाहिए.

भाजपा से रूठे सरताज, होशंगाबाद से अब कांग्रेसी उम्मीदवार


इधर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी कर के सरताज सिंह को होशंगाबाद सीट से टिकट देने वाली बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी है


चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच जैसे-जैसे पार्टियां उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं, वैसे ही सरगर्मियां बढ़ रही हैं. अपनी पार्टी से टिकट ना मिलने पर कुछ नेता पार्टी भी बदल रहे हं. ऐसे ही दल बदलने वालों में मध्यप्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह का नाम भी शामिल हो गया है.

मध्यप्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी की तीसरी सूची जारी होने के बाद बीजेपी के असंतुष्ट और दरकिनार कर दिए गए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस के स्टेट मीडिया पैनलिस्ट राजेन्द्र ठाकुर ने होशंगाबाद आरओ कार्यालय से सरताज के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र लिया है. उन्हें होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार टिकट दिया जा रहा है. इधर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी कर के सरताज सिंह को होशंगाबाद सीट से टिकट देने वाली बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी है.

सरताज के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी संगठन मंत्री उन्हें मनाने उनके घर पहुंचे थे लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. कहा जा रहा था कि बीजेपी की तीसरी सूची में अपना नाम न देखकर सरताज फूंट-फूंटकर रोने लगे थे. उन्होंने कहा, ‘मैं घर में बैठकर घुट घुट कर रोने वालों में से नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मैं लड़ूंगा तो मैदान में और मरुंगा तो मैदान ए जंग में.’

सरताज ने इससे पहले न्यूज 18 से बातचीत में कहा था कि कांग्रेस ने इटारसी और होशंगाबाद से टिकट का ऑफर दिया है. सरताज सिंह ने साफ कहा वो चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन सिवनी मालवा से अब खड़े नहीं होंगे. आख़िरी फैसला कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद ही किया जाएगा. बीजेपी के इस वरिष्ठ नेता ने पार्टी के रुख़ पर निराशा जतायी और याद दिलाया कि हमने मुश्किल सीट पर पार्टी को जीत दिलाई थी.

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वो राजनगर सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.

अलगाववादियों ने जन॰ रावत को धमकाया


सिख फॉर जस्टिस ने जनरल रावत को कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है

जन॰ रावत ने हाल ही में अपने ब्यान में कहा था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी


खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप सिख फॉर जस्टिस ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के पंजाब में माहौल बिगाड़ने वाले बयान पर बड़ी धमकी दी है. खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने जनरल रावत को रेफरेंडम 20-20 से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने हाल ही में बयान दिया था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी. वह भारत में आंतरिक सुरक्षा की बदलती रूपरेखा: रुझान और प्रतिक्रियाएं विषय पर आयोजित एक सेमिनार में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, रक्षा विशेषज्ञों, सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को संबोधित कर रहे थे.

इस कार्यक्रम में जनरल रावत ने कहा कि असम में विद्रोह को पुनर्जीवित करने के लिए बाहरी संबंधों और बाहरी उकसावे के माध्यम से फिर से प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा,पंजाब शांतिपूर्ण रहा है लेकिन इन बाहरी संबंधों के कारण राज्य में उग्रवाद को फिर से पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. हमें बहुत सावधान रहना होगा.

नेपाल कांग्रेस के पूर्व सांसद राजू बंसल से मिले


नेपाल से पूर्व सांसद राजू,विजय बंसल को पिंजोर में मिलने पहुंचे
डांग लोकसभा से दो बार रह चुके है सांसद, नेपाली कांग्रेस के थे उम्मीदवार


पिंजोर:

नेपाल लोकसभा के पूर्व सांसद व नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार राजू खनाल , पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार व हरियाणा किसान कांग्रेस के प्रदेशउपाध्यक्ष विजय बंसल को उनके निवास स्थान पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के कालका विधानसभा अध्यक्ष तथा जाने माने उद्योगपति वेद गर्ग के साथ मिलने पहुंचे। इस मौके पर पूर्व सांसद,नेपाल ने बंसल को दीपावली की बधाई भी दी। राजू खनाल ने विजय बंसल से राजनीतिक मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा भी करी।राजू खनाल ने विजय बंसल के उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य व बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी करी। राजू खनाल ने बताया कि विजय बंसल द्वारा जनहित व समाजहित में करवाए गए विकास कार्य सराहनीय है।

विजय बंसल ने पूर्व सांसद का भारत आगमन पर स्वागत किया और पांडवकालीन धरती पिंजोर के बारे इतिहास भी बताया। इस मौके पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन, एनएसयूआई के राष्ट्रीय मीडिया कॉर्डिनेटर दीपांशु बंसल ने भी पूर्व सांसद, नेपाल राजू खनाल का भारत आगमन पर स्वागत कर आभार प्रकट किया।राजू खनाल ने बताया कि उनको मिले प्यार के लिए सदा आभारी रहेंगे। नेपाल के पूर्व सांसद ने विजय बंसल को परिवार सहित नेपाल आने का न्यौता भी दिया।इसके साथ ही उन्होने बंसल को जानकारी दी कि नेपाल के विकास में विशेषकर हरियाणा के अग्रवाल समाज के लोग, व्यवसाय-धार्मिक तथा सामाजिक कार्यो में विशेष योगदान दे रहे है। राजू खनाल नेपाल की डांग लोकसभा से दो बार सांसद रह चुके है व नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार रहे है।

विजय बंसल ने बताया कि जब वह कालका कालेज छात्र काउंसिल के अध्यक्ष थे तो उन्हें कालेज के छात्रो का एक ट्रिप नेपाल वर्ष 1984-85 में लेकर जाने का अवसर प्राप्त हुआ था व अब पूर्व सांसद के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि काफी जल्द नेपाल जाएंगे। राजू खनाल ने कहा कि वह कामना करते है कि आने वाले चुनावों में बंसल कालका का नेतृत्व हरियाणा की विधानसभा में करे ताकि जनहित की समस्याओ का समाधान हो सके।विजय बंसल के परिवार व समर्थकों ने पूर्व सांसद का आभार प्रकट किया।

Person and six aides arrested for cheating in laws

8.11.18

Chandigarh Police achieved a major success in “Cheating case  ” by arresting 7 accused by the team of Police Station-36 Chandigarh.

On 31.10.18 Case FIR no. 388 dt. 31.10.18 u/s 419,420,468,34 IPC, PS-36, Chd was registered on the complaint of Mr. Pappu Kumar S/o Mahendra Pal R/o H No 1511, Sec 52, Chd. Age 35 yrs in which he  stated that on 31.10.18 in morning two unknown persons (one Sikh & one Hindu gentleman) came at  his residence and introduced themselves as Income Tax Officers by showing their fake ID cards. The said men started frisking their house and taken away one bag containing Cash  Rs 8 Lakhs, One gold necklace (2 tolas), 2 ladies gold ring, 2 gents gold rings, silver and some documents.  The alleged persons told that their Office is situated at backside ISBT 43 and if he wants to release the property they have to come with proof of the said property at their office. There after, complainant searched IT office near ISBT, Sec-43, Chd but when they did not found the same they informed the Police  about the incident.

During the course of investigation on 7.11.18 the following accused were arrested and recovery effected against their names is as under:-

sr no FIR DATED U/S NAME OF ACCUSED DATE OF ARREST PROPERTY RECOVERED
1. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Amarbir Singh S/o Major Singh  R/o Gurusewak Nagar Dhnola  Barnala age 35 yrs 7.11.18 one lakh

395 Gm Silver

2. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Vikcy Kumar S/o Lt. Sh Mangla Ram R/o Back side Ram Bag , Barnala age 25 yrs 7.11.18 one lakh

415 Gm Silver

3. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Bhupinder Singh S/o Kultar Singh R/o Vill Upple Distt Barnala  age 45 yrs 7.11.18 one lakh

430 Gm Silver

4. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Charanjit Singh S/o Mahinder Singh R/o SAS Nagar Gali no. 12 near Taraksil Singh Chowk Barnala age 47 yrs 7.11.18 one lakh

395 Gm Silver

5. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Virender Singh s/o Magar Singh R/o Vill Galoli Distt Patiala age 24 yrs 7.11.18 one lakh

415 Gm Silver

6. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Manish Kumar S/o Sunder Pal R/o Peer colony Chungra Raod Patran Distt. Patiala age 28 yrs 7.11.18 one lakh

425 Gm Silver

7. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Prem Kumar S/o Vimal Kumar S/o Sabji Mandi near Santoshi Mata Mandir Patran Distt. Patiala Pb age 27 yrs, 7.11.18 one lakh

540 Gm Silver

The all accused are on 3 days Police remand and during the course of interrogation of accused the story behind this incident has come to light that complainant’s mother are three sisters who are having 5 son in laws and all are residing in Patran, Distt. Patiala, Pb. The accused Virender Singh  who is cousin brother of Ramandeep Singh the brother-in-law of complainant, got information that Mrs Shakuntla the mother-in-law of Ramandeep Singh is having a huge amount of cash and gold and silver ornaments in her house. As the accused Virender Singh is not having cordial relations with complaint’s family. So he along with his friend accused Prem Singla  hatched the criminal conspiracy to get out the money and gold ornaments from the house of complainant. In furtherance of this conspiracy they made contact with Charanjit @ Channi & Vicky who are previously involved in robbery cases in Barnala & Jalandhar Pb. Approx 15 days before the crime accused Virender along with Prem Singla and Manish came at Sec-52, Chd and Virender Showed them complainant’s house and they made reccee around the house.

After that accused Charanjit, Vicky, Amarbir, Manish,  Bhupinder, Virender & Prem Singla with the connivance of each other made plan to commit this crime and constituted a fake Income Tax officers team by preparing their fake ID cards.  On  31.10.18 accused Vicky, Amarbir, Manish,  Bhupinder & Prem Singla came in Sec-52, Chd by their I-10 car no. PB19-N-2948. Accused Amarbir and Vicky went at house no. 1511 by introducing themselves as Income Tax officers by showing fake ID cards. Manish was stood in front of house and rest of the accused Prem Singla and Bhupinder were  seated in the Car, parked near School Sec-52, Chd. After committing the crime all accused fled away by their car.

After that all accused reached at Barnala where they divided cash about Rs.1 Lakh 15 thousand and jewellery each among them. There after they went to their homes after taking their shares. All the accused had spent approx Rs. 15000/- from their shares by arranging parties.

RECOVERY:-

  1. 7 lakh cash.
  2. 3 KG silver.
  3. Involved I-10 car no. PB19-N-2948
  4. Fake ID Cards of Income Tax Dept.

All the accused are on Police remand and further more recoveries/involvements   in other crimes of tricity are likely to be effected from them.

चंडीगढ़ में राजनीति गरमायी , क्या आप में शामिल होंगे हरमोहन धवन 


हरमोहन धवन सहित चंडीगढ़ के  सभी बुद्धिजीवी व  जागरूक निवासियों को आप पार्टी में जुड़ने का आह्वान – प्रेम गर्ग 

आप पार्टी पलकें बिछा कर हरमोहन जी का करेगी स्वागत, अब गेंद धवन जी के पाले में 


चंडीगढ़ 8 नवम्बर
आम आदमी पार्टी के कन्वीनर प्रेम गर्ग ने  पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन को मिल कर उनको आआपा पार्टी के सदस्य बनने का औपचारिक आमंत्रण दिया।गर्ग ने  कहा कि वह शहर के सभी  बुद्धिजीवियों ओर जागरूक निवासियों को पार्टी में  शामिल होने का आह्वान  करते हैं।
श्री गर्ग ने कहा कि पिछले कुछ सालों में ही शहर की आबो हवा बदल गयी है।आज किसी भी डिपार्टमेंट में बिना पैसे के लेंन देंन के कोई भी काम नही होता, चण्डीगढ़ जो कि पूरे विश्व मे सिस्टम ओर सफाई के लिए जाना जाता था आज वोट बैंक की राजनीति ने इसके सारे सिस्टम को ही खराब कर दिया। जिन वेंडर भाईओ को एक सुनिश्चित जगह देनी थी उनको वो जगह न देकर उनको सड़को के किनारे बैठने को मजबूर कर दिया गया है। और ये सब बिना लेंन देंन के हो रहा हो ये मुमकिन नही है। उन्होंने पूछा है कि क्यो  प्रशासन ज्वलंत मुद्दों का पक्का हल नहीं निकाल पा रहा है
इसी तरह से पिछले चार साल से कलोनी वालो के लिए मकान तैयार होने के बाद भी अभी तक उनको अलाट नही किये गए क्यो,,?
क्या उसको भी चुनाव की तारीख के इंतज़ार तक रोके रखे हुए है?
इसीलिये  चंडीगढ़ को बचाने का आखिरी रास्ता अख्तियार कर हम धवन जी को पार्टी में आने का आमंत्रण दे आए है।
इस मौके पर पार्टी के प्रवक्ता सोनी ने कहा कि शहर के लोग पिछले चार साल से खुद को अनाथ महसूस कर रहे है मौजूदा सांसद ने पिछले सालों में शहर के कोई भी काम नही किया शहर लावारिस की स्थिति में है। हम लोग आने वाले चुनाव की तैयारी के मध्यनज़र शहर के सभी लोगो से आह्वान करते है ,की  शहर को बचाने की लिये एकजुट हो ताकि शहर का मूल स्वरूप बचाया जा सके।
इस मौके पर आप के विक्रम पुंडीर,विजयपाल सिंह, पीपी घई, कौशल,योगेश सोनी,आदि मौजूद थे।