डीएम व महंत राजू दास में हुई बहस के बाद सुरक्षा हटाना न्यायसंगत नहीं : शांडिल्य

  • योगी राज में महंत राजू दास की सुरक्षा हटाना दुर्भाग्यपूर्ण, संत हिंदुस्तान के पथ प्रदर्शक : वीरेश शांडिल्य 
  •  डीएम व महंत राजू दास में हुई बहस के बाद सुरक्षा हटाना न्यायसंगत नहीं: शांडिल्य
  • विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने पीएम मोदी व सीएम योगी को भेजा पत्र संतों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए योगी विशेष एडीजीपी लेवल के अधिकारी को कमान सौंपे : शांडिल्य 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 25 जून :

संत समाज के पथ प्रदर्शक एवं हिंदुस्तान के धरोहर है और अयोध्या के डीएम द्वारा हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के साथ अमर्यादित व्यवहार विश्व हिन्दू तख्त बर्दाश्त नहीं करेगा उपरोक्त शब्द जारी प्रेस बयान में विश्व हिन्दू तख्त के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख एवं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहे । शांडिल्य ने कहा महंत राजू दास की डीएम से बहस के बाद सुरक्षा हटाना न्यायसंगत नहीं है और दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि सुरक्षा हटाकर आपसी विवाद के कारण महंत राजू दास की जानमाल का नुकसान करने का काम डीएम अयोध्या ने किया है । वीरेश शांडिल्य ने आज इस बारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर महंत राजू दास मामले में डीएम पर कारवाई की माँग की है । वीरेश शांडिल्य ने कहा संतों का अपमान किसी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और योगी सरकार में संतों के साथ ऐसा व्यवहार करने वाले अधिकारी पर सख़्त कारवाई की जाएँ । शांडिल्य ने कहा सुरक्षा हटाकर महंत राजू दास की जान दावँ पर लगाते हुए आपसी विवाद के कारण सुरक्षा वापसी का अयोध्या व देश में अच्छा संदेश नहीं गया । शांडिल्य ने कहा स्टेट्स सिफ़ारशी या स्टेट्स सिम्बल के लिए बल्कि जानमाल को सुरक्षित करने के लिए किसी को भी दी जाती है । शांडिल्य ने कहा उत्तर प्रदेश सहित देश के तमाम संतों की सुरक्षा रिव्यू की जाएँ और सनातन धर्म को मजबूत कर रहे संतों की तरफ से अगर कोई सुरक्षा देने बारे शिकायत मिलती है तो इसके लिए विशेष एडीजीपी लेवल के अधिकारी को संतों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश में कमान दी जाएँ । शांडिल्य ने कहा यह अधिकारी सिर्फ संतों के मामलों की विशेषकर देखरेख करें । शांडिल्य ने कहा महंत राजू दास को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाएँ ।