खालसा कॉलेज मोहाली में मेन्टल हेल्थ एंड वेलफेयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन

  • सम्मेलन में पहुंचे विषय विशेषज्ञों ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी
  •  मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही जीवन का अहम हिस्सा : प्रिंसिपल डॉ हरीश कुमारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली, 03 फरवरी

खालसा कॉलेज अमृतसर ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज मोहाली फेज-3ए में मेन्टल हेल्थ एंड वेलफेयर कॉन्फ्रेंस 2024 का आयोजन पूरे उत्साहपूर्ण तरीके से किया गया, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया गया । इस दौरान मनोविज्ञान विभाग, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला की हेड़ व प्रोफेसर डाॅ दमनजीत संधू ने सम्मेलन में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया, जबकि श्री महावीर जैन मॉडल हाई स्कूल, फगवाड़ा की प्रिंसीपल ताजप्रीत कौर और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32 चंडीगढ़ की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आरजू ने रिसोर्स पर्सन के रूप में मानसिक स्वास्थ्य पर अपने विचार सांझे किए। इस दौरान एडीजीपी रिटायर्ड मुखविन्दर सिंह छीना गेस्ट आॅफ आॅनर थे। मनोविज्ञान विभाग पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के अस्सिटेंट प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार ने तकनीकी सत्र की अध्यक्षता की।

मनोविज्ञान विभाग, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला की हेड़ व प्रोफेसर डॉ. दमनजीत संधू ने इस काॅफे्रंस में विद्यार्थियों को तनाव से दूर रहने के टिप्स बताए तथा मन की बातों को निःसंकोच अपने अभिभावकों व काॅलेज के प्रोफेसर्स को बताने की बात पर बल दिया।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32 चंडीगढ़ की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आरजू, ने कॉन्फ्रेंस में उपस्थित विद्यार्थियों और गणमान्य व्यक्तियों को खुद की अच्छे से देखभाल और सकारात्मक सोच के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को दुरूस्त रखने की विभिन्न बातों पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने लाइफस्टाइल की परिवर्तन पर जोर दिया।

कॉन्फ्रेंस के दौरान रिसर्च स्कालर्स व फैकल्टी मेंबर्स व विद्यार्थियों ने इस विषय पर अपने रिसर्च पेपर की प्रस्तुति भी दी।

इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस में आए अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण सम्मेलन के दौरान मानसिक विकार,मानसिक स्वास्थ्य एवं स्वयं की देखभाल, मनोवैज्ञानिक धारा के बीच संबंध जैसे विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी और कहा कि मानसिक स्वास्थ्य मानसिक कल्याण की एक स्थिति है जो लोगों को सक्षम बनाती है, जीवन के तनावों से निपटना, अपनी क्षमताओं का एहसास करना, अच्छी तरह से सीखना और अच्छा काम करने के साथ-साथ अपने समुदाय में अच्छा योगदान देने के योग्य बनाती है ।

इस दौरान प्रिंसीपल ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही जीवन का अहम हिस्सा है। मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ है कि आप अपने दिमाग में सकारात्मक सोच रखते हैं जो आपको अपनी जिंदगी के सभी पहलुओं को हल करने में मदद मिलती हैं। कांफ्रेंस के अंत में डॉ. हरीश कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।